रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 10 जनवरी। कोरोना संक्रमण के चलते जिले में रोज दो सौ आसपास नए पॉजिटिव सामने आ रहे हैं। इसमें से अधिकांश होम आइसोलेशन में रखे जा रहे हैं। अंबेडकर समेत जिले के 4 अस्पतालों में फिलहाल डेढ़ सौ कोरोना मरीज भर्ती हैं और उनका इलाज जारी है। स्वास्थ्य अफसरों का कहना है कि जिले में कोरोना संक्रमण जारी है। मरीज बढऩे पर बंद कोरोना अस्पताल एक-एक कर फिर से चालू किए जा सकते हैं।
जिले में कोरोना का पहला केस मार्च-2020 में सामने आया था। इसके बाद यहां एक्टिव केस तेजी से बढऩे लगे थे, लेकिन नए साल में एक्टिव धीरे-धीरे कम होने लगे हैं। बुलेटिन के मुताबिक बीती रात 180 नए पॉजिटिव सामने आए, जिन्हें मिलाकर यहां कोरोना मरीजों की संख्या अब 54 हजार 232 हो गई है। दूसरी तरफ, इन सभी मरीजों में से 739 की मौत हो चुकी है। 2 हजार 289 एक्टिव हैं, जिनका अलग-अलग जगहों पर इलाज जारी है। माना जा रहा है कि बाकी भर्ती मरीज में जल्द ठीक होकर अपने घर लौट जाएंगे। 51 हजार 204 मरीज ठीक होकर अपने घर लौट गए हैं।
बताया गया कि रायपुर के अंबेडकर अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए 5 सौ बिस्तर हैं, जहां फिलहाल 103 मरीजों का इलाज जारी है। इसी तरह गुढिय़ारी के प्रयास कोरोना सेंटर में 4 सौ बिस्तर हैं, जहां 20 मरीज भर्ती हैं। लालपुर कोरोना सेंटर के सौ बिस्तर में 28 मरीज दाखिल हैं। आयुर्वेदिक कॉलेज में 4 सौ बिस्तर का इंतजाम है, लेकिन यहां फिलहाल कोई कोरोना मरीज भर्ती नहीं है। तिल्दा-धरसींवा अस्पताल में भी 50-50 बिस्तर रखे गए हैं, लेकिन यहां भी सभी बिस्तर खाली पड़े हैं। एक्टिव केस कम होने से यहां के बूढ़ापारा इंडोर स्टेडियम और अग्रसेन धाम अस्थायी कोरोना अस्पताल बंद कर दिए गए हैं।
सीएमएचओ डॉ. मीरा बघेल का कहना है कि जिले में कोरोना संक्रमण जारी है, लेकिन एक्टिव केस पहले से कम हुए हैं। अभी जिले में करीब डेढ़ हजार एक्टिव केस हैं। इसमें से अधिकांश होम आइसोलेशन में रहकर अपना इलाज करा रहे हैं। उनका कहना है कि एक्टिव केस बढऩे पर बंद कोरोना अस्पताल फिर से चालू कर यहां मरीजों की भर्ती की जा सकती है। फिलहाल यहां होम आइसोलेशन में ना रहने वाले मरीजों का एम्स, अंबेडकर अस्पताल, प्रयास और लालपुर सेंटर में इलाज जारी है। कोरोना से बचाव के लिए मास्क लगाना, सामाजिक दूरी बनाकर रखना जरूरी है।
प्रयास सेंटर के डॉक्टर-स्टाफ बिना छुट्टी ड्यूटी पर तैनात
गुढिय़ारी प्रयास कोरोना सेंटर के डॉक्टर-स्टाफ बिना छुट्टी लिए यहां नियमित कोरोना मरीजों की सेवा में लगे हैं। उनका कहना है कि प्रदेश में जब तक कोरोना रहेगा, तब तक वे सभी बिना कोई छुट्टी लिए ड्यूटी पर तैनात रहेंगे।
प्रयास सेंटर प्रभारी डॉ. नरेश साहूू का कहना है कि 4 सौ बिस्तर का उनका यह सेंटर सितंबर 2020 में चालू किया गया। 131 दिनों में यहां 720 कोरोना मरीज इलाज के लिए पहुंचे। इसमें से 7 सौ मरीज ठीक होकर अपने घर लौट गए हैं। उनका मानना है कि बाकी मरीज भी जल्द ठीक होकर अपने घर चले जाएंगे। उनका कहना है कि उनके सेंटर में अब तक किसी भी कोरोना मरीज की मौत नहीं हुई है। इतना ही नहीं, यहां के कोई स्टाफ भी कोरोना पॉजिटिव नहीं आए हैं। ऐसे में इसे जिले का सबसे बेस्ट कोरोना सेंटर माना जा रहा है। डॉ. साहू का कहना है कि यहां कोरोना मरीजों को नियमित तौर पर योगा कराया जाता है। समय-समय पर अलग-अलग कार्यक्रम रखे जाते हैं। नववर्ष अच्छे से मनाकर मिठाइयां बांटी गई। मरीजों को मानसिक-शारीरिक रूप से स्वस्थ रखने इसी तरह और भी कुछ कार्यक्रम किए जाते हैं।