कोरबा
स्वास्थ्य मंत्री ने जिला अस्पताल में नि:शुल्क डायलिसिस सेंटर का किया वर्चुअल लोकार्पण
कोरबा, 14 जनवरी। स्वास्थ्य मंत्री टी. एस. सिंहदेव ने इंदिरा गांधी जिला चिकित्सालय कोरबा में नि:शुल्क डायलिसिस सेन्टर का वर्चुअल लोकार्पण किया।
इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार प्रदेश में सबके लिए स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी तारतम्य में जिलेवासियों को नि:शुल्क डायलिसिस सेंटर की सौगात मिली है। उन्होंने कहा कि यह बहुत ही खुशी का विषय है कि हम जनता के लिए दिन-प्रतिदिन स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने की दिशा में कोशिश कर रहे हैं। डायलिसिस सेवा के शुरु हो जाने से कोरबा की जनता को अब परेशान नहीं होना पड़ेगा। हम निरंतर इस दिशा में कार्य कर रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे ताकि स्वास्थ्य सुविधाओं को और भी सुदृढ़ बनाया जा सके। जिला अस्पताल में डायलिसिस सेंटर शुरू होने से डायलिसिस की आवश्यकता वाले बीमार मरीजों को मुफ्त में डायलिसिस की सुविधा मिलेगी। जिले के बीमार मरीजों को डायलिसिस कराने दूर शहर जाने और इलाज के महंगे खर्चों से भी राहत मिलेगी।
वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से हुए इस वर्चुअल लोकार्पण के अवसर पर राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री जय सिंह अग्रवाल, महापौर नगर पालिक निगम कोरबा राज किशोर प्रसाद, सभापति नगर पालिक निगम श्याम सुंदर सोनी, डिप्टी कलेक्टर कोरबा आशीष देवांगन, सीएमएचओ डॉ बी.बी.बोडे, सिविल सर्जन डॉ. अरुण तिवारी, डीपीएम पदमाकर शिंदे, एडमिनिस्ट्रेटर डायलिसिस सेंटर जुयेल साहा सहित जिला चिकित्सालय के अन्य अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।
इस अवसर पर राजस्व मंत्री श्री अग्रवाल ने कहा कि इस डायलिसिस सेंटर से जिले वासियों को नि:शुल्क डायलिसिस कि सुविधा मिल पाएगी। पहले यह सेवा नहीं होने के कारण मरीजों को इससे लिये बाहर जाना पड़ता था और आर्थिक परेशानियों का सामना भी करना पड़ता था। जिले में डायलिसिस सेंटर होने से समय पर उपचार सुनिश्चित होने से मरीज की जान बचाई जा सकती है, साथ ही इलाज में आने वाले खर्च भी लोगों को नहीं करना पड़ेगा। राजस्व मंत्री ने डायलिसिस सेवा ले रहे मरीजों से मिलकर उनका हाल-चाल भी पूछा। उन्होंने अस्पताल की व्यवस्थाओं का अवलोकन किया तथा मरीजों को प्रदान की जा रही सेवाओं के संबंध में संतुष्टि प्रकट की।
जिला चिकित्सालय में डायलिसिस के लिए पांच मशीन लगाई गई हैं और पाँचों मशीन की सेवा मरीजों को मिलेगी। चार मशीन सामान्य मरीजों के लिये हैं और एक मशीन हेपेटाइटिस -सी के मरीजों के लिये है। सामान्यत: एक डायलिसिस प्रकिया में चार घंटे का समय लगता है और इसके लिये 130 से 140 लीटर आर.ओ. पानी की आवश्यकता पड़ती है। इसके लिये जिला अस्पताल में 750 लीटर की क्षमता वाले आर.ओ.प्लाट भी स्थापित किया गया है जिससे डायलिसिस प्रकिया में पानी की आवश्यकता को पुरा किया जा सके।
इस अवसर पर राज किशोर प्रसाद ने कहा कि डायलिसिस सेवा का कोरबा जिले में शुरु हो जाना बहुत बड़ी उपलब्धि है इससे कोरबा की जनता को अब इस सेवा के लिये भटकना नहीं पड़ेगा। डॉ. बी .बी. बोडे मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जिला कोरबा ने कहा कि जिले में स्वास्थ्य सुविधा को निरंतर बेहतर बनाये रखने की दिशा में सदा कोशिश करते रहे हैं, उसी के परिणाम स्वरुप आज जनता को शासन के माध्यम से डायलिसिस सेंटर की सुविधा भी मिल गई है।