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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 2 जनवरी। एसडीएम बेमेतरा सुरुचि सिंह ने सोमवार को शहर एवं शहर से लगे कई स्कूलों का निरीक्षण किया। इन स्कूलों में नवीन प्राथमिक शाला नयापारा, कोबिया प्राथमिक एवं माध्यमिक शाला, सिंघौरी प्राइमरी और मिडिल स्कूल और गुनरबोड माध्यमिक शाला शामिल थे।
नवीन प्राथमिक शाला नयापारा में मध्याह्न भोजन के निरीक्षण के दौरान पाया गया कि सोमवार को बच्चों को दाल चावल, सब्जी और आचार मिलना था लेकिन किचन में केवल खिचड़ी बनी थी। किचन में बर्तन धोने के लिए कोई डिटर्जेंट नहीं था। इस दौरान प्रधान पाठक को जरूरी निर्देश दिए गए और बीईओ को कारण बताओ नोटिस जारी करने का भी लिखित आदेश दिया गया। सिंघौरी विद्यालय में स्थिति संतोषजनक पाई गई। डिटर्जेंट एवं अचार भी पये गए, इसके अलावा एसडीएम ने रसोईघर की साफ-सफाई का निरीक्षण किया और बच्चों से पूछा कि मध्याह्न भोजन का आनंद लेते हैं या नहीं। गुनारबोड़ में देखा गया कि दाल पूरी तरह से नहीं पकी है। प्रधान पाठक को दाल की अच्छी गुणवत्ता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया और यह भी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया कि स्वयं सहायता समूह रसोई कर्मचारियों को फिल्टर्ड पानी उपलब्ध कराए ताकि वे पौष्टिक दाल बना सकें। एसडीएम मध्याह्न भोजन योजना सुचारु रूप से चल रही है यह सुनिश्चित करने के लिए पूरे अनुविभाग में इस तरह का औचक निरीक्षण करते रहेंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 2 जनवरी। नई मोटर वीकल एक्ट के विरोध में जिले के सैकड़ों बसों के पहिए थमे रहे। बस ऑपरेटरों ने अपनी बसों को बस स्टैंड में पार्किंग कर विरोध प्रदर्शन करने लगे। इसके अलावा ट्रक, आटो समेत अन्य माल वाहक मालिक भी हड़ताल में शामिल हुए। बस ऑपरेटर समेत अन्य वाहन स्वामी मोटर वीकल एक्ट में हुए संशोधन के विरोध में प्रदर्शन किया। सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
प्रदर्शनकरियो ने संशोधन वापस नहीं लिए जाने की स्थिति में अनिश्चितकालीन आंदोलन की चेतावनी दी है। आंदोलनकारियों ने नायब तहसीलदार को ज्ञापन सौपा है। जिसमें मुख्य रूप से सरकार की ओर से मोटर व्हीकल एक्ट में किए गए संशोधन को वापस लेने की मांग की है। फिलहाल 3 जनवरी तक हड़ताल की घोषणा की है।
डिमांड के अनुसार टैंकर नहीं आ रहे, 50 फीसदी पंपों में पेट्रोल और डीजल की शार्टेज
शहर के दर्जन भर से अधिक पेट्रोल पंप है। जिसमें से 6 से 7 पेट्रोल पंपों में पेट्रोल नहीं मिलने के कारण लोग परेशान होते रहे। इस संबंध में पेट्रोल पंप संगठन के अध्यक्ष अखिलेश शर्मा ने बताया कि हड़ताल के कारण डिमांड के अनुसार टैंकर नहीं पहुँच पाए हैं। इसलिए पेट्रोल और डीजल की कई पेट्रोल पंपों में शार्टेज हुई है, हालांकि शहर के कई पेट्रोल पंपों में पेट्रोल अभी भी मिल रहा है।
कैन में पेट्रोल देने का विरोध, पंपों में भारी विवाद
इस संबंध में ‘छत्तीसगढ़’ संवादाता ने पड़ताल की तो मिल की कई पेट्रोल पंपों में लिमिट तय कर दी गई थी। दो से तीन लीटर तक ही पेट्रोल दिया जा रहा था। वहीं पेट्रोल पंप में कैन लेकर पहुँचे लोगों को पेट्रोल नहीं देने को लेकर वाहन स्वामी और पेट्रोल पंप कर्मचारियों के बीच तीखी बहस देखने को मिला। वाहन स्वामियों के अनुसार जो वाहन लेकर पंप पहुँचे हैं, उन्हें पहले पेट्रोल दिया जाए क्योंकि कैन में पेट्रोल देने का नियम नहीं हैं।
यात्री गंतब्य तक जाने की लेकर दिनभर होते रहे परेशान
बसों के पहिये थमने के कारण बस स्टैंड में दर्जनों यात्री अपने गंतब्य को जाने को लेकर परेशान होते रहे। अंतत: परेशान होकर यात्री लौट गए। बस स्टैंड पहुँचे मोहन वर्मा ग्राम ढारा ने बताया कि उसे निजी काम से रायपुर जाना था, लेकिन बस नहीं चलने के कारण अब लौटना पड़ रहा है। दूसरी व्यवस्था से रायपुर जाना पड़ेगा।
नागेश साहू ग्राम पांडरभट्टा ने बताया कि इसे अपने ससुराल कवर्धा जाना था, लेकिन यहां आने पर पता चला कि बसों की नहीं चलने की जानकारी मिली। कि यात्री अपने बच्चों के साथ बस स्टैंड पहुँचे थे जो अपने गंतब्य को जाने को लेकर परेशान होते रहे।
पेट्रोल पंपो में लंबी कतारें
शहर के कई पेट्रोल पंपों में अचानक पेट्रोल और डीजल की शार्टेज होने से पंपो में लोगों की भारी भीड़ लगी रही। पेट्रोल पंप कर्मियों ने बताया कि रात में भी भारी वाहनों की भीड़ लग गई थी। यही स्थिति दो दिनों से बनी हुई है। पंप में सैकड़ों लोगों की भीड़ एक साथ पहुँच गई। जहां पेट्रोल नहीं मिलने पर ,लेट होने पर लोग भारी नाराज हो रहे थे।
ड्राइवरों को क्यों हो रही परेशानी
बस ऑपरेटर ललित विश्वकर्मा ने बताया कि कानून में संशोधन से पहले स्टेक होल्डर्स से सुझाव नहीं लिए गए है। प्रस्तावित कानून में कई खामियां है। देशभर में पहले से ही 25-30 फीसदी ड्राइवरों की कमी है। इस तरह के कानून से ड्राइवरों की और कमी बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि ड्राइवरों की परेशानी के तरफ सरकार का ध्यान नहीं है। देश की अर्थव्यवस्था में सबसे बड़ा योगदान रोड ट्रांसपोर्ट और ड्राइवरों का है।
10 साल की सजा व 7 लाख रुपए जुर्माना का प्रावधान
केन्द्र सरकार द्वारा सडक़ हादसों पर नियंत्रण करने के लिए हिड एंड रन कानून में बदलाव किया जा रहा है। ड्राइवर इस कानून को लाने का विरोध कर रहे हैं। दरअसल इंडियन पीनल कोड 2023 में हुए संसोधन के बाद एक्सीडेंट होने पर ड्राइवर को10 साल की सजा और 7 लाख रुपए के जुर्माने का प्रावधान किया गया है। बस ऑपरेटर आंनद साहू ने बताया कि नियम आने के बाद भारी वाहन चालक अपनी नौकरिया छोड़ रहे हैं। भारतीय न्याय संहिता 2023 में एक्सीडेंट में दोषी वाहन चालकों को 10 साल की सजा का प्रावधान है, जो कि हमारे परिवहन उद्योग को खतरे में डाल रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 1 जनवरी। बेरला विकासखंड में बीते दिवस भेडऩी, घोटमर्रा, देवरबीजा केशडबरी, सुरुजपुरा, कोदवा खिसोरा, परपोड़ा, खमरिया, रेवे पतोरा होते हुए ग्राम पंचायत सोढ़ व सींवार में संकल्प यात्रा का स्वागत किया गया। वहीं सरदा व अतरगढ़ी में रविवार को विकसित भारत संकल्प यात्रा वैन पहुंचने पर ग्रामीणों ने स्वागत किया।
पूर्व विधायक अवधेश सिंह चंदेल के मुख्य आतिथ्य, जिला पंचायत सभापति पुष्पा टंकेश साहू ,मंडल अध्यक्ष बलराम पटेल ,सदस्य सन्ध्या परगनिहा, प्रहलाद रजक,सरपंच ग्राम पंचायत सरदा,भटगांव, बावन लाख की उपस्थिति में विकसित भारत संकल्प यात्रा सपन्न हुआ। विकसित भारत संकल्प यात्रा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संदेश, विकसित भारत संकल्प, स्वच्छता शपथ,शासन के योजनाओं के लाभार्थियों की मेरी कहानी मेरी जुबानी,के साथ हुआ। आयोजन में प्रधानमंत्री उज्जवला योजना, सुपोषण किट, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि,धान बोनस,स्कूल शिक्षा विभाग के बच्चों को प्रस्सति पत्र प्रदान किया गया।विभिन्न विभागों के योजनाओं की जानकारी एवम आवेदन प्रक्रिया सहित लाभार्थियों को योजनाओं का लाभ उपस्थित विभागीय काउंटरों में दिया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 1 जनवरी। बेमेतरा-बेरला जाने वाले मुख्य मार्ग में ग्राम बीजाभाट में बीचों-बीच सडक़ में बड़ा गड्डा होने से कभी गंभीर दुर्घटना आशंका बनी हुई। गड्ढे से राहगिर परेशान हो रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि अभी तक 10-12 बाइक सवार गिरकर चोटिल हो चुके हैं। रात के अंधेरे में तो यहां गड्डा और भी खतरनाक साबित होती हैं। यहां हाल लगभग 1 से डेढ़ माह बीत चुका है, लेकिन अभी तक कोई मरम्मत कार्य व्यवस्था नहीं किया गया जो बड़े दुर्घटना का स्थिति बन सकती है। यह जानकारी आशीष सिन्हा, गोलू भाई, धर्मेंद्र यदू, दिनेश सिन्हा ने दी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 1 जनवरी। ग्राम लालपुर में मकान का दीवार तोड़ते समय गिरने से 48 वर्षीय महिला की मौत हो गई व दो बच्चे गंभीर रूप सें घायल हो गए। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच प्रांरभ कर दिया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार बीते 30 दिसंबर को ग्राम लालपुर मं गंगोत्री बाई पति सत्तू राम राजपूत (48) अपने पुराने मकान का दीवार तोड़ रही थी कि अचानक दीवार भरभराकर ऊपर गिर जाने से महिला के सिर में गंभीर चोट आई जिसे उपचार के लिए शासकीय अस्पताल नवागढ़ लाया गया था जहां पर डॉक्टर ने जांच कर मृत्यु होना बताया। इसके बाद शव को मरचुरी भेजा गया।
हादसे में दो बच्चे भी घायल
गंगोत्री बाई की नतनीन कुमारी दिव्या एवं नाती करण कुमार लोधी राजपूत करीब खड़े थे। दीवार गिरने से दोनों भी जद में आकर घायल हो गए। दोनों की स्थिति को देखते हुए शासकीय अस्पताल नवागढ़ से दीगर अस्पताल के लिए रेफर किया गया। चौकी प्रभारी डिग्री लाल सोना ने बताया कि महिला के पति की रिपोर्ट पर मर्ग कायम कर जांच की जा रही है। शव का पीएम कर परिजनों को सौंप दिया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 1 जनवरी। नगर पंचायत दाढ़ी में स्थित पुलिस थाना में गत वर्ष की तुलना में अपराध में कमी आई है। 2020 में 189, 2021 में 151, 2022 में 142 और इस वर्ष 2023 में 122 अपराध पंजीबद्ध हुए हैं। इन चारों वर्षों में अपराध में कमी तो आई है परंतु जुआ-5,सट्टा- 7, नकबजनी- 2, आबकारी अधिनियम 1915 के 54 इस प्रकार क्षेत्र में अवैध शराब की बिक्री, जुआ व सट्टा के मामले सामने आ रहे हैं।
विशेष कर इन सभी अपराधों में स्कूली बच्चों के साथ-साथ युवा वर्ग सबसे ज्यादा लिप्त हो रहा है। पुलिस विभाग की सबसे बड़ी समस्या डॉक्टरी मुलाहिजा शासकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में नहीं हो पाने की है। दरअसल स्वास्थ्य केंद्र में एमबीबीएस डॉक्टर का पद सालों से खाली है। ऐसे में डॉक्टरी मुलाहिजा नहीं होने के कारण पीडि़त पक्ष को 30 किलोमीटर दूर जिला अस्पताल बेमेतरा ले जाना पड़ता है। जिसका खामिया जब पीडि़त पक्ष को उठाना पड़ता है। अधिकांश अपराधों में डॉक्टरी मुलाहिजा अत्यंत आवश्यक है तभी अपराध पंजीबद्ध हो पता है।
थाने में पुलिस कर्मियों के पद रिक्त
थाने में निरीक्षक का एक पद ,उपनिरीक्षक तीन पद, सहायक उप निरीक्षक के दो पद, प्रधान आरक्षक के आठ पद, और आरक्षक 43 पदों में से 22 पद रिक्त है। इस थाने में प्रधान रक्षा के 6 कार्यरत है। वही दो अटैच है। महिला आरक्षक का पद है परंतु वह भी अटैच है। वही 21आरक्षक में 10 आरक्षण अटैच है। इसप्रकार 65 की स्वीकृति तैनाती बोल के स्थान पर 14 तैनाती बाल कार्यरत है, जिनके ऊपर 67 गांव में सुरक्षा का जिम्मा है। ऐसे में नियमित पेट्रोलियम एवं रात्रि कालीन अगस्त का सहज अंदाजा लगाया जा सकता है।
थाने में स्टाफ की कमी, नियमित रूप से नहीं हो पाती पेट्रोलिंग
जनपद पंचायत सदस्य अर्पित गुप्ता ने बताया कि वास्तव में पुलिस थाना में दाढ़ी में स्टाफ की कमी के कारण नियमित रूप से 67 गांवों में पेट्रोलिंग नहीं हो पाती, जिसके कारण आपराधिक तत्वों के हौसले बुलंद हैं। शराब की बिक्री, जुआ व सट्टा अपनी चरम सीमा पर है। विभाग द्वारा केवल खानापूर्ति की जाती रही है। चोरी के कई ऐसे प्रकरण हैं, जिसे आज तक पुलिस नहीं पकड़ पाई है। मोबाइल की चोरी, साइबर क्राइम के ऐसे प्रकरण हैं, जो केवल थाना के रिकॉर्ड में ही है। मोबाइल से धोखाधड़ी बैंक खाते से हजारों रुपए पार हो गए, जिसकी सूचना तुरंत थाने में दर्ज करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो पाई।
जनप्रतिनिधियों के कार्यक्रम की सूचना नहीं दी जाती
इस पुलिस थाना के अंतर्गत सबसे बड़ी समस्या क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों के द्वारा किसी भी प्रकार के कार्यक्रम आयोजन करने के पहले थाना में सूचना नहीं दी जाती। थाना के अंतर्गत 67 गांव हैं, जहां पक्की सडक़ें हैं, जिनमें अधिकांश जर्जर हो गए हैं, जिसके कारण आवागमन में काफ ी दिक्कतें होती हैं। 67 गांव के जनप्रतिनिधियों को पुलिस का सहयोग करने एवं पुलिस व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए इस विषय पर चर्चा करने बुलाया भी जाता है, परंतु वे लोग इस विषय को गंभीरता से नहीं ले रहे और ना ही चर्चा करने थाना पहुंच रहे हैं। ऐसे में सामाजिक अपराधों पर अंकुश लगाने मे दिक्कतें आती हैं।
डॉक्टर नहीं होना सबसे बड़ी समस्या
प्रशिक्षु उप पुलिस अधीक्षक बृज किशोर यादव ने कहा कि सबसे बड़ी समस्या यहां नगर पंचायत एवं तहसील मुख्यालय होने के बावजूद भी शासकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एमबीबीएस डॉक्टर नहीं है, जिसके कारण पीडि़तों को समुचित रूप से प्राथमिक उपचार नहीं मिल पाता है। डॉक्टरी मुलाहिजा के लिए उन्हें 30 किलोमीटर दूर जिला अस्पताल ले जाया जाता है।
जिले के लिए राजनीतिक और प्राकृतिक दृष्टि से उथल-पुथल से भरा रहा पूरा साल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 31 दिसंबर (आशीष मिश्रा)। बेमेतरा के कलेक्टर पदुम सिंह एल्मा को 18 जुलाई को देश के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भूमि सम्मान से सम्मानित किया। इसके तहत पीएस एल्मा को प्लेटिनम सर्टिफिकेट सम्मान दिया गया। यह अवॉर्ड बेमेतरा जिले में किए गए कार्य के लिए बेमेतरा डिस्ट्रिक्ट को मिला। जिसका पुरुस्कार कलेक्टर ने ग्रहण किया।
बेमेतरा प्रशासन को भूमि प्रबंधन में बेहतरीन कार्य करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर भूमि सम्मान से सम्मानित किया गया था। दरअसल डिजिटल इंडिया लैण्ड रिकॉर्ड मॉर्डनाइजेशन प्रोग्राम (डीआईएलआरएमपी ) के तहत प्रदेश में बेहतर काम हुए है। जिसमे आम लोगों को भूमि संबंधित जानकारियां मिलना आसान हुआ है। भारत के 9 राज्यों के68 जिलों को यह सम्मान मिला है।
श्रीराम मंदिर भूमि विवाद को लेकर प्रदर्शन
मामला बेमेतरा के श्रीराम मंदिर न्यास से जुड़ा हुआ है। जहां श्रीराम मंदिर ट्रस्ट की लगभग साढ़े चार एकड़ की भूमि को मंदिर न्यास के पदेन प्रबंधक , तत्कालीन तहसीलदार और अनादेवक के बीच सहमति बनाकर कोरोना काल के समय मे बदलाव किया गया। तहसीलदार व एसडीएम के द्वारा किए गए बदलाव को तत्कालीन कलेक्टर शिव अनंत तायल ने अपने नोट सीट में इसे गलत ठहराया था। दो साल बाद इसका खुलासा होने के बाद गलत तरीके से मंदिर की भूमि बदलाव मामले में भाजपा समर्थित पार्षद नीतू कोठारी आमरण अनशन में बैठ गयी। जिन्हें हिंदूवादी संगठन के लोगों का समर्थन मिल रहा था। वही मामले को लेकर कलेक्टर ने जमीन के बदलाव को गलत ठहराया था।
भिभौरी को मिला महाविद्यालय
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बेरला ब्लॉक के ग्राम उफरा में 5 फरवरी को मनवा कुर्मी क्षत्रिय समाज धमधा राज के77 वें वार्षिक राज अधिवेशनबम बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। समाज की मांग पर भिंभौरी में महाविद्यालय की घोषणा की थी।
करंट से महिला की मौत, प्रदर्शन
बेमेतरा के पडक़ीडीह में 3 जून को तार की चपेट में आने से एक महिला की मौत हो गई थी। महिला की मौत के बाद ग्रामीणों ने चक्काजाम कर विरोध प्रदर्शन किया था। ग्रामीनोबके प्रदर्शन के बाद बिजली विभाग के लाईनमैन को निलंबित कर दिया गया था। प्रदर्शन में पूर्व कैबिनेट मंत्री दयालदास बघेल भी शामिल हुए थे। जिनके खिलाफ सडक़ अवरुद्ध करने को लेकर नवागढ़ थाने की पुलिस ने अपराध दर्ज किया था।
सीएम के वाहन के पीछे युवक ने की आत्महत्या की कोशिश
25 अक्टूबर को कलेक्ट्रेट के सामने एक युवक प्रमोद साहू ने आत्महत्या का प्रयास किया। युवक ने कलेक्ट्रेट के मुख्यगेट पर मुख्यमंत्री बघेल के वाहन के पीछे अपने ऊपर केरोसिन डालकर आत्महत्या की कोशिश की। इस दौरान वहां मौजूद लोगों ने युवक को पकड़ लिया। इस दौरान युवक के पत्नी और बच्चे भी मौके पर मौजूद थे। बेमेतरा पुलिस ने युवक की घटना के बाद हिरासत में लेकर सिटी कोतवाली पुलिस थाने ले गई थी। जहां शख्त ने अपने बच्चों को रांका गांव के स्कूल से निकाले जाने से खफा था।
बिरनपुर-हिंसा, राजनीतिक परिदृश्य बदला
बिरनपुर में सांप्रदायिक दंगे में दोनों समुदाय से तीन लोगों की मृत्यु हुई थी। इस घटना के बाद जिले का राजनीतिक परिदृश्य पूरी तरह से बदल गया। भुनेश्वर साहू को भाजपा ने विधानसभा चुनाव में अपना प्रत्याशी बनाया। इसके बाद ईश्वर साहू ने जनता का समर्थन प्राप्त कर जीत हासिल की।
बड़ी कंपनियों के प्लांट खोलने का विरोध
पूर्व प्रदेश सरकार ने जिले में 10 से अधिक प्लांट खोलने को लेकर कई बड़ी कंपनियों से एमओयू किया। इसके बाद संबंधित क्षेत्र के लोग खुलकर विरोध करने लगे , जो आज भी जारी है।
नवागढ़: राजनीतिक-प्राकृतिक दृष्टि से उथल पुथल भरा रहा
नवागढ़ विधानसभा में सत्र 2023 में सर्वाधिक चर्चा रही तो ग्राम मुड़पार एवं झिरिया में प्रस्तावित उद्योग का विरोध का रहा। ग्राम मुलमुला में पोल्ट्री फार्म में ग्रामीणों की शिकायत के बाद हुए आंदोलन एवं कांग्रेस नेताओं के खिलाफ दर्ज अपराध को लेकर जमकर हंगामा हुआ।
तत्कालीन विधायक गुरुदयाल सिंह बंजारे ने नगर में सियाराम मंदिर निर्माण का भूमिजन किया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दाढ़ी एवं नादघाट में भेंट मुलाकात का आयोजन किए। ग्राम मदनपुर में आगजनी से गरीबों के आशियाने जलकर खाक हो गए। बारिश का कहर कम नहीं हुआ, नगर पंचायत की व्यवस्था कलई खुल गई। निचली बस्तियों में पानी का भराव हुआ।
ग्राम कटाई में साइबेरियन परिंदे बड़ी संख्या में बारिश का शुभ संकेत लेकर आए। जनपद पंचायत अध्यक्ष अंजली मार्कण्डेय के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आया कुर्सी बचाने में सफल रही। नवागढ़ विधानसभा में कांग्रेस ने सिटिंग विधायक की टिकट काटकर मंत्री रुद्र गुरु को मैदान में उतारा चुनाव प्रचार के दौरान उनके वाहन पर पथराव हुआ। इसे राजनीति का रंग देने का प्रयास असफल हुआ।
कांग्रेस प्रत्याशी के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल चुनावी सभा करने आए। भाजपा ने पहले से घेराबंदी की थी पहली तेज तर्रार वक्ता अजय चंद्राकर आए, फिर असम के सीएम हिमंता बिश्व शर्मा आए, साक्षी महाराज आए, फिर केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर आए। तमाम विशेषज्ञ की गणित फैल कर भाजपा प्रत्याशी दयालदास बघेल ने जीत दर्ज कर खाद्य मंत्री बने।
दिसंबर में नवागढ़ नगर पंचायत अध्यक्ष तिलक घोष अविश्वास प्रस्ताव में निपट गए। कांग्रेस के बहुमत वाले नगर पंचायत में अध्यक्ष को केवल दो मत मिले, विरोध में बारह मत मिले।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 31 दिसंबर। अलसी डंठल के रेशे से कपड़ा बनाना। सुनने में अजीब लगता है पर बेमेतरा में यह होने वाला है। रेवेन्द्र सिंह वर्मा कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र बेमेतरा में लिनेन फ्राम लिनसीड स्टाक के प्रयोगशाला भवन में अलसी के अपशिष्ट के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं की आजीविका वृद्धि परियोजना अंतर्गत 20 महिलाओं का अलसी के धागा का बुनाई पर 40 दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया। ये महिलायें अलसी के डंठल के रेशे से लिनेन की क्वालिटी का कपड़ा बनाएंगी, इस रेशे से बने कपड़े की क्वालिटी अच्छी होने के कारण इसकी डिमांड भी अच्छी है। अलसी की खेती और कपड़ा उद्योग को बढ़ावा देने कृषि विवि मदद कर रहा है।
कलेक्टर पीएस एल्मा कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र पहुँचे। लिनेन फ्राम लिनसीड स्टाक के प्रयोगशाला भवन का भ्रमण किया और प्रशिक्षित महिलाओं से बातचीत की। महिलाओं ने प्रशिक्षण को उपयोगी बताया। कलेक्टर ने कहा कि हाथों के हुनर की प्रशंसा के साथ अच्छी क़ीमत भी मिलती है। इसलिए प्रशिक्षण में जो बताया जाये उसे अच्छे से सीखें। यह आपकी आय और तरक्क़ी का रास्ता खुलेगा।
श्री एल्मा ने महिलाओं से अलसी के रेशे से कपड़ा बनाने की पूरी प्रक्रिया पूछी। उन्होंने कहा कि इस काम को अपना कर वे अपनी आर्थिक परिस्थिति को सुधार सकते हंै।
कलेक्टर श्री एल्मा ने महिलाओं को प्रशिक्षण प्रमाण पत्र दिये। अधिष्ठाता डॉ.आरएन सिंह ने कहा कि ग्रामीण महिलाये घर में कार्य करते हुये अपनी आजीविका के आय में वृद्धि कर सकते है। साथ ही महिलाओं को अच्छे कार्य के लिये प्रेरित किया। जि़ला प्रशासन ने खनिज निधि से ग्रामीण महिलायों को धागा बनाने एवं कपड़ा बनाने के लिये महिलाओं को प्रशिक्षित करने राशि स्वीकृत की है।
डॉ.केपी वर्मा नोडल अधिकारी ने बताया कि प्रशिक्षित महिलाएं शुरुआत में 3 से 4 हज़ार रुपये प्रति माह अपने घरेलू कार्य कर के भी कमा सकती है। अपने जीवन स्तर को खुशहाल बना सकती है। प्रत्येक महिलायें हर दिन लगभग 10 मीटर कपड़ा बना सकती हैं जिससे 300-400 रुपये प्रति दिन कमा सकती है। धागा निर्माण करके लगभग 250 ग्राम से 300 ग्राम उच्च गुणवत्ता धागा कर निर्माण कर लगभग 250-300 रुपये प्रतिदिन घर में कार्य करते हुये कमा सकता है।
भविष्य में प्रशिक्षित महिलाओं की सोसाइटी का पंजीयन कराकर इस महिलाओं को सक्षम बनाना है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 31 दिसंबर। 67वें राष्ट्रीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता 2 से 5 जनवरी तक बिलासपुर में आयोजन होगा। इस प्रतियोगिता मे सहभागिता के लिए छत्तीसगढ़ की टीम का चयन बिलासपुर में विगत 23 से 26 सितंबर को आयोजित राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता में किया गया था। जिसमें दुर्ग संभाग की अंडर 17 बालिकाओं ने उपविजेता तथा बालकों ने कांस्य पदक जीता था।
उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के आधार पर जेवरा विद्यालय के अनुसुईया, दामिनी, पिंकी, मंदीप कुमार, कमलेश कुमार का चयन स्कूल नेशनल टूर्नामेंट के लिये छत्तीसगढ़ की टीम के लिए किया गया था।
बिलासपुर रवाना हुए खिलाड़ी
जेवरा व्यायाम शिक्षक मृत्यूंजय शर्मा ने बताया कि जेवरा के सभी खिलाड़ी प्री नेशनल कैम्प में भाग लेने के लिये 30 दिसंबर को बिलासपुर रवाना हुए। कैम्प के पश्चात स्कूल नेशनल में टीम शामिल होगी।
जेवरा विद्यालय के पांचों खिलाडियों को प्रतियोगिता मे उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए जिला शिक्षा अधिकारी अरविंद मिश्रा,विकासखंड शिक्षा अधिकारी आलोक खरे, जेवरा विद्यालय के प्राचार्य एमआर ध्रुव, प्रधान पाठक विनोद चौहान, व्याख्यातागण सोमेश्वर देवांगन, संतोष साहू, योगेश्वर देवांगन, नीता साहू, दीप शिखा माने, रश्मि अग्रवाल, पदमजा सिंग, मन्जूषा सिंह, रोशनी गुप्ता, प्रिंस सिंह, कमल यादव ने अपनी शुभकामनाएं दी हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 30 दिसंबर। भारत निर्वाचन आयोग एवं निर्वाचन पदाधिकारी छत्तीसगढ़ के निर्देशानुसार विधानसभा सामान्य निर्वाचन-2023 के तहत निर्वाचन लडऩे वाले अभ्यर्थियों, निर्वाचन एजेंट द्वारा संधारित निर्वाचन व्यय लेखों के मिलान के लिए व्यय प्रेक्षक ब्रजेश कुमार सिंह की उपस्थिति में लेखा समाधान बैठक जिला कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई।
बैठक में संधारित लेखों की समीक्षा की जाकर अभ्यर्थियों के व्यय लेखा को अन्तिम रूप दिया गया। व्यय प्रेक्षक सिंह ने उपस्थित अभ्यर्थियों/निर्वाचन एजेंट द्वारा संधारित निर्वाचन व्यय लेखों और कार्यालय के निर्वाचन व्यय रजिस्टर में दर्ज व्यय के संबंध में संदेह या आपत्ति के संबंध में सभी संतुष्ट थे। व्यय प्रेक्षक ने निर्वाचन व्यय संबंधी पूछे गए प्रश्नों का समाधान किया। कलेक्टर पीएस एल्मा ने बैठक में राजनीतिक दल के प्रतिनिधियों से आगामी लोकसभा निर्वाचन में इसी तरह सहयोग की अपेक्षा की।
मतदाता सूची में नाम जोडऩे-काटने के लिए 22 जनवरी तक आवेदन
आगामी लोकसभा निर्वाचन के लिए मतदाता सूची छह जनवरी से तैयार की जाएगी। 22 जनवरी तक सूची में नाम जोडऩे, हटाने और संशोधन के लिए आवेदन लिए जाएंगे। इनका निराकरण करके 8 फरवरी को अंतिम प्रकाशन किया जाएगा।
तीनों विधानसभा प्रत्याशियों का व्यय लेखा रजिस्टर प्रस्तुत
नोडल अधिकारी, निर्वाचन व्यय अनुवीक्षण पिंकी मनहर ने जिले की तीनों विधानसभा के प्रत्याशियों का व्यय लेखा निर्वाचन रजिस्टर में दर्ज व्यय का ब्यौरा प्रस्तुत किया। इसके साथ अभ्यर्थियों, निर्वाचन एजेंट द्वारा संधारित निर्वाचन व्यय लेखों को बताया। किसी ने कोई आपत्ति दर्ज नहीं की। बैठक में अपर कलेक्टर डॉ.अनिल बाजपेयी, सीएल मार्कण्डेय, एसडीएम बेमेतरा सुरुचि सिंह व संयुक्त कलेक्टर उमाशंकर बंदे आदि उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 30 दिसंबर। सत्ता बदली पर व्यवस्था नहीं। आलम यह है कि रबी फसल की तैयारी कर रहे किसानों को खाद के लिए भटकना पड़ रहा है। सेवा सहकारी समितियां के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं।
बावजूद खाद नहीं मिलने पर किस मजबूरन बाजार से महंगे दामों पर खरीद रहे हैं। क्षेत्र के किसान खाद खरीदने के लिए समितियां में पहुंच रहे हैं लेकिन समिति प्रमुख उन्हें संतोषजनक जवाब देने की स्थिति में नहीं है। विशेषकर यूरिया व डीएपी की साल्टेड बनी हुई है। हर साल यही स्थिति रहती है। सरकार किसी की भी रहे खाद व बीज की व्यवस्था उपलब्ध को लेकर किसानों को भटकना पड़ता है। सरकार बदलने से किसानों की उम्मीद जगी थी। खाद व बीज की उपलब्ध सुनिश्चित की जाएगी, लेकिन हालात जस के तस बने हुए हैं।
परेशान किसान समितियों के चक्कर लगा रहे
किसानों ने बताया कि रबी फसल की तैयारी शुरू हो चुकी है। किसान खाद व बीज की भंडारण कर रहे हैं। लेकिन उपलब्धता नहीं होने के कारण किसान परेशान हैं। इस संबंध में किसान लगातार शिकायत के बावजूद प्रशासन अपने ढर्ऱे पर चल रहे हैं। किसानों की परेशानी की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
खाद की उपलब्धता को लेकर समिति नहीं दे रही संतोषजनक जवाब
लोलेसरा समिति के किसान बहल वर्मा ने बताया कि खाद की उपलब्धता को लेकर किसान परेशान है। किसान समितियो के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन संतोषजनक जवाब नहीं मिल पा रहा है।
इसीतरह ग्राम बहेरा के किसान ऋषि वर्मा ने बताया कि समिति में डीएपी नहीं मिल रही है। किसानों को 20:20:13 खाद कमाई जा रही है। मजबूरी में किसान खाद ले जा रहे हैं। किसान सरकार के इस रवैये से परेशान हैं।
इसीप्रकार कंतेली के कृषक दया सिंह वर्मा ने बताया कि किसानों को डीएपी व यूरिया के लिए भटकना पड़ रहा है। समितियों में खाद नहीं मिलने पर किसान बाजार से महंगे दामों पर खरीद रहे हैं। बाजार में भी खाद जरूरत के हिसाब से उपलब्ध नहीं है।
लक्ष्य के विरुद्ध खाद का भंडारण 80 फीसदी से भी कम, दिक्कत
जिले में 27,201 टन खाद की आपूर्ति का लक्ष्य रखा गया है। वर्तमान में सिर्फ 20 प्रतिशत खाद का भंडारण समितियों में किया गया है। ऐसी स्थिति में किसानों को खाद के लिए भटकना पड़ रहा है, जिसमें मुख्य रूप से 12 हजार 956 टन यूरिया के लक्ष्य के विरुद्ध 3 हजार 265 टन, 8 हजार 183 टन डीएपी के लक्ष्य के विरुद्ध 3368 डीएपी की आपूर्ति की गई है। ऐसी स्थिति में समितियो में खाद की शॉर्टेज बनी हुई है। वहीं प्रशासनिक व्यवस्था की भी पोल खुल गई है, जहां अब तक पीओएस मशीन की उपलब्धता सुनिश्चित नहीं की गई, जो ऑनलाइन वितरण के लिए बहुत जरूरी है।
पूर्व विधायक आशीष छाबड़ा ने कहा कि किसानों के भटकने से प्रशासनिक व्यवस्था की पोल खुल गई। हमारी सरकार में किसानों को समय पर खाद व बीज उपलब्ध कराई जा रही थी। केन्द्र सरकार ने हर बार अड़ंगा डालने की कोशिश की, लेकिन कांग्रेस की राज्य सरकार ने किसानों को परेशान नही होने दिया। किसानों की परेशानियों ने भाजपा सरकार के बड़े-बड़े दावों की पोल खोल दी है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 30 दिसंबर। बोर्ड कक्षा 12वीं की वार्षिक परीक्षा 1 मार्च व दसवीं की 2 मार्च से शुरू होगी। माध्यमिक शिक्षा मंडल की घोषणा के बाद जिला शिक्षा अधिकारी अरविंद मिश्रा ने सभी हाई स्कूल, हायर सेकेंडरी स्कूल के प्राचार्य को टाइम टेबल जारी कर दिया।
वार्षिक परीक्षा में बेहतर परिणाम के लिए शिक्षा विभाग में प्लान तैयार किया है। इसके अनुसार सभी आत्मानंद स्कूल सहित 168 हाई स्कूल, हायर सेकेंडरी स्कूल में विशेषज्ञ शिक्षकों को तैयारी किए गए प्रश्न बैंक को वितरित किया जाएगा। वहीं 5 साल के प्रश्न पत्रों को भी छात्रों से सुलझाया जाएगा। इस दौरान साल भर के पूरे कोर्स को फिर से रिवाइज कराया जाएगा। इस दौरान छात्राओं को समस्याएं सुलझाने शिक्षकों को जिम्मेदारी दी गई जाएगी।
डीईओ ने प्राचार्य की बैठक लेकर दिए आवश्यक निर्देश
जिला शिक्षा अधिकारी अरविंद मिश्रा के अनुसार अर्धवार्षिक परीक्षा के आधार पर मेधावी छात्रों को चिन्हांकित कर विशेष कोचिंग दी जाएगी। बेहतर परीक्षा परिणाम के लिए जिला शिक्षा अधिकारी के द्वारा जिले के सभी हाई, हायर सेकेंडरी स्कूल के प्राचार्य की बैठक ली गई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 30 दिसंबर। विधानसभा के ग्राम देवादा में न्यू स्टार कबड्डी क्लब एवं ग्रामीणों द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय एक दिवसीय कबड्डी प्रतियोगिता में किसान नेता योगेश तिवारी बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए।
इस अवसर पर किसान नेता ने खिलाडिय़ों का उत्साहवर्धन किया। इस अवसर पर उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए किसान नेता योगेश तिवारी ने कहा कि पूर्व में कबड्डी खेल को गांव का खेल कहा जाता था, लेकिन वर्तमान में यह खेल शहरों में भी खेला जा रहा है। राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कबड्डी प्रतियोगिताएं आयोजित हो रही है। भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद अब खिलाडिय़ों के प्रशिक्षण के लिए फंड की कमी नहीं होने दी जाएगी।
प्रदेश सरकार की ओर से खिलाडिय़ों को प्रोत्साहित किया जाएगा। गांवों मे आयोजित प्रतियोगिताओं में खिलाडिय़ों को अपनी खेल प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलता है और अच्छे खिलाड़ी सामने आ रहे। गांव से निकल कर खिलाड़ी राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने गांव व क्षेत्र का नाम रोशन कर रहे हैं।
इस अवसर पर जितेंद्र पाल, गंगासागर निषाद, धनराज पाल, अजय निषाद घनश्याम यादव, खेदराम पाल, धनराज पाल, सोमेश पाल, जीतेश निषाद, दिनेश्वर साहू, सागर निषाद, हीरासिह, जयप्रकाश निषाद, गोपाल पाल, भावेश पाटिल, भूपेंद्र साहू, यश यादव, दीपक यदु, रिंकू साहू, खिलेश साहू, शिवरतन निषाद, सतीश निषाद, सुदामा, नीलकंठ निषाद, पुरुषोत्तम पाल, भूषण साहू, जागेश्वर साहू, करण यादव, धमेंद्र पाल, मनीष, जीवन आदि मौजूद थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 29 दिसंबर। जिले के छोटे से गांव-राजकुड़ी में खेती किसानी के साथ अन्य व्यवसाय से जुड़े कृषक टोपेंद्र सिंह वर्मा को 2 साल का बोनस 14 लाख रुपए मिला। कृषक ने बताया कि बोनस की राशि से लोन पटाएंगे और निजी कार्यों में लगाएंगे। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का आभार व्यक्त किया। बोले बोनस राशि कर्जा पटाने और निजी कार्य में खर्च करेंगे। सरल स्वभाव के टोपेंद्र सिंह ने शासन को धन्यवाद दिया।
टोपेंद्र सिंह ने बताया कि वे चार भाई थे, किंतु तीन भाई की मौत हो गई। सभी की 600 एकड़ खेती की जमीन है। बीजाभाठ समिति के खिलौरा धान उपार्जन केंद्र में 4703 क्विंटल धान बेचा था, जिसका 300 रुपये प्रति क्विंटल से दो खरीफ वर्ष की बोनस राशि मुख्यमंत्री के हाथों बैंक में ट्रांसफर हुई। हमारा पूरा परिवार बेहद खुश है। उन्होंने कहा बोनस राशि भाइयों के परिवार का भी पूरा हक है। उनके हिस्से की राशि सम्मान के साथ दी जाएगी। इस मौके पर भावुक होकर अपने तीनों भाइयों भोजेंद्र, चितेंद्र और छाकेंद्र सिंह को स्मरण किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 29 दिसंबर। फॉस्टर केयर के लिए चिन्हांकित एक बालिका का प्लेसमेंट बाल कल्याण समिति-जिला बेमेतरा के आदेश से रायपुर जिले के निवासी श्रीवास्तव परिवार में हुआ। उक्त बालिका बाल कल्याण समिति बेमेतरा के आदेशानुसार शासकीय बालक (बालिका) गृह रायपुर में संस्थागत थी। बालिका गृह में पोषण देखरेख के सत्र के पश्चात बालिका द्वारा परामर्शदाता के समक्ष फॉस्टर में जाने के लिए सहमति प्रदान की गई थी। जिसके पश्चात पोषण देखरेख के लिए प्रक्रिया शुरू की गई। परिवार व बालिका दोनों ही काफी उत्साहित नजर आए।
बाल कल्याण समिति जिला बेमेतरा, जिला कार्यक्रम अधिकारी बेमेतरा, जिला बाल संरक्षण अधिकारी बेमेतरा एवं जिला बाल संरक्षण इकाई बेमेतरा इस मामले को लेकर काफी उत्सुक थे व सारी औपचारिकताएं किशोर न्याय अधिनियम के प्रावधानों के अनुरूप पूर्ण किया गया। साथ ही समिति के सभी सदस्यों द्वारा बच्चे के बेहतर भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी गई।
इस पूरी प्रक्रिया में संचालनालय महिला एवं बाल विकास विभाग बाल कल्याण समिति बेमेतरा जिला बाल संरक्षण अधिकारी बेमेतरा गैर संस्थागत अधिकारी बेमेतरा का बहुत महत्वपूर्ण भूमिका रही। साथ ही बाल कल्याण समिति रायपुर, प्रभारी जिला बाल संरक्षण अधिकारी रायपुर, जिला बाल संरक्षण इकाई रायपुर, ग्राम पंचायत नरी के सरपंच एवं पंचगण तथा सेन्टर ऑफ एक्सीलेंस इन अल्टरनेटिव केअर द्वारा इस पूरी प्रक्रिया में पूर्ण रूप से सहयोग मिला। अवगत होवें कि यह बेमेतरा में पोषण देखरेख (फॉस्टर केयर) स्थापन का पहला प्रकरण है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 29 दिसंबर। ग्रामीण क्षेत्र के हल्का पटवारियों का ब्लॉक व जिला मुख्यालय में कार्यालय संचालित करने से आमजनों में खासी नाराजगी है। छोटे से छोटे काम के लिए किसान, मजदूर व लोगों को भटकना पड़ता है। आलम यह है कि 20 से 25 किमी दूरी से लोग अपने काम के लिए जिला व ब्लॉक मुख्यालय पहुंचते हैं। कई बार पटवारी से मुलाकात नहीं होने पर काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
पटवारी को हल्का मुख्यालय में सोमवार व मंगलवार को अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने के निर्देश यह समस्या लंबे समय से बनी हुई है। कई बार शिकायत के बावजूद इसका निराकरण नहीं हो पा रहा है। सत्ता व सरकार बदलने के बावजूद व्यवस्था में परिवर्तन नहीं हुआ है। राजस्व विभाग के अधिकारियों को इसकी जानकारी होने के बावजूद कार्रवाई को लेकर ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।
20 से 25 किमी की दूरी तय कर जिला मुख्यालय आ रहे किसान व ग्रामीण
वर्तमान में हल्का पटवारी अपने मुख्यालय में नहीं जा रहे हैं, जबकि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राजस्व मामलों का निपटारा समय सीमा में करने के कड़े निर्देश दिए हैं। जिला मुख्यालय में संचालित ग्रामीण क्षेत्र के कई पटवारी कार्यालय में जाकर पड़ताल करने पर किसानों ने बताया कि छोटे से छोटे काम के लिए पटवारी कार्यालय चक्कर लगाने पड़ते हैं। हल्का में कार्यालय संचालित नहीं होने से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। 20 से 25 किमी की दूरी तय कर जिला मुख्यालय आना पड़ता है, बावजूद कई बार काम नहीं हो पता।
4 साल पहले गाइडलाइन जारी
पटवारियों के मुख्यालय में उपस्थित नहीं रहने की शिकायत के बाद छत्तीसगढ़ शासन के सचिव, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन ने 7 अगस्त 2019 को शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए पटवारियों के मुख्यालय में बैठने के लिए आदेश जारी किया था। पटवारी कार्यालयों में पटवारियों की अनुपस्थिति के चलते ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इन परेशानियों से निजात दिलाने के लिए शासन की ओर से पटवारियों के लिए अब कड़ा गाईड लाईन तय किया गया था।
दो दिन तय समय तक बैठना अनिवार्य
शासन से जारी आदेश के अनुसार सोमवार-मंगलवार को पटवारी अपने हलके में उपस्थित रहकर ग्रामीणों की समस्याओं का निराकरण करेंगे। पटवारियों को अब मुख्यालय की ग्राम पंचायतों में प्रत्येक सोमवार व मंगलवार को सुबह 10 बजे से शाम 5.30 बजे तक बैठना अनिवार्य होगा। यदि पटवारी के पास एक से अधिक हल्का का प्रभाव है तो वे सोमवार को एक पटवारी हल्का मुख्यालय के तथा मंगलवार को दूसरे हल्का पटवारी मुख्यालय के ग्राम पंचायत भवन में उपस्थित रहेंगे।
समय सीमा में करें आवेदनों का निराकरण
पटवारी को ग्राम पंचायत भवन में उपस्थित रहकर भूमि संबंधित समस्याओं की जानकारी व आवेदन लेना होगा। जिन आवेदनों का निराकरण पंचायत भवन में ही संभव हो, ऐसे आवेदन का उसी दिन निराकरण करना होगा। अन्य आवेदनों का निराकरण सप्ताह के बचे हुए दिन में करना अनिवार्य होगा। जिन आवेदन को तहसील स्तर से हल किया जाना है, उन्हें नियत समय पर तहसीलदार को सौंपेंगे। वहीं इस आवेदनों को रजिस्टर में रिकॉर्ड करना होगा।
तहसीलदार करेंगे जांच
यदि कोई पटवारी अपने मुख्यालय से नदारद रहता है तो इसके लिए जांच की जिम्मेदारी तहसीलदारों को दी गई है। पटवारियों को सोमवार व मंगलवार को अधिकारी भी किसी अन्य काम में नहीं लगा सकेंगे। अगर वह अपने मुख्यालय में सोमवार व मंगलवार को अनुपस्थित मिलेंगे तो उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
आवेदनों का उसी दिन करें निराकरण
गाईड लाईन के अनुसार अब कोई भी पटवारी अपने मुख्यालय से गायब नहीं रहेगा, जिन पटवारी का प्रभार अन्य हल्का नम्बर में है उनके लिए भी विशेष नियम निर्धारित किए गए हैं। शासन द्वारा जारी निर्देशों में साफ किया गया है कि जिन आवेदनों पर कार्रवाई पटवारी कार्यालय से संभव है उन आवेदनों का निराकरण उसी दिन किया जाना है।
जिलाध्यक्ष पटवारी संघ बोधिराम निषाद ने कहा कि हल्का मुख्यालय में भवन, फर्नीचर समेत अन्य सुविधाओं का अभाव है। इसकी जानकारी समय-समय पर शासन को दी जा रही है, बावजूद व्यवस्थाएं दुरुस्त नहीं हो पा रही है। फिर भी पटवारी अभाव में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
विधायक दीपेश साहू ने कहा कि इस संबंध में लगातार शिकायत मिल रही है। ग्राम पतोरा के दौरे के दौरान ग्रामीणों ने हल्का पटवारी के गांव नहीं आने की शिकायत दर्ज कराई। जिस पर पटवारी को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए हैं। आगामी दिनों में विधानसभा क्षेत्र के हल्का पटवारी की बैठक ली जाएगी।
नर्सरी तैयार करने की दी जानकारी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 29 दिसंबर। भनसुली हायर सेकंडरी स्कूल के कृषि ट्रेंड के कक्षा 9वीं से 12वीं के छात्रों ने रेवेंद्र सिंह वर्मा कृषि महाविद्यालय बेमेतरा का औद्योगिक भ्रमण किया। महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. आरएन सिंह, डॉ. के. वर्मा वरिष्ठ सहायक प्राध्यापक, नूतन सिंह सहायक प्राध्यापक, पादप कार्यिकी एवं हरेन्द्र दास टोन्डे सहायक प्राध्यापक सस्य विज्ञान के मार्गदर्शन में विद्यार्थियो ने भ्रमण किया।
भ्रमण के दौरान नूतन सिंह ने शुरुआत में विद्यार्थियों को अलसी के डंठल से लिनेन कपड़ा बनाने का तकनीक से अवगत कराया। स्वचालित हाईटेक नर्सरी में तापमान व आद्रता का प्रबंधन तथा प्रो-ट्रे में नर्सरी तैयार करने के तरीके के बारे में तकनीकी जानकारी प्रदान की गई। छात्रों को समन्वित खेती प्रणाली के अंतर्गत मुर्गी पालन, मछली पालन, बतखपालन, पशुपालन एवं मशरुम उत्पादन के विषय में बताया गया।
रोजगार मूलक कार्यों को अपनाने से रोजगार की अपार संभावनाएं
डॉ.वर्मा ने विद्यार्थियों में कौशल विकास को बढ़ावा देते हुए कहा कि कृषि से संबंधित रोजगार मूलक कार्यों को अपनाने से रोजगार किया पर संभावनाएं हैं तथा आजीविका के लिए आय के साधन निर्मित होते हैं। इस प्रकार का कार्य जीवन स्तर ऊंचा उठाने में सहायक है। इस औद्योगिक भ्रमण में विद्यालय के प्राचार्य एससी यादव के महत्वपूर्ण सहयोग रहा तथा औद्योगिक भ्रमण दौरान कृषि प्रशिक्षक लेख राम वर्मा एवं चोलाराम साहू शिक्षिका मौजूद थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 28 दिसंबर। देवकर थाना क्षेत्र में हुई चोरियों के पुराने मामलों में पुलिस आरोपी तक पहुंचने में असफ ल रही है। अब एक बार फिर चोरों ने नगर के दुकानों में चोरी की नियत से अपने कारनामों को अंजाम देना शुरू कर दिया है। 48 घंटे के दौरान चोरों ने तीन दुकानों का ताला तोड़ा है। हालांकि आसपास के लोगों की सर्तकता से आरोपी चोरी करने में सफ ल नहीं हो पाए।
जानकारी होगी देवकर में सोमवार और मंगलवार की बीती रात अज्ञात चोरों द्वारा दो मोबाइल दुकान और एक पान दुकान का ताला तोड़ दिया, पर चोरी करने में असफल रहे। बीते 48 घंटे के दौरान सोमवार बीती रात सघन बस्ती के बीच स्थित पटेल मोबाइल शॉप में दुकान के शटर का ताला तोड़ा गया पर शटर में लगे सेंटर लॉक के नहीं खुलने के चलते आरोपी चोरी करने में असफल रहे।
वहीं मंगलवार की रात बस स्टैंड के सामने परपोड़ी रोड में स्थित मनी साहू पान ठेला और नवकेसा चौक में स्थित मनीष मोबाइल अड्डा पर चोरों ने धावा बोला पर दुकान मालिक के जाग जाने के चलते चोर बिना चोरी किए नौ दो ग्यारह हो गए। लगातार दो दिन तक चोरों के शहर में घूमने की वजह से लोग असंकित रहने लगे हैं।
बर्बाद हो गया सबकुछ
देवकर चौकी क्षेत्र में चोरी के पुराने मामलों के आरोपी अभी तक पुलिस पकड़ से बाहर है। नगर में मई के बाद से हुई चोरियों के अलग-अलग चोरी के 6 प्रकरण में आरोपियों ने 8 लाख की चोरी की है। वहीं एक तरफ चोर चोरी कर लखपति बन गए हैं, तो दूसरी तरफ लोग बर्बाद हो रहे हैं। नगर में 7 माह पूर्व में हुई चोरी का अब तक कोई सुराग हाथ नहीं लगा है। सभी प्रकरण थाने में दर्ज हैं। जिसमें बीते 15 में को देवकर में संचालित शराब दुकान से लगभग 2 लाख रुपए के मदीना की चोरी, 17 जून को देवकर में संचालित शासकीय उचित मूल्य दुकान पर 93 हजार रुपए के राशन की चोरी, 3 जुलाई को वार्ड नंबर 13 निवासी बसंत यादव के सूने मकान से 2 लाख 60 रुपए के आसपास सोने-चांदी एवं नकदी की चोरी, 6 अगस्त के दरमियानी रात देवकर के वार्ड नंबर 14 निवासी नाजार बेग के सुने मकान में सोने-चांदी के जेवराज सहित ढाई लाख रुपए नगद की चोरी की गई थी, जिसमें आरोपी पकड़ से बाहर है।
6 स्टाफ के भरोसे चौकी का चल रहा है काम
बताना होगा कि नगर पंचायत व तहसील मुख्यालय होने के बाद भी देवकर चौकी में सेटअप की अपेक्षा कार्यरत पुलिस बल की बात तो दूर केवल 3 जवान ही कार्यरत हैं। तैनात जवानों पर ही गांव व शहर की सुरक्षा की जिम्मेदारी है। देवकर पुलिस चौकी में एक प्रभारी, एक सहायक उप निरीक्षक, तीन हवलदार और 15 सिपाहियों की तैनाती का सेटअप है, जिसमें से सिर्फ एक प्रभारी, एक सहायक उप निरीक्षक, एक हवलदार और तीन सिपाही मौजूद हैं। कुल मिलाकर 22 गांव की सुरक्षा चौकी प्रभारी सहित 6 स्टाफ के ऊपर निर्भर है। नगर पंचायत के चौक चौराहे में अब तक सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरा तक नहीं लगाया गया है। पूर्व पार्षद राधे ढीमर ने कहा कि नगर की सुरक्षा के लिए कैमरा लगाया जाना जरूरी हो गया है। यह नागरिकों की पुरानी मांग है।
सीसीटीवी कैमरे को खंगालने का काम शुरू
रात में ही मामले की सूचना देवकर पुलिस चौकी को मिलने पर पुलिस चौकी स्टाफ ने चोरों की खोजबीन शुरू की पर अज्ञात चोर वहां से भागने में सफल रहे। पुलिस चौकी प्रभारी रघुवीर सिंह धुव ने सुबह घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगालने का प्रयास किया पर फुटेज नहीं मिलने के चलते पुलिस के हाथ खाली रहे। घटना के बाद संदिग्ध व्यक्ति से पूछताछ की जा रही है।
चोरी की घटना के बाद सुबह देवकर पुलिस चौकी प्रभारी सहित स्टाफ ने संदिग्ध व्यक्तियों की कुंडली खंगालनी शुरू की, जिसमें स्थानीय पत्रकार द्वारा सूचना दी गई की दुर्ग रोड में गब्दी नाले के पास एक व्यक्ति संदिग्ध अवस्था में खड़ा हुआ है। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने उसके पास रखे बैग की तलाशी ली। संदेही से पूछताछ की, जिसमें उसने अपना नाम जितेंद्र गुप्ता बताते हुए इंदौर का रहवासी बताया। बैग की तलाशी पर पुलिस को खाने-पीने का सामान के अलावा बर्तन मिले।
थाना प्रभारी साजा मुकेश यादव ने कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही हैं, नगर में सीसीटीवी कैमरा लगाने के लिए पहल की जाएगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 28 दिसंबर। शहर के पिकरी मुक्तिधाम में अंत्येष्टि के बाद अज्ञात तत्वों ने अस्थियों को नुकसान पहुंचाया है। परिजनों ने मुक्तिधाम की सुरक्षा व निगरानी पर सवाल उठाए हैं। सूचना मिलने के बाद नगर पालिका की टीम मौके पर पहुंची।
शहर के ब्राह्मण पारा निवासी चंद्रिका प्रसाद दुबे का विगत शनिवार को निधन होने के बाद रविवार को पिकरी मुक्तिधाम में दाह संस्कार किया गया। परिवार के सदस्य मंगलवार को अस्थि संचय के लिए जब मुक्तिधाम पहुंचे तब मौके पर मृतक की अस्थियों को अज्ञात तत्वों ने नुकसान पहुंचाते हुए हटा दिया। मुक्तिधाम में चौकीदारी करने वाले युवक ने अपनी जिम्मेदारी नहीं होने की बात परिजनों को कही।
हरकत की जानकारी नगर पालिका सीएमओ को दी गई, जिसके बाद मौके पर पहुंचे सीएमओ ने परिजनों से जानकारी ली। मौके से हटाए गए अस्थियों को मुक्तिधाम में ही तालाश किया गया, तब दूसरी तरफ एक टोकरी में अस्थियां मिलीं। मृतक के पुत्र मनोज दुबे ने बताया कि सोमवार की शाम 7 बजे के करीब मुक्तिधाम पहुंचे तब सब कुछ ठीक था। बाद में आए तो अस्थियों को नुकसान पहुंचा दिया गया। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटना अक्षम्य है। वो पुलिस से शिकायत करेंगे व इसके लिए दोषी व्यक्ति पर कार्रवाई की मांग करेंगे। सीएमओ भूपेन्द्र उपाध्याय ने बताया कि मुक्तिधाम में इस तरह की घटना न हो, इसके लिए सीसीटीवी केैमरा लगाया जाएगा।
पहले भी हो चुकी है इस तरह की घटना
पार्षद राजू साहू ने बताया कि इस तरह की घटना पहले भी हो चुकी है, जिसमें पुलिस द्वारा रात में कुछ लोगों को पकड़ा गया था। बताना होगा कि पहले हुई घटना के बाद भी मुक्तिधाम में सीसीटीवी कैमरा तक नहीं लगाया गया। घटना के बाद मुक्तिधाम के मुख्यद्वार पर ताला नजर नहीं आया।
लगातार शिकायत के बाद एसडीएम पहुंचीं निरीक्षण के लिए
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 28 दिसंबर। शहर के नवीन मार्केट एकमात्र पार्किंग जोन पर अतिक्रमणकारियों के कब्जे से लोगों की परेशानी बढ़ती जा रही है। कई बार कार्रवाई किए जाने के बावजूद अतिक्रमणकारी मनमानी करने पर उतारू है। इस संबंध में बेमेतरा एसडीएम सुरुचि सिंह को लगातार शिकायत मिल रही थी।
शिकायत पर एसडीएम व नगर पालिका अमला के साथ निरीक्षण के लिए मौके पर पहुंची। जहां बड़े पैमाने पर अतिक्रमण पाए जाने पर एसडीएम ने नराजगी जाहिर करते हुए मुख्य नगर पालिका अधिकारी को तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए। आगामी सप्ताह में फुटपाथ पर कारोबार करने वाले व्यक्तियों की बैठक ली जाएगी और नवीन मार्केट वेडिंग जोन की स्थापना किया जाना प्रस्तावित है। जिससे पार्किंग एरिया का उपयोग हो पाएगा और बाजार में जाम नहीं लगने के साथ वाहनों की आवाज भी सुगम होगी।
फुटपाथ पर कारोबार करने वालों का होगा सर्वे
नगर पालिका प्रशासन की ओर से फुटपाथ पर कारोबार करने वालों का सर्वे किया जाएगा, ताकि पीएम स्वधिनी योजना के अंतर्गत दस हजार और बीस हजार रुपए का ऋण दिया जा सके। जूता बनाने वालों और पारंपरिक कारीगरों को पौनी पसारी में जगह दी जाएगी और स्ट्रीट फूड और सब्जी विक्रेताओं को पौनी पसारी के पास जगह दी जाएगी। बेमेतरा एसडीएम के अनुसार नगर एवं राजस्व प्रशासन के अनुसार भीड़ भाड़ वाले बाजार क्षेत्र को व्यवस्थित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इससे बाजार की सुंदरता भी बढ़ेगी, जिससे विक्रेताओं और ग्राहकों को भी आसानी होगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 28 दिसंबर। समाजसेवी संस्था सहयोग ने शहर के पिकरी वार्ड स्थित मुक्तिधाम में शव दाह स्थल पर लोहे के एंगल लगाए है। इस कार्य में संस्था को बेमेतरा विद्युत विभाग का सहयोग मिला। संस्था से मिली जानकारी के अनुसार पिकरी मुक्तिधाम दाह संस्कार स्थल पर 04 वर्ष पूर्व जन सहयोग से लगाए गए थे। लोहे के गर्डरों में से 06 गर्डर कबाडिय़ों ने चोरी कर लिए है। जिसका वीडियो बनाकर प्रशासन को भेजा गया कि गर्डर नहीं होने से दाह संस्कार के समय लकडिय़ां धसक जाती है। जिससे अग्नि संस्कार में परेशानी आती है। बावजूद प्रशासन की ओर से ध्यान नहीं दिया गया।
विद्युत विभाग के सहयोग से लगे लोहे के एंगल
शव दाह के लिए जाने वाले लोगों ने संस्था से आग्रह किया। संस्था ने लोहे के गर्डर लगाने का फैसला किया। जिसमें विद्युत मंडल ने संस्था का सहयोग किया। विद्युत विभाग से आग्रह पर उन्होंने लोहे के खराब विद्युत पोल को इस कार्य में उपयोग करने की सहमति प्रदान किया। जिससे संस्था अनावश्यक व्यय से बच गया।
संस्था के सदस्यों ने श्रमदान किया
संस्था के सदस्यों ने बिना किसी मजदूर की सहायता से खुद ही गर्डर लगाने के लिए गड्ढे खोदे, सीमेंट रेती गिट्टी का गारा बनाया और 06 गर्डरों को दाह संस्कार स्थल पर लगाया। सहयोग ने प्रशासन से अपील की है कि इन कबाडिय़ों पर अंकुश लगाए। बेमेतरा में कबाडिय़ों को जहां भी सरकारी संपत्ति नजर आ रही है उसे वे उखाड़ रहे है, जिसमें बांधा तालाब, कइहा पार तालाब, रोड डिवाइडर से पाइप चोरी हो रहे हैं।
वरिष्ठ नागरिकों ने भी किया श्रमदान
इस अभियान में संस्था से आलोक तिवारी, सुशील शर्मा, गैंद लाल, शशि सचदेव, डॉ.लालाराम साहू, संतोष चांडक, राजकुमार साहू, रामकुमार (गुड्डा) सोनी, संतोष विश्वकर्मा, हसन कादरी, राघवेंद्र सिन्हा, नलेश्वर साहू,रामा मोटवानी, संतोष चौहान, जीवन शर्मा, पिंटू चौहान, गिरीश मिश्रा, रमन काबरा आदि का सहयोग रहा।
शिकारी के जाने के बाद तालाब में उतरा था
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 28 दिसंबर। ग्राम अगरी में बीते दिवस तालाब में शिकार की गई चिडिय़ा को पकडऩे के फेर में 55 वर्षीय अन्जू निर्मलकर की मौत हो गई। मृतक को डूबने से बचाने का प्रयास करने वाले शत्रुहन निर्मलकर को तीजू चंद्राकर ने बचाया। मृतक के शव को गोताखोरों की मदद से मंगलवार को तालाब में तलाश कर बाहर निकाला गया। हादसे की सूचना पाकर साजा विधायक ईश्वर साहू भी मौके पर पहुंचे।
जानकारी हो कि ग्राम अगरी के जुडुवा तालाब में सोमवार की शाम मरी चिडिय़ा को बाहर लाने के लिए उतरे अंजू निर्मलकर बाहर आते समय गहराई में फंसने के बाद डूबने लगा। उसे बचाने के लिए शत्रुहन निर्मलकर भी तालाब में उतरा। अंजू को बचाने की कोशिश के दौरान वह भी डूबने लगा। उसे तीजू चंद्राकर ने तत्परता दिखाते हुए बाहर निकाला। हादसे की खबर पाने के बाद थानखम्हरिया थाना प्रभारी आरके साहू, तहसीलदार भी मौके पर पहुंचे। शत्रुहन व तीजू दोनों को उपचार के लिए जिला अस्पताल लाकर भर्ती कराया गया। वहीं बचाव दल भी मौके पर पहुंचा। देर शाम तक तालाब में डूबने वाले अंजू का शव नहीं मिला था। मंगलवार की सुबह पहुंचे बचाव दल के सदस्यों ने मृतक के शव को तलाश कर बाहर निकाला। पंचनामा के बाद शव को पीएम के लिए साजा अस्पताल रवाना किया गया। पुलिस ने मृतक के परिजन की रिपोर्ट पर मर्ग कायम किया है।
शिकारी ने लालच दिया पर नहीं कूदे, बाद में अंजू तालाब में उतरा, वहीं फंसा
शत्रुहन व तीजू ने बताया कि गांव के तालाब में एक शिकारी ने पनडुब्बी चिडिय़ा का शिकार किया था। तालाब में अधिक पानी में नहीं गया तब उसने उन्हें नकद रकम व शराब देने का लालच दिया। उसके बाद उन लोगों ने मना कर दिया। शिकारी के जाने के बाद अंजू तालाब मेें मृत स्थिति में पड़ी चिडिय़ा को लाने के लिए उतरा था, जिसके बाद घटना हुई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 27 दिसंबर। ग्राम पंचायत सोंढ में आयोजित परम पूज्य बाबा गुरु घासीदास जयंती एवं भव्य पंथी प्रतियोगिता एवं मंडाई समारोह में मुख्य आतिथ्य आशीष छाबड़ा पूर्व विधायक शामिल हुए।
इस अवसर पर पूर्व विधायक आशीष छाबड़ा ने कहा कि बाबा गुरु घासीदास जी एक ऐसे संत थे, जिन्होंने मानवता को बचाने के लिए मानव-मानव एक समान का संदेश दिया, ऊन्होंने समाज में फैली कुरीतियों को दूर करने के लिए समानता, भाईचारा, प्रेम और सद्भाव का भी संदेश दिया,गुरु घासीदास बाबा ने पूरी मानवता को सत्य, अहिंसा, प्रेम, शांति एवं भाईचारा का रास्ता दिखाया,बाबा ने मनखे-मनखे एक समान का संदेश दिया। जातिविहीन समाज की परिकल्पना करके सामाजिक समरसता को बढ़ावा दिया,संत किसी एक समाज के नही पूरे मानव समाज के होते हैं।
बाबा गुरू घासीदास का यह संदेश सभी समाजों के लिए अनुकरणीय है, गुरू घासीदास बाबा ने तात्कालीन समय में जब मानव-मानव में असमानता की भावना थी, उस समय ‘मनखे-मनखे एके बरोबर’ की भावना को जन-जन तक पहुंचाने का काम कि पंथी नृत्य के माध्यम से गुरू घासीदास जी के संदेशों को दूर-दूर तक पहुंचाने का कार्य किया गया है।
छत्तीसगढ़ी लोककला में लोकनृत्य संपूर्ण प्रमुख छत्तीसगढ़ के जनजीवन की सुन्दर झांकी है,राग-द्वेष, तनाव, पीड़ा से सैकड़ों कोस दूर आम जीवन की स्वच्छंदता व उत्फुल्लता के प्रतीक लोकनृत्य यहां की माटी के अलंकार है,छत्तीसगढ़ के लोकनृत्य सुआ, करमा, पंथी नृत्य आदि है। छत्तीसगढ़ के लोकनृत्य में यहां की लोककला का प्राणतत्व है,यह मानवीय जीवन के उल्लास, उमंग-उत्साह के साथ परंपरा के पर्याय हैं,समस्त सामाजिक, धार्मिक व विविध अवसरों पर छत्तीसगढ़वासियों द्वारा अपनी भावनाओं को अभिव्यक्त करने के ये प्रमुख उद्विलास हैं। पंथी नृत्य के साथियों ने सतनाम पंथ के प्रवर्तक गुरु घासीदास जी के संदेशों को नृत्य- गीत के माध्यम से प्रस्तुत किया इस संदेश के साथ नृत्य की शानदार प्रस्तुति मांदर और झांझ की ताल, सामूहिक रूप से कलाकरों के पैरों की लय, कलाकरों के जोश और उनके करतबों ने, पिरामिड बनाकर सलामी की प्रस्तुति ने दर्शकों को सहसा अपनी ओर आकर्षित किया इस अवसर पर कविता साहू, नवाज खान,रवि परगनिया, हेमत चंदेल ,ईश्वर सिन्हा,राजेश दुबे,बल्लू सिंह राजपूत, रासबिहारी कुर्रे, रूपेंद्र पाटिल,नेहा सुराना,राजेश चंदेल, हन्नूराम डौंडे, राधेश्याम राजपुत, चंद्रकेश चालीसा,वरुण मारकंडे,मनमोहन जांगड़े, भारत जोशी,रामलाल गायकवाड़, मनोज भट्ट, मगलू जोशी, भवर सिंह,शकर हिरवानी,कुंजलाल,बृजगिलास कुर्रे, यशवंत,चंपपालाल चालीसा,मनोज कोसले,धनुष कोषले,राजकुमार सेन,गुड्डू सेन, गोविंदा राजपूत,,राजकुमार बंजारे सहित ग्रामवासी उपस्थित रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 27 दिसंबर। ग्राम सरदा में दो दिवसीय गुरु घासीदास जयंती एवं भव्य मंडाई महोत्सव कार्यक्रम में भाजपा किसान नेता बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए।
इस अवसर पर गुरु घासीदास की पूजा अर्चना कर किसान नेता ने क्षेत्र वासियों की खुशहाली व समृद्धि की कामना किया। इस अवसर पर किसान नेता ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि गुरु के बताएं मार्ग पर चलकर खुशहाल छत्तीसगढ़ का सपना साकार होगा। प्रदेश की भाजपा सरकार जनकल्याणकारी कार्यों को प्राथमिकता दे रही है। जिसमें मुख्य रूप से गरीबों को आवास देना, उज्जवला योजना के अंतर्गत 500 रुपए में गैस सिलेंडर देना, मातृत्व वंदन योजना के अंतर्गत सालाना 12 हजार रुपए देना, प्रदेश के किसानों से 3100 रुपए में धान की खरीदी समेत अन्य कार्य शामिल है।
इस अवसर पर जनक राम धीवर सरपंच सरदा, चिन्ता कोशले उपसरपंच, धरम दास बंजारे भंडारी, मोहनदास बंजारे, डॉक्टर हरिश्चंद कोसले, मंगनी भारती, भारत कोसले, बलराज बंजारे, मनोज कोसले, सतीश बंजारे, गाजू कोसले, परमेश्वर भारती , करम दास कोसले, लक्ष्मण कोसले, संतकुमार बंजारे, परेठा बंजारे, गंगाप्रसाद भारती, अमरजीत कोसले, बिरेंद्र भारती, हरिशंकर तुरकाने, राकेश मिर्जा, राकेश बंजारे, मनीष बारले, महेंद्र बंजारे, मुकेश कोसले, विजय कोसले, युवराज कोसले, उकेश कोसले, बिजेंद्र बंजारे, दबंग मार्कण्डेय, रणवीर कॉलर, करण बंजारे, नागराज कोसले, शिवदास कोसले, शिकंदर बंजारे,आत्मा बंजारे, राज बंजारे, विनोद कोशले आदि उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 27 दिसंबर। चंदनु ग्राम पंचायत मुख्यालय में निर्माणाधीन फूड पार्क बनाने के विरोध में आबादी पारा में रहने वाले महिलाओं व बुजुर्गों ने जिला प्रशासन से गुहार लगाई है। जिला प्रशासन को सौंपे गए ज्ञापन में आने वाले दिनो में निर्माण के कार्य में तेज होने पर उनका मकान तोड़ा जाएगा जिससे वे सभी सडक़ पर आ जाएंगे।
जानकारी हो कि ग्राम चंदनु में फूड पार्क का निर्माण कार्य चल रहा है। प्रस्तावित स्थल के जद में आने की वजह से गांव के आबादी पारा के 70 परिवार का मकान तोड़ा जाएगा। निर्माण की वजह से बेघर होने की संभावनाओं को देखते हुए ग्रामीणों ने जिला प्रशासन के समक्ष गुहार लगाया थी। जिला प्रशासन से गुहार लगाने के बाद भी निर्माण कार्य जारी है। अब उनके घर के पास ही नाली खुदाई शुरू कर दिया गया है।
40 साल से रह रहे हैं, बेघर हो जाएंगे
जिला कार्यालय पहुंचे ग्राम चंदनुु के लोगों ने बताया कि उनके गुहार को प्रशासन गंभीरता से नहीं ले रही है। आज ये हालत हैं कि उनका घर तोड़ा जाएगा । उक्त स्थान पर वो करीब 40 साल से परिवार के साथ रह रहे हैं। टूटने के बाद वे सडक़ पर आ जाएंगे । सभी परिवार वाले हैं और महिलाए बच्चे भी है जो बेघर हो जायेंगे। उक्त जमीन पर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान बना चुके हैं। नल जल योजना के तहत नल भी लगा हुआ है। शासन की योजना के तहत शौचालय भी बनाया गया है और तोडऩे की बारी आ गई है। आवेदन सौंपने वालों में रामशरण, हेम राम ध्रुव, रोहित कुर्रे, धनंजय कुमार संतोष समेत अनेक ग्रामीण शामिल है।
क्या कहा रहवासियों ने
चालीस साल से रह रहे हैं अब इस उम्र में हम अपना परिवार लेकर कहां जाएंगे। जब से होश सम्हाला है तब से रह रहा हूं, अब तो मकान बनाने के लिए कमा भी नहीं सकता, न ही मेरे पास क्षमता है। हम लोग फूड पार्क बनाने का विरोध नहीं कर रहे हैं। हम सबका मकान न तोड़ा जाये जिससे हम बेघर होने से बच सके।