महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 26 अप्रैल। कलेक्टर डोमन सिंह ने कल रविवार को जनपद पंचायत बसना के वीडियों कांन्फ्रेंसिंग कक्ष के माध्यम से जिले के सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, तहसीलदारए नायब तहसीलदार, मुख्य नगर पालिका अधिकारी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी, खण्ड चिकित्सा अधिकारी एवं बीपीएम की बैठक लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में कोविड.19 के लक्षण आते ही नागरिकों को दवाई किट स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं एवं मितानिनों के माध्यम से उपलब्ध कराएं। उन्होंने अधिकारियों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा कार्यकर्ता एवं मितानिनों को दी गई दवाई किट में उपलब्ध दवाईयों का भी जांच करने को कहा है तथा जिन दवाईयों की कमी हो रही हैं, उसे स्वास्थ्य विभाग के समन्वय से उपलब्ध कराने को कहा है। कोविड के लक्षण वालें व्यक्तियों का अधिक से अधिक टेस्ट करने एवं लक्षण मिलने पर उन्हें दवाईयां भी तत्काल उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि यदि रेल्वे स्टेशन एवं अंतर्राज्यीय सीमा क्षेत्र में आने वाले और क्वारंटाईन सेंटर में रहने वाले लोगों का टेस्ट अनिवार्य रूप से करें। यदि कोई व्यक्ति कोविड से संक्रमित पाया जाता है तो उसकी जानकारी निर्धारित प्रपत्र में संलग्न कर जिला कार्यालय को प्रेषित करें। प्रत्येक गांव में बाहर से आने वाले महिला एवं पुरूषों के लिए अलग.अलग क्वारंटाईन सेंटर बनाए गए हैं। जहां बाहर से आने वाले व्यक्ति निर्धारित अवधि तक ठहर रहें हैं। उनके लिए राशन इत्यादि की व्यवस्था पंचायत के माध्यम से कराएं और यह भी ध्यान रखें कि कोई भी व्यक्ति सेंटर से निर्धारित अवधि तक बाहर न निकलें। इसके लिए स्थानीय स्तर पर उनकी देख.रेख करने की व्यवस्था के लिए कर्मचारी एवं स्वयं संगठनों की मदद लें।
कलेक्टर ने कोविड के संक्रमण के प्रभाव से बचने, उचित व्यवहार अपनानें, निर्धारित गाइडलाइन का पालन करने के उपाय के लिए ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों तथा सभी क्वारेंटाईन सेंटर में नारा, स्लोगन, पेंटिंग, मुनादी, माईकिंग सहित अन्य माध्यम से प्रचार.प्रसार कराने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को ध्यान में रखते हुए ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में छोटे.छोट कंटेनमेंट जोन बनाने की तैयारी रखें। सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में गम्भीर मरीजों के लिए आक्सीजन सिलेण्डर 24 घण्टे बैकअप प्लान के साथ ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन के साथ रखें। जिले में होम आईसोलेशन में रह रहें मरीजों के मकानों में स्टीकर लगवाएं तथा बनाए गए कंट्रोल रूम से उनके स्वास्थ्य के बारें में लगातार जानकारी लेते रहें। कोविड.19 से किसी व्यक्ति की मृत्यु होती है तो डेथ बॉडी के निर्धारित प्रोटोकॉल का पालन करते हुए उनका अंतिम संस्कार कराएं। सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में बिजली बैकअप, थ्री फेज कनेक्शन, जनरेटर, इन्वर्टर, फायर फाईटिंग की व्यवस्था अनिवार्य रूप से कराएं। द्वितीय चरण के टीकाकरण के लिए लोगों को अधिक से अधिक प्रेरित करें।