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अमेरिका के कैलिफोर्निया में 18 जून से शुरू हो रहा कांटेस्ट
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 14 जून। ब्यूटी कांटेस्ट में अब छत्तीसगढ़ राज्य का जलवा देश-विदेश में सिर चढक़र बोल रहा है। इसमें दुर्ग शहर की बेटी जूही व्यास की प्रतिभा का अहम रोल है। पहले मिसेज इंडिया-2022 का रनरअप और मिसेज इंडिया ग्लोब-2023 का ताज अपने नाम करने के बदौलत जूही व्यास का अब अमेरिका के कैलिफोर्निया शहर में 18 जून से आयोजित होने वाले मिसेज ग्लोब ब्यूटी कांटेस्ट के लिए चयन किया गया है। यह विश्व स्तरीय ब्यूटी कांटेस्ट का पिछले 26 वर्षो से आयोजन हो रहा है, लेकिन कोई भी भारतीय अब तक इस कांटेस्ट के मापदंड में खरा नही उतर पाया था। जूही व्यास पहली एैसी भारतीय महिला है, जो इस विश्व स्तरीय मिसेज ग्लोब कांटेस्ट में भारत का प्रतिनिधित्व कर छत्तीसगढ़ व दुर्ग का नाम विश्व पटल पर रोशन करेगी। मिसेज ग्लोब कांटेस्ट में विश्व के 80 देशो के प्रतिभागी हिस्सा लेगें।
इस कांटेस्ट का ताज अपने नाम करने में बड़ी चुनौतियां सामने आती हैं। जिसके हर चुनौतियों के लिए छत्तीसगढ़ की बेटी जूही व्यास पूरी तरह तैयार है। इस कांटेस्ट में शामिल होने जूही व्यास जल्द ही अमेरिका के कैलिफोर्निया शहर के लिए रवाना होगी। कांटेस्ट का प्रारंभिक चरण 18 जून से शुरू होगा। 24 जून को अंतिम पड़ाव फिनाले मेें वे अपनी पूरी प्रतिभा व क्षमता के साथ उतरेगी।
विश्व स्तरीय मिसेज ग्लोब कांटेस्ट में भारत का प्रतिनिधि करने वाली पहली महिला एवं छत्तीसगढ़ के दुर्ग शहर की बेटी जूही व्यास मंगलवार को मीडिया से रूबरू हुई। इस दौरान उन्होंने विश्व स्तरीय प्रतियोगिता में अपनी तैयारियों व अपने अनुभव साझा किए। मिसेज इंडिया ग्लोब व मिसेज इंडिया रनरअप जूही व्यास ने चर्चा में कहा कि मिसेज ग्लोब कांटेस्ट में चयन होना मेरे लिए ही नहीं वरन देश व प्रदेश के लिए बड़े गर्व का विषय है। कांटेस्ट में बहुत सारी चुनौतियों आएंगी। जिनका में अपनी पूरी क्षमता के साथ सामना कर भारत का नाम विश्व पटल पर रोशन करूंगी।
उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि छोटे शहर के प्रतिभागियों का ब्यूटी कांटेस्ट में जाना किसी बड़ी मुश्किल से कम नहीं होता है। देश-विदेश के लोग छत्तीसगढ़ का नाम सुनते है, तो उनके जहन में बस्तर का नाम आता है, तब उन्हें बताना पडता है कि हम उस छत्तीसगढ़ राज्य के भिलाई शहर के है, जहां से देश व विदेश में लोहा की सप्लाई होती हैं।
दुर्ग-भिलाई के लोगो में टेलेंट की कमी नहीं है। बस उनके प्रतिभाओं को निखारने की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी कहा कि ब्यूटी कांटेस्ट के क्षेत्र में जाने वाले लोगों के लिए वे जल्द ही अकेडमी की स्थापना करेगी और उनकी हर संभव मदद करेगी।
एक सवाल के जवाब में जूही व्यास ने कहा कि छत्तीसगढ़ में मिस, मिसेज व मिस्टर कांटेस्ट का आयोजन आयोजको के लिए पैसे कमाने का जरिया बन गया हैं। ऐसे आयोजन होते है, लेकिन प्रतिभागी को सही प्लेटफार्म नही मिलने से वे आगे नहीं बढ़ पाते है। इसलिए ऐसेे आयोजनों से प्रतिभागियों को जागरूक रहने की आवश्यकता है।
जूही व्यास ने बताया कि वह दुर्ग शहर में पली बढ़ी हैं। डीपीएस स्कूल से प्रारंभिक शिक्षा ग्रहण की हूं। साफ्ट इंजीनियर होने के बावजूद मैने ब्यूटी कांटेस्ट का क्षेत्र चुना हैं। क्योकि मेरी मम्मी ब्यूटी पार्लर का संचालन करती थी। इसलिए बचपन से मेरा रूझान ब्यूटी कांटेस्ट क्षेत्र से रहा है। शादी को मेरे 10 वर्ष हो गए है। दो बच्चे भी है। उनका आदर्शनगर मयका और शिक्षक नगर ससुराल हैं। ब्यूटी कांटेस्ट में भाग लेने के अलावा वे पिछले 10 वर्षो से इंदिरा मार्केट में जूही ब्यूटी पार्लर का संचालन कर रही हैं।
जूही व्यास ने कहा कि एक शादीशुदा महिला को घर परिवार व बाहर के कार्यों में समन्वय बनाने में बड़ी मुश्किलों का सामना करना पडता है। 30 प्रतिशत महिलाएं तो शादी के बाद ही अपनी जॉब छोड़ देती है, लेकिन मेरे परिवार ने मुझे हर परिस्थिति में सपोर्ट किया हैं। जिसकी वजह से आज में इन उपलब्धियों को हासिल कर पाई हूं। मीडिया से चर्चा के दौरान जूही व्यास के साथ उनके पति शांतनु व्यास भी मौजूद थे।
बालश्रम उन्मूलन के लिए सामाजिक सुरक्षा को सुगम बनाना आवश्यक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
उतई, 14 जून। श्रम विभाग छत्तीसगढ़ राज्य शासन, यूनिसेफ, आईएलओ और समर्थन ने संयक्त तत्वाधान में बाल श्रम उन्मूलन और इससे जुड़े प्रभावितों के लिए एक राज्य स्तरीय परामर्श कार्यकम का आयोजन किया गया।
इस परामर्श सत्र का मुख्य उद्देश्य, उन सब सरकारी विभागों, गैर सरकारी संस्थाएं और प्रभावितों को एक ऐसा एकल मंच प्रदान करना था, जहां से इस मुद्दे के पर एक संयुक्त सार्थक चर्चा क्रियान्वित हो सके। एस एल जांगड़े अतिरिक्त श्रम आयुक्त ने इस संयुक्त प्रयास के संदर्भ में अपनी बात रखते इस बात पर जोर दिया कि इस समस्या के समाधान के लिए सभी संबंधित संबंधित विभागों का संयुक्त प्रयास आवश्यक है, और साथ ही इस चुनौती से निपटने की लिए सतत निगरानी की आवश्यकता है। अभिषेक सिंह, एसेसबीसी विशेषज्ञ यूनिसेफ ने इस विषय पर अपनी बात रखते हुए कहा कि न केवल सम्बंधित समुदायों को और ज्यादा संवेदनशील बनाने की आवश्यकता है, बल्कि विधि-प्रवर्तन विभागों को भी इस समस्या से निपटने के लिए आवश्यक सहयोग प्रदान किये जाने की आवश्यकता है।
योगेश कुमार, निदेशक समर्थन ने, इस विषय पर इनके संस्था द्वारा किये गए प्रयासों को सामने रखते हुए कहा कि अगर बाल श्रम की समस्या की सुलझाना है तो हमे इससे जुड़ी मूलभूत समस्याओं को समझने और सुलझाने की जरूरत है।
अतिरिक्त श्रम आयुक्त सविता मिश्रा ने बताया कि बालश्रम की समस्या में गरीबी, अशिक्षा, नशा और पलायन जैसे गंभीर विषय भी इसके कुछ मुख्य कारण है, जिन पर गहराई से कार्य करने की जरुरत है। सचिव एवं आयुक्त, श्रम विभाग अमृत कुमार खालको ने विभाग कर द्वारा बाल श्रम उन्मूलन के लिए विभिन योजनाएं के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी। साथी उन्होंने राज्य शासन के बॉलश्रम उन्मूलन नीति और प्रयासों के बारे में भी बताया। पूर्व मुख्य सचिव एस के मिश्र ने इस बात पर जोर दिया कि विभागों के बीच मे समुचित तालमेल और बेहतर समन्यव की आवश्यकता है और उन्होंने विभागों के बीच समन्वय के दौरान होने वाली समस्याओं के बारे में भी उल्लेख किया।
प्रोफेसर अमिताभ कुंडू, जेएनयू ने अपने उद्बोधन में, बालश्रम के राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संबंधों, गरीबी के विभन्न आयाम जो इसके स्रोत हो सकते है इस बारे में विस्तृत चर्चा की।
साथ ही उन्होंने, कौशल विकास और क्षेत्र आधारित कारक और निदान पर जोर दिया। एससीपीसीआर अध्यक्ष तेजकुंवर नेताम ने विभिन्न क्षेत्रों में बालश्रम जैसे भीख मांगना और खदानों में इस समस्या को दूर करने के लिए किए जा रहे प्रयासों की विस्तृत जानकारी दी। साथ ही उन्होंने इन प्रयासों के दौरान होने वाली समस्याओं को भी रेखांकित करते हुए कहा कि इस से बाहर आने के लिए न केवल संयुक्त प्रयासों की जरूरत है बल्कि पलको और समाज की भूमिका और उनके कत्र्तव्यों के बारे में चर्चा की।
भिलाई नगर, 14 जून। स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूल में संविदा नियुक्ति (सहायक शिक्षक, व्याख्याता एवं शिक्षक) पद हेतु प्राप्त दावा आपत्ति उपरांत पात्र एवं अपात्र आवेदकों की अंतिम सूची प्रकाशित कर दी गई है।
सूची में पात्र अभ्यर्थी को मेरिट के आधार पर चयन कर साक्षात्कार हेतु 15 एवं 16 जून को आमंत्रित किया गया है। 15 जून को सहायक शिक्षक एवं शिक्षक- हिन्दी/संस्कृत, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान, कला तथा 16 जून को व्याख्याता हिन्दी, संस्कृत, अंग्रेजी, गणित, रसायन, भौतिक, जीव विज्ञान, वाणिज्य, सा. विज्ञान का साक्षात्कार लिया जाएगा। जिसकी सूचना पृथक से वेबसाइट पर प्रकाशित की गई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 13 जून। प्रदेश के महाविद्यालयों में विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेशित व नियमित रूप से अध्ययनरत विद्यार्थी अब पं. सुन्दर लाल शर्मा (मुक्त) विश्वविद्यालय से दूसरी अतिरिक्त डिग्री या डिप्लोमा अपने नियमित अध्ययन के साथ ले सकेंगे। अन्य विश्वविद्यालयों से मुक्त विश्वविद्यालय में लेटरल एन्ट्री से उन्हें प्रवेश भी मिल सकेगा तथा अन्य विश्वविद्यालय से अर्जित क्रेडिट अंक मुक्त विश्वविद्यालय के डिप्लोमा या डिग्री प्रदान करने के लिए मान्य होंगे।
ज्ञात हो कि पं. सुन्दर लाल शर्मा (मुक्त) विश्वविद्यालय छत्तीसगढ़ के कुलपति डॉ. बीजी सिंह ने उक्त जानकारी क्षेत्रीय केन्द्र दुर्ग द्वारा शासकीय वीवायटी स्नातकोत्तर महाविद्यालय दुर्ग के सहयोग से आयोजित क्षमता विकास कार्यशाला में प्रतिभागियों को दी।
कुलपति डॉ. सिंह ने नेक द्वारा विश्वविद्यालय को दिए गए ‘ए प्लस’ ग्रेड के परिप्रेक्ष्य में मुक्त विश्वविद्यालय से जुडे सभी कर्मियों, अधिकारियों व संस्थाओं को बधाई देते हुए उनके सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया हैढ्ढ अध्ययन केन्द्रवार नामांकन तथा समस्याओं की समीक्षा करते हुए उन्होंने अध्ययन केन्द्रों की सहमति से अगले सत्र के लिए प्रवेश के केन्द्रवार लक्ष्य का निर्धारण भी किया।
पं. सुन्दर लाल शर्मा (मुक्त) विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय केन्द्र, दुर्ग अंतर्गत अध्ययन केन्द्र में पदस्थ सहायक समन्वयक, जिला समन्वयक, समन्वयन सहायक और सहायकों के लिए आयोजित क्षमता विकास कार्यशाला में शासकीय वीवायटी स्नातकोत्तर महाविद्यालय दुर्ग के प्राचार्य डॉ. आरएन सिंह ने अतिथियों व प्रतिभागियों का स्वागत किया।
विश्वविद्यालय मुख्यालय से आए प्रबंधन विभाग के प्रमुख डॉ. पुष्कर दुबे ने क्षेत्रीय सेवा प्रभाग के कार्यो को बताते हुए ‘ए प्लस’ ग्रेड के अनुरूप क्षेत्रीय व अध्ययन केन्द्रों के व्यवस्थापन व दस्तावेजीकरण पर प्रकाश डाला। क्षेत्रीय केन्द्र दुर्ग के क्षेत्रीय समन्वयक डॉ. डीएन शर्मा ने दूरस्थ शिक्षा में अध्ययन केन्द्रों की भूमिका तथा इन अध्ययन केन्द्रों में पदस्थ अधिकारियों व कर्मियों के दायित्वों पर चर्चा की ढ्ढ कार्यक्रम का संचालन सहायक कार्यक्रम समन्वयक श्रीमती नीलम सिंह ने किया।
कार्यशाला में डॉ. पन्नालाल यादव, डॉ. अनूपमा अस्थाना, डॉ. जगजीत कौर सलूजा, डॉ. अभिनेष सुराना व अन्य परामर्शदाता भी उपस्थित रहे। क्षेत्रीय केन्द्र, दुर्ग के समन्वक सहायक शिवचरण साहू, सुषमा पटेल, मो.साहिर तथा उमेश आँचला का विशेष सहयोग रहा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 14 जून। पोलसाय पारा तालाब जोकि शहर के बीचो बीच स्थिति है, जिसकी दायनीय स्तिथि को लेकर युवा मोर्चा प्रदेश सह कोषाध्यक्ष नितेश साहू ने निगम प्रशासन व महापौर पर अनदेखी का पर आरोप लगाते हुए दुर्ग निगम आयुक्त को ज्ञापन सौंप आंदोलन की चेतावनी देते हुए कहा कि पोलसाय तालाब आज निगम की उदासीनता के कारण बद से बदतर स्थिति में है।
तालाब जलकुंभी उसे पटा हुआ है और तालाब के चारों ओर सिर्फ गंदगी का आलम है तालाब के पानी से अब बदबू भी आना शुरू हो गया है जिससे महामारी फैलाने का भी खतरा है। इस विषय को लेकर युवा मोर्चा ने पहले भी महापौर को अवगत कराया जा चुका है, पर तालाब की स्थिति और बुरी हो गई पर महापौर को आम जन की तकलीफ से कोई मतलब नहीं है। यही हाल दुर्ग विधायक अरुण वोरा का है। लगातार यहाँ से गुजरने के बाद भी इस तालाब की स्थिति को नहीं देख पा रहे है पूरे दुर्ग के तलाबों की स्तिथि यहीं है, और जल्द ही मानसून भी आने वाला है फिर मानसून का बहाना लेकर निगम टाल मटोल करेगी।
युवाओं ने 15 दिन में साफ सफाई नहीं होने की स्थिति में आंदोलन कर निगम के घेराव की चेतावनी दी हैं। ज्ञापन सौंपने वालों में प्रमुख रूप से नितेश साहू, चंद्रकांत साहू, लवकुश ताम्रकार, सुधीर बोयर, पीयूष मालवीय, सुधाकर बनवासी, मंगल राजपूत, देवेंद्र टंडन, पप्पू यादव, पप्पू देवांगन, निरंजन दुबे, समीर कौशल, मिंकु तम्रकार, शुभम कोंबे, विक्की सोनी, कमल सूर्या, अजय साहू, सोनू ख़ान, गोलू ठाकुर, जनार्दन पांडेय, मोहित जैन, मोहित ताम्रकार, अरविंद राज, श्यामकुँवर, ललित यादव, घनश्याम कंदरा, तुषार राजपूत, तिलक यादव, रवि कुमार, सन्नी सारथी, प्रकाश सारथी, मोंटी सरदार एवं समीर सहित अनेक युवा उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 14 जून। जिला एवं सत्र न्यायाधीश, दुर्ग नीता यादव के विशेष मार्गदर्शन व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव आशीष डहरिया के निर्देशन में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण दुर्ग के पैरालीगल वालिन्टियर्स द्वारा 12 जून 2023 को विश्व बालश्रम निषेध दिवस के अवसर पर जिले में विभिन्न स्थलों यथा सामाजिक स्थल, दुकानों व ऐसे संस्थान जहां अल्पव्यस्क बच्चों से काम लिया जा रहा है, में जाकर दुकान संचालकों व फैक्ट्री संचालकों से बालश्रम नहीं करवाने के संबंध में वचन पत्र भरवाया गया।
संविधान में बच्चों को प्राप्त अधिकारों तथा बालश्रम निषेध संबंधी कानूनों की विस्तृत जानकारी प्रदान करते हुए 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों से काम लेने से मना किया गया। साथ ही बालश्रम के संबंध में चेतावनी संबंधी पॉम्प्लेट्स भी वितरित किये गए तथा संविधान में उल्लेखित अनुच्छेद 23 व अनुच्छेद 24 में वर्णित बालश्रम प्रतिषेध तथा बलात्श्रम प्रतिबंध व बच्चों के लिये आवश्यक शिक्षा के मौलिक अधिकार के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की गई और कही भी 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों से काम लिया जाता दिखाई देने पर नजदीकी पूलिस थाने से सूचित करनूे हेतु प्रतिबद्ध किया गया। बालकों के संबंध में राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण व राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण बिलासपुर द्वारा राज्य शासन के सहयोग व समन्वय से बुलाए जा रहे विभिन्न अभियानों के संबंध में जानकारी प्रदान की गई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 14 जून। दुर्ग जैन समाज के प्रमुख परिवार एवं श्रमण संघ दुर्ग के आधार स्तंभ श्री सुगन चंद जी संचेती की पौत्री एवं विजय विधि संचेती की बंटी रिशिता संचेती ने भागीरथी महोत्सव में प्रथम स्थान प्राप्त कर सदा शहर एवं जैन समाज का नाम रोशन किया है।
दुर्ग शहर की बेटी कुमारी रिशिता संचेती ने उत्तराखंड हरिद्वार में 8 जून से 11 जून तक आयोजित कृष्ण प्रिया कथक केंद्र हरिद्वार के बैनर तले आयोजित भागीरथी महोत्सव में देश भर के विभिन्न राज्यों से प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया जिसमें कुमारी रिशिता को भागीरथी महोत्सव में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ।
श्रमण संघ परिवार के अध्यक्ष धर्मचंद लोढ़ा मंत्री बंटी संचेती निर्मल बाफना सुरेश लूनिया प्रेम चौरडिया विजय कर्णावट अमीत बाधमार ने रिशिता को बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की इसके पूर्व भी नृत्य एवं डांस की प्रतियोगिता में रिशिता को अनेक पुरस्कार मिल चुके हैं।
दो दिन में हुए 4 वार्डों में 75 लाख से डामरीकरण कार्य पूर्ण
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 14 जून। वरिष्ठ कांग्रेस विधायक व राज्य भंडारगृह निगम के अध्यक्ष अरुण वोरा की पहल पर वार्डों के आंतरिक विकास को गति मिली है। 10 करोड़ से अधिक की लागत से स्वीकृत डामरीकरण के कार्यों में दो दिन में ही 4 वार्डों के मुख्य मार्गों का 75 लाख की लागत से डामरीकरण किया गया है। जिनमें वार्ड 49 विद्युत नगर की विभिन्न सडक़ों का 15 लाख, वार्ड 51 विराट नगर में 19.40 लाख वार्ड 50 बोरसी भाठा में 15 लाख एव वार्ड 53 में बहुप्रतीक्षित सडक़ नंबर 4 का 13.88 लाख से किया जाने वाला डामरीकरण कार्य शामिल है।
विधायक वोरा ने निर्माण कार्य के निरीक्षण के दौरान गुणवत्ता एवं समय सीमा का विशेष ध्यान रखने के निर्देश देते हुए कहा कि शहर के 60 वार्डों में बिना भेदभाव के लगातार विकास कार्य कराए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देशानुसार 10 करोड़ की स्वीकृति सडक़ संधारण के लिए अलग से प्राप्त हुई है साथ ही 15वें वित्त एवं अधोसंरचना मद से लगभग 20 करोड़ वार्डों की जनता की भावना के अनुरूप सडक़ नालो के निर्माण हेतु खर्च किए जा रहे हैं। जल्द ही दुर्ग शहरी क्षेत्र में सभी वार्ड में जर्जर सडक़ों का उन्नयन कार्य सम्पूर्ण हो जाएगा।
पांच प्रमुख तालाबों के संवर्धन का गुरुवार को होगा भूमिपूजन
जल संवर्धन एवं निस्तारी के लिए गुरुवार को लगभग 3 करोड़ की लागत से 5 प्रमुख तालाबों के सौंदर्यीकरण एवं उन्नयन कार्य का भूमिपूजन कर कार्य प्रारंभ कराया जाएगा। विधायक वोरा ने बताया कि शहर के 8 शासकीय तालाबों के सौंदर्यीकरण के लिए शासन से राशि लाई गई है जिनका बड़े तरिया कुम्हारी की तर्ज पर उन्नयन करवाया जाएगा।
लिखा-कोई जबरदस्ती प्रवेश करेगा तो होगी पुलिसिया कार्रवाई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 14 जून। भिलाई नगर निगम के राधिका नगर वार्ड में स्थित बाल उद्यान के गेट पर ताला जडऩे और नोटिस चस्पा कर गार्डन में प्रवेश रोकने का मामला गरमा गया है। पार्षद के इस कार्य को अधिकार क्षेत्र से बाहर बताते हुए मामले की शिकायत भिलाई निगम आयुक्त और सुपेला थाना में की गई है।
भिलाई नगर निगम के आयुक्त आशीष देवांगन ने बताया कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। वो जोन आयुक्त से जानकारी लेंगे, यदि ऐसा है तो इसकी जांच कराई जाएगी और उसके बाद ही मामले में कुछ कहा जा सकता है।
ज्ञात हो कि राधिका नगर के इस गार्डन में कांग्रेस पार्षद और एमआईसी मेंबर आदित्य सिंह ने कुछ लोगों के विवाद को कारण बताते हुए ताला लगा दिया है। उन्होंने गार्डन के गेट पर बाकायदा अपना एक नोटिस भी चस्पा किया है। निगम के नेता प्रतिपक्ष भोजराज भोजू ने पार्षद के इस कृत्य को गलत बताया है।
यह पूरा विवाद दो दिन पहले शुरू हुआ, जब पार्षद आदित्य सिंह ने वार्ड-7 राधिका नगर स्थित एक गार्डन में ताला लगाकर उसे सील कर दिया। इसके चलते लोग गार्डन में नहीं जा पा रहे हैं और उनमें आक्रोश पनप रहा है। अचानक गार्डन के पास रहने वाले एक व्यक्ति ने इसका विरोध किया। इसके बाद पार्षद आदित्य सिंह ने गार्डन के मुख्य द्वार पर नोटिस चस्पा करके वहां ताला लगा दिया है।
शिकायतकर्ताओं का कहना है कि पार्षद के द्वारा एक पक्षीय कार्रवाई की जा रही है। जब गार्डन जंगल झाड़ी से अटा पड़ा था, तब वहां कोई नहीं आया। जब उन लोगों ने खुद वहां की सफाई कर उसे सुव्यवस्थित कर दिया तो अब उन्हीं लोगों को गार्डन में जाने से रोका जा रहा है। इसे लेकर वार्ड के लोगों ने निगम आयुक्त से शिकायत की है।
पार्षद अदित्य सिंह की इस कार्रवाई को एक पक्षीय बताते हुए युवा शक्ति संगठन राधिका नगर भिलाई के मदन सेन, विक्रम प्रसाद, रोहित निर्मलकर, विकास पांडेय, दुर्गा प्रसाद पांडेय, पीसी साहू, चन्द्र कुमार साहू, कुन्ते लाल साहू, चन्द्रेश साहू, अशोक रुसिया, विरेन्द्र साहू और कमलेश देवांगन ने विरोध जताते हुए निगम आयुक्त को हस्ताक्षरयुक्त ज्ञापन सौंपने के बाद मामले की सुपेला थाने में शिकायत की है।
गौरतलब हो कि पार्षद ने चस्पा नोटिस में लिखा है कि राधिका बाल उद्यान में विगत कुछ महीनों से आपसी विवाद तथा तनाव की स्थिति बनी हुई है। बार-बार शिकायत प्राप्त होने के कारण उक्त उद्यान को कुछ समय के लिए अस्थाई रूप से निगम प्रशासन को सूचित कर ताला बंद किया जा रहा है। विवाद निराकरण तक गार्डन की चाबी नगर निगम पार्षद कार्यालय में रखी जाएगी। इसे आवश्यकता अनुसार सफाई एवं पौधों में पानी डालने के लिए निगम के सफाई सुपरवाइजर और सफाई कर्मियों द्वारा ताला खोला जाएगा। अगर किसी भी अन्य व्यक्ति द्वारा ताला खोलने या जबरदस्ती अंदर घुसने का प्रयास किया गया तो निगम प्रशासन द्वारा पुलिसिया कार्रवाई के लिए निर्देशित किया जाएगा।
पार्षद आदित्य सिंह ने बताया कि गार्डन में आने को लेकर दो पक्षों में झगड़ा हो रहा है। कुछ लोग दूसरे वार्ड से आकर यहां योगा करते थे। विवाद के चलते इसकी शिकायत सुपेला थाना प्रभारी और जोन आयुक्त तक भी गई है और इसके बाद उनके कहने पर गार्डन में ताला लगाकर नोटिस लगाया गया है।
वहीं नगर निगम भिलाई के नेता प्रतिपक्ष भोजराज सिन्हा का कहना है कि पार्षद एक जनप्रतिनिधि है। उसका कार्य जनता की बात को अधिकारियों तक पहुंचाना और उनसे उसे करवाना होता है, किसी भी गार्डन में ताला लगाना या नोटिस चस्पा करना पार्षद यहां तक की एमआईसी मेंबर के अधिकार में नहीं आता है। निगम प्रशासन को इस पर ध्यान देना चाहिए। जो कार्रवाई उन्हें करनी चाहिए, वो पार्षद के द्वारा कैसे की जा रही हैं, ये समझ से परे है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 14 जून। भवन अनुज्ञा प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए निगम दफ्तर आने की आवश्यकता नहीं है। घर बैठे ही ऑनलाइन भवन अनुज्ञा प्रमाण पत्र प्राप्त किया जा सकता है, और वह भी महज कुछ ही समय में 1 रुपए शुल्क के साथ। ऐसे हितग्राही जो भवन अनुज्ञा प्रमाण पत्र प्राप्त करना चाह रहे हैं वह सीधे निगम के पंजीकृत वास्तुविद के माध्यम से समस्त आवश्यक दस्तावेज के साथ 222.ड्ढश्चद्वह्य.ह्यह्वस्रड्डष्द्द.द्बठ्ठ में ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। दस्तावेज की प्रविष्टि भी ऑनलाइन करनी होगी।
भवन मानचित्र का परीक्षण मानव हस्तक्षेप रहित सॉफ्टवेयर के माध्यम से किया जाएगा। प्राप्त आवेदनों पर विभाग द्वारा आवश्यक दस्तावेजों का परीक्षण कर समस्त दस्तावेज सही पाए जाने पर 14 दिवस के भीतर आवासीय भवन निर्माण अनुज्ञा हेतु नियम अनुसार राशि की गणना कर ऑनलाइन डिमांड नोट आवेदक को जारी किया जाएगा, जिसे वह दिए गए वेबसाइट पर सिटीजन पे के माध्यम से ऑनलाइन भुगतान कर तुरंत रसीद प्राप्त कर सकते हैं। अब तक प्राप्त आवेदनों का निराकरण कर आवेदकों को डायरेक्ट भवन अनुज्ञा प्रणाली के माध्यम से भवन अनुज्ञा प्रमाण पत्र जारी किया जा चुका है।
भवन अनुज्ञा की जरूरतों को देखते हुए तथा लोगों को अनावश्यक इसके लिए न भटकना पड़े इसलिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जनवरी 2022 में इस योजना की शुरुवात की थी, अब इस योजना का लाभ हितग्राही ले पा रहे है। प्रत्यक्ष भवन अनुज्ञा प्रणाली के प्रारंभ होने से निगम दफ्तरों के अनावश्यक चक्कर काटने एवं भटकने से छुटकारा मिल रहा है। वहीं जहां भवन अनुज्ञा के लिए आवेदन करने के बाद पहले उप अभियंता, सहायक अभियंता कार्यपालन अभियंता, जोन आयुक्त एवं भवन अनुज्ञा अधिकारी से होकर प्रकिया गुजरती थी, वह प्रक्रिया अब समाप्त हो गई है और सीधे भवन अनुज्ञा प्रमाण पत्र ऑनलाइन के माध्यम से मिल रहा है।
इस प्रणाली की खास बात यह है की इस योजना से पारदर्शिता भी बनी रहेगी वहीं गरीब एवं मध्यम वर्गीय परिवार के लिए यह और अधिक लाभदायक साबित होगा, नौकरी पेशा लोगो को भवन अनुज्ञा प्रमाण पत्र बनवाने के लिए अवकाश लेकर दफ्तरों में आने की जरूरत नहीं होगी। महापौर नीरज पाल एवं निगम आयुक्त ने इस योजना से अधिक से अधिक लोगों को लाभान्वित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 14 जून। नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र अंतर्गत गदा चौक के पास पुल का निर्माण किया जा रहा है, ताकि बारिश के दिनों में जलभराव की स्थिति आसपास की बस्तियों तथा मोहल्ले में निर्मित न हो और बारिश के पानी का फ्लो बना रहे।
गदा चौक के पास का पुल छोटा होने तथा पूरी तरीके से जाम होने के कारण वैशाली नगर, खुर्सीपार केनाल, राजीव नगर की तरफ से आने वाले पानी को निकलने में प्रत्येक बारिश में समस्या होती है। जिसके चलते समीपस्थ बस्तियों में जलभराव की समस्या उत्पन्न हो जाती है। लेकिन अब नगर पालिक निगम भिलाई के द्वारा पुल को व्यवस्थित तरीके से निर्माण किया जा रहा है ताकि इस बारिश में जलभराव की समस्या उत्पन्न न हो और पानी निकासी आसानी से हो सके। पुल निर्माण का काम तेज गति से किया जा रहा है और निगम के अधिकारी इसकी लगातार मानिटरिंग कर रहे हैं।
महापौर नीरज पाल एवं निगम आयुक्त ने जलभराव की समस्या से निजात दिलाने बड़े नालों की सफाई और नालियों की सफाई सघन रूप से करने के निर्देश सभी जोन आयुक्तों के दिए हैं। इसी तारतम्य में नालों की सफाई का काम लगभग पूर्ण हो चुका है तथा नालियों की सफाई भी निरंतर की जा रही है। मानसून को देखते हुए भिलाई निगम अलर्ट हो गया है। निगम क्षेत्र में जहां-जहां पर जलभराव की समस्या निर्मित होती थी उन क्षेत्रों में नालों की सफाई की जा चुकी है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 14 जून। कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा ने आज अधिकारियों की समय-सीमा बैठक में जिले के बेरोजगारों के लिए रोजगार के प्रबंध पर अधिकारियों से चर्चा की।
इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना के तहत् स्कूल मरम्मत, शासकीय स्वामी आत्मानंद स्कूल में भर्ती प्रक्रिया, जल-जीवन मिशन, कुपोषण मुक्ति अभियान, स्वास्थ्य मिशन के कार्यों और सामाजिक सुरक्षा पेंशन आदि के संबंध में अधिकारियों से जानकारी ली। कलेक्टर ने नगरीय निकायों में वृक्षारोपण कार्ययोजना पर भी अधिकारियों से चर्चा की। कलेक्टर श्री मीणा ने अधिकारियों को अवगत कराया कि शासन की मंशानुसार बेरोजगारों के लिए रोजगार हेतु विभागवार जानकारी एकत्र किया जाना है।
उन्होंने निर्माण कार्य एजेंसी विभागों के अधिकारियों को संबंधित कॉन्टैक्टर/ निविदाकारों से उनकी आवश्यकताएं संग्रह करने बैठक आयोजित करने कहा। साथ ही कार्यों के अनुरूप कुशल, अर्धकुशल, टेक्निकल, ड्राईवर आदि पद पूर्ति हेतु सूची जिला रोजगार कार्यालय को उपलब्ध कराने निर्देशित किया। इसी प्रकार प्राईवेट मेडिकल संस्थान की आवश्यकताएं, नगरीय निकाय अंतर्गत शॉपिंग मॉल और सभी दुकानों में सर्वे कराकर आवश्यकता के मुताबिक रोजगार का प्रबंध किया जाये। उन्होंने जिला रोजगार अधिकारी को प्लेसमेंट एजेंसियों की नियुक्ति पर विशेष फोकस करते हुए प्रशिक्षण हेतु शासकीय व्हीटीपी के माध्यम से बेरोजगारों को प्रशिक्षण सुनिश्चित करने कहा। ताकि प्रशिक्षित बेरोजगारों को रोजगार मुहैया कराया जा सके।
कलेक्टर ने स्कूल जतन योजना की समीक्षा करते हुए निर्माण कार्य एजेंसी विभाग आरईएस से प्रारंभ एवं अप्रारंभ कार्यों की जानकारी ली। साथ ही स्वीकृत कार्य को शीघ्र प्रारंभ करने कहा। उन्होंने स्वामी आत्मानंद स्कूलों में भर्ती प्रक्रिया निर्धारित समयावधि में पूर्ण कर लेने के निर्देश दिए। जल जीवन मिशन अंतर्गत कार्यपूर्णता पर जोर देते हुए हर घर शुद्ध जल की उपलब्धता सुनिश्चित कराने कहा। कुपोषण मुक्ति अभियान के तहत आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और मितानों की प्रशिक्षण निर्धारित रोस्टर अनुसार संपन्न कराने तथा सुपोषित बच्चों के लिए निर्धारित रोस्टर उपलब्ध कराने डीपीएम को निर्देशित किया।
कलेक्टर ने कहा कि सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजनांतर्गत पात्र हितग्राहियों को पेंशन राशि का भुगतान समय पर हो, सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने उपसंचालक पंचायत को इस संबंध में आवश्यक पहल करने निर्देशित किया। कलेक्टर ने वर्षा ऋतु को ध्यान में रखते हुए अधिकारियों को जिले में प्रस्तावित कार्ययोजना अनुरूप विशेषकर नगरीय निकायों को बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण करने निर्देशित किया।
बैठक में सीइओ जिला पंचायत अश्वनी देवांगन, दुर्ग नगर निगम आयुक्त लोकेश चंद्राकर, रिसाली नगर निगम आयुक्त आशीष देवांगन, संयुक्त कलेक्टर गोकुल रावटे, विपिन सोनी, एच.एस. मिरी, एवं योगिता देवांगन, डिप्टी कलेक्टर जागेश्वर कौशल, जिला शिक्षा अधिकारी अभय जयसवाल, उपसंचालक जिला रोजगार राजकुमार कुर्रे एवं समस्त जिला अधिकारी उपस्थित थे।
जनदर्शन में प्राप्त आवेदनों पर त्वरित कार्रवाई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 13 जून। कलेक्टोरेट सभाकक्ष में कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा ने जिले के विभिन्न स्थानों से पहुंचें लोगों से मुलाकात कर उनके मांगों एवं समस्याओं के संबंध में जानकारी लेते हुए प्राप्त आवेदनों का शीघ्र निराकरण करने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक पहल करने को कहा है।
इस दौरान उन्होंने आम लोगों से प्राप्त आवेदनों पत्रों का अवलोकन कर त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए। आज जनदर्शन में 175 आवेदन प्राप्त हुए, जिसमें अवैध कब्जा, बंटवारा, आर्थिक सहायता, सीमांकन, स्वामी आत्मानंद स्कूल में प्रवेश हेतु, राशन कार्ड से संबंधित आवेदन शामिल है।
जनदर्शन में आज गिरधारी नगर निवासी वृद्ध महिला सोहाद्रा बाई महोबिया ने वृद्धाश्रम में निवास करने हेतु कलेक्टर से गुहार लगाते हुए आवेदन सौपा। उन्होंने बताया कि वह स्वामी विवेकानंद वार्ड में अपने बेटे के साथ निवासरत है। गत दिवस बेटे की मृत्यु होने जाने के पश्चात वह अकेली असहाय है। उनका पालन पोषण करने वाला परिवार में कोई नहीं है और न ही उनका कोई आय का स्त्रोत है। इस पर कलेक्टर ने उप संचालक समाज कल्याण विभाग को त्वरित कार्रवाई कर वृद्धाश्रम में प्रवेश दिलाने के निर्देश दिए।
ग्राम खम्हरिया निवासी वृद्ध विकलांग ने वृद्धावस्था पेंशन दिलाने कलेक्टर से मांग की। उन्होंने बताया कि वृद्ध होने के साथ-साथ पैर से विकलांग होने के कारण कार्य करने में असमर्थ है। वृद्धावस्था पेंशन उन्हें पहले केनरा बैंक से प्राप्त होता था किन्तु विगत तीन माह से अप्राप्त है। उनकों नगर निगम भिलाई में संपर्क करने को कहा गया। किंतु वहां से भी उनको कोई जानकारी प्राप्त नहीं हुई। इस पर कलेक्टर ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उप संचालक समाज कल्याण विभाग को वृद्धा पेंशन योजना के तहत पेंशन दिलाने के निर्देश दिए।
महात्मा गांधी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय दुर्ग के खिलाडिय़ों ने आवेदन प्रस्तुत करते हुए बताया कि 10 वर्षों से खेल मैदान में अभ्यास करते आ रहे हैं। खेल मैदान में लगी कुश्ती मेट एवं दीवाल को तोडक़र व्यापारियों द्वारा जबरदस्ती अतिक्रमण कर दुकान बनाया जा रहा है, जिससे खेल का मैदान छोटा हो गया है। खिलाडिय़ों को असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है। इस पर कलेक्टर ने खेल विभाग को निरीक्षण कर त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
भारत माला परियोजना के तहत पुरई निवासियों ने अधिग्रहित भूमि की मुआवजा राशि की मांग की। निवासियों ने बताया कि अधिग्रहित भूमि में वर्तमान में सडक़ निर्माण का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने अधिग्रहित भूमि का शासन द्वारा निर्धारित मुआवजा राशि प्रदाय किए जाने के लिए ध्यान आकृष्ट किया। इस पर कलेक्टर ने एसडीएम दुर्ग को आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
प्रदेश मनरेगा मजदूर कल्याण संगठन ने मनरेगा भवन निर्माण के लिए आवेदन दिया। मनरेगा मजदूर कल्याण संगठन ने स्थाई व्यवस्था के तहत केन्द्रीय सहकारी बैंक के पीछे खाली जगह पर प्रदेश स्तर का मनरेगा भवन निर्माण के लिए आवेदन सौंपा। इस पर कलेक्टर ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत को आवश्यक पहल करने को कहा।
ग्राम नगपुरा के पूर्व पंच ने अवैध रेत का भण्डारण किए जाने की शिकायत की। उन्होंने बताया कि जालबांधा सडक़ के पास बिना अनुमति के अवैध रूप से रेत भण्डारण किया जा रहा है। अवैध रूप से रेत का भण्डारण करने वाले व्यक्ति तथा उनके सहयोगी पर उचित कानूनी कार्रवाई करने की मांग की। इस पर कलेक्टर ने खनिज विभाग के अधिकारी को निरीक्षण कर आवश्यक कार्रवाई करने को कहा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 13 जून। भिलाई- चरोदा शहर के प्रथम नागरिक महापौर निर्मल कोसरे ने सोमवार को वार्ड 40, गनियारी में एक निश्चित किये गये स्थान पर हमर क्लीनिक भवन निर्माण का भूमिपूजन किया।
इस दौरान बड़ी संख्या में भिलाई- चरोदा क्षेत्र के निवासी कार्यक्रम स्थल पर मौजूद थे। राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन दुर्ग द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर पधारे महापौर निर्मल कोसरे द्वारा पूरे विधि विधान से निर्माण स्थल पर भूमिपूजन कर श्री फल तोड़ते हुए कहा कि हमर क्लीनिक योजना से ग्रामीणजनों को चिकित्सा सुविधा का लाभ मिलेगा।
कार्यक्रम में महापौर परिषद सदस्य देव कुमारी भलावी, दीप्ति आशीष वर्मा, मनोज डहरिया, एस. वेंकट रमना, ईश्वर साहू सहित मेडिकल स्टाफ उपस्थित रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 13 जून। नगर पालिक निगम भिलाई के द्वारा डेंगू एवं मलेरिया की रोकथाम के लिए घर-घर जाकर लार्वा की जांच की जा रही है।
जलजमाव वाले पात्रों का निरीक्षण किया जा रहा है और कूलर की जांच की जा रही है। लोगों को डेंगू एवं मलेरिया से बचने के लिए मच्छरदानी लगाकर सोने की सलाह दी जा रही है। पानी को एक जगह अधिक समय तक एकत्रित नहीं रखने कहा जा रहा है। डेंगू एवं मलेरिया के नियंत्रण के लिए तथा मच्छर उन्मूलन के तहत भिलाई निगम के द्वारा निगम आयुक्त के निर्देश पर विशेष टीम का गठन किया गया है।
यह टीम अलग-अलग वार्ड क्षेत्रों में निरीक्षण करते हुए मच्छरों के खिलाफ लडऩे विशेष गतिविधियां अपना रही है। टीम के द्वारा वैशाली नगर जोन के अंतर्गत घासीदास नगर में बांबे आवास एवं अटल आवास में मच्छर उन्मूलन का अभियान चलाया गया। इस दौरान एडल्ट मच्छर की रोकथाम के लिए मेलाथियान का स्प्रे किया गया। लार्वा को नष्ट करने के लिए टेमीफास का उपयोग किया गया तथा वितरण भी किया गया। जन जागरूकता के तहत लोगों को डेंगू, मलेरिया एवं पीलिया से बचाव के लिए पंपलेट का वितरण करते हुए प्रचार-प्रसार किया गया। टीम के द्वारा घासीदास नगर के वार्ड में लगभग 185 घरों का सर्वे करते हुए 82 कूलर की जांच की गई। भीषण गर्मी को देखते हुए लू से बचाव के लिए भी लोगों को इस दौरान जागरूक किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 13 जून। नगर पालिक निगम भिलाई चरोदा स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक-एक कर शहर के प्रत्येक बड़े तालाबों को साफ करने की कवायद प्रारंभ कर दी है।
महापौर निर्मल कोसरे द्वारा समय-समय पर निगम के उच्चाधिकारियों की बैठक लेकर शहर के तालाबों के संरक्षण एवं रख रखाव के लिए उचित व्यवस्था करने निर्देश किये गये हैं। जिसके पश्चात आयुक्त अजय त्रिपाठी द्वारा सहायक स्वास्थ्य अधिकारी सहित समस्त विभागीय कर्मचारियों को इस दिशा में दैनिक कार्य संपादन हेतु निर्देश प्रदान किये हैं।
शहर भिलाई-चरोदा एवं ग्रामीण क्षेत्र के बड़े-तालाबों की सफाई उपरांत तालाबों के समीप अच्छा वातावरण निर्मित करना ही निगम की प्राथमिकता है। जिससे चिन्हित तालाबों का जलकोष एवं आकार सुरक्षित रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 13 जून। हेमचंद यादव विवि दुर्ग की सेमेस्टर परीक्षाएं सोमवार से 46 परीक्षा केन्द्रों में शांतिपूर्वक आरंभ हो गई। यह जानकारी देते हुए विवि के कुलसचिव, भूपेन्द्र कुलदीप ने बताया कि आयोजित परीक्षाओं में डीसीए, पीजीडीसीए, पीजीडिप्लोमा इन योगा एण्ड फिलॉसफी तथा एलएलबी पार्ट 01 एवं पाट 03 द्वितीय सेमेस्टर, एमएसडब्लयू एवं बीपीएड चतुर्थ सेमेस्टर, एमएससी, रसायन, गणित, वनस्पतिषास्त्र, प्राणीषास्त्र, कम्प्यूटर साइंस, माइक्रोबॉयलॉजी, बायोटेक्नॉलॉजी, होमसांइस, एवं एमकॉम चतुर्थ सेमेस्टर के अलावा बीबीए षष्ठम सेमेस्टर, एमए चतुर्थ सेमेस्टर हिन्दी, अंग्रेजी, समाजषास्त्र, अर्थषास्त्र, राजनीतिषास्त्र, इतिहास, भूगोल, मनोविज्ञान, होमसाइंस तथा एलएलएम द्वितीय सेमेस्टर आदि की परीक्षाएं आयोजित हुई। प्रात: 11 से 2 बजे के मध्य आयोजित होने वाली सेमेस्टर परीक्षाओं की उत्तरपुस्तिका संग्रहण करने हेतु विवि द्वारा 08 संग्रहण केन्द्र स्थापित किये गये है।
भूपेन्द्र कुलदीप के अनुसार विद्यार्थियों की व्यापम एवं शासन द्वारा आयोजित विभिन्न परीक्षाओं में शामिल होने के कारण विवि द्वारा छात्रहित में 12 जून को आयोजित दो कक्षाओं एमएड चतुर्थ सेमेस्टर तथा एमएससी भौतिकी चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षाओं की तिथि में संसोधन किया गया था अब एमएड चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा 22 जून को तथा एमएससी भौतिकी चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा 27 जून को आयोजित होगी।
सोमवार को आयोजित सेमेस्टर परीक्षाओं में लगभग 95 प्रतिषत् से अधिक परीक्षार्थियों की उपस्थिति रही। उल्लेखनीय है कि सेमेस्टर परीक्षाओं में पच्चीस हजार से अधिक परीक्षार्थी शामिल हो रहे है। विवि प्रशासन ने सेमेस्टर परीक्षाओं के चतुर्थ सेमेस्टर कक्षाओं के परिणाम जल्दी घोषित करने के लिए सभी उत्तरपुस्तिका संग्रहण केन्द्रों को निर्देशित किया है कि वें परीक्षा तिथि के अगले दिन सभी उत्तरपुस्तिकाएं विवि में भेजना सुनिष्चित करे।
इसके लिए विवि द्वारा वाहन की व्यवस्था की जायेगी।
छै आगर छै कोरी तरिया के नाम से प्रसिद्ध है धमधा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 13 जून। सांस्कृति महत्व के छह प्राचीन तालाबों का गौरव फिर से लौट आया है। धमधा के छह तालाबों की खुदाई की गई ये तालाब वर्तमान में अस्तित्व खो चुके थे। इन पर कब्जा हो चुका था। इन तालाबों के गौरव को फिर से लौटाने की पहल मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर की गई। जिला प्रशासन दुर्ग द्वारा जल संरक्षण के इस मुहिम में आमजनों ने भी भरपूर साथ दिया। विलुप्त होते इन तालाबों की उपयोगिता व सौंदर्य को पुन:स्थापित करने का सराहनीय कार्य की प्रशंसा यहां के ग्रामीणजन कर रहे हैं।
सांस्कृतिक महत्व के धमधा के पुनर्जीवित इन छह तालाबों में विधि-विधान के साथ ताम्रपत्र व काष्ठ स्तंभ की स्थापना भी की गई है। ग्रामीणों का कहना है कि तालाब हमारी संस्कृति और परंपरा को पल्लवित करते हैं। मुख्यमंत्री की पहल पर इन तालाबों के सौंदर्यीकरण और उन्हें सहेजने का कार्य सराहनीय है। धमधा के अन्य प्राचीन तालाबों के जीर्णोद्धार करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
सांस्कृतिक महत्व के इन तालाबों को जिला प्रशासन की मदद से पुनर्जीवित करने के अभियान में सबसे पहले तालाबों को पाट कर किए गए कब्जे को हटाया गया। कब्जा हटाने के बाद तालाबों की फिर से खुदाई हुई। खुदाई के काम में स्थानीय लोगों के साथ-साथ गौरवगाथा समिति, हिन्द एथलेटिक्स क्लब, नगर पंचायत, जल संसाधन विभाग के लोगों ने हिस्सा लिया। तालाब बनने के बाद पूरे विधि विधान से सरई लकड़ी का 12 फीट लंबा स्तंभ लगाया गया और शोभायात्रा निकाल कर त्रिमूर्ति महामाया मंदिर में पूजा-अर्चना की गई। इन तालाबों का महत्व दर्शाने के लिए इसमें ताम्रपत्र अंकित किया गया। इस ताम्रपत्र में शासकीय तालाब होने, उसके रकबा, खसरा सहित अन्य ऐतिहासिक बातों का उल्लेख किया गया है।
गौरतलब है कि दुर्ग जिले का धमधा क्षेत्र छै आगर छै कोरी तरिया (126 तालाब) के लिए ऐतिहासिक रूप से प्रसिद्ध था। गुजरते समय के साथ ये जल स्रोत विलुप्त होते चले गए और साथ ही लोगों के द्वारा कब्जा करके इसे पाट दिया गया। जिससे 126 तालाबों ने अपना अस्तित्व खो दिया। धर्मधाम गौरवगाथा समिति ने इन तालाबों पर शोध किया और इनकी पूरी पड़ताल करके 126 तालाबों की सूची बनाई, जिसमें रकबा, खसरा नंबर सहित उनके इतिहास को संजोया और एक किताब छै आगर छै कोरी तरिया अऊ बूढ़वा नरवा का प्रकाशन किया, जिस किताब का विमोचन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा किया गया।
पुलिस ने दोनों वाहन खड़ा करवाया थाने में
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 13 जून। टैक्स चोरी के लिए एक वाहन के नंबर प्लेट कई गाडिय़ों में लगाकर ट्रांसपोर्टर चलवाते रहे हैं। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में आरटीओ टैक्स चोरी का एक बड़ा मामला सामने आया है। यहां ट्रक मालिक एक गाड़ी की नंबर प्लेट कई गाडिय़ों में लगाकर चलवा रहे हैं। इसका खुलासा तब हुआ, जब दुर्ग पुलिस ने एक नंबर के दो-दो ट्रेलर को एक साथ पकड़ा। पुलिस दोनों ट्रेलर को पकडक़र थाने ले आई है और गाड़ी मालिक से दोनों ट्रेलरों के कागज मंगाए गए हैं।
पुरानी भिलाई पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक उन्हें सूचना मिली थी कि ट्रांसपोर्ट नगर में गुरु कृपा ट्रांसपोर्ट कंपनी का मालिक एक ट्रेलर का नंबर कई ट्रेलर में लगाकर चलवा रहा है। सूचना मिलते ही पुलिस की टीम डबरापारा ट्रांसपोर्ट नगर मंदिर के पास पहुंची।
उन्होंने देखा कि वहां दो ट्रेलर खड़े हैं। दोनों ट्रेलर का नंबर सीजी 04 जेसी 7212 है। ट्रक मालिक का पता करने पर पता चला कि दोनों ट्रक किसी दादा रेडिएटर नाम से रजिस्टर्ड है।
पुलिस ने काफी लोगों से पूछा लेकिन न तो ट्रेलर का मालिक आया और न ही ड्राइवर। इसके बाद पुलिस ने फोन करके दूसरे ट्रक ड्राइवर को बुलवाया और दोनों ट्रेलर को पुरानी भिलाई थाने में लाकर खड़ा करा दिया गया है। पुलिस का कहना है कि उन्होंने ट्रेलर को जब्त कर लिया है। मालिक को सूचना देकर उसके दस्तावेज मंगाए गए हैं। जांच के बाद जो भी कमी पाई जाएगी उसके मुताबिक कार्रवाई की जाएगी।
ज्ञात हो कि मोटर मालिक ऐसा परिवहन टैक्स चोरी करने के लिए करते हैं। वो एक ही कंपनी, रंग और मॉडल के ट्रक और ट्रेलर खरीद लेते हैं। इसके बाद एक ट्रक के नंबर के परमिट का टैक्स पे करते हैं और बाकि का परमिट सरेंडर कर देते हैं। इसके बाद उस एक ट्रक का नंबर अपनी अन्य गाडिय़ों में लगाकर उससे माल ढुलाई करते हैं। इस तरह से वो एक गाड़ी का परिवहन टैक्स भरते हैं और बाकि गाडिय़ों को खड़ा दिखा देते हैं। कई बार पुलिस को सूचना मिलती है कि फला नंबर के ट्रक ने दुर्घटना करके किसी की जान ले ली और चालक ट्रक लेकर फरार हो गया है।
इस तरह एक नंबर प्लेट कई ट्रक में लगा होने से ट्रक मालिक दूसरे ट्रक का सीसीटीवी फुटेज या टोल टैक्स की रसीद दिखाकर कानून व कोर्ट को गुमराह कर सकता है कि उसका ट्रक तो दुर्घटना के समय दूसरी जगह पर था। उसकी गाड़ी ने कोई दुर्घटना की ही नहीं है फिलहाल पुलिस ट्रेलर मालिक का इंतजार कर रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुम्हारी, 13 जून। ए. नागराज द्वारा प्रतिपादित मध्यस्थ दर्शन मानव केंद्रित चिंतन आधारित जीवन विद्या (चेतना विकास मूल्य शिक्षा) पर पांच दिवसीय कार्यशाला का आयोजन सेजस कुम्हारी में 6 जून से 10 जून तक आयोजित किया गया।
इस कार्यशाला में सेजस कुम्हारी के व्याख्याता केशव साहू द्वारा चेतना विकास मूल्य शिक्षा पर आधारित हैप्पीनेस कार्यशाला का प्रबोधन कार्य किया गया। उन्होंने बताया कि अब तक की परंपरा में हमारे पूर्वजों ने अध्यात्म वाद और भौतिकवाद की दो धाराओं के बीच मानव सुखी कैसे रह सके उसके लिए अनेकों प्रयास किए।
इस क्रम में भक्ति विरक्ति और ईश्वर वाद में मानव को बहुत कुछ राहत दिया इसी प्रकार भौतिकवाद का यह योगदान रहा कि मानव सुविधा संग्रह से परिपूर्ण हो गया इन तमाम उपलब्धियों के बाद भी मानव का सुख पूर्वक जी पाना प्रश्न बना हुआ है इसका प्रमाण है कि, आज धरती बीमार हो गई है प्रकृति असंतुलित हो गयी है, यह चारों तरफ दिखाई दे रही है पर्यावरण प्रदूषित हो गया है।
मानव मानव के बीच देश देशों के बीच विरोध और युद्ध पहले से कहीं अधिक दिखाई दे रहा है ऐसी स्थिति में एक विकल्प के रूप में मध्यस्थ दर्शन सहस्तित्ववाद शिक्षा रूप में समाधान प्रस्तुत कर सकता है। इसके लिए शिक्षा विधि से जो चीज जैसी है उसे समझने का काम ठीक से करने की आवश्यकता है क्योंकि अभी वर्तमान शिक्षा ज्यादातर हुनर को सिखा रही है वह भी आधी अधूरी समझ बिल्कुल नहीं के बराबर सिखाई जा रही है इसका प्रमाण स्वयं अनेकों शिक्षाविदों ने प्रस्तुत किया है।
एन सी एफ-2005 के अध्यक्ष प्रोफेसर यशपाल ने अपने संपादकीय में लिखा है कि आज हम सब सुविधाओं का अंबार लगा कर स्कूल को बच्चों के घर तक पहुंचा दिए हैं लेकिन बच्चों को उनकी जिंदगी से दूर कर दिए हैं, इसका प्रमाण आज चारों तरफ दिखाई देता है। हम देख पाते हैं जितने भी गड़बडिय़ां और अव्यवस्था के कार्य है उसमें अनपढ़ों से ज्यादा शिक्षित लोगों का योगदान दिखाई देता है जबकि ऐसा नहीं होना चाहिए शिक्षा समझ पूर्वक जीने के लिए है की अपराध को बढ़ाने के लिए यह आज सबके समक्ष ज्वलंत प्रश्न है इन्हीं प्रश्नों के समाधान के लिए छत्तीसगढ़ सरकार स्कूल शिक्षा विभाग ने मध्यस्थ दर्शन आधारित चेतना विकास मूल्य शिक्षा को 2010 से स्कूली शिक्षा में बच्चों और शिक्षकों के लिए लागू किया है ताकि बच्चों का समझ पूर्वक शिक्षण समझे हुए शिक्षकों द्वारा हो सके।
इसी शिक्षण प्रक्रिया को शिक्षकों और बच्चों तक संक्षेप में परिचय स्वरूप बताने के लिए पांच से सात दिनों का एक परिचय शिविर जीवन विद्या के रूप में प्रस्तुत किया जाता है सेजस कुम्हारी में बड़े बच्चों के लिए 5 दिन की कार्यशाला आयोजित कर यह बताया गया कि मानव के दो ही प्रश्न है पहला क्यों जीना तथा दूसरा कैसे जीना ? यदि स्कूली शिक्षा में यह स्पष्ट हो जाए कि हमें समाधान पूर्वक जीना है और विज्ञान विवेक पूर्वक अच्छा जीने का रास्ता प्रकृति द्वारा सहज रुप से प्राप्त कर सकते हैं इससे प्रत्येक व्यक्ति स्वयं में परिवार में समाज में और प्रकृति में तालमेल पूर्वक जीने की योग्यता हासिल कर सकते है।
जब व्यक्ति को यह समझ आता है कि मेरा जीना उपरोक्त चारों स्थानों में पूर्णता विधि से सह अस्तित्व पूर्वक है तो वह जीने की इस विधि को संबंध पूर्वक मूल्य विधि से समझता है और जीने के लिए कार्य व्यवहार कर पाता है जिससे वह अपनी मूल चाहत, सुख और समृद्धि को प्राप्त कर सकता है और हर क्षण हर पल आनंद पूर्वक जी सकता है।
इन्हीं सब बातों की चर्चा परिवार में संबंधों की, संबंधों में मूल्यों की एवं मूल्यों में जी कर निर्वहन करने की योग्यता को शिक्षा विधि से प्राप्त किया जा सकता है ऐसा एक प्रस्ताव इन 5 दिनों में कहने का प्रयास किया गया जिसे उपस्थित छात्र और शिक्षक सहजता पूर्वक ग्रहण कर पाए और सभी ने एक स्वर से स्वीकार भी किया की शिक्षा का यह विकल्प ना केवल स्कूली बच्चों के लिए बल्कि सभी उम्र के मानव जाति के लिए अति आवश्यक है क्योंकि बिना समझे केवल शिक्षा प्राप्त करके हम ठीक से नहीं जी पाएंगे क्योंकि समझना ही शिक्षा है और जीना ही संस्कार है।
इसलिए पारंपरिक आधुनिक शिक्षा के विकल्प के रूप में चेतना विकास मूल्य शिक्षा अर्थात शिक्षा संस्कार एक विकल्प के रूप में स्कूल कालेजों में नियमित अध्ययन अध्यापन का विषय वस्तु बनाने की आवश्यकता है।
इस कार्यशाला को सफल बनाने में सेजस कुम्हारी की प्राचार्य लता रघु कुमार व्याख्याता मोतीलाल साहू, सेवानिवृत्त (राष्ट्रपति पुरस्कृत) शिक्षक परसराम साहू, सेवानिवृत्त व्याख्याता एन. लक्ष्मी का विशेष सहयोग रहा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 12 जून। नगर पालिक निगम में विकास कार्य अपने तेज गति में है वार्ड क्रमांक 43 आदर्श नगर में 19 लाख रूपये के लागत से डामरीकरण कार्य का भूमिपूजन विधायक अरुण वोरा एवं महापौर धीरज बाकलीवाल ने किया।
भूमि पूजन कार्यक्रम में वार्ड पार्षद एवं एनआईसी सदस्य दीपक साहू,ज्ञानदास बंजारे,मनीष साहू,कुलेश्वर साहू, गुड्डू यादव, प्रकाश जोशी, भास्कर कुंडले, ईश्वर साहू, राकेश यादव आदि उपस्थित थे। भूमि पूजन अवसर पर विधायक अरुण वोरा ने कहा कि हमारे शहर के प्रत्येक वार्ड में विकास कार्य हो रहे हैं।
महापौर धीरज बाकलीवाल ने कहा समस्त वार्डों की आवश्यकता एवं मांग को देखते हुए जरूरत के अनुसार कार्य कराए जा रहे हैं,आगे भी अनेक प्रकार के जन सुविधा वाले कार्य किया जाएगा। 19 लाख की लागत से बनने वाले डामरीकरण कार्य आदर्श नगर के विभिन्न मार्ग के जर्जर सडक़ो में कार्य प्रारंभ।विधायक अरुण वोरा ने कहा हमारी सरकार निरन्तर विकास कार्यों एवं जनमानस की आवश्यकताओं की पूर्ति करने प्रयासरत है। वे हमेशा से अपने आप को जनता के बीच में रखकर उनकी समस्याओं को अपना मानकर शीघ्र समस्या का निवारण करने का प्रयास करते हैं। विधायक अरुण वोरा व महापौर धीरज बाकलीवाल ने कहा शहर के सभी वार्डो में विकास कार्यो के लिये धनराशि की कमी नहीं होगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 11 जून। स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम विद्यालय सेक्टर 6 विद्यालय का 10वीं एवं 12वीं के परीक्षा परिणाम के साथ ही खेल में भी इस सत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन रहा।
स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम विद्यालय सेक्टर 6 में 10वीं एवं 12वीं का परीक्षा परिणाम शत प्रतिशत रहा। कक्षा 12वीं में कुल 53 छात्र दर्ज है, जिसमें 45 छात्र प्रथम श्रेणी व 8 छात्र द्वितीय श्रेणी में उत्तीर्ण हुए। दो छात्रों ने 90 प्रतिशत के ऊपर अंक प्राप्त किया व 12 छात्रों ने 80 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए।
इसी प्रकार दसवीं में कुल 40 छात्र दर्ज है जिसमें कुल 13 छात्र प्रथम श्रेणी व 7 छात्र द्वितीय श्रेणी में उत्तीर्ण हुए। इनमें4 छात्रों ने 90 एवं 8 छात्रों ने 80 प्रतिशत के ऊपर अंक प्राप्त किए।
कक्षा 12वीं में विज्ञान संकाय में प्रथम स्थान कुमारी रूपाली साहू 92, यागिनी देवांगन 90.2 तथा मीनल साहू ने 88.4 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। वाणिज्य संकाय में कु रोशनी पाटले 89.4 शिवानी कश्यप 84 तथा आकांक्षा राजभर 82.6 प्रतिशत अंक प्राप्त किया।इसी प्रकार कक्षा दसवीं में कु ग्रीष्मा 91.6 पुष्पेंद्र 91 एवं नवीन ने90.5 प्रतिशतअंक प्राप्त किए एवम खेल पर भी इस सत्र में 10 बच्चों ने राज्य स्तरीय में भाग लिया और 3 बच्चे चंदन शर्मा (ताइक्वांडो) वैशाली (तैराकी) चंद्रपाल (जिम्नास्टिक) राष्ट्रीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए दिल्ली रवाना हुए।
विद्यालय का परिणाम शत-प्रतिशत आने पर जयसवाल , कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा , जिला शिक्षा अधिकारी अभय जयसवाल , अमित घोस सहायक संचालक दुर्ग शाला के प्राचार्य दलजीत कोराड़ा व व्यायाम शिक्षक उमेश निर्मल व समस्त स्टाफ में बच्चो बधाई दी तथा छात्रों से उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
प्रेस वार्ता में लोकसभा सांसद ने जारी किए आंकड़े
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग. 11 जून। भाजपा जिला कार्यालय पं. दीनदयाल उपाध्याय भवन आपापुरा में लोकसभा सांसद विजय बघेल ने प्रेसवार्ता को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में लाभ लेने वाले किसानों की संख्या दोगुनी हुई, लाभ लेने वाले किसानों की संख्या 70 लाख से 1 करोड़ 32 लाख हुई।
श्री बघेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धान समेत सभी कृषि उपज के मूल्य में पर्याप्त वृद्धि कर अन्नदाताओं का सम्मान किया है। हम इस मूल्य वृद्धि के लिए प्रधानमंत्री श्री मोदी और केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर जी का अभिनंदन करते हैं।
धान के समर्थन मूल्य में 143 रुपए प्रति क्विंटल की वृद्धि कर इसे अब 2.183 रुपये कर दिया गया है। मोदी जी की सरकार द्वारा की गई यह वृद्धि मनमोहन सरकार के कार्यकाल के 1310 रुपए की तुलना में करीब 67 प्रतिशत अधिक है। यहीं मूंग दाल के समर्थन मूल्य में 803 रुपए, मूंगफली में 527 रुपए, मोटे अनाज ज्यार में 210, बाजरा में 150, रागी में 268 रुपए, मक्का में 128 रुपए, अरहर दाल में 400 रुपए, उड़द दाल में 350 रुपए, सोयाबीन में 300 रुपए की वृद्धि की गई है। छत्तीसगढ़ के किसानों को धान के बढ़े समर्थन मूल्य का लाभ तो मिलेगा ही, साथ ही मोटे अनाज की कीमतों में भारी वृद्धि कर भी प्रदेश के किसानों के हित में कल्याणकारी कदम उठाया गया है।
प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने हमेशा किसानों की वित्तीय स्थिति मं सुधार पर ध्यान केंद्रित किया है। मोदी जी की सरकार ने राष्ट्रीय कृषि विकास योजना, राष्ट्रीय खाय सुरक्षा मिशन, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना जैसी कई योजनाएं प्रारम्भ की जिससे किसानों को उनकी मेहनत और परिश्रम का उचित मूल्य प्राप्त हो और देश का किसान और सशक्त बने।
भाजपा सरकार ने न सिर्फ एमएसपी. बढ़ाई बल्कि जन धन खातों में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के साथ यह भी सुनिश्चित किया की बढ़ी हुई एमएसपी का लाभ सीधे किसानों तक पहुंचे मोदी जी ने यह सुनिश्चित किया है कि किसानों का एक-एक पैसा उन तक पहुंचे।
श्री बघेल ने कहा एनडीए सरकार ने एमएसपी के अंतर्गत हमारे किसानों की धान उपज लागत पर मार्जिन डेढ़ गुना बढ़ा दिया है। मोदी सरकार ने पिछले 9 वर्षों में एम.एस.पी में 873 रुपये की वृद्धि की है। भाजपा सरकार द्वारा की गयी मौजूदा एम.एस.पी बढ़ोतरी ने भारतीय किसानों को सुरक्षा कवच प्रदान करते हुए उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार किया है।
मोदी जी की सरकार में देश का कृषि बजट 5 गुना बढ़ कर 1.25 लाख करोड़ हुआ। आज देश में रिकॉर्ड 320 मिलियन टन अनाज उत्पादन हो रहा है। समर्थन मूल्य पर कृषि उत्पाद खरीदी का भी रिकॉर्ड देश ने बनाया है। ध्यान देने की बात है कि छत्तीसगढ़ के भूपेश सरकार के झूठे दावों के उलट प्रदेश का दाना दाना धान मोदी जी की सरकार ही खरीद रही है। इस मद में पिछले चार वर्षों में 65 हजार करोड़ रुपए से अधिक केंद्र सरकार ने दिया है, वहीं कथित न्याय योजना के नाम पर अनेक किश्तों में केवल 11-12 हजार करोड़ देकर ही भूपेश सरकार ऐसी डींगे हांक रही है, मानो उसी ने सारी खरीदी की है।
यहां एक बात विशेष तौर पर स्मरण रखने की है कि छत्तीसगढ़ में धान खरीदी का जो ढांचा दिख रहा है. वह भाजपा सरकार का ही बड़ा किया है। देश भर में छत्तीसगढ़ की सरकार ऐसी पहली सरकार थी जिसने धान खरीदी को ऑनलाइन प्रणाली से जोड़ा और एक पारदर्शी व्यवस्था के तहत किसानों के खाते में सीधे धान का समर्थन मूल्य देते हुए, बिक्री योग्य दाना दाना धान खरीदने की व्यवस्था लागू की। इससे पहले कांग्रेस की सरकारों में धान बेचना वास्तव में एक दुरूह कार्य था।
श्री बघेल ने कहा आपको स्मरण होगा कि तब धान खरीदी भ्रष्टाचार का अड्डा हुआ करता था। कांग्रेस की सरकार पानी में भिगो डुबो कर धान को बर्बाद करती थी। ऐसा करने के बावजूद बमुश्किल 5-6 लाख मिट्रिक टन धान खरीद पाती थी तब की कांग्रेस सरकार, जबकि 2018 तक धान खरीदी बढ़ कर करीब 85 लाख मिट्रिक टन तक हो गया था। यह सारी व्यवस्था भाजपा सरकार की देन है।
कांग्रेस भी भाजपा के किए कार्यों को ही अपना बता कर गाल बजा रही है। इस सत्र में भी मोदी जी की सरकार ने 61 लाख टन चावल केंद्रीय पूल में खरीदा है जिसमें 90 लाख मिट्रिक टन से भी अधिक धान का उपयोग हुआ है।
धान खरीदी के अलावा खाद पर भी मोदी जी की सरकार 1.08 करोड़ रुपए से अधिक की सब्सिडी दे रही है। रूस यूक्रेन युद्ध के कारण रासायनिक खाद की कीमत दो गुना से भी अधिक बढ़ गया है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में दुगना से अधिक दाम हो जाने के बावजूद भी मोदी जी ने यह भार देश के किसानों पर पर नहीं पडऩे दिया। तब केवल डीएपी पर सब्सिडी 700 से बढ़ा कर मोदी जी ने 1200 सब्सिडी कर दिया था। सरकार यूरिया के लिए 70 हजार करोड़ तो अन्य उर्वरकों के लिए 38 हजार करोड़ रुपए की सब्सिडी दे रही है। फॉस्फेट और पोटाश उर्वरकों पर भी सब्सिडी दिए जाएंगे। नाइट्रोजन पर 76 रुपए प्रति किलोग्राम, सल्फर पर 2.8 रुपए प्रति किलोग्राम, फास्फोरस पर 41 रुपए प्रति किलोग्राम और पोटाश पर 15 रुपए प्रति किलोग्राम सब्सिडी दिया जा रहा है।
श्री बघेल ने कहा केवल छत्तीसगढ़ में 4 लाख मेट्रिक टन से अधिक यूरिया खाद की आपूर्ति केंद्र सरकर ने इस वर्ष किया है। जबकि भूपेश सरकार लगातार न केवल खाद की कालाबाजारी को बढ़ावा दे रही है बल्कि मिट्टी-गिट्टी को महंगी कीमत पर वर्मी कम्पोस्ट कह कर बेचने की धोखाधड़ी भी किसानों से कर रही है। इसके अलावा छत्तीसगढ़ के 40 लाख से अधिक किसानों के खाते में 1800 करोड़ से अधिक की राशि का भुगतान केंद्र सरकार ने किया है।
कांग्रेस सरकार ने किसानों से खाद, बीज, बारदाना, रकबा छीना हम भूपेश सरकार से यह मांग करते हैं कि वह मोदी जी द्वारा बढ़ाए गए समर्थन मूल्य का पाई-पाई किसानों को दे, किसानों तक बढ़ी हुई कीमत पहुंचने दे।
श्री बघेल ने कई आंकड़े को विस्तार से प्रस्तुत किया और बताया कि कांग्रेस के नेतृत्व में चल रही सरकार में अपने कार्यकाल के अंतिम वर्ष 2013-14 में एमएसपी पर खरीदी कर किसानों को केवल 64 हजार करोड़ का भुगतान किया, जबकि भाजपा के नेतृत्व में चल रही सरकार ने वर्ष 2021-22 में एमएसपी पर खरीदी कर किसानों को लगभग 2लाख 38 हजार करोड़ का भुगतान किया, यानी मोदी सरकार किसानों को 4 गुना भुगतान कर रही है।
सांसद विजय बघेल ने राज्य की कांग्रेस की सरकार से प्रश्न पूछा कि राष्ट्रीयकृत व निजी बैंकों से किसानों द्वारा लिए गए कर्ज को माफ न किए जाने पर कांग्रेस सरकार आज तक मौन क्यों है और यह कर्जा कब माफ होगा, साथ ही उन्होंने किसानों के लंबित पंप कनेक्शन के विषय पर अवगत कराते हुए कहा कि किसान पैसा भरने के बाद भी दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं यही कांग्रेस सरकार की किसानों के प्रति प्राथमिकता को बताने के लिए पर्याप्त है।
प्रेस वार्ता में लोकसभा सांसद विजय बघेल, भाजपा जिलाध्यक्ष जितेंद्र वर्मा जिला महामंत्री ललित चंद्राकर,भाजपा जिला मीडिया प्रभारी राजा महोबिया मौजूद रहे।
जिला पंचायत सदस्य ने किया आकस्मिक निरीक्षण
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
उतई, 11 जून। भाजपा प्रदेश महिला मोर्चा कार्यसमिति सदस्य एवं जिला पंचायत दुर्ग हर्षा लोकमणी चंद्राकर भाजपा के वरिष्ठजनों के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र झीट का रात्रि में आकस्मिक निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने ड्यूटी पर उपस्थित एक मात्र डॉक्टर से बातचीत की। डॉक्टर ने बताया कि 30 बिस्तर इस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कुल 8 डॉक्टर हुआ करते थे, जिसमें से अब केवल चार ही बचे हैं, जिसके कारण मरीजो को सुविधा देने में काफी मुश्किलों का सामना करते हंै।
उन्होंने इलाज कराने आये मरीजों एवं वहां भर्ती मरीजों से स्वास्थ्य एवं इलाज से संबंधित चर्चा की, तो बताया कि ये मुख्यमंत्री का क्षेत्र है, इस लिहाज से यहाँ सारी सुविधा एव भरपूर डॉक्टर एव कर्मचारी होना था, परंतु यह अस्पताल डॉक्टरों की कमी से जूझ रहा है, जिसके कारण इलाज कराने में भी काफी दिक्कतो का सामना करना पड़ता है।
इस पर हर्षा चंद्राकर ने कहा कि मुख्यमंत्री अर्थात पूरे छत्तीसगढ़ में सबसे वीवीआईपी क्षेत्र है, क्षेत्र की जनता को बहुत उम्मीद थी कि मुख्यमंत्री की विधानसभा क्षेत्र होने से उनको हर क्षेत्र में सुविधा मिलेगी, परंतु अब जनता को समझ में आ गया है सब मृग मरीचिका था। कहावत है दूर के ढोल सुहावने जैसी स्थिति आज भी है।
निरीक्षण के दौरान साथ में लोकमणी चंद्राकर अध्यक्ष उत्तर मंडल पाटन, धर्मेंद कौशिक मंडल मंत्री एव पूर्व सरपंच झीट, रूपेंद्र राजू साहू सांसद प्रतिनिधि सा स्व केंद्र झीट, पूर्व सरपंच पवन ठाकुर, युवानेता रविकांत सेन, भुपेश सिन्हा, विवेक कौशिक सहित कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 11 जून। नगर पालिक निगम, दुर्ग द्वारा पुलगांव स्थित गोकुल नगर में संचालित शहरी गौठान में आयुक्त लोकेश चन्द्राकर अधिकारियों के साथ पहुँचे। उन्होंने गोधन न्याय योजना के तहत गोबर खरीदी,वर्मी कंपोष्ट शेड एवं केचुआं पालन तथा मवेशियों के देखभाल का अवलोकन किया।
मौके पर उपायुक्त मोहेंद्र साहू,स्वास्थ्य अधिकारी जावेद अली समूह की अध्यक्ष गायत्री डोटे , व्यवस्थापक देवशीष घोष समूह की महिलाएं आदि मौजूद रहें।इस दौरान आयुक्त ने निरीक्षण कर जायजा लेते हुए गौठान में चल रही गतिविधियों की जानकारी ली।
उन्होंने कल्याणम स्व सहायता समूह से बातचीत की एवं बेहतर तरीके से वर्मी खाद बनाने निर्देश दिये एवं उत्तम क्वलिटी का खाद बनाने हेतु और कैंचुआ डालने कहा। उन्होंने समूह को यूरिया से उपचारित पैरा कुट्टी खिलाने को कहा एवं समूह के आय सम्बन्धित गतिविधियों को बढ़ाने की बात कही दूध उत्पादन,कुक्कूट पालन,वर्मी खाद निर्माण,मतस्य पालन ,बायोफ्लॉक पद्धति से मछली पालन एवं मशरूम फार्मिंग पर कार्य करने को कहा गया।व्यवस्थापक देवाशीष ने बताया कि गो-पालकों से खरीदे गए गोबर को रोस्टर सिस्टम से कंपोष्ट पीट में डाला जाता है,उन्होंने बताया कि गोबर से अन्य उत्पाद भी बनाया जा चुका है,समूह की महिलाएं द्वारा निरीक्षण के दौरान वर्मी कंपोष्ट शेड,पीट से निकलने के बाद खाद बनाने की प्रक्रिया और गोठान के मवेशियों के रहने,चारा पानी की व्यवस्था की जानकारी संचालन समिति के सदस्यों से लिये,आयुक्त ने कहा कि गोधन न्याय योजना शासन की महत्वाकांक्षी योजना है जिसका बेहतर तरीके से क्रियान्वयन करना आवश्यक है।
उन्होंने महिला स्व.सहायता समूह की महिलाओं से चर्चा कर केन्द्रों में वर्मी खाद निर्माण की प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए। गोधन न्याय योजना के सफलतम क्रियान्वयन के लिये लगातार गोधन केन्द्रों का निरीक्षण कर महिलाओं को प्रोत्साहित किया जा रहा है, जिनके परिणाम स्वरूप महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही है।
ज्ञात हो शहरी गोठान में रहने वाले सभी मवेशियों के स्वास्थ्य की जांच समय-समय पर पशु चिकित्सा विभाग के चिकित्सकों द्वारा किया जाता है, इनके रहने के लिए सामाजिक सहभागिता से दो स्थानों पर शेड भी बनाया गया है जिससे मवेशियों को धूप और बारिश से बचाया जा सके। सभी मवेशियों को चारा पानी देने के लिए कोटना का निर्माण भी किया गया है।