जशपुर

बच्ची की हत्या का आरोपी बंदी
26-Jun-2021 7:38 PM
बच्ची की हत्या का आरोपी बंदी

साल भर पहले लापता हुई थी, 19 जून को तालाब में मिला था कंकाल

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता 

पत्थलगांव, 26 जून। साल भर से गुम 4 साल की बच्ची का कंकाल 19 जून को तालाब में मिला था। आज पुलिस ने उसकी हत्या करने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है।

ज्ञात हो कि पत्थलगांव में 1 साल पूर्व महादेवटिकरा से रुचिका भारद्वाज नामक बालिका लापता हो गई थी, जिसकी तलाश में जिले की पुलिस लगी हुई थी। गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने गुम बच्ची को ढूंढने के लिए पुलिस विभाग को निर्देशित किया था। जिसके बाद सरगुजा आईजी रतनलाल डांगी स्वयं घटनास्थल पर पहुंचकर बारीकियों से मामले की जांच पड़ताल के लिए निर्देशित करते हुए कई टीमों का गठन किया था, किंतु पुलिस के हाथ कोई भी पुख्ता सुराग हासिल नहीं हुआ था। अचानक 1 साल बाद पतरापाली जूनापारा तलाब के पास एक कंकाल मिला जिसको रुचिका के परिजनों ने मौके पर जाकर अपनी बच्ची के कंकाल होने की जानकारी दी, जिसके बाद पुलिस ने कंकाल को जब्त करते हुए मामले की पुन: सूक्ष्मता से जांच की एवं कंकाल को डीएनए टेस्ट के लिए भेजा, वहीं पुलिस ने महादेव टिकरा के अमित कुर्रे (22) पर संदेह जताते हुए पुलिस हिरासत में लिया।

उसने अपराध कबूल करते हुए हत्या करना कबूला। अमित कुर्रे ने बताया कि घटना वाले दिन रुचिका भारद्वाज उसके टेलर वाली दुकान पर आई थी, जहां वह दरवाजे से जोरदार टकरा गई, जिसके बाद वह वहीं बेहोश हो गई। बेहोश होने के बाद अमित कुर्रे काफी डर गया एवं बच्ची को झोले में भरकर पैदल ही खेत के रास्ते से जूना पारा के तालाब में फेंक आया। शाम होते ही जब बच्ची के परिजन पत्थलगांव से लौटे तो तलाश चालू हुई किंतु ढूंढने से पूर्व ही अमित ने बच्ची की हत्या कर दी थी। 

साल भर से पुलिस बच्ची को ढूंढने का प्रयास करती रही किंतु अमित कुर्रे सब माजरा को आंखों से देखता रहा। आखिर उसकी होशियारी काम नहीं आई एवं पुलिस के आगे पूछताछ में आखिरकार टूट कर अपना गुनाह कबूल किया। आरोपी को धारा 302, 201 के तहत गिरफ्तार कर जेल की सलाखों के पीछे भेजा। मामले को सुलझाने में पत्थलगांव डीएसपी योगेश देवांगन थाना प्रभारी संतलाल आयाम आरक्षक नसरुद्दीन अंसारी सहित सभी ने काफी मेहनत की।

एसपी बालाजी सोमावार ने बताया कि डायटम टेस्ट के बाद ही पता चल पाएगा कि बच्ची को जिंदा झोले में भर कर फेंका गया या मौत होने के बाद उसे फेंका गया है। अभी इस मामले में परिजनों का डीएनए टेस्ट व ब्रेन मैपिंग टेस्ट भी किया जाएगा, जिससे मामले से और भी साफ हो सकेंगे। अभी और भी जांच जारी है। पूर्व में आईजी रतनलाल डांगी ने 10,000 रु. ईनाम देने की घोषणा की थी और मेरे द्वारा भी पुलिस टीम को 5 हजार रु.का ईनाम दिया जायेगा। काफी मेहनत के बाद रुचिका मामले में हम हत्यारे तक पहुंच कर उसे पकड़ पाए हंै, जो रुचिका मामले में पूरी पुलिस टीम के तरफ से श्रद्धांजलि है।

 

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