सरगुजा
विधायक ने किया समर्थन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
लखनपुर,28 सितंबर। एसईसीएल अमेरा क्षेत्र में सिंगीटाना से अमेरा मार्ग तक 5 किमी खराब और जर्जर सडक़ से परेशान ग्रामीणों ने शनिवार को चक्काजाम करते हुए धरना प्रदर्शन किया। पुलिस और प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचा, समझाइश के बाद भी ग्रामीण मानने को तैयार नहीं है। जानकारी होते ही स्थानीय विधायक राजेश अग्रवाल मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों का समर्थन किया है। सडक़ नहीं बनने की स्थिति में ग्रामीणों के साथ धरना प्रदर्शन पर बैठने की बात विधायक राजेश अग्रवाल ने कही है।
नेशनल हाईवे 130 स्थित सिंगीटाना से अमेरा खदान, पीपर खार सेअमेरा खदान, रजपुरीकला से अमेरा खदान तक सडक़ खसताहाल और जर्जर हालत में है। जर्जर और खस्ता हाल सडक़ को लेकर पूर्व में ग्रामीणों के द्वारा सरगुजा कलेक्टर सहित सीसीएल प्रबंधन को ज्ञापन सोपा गया था परंतु अब तक सडक़ नही बन सका है। सडक़ नहीं बनने को लेकर पूर्व में दो बार ग्रामीणों के द्वारा चक्काजाम किया गया था जिस पर एसईसीएल प्रबंधन और प्रशासन के अश्वासन के बाद चक्का जाम धरना प्रदर्शन समाप्त किया गया था।
परंतु आज तक सडक़ का निर्माण नहीं होने से आक्रोशित ग्रामीणों ने एसईसीएल अमेरा सडक़ पर चक्काजाम कर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।
सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचा, जहां स्कूल की शिक्षकों के द्वारा जर्जर सडक़ को मरम्मत कराया जाने को लेकर ज्ञापन सौंपा गया है। सूचना उपरांत अंबिकापुर विधायक राजेश अग्रवाल भी मौके पर पहुंचे।
विधायक राजेश अग्रवाल ने चक्काजाम और धरना प्रदर्शन का समर्थन करते हुए कहा कि सडक़ का निर्माण जल्द नहीं होता है तो मैं खुद ग्रामीणों के साथ धरना प्रदर्शन पर बैठूंगा और इन मार्गों से कोल परिवहन भी बंद कराया जाएगा।
विधायक ने कहा कि सडक़ बनवाने सरगुजा कलेक्टर और एसईसीएल प्रबंधन को ज्ञापन सौंपा जाएगा। वहीं एसईसीएल क्षेत्र के ग्रामीणों का कहना है कि जब तक सडक़ का निर्माण नहीं होगा तब तक चक्काजाम अनिश्चितकालीन जारी रहेगा।
गौरतलब है कि नेशनल हाईवे 130 से लगे गांव सिंगीटाना से लेकर अमेरा खदान तक 5 किलोमीटर की सडक़ झज्जर और खस्ताहाल है। जर्जर सडक़ों से आवागमन करने में स्कूली बच्चे शिक्षकों और ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अब देखना होगा की एसईसीएल प्रबंधन के द्वारा कब तक सडक़ का निर्माण कराया जाता है। शनिवार की शाम 4 बजे तक ग्रामीणों का चक्काजाम कर विरोध प्रदर्शन अनिश्चितकालीन जारी है। प्रशासनिक अमला के समझाइश के बाद भी ग्रामीण मानने को तैयार नहीं है।