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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 16 जुलाई। जिला मुख्यालय में 5 दिनों पूर्व होटल के सामने मोबाइल लूटने वाले दो आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।
बताया गया कि राजेश वर्मा कंतेली निवासी से बीते 8 जुलाई की रात्रि 11 बजे के करीब सिघौरी में मनसुख साहू के हॉटल के सामने मोबाईल फोन को आरोपी नीलेश यादव ऊर्फ माफिया (19), नीरज देवांगन (19) दोनों निवासी वार्ड 03 बेमेतरा ने लूट कर प्रार्थी से शराब पीने के लिए पैसा मांगा नहीं देने पर गली गलौच कर मारपीट कर घायल कर दिया। प्रार्थी की रिपोर्ट पर अपराध कायम कर विवेचना में लिया गया। आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया गया।
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बेमेतरा, 16 जुलाई। ग्राम ठेलका के सहकारी बैक में अज्ञात आरोपियों ने ताला तोडक़र बैक के अंदर लगाया गया सीसीटीवी कैमरा का डीवीआर चोरी कर लिया है। बैंक का ताला तोड़ लिए जाने की खबर लगते ही थानखम्हरिया पुलिस मौके पर पहुंची। घटना स्थल का अवलोकन करने के लिए एसपी रामकृष्ण यादव भी पहुंचे थे।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार ठेलका में संचालित जिला सहकारी बैक के शाखा के मुख्य द्वार का ताला तोडक़र अज्ञात चोरों ने स्ट्रांग रूम में रखे तिजोरी को तोडऩे का प्रयास किया गया। तिजोरी तोडऩे में असफल होने के बाद अज्ञात आरोपियों ने बैंक में निगरानी के लिए लगाया गया सीसीटीवी कैमरा का रिकार्ड बाक्स डीवीआर व सर्वर बाक्स लेकर फरार हो गये। सुबह जब गांव वालों ने देखा तब बैंक प्रबंधक को घटना की जानकारी दी। वहीं सरपंच पति की सूचना पर थानखम्हरिया पुलिस भी मौके पर पहुंच चुकी थी।
प्रबंधक संजय चौबे ने बताया कि बैक से दो उपकरण की चोरी कर लिया गया है। अज्ञात आरोपियों ने लाकर को नुकसान पहुचाया है। बताना होगा कि बैक में शुक्रवार को काम करने के बाद बंद कर गये थे इसके बाद शनिवार व रविवार को अवकाश होने की वजह से बैक बंद रहा। सोमवार को शाखा खोला जाना था। बैंक में किसानों से प्रतिदिन 15 लाख से अधिक का लेनदेन होता है। चोरी में प्रयास किये जाने के दौरान लॉकर में लाखों रूपये रखा हुआ था।
देवरबीजा बैंक में भी चोरी का प्रयास किया गया था
इसके पहले देवरबीजा के सहकारी बैंक के शाखा में 7 जुलाई की रात चोरों ने रोशनदान से प्रवेश कर कम्यूटर व अन्य उपकरण पार किया था।
इस मामले में पुलिस अभी जांच कर रही है। इस बीच यह दूसरा मामला फिर प्रकाश में आ गया।
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बेमेतरा, 16 जुलाई। प्राइवेट अस्पताल के एजेंट द्वारा जिला अस्पताल में ड्यूटी पर मौजूद पुलिस कर्मी और सिक्योरिटी गार्ड के साथ हाथा पाई का मामला सामने आया है। जहां भर्ती मरीजों को रेफर करने प्राइवेट अस्पताल के एजेंट लगातार आते रहते हैं। बीती रात बेमेतरा जिला मुख्यालय के एक प्राइवेट चेतना अस्पताल के पीआरओ विशाल परिहार ने भर्ती मरीज को गुमराह करके अपने अस्पताल ले जाने आया हुआ था। अस्पताल में मौजूद सिक्योरिटी गार्ड का अस्पताल आने का कारण पूछने पर प्राइवेट अस्पताल का एजेंट अश्लील गाली गलौज करने लगा।
विवाद में पुलिस जवान को हाथ में लगी चोट
इस बीच अस्पताल में मौजूद पुलिसकर्मी वहां पर पहुंचा। जिसके साथ भी प्राइवेट अस्पताल का एजेंट वाद विवाद करने लग गया। पुलिस की पिटाई कर दिया। वहीं काफी समय तक अस्पताल के सुरक्षा कर्मी और प्राइवेट अस्पताल के एजेंट के साथ वाद विवाद होता रहा। जिससे अस्पताल के पुलिसकर्मी को हाथ में चोट लगी है।
थाने में दिया आवेदन
घटना से नाराज सुरक्षा कर्मियों ने एजेंट पर एफआईआर दर्ज करने सिटी कोतवाली में आवेदन किया है। पूर्व में भी इस तरह का मामला सामने आया है,जो सिटी कोतवाली तक पहुंचा था। बाहर में ही समझौता कर मामले को खत्म कर दिया गया था।
एजेंटों के हौसले बुलंद, अस्पताल की कर्मियों से करते हैं विवाद
प्राइवेट अस्पताल के एजेंट के परिजनों को बहला फुसलाकर अपने अस्पताल ले जाते हैं और आए दिन अस्पताल के कर्मचारियों के साथ वाद विवाद करते हैं। लेकिन बीती रात मामला मारपीट पर आ गया। अब यह देखना होगा की पिटाई एक पुलिस वाले का हुआ है। इस मामले में उच्च अधिकारी किस तरह की कार्रवाई करते हैं।
सरकारी अस्पतालों में प्राइवेट हॉस्पिटल के एजेंट सक्रिय
ग्रामीण स्तर, जिला अस्पताल, चाइल्ड मदर हॉस्पिटल से योजनाबद्ध तरीके से प्रसूता महिलाओं व अन्य मरीजों की पहचान कर हर हाल में प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराने का प्रयास किया जाता है। प्रसूता महिला के जिला अस्पताल व मदर चाइल्ड हॉस्पिटल में प्रसव के लिए पहुंचने पर, प्राइवेट अस्पतालों के एजेंट सक्रिय हो जाते हैं। जानकारी के अनुसार जिला अस्पताल और मदर चाइल्ड हॉस्पिटल में आए दिन इस तरह के वाक्या सामने आ रहे हैं, जहां प्राइवेट अस्पताल की एंबुलेंस में मरीजों को रेफर किया जा रहा है ।
जानबूझकर प्राइवेट अस्पताल के एंबुलेंस में नाम अंकित नहीं करते
प्राइवेट अस्पताल की एंबुलेंस में अस्पताल का नाम जानबूझकर अंकित नहीं किया जाता, ताकि मामला उजागर होने पर कार्रवाई से बचा जा सके। इस संबंध में ‘छत्तीसगढ़’ को लगातार शिकायत मिल रही थी कि बड़े पैमाने पर जिला अस्पताल व मदर चाइल्ड हॉस्पिटल से मरीजों को हायर सरकारी संस्थान में रेफर करने की बजाए प्राइवेट अस्पताल भेजा जा रहा है। इस कृत्य में सरकारी संस्थानों के कर्मियों की मिलीभगत है।
ठोस कार्रवाई के अभाव में हौसले बुलंद
कमीशन के खेल में गरीब मरीजों को लूटा जा रहा है। यहां निचले स्तर से लेकर अधिकारियों तक कमीशन तय है। ऐसी स्थिति में गरीब मरीजों से ही कमीशन के राशि की वसूली की जा रही है। ठोस कार्रवाई के अभाव में प्राइवेट अस्पताल प्रबंधन के हौसले बुलंद हैं, जो मामला उजागर करने वालों को धमकाने से भी बाज नहीं आते।
नोटिस जारी कर मांगा जाएगा जवाब
सिविल सर्जन संतराम चुरावन ने कहा कि अस्पताल के स्टाफ को इस तरह की जानकारी होने पर तुरंत प्रबंधन को सूचना देने कहा गया है। बीती रात हुए विवाद की जानकारी मिली है। प्राइवेट अस्पताल प्रबंधन मनमानी कर रहे हैं। इस मामले में चेतना नर्सिंग होम को नोटिस जारी कर जवाब मांगा जाएगा। जवाब संतोषजनक नहीं होने पर कार्रवाई की जाएगी। वहीं मामले की जांच कर कार्रवाई के लिए पुलिस को भी पत्र लिखा जाएगा।
चेतना नर्सिंग होम के संचालक डॉ. मनु मिश्रा ने कहा कि अस्पताल का स्टाफ बाहर जाकर क्या करता है, इससे हमारा कोई लेना देना नहीं है। इस मामले में पुलिस जांच कर कार्रवाई के लिए स्वतंत्र है।
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बेमेतरा, 16 जुलाई। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में उल्लेखित उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत सर्वे कार्य हेतु ग्राम केशतरा विकासखण्ड साजा में असाक्षर प्रशिक्षार्थी एवं स्वयंसेवी शिक्षकों के चिन्हांकन के लिए हाई स्कूल केशतरा की प्राचार्य नेमेश्वरी साहू, पूर्व माध्यमिक शाला के प्रधान पाठक पवन कुमार साहू, और प्राथमिक विद्यालय के प्रधान पाठक गणेश्वर ठाकुर, सीमा चक्रधारी के द्वारा ग्राम केशतरा में घर-घर जाकर सर्वें कार्य किया जा रहा है।
इस उल्लास कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य स्कूली शिक्षा से वंचित असाक्षरों को पढ़ा लिखा कर साक्षर बनाना है। जिसके लिए पास के ही स्कूल को साक्षर केंद्र बनाया गया है। जिसमें स्कूल समय के अतिरिक्त समय में स्वयंसेवी शिक्षक असाक्षरों को साक्षर ज्ञान कराएंगे। जिसके लिए ग्राम एवं वार्डों में 15 साल से ऊपर के असाक्षरों को लिया जाएगा। हाई स्कूल केशतरा की प्राचार्य नेमेश्वरी साहू ने बताया कि इस योजना का उद्देश्य न केवल आधारभूत साक्षरता और संख्यात्मक ज्ञान प्रदान करना है। बल्कि 21वीं सदी के नागरिकों के लिए आवश्यक अन्य घटकों को भी शामिल करना है। जैसे महत्वपूर्ण जीवन कौशल, स्वास्थ्य देखभाल, और जागरूकता। इसका महत्व यह है कि साक्षर, लोगों को सशक्त और स्वतंत्र बनाती हैं।पूर्व माध्यमिक शाला के प्रधान पाठक पवन कुमार साहू ने बताया कि यह योजना साक्षरता कार्यक्रम से कहीं बढक़र है; यह एक आंदोलन है, एक उज्ज्वल भविष्य और सशक्त नागरिकों की ओर एक अभियान है।
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बेमेतरा, 15 जुलाई। सरकारी व निजी जमीन के सामने बेजा कब्जा करने वालों की वजह से परेशान शिकायतकर्ताओं की शिकायतों के बाद भी उन्हें अब तक न्याय नहीं मिला। इस मामले में कार्रवाई नहीं की जा रही है। समय पर अतिक्रमण नहीं हटाने की वजह से गांवों का विकास भी प्रभावित हो रहा है। जिले के स्कूलों का बाउंड्रीवाल व आंगनबाड़ी केन्द्रों का निर्माण भी अटका हुआ है। एक्शन नहीं होने के कारण बेजा करने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है।
जिले के शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में सरकारी जमीन पर बेजा कब्जा करने वालों की शिकायतों का पुलिंदा लगातार बढ़ता जा रहा है। शहर व गांव के विकास के लिए जरूरी जमीनों पर बेजा कब्जा होने की वजह से संबंधित गांव के लिए स्वीकृत सडक़, नाली, स्कूल कक्षा, बाउंड्री बाल व आंगनबाड़ी का निर्माण प्रभावित हो रहा है। सरकारी संपत्ति की जरूरतें को देखते हुए समाजसेवी आवेदक प्रस्तुत कर भेजा कब्जा हटाने की मांग करते आ रहे हैं। बावजूद इसके अतिक्रमण कम होने की अपेक्षा बढ़ रहा है।
ग्राम मोहतरा के पहलवान सिंह ने बताया कि उनके गांव में 29 से अधिक लोगों ने अतिक्रमण कर रखा है, जिसमें कई जनप्रतिनिधि है। उनकी शिकायतों पर कार्रवाई के नाम पर खाना पूर्ति की गई है। सिन्हा ने बताया कि गांव में हुए अतिक्रमण के प्रति उन्होंने सूचना के अधिकार के तहत प्राप्त की थी जिसके आधार पर ही शिकायत की गई। गांव में स्कूल के सामने जमीन पर बेजा कब्जा कर रहे हैं। इसी तरह ग्राम संबलपुर निवासी ओम सोनी ने बताया कि वह अपने गांव के सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा की शिकायत चार साल पहले से कर रहे हैं। चार साल से शिकायत करने के बाद भी बेदखली नहीं की गई है। कई बार जनदर्शन में भी शिकायत कर चुके हैं। ग्राम सुरहुली निवासी गणेशाराम ने भी बीते दिनों पक्के रास्ते पर बेजा कब्जा को लेकर शिकायत की थी जिस पर आज तक कार्रवाई की स्थिति साफ नहीं हो पाई है।
कई गांवों में आंगनबाड़ी भवन नहीं
जिले में 1084 आंगनबाड़ी केन्द्रों में से 75 आंगनबाड़ी का निर्माण स्थल चयन व बजट मिलने के बाद भी नहीं हो पाया। जिले के बेेरला में 16 आंगनबाड़ी केन्द्र, बेमेतरा 3 आंगनबाड़ी, साजा 15 आंगनबाड़ी, नवगाढ़ 21 आंगनबाड़ी, नांदघाट 6 आंगनबाड़ी व खंडसरा में 14 आंगनबाड़ी केन्द्र का निर्माण प्रारंभ नहीं हो पाया है। प्रभावित आंगनबाड़ी केन्द्रो में कई केन्द्रों का निर्माण चिन्हित स्थल पर बेजा कब्जा होने की वजह से नहीं हो पाया है। संतोष वर्मा ने बताया कि जिले में बेजा कब्जा की वजह से कई विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं, जिसे लेकर एक बार जांच जरूरी है।
निदान की दिशा में कदम बढ़ाने की जरूरत
जानकार किरण सिंह वर्मा मानते हैं कि गांवो में ज्यादातर बेजा कब्जा ठेला या दुकान बनाकरकिया जा रहा है, जिसके पीछे गांव में रोजगार के लिए कॉप्लेक्स व गुमटी बनाने की योजना का नहीं होना है। ग्रामीण क्षेत्रों में गुमटी या दुकान बनाकर आंबटित करने की योजना तैयार किए जाने की जरूरत है, जिससे पंचायतों की आय में बढ़ोतरी हो सके। वहीं गांव के लोगों को रोजगार के लिए दुकान उपलब्ध हो सके। कार्रवाई के साथ-साथ गांव में निदान की दिशा में कार्य किए जाने की जरूरत है।
बेदखली की मांग
नगर के वार्ड क्रमांक- 1 के पार्षद लछनी यशवंत लहरे, लक्ष्मी प्रसाद डेहरे, विजय कुमार अनंत समेत अन्य लोगों ने वार्ड में बेजा कब्जा कर पिकरी तालाब, पैठू तालाब में निर्माण करने की शिकायत बीते दिनों की थी। शिकायत करने वालों के अनुसार कब्जे की वजह से खेत आने-जाने में दिक्कत हो रही है।
विवाद का कारण अतिक्रमण
जिले के ग्रामीण क्षेत्रो में हो रहे अतिक्रमण को लेकर कई बार विवाद की स्थिति निर्मित हो चुकी है। इसी तरह जिले के थानखहरिया पंचायत के ग्राम नवागांव में बीते दिनों अतिक्रमण को लेकर दो पक्षों के बीच विवाद हुआ था। नौ जुलाई को हुए विवाद व मारपीट के मामले में पुलिस ने दोनों पक्ष के 37 लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज किया है, जिसमें से एक पक्ष के रामकिशोर साहू की रिपोर्ट पर 21 लोगों के खिलाफ व गजेन्द्र सिह राजपूत परिहार की रिपोर्ट पर 16 लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज हुआ है। दोनों पक्ष के बीच खूनी संघर्ष में कई घायल हुए थे।
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बेमेतरा, 15 जुलाई। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने 8 जुलाई को स्कूल जतन योजना के तहत हुई मरम्मत व निर्माण की जांच के आदेश दिए। इस पर अमल करते हुए कलेक्टर ने नवागढ़ एसडीएम से जांच प्रतिवेदन मांगा है। एसडीएम ने अपने नेतृत्व में जांच टीम का गठन किया है, जिसमें तहसीलदार, बीईओ व प्रभारी एसडीओ ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग को शामिल किया गया है।
जानकारों के मुताबिक टीम में प्रभारी एसडीओ छाया निषाद को शामिल करना विभाग को भारी पड़ सकता है। एक पखवाड़े पूर्व तक बतौर इंजीनियर उन्होंने खुद उन कार्यों का मूल्यांकन किया है, जो अब जांच के दायरे में हैं। वह खुद अपने कार्यों की जांच कैसे करेंगी। यह भी विचारणीय है कि क्या वह जांच में खुद को गलत साबित कर पाएंगी। बतौर इंजीनियर उनका पक्ष टीम को सुनना होगा। ज्ञात हो कि जनवरी माह में खाद्यमंत्री दयालदास बघेल के आदेश पर जिस टीम ने जांच रिपोर्ट दी है, उस पर कलेक्टर कार्रवाई करने से पीछे क्यों हट रहे हैं। वहीं बड़े पैमाने पर अधिक भुगतान पुट्टी टाइल्स के नाम पर किया गया है। बिना बेस वर्क किए टाइल्स बिछा दी गई।
अलग टीम मरमत व निर्माण
की करेे जांच
जनपद सदस्य महेश टंडन ने कहा कि नवागढ़ ब्लॉक में स्कूल मरमत के नाम पर किए गए सभी कार्यों की जांच हो। ग्राम मानिकपुर स्कू ल नमूना है। मारो आत्मानंद स्कूल भवन तो भ्रष्टाचार का प्रमाण है। बेलटुकरी का निर्माण दर्शनीय है। ग्राम तरपोंगी, भदराली, नगधा, खामही, अंधियारखोर, चमारी, कुरुवा, गांगपुर, मुंगवाय, कुंआ, रिसा अमली व तोहड़ी सहित नवागढ़ में हुए कार्यों को टीम देखेगी तो कार्यों की गुणवत्ता सार्वजनिक हो जाएगी। टंडन ने कहा की वर्तमान टीम की जगह जांच की नई टीम का गठन जरूरी है। ऐसी टीम बने, जिसमें ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग के लोग न हों।
टीम बनी है
एसडीएम मुकेश कुमार ने बताया कि नवागढ़ ब्लॉक के स्कूल, जिनमें स्कूल जतन के तहत कार्य हुए हैं। उसकी जांच उनके नेतृत्व में होगी, जिसमें तहसीलदार विनोद बंजारे, बीईओ लोकनाथ बांधे व प्रभारी एसडीओ ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग छाया निषाद शामिल हैं। जिन कार्यों का मूल्यांकन निषाद ने बतौर इंजीनियर किया है, उसकी जांच वे कैसे करेंगी, इस सवाल पर एसडीएम ने कहा कि अब इसके विकल्प पर विचार करेंगे। जांच पारदर्शी होगी।
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बेमेतरा, 15 जुलाई। ग्राम देवरी के फार्म हाउस में पुलिस ने छापामार कार्रवाई करते हुए जुआ खेल रहे 23 जुआरियों को पकड़ा। आरोपियों के पास से पुलिस ने 12 लाख से अधिक की रकम बरामद की। आरोपियों के खिलाफ जुआ एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज किया गया। इनमें दीगर जिले के जुआरी भी शामिल हैं।
पुलिस के अनुसार सायबर सेल ने मुखबिर की सूचना पर देवरी थाना चंदनू के एक फार्म हाउस में छापामार कार्रवाई की। पुलिस ने फड़ को चारों तरफ से घेरकर कार्रवाई की। पकड़े गए आरोपियों में घनश्याम ताम्रकार पार्षद बेमेतरा, ललित यादव गिधवा, उमेश यादव सांकरा जिला रायपुर, यशवंत चंद्रवंशी व घनश्याम चंद्राकर थानखहरिया, देवेंद्र कुमार वर्मा सुमा भाटापारा, लेखु साहू सलधा, सुरेंद्र कुरे बोरसी भाटापारा, ईश्वर आडिल अकलतरा सिमगा, ईश्वर सिंह परपोड़ा, दयादास बारले हीरापुर, सनत साहू पडकीडीह, मनोज कुमार डोंडे हरिनभाटा सिमगा, सतीश कुमार मुरकुटा, राजकुमार पुरैना सोनपुरी, प्रदीप साहू गातापार, विजय कुमार सोनपुरी, बलदेव कुमार सोनपुरी, विष्णु मंडले थान खहरिया, ज्ञानेश इंदौरी, प्रकाश लोधी तेंदुआ, सुशील कुमार थान खहरिया व प्रमोद वर्मा कवर्धा को दांव लगाकर जुआ खेलते हुए पकड़ा गया। 23 जुआरियों के कब्जे से 12 लाख 37 हजार 500 रुपए नकदी, 52 पत्ती ताश व तिरपाल को जब्त किया गया। आरोपियों के खिलाफ जुआ प्रतिषेध अधिनियम के तहत अपराध कायम कर विवेचना की जा रही है। कार्रवाई में सायबर सेल प्रभारी उप निरीक्षक मयंक मिश्रा, सउनि राजेश ठाकुर, प्रधान आरक्षक रविन्द्र तिवारी, विनोद पात्रे, लोकेश सिंह, आर इंद्रजीत पाण्डेय, राजेश ध्रुव, नुरेश वर्मा, जयकिशन साहू व राजेश कुर्रे शामिल थे ।
सदस्यों ने शाला प्रांगण में रोपे पौधे
बेमेतरा, 15 जुलाई। शासकीय पूर्व एवं प्राथमिक शाला सिंघौरी में शाला प्रबंधन एवं विकास समिति की मासिक बैठक हुई। बैठक में मुख्य रूप से शाला की सुरक्षा, पौधारोपण, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, बच्चों की नियमित उपस्थित, बैठक व्यवस्था जैसे मुद्दों पर चर्चा किया गया।
समिति के सदस्यों द्वारा शाला परिसर में एक पेड़ माँ के नाम के तहत आम का पौधा रोपण किया गया। बैठक में रोशन साहू (अध्यक्ष मिडिल स्कूल), पोषण वर्मा (अध्यक्ष प्राथमिक स्कूल), गोमती साहू (उपाध्यक्ष मिडिल स्कूल), देवराम साहू (पार्षद), नीलू राजपूत (पार्षद), कन्हैयालाल वर्मा, चुम्मन सिंह, दुहाई वर्मा, भानु साहू, भोजराज साहू, गजाधर, गायत्री सोनी, नोहर साहू, गिरवर साहू, शाला परिवार से संस्था प्रमुख मीनाशर्मा, सरस्वती साहू, राजेश्वरी ठाकुर, देवेंद्र साहू, नूतेश्वर चंद्राकर, प्रशांत बघेल, किरण खरे एंव लक्ष्मी साहू उपस्थित रहे।
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बेमेतरा, 14 जुलाई। जिले में दो दिनों के दौरान हुई अच्छी बारिश से फसल को लेकर चिंतित किसानों ने राहत महसूस की है। जिले में शनिवार को सभी तहसीलो में बारिश हुई। शुक्रवार को जिले में 90 एमएम बारिश हुई। प्रदेश के अल्पवर्षा वाले जिले में शामिल बेमेतरा जिला में 15 दिन बाद बारिश होने से किसानों ने राहत की सांस ली।
जिले में खरीफ फसल सीजन के दौरान बेमेतरा, साजा, बेरला व नवागढ़ ब्लॉक में 202980 हेक्टेयर में धान की फसल लेने के लिए लक्ष्य निर्धारित किया गया है। धान की फसल के लिए जरूरी बारिश नहीं होने की वजह से खेतों में कामकाज ठप होने लगा था। कम बारिश होने का अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि जिले में बीते 1 जून से लेकर 27 जून तक की स्थिति में 25600 हेक्टयर में केवल 350 हेक्टेयर में धान की नर्सरी, 18 हजार हेक्टेयर में छिडक़ा बोनी, 7600 हेक्टेयर में कतार बोनी के साथ फसल ली जा रही थी। इस स्थिति में अनुमानित रकबा के विपरीत केवल 15 फीसदी रकबे में बोनी का कार्य हुआ था। अब करीब 15 दिन बाद 12 जुलाई से मौसम की मेहरबानी के चलते जिले में एक बार फिर बोनी का काम गति पकडऩे लगा है। कास्तकारी के कार्य में तेजी आने की वजह से अब फसल तैयारी का रकबा 49560 हेक्टयर पहुंच चुका है।
ताजा रिपोर्ट के अनुसार जिले में 49560 हेक्टेयर में धान की खेती की तैयारी हो चुकी है। इसी तरह जिले में 150 हेक्टेयर में कोदो कुटकी, 133 हेक्टेयर में मिश्रित फसल, 2223 हेक्टेयर में सोयाबीन, अरहर, फेरो अरहर, मूंगफली, उड़द, मूंग, तिल, कपास व गन्ना की खेती शुरू हो चुकी है। अन्य फसल समेत जिले में अभी 53060 हेक्टेयर में फसल ली जा रही है। जिले में आने वाले दिनों में मौसम विभाग के अनुमान के अनुरूप बारिश होने से बोनी के कार्य में और अधिक गति आने की संभावना है। समय रहते बारिश होने की वजह से खेतों में डाले गए बीज खराब होने से बच सकेंगे।
प्रदेश के कमजोर बारिश वाले जिलों में शामिल है बेमेतरा
बीते दिनों सामने आए प्रदेश स्तर के आकंड़े के अनुसार बेमेतरा प्रदेश के अल्प वर्षा वाले टॉप टेन जिलों में से एक है। प्रदेश के सबसे कम बारिश वाले 17 जिले में बेमेतरा जिले को सरगुजा के बाद स्थान मिला था। जिले में दो दिन के दौरान बारिश के लौट के आने के बाद हालात में और सुधार आने की संभावना है। इससे जिला अल्पवर्षा वाले जिलों की श्रेणी से बाहर निकल सकेगा।
तीन तहसील का औसत सुधार दो
किसान लखन वर्मा, नेमीचंद साहू ने बताया कि पूरे जिले में बेमेतरा तहसील के औसत की अपेक्षा 23 फीसदी, बेरला में 32 फीसदी और थानखम्हरिया तहसील में 28 फीसदी बारिश हुई है। इन तीनों तहसीलों में और बेहतर बारिश होने की उम्मीद किसान लगाए बैठे हैं। अन्य 5 तहसीलों में दाढ़ी में 49, भिंभौरी में 45, नांदधाट में 60, देवकर में 68 व साजा में 71 फीसदी से अधिक बारिश हो चुकी है। ग्राम बेतर के किसान सूरज व गोलू पटेल ने बताया कि खेतो में दरार नजर आने लगी थी पर अब बारिश से इस स्थिति से निजात मिल सकेगी।
धान की फसल पर निर्भर है जिले की अर्थव्यवस्था
कृषि प्रधान जिला होने की वजह से बेमेतरा, साजा, बेरला व नवगाढ़ ब्लॉक क्षेत्र की पूरी अर्थव्यवस्था फसल आधारित है। अंचल में किसान के साथ-साथ कारोबारी व अन्य वर्ग के लोग भी फसल की बेहतरी की उम्मीद लगाए हुए हैं। बीते 15 दिन से बारिश के रूठ जाने से लोगों के चेहरों पर फसल की चिंता साफ नजर आने लगी थी।
फसल के लिए जीवन अमृत की तरह है बारिश
अनुविभगीय कृषि विभाग के अधिकारी डॉ. श्यामलाल साहू ने बताया कि वर्तमान में सभी क्षेत्रों में बारिश होने की जानकारी मिल रही है। बारिश फसल के लिए अमृत की तरह है। इससे और अधिक ग्रोथ होगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 14 जुलाई। बेमेतरा-दुर्ग मार्ग में हुए सडक़ दुर्घटना में 15 साल के बालक की मौत हो गई। मृतक बालक अजय साहू के शव को जिला अस्पताल के मरच्र्युरी में रखा गया है। मामले पर पुलिस द्वारा मर्ग कायम कर लिया गया है। दुर्घटना में एक बालक घायल हुआ है।
मिली जानकारी के अनुसार शनिवार को बेमेतरा दुर्ग मार्ग में ग्राम कंतेली से बेमेतरा मार्ग में अज्ञात वाहन चालक ने पेट्रोल पंप के पास अपने वाहन को लपरवाहीपूर्वक चलाते हुए मोटर सायकल को ठोक दिया। इससे मोटर सायकल में सवार किशोर अजय कुमार साहू (15) साल व उसके साथ बैठे नोहर साहू को चोट पहुंची।
घायल अजय साहू व नोहर साहू को आसपास के लोगों की मदद सेे 108 वाहन से जिला अस्पताल अस्पताल पहुंचाया गया। गंभीर रूप से घायल अजय ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। नोहर साहू को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है। बताया गया कि मृतक बालक टयूशन जाने के लिए अपने घर से निकला था कि बेमेतरा पहुंचने से पूर्व सडक़ दुर्घटना का शिकार हो गया। हादसे की खबर लगते ही ग्राम कंतेली व परिचित जिला अस्पताल पहुंचने लगे थे। बालक की मौत से परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। मृतक के शव का रविवार को पीएम कराया गया। पुलिस ने परिजन की रिपोर्ट पर मर्ग कायम कर लिया है।
परिवार का इकलौता पुत्र था
सूत्रो के अनुसार मृतक बालक अजय अपने माता-पिता का इकलौता पुत्र था। बालक का पिता टोमन साहू अपने गांव में ही दो पहिया वाहन बनाने का काम करते हैं। टयूशन पढऩे के लिए बेमेतरा आया करता था। हादसे के बाद ठोकर मारने वाला वाहन चालक अपने वाहन सहित फरार हो गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 14 जुलाई। जिला न्यायालय परिसर में शनिवार को नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया। बृजेन्द्र कुमार शास्त्री, प्रधान जिला न्यायाधीश व अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने इसकी शुरूआत की। लोक अदालत में जिले के दूरदराज गांवों से आए पक्षकार अपने प्रकरणों के निराकरण के लिए पहुंचे थे।
जिला न्यायालय में 8 खंडपीठ और तहसील साजा न्यायालय में 1 खंडपीठ समेत 9 न्यायालयीन खण्डपीठ में राजस्व प्रकरण 3937, आपराधिक प्रकरण 133, बैंक रिकवरी 38, मोटर दुर्घटना दावा प्रकरण 11, सिविल प्रकरण 14, विद्युत विवाद प्रकरण 50, पारिवारिक प्रकरण 22, क्लेम निष्पादन प्रकरण 2, निष्पादन 11, बीएसएनएल 11, चेक बाउंस 44 प्रकरणों सहित जिले में रिकॉर्ड अनुसार 5383 मामलों का निराकरण किया गया। आपसी सहमति से सुनवाई के बाद पक्षकारों को बीमा, विद्युत व बैंक विवाद और अन्य प्रकरणों में 3 करोड़ 7 हजार 725 रूपए की मुआवजा राशि वितरित की गई।
प्री-सीटिंग के माध्यम से मां-बेटी का विवाद सुलझाया
मां-बेटी के मध्य लंबित जमीनी विवाद में राजीनामा कर विवाद सुलझाया गया। बेटी श्याम बाई (परिवर्तित नाम) द्वारा मां देवकी (परिवर्तित नाम) व बहन यशोदा (परिवर्तित नाम) के विरूद्ध लंबित सिविल अपील में प्रधान जिला न्यायाधीश बृजेन्द्र कुमार शास्त्री द्वारा उभय पक्ष के मध्य प्री-सीटिंग कर समझाइश देकर समझौता अनुसार दोनों बहनों को बराबर-बराबर भूमि के अतिरिक्त में बचत भूमि में तीनों मां-बेटियों का नाम राजस्व अभिलेख में संयुक्त रूप से दर्ज किए जाने का निर्णय पारित किया गया। प्रधान जिला न्यायाधीश की खंडपीठ में 11 क्लेम केस में 39 लाख की क्षतिपूर्ति राशि का अवार्ड पारित किया गया। अन्य मोटर दुर्घटना दावा प्रकरण में भी राजीनामा के बाद बीमा कंपनी ने परिजनों को 13 लाख 20 हजार रुपए की क्षतिपूर्ति देने पर सहमति दी।
100 वर्षीय बुजुर्ग चेक पाकर हुए भावुक
चेक बाउंस के केस में जोहन वर्मा ने लक्ष्मीनारायण राठी से 1.5 लाख रुपए घरेलू आवश्यकता होने पर उधार लिया था। कई बार मांगने पर पैसा वापस नहीं किया बल्कि परिवादी को जो चेक दिया, वह बैंक में बाउंस हो गया। ऐसे में लक्ष्मीनारायण राठी ने चेक बाउंस का परिवाद प्रस्तुत किया। न्यायाधीश मो. जहांगीर तिगाला ने जोहन वर्मा को कहा कि परिवादी तुहारे पिता तुल्य है। तुहारी मजबूरी में आर्थिक रूप से मदद भी की है। न्यायाधीश द्वारा दी गई समझाइश पर जोहन वर्मा ने लक्ष्मीनारायण राठी को पूरी रकम को चेक प्रदान किया।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राजीनामा कराया
भाइयों-भतीजों के मध्य पारिवारिक संपत्ति के बंटवारे के प्रकरण को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट उमेश कुमार उपाध्याय ने आपसी समझौते के आधार पर समाप्त करवाया। एक प्रकरण में पति-पत्नी दोनों आहत थे। पति जरूरी काम से हरियाणा गया था व एक अन्य प्रकरण में आहत गर्भवती महिला ने न्यायालय में उपस्थित होने में असमर्थ जताई। इस पर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राजीनामा कराया। आहत संतोष यादव अपनी बीमार बुआ को देखने ग्राम पिकरी गया था। आरोपियों द्वारा गाली-गलौज करने पर दर्ज कराए 6 वर्ष पुराने प्रकरण में राजीनामा हुआ।
पिता और पुत्र के बीच पैसों को लेकर आई दरार को सुलझाया
पिता ने पुत्र के खिलाफ 30 लाख व पुत्र ने पिता के खिलाफ 25 लाख रुपए के चेक बाउंस का मामला दर्ज कराया था। पिता-पुत्र एक दूसरे का मुंह भी नहीं देखना चाहते थे। न्यायाधीश अनिता कोशिमा रावटे की समझाइश पर पिता और पुत्र आपसी विवाद को भूल कर राजीनामा पर राजी हो गए। पिता ने पुत्र को गले लगाकर माफ किया।
परिवार न्यायालय के कई प्रकरणों में परिवार हुए एक
लंबे समय से मामूली झगड़े के चलते अलग-अलग रह रहे पति-पत्नी कुंटुंब न्यायालय में न्यायाधीश नीलिमा सिंह बघेल की समझाइश के बाद एक हो गए। अन्य प्रकरण में पति द्वारा 2 वर्ष की बच्ची सहित 7 माह की गर्भवती आवेदिका को बेसहारा छोडऩे के मामले में न्यायाधीश ने समझाइश दी और 10 हजार प्रतिमाह भरण-पोषण का आदेश जारी किया। कुटुब न्यायालय में कुल 22 प्रकरणों का निपटारा हुआ, जिनमें से पांच मामले में दंपत्तियों को एक साथ सुलह-समझौता कर भेजा गया।
विवाद के बाद बेटी व पत्नी को छोड़ दिया, फिर लेकर गया
5 साल की दिव्यांग बेटी के उपचार पर हो रहे खर्च व अन्य कारण के चलते हुए विवाद के बाद बेटी व अपनी पत्नी को मायके में छोड़ चुके युवक को लोक अदालत ने समझाइश दी। इसके बाद पति राजीखुशी के साथ बेटी व अपनी पत्नी को लेकर गया, जिससे दोनों पक्ष के परिजनों ने खुशी जाहिर की।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 14 जुलाई। अल्पसंख्यकों के सामाजिक, आर्थिक एवं शैक्षणिक विकास के लिए प्रधानमंत्री का नवीन 15 सूत्रीय कार्यक्रम की त्रैमासिक समीक्षा बैठक कलेक्टर रणबीर शर्मा की अध्यक्षता में कलेक्टोरेट के दिशा सभाकक्ष में हुई।
कलेक्टर ने अल्पसंख्यक समुदाय के इच्छुक बेरोजगार युवक-युवतियां जिला रोजगार कार्यालय से संपर्क कर अपने मनपसंद के व्यवसाय का प्रशिक्षण प्राप्त कर उसमें रोजगार प्राप्त कर सकते हैं और अपने धार्मिक स्थलों पर इन योजनाओं का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करें ताकि जरूरतमंद लोग इनका लाभ ले सके।
पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू ने कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय के छात्रों को मिलने वाली छात्रवृत्ति के लिए आवेदन संबंधित संस्था प्रमुखों के माध्यम से निर्धारित समय-सीमा में सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग के पास जमा करा दिए जाएं। बैठक में 15 सूत्रीय कार्यक्रम, अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति, मदरसा शिक्षा का आधुनिकीकरण, उर्दू शिक्षा, जाति प्रमाण पत्र जारी करने तथा विभिन्न विभागों के माध्यम से संचालित व्यवसाय मूलक योजनाओं की विभागवार समीक्षा की गई।
जिला पंचायत सीईओ टेकचंद अग्रवाल ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) योजना के तहत अल्पसंख्यक वर्ग के लोगों को घर निर्माण के लिए आर्थिक सहायता, महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत 100 दिनों का रोजगार सुनिश्चित किया जाता है। जिला अल्पसंख्यक कल्याण समिति की बैठक में पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू, सीईओ जिला पंचायत टेकचंद अग्रवाल, अपर कलेक्टर अनिल बाजपेयी, संयुक्त कलेक्टर द्वय अंकिता गर्ग, टेकराम महेश्वरी, एसडीएम तंवर, सीएमओ उपाध्याय, डीईओ कमल कपूर एवं अल्पसंख्यक वर्ग के सदस्य उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 13 जुलाई। ग्राम कोदवा में बुधवार की रात एक शादी कार्यक्रम में शामिल होने आए एक व्यक्ति की हाईटेंशन तार की चपेट में आने से मौत हो गयी।
साजा थाना से मिली जानकारी के मुताबिक कोदवा में स्थानीय नन्दकुमार साहू के यहां शादी-विवाह का कार्यक्रम हो रहा था। इसी बीच साजा के वार्ड-08 निवासी 36 वर्षीय उनका भांजा शंकर साहू पिता स्व गजानंद साहू भी शामिल हुए थे। प्रोग्राम के दरमियान मृतक शंकर साहू खाना खाकर फोन से बात करने ऊपर छत पर जा पहुंचा जो बात करते करते समीप के ही कमल साहू के छत पर जाकर 11 केवी हाई वोल्टेज करंट की चपेट में आने पर बुरी तरह झुलस गया एवं झटके के साथ नीचे के टीन के शीट पर गिर पड़ा।
इस हादसे से परिजनों ने उसे साजा सामुदायिक अस्पताल लेकर गए जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया एवं पोस्टमार्टम पश्चात परिजनों को सौंप दिया गया। पुलिस ने मर्ग कायम करते हुए पंचनामा तैयार कर लिया गया है जिसमें पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही घटना से जुड़ी जानकारियां सामने आ पाएगी। बताया जा रहा है कि मृतक पेशे से स्वयं इलेक्ट्रिशियन है एवं बिजली से जुड़े कार्य कर अपना परिवार चलाता था, किन्तु उनके गुजर जाने से परिवार में शोकाकुल की स्थिति है।
आय जाति प्रमाण पत्र समेत जमीन की रजिस्ट्री भी हो रही प्रभावित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 13 जुलाई। वर्षों से लंबित मांगों को लेकर जयस्तंभ चौक तहसील कार्यालय में अपने संगठन के समर्थन में पटवारी हड़ताल पर बैठे हैं। राजस्व पटवारी संघ के अनिश्चित कालीन हड़ताल का लगातार छटवां दिन है। विद्यार्थियों की आय, जाति प्रमाण पत्र भी नहीं बन पा रहे हैं।
पटवारियों के हड़ताल पर जाने से राजस्व विभाग की महत्वपूर्ण योजना सरकार की राजस्व पखवाड़ा सहित किसान की खाद बीज, कृषि ऋण, आम जनता की राजस्व संबंधी कार्य, विद्यार्थी का आय जाति निवास, रजिस्ट्री से शासन को करोड़ों का नुकसान हो रहा है। प्रांताध्यक्ष भागवत कश्यप एवं प्रतिनिधि मंडल द्वारा राजस्व सचिव अविनाश चंपावत से वर्तमान समस्याएं सहित विभिन्न मांगों को लेकर सार्थक चर्चा हुई। प्रांताध्यक्ष भागवत कश्यप ने कहा जब तक हमारी मांगो को पूर्ण नहीं किया जाता तब तक आंदोलन लगातार जारी रहेगा।
श्री कश्यप ने कहा कि वार्तालाप की शुरुवात हुई है। हड़ताल में अभिषेक माली, विजय पाल, शैलेन्द्र जायसवाल, महेंद्र साहू, परस साहू, कुमार गौरव साहू, सनत मंडावी, ऋषि निर्मलकर, अनिल क्षत्रिय, जानकी कुर्रे, कमलेश चेलक, चंद्रप्रकाश साहू, मेघराज पटेल, साकेत, सेन कुमार घोष, राजकुमार,दिनेश नामदेव, लोकेश ध्रुव, मुकेश साहू, ओंकार सोनवानी, भोमलता, अबा उपाध्याय आदि शामिल है। भारत ठाकुर, ओंकार राजपूत, संजय ध्रुव, मेघनाथ वर्मा,युवराज साहू, कविता भारती, राजन साहू, नवरतन साहू, सुरेखा सोनी, श्वेता मिश्रा, रेखा दिवान, भोमलता, चंद्रकांता, ज्योति तिवारी, देवेंद्र राजपूत, चंद्रप्रकाश साहू, अंकित गुप्ता, सुंदरलाल घृतलहरे, युवराज, टूकेश्वर भारती शामिल हुए।
वेतन विसंगति दूर किया जाए, वरिष्ठता के आधार पर पदोन्नति, संसाधन एवं भत्ते, स्टेशनरी भत्ता, अतिरिक्त हल्के का भत्ता 50 प्रतिशत हो, पटवारी भर्ती के लिए योग्यता स्नातक, मुख्यालय बाध्यता समाप्त हो, बिना विभागीय जांच प्राथमिकी नहीं किया जाए, सारंगढ़ पटवारी उमेश कुमार पटेल को बहाल, किशोर दिवान के प्रथम प्राथमिकी का निरस्त किया जाए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 13 जुलाई। सडक़ पर बैठे मवेशी को बचाने के फेर में ग्राम बेतर के पास भारी मालवाहक ट्रेलर की ठोकर से कार में सवार 6 लोगों को गंभीर चोट पहुंची है। सभी घायलों को उपचार के लिए 108 वाहन से जिला अस्तपाल पहुंचाया गया जहां पर प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें मेडिकल कालेज रायपुर भेजा गया। 5 घायल कवर्धा जिला व 1 बेमेतरा जिले के ग्राम सेमरिया के निवासी है।
मिली जानकारी के अनुसार नेशनल हाईवे में बेमेतरा कवर्धा मार्ग में ग्राम बेतर के पास शुक्रवार की अलसुबह सडक़ पर बैठे मवेशी को बचाने के चक्कर में कवर्धा की ओर से आ रहे माल वाहक वाहन ट्रेलर के चालक ने लपरवाहीपूर्वक वाहन चलाते हुए सामने से रही कार को ठोका।
हादसे में कार में सवार दुखीराम जांगडे (42), अश्वनी कुर्रे (25), रूपेश जांगड़े (22), डिकेश जांगड़े (21) व एक अन्य सभी ग्राम घोटिया निवासी व बेेमेतरा जिला के ग्राम सेमरिया निवासी बल्लु गोयल घायल हो गए। हादसे के बाद लोगों की मदद से 108 वाहन से सभी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां पर प्राथमिक उपचार के बाद रायपुर के मेडिकल कालेज रेफर किया गया है। बताया गया कि सभी घायलों में चार की स्थिति गंभीर है। घायलो के हाथ, पैर व सिर पर गंभीर चोट पहुंची है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 13 जुलाई। ऑनलाइन नेशनल ड्रग लाइसेंस सिस्टम का प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन एक निजी होटल में उपसंचालक खाद्य एवं औषधि प्रशासन तथा बेमेतरा जिला दवा विक्रेता संघ के संयुक्त तत्वाधान में किया गया।
प्रारंभ में अनिल चौबे द्वारा ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कितना जरूरी है के ऊपर प्रकाश डाला। इसके पश्चात जिला दवा विक्रेता संघ के अध्यक्ष दिनेश दुबे ने लाइसेंस रिन्यूअल के लिए ऑनलाइन कितना जरूरी है और यह सभी केमिस्टों को सिखना जरूरी बताया गया। इसके बाद ड्रग इंस्पेक्टर भास्कर राठौर ने प्रोजेक्टर के माध्यम से ऑनलाइन फॉर्म भरने की पूरा प्रक्रिया को पड़े सरल शब्दों में केमिस्टों को बताया। ड्रग इंस्पेक्टर आरती नागदेव ने ऑनलाइन फॉर्म भरने के लिए पैन कार्ड पुराना लाइसेंस एवं रेंट एग्रीमेंट का कॉपी होना बहुत जरूरी बताया गया एवं सभी केमिस्ट को इसके बारे में ध्यान से सीखने की बात कही गई।
एडीसी राजेश क्षत्री ने सभी केमिस्टों को बताया की पुराने सिस्टम की तरह अब लाइसेंस रिन्यूअल नहीं की जाएगी नए सिस्टम में सभी को ऑनलाइन फॉर्म भरना एवं सिखना जरूरी बताया गया। कार्यक्रम में नवागढ़, साजा, बेरला, दाढ़ी, खमरिया, संबलपुर एवं जिले के सभी केमिस्ट उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन अखिलेश शर्मा एवं आभार प्रदर्शन अनिल चौबे द्वारा किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 13 जुलाई। शैक्षिक सत्र प्रांरभ होने के पूर्व स्कूल के लिए सुविधायुक्त भवन व शिक्षकों की पदस्थापना किए जाने के निर्देश के बावजूद भी जिला के बेरला ब्लॉक के ग्राम डंगनिया में शिक्षको की कमी है। वहीं ग्राम खहरिया में बेहतर भवन नहीं है। शिक्षकों की कमी दूर करने के लिए पालकों ने जिला मुख्यालय में कलेक्टर का दरवाजा खटखटाया है। ग्रामीणों ने कलेक्टर को आवेदन सौंपकर शिक्षक की पदस्थापना करने की मांग की है।
जानकारी हो कि बीते जून माह को गर्मी के छुटटी के बाद स्कूल प्रारंभ किया गया है। स्कूल खुलने से पूर्व उच्च कार्यालयों के निर्देश के अनुसार इसके लिए जरूरी संसाधन, भवन व शिक्षकों की कमी को दूर किया जाना था। जिले के बेरला ब्लॉक के दो अलग-अलग गांव के स्कूलों में शिक्षकों की कमी व सुविधा वाले भवन का अभाव बीते कई सत्र से कायम है। ग्राम डंगनिया के रविन्द्र वर्मा, गोवर्धन, मनोज सिंह, मीनाराम, अवध व सरपंच प्रकाश गायकवाड ने कलेक्टर को आवेदन सौंपा है।
ग्रामीणों के अनुसार बिते 26 जून से स्कूल को नये सत्र के लिए प्रारंभ किया गया है। इससे पूर्व बिते सत्र से शासकीय प्राथमिक स्कूल डंगनिया में शिक्षकों की कमी है। शिक्षकों की कमी दूर करने के लिए बार-बार मांग करने के बाद नियुक्त नहीं किया गया है। इस बार फिर इस स्कूल को शिक्षक की नियुक्ति किये बगैर प्रारंभ कर दिया गया है। पालकों ने बताया कि बच्चों की पढ़ाई भगवान भरोसे हैं। बच्चों को पढ़ाना तो दूर देखने वाले भी नहीं हैं। विभाग की उदासीनता की वजह से उनके बच्चों का भविष्य खराब हो रहा है। पालकों ने 130 बच्चों के भविष्य को देखते हुए शिक्षक की व्यवस्था करने की मांग की है।
एक कमरे का संधारण नहीं होगा 82 हजार में
शिक्षा विभाग द्वारा स्कूल भवन के सुधार व संधारण के लिए शाला जतन योजना चलाया जा रहा है। स्कूल भवन की मरमत के लिए योजना के तहत लाभ लेने के लिए प्रस्ताव भेजे जाने के बाद केवल 82 हजार रूपये स्वीकृत किया गया था। भवन की जर्जर हालात को देखते हुए पूरे भवन का इस रकम से संधारण किया जाना संभव नहीं है।
कम फंड होने की वजह से भवन को संधारण नहीं किया गया है। संधारण नहीं होने के कारण बीते 3 साल से स्कूली बच्चे प्राइमरी और माध्यमिक शाला के एक ही भवन में बैठकर पढ़ाई कर रहे हैं। बच्चों का स्कूल दो पाली में लग रही है। प्राइमरी के बच्चों का क्लास सुबह और माध्यमिक शाला के बच्चों का 11.30 बजे लग रही है। इससे बच्चों के शिक्षा प्रभावित हो रही है। इसके चलते गांव के कई बच्चे गांव से बाहर प्राइवेट स्कूल में पढ़ाई करने के लिए मजबूर है। शिक्षा विभाग द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। स्कूल की हालत को देखने के लिए पालकों ने अधिकारियो को आंमत्रित किया है। अधिकारी भवन की खंडहर हालत को देखकर ही उनकी समस्या को समझ कर निराकरण करेंगे।
स्कूल भवन के नाम पर खंडहर
बेरला विकासखंड के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत खहरिया में प्राथमिक व मिडिल दोनो स्कूल एक भवन में लगाई जा रही है। स्कूल का भवन बीते 5 साल से संधारण के अभाव में जर्जर होते जा रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि सन 1980 से बने स्कूल भवन तकरीबन 5 साल से जर्जर स्थिति में है। चालीस साल पुराने भवन में ही बच्चे पढ़ाई करते थे, जो अब जर्जर होने के कारण तकरीबन 3 साल से गांव के अन्य स्कूल के भवन में दो पाली में पढ़ रहे हैं। दो पाली स्कूल होने की वजह से स्कूली बच्चों की शिक्षा प्रभावित हो रही है। मूल समस्या को दूर करने के लिए शिक्षा विभाग के अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं।
बैठक में जवाब मांगा जाएगा - अजय
जिला पंचायत उपाध्यक्ष व शिक्षा समिति अध्यक्ष अजय तिवारी ने कहा कि शिक्षा स्थायी समिति की बैठक 18 जुलाई को आहूत की गई है। बैठक में मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना, एकल शिक्षकीय स्कूलों की जानकारी, व्यवस्था पर चल रहे शिक्षकों की जानकारी, सजेस स्कूलों में भर्ती प्रकिया की जानकारी मंगाई गयी है। स्कूल भवनों का संधारण व शिक्षको की कमी पर जिला शिक्षा अधिकारी से जवाब मांगा जाएगा।
22 व 23 को हड़ताल पर जाने ज्ञापन सौंपा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 13 जुलाई। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन एवं एड्स नियंत्रण कार्यक्रम के संविदा कर्मचारी लंबित मांग पूरी नहीं होने पर 22 एवं 23 जुलाई को रायपुर में प्रदर्शन करेंगे। एनएचएम कर्मचारी संघ के प्रांताध्यक्ष डॉ.अमित कुमार मिरी एवं जिला अध्यक्ष पूरन दास ने बताया कि नियमितिकरण सहित कुल 18 बिंदु मांग तथा गत वर्ष जुलाई में घोषित 27 प्रतिशत वेतन वृद्धि की घोषणा की गई थी जो आज तक एनएचएम कर्मचारियों को उसका लाभ नहीं मिला है।
मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष, स्वास्थ्य मंत्री, वित्त मंत्री सहित तमाम बड़े मंत्रियों से भेंट कर अपनी मांगों से अवगत करा चुके हैं। कुल 24 बार ज्ञापन दिया जा चुका है। 22 एवं 23 जुलाई को हड़ताल में जाने का ज्ञापन डिप्टी कलेक्टर अनिल बाजपेयी को सौंपा गया। ज्ञापन सौंपने वालों में जिला अध्यक्ष छत्तीसगढ़ प्रदेश एनएचएम कर्मचारी संघ पूरन दास, तेज साहू, मनीष शर्मा, दिनेश साहू, जितेन्द्र वर्मा, डॉ बृजेश दुबे, गोविंद, गुलाब यदु आदि शामिल है।
ये हैं प्रमुख मांगें
18 बिंदु माँगों में नियमितीकरण, लंबित 27 प्रतिशत वेतन वृद्धि, ग्रेड पे निर्धारण, वेतन विसंगति निराकरण, सीआर व्यवस्था में सुधार, चिकित्सा परिचर्या, अवकाश नियम में बदलाव, अनुकंपा नियुक्ति और अनुदान में राशि में वृद्धि, सेवा पुस्तिका संधारण, तबादला व्यवस्था में नियमितता जैसी प्रमुख मांगें सम्मिलित हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 12 जुलाई। कलेक्टर रणबीर शर्मा ने नवागढ़ विकासखंड दौरे के दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नवागढ़ का निरीक्षण किया। केंद्र की स्थिति और सेवाओं का मूल्यांकन किया। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने केंद्र में प्रदान की जा रही स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता का मूल्यांकन किया। इसमें डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों की उपलब्धता, दवाओं की समय पर वितरण और चिकित्सा उपकरणों की स्थिति शामिल थी।
उन्होंने यह देखने का प्रयास किया कि केंद्र में किस प्रकार से विभिन्न बीमारियों का प्रबंधन किया जा रहा है, जैसे मलेरिया, टीबी, और अन्य सामान्य रोग। कलेक्टर ने समुदाय की जनसंख्या के स्वास्थ्य की सामाजिक और आर्थिक स्थिति का भी अवलोकन किया।
उन्होंने केंद्र में प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल और परिवार नियोजन सेवाएं कैसे प्रदान की जा रही हैं इसकी जानकारी ली। उन्होंने सुनिश्चित किया कि स्वच्छता में कोई कमी नहीं होनी चाहिए और जल संसाधन का सही उपयोग हो। उन्होंने मरीजों से भी मुलाकात की और उनकी शिकायतों और सुझावों को सुना। इस दौरान जिलाधीश ने हॉस्पिटल में मरीज महिला को बेबी किट भी प्रदान की। इस अवसर पर एडीएम अनिल वाजपेयी, जॉइंट कलेक्टर अंकिता गर्ग, स्वास्थ्य विभाग की टीम सहित संबंधित विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 12 जुलाई। पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू ने जिला पुलिस मुख्यालय के सभाकक्ष में मीडिया को नवीन तीन कानूनों के संबंध में जन जागरूकता लाने के लिए जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इन कानूनों का उद्देश्य समाज में सुरक्षा और न्याय सुनिश्चित करना है। इस अवसर पर उन्होंने आपराधिक न्याय प्रणाली में किए गए नवाचारों और सुधारों की जानकारी दी।
जिससे न्याय की प्रक्रिया और भी प्रभावी और समयबद्ध हो सके। इस प्रयास का मुख्य उद्देश्य नागरिकों के अधिकारों की रक्षा और अपराधों के खिलाफ सत कार्रवाई करना है।
बैठक में शहर पुलिस अधीक्षक ज्योति सिंह, एसडीओपी मनोज तिर्की,पुलिस अधिकारी और प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के प्रतिनिधि उपस्थित थे। उन्होंने पॉवर प्रजेंटेशन और स्लाइड्स के माध्यम से विभिन्न धाराओं के तहत नागरिकों को प्रदत्त अधिकारों, महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराध से निपटने के लिए शामिल किए गए धाराओं, न्याय प्रणाली में प्रौद्योगिकी के समावेश, अपराधों एवं दंडों के पुनरपरिभाषित और समय पर शीघ्र न्याय के लिए जोड़े गए धाराओं के बारे में विस्तार से बताया।
मीडिया प्रतिनिधियों से अपील करते हुए, एसपी साहू ने कहा कि आम जनता को इन कानूनों के बारे में सही जानकारी और समझ प्रदान करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि कानूनों की जानकारी के अभाव में नागरिकों को उनके अधिकारों और कर्तव्यों का पूरा ज्ञान नहीं हो पाता, जिससे कई बार समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 12 जुलाई। शहर के लगभग सभी वार्डों में जलसंकट गहराने लगा है। आलम यह है कि वार्डों में टैंकर से पानी की सप्लाई की जा रही है। शहरवासी गर्मी की शुरुआत में पानी के लिए तरस रहे हैं। मीठे पानी की योजना पर करीब 25 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। बावजूद शहर वासियों को मीठा पानी नहीं मिल रहा है।
जानकारी के अनुसार पीएचई विभाग ने मीठे पानी की योजना को क्रियान्वन के लिए नगर पालिका को हैंडओवर करने की बात कही है, लेकिन नगर पालिका इंकार कर रहा है। फिर भी योजना का संचालन नगर पालिका के द्वारा किया जा रहा है।
शहरवासियों ने बताया जिस जगह पर नल चल रहा है। वहां पर लाइन लगाकर पानी भरने को मजबूर है। घरों तक पानी पहुंचाने में काफी समस्या होती है। परिवार को सुबह और शाम में पानी भरने को लेकर संघर्ष करना पड़ रहा है। पार्षद नीतू कोठारी ने बताया कि शहर में पानी की सप्लाई के लिए 10 वॉटर टैंकर की जरूरत है, लेकिन नगर पालिका के पास सिर्फ पांच वॉटर टैंकर हैं। नतीजतन एक स्थान पर आधा घंटा टैंकर खड़ा करने के बाद दूसरे स्थान पर ले जाया जा रहा है। ऐसी स्थिति में पानी की सप्लाई प्रभावित हुई है।
मोहभ_ा वार्ड निवासी राज वर्मा ने बताया कि उसके घर के सामने दो माह पूर्व पावर पंप से मोटर को मरमत के लिए निकाला गया, जो अब तक मरमत नहीं होने के कारण पानी की आपूर्ति नहीं हो रही है। इस संबंध में पार्षद धर्म वर्मा से कई बार आग्रह किया गया है। पार्षद धर्म वर्मा ने बताया कि मोटर की मरमत के लिए कई बार नगर पालिका में मुख्य नगर पालिका अधिकारी से संपर्क किया गया, लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा। ऐसी ऐसी स्थिति में वार्डवासियों के आक्रोश का सामना करना पड़ रहा है।
शहरी जल आवर्धन योजना पर 25 करोड रुपए खर्च होने के बावजूद शहरवासियों को मीठा पानी नहीं मिल रहा है। इस संबंध में संबंधित नगर पालिका व पीएचई विभाग मामला एक दूसरे पर डालकर पल्ला झाड़ रहे हैं। योजना की शुरुआत से लेकर 10 साल तक कई वार्ड में पाइप लाइन का विस्तार नहीं हुआ हैं। मीठे पानी की योजना से सही तरीके से शहरवासियों को जलापूर्ति होने की स्थिति में हर माह वाटर पंप के संचालन में आ रहे हैं, लाखों रुपए बिजली बिल की बचत होगी
शहर के लोगों को जलापूर्ति के लिए ढाई सौ पावर पंप है। वाटर लेवल गिरने के कारण पावर पंप जवाब देने लगे हैं। मानसून में विलंब होने के कारण शहर में करीब 12 दिनों से पानी नहीं गिरा है। पावर पंपों से पानी आपूर्ति में बाधा आ रही है। लगातार वाटर लेवल गिरता जा रहा है। समस्या के निराकरण के लिए आमजनों का पालिका अधिकारी को फोन लगाने पर कॉल रिसीव नहीं करते।
पानी आपूर्ति के समय में एक घंटे की कटौती
जानकारी के अनुसार वाटर लेवल गिरने के बाद से नगर पालिका प्रशासन की ओर से पानी आपूर्ति के समय सीमा में 1 घंटे की कटौती की गई है ताकि आने वाले दिनों में सुचारू रूप से शहर पानी की आपूर्ति की जा सके। दिनों दिन जल संकट गहराने के साथ लोगों की समस्याएं बढ़ती जा रही है।
6 महीने से नहीं हुई बैठक
पार्षद नीतू कोठारी के अनुसार समस्या के निराकरण के लिए पालिका प्रशासन की ओर से कोई पूर्व कार्य योजना नहीं बनाई गई। पालिका परिषद की हर दो माह में बैठक होनी थी, लेकिन वर्तमान में 6 माह बाद भी बैठक नहीं हो पाई है। ऐसी स्थिति में जल संकट के निराकरण को लेकर कोई योजना नहीं बनी। खामियाजा शहर वासियों को भुगतना पड़ रहा है।
जिले में अब तक 115.9 मिमी. औसत वर्षा दर्ज
चालू बारिश सीजन के दौरान बेमेतरा जिले में 01 जून से 10 जुलाई 2024 प्रतिवेदित दिनांक तक की स्थिति में सवेरे 8 बजे तक जिले में 115.9 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई है। जिले में अब तक सर्वाधिक वर्षा तहसील दाढ़ी में 161.1 मि.मी. तथा न्यूनतम 68.1 मि.मी. वर्षा बेमेतरा तहसील में दर्ज की गई है। संयुक्त जिला कार्यालय के भू-अभिलेख शाखा से प्राप्त जानकारी के अनुसार बेमेतरा तहसील में 68.1 मि.मी. वर्षा, नांदघाट तहसील में 123.6 मि.मी. वर्षा, बेरला तहसील में 73.9 मि.मी., भिंभौरी तहसील में 119.8 मि.मी, साजा तहसील मे 147 मि.मी., थानखहरिया तहसील में 68.5 मि.मी. वर्षा एवं देवकर तहसील में 148 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई है।
वाटर लेवल में गिरावट
जानकारी के अनुसार सप्ताह भर के भीतर वाटर लेवल में 70 से 80 फीट गिरावट आई है। शहर में 290 फीट पर पानी आ रहा है और बारिश नहीं होने की स्थिति में समस्या और अधिक विकराल होने की संभावना है। जिले में बेमेतरा तहसील में सबसे कम बारिश 68.5 में मिमी, वहीं सबसे अधिक बारिश देवकर में 148 मिमी वर्षा हुई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 11 जुलाई। दुर्ग लोकसभा के सांसद विजय बघेल चुनाव जीतने के पश्चात प्रथम बेमेतरा आगमन पर बेमेतरा शहर में ऐतिहासिक स्वागत हुआ। पूर्व जिलाध्यक्ष राजेन्द्र शर्मा के नेतृत्व में सिग्नल चौक में फूल माला एवं आतिशबाजी से शहर मण्डल भाजपा के कार्यकर्ता एवं महिला मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया। पूर्व जिलाध्यक्ष राजेन्द्र शर्मा ने कहा कि विजय बघेल के पांच साल का कार्यकाल उपलब्धियों वाला रहा। उनका मतदाताओं से निरंतर सपर्क रहा। बेमेतरा विधानसभा की जनता एवं भाजपा कार्यकर्ताओं के सुख-दुख में उनका आना-जाना रहा।
आभार रैली में सांसद विजय बघेल आभार रैली में जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश जोशी, अवधेश चंदेल, किसान नेता योगेश तिवारी, नरेन्द्र वर्मा, विजय सिन्हा, मोंटी साहू, अनील माहेश्वरी, राजेश दीवान, छोटूराम साहू, पंचू साहू, होरीलाल सिन्हा, नीलू राजपूत, दीपक मोटवानी, परमेश्वर वर्मा, केशव साहू, निखिल साहू, डेरहा देवांगन, राकेश खिचरिया, प्रितम चंदेल, संजीव तिवारी, विकास तबोली, हर्षवर्धन तिवारी, राकेश मोहन शर्मा, राजेश शर्मा, गोलू कोशले, रजनी पाण्डेय, शिव साहू, विकास घरडे, भागीरथी साहू, भीम वर्मा, विजय सुखवानी, धर्मेन्द्र साहू, युगल देवांगन, संतोष वर्मा, तुषार साहू, पियूष शर्मा, धर्मराज खाण्डे, ललीता साहू, लक्ष्मी साहू, रीना साहू, सावित्री रजक, अमरिका निर्मलकर, रविन्द्र छाबड़ा, शेखर वर्मा, लालू साहू, बिसन साहू, शिवम तिवारी संहित भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 11 जुलाई। ग्राम लोलेसरा में पेयजल संकट को लेकर ग्रामीणों में खासी नाराजगी है। आलम यह है कि गांव में दो पानी टंकी का निर्माण हुआ है। बावजूद आधी से अधिक आबादी पानी से वंचित है।
इस संबंध में ग्रामीणों ने बताया कि सरपंच सचिव समेत अन्य जनप्रतिनिधियों को समस्या के निराकरण का आग्रह किया गया, लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। वर्तमान में मानसून में विलंब हो गया है। गर्मी के कारण यह समस्या विकराल होती जा रही है। ग्रामीण कई सालों से इस समस्या से जूझ रहे हैं। बावजूद निराकरण की दिशा में अब तक ठोस कदम नहीं उठाया गया। सबसे बड़ा मुद्दा जल जीवन मिशन का है, जिसमें लाखों रुपए खर्च करने के बवजूद अब तक ग्रामीणों को पानी नहीं मिल पा रहा है। अधिकारी दस्तावेजों में पानी की नियमित आपूर्ति दिखा रहे हैं, जबकि धरातल में स्थिति इससे विपरीत है।
कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने के दौरान उर्मिला साहू, अंजली वर्मा, यशोदा वर्मा, नीतू वर्मा, संतोषी वर्मा, उषा वर्मा, आरती वर्मा, एकता वर्मा, लीला वर्मा, किरण वर्मा, हीरा साहू, मोहिनी साहू समेत 70 महिलाएं मौजूद थीं।
ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार योजना के अंतर्गत पानी टंकी के पास के कुछ घरों में पानी आ रहा है। टेल एरिया में एक बूंद भी पानी नहीं आ रहा है। 80फीसदी घरों में पानी अभी नहीं आ रहा। वहीं 20फीसदी आबादी को सिर्फ आधा घंटा पानी मिल रहा है। ग्राम लोलेसरा की 2 हजार आबादी को 6 पॉवर पंपों से जलापूर्ति की जा रही है। ग्रामीणों ने बताया कि इनमें से ज्यादातर पॉवर पंप बंद पड़े हैं, जो आबादी के अनुपात में नाकाफी साबित हो रहा था। बंद पॉवर पंपों को चालू करने पंचायत उदासीन है। जबकि पेयजल के लिए पंचायत को लाखों रुपए फंड मिलता है।
पेयजल के कारण दैनिक दिनचर्या हुई प्रभावित
ग्रामीणों ने बताया कि पेयजल की व्यवस्था के कारण दैनिक दिनचर्या प्रभावित हुई है। पेयजल के लिए अलसुबह और रात में गांव की महिलाएं व पुरूषों को गांव के पॉवर पंप के सामने बर्तन लेकर लाइन लगानी पड़ रही है। महिलाएं सारा काम छोडक़र पानी की व्यवस्था करने में लगी रहती हैं। ग्रामीणों के अनुसार पंचायत व जिला प्रशासन पेयजल जैसी मूलभूत सुविधा देने में नाकाम रहा है।
ठेकेदारों की लेटलतीफी पड़ रही भारी
केंद्र सरकार की महत्वाकांयोजना जल जीवन मिशन का उद्देश्य हर घर को नल के माध्यम से शुद्ध पेयजल की आपूर्ति करना है, लेकिन अधिकारी व ठेकेदारों की लेटलतीफी योजना के क्रियान्वयन पर भारी पड़ रही है। इस संबंध में ग्रामीण अंजली वर्मा ने बताया कि गर्मी की शुरुआत से दिनों दिन जल संकट गहराता जा रहा है। ग्राम पंचायत व पीएचई में बार-बार शिकायत के बावजूद समस्या के निराकरण को लेकर अब तक कोई कदम नहीं उठाए गए।
भूजल स्तर गिरा, पॉवर पंपों ने दिया जवाब
जानकारी के अनुसार गांव में जलापूर्ति के लिए 6 सरकारी पॉवर पंप हैं। लगातार गिरते भूजल स्तर के कारण पॉवर पंप जवाब दे चुके हैं। उनमें से पानी निकलना बंद हो गया है। वर्तमान में सिर्फ 3 से 4 पावर पंप से जलापूर्ति की जा रही है, जो नाकाफी साबित हो रहा है। उर्मिला साहू, अंजली वर्मा, यशोदा वर्मा, नीतू वर्मा, संतोषी वर्मा ने बताया कि लोलेसरा में मीठे पानी की सप्लाई के लिए पानी टंकी बनी है।
एक पानी टंकी का निर्माण समूह जल प्रदाय योजना व दूसरी पानी टंकी का निर्माण जल जीवन मिशन के अंतर्गत हुआ है। गलियों में पाइप लाइन बिछाकार घरों को नल कनेक्शन दिया गया है। बावजूद आधी बस्ती वार्ड नंबर 2, 3, 4, 5, 6, 7, 16, 17 में घरों में पानी नहीं आता।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 11 जुलाई। तीन समिति प्रबंधक व डाटा एंट्री ऑपरेटरों के निलंबन को शून्य करने की मांग को लेकर सेवा सहकारी समिति संघ ने कलेक्टर कार्यालय में ज्ञापन सौंपा। इन कर्मचारियों पर धान के शार्टेज को लेकर कार्रवाई की गई है। सेवा सहकारी समिति मोहगांव प्रबंधक दिगम्बर राजपूत, डाटा एंट्री ऑपरेटर नितिन साहू, साजा समिति प्रबंधक दीपक सोनी, डाटा एंट्री ऑपरेटर शरद वैष्णव, कुरामी समिति प्रबंधक सत्यनारायण साहू व डाटा एंट्री ऑपरेटर नरेश साहू पर धान खरीदी अनुबंध नीति का उल्लेख करते हुए निलम्बन की कार्रवाई की गई है, जो न्यायपूर्ण नहीं है।
जानकारी के अनुसार इस वर्ष 9 लाख 31 हजार मीट्रिक टन धान की खरीदी हुई है, जिसमें से लगभग 99फीसदी से अधिक धान का उठाव हो चुका है। धान का उठाव 28 फरवरी तक होना था, लेकिन उठाव में लेट लतीफी के कारण सूखत की स्थिति बनी। 30 जून तक धान का उठाव किया गया। वर्तमान में 34 हजार क्विंटल धान समिति में पड़ा हआ है।
तीन दिन में कार्रवाई शून्य नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी
समिति कर्मी कोमल पांडे ने बताया कि अनुबंध के अनुसार समितियां धान खरीदी करती है, लेकिन जिला विपणन अधिकारी द्वारा कंडिका 2.7, 2.8 व 16.8 का पालान नहीं किया गया, जिसके परिप्रेक्ष्य में प्राकृतिक रुप से धान में सूखत आना स्वभाविक है। अब शॉर्टेज के नाम पर समिति प्रबंधकों पर कार्रवाई की जा रही है। ज्ञापन सौंपने के दौरान कर्मचारियों ने एक तरफा कार्रवाई का विरोध किया। इस दौरान कर्मियों ने तीन दिवस के भीतर निलंबन की कार्रवाई शून्य नहीं होने पर कलमबंद करने की बात कही। एक तरफा कार्रवाई से कर्मियों में भय का माहौल है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 11 जुलाई। कलेक्टर रणबीर शर्मा ने नवागढ़ विकासखंड दौरे के दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का आकस्मिक निरीक्षण किया एवं केंद्र की स्थिति और सेवाओं का मूल्यांकन किया। इस निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य था कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र समुदाय के स्वास्थ्य सेवाओं को कैसे प्रदान कर रहा है और यह सुनिश्चित किया जाए कि सेवाएं उचित और गुणवत्तापूर्ण हैं। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने केंद्र में प्रदान की जा रही स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता का मूल्यांकन किया। इसमें डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों की उपलब्धता, दवाओं की समय पर वितरण, और चिकित्सा उपकरणों की स्थिति शामिल थी।
उन्होंने यह देखने का प्रयास किया कि केंद्र में किस प्रकार से विभिन्न बीमारियों का प्रबंधन किया जा रहा है, जैसे मलेरिया, टीबी, और अन्य सामान्य रोग। कलेक्टर ने समुदाय की जनसंख्या के स्वास्थ्य की सामाजिक और आर्थिक स्थिति का भी अवलोकन किया और देखा कि कैसे केंद्र इसे सहायता प्रदान कर रहा हैं उन्होंने केंद्र में प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल और परिवार नियोजन सेवाएं कैसे प्रदान की जा रही हैं इसकी जानकारी ली।
केंद्र में स्वच्छता और जल संरक्षण की व्यवस्था कैसी है। उन्होंने सुनिश्चित किया कि स्वच्छता में कोई कमी नहीं होनी चाहिए और जल संसाधन का सही उपयोग हो। उन्होंने मरीजों से भी मुलाकात की और उनकी शिकायतों और सुझावों को सुना, जिलाधीश ने हॉस्पिटल स्टाफ से जननी सुरक्षा योजना के लाभार्थी की जानकारी ली और इस योजना के तहत मिलने वाले राशि मिली या नहीं इसकी जानकारी ली।
इस दौरान जिलाधीश ने हॉस्पिटल में मरीज महिला को बेबी किट भी प्रदान की। उन्होंने अस्पताल स्टॉफ को निर्देश दिए की महिला मरीजों को डिलीवरी की सहायता राशि शतप्रतिशत डिलीवरी के बाद उनके खाते में पहुंचने को कहा।
उन्होंने अस्पताल परिसर में साफ-सफाई की स्वच्छता व्यवस्था, दवाओं की उपलब्धता और उपकरणों की स्थिति की जांच की। निरीक्षण के दौरान, कलेक्टर ने डॉक्टरों, नर्सों और अन्य चिकित्सा कर्मचारियों से बातचीत की और उनकी समस्याओं और आवश्यकताओं के बारे में जानकारी प्राप्त की।
उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि अस्पताल में सभी आवश्यक सुविधाएं और सेवाएं उपलब्ध हैं और उन्हें समय पर प्रदान किया जा रहा है। कलेक्टर ने केंद्र के प्रबंधन को सुझाव दिए कि वे सभी स्थितियों में सुधार करें और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को स्वास्थ्य सेवाओं के प्रदान में और भी प्रभावी बनाएं। इस अवसर पर एडीएम अनिल वाजपेयी, जॉइंट कलेक्टर अंकिता गर्ग, स्वास्थ्य विभाग की टीम सहित संबंधित विभाग उपस्थित थे।