बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भाटापारा, 5 अक्टूबर। भाटापारा में विगत 105 वर्ष प्राचीन एवं ऐतिहासिक संस्था आदर्श रामलीला नाटक मंडली के द्वारा प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी नवरात्र के प्रथम दिवस पर परंपरागत तरीके से गणेश पूजन तथा मुकुट व अस्त्र शस्त्र पूजन के साथ रामलीला का मंचन आरंभ हुआ।
इसमें नारदमोह, मारीच-सुबाहु आतंक, मुनि आगमन में विश्वामित्र का रामलक्ष्मण को मांगना एवं ताड़ीका वध एवं मारीच-सुबाहु वध की शानदार एवं मनमोहक लीला की प्रस्तुति की गई जिसमें नारद और ताड़ीका के पात्र में हर्ष गुप्ता एवं मारीच-सुबाहु में श्याम मल ने शानदार अभिनय का प्रदर्शन किया वहीं दशरथ के रूप में सागर जायसवाल ने मार्मिक अभिनय दिखाया।
शिवगण के रूप में अभी अग्रवाल एवं मंगल मिश्रा ने शानदार अभिनय किया। भगवान विष्णु के रूप में आयुष तिवारी नजर आए एवं सभी कलाकारों ने अपनी कला की अदायगी से दर्शकों का मनमोह लिया। बच्चों के अभिनय को खूब सराहा गया। रामलीला मंचन के प्रथम दिवस पर गणेश पूजन,मुकुट एवं अस्त्र-शस्त्र पूजन बाल गोविंद तिवारी जी के करकमल से संपन्न हुआ।
बाल गोविंद तिवारी वर्तमान रामलीला समिति के संरक्षक हैं साथ ही बहुत लंबे समय से रामलीला से जुड़े हुए हैं। भगवान विष्णु जी की आरती में भाटापारा के विधायक इंद्र कुमार साव सम्मिलित हुए तथा विप्र समाज के प्रतिनिधि भी भगवान की आरती में शामिल हुए।
विधायक इंद्र साव ने संस्था के कार्यों को देखकर हर्ष जताते हुए कहा कि सर्वप्रथम रामलीला के संचालकों को बहुत-बहुत बधाई जिन्होंने इतने लंबे समय से ऐसी संस्था का संचालन जारी रखा है, किसी भी संस्था का इतना लंबा सफर तय करना बहुत कठिन होता है लेकिन यह भाटापारा का सौभाग्य है कि ऐसी संस्था आज 105 वर्ष से नगर में सफलतापूर्वक चल रही है। वही विधायक इंद्र साव ने रामलीला का निरीक्षण कर कार्य प्रणाली को समझा एवं बाल कलाकारों से मिलकर चर्चा की एवं प्रसन्नता जाहिर की। विप्र समाज के प्रतिनिधियों के रूप में हरगोपाल शर्मा ने अपने उद्बोधन में बाल कलाकारों को मंच में अभिनय कला की भूरी भूरी प्रशंसा की एवं रामलीला के लोगो के प्रभुकार्य में समर्पण को दर्शकों के बीच रखा।
आदर्श रामलीला नाटक मंडली के तरफ से उपस्थित सभी अतिथियों को रामलीला समिति के संरक्षक बजरंगलाल चौरसिया ने स्वागत किया एवं अंतिम में आभार व्यक्त किया एवं रामलीला के 104 वर्ष के सफर में शामिल हुए पूर्व एवं वर्तमान कलाकारों को याद करते हुए साधुवाद एवं नमन किया।