कोरिया

कैंसर सर्वाइवर को वैक्सीन लगवाने के लिए बाध्य करने का आरोप
13-May-2021 5:14 PM
कैंसर सर्वाइवर को वैक्सीन लगवाने के लिए बाध्य करने का आरोप

थाने में 4 घंटे बिठाए रखा और रात में जुर्माना लगाकर छोड़ दिया, विरोध में सडक़ पर बहाया दूध, माफी मांगने की मांग 

 ‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता 
बैकुंठपुर, 13 मई।
कोरिया जिले के भरतपुर में कोरोना संक्रमण रोकने में लगे राजस्व अधिकारी पर कल एक कैंसर सर्वाइवर को वैक्सीन लगवाने के लिए बाध्य करने का आरोप लगा है। आरोप यह भी है कि उसने कई बार समझाने की कोशिश की कि चिकित्सक से बात करने की कोशिश की जा रही है, उनसे पूछने के उपरांत ही वो वैक्सीन लगा पाएगा, उसकी एक नहीं सुनी, उसे थाने में 4 घंटे बिठाए रखा और फिर रात में 500 रू का जुर्माना लगाकर छोड़ दिया, इस दौरान उसके पास रखा दूध खराब हो गया और उसे वो सडक़ पर बहा कर अपना विरोध प्रकट किया। रात में पीडि़त के पिता ने राजस्व के अधिकारी को बकायदा पूरा विवरण देते हुए उनसे माफी मांगने की मांग की। 

भरतपुर एसडीएम आरपी चौहान ने  ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि दूध बांटने का समय सुबह 6  से 9 और शाम को 5 से साढ़े 6 बजे है। कल शाम साढ़े 6 बजे के बाद युवक शहर में दूध लेकर आता दिखा। उसे हमारी टीम ने वैक्सीनेशन के बारे में पूछा। जिस पर उसने वैक्सीनेशन नहीं करानी की बात कही। उसने परिवार के अन्य सदस्यों के टीका लगाने की बात कही। तथा कुछ दिन गुजर जाने के बाद खुद भी टीका लगवाने की बात कही। उसकी बाइक गुजरात का होना दिखने पर उसने सभी कागजात होना बताया। उसने टीआई से वेरिफाई भी कराने की बात कही। जिस पर उसने एक सिपाही के साथ थाने भेजा गया। जहां पर उसने ड्राइविंग लाइसेंस नहीं होना बताया और बाकी कागजात घर में होना बताया। परिवार के लोगों के द्वारा एसडीएम से संपर्क कर बताया कि आज कागजात लेकर नहीं पहुंच रहे हैं।  कल दिखा देंगे। कागजात खोजने पर भी नहीं मिला। इस बात से उसने टीआई को भी अवगत करा दिया। जिस पर टीआई को उसे घर जाने के लिए कह दिया। ड्राइविंग लाइसेंस नहीं होने के कारण उस पर 5 सौ रुपये जुर्माना लगाया गया। वैक्सीनेशन के लिए बाध्यता का आरोप गलत है। उन्होंने यह भी कहा कि कलेक्टर का आदेश है कि होम डिलीवरी करने वालों के लिए वैक्शीनेशन अनिवार्य है। एसडीएम ने यह भी बताया कि गुरुवार दोपहर साढ़े 3 बजे तक भी गाड़ी के कागजात टीआई को नहीं दिखाया गया। 

इस संबंध में कैंसर सर्वाइवर के पिता रमाशंकर मिश्रा का कहना है कि कोविड गाईडलाइन के अनुसार गंभीर बीमारियों के मरीजों को चिकित्सक की सलाह पर ही वैक्सीन लगाई जानी है, परन्तु भरतपुर एसडीएम के द्वारा वैक्सीन लगाने के लिए बाध्य किया गया, मना  करने पर उनके पुत्र को 4 घंटे थाने में बिठाए रखा गया, उसके बाद 500 का जुर्माना लगाकर छोड़ा गया, उसके पास रखा पूरा दूध खराब हो गया। जबकि कुछ दिन पूर्व इसी तरह हम दूध वालों को पकड़-पकड़ कर हमारा कोविड टेस्ट भी करवाया गया था।

जानकारी के अनुसार कोरिया जिले के भरतपुर एसडीएम इन दिनों पूरे भरतपुर से कोरोना मुक्त करने के अभियान में जुटे हुए है, उनके इस प्रयास की पूरा जनकपुर प्रशंसा कर रहा है, और जनप्रतिनिधि को उनके यहां पदस्थ रखने के लिए आभार जता रहा है, वहीं बुधवार की शाम देवगढ़ निवासी रमाशंकर मिश्रा जो जनकपुर में जननी डेयरी के नाम से दूध का व्यवसाय करते हैं। कंटेनमेंट जोन के नियमों को पालन करते हुए उनके 21 वर्षीय पुत्र को घरों में दूध वितरण करने के लिए भेजा। शाम 5 बजकर 30 मिनट का समय था, एसडीएम आने जाने वालों की हर दिन की तरह जांच कर रहे थे। 

श्री मिश्रा बताते हैं कि एसडीएम ने उनके पुत्र के द्वारा दूध वितरण के समय खड़ा करा लिया गया और उससे पूछा गया कि उसने कोविड वैक्सीन लगाई है या नहीं, जबकि उनके पुत्र ने स्पष्ट रूप से बताया कि वह कैंसर सर्वाइवर है एवं डब्ल्यूएचओ की गाइड लाइन के अनुसार किसी भी गंभीर बीमारी से पीडि़त व्यक्ति को बिना डॉक्टर की सलाह के कोविड वैक्सीन नहीं लगानी है। साथ ही किसी को जबरन वैक्सीन लगाए जाने के लिए बाध्य नहीं किया जाना है। लेकिन विनम्रता पूर्वक बात करने के पश्चात भी उन्होंने उनके पुत्र को दूध सहित थाने भिजवा दिया व थाने में चार घंटे तक उनके आदेशानुसार बैठाए रखा गया बाद में 500रू जुर्माना आरोपित किया गया।

दूध डेयरी संचालक मिश्रा ने रात में एसडीएम के व्हाट्सअप पर एक आवेदन बनाकर पोस्ट किया। उसमें उन्होंने लिखा कि आपके इस कृत्य से मेरे बेटे के दिमाग में सरकार के प्रति गलत, हीन भावना ग्रसित कर गई है। साथ ही अधिकारी के कारण उनका 50 लीटर दूध वितरण ना हो पाने के कारण खराब हुआ है। वे एसडीएम के इस कृत्य का घोर विरोध करते हूं एवं विरोध स्वरूप संपूर्ण दुग्ध उत्पादन को सडक़ पर एसडीएम के घर के सामने बहाकर विरोध प्रदर्शित करूंगा।

उन्होंने चेतावनी देते हुए लिखा कि यदि उनके  द्वारा इसी तरह का कृत्य जारी रहा तो वे सभी दुग्ध उत्पादक व्यवसाईयों को मिलकर एसडीएम के खिलाफ प्रदर्शन को बाध्य होना पड़ेगा जिसमें कॉविड के नियमों को पालन नहीं किया जा सकेगा, जिसकी संपूर्ण जवाबदारी आपकी होगी। उन्होंने उनके कृत्य की माफी मांगने ओर भविष्य में ऐसी कोई घटना न घटित हो इसके लिए सभी को आश्वस्त भी करें

शराब बेचे सही दूध न बेचे कोई
भाजपा के युवा मोर्चा के वरिष्ठ नेता शारदा प्रसाद गुप्ता ने भरतपुर में दूध व्यवसायी के कैंसर सर्वाइवर पुत्र के लिए हुए घटना की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि सरकार शराब घर-घर पहुंचाए वो जायज है, और यदि दूध घर-घर जाकर बेचा जा रहा है, वो अपराध हो गया, इस तरह किसी को बाध्य कर वैक्सीन लगवाना मानवता को शर्मशार करने वाला वाक्या है, वीडियो देख कर मुझे बेहद दुख हुआ।

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