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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 1 दिसंबर। समाधान महाविद्यालय में वाणिज्य विभाग से कार्यशाला वैदिक गणित विषय पर संपन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण द्वारा किया गया। कार्यशाला की मुख्य वक्ता के रूप में बैंगलोर की वैदिक गणितज्ञ वंदना सिंघल ने विद्यार्थियों को वैदिक गणित का मार्गदर्शन प्रदान किया। वैदिक गणित की उत्पत्ति व जोडऩे, घटाने तथा गुणा करने की पद्धतियों को काफी सरल ढंग से रखा।
उनका कहना था कि अगर आप इस तरह से पद्धतियों का उपयोग अपने दैनिक जीवन के जीवन में करेंगे तो यह आपका काफी समय बचाएगा तथा प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए उपयोगी सिद्ध होगा। अवधारणाओं व पद्धतियों को समझने के लिए अवलोकन करने पर जोर दिया गया। महाविद्यालय के वाणिज्य विभाग की विभागाध्यक्ष संगीता अग्रवाल ने बताया कि यह कार्यशाला आपके लिए काफी लाभदायक रहेगी तथा गणित में गणना करने का कार्य आपके लिए सुगम हो जाएगा।
इस कार्यशाला में महाविद्यालय के प्रशासनिक अधिकारी उमेश सिंह राजपूत, चेतना विकास मूल्य शिक्षा विभाग से स्वीटी मलिक, शिक्षा विभाग की विभागाध्यक्ष निधि तिवारी, गणित विभाग की विभागाध्यक्ष विनीता अग्रवाल, सहायक अध्यापक पूजा वर्मा, अंशु दत्ता, लक्ष्मीनारायण साहू, रानी साहू व अन्य सहायक अध्यापक उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 1 दिसंबर। सुप्रसिद्ध शिक्षाविद् व लेखक डॉ. गुरमीत सिंह ग्रेवाल द्वारा एकेडमिक वल्र्ड स्कूल के छात्र-छात्राओं को परीक्षा एवं प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी हेतु दिए गए महत्वपूर्ण टिप्स एवं अनमोल मार्गदर्शन गुरुवार को एकेडमिक वल्र्ड स्कूल बेमेतरा में सुप्रसिद्ध शिक्षाविद् व लेखक डॉ. गुरमीत सिंह ग्रेवाल का आगमन हुआ उन्होंने कामर्स सेक्शन के ग्यारहवीं एवं बारहवीं के छात्र-छात्राओं को आगामी परीक्षा एवं प्रतियोगी परीक्षा हेतु मार्गदर्शन प्रदान किया एवं परीक्षा में ध्यान रखने योग्य कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं को समझाया जो की छात्र - छात्राओं के लिए सहायक सिद्ध होंगे।
मुख्यत: उन्होंने तार्किक प्रश्नों तथा वैकल्पिक प्रश्नों को हल करने संबंधी तकनीक को छात्रों को बताया कि वे किस तरह इन प्रश्नों को आसानी से एवं सटीकता से कम समय में हल कर सकते है। इसी प्रकार उन्होंने अपने व्याख्यान के माध्यम से कठिन परिश्रम, लक्ष्य निर्धारण जैसे सकतें महत्वपूर्ण बिदुओं पर प्रकाश डालते हुए छात्र-छात्राओं को प्रोत्साहित किया।
इसी प्रकार उन्होंने परीक्षा में उत्तर पुस्तिका लिखते समय लेखन को शैली के साथ साथ समय का ध्यान कैसे रखा जाए इस पर पर बल दिया। छात्र-छात्राओं द्वारा भी करियर संबंधित अनेक प्रश्न पूछे गए जिनका समाधान डॉ.गुरमीत सिंह द्वारा बहुत ही उम्दा तरीके से किया गया एवं भविष्य को उज्वल बनाने हेतु अनेक टिप्स दिए गए। उनके ज्ञान और अनुभव की स्पष्ट झलक उनके व्याख्यान में नजर आ रही थी।
ज्ञात हो कि डॉ. गुरमीत सिंह ग्रेवाल द्वारा अनेक पुस्तकें लिखी गई है जो पुस्तकें केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड में उपयोग की जा रही है। उनके विशेष रूप से प्रचलित पुस्तक ‘डबल एंट्री बूक किपिंग’ ग्यारहवीं और बारहवीं मे प्राय: सीबीएसई विद्यालयों मे संचालित हैं छात्र-छात्राओं ने उनसे अपने – अपने पुस्तक में स्मरणीय हस्ताक्षर करवाया ।
उन्होंने छात्रों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि यह अत्यंत हर्ष और गर्व का विषय है कि बेमेतरा में एकेडमिक वल्र्ड स्कूल के माध्यम से छात्रों को उनके उज्वल भविष्य संबंधी वल्र्ड क्लास मार्गदर्शन प्रदान किया जा रहा है जो उन्हें उन्नति के मार्ग पर अग्रसर होने के लिए अत्यावश्यक एवं उपयोगी है, उनके द्वारा लिए गये इस सेमीनार में छात्र स्वयं को लाभान्वित एवं प्रोत्साहित महसूस कर रहे हैं।
कार्यक्रम की कड़ी को आगे बढ़ाते हुए इसी तर्ज पर विद्यालय प्राचार्य पंकज जोशी द्वारा भी छात्रों को आवश्यक परीक्षोपयोगी निर्देश प्रदान किए गए एवं अनुभवों को साझा किया गया। उन्होंने कहा कि समय के उचित व्यवस्थापन, उचित शैक्षिक तकनीकों के उपयोग से सफलता को सुगमतापूर्वक प्राप्त किया जा सकता है।
विद्यालय संचालिका भावना बोहरा ने विद्यालय मे आए सुप्रसिद्ध शिक्षाविद व लेखक डॉ. गुरमीत सिंह ग्रेवाल को अपना बहुमूल्य अनुभव से बच्चों का मार्गदर्शन करने के लिए आभार व्यक्त किया एवं कहा कि आज डॉ. ग्रेवाल द्वारा किया गया मार्गदर्शन शिक्षकों एवं छात्र-छात्राओं को आने वाले भविष्य में महत्वपूर्ण सहायता प्रदान करेगा।
उन्होंने कार्यक्रम मे उपस्थित कॉमर्स विभाग के समस्त शिक्षकगण एवं विद्यार्थियों को इस कार्यक्रम की सफलता के लिए बधाई देते हुए कहा कि बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए इस तरह के ‘शैक्षणिक सेमिनार’ का आयोजन विद्यालय मे निरंतर होते रहेंगे एवं आने वाले परीक्षा मे उत्तकृष्ट प्रदर्शन के लिये छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों को शुभकामनाएं दी।
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बेमेतरा, 30 नवंबर। जिले में विधानसभा चुनाव के चलते लगी आचार संहिता से लेकर 30 नवंबर तक यातायात पुलिस एवं समस्त थाना व चौकी स्टाफ ने प्रेशर हॉर्न बजाने वाले 128 वाहन चालकों से 2.56 लाख रुपए वसूले। बिना हेल्मेट, तीन सवारी, बिना कागजात एवं अन्य यातायात के नियमों का पालन नहीं करने पर 2580 लापरवाह चालकों से 10,62,700 रुपए वसूले गए।
2,580 प्रकरण में 10,62,700 रुपयों की वसूली
जिले के विभिन्न थानों व चौकी क्षेत्रों में लगातार यातायात नियमो का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों के विरूद्ध चालानी कार्रवाई कर मोटर व्हीक्ल एक्ट के तहत यातायात बेमेतरा 319, चौकी खण्डसरा, देवरबीजा, थाना बेमेतरा 465, थाना दाढ़ी 20, चौकी मारो, थाना नांदघाट 341, थाना नवागढ़ 201, चौकी देवकर, थाना साजा 619, थाना परपोडी 249, चौकी कंडरका, थाना बेरला 263, थाना खम्हरिया 87, थाना चंदनू 16 सहित कुल 2,580 चालान में 2,580 वाहन चालकों के विरूद्ध चालानी कार्रवाई किया गया। प्रकरण में कुल 10,62,700 रुपए वसूले गए।
128 प्रेशर हॉर्न वाले वाहन चालकों पर की गई कार्रवाई
थाना चौकी क्षेत्रों में प्रेशर हॉर्न वाले 128 वाहनों पर मोटर व्हीक्ल एक्ट के तहत यातायात बेमेतरा 08, चौकी खण्डसरा, देवरबीजा, थाना बेमेतरा 34, चौकी मारो, थाना नांदघाट 20, थाना नवागढ़ 15, चौकी देवकर, थाना साजा 06, थाना परपोड़ी 19, चौकी कंडरका, थाना बेरला 14, थाना खम्हरिया 09, थाना चंदनू 03 सहित कुल 128 चालान में 128 वाहन चालक के विरूद्ध चालानी कार्रवाई की गई। वाहन चालक के विरूद्ध 128 प्रकरण में कुल 2,56,000 रुपए वूसले गए।
बुधवार को 108 धान खरीदी केंद्रों में नहीं हुई खरीदी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 30 नवंबर। जिले में धान खरीदी बारिश की वजह से प्रभावित हो रही है। जिले के 129 धान खरीदी केन्द्रों में केवल 21 केन्द्रों में धान खरीदी हुई है। मंगलवार को बारिश की वजह से 700 से अधिक किसान धान नही बेच पाए थे। प्रभावित किसानों को आगामी 6 तारीख के बाद का समय दिया गया है।
ज्ञात हो कि पश्चिम विक्षोभ की वजह से बेमेतरा, साजा, बेरला व नवागढ़ ब्लॉक में बारिश होने के कारण बुधवार को दूसरे दिन धान खरीदी प्रभावित रही। जिले में मंगलवार को कुल 129 धान खरीदी केन्द्रों में धान बेचने के लिए 3761 किसानों को 1 लाख 76 हजार क्विंटल धान बेचने के लिए टोकन जारी किया गया था, जिसमें से 3095 किसान ही धान बेच पाए। बीते दिवस कटई व दाढ़ी को छोडकर 127 केन्द्रों में धान खरीदी की गई।
टोकन प्राप्त किसानों से आगामी दिवस में की जाएगी उपज की खरीदी
मौसम की वजह से किसान समस्याओं का सामना कर रहे हैं। किसान अशोक यादव ने बताया कि उनके लिए दुविधा की स्थिति है कि वो फसल को बारिश से बचाएं कि धान बेचें। इस वजह से किसान फ ड में धान बेचने के लिए नहीं पहुच रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ फड़ गिला होने के कारण भी धान खरीदी बंद है। बुधवार को जिले की सभी समितियों में धान बेचने के लिए 3386 टोकन जारी किए गए थे। टोकन से जिले के 129 केन्द्रों में 167466 क्विंटल बुधवार को खरीदा जाना था। बुधवार को समिति द्वारा जारी टोकन से 73 किसान एवं एप द्वारा जारी 105 किसान समेत कुल 178 किसानों ने 6669 क्विंटल धान की बिक्री की।
बढ़ रहा आर्थिक बोझ, दो हजार अतिरिक्त लगेगा
बुधवार को ग्राम कुसमी, बेमेतरा, मावलीभाठा, पदुमसरा, खिलोरा, थानखम्हरिया, पदमी, मउ, मोहभटठा, धोटवानी, साजा, गोढ़ीकला, परपोड़ा, दर्री, बसनी, भैसा, भदराली, सुरहोली, लोलेसरा, गोडगिरी व मोहरेगा में धान खरीदी जारी रही, जहां पर 178 किसानों से 6669 क्विंटल धान की खरीदी की गई। किसानों ने कहा कि उन पर आर्थिक भार अधिक हो रहा है। दो दिनों के दौरान जिले में करीब 3200 किसान टोकन जारी होने के बाद भी धान नहीं बेच पाए। जिले के इन किसानों से दो दिन में लगभग 2 लाख क्विंटल धान खरीदी होनी थी, जो अब आने वाले दिवस पर धान बेचेंगे। किसान अशोक यादव व रेवेन्द्र कुमार ने बताया कि जानकारी के अभाव में वो धान लेकर फ ड़ पहुंचे थे। उनके अलावा अनेक ऐसे किसान भी थे, जिन्हे बैंरग वापस लौटना पड़ा। वापस जाने वाले किसानो को दोबारा धान बेचने के लिए ट्रैक्टर, हमाली व रखरखाब पर व्यय लगभग 2000 रुपए का अतिरिक्त भार पड़ेगा।
धान खरीदी के आंकड़े
129 धान खरीदी केन्द्रों में बुधवार को 21 केन्द्रों में धान खरीदी हुई वहीं 108 केन्द्रों में धान खरीदी बंद रही। बुधवार को 3095 किसानों को टोकन जारी किया गया।
फसल बचाने की जुगत में लगे हैं किसान
जिला मुख्यालय, पिकरी, मानपुर, लोलेसरा, बैजी, मुरपार, गागपुर, जहाजपुर सिरवाबांधा, मोहभटठा, मोहतरा, सिधौरी, कोबिया, फरी समेत अनेक गांव के किसान खेतों में रखी फसल बचाने के लिए जुगत करते दिखाई दे रहे हैं। इसके अलावा जिन किसानों ने रबी फ सल की तैयारी कर रहे हैं। उनके द्वारा सजगता से फ सल की देखरेख की जा रही है। सबसे अधिक समस्या साग-सब्जी की खेती कर रहे किसानों के लिए है। मौसम के कारण टमाटर समय से पहले पक रहा है। फ सल पर कीड़ा लगने का भी खतरा है।
जानकारी जुटा रहे हैं
अनुविभागीय अधिकारी कृषि डॉ. श्यामलाल साहू ने कहा कि फसल की स्थिति की जानकारी विभाग के मैदानी अमलों से ले रहे हैं। क्षेत्र में 90 फीसदी फसल कट चुकी है। काटने के बाद यदि फ सल का करपा खेत में है तो कुछ नुकसान हो सकता है।
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बेमेतरा, 30 नवंबर। जिले की तीनों विधानसभा क्षेत्र आगामी तीन दिसम्बर को होने वाली मतगणना को लेकर यहां कलेक्ट्रेट के दिशा विधानसभा अभ्यार्थी, निर्वाचन अभिकर्ता एवं गणना अभिकर्ताओं तैयारियों की जानकारी दी गयी। बाद में उन्हें कोषालय स्ट्रॉंग रूम में कड़ी सुरक्षा में सुरक्षित रखें ईटीपीबीएस डाक मतपत्र का अवलोकन कराया।
कलेक्टर पीएस एल्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि विधानसभा समान्य निर्वाचन मतदान समाप्ति के बाद मतगणना की तैयारियों पूरी व्यवस्थित ढंग से की जा रही है। हर एक-एक चीज को बारीकी से गहन निरीक्षण और परीक्षण के बीच से गुजरना पड़ रहा है। गलती की कोई गुंजाईश ना हो, इसलिए पूरी सावधानी से पूरी तैयारियों को अंजाम दिया जा रहा है। रोजाना जिला और पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के साथ मतगणना स्थल पर चल रही तैयारियों को निरीक्षण किया जा रहा है।
उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि मतगणना से पहले दो दिसम्बर को मतगणना की पूरी रिहर्सल की जायेगी। तीनों विधानसभा क्षेत्र की गणना बनाए गये अलग-अलग कक्षों में होगी । अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पंकज पटेल ने पुलिस प्रशासन की तैयारियों और अभ्यर्थी, उनके एजेंटों के आने-जाने के मार्ग एवं वाहन पार्किंग की जानकारी दी।
उन्होंने अभ्यार्थी, निर्वाचन अभिकर्ता एवं गणना अभिकर्ताओं को आमंत्रित करते हुए कहा कि वह भी आकर व्यवस्था देखें कि कौन कहाँ से आयेंगे। ताकि उनके एजेंटों का भी रास्ते की जानकारी हो सकें। उन्होंने जानकारी दी कि नियुक्त गणना अभिकर्ता जिस विधानसभा के जिस टेबल के लिए नियुक्त होंगे वह उसके अलावा अन्य विधानसभा या अन्य टेबल पर नहीं जा सकेंगे। निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार यथा प्रावधान राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त दल, राज्य के मान्यता प्राप्त दल अन्य मान्यता प्राप्त दल एवं निर्दलीय अभ्यर्थियों की बैठक व्यवस्था रहेगी। उन्होंने सभी दलों से सहयोग की अपील की।
मतदान समाप्ति के बाद निर्धारित प्रक्रिया के तहत कृषि उपज मंडी में बनाए गये स्ट्रांग रूम में ईवीएम को सुरक्षित रखा गया है।
3 दिसम्बर को सुबह 8 बजे होगी मतगणना
त्रिस्तरीय सुरक्षा के बीच 3 दिसंबर को सुबह 8 गोपनीयता बनाए रखने की शपथ के साथ मतगणना का काम शुरू होगा। सबसे पहले ईटीपीबीएस, डाक मतपत्र की गणना प्रारंभ होगी। गणना प्रारंभ होने के आधे घंटे बाद मशीनों से मता की गणना की प्रक्रिया शुरू होगी। तीन दिसम्बर को सुबह 7 बजे स्ट्रांग रूम खोले जायेंगे। इस दौरान पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी।
टेबलवार कंट्रोल यूनिट को स्ट्रॉंग रूम से क्रमबद्ध ढंग से सीसीटीवी ,वीडियोग्राफी के निगरानी में गणना कक्ष में टेबलवार पहुंचाया जायेगा । मास्टर टेनर श्री सुनील झा ने विस्तार से मतगणना प्रक्रिया की जानकारी से अभ्यर्थी, निर्वाचन अभिकर्ता एवं गणना अभिकर्ताओं को बताया। उन्होंने ईटीपीबीएस और डाक मतपत्र की गणना की भी जानकारी दी।
दो दिसम्बर को मतगणना की पूरी रिहर्सल की जाएगी
मतगणना स्थल में त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था रहेंगी। पहली और बाहरी स्तर पर जिला पुलिस बल की तैनाती रहेंगी। द्वितीय और मध्य स्तर पर स्टेट आर्म फोर्स सुरक्षा करेंगी। तृतीय स्तर पर सशस्त्र सीमा सुरक्षा बल के हवाले सुरक्षा रहेंगी। सम्पूर्ण मतगणना क्षेत्र सीसीटीवी कैमरों के निगरानी में है। मतगणना तीसरी आँख सीसीटीवी कैमरा की निगरानी में होगी।
कलेक्टर एल्मा ने कहा कि सभी पास धारियों से आग्रह किया कि वे अपना प्रवेश पास सुरक्षा कर्मियों को दिखे इस ढंग से गले में फीता अथवा शर्ट के पाकिट में पिन लगाकर सदैव रखें। पूरे मतगणना स्थल में मोबाइल, स्मार्ट वॉच, लैपटॉप, आईपेड, किसी भी तरह के इलेक्ट्रॉनिक गैजेट ले जाने की अनुमति नहीं होगी। प्रशासन की ओर से परिसर में उक्त सामग्रियों को रखने की कोई व्यवस्था नहीं है। ऐसे अधिकारी-कर्मचारी जिन्हें समय पर मेडिसिन लेनी होती है वे अपने मेडिसीन साथ रख सकते है। मतगणना के लिए प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के लिए 16 टेबल लगाये जायेंगें। इनमें 14 टेबल 7-7 की दो कतारों में ईवीएम के लिए और दो टेबल पोस्टल बैलेट के लिए लगाये जायेंगे। हर टेबल में एक सुपरवाईजर और गणना सहायक होंगे। मतगणना दल की नियुक्ति तीन बार रेंडमाइजेशन के बाद किया जाएगा। पहला रेंडमाइजेशन जिला निर्वाचन अधिकारी की उपस्थिति में दूसरा और तीसरा रेंडमाइजेशन ऑब्जर्वर की मौजूदगी में होगा।
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बेमेतरा, 30 नवंबर। बुधवार को एसपी भावना गुप्ता ने शांतिपूर्ण मतगणना एवं सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अधिकारियों की बैठक ली। विधानसभा सामान्य निर्वाचन के मतदान के बाद जिला प्रशासान मतगणना की तैयारी की व्यवस्था में जुट गया है। जिले की तीनों विधानसभा क्षेत्र साजा, बेमेतरा और नवागढ़ की मतगणना आगामी 3 दिसम्बर को जिला मुख्यालय के कृषि उपज मंडी परिसर के अन्दर बनाये गये मतगणना कक्ष में सबेरे आठ बजे से होगी। कृषि उपज मंडी में रविवार को होने वाली मतगणना को लेकर जिला प्रशासन के साथ पुलिस प्रशासन द्वारा पुख्ता तैयारी की जा रही है। जिला निर्वाचन अधिकारी पी.एस. एल्मा आज शाम मतगणना स्थल में चल रही तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे।
कलेक्टर ने टेबल व्यवस्था पार्किंग एवं सुरक्षा व्यवस्था मीडिया सेंटर तथा मतगणना स्थल की पूरी व्यवस्था का जायजा लिया। बे-मौसम बारिश की संभावना को देखते हुए जरूरी दिशा-निर्देश दिये।
मतगणना स्थल में केवल उम्मीदवार, उनके निर्वाचन अभिकर्ता व मतगणना एजेंट को ही जाने की अनुमति रहेगी। शांतिपूर्ण मतगणना एवं सुरक्षा व्यवस्था बनाये रखने हेतु कृषि उपज मंडी के मुख्य प्रवेश द्वार प्रवेश द्वारा क्रमांक 01 से सभी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा।
अधिकृत व्यक्ति निर्धारित पहचान पत्र के साथ मतगणना स्थल एवं परिसर में पैदल प्रवेश करेंगे। उनके वाहनों की पार्किंग के लिए तीन जगह व्यवस्था की गयी है। पहला मंडी मुख्य प्रवेश द्वार के सामने का एक तरफ का मार्ग सिग्नल चौक से लेकर गस्ती चौक तक, दूसरा गस्ती चौक पास पार्किंग स्थल और तीसरा गस्ती चौक से दुर्गा मंदिर के मध्य स्थित स्थान में वाहनों की पार्किंग व्यवस्था की गयी है।
बिना परिचय पत्र के अन्दर नहीं जा सकेंगे
मतगणना में लगे अधिकारी-कर्मचारी रायपुर रोड वाली सडक़ प्रवेश द्वारा क्रमांक-2 से प्रवेश करेंगे, जिनके लिए धान खरीदी स्थल के पास में वाहन पार्किग की व्यवस्था की गयी है। उनका मतगणना कक्ष में मोबाईल एवं अन्य अनुचित सामग्री लाना प्रतिबंधित है। मतगणना कक्ष, परिसर में तरल, ज्वलनशील पदार्थ, अनुचित नुकीली वस्तु, धूम्रपान, गुटका व मोबाईल का प्रवेश पूर्णत प्रतिबंधित रहेगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 30 नवंबर। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ जी. एल. टण्डन एवं जिला नोडल अधिकारी, डॉ एस. आर. चुरेन्द्र के निर्देशानुसार तथा खण्ड चिकित्सा अधिकारी बेरला डॉ. जे के कुंजाम के मार्गदर्शन में एड्स जागरूकता तथा टीबी उन्मुखीकरण 2023 कार्यशाला आयोजित किया गया, जिसमे शास. नवीन महा. बेरला प्राचार्य डॉ. प्रेमलता गौरे की अध्यक्षता में रेड रीबन क्लब व राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वाधान में रखा गया।
जिसमे राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत शास. अस्पताल बेरला में पदस्थ दिनेश गंगबेर वरिष्ठ पर्यवेक्षक द्वारा एड्स व टीबी जो की विश्व में वैश्विक महामारी का रूप धारण कर चुकी है। इस संबंध में टीबी के लक्षण फैलाव, उपचार, टीबी मुक्त ग्राम पंचायत के बारे में विस्तार से छात्र-छात्रों को बताया गया।
इसी कड़ी में आईसीटी बेरला से कौंसलर मौसमी टण्डन एचआईवी एड्स उन्मुखीकरण कार्यशाला के बारे में आवश्यक जानकारी जैसे एचआईवी के लक्षण, पहचान, उपचार, संबंधी जानकारी के युथ के रूप में विद्यार्थियों को जानकारी दिया गया, तथा इस अभियान में चलाये जा रहें आहना प्रोजेक्ट से, छाया नायक, जिसमें अनुपम ताम्रकार के द्वारा एचआईवी एड्स के बारे में गर्भवती माताओं को एचआईवी एड्स से बचाव उपचार के संबध में विस्तार से जानकारी दिया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 29 नवंबर। ग्राम झूलना में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 2 किलो गांजा के साथ एक कोचिए को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। आरोपी के खिलाफ नारकोटिक्स एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। चौकी प्रभारी ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली कि ग्राम झूलना निवासी अर्जुन यादव अपने घर में अवैध रूप से गांजा रखकर बिक्री कर रहा हैं।
सूचना पर बेमेतरा सायबर सेल एवं मारो पुलिस आरोपी के घर पहुंचकर घेराबंदी की और मौके पर रेड कार्रवाई किया गया। जहां आरोपी के कब्जे से 2 किलोग्राम गांजा कीमत 32 हज़ार 850 रुपए को जब्त किया गया हैं। आरोपी अर्जुन पिता परदेशी यादव (64) निवासी झुलना के विरूद्ध 20 (ख) नारकोटिक एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज कर कार्रवाई की गई। इस कार्रवाई में सायबर सेल प्रभारी मयंक मिश्रा, मारो प्रभारी सहायक डीएल सोना, प्रधान आरक्षक रामेश्वर मांडले, ललित केरकेट्टा, आरक्षक इंद्रजीत पांडेय, नुरेश वर्मा, राजेश ध्रुव, संजय पाटिल, चेतन वैष्णव, देवनारायण साहू शामिल थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 29 नवंबर। ग्राम करचुवा में 55 वर्षीय अधेड़ के आग लगाकर आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। प्रकरण में पुलिस मर्ग कायम कर विवेचना कर रही है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम करचुवा निवासी बंसीलाल पिता केजऊ वर्मा (55) 27-28 नवंबर रात दरमियानी करीब 12 बजे घर के शौचालय में अपने शरीर पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी।
इस हादसे में मृतक बंसी की मौके पर ही मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलने पर परिजनों ने खंडसरा पुलिस को सूचना दी। इसके बाद मौके पर पहुंचकर पुलिस ने घटनास्थल से साक्ष्य इक_ा किया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।
परिजनों ने पुलिस को बताया कि मृतक सब्जी बेचने का काम करता था। करीब 6 माह पूर्व सडक़ हादसे में घायल होने के बाद से मृतक कामकाज नहीं कर पा रहा था। सब्जी बेचने का काम भी बंद हो गया था। मृतक आजीविका को लेकर तनाव में था। वहीं पिछले एक महीने से मानसिक रूप से परेशान होने के साथ घर से निकलना बंद कर दिया था। घटना के दिन रात्रि में मृतक रो रहा था।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 29 नवंबर। मंगलवार को दिन भर हुई बारिश से खुले आसमान के नीचे पड़ा हजारों क्विंटल धान भीग गया। सोमवार को बदली के बाद मंगलवार को हुई बारिश से फिर जिले भर के खरीदी केन्द्रों मे रखा धान भीग गया।
ज्ञात हो कि अक्सर धान खरीदी के वक्त बारिश होती है। ऐसे में यदि पहले से ही बोरियों को सुरभित करने की व्यवस्था कर ली जाती तो बोरियां नहीं भींगतीं। धान भीगने से किसान चिंतित है, क्योंकि हर समिति में धान की नमी जांच के बाद ही खरीदी हो रही है।
इसके अलावा बारिश के कारण धान कटाई भी बाधित हुई है। मंगलवार को बारिश के चलते दिन में अधिकतर समय कामकाज ठप रहा तो, वहीं भीगा धान खराब होने की आशंका भी जताई जा रही है। गौरतलब हो कि सोमवार को दिन भर बदली छाई रही। बावजूद समिति के जिम्मेदारों ने सुध नहीं ली और खरीदे धान की बोरियों को ढकने की पर्याप्त व्यवस्था नहीं बनाई गई। नतीजतन मंगलवार को हुई बारिश में हजारों क्विंटल धान भीग गया। किसान रामाधार साहू ने कहा कि प्रशासन की अव्यवस्था का खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ता है। इसके अलावा शासन को भी बड़े पैमाने पर राजस्व का नुकसान होता है।
समिति प्रभारी को हर तरह की व्यवस्था बनाने के मिले हुए हैं निर्देश
समिति प्रभारियों के अनुसार धान को बारिश से बचाने के लिए हर व्यवस्था की गई है। जिले के खरीदी केंद्रों में करीब 12 लाख क्विंटल से अधिक धान रखा हुआ है। अधिकारियों के अनुसार संग्रहण केंद्र में धान को सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी केंद्र के प्रभारियों की है। बारिश में धान ना भीगे इसके लिए हर तरह की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। बावजूद धान की सुरक्षा को लेकर खरीदी केंद्रों के प्रभारी की लापरवाही पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।
लाखों रुपए फंड मिलने के बावजूद लापरवाही
जानकारी के अनुसार खरीदी केन्द्रों में खरीदे गए धान की सुरक्षा के लिए शासन की ओर से समितियों को प्रति क्विंटल 5 रुपए की दर से भुगतान किया जाता है। जिसमें चौकीदार, बारिश से धान को भीगने से बचाने तिरपाल की व्यवस्था, भूसी खरीदी समेत अन्य कार्य शामिल होते हैं। शासन से मिलने वाला यह फंड लाखों रुपए का होता है। जिसमें समिति प्रमुख बड़े पैमाने पर हेर फेर करते हैं। फंड की जांच होने पर बड़े खुलासे होंगे।
फटे तिरपाल से कर रहे धान की सुरक्षा
समिति प्रभारी की लापरवाही की जानकारी मिलने ‘छत्तीसगढ़’ संवादाता सेवा सहकारी समिति देवरबीजा पहुंची। जहां हजारों क्विंटल धान खुले में पड़ा हुआ था। इसी प्रकार फंड मिलने के बावजूद धान को फटे हुए तिरपाल से ढका गया। जो बारिश में धान को भीगने से बचाने के लिए नाकाफी था। देवरबीजा समिति में पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी सिंगल लेयर का स्टेक बनाया गया है, जबकि नियमानुसार धान की बोरियों को रखने के लिए भूसी का दो लेयर का स्टेक बनाया जाता है ताकि बारिश की स्थिति में नीचे रखी बोरियां भीगे ना। पिछले साल शिकायत पर यहां अधिकारी जांच के लिए पहुंचे थे।
इसी प्रकार सेवा सहकारी समिति कंतेली में सैकड़ों क्विंटल धान बारिश में भीगता रहा, लेकिन उसकी सुध लेने वाला समिति का कोई भी कर्मी मौजूद नहीं था। किसानों से खरीदे गए धान खुले आसमान के नीचे भीगता रहा। इसी प्रकार कई धान का स्टेक को तिरपाल से ढका नहीं गया। ऐसी स्थिति में कंतेली समिति में हजारों क्विंटल धान भीग गया।
जिले के खरीदी केन्द्रों से सिर्फ 3 प्रतिशत धान का उठाव
जिले के 129 खरीदी केन्द्रों मे अब तक 25 हजार 389 किसानों से 12 लाख 33 हजार 208 क्विंटल धान की खरीदी हुई है। इसके विपरीत खरीदी केंद्रों में से अब तक सिर्फ तीन प्रतिशत धान का उठाव हुआ है। वही 97 प्रतिशत धान का उठाव अभी भी शेष है। जानकारी के अनुसार वर्तमान में सिर्फ मिलर के द्वारा ही धान का उठाव किया जा रहा है। बेमेतरा जिले के खरीदी केंद्रों से बेमेतरा, दुर्ग, रायपुर व बिलासपुर जिले के मिलरों द्वारा धान का उठाव किया जा रहा है। धान का उठाव धीमी गति से होने के कारण समिति प्रबंधकों में भी नाराजगी है।
कलेक्टर पदुम सिंह एल्मा ने कहा कि बारिश के दौरान कई खरीदी केंद्रों में टीम को जांच के लिए भेजा गया था कि वहां धान की सुरक्षा को लेकर पर्याप्त ब्यवस्था बनाई गई है या नहीं। रिपोर्ट मांगी गई है, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 29 नवंबर। कलेक्टर पीएस एल्मा ने उच्च न्यायालय छत्तीसगढ़ बिलासपुर द्वारा अन्तरिम आदेश के परिपालन में शिक्षण संस्थाओं की शैक्षणिक गतिविधियों, वृद्धजनों, नि:शक्तजनों, बीमार व्यक्तियों के स्वास्थ्य तथा लोक शांति को ध्यान में रखते हुए कोलाहल अधिनियम-1985 की धारा 18 तथा ध्वनि प्रदूषण (विनियमन एवं नियंत्रण) नियम 2000 में पदत्त शक्तियों को प्रयोग करते हुए जिला बेमेतरा की सीमा के अन्तर्गत सभी शासकीय, अशासकीय हॉस्पिटल, समस्त शासकीय, अशासकीय शैक्षणिक संस्थान, जिला एवं सत्र न्यायालय तथा अन्य न्यायालय और समस्त शासकीय कार्यालय (भारत सरकार एवं छत्तीसगढ़ शासन) क्षेत्र के 100 मीटर की परिधि को कोलाहल प्रतिबंधित क्षेत्र (जोन्स ऑफ साइलेंस) घोषित किया है। इस आशय के आदेश मंगलवार को कार्यालय कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी बेमेतरा से जारी कर दिये गये है। यह आदेश तत्काल प्रभावशील होगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 29 नवंबर। मानवीय शिक्षा अभ्युदय संस्थान अछोटी, दुर्ग एवं समाधान महाविद्यालय बेमेतरा के संयुक्त तत्वाधान में एक दिवसीय कार्यशाला ‘वर्तमान शिक्षा में मानवीय मूल्यों का समावेश’ विषय पर अछोटी में संपन्न हुआ।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता सोमदेव त्यागी प्रबोधक अभ्युदय संस्थान अछोटी ने मानसिकता में बदलाव की बात करते हुए बताया कि मानव अपनी बुद्धि से सार्वभौमिक समझ का आनंद, चित्त की सही इच्छा से संतोष, वृत्ति से शांति तथा मन से सुख प्राप्ति के प्राकृतिक क्रम अपनाकर जीवन को सार्थक बना सकता हैं, लेकिन वर्तमान समय में मानव अपने आप को केवल शरीर मानते हुए पांचों इंद्रियों से अच्छे लगने वाले अस्थायी सुख तथा रूप, धन, पद व बल से अपनी पहचान जोडक़र निरंतर सुख की चाहत कर रहा हैं। प्रत्येक शिक्षा संस्थान प्रमुख, शिक्षक व सभी सदस्यगण इस ज्ञान को समझे व अपने आचरण में लाये तभी हर विद्यालय व महाविद्यालय में इसकी मजबूत नीव स्थापित होगी तथा विद्यार्थियों के लिए बीस साल की शिक्षा व्यवस्था के पाठ्यक्रम में मध्यस्थ दर्शन पर आधारित चेतना विकास मूल्य शिक्षा को अध्ययन कराया जा सकता है।
अगले वक्ता के रूप में सुरेंद्र पाल ने बताया कि इतिहास में मानव ने जिंदा रहना, कृषि करना, धर्म में रहना, तकनीकी विकास करना सीख लिया, लेकिन जीवन जीने का आनंद लेना नहीं सीखा। अब समय आ चुका हैं कि मानव अपनी इस स्वाभाविक उपयोगिता को पहचान कर आत्मसात करें। समाधान महाविद्यालय के डायरेक्टर डॉ.अवधेश पटेल ने मध्यस्थ दर्शन के संदर्भ में अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि इस दर्शन से मुझे स्वयं में समाधान, परिवार में समृद्धि, समाज में अभयता व प्रकृति के साथ तालमेल में रहने की समझ की सुचना प्राप्त हुई। यदि इस दर्शन को हम अपने आचरण में ला पाते हैं तो हमें सुख की प्राप्ति अवश्य होगी।
समाधान महाविद्यालय द्वारा सप्ताह में पांच दिन सभी संकायों में एक क्लास चेतना विकास मूल्य शिक्षा के रूप में तथा 48 घंटे का चेतना विकास मूल्य शिक्षा का शिविर वैल्यू एडेड प्रोग्राम के तहत करवाया जाता है। हेमचंद यादव विश्वविद्यालय के कुलसचिव भूपेंद्र कुलदीप ने समाधान महाविद्यालय की प्रशंसा करते हुए कहा कि यहां के विद्यार्थी एवं प्राध्यापक मध्यस्थ दर्शन से काफी लाभान्वित हुए हैं, उनके कार्य व्यवहार में मूल्य शिक्षा के भाव अभिलक्षित होते हैं। स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय भिलाई के कुलपति डॉक्टर एम.के. वर्मा ने कहा कि मैं अपने आप को खुशनसीब मान रहा हूं कि मुझे इस दर्शन को जानने व समझने का अवसर प्राप्त हुआ। मुझे इस कार्यशाला में सबसे अधिक अच्छी बात यह लगी कि शरीर और मैं दो अलग-अलग चीजें हैं इसे साफतौर पर स्पष्ट किया गया हैं। अगर हम वास्तव में इसे जान पाते हैं तो जीवन का हर लक्ष्य में स्थायित्व आएगा।
एन.आई. टी. रायपुर के प्रोफेसर समीर बाजपेयी ने अपना अनुभव साझा करते हुए बताया कि हमारे महाविद्यालय में एक विषय मूल्य शिक्षा के रूप में मध्यस्थ दर्शन पर आधारित करवाए गए हैं जो कि प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों द्वारा अनिवार्य रूप से अध्ययन करवाया जाता हैं। इस दर्शन के जुड़ाव में रहने से जीवन में सुख व आनंद हमेशा विद्यमान रहते हैं।
कार्यशाला के समापन में समाधान महाविद्यालय के डायरेक्टर अविनाश तिवारी ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए सभी के प्रति अपना आभार व्यक्त किये, इस कार्यशाला को मानवीय शिक्षा के लिए अभूतपूर्व कहा एवं कुलपति एमके वर्मा, प्रबोधक सोमदेव त्यागी के साथ सामूहिक रूप से प्रमाण पत्रों का वितरण किये।
कार्यशाला में दिशा महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.एके तिवारी, पंडित रविशंकर विश्वविद्यालय के उप कुलसचिव सनत कुमार वर्मा, मानवीय शिक्षा शोध संस्थान अछोटी के शिक्षाविद् डॉ.संकेत ठाकुर व अन्य सदस्य,समाधान महाविद्यालय के प्रशासनिक अधिकारी उमेश सिंह राजपूत व सहायक प्राध्यापक, दिशा महाविद्यालय रायपुर के सहायक प्राध्यापक, कांगेर वैली एकडेमी की डायरेक्टर राखी जैन उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 29 नवंबर। विधानसभा सामान्य निर्वाचन की 3 दिसंबर को मतगणना होना है, जिसको लेकर जिला प्रशासन अपनी तैयारियों में जुटा है। 3 दिसंबर को बेमेतरा जिले की तीनों विधानसभा सीटों की मतगणना जिला मुख्यालय स्थित कृषि उपज मंडी में सुबह आठ बजे से शुरू होगी। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी पी.एस.एल्मा की मौजूदगी में मंगलवार को कलेक्ट्रेट के दिशा सभाकक्ष में दो पालियों में 150 से अधिक मतगणना अधिकारी, कर्मचारियों को मतगणना का प्रशिक्षण दिया गया।
मतणना के लिए प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के लिए 14-14 टेबल लगायी जाएगी। इसके अलावा दो-दो टेबल डाक मतपत्र के लिए अलग से लगाई जाएगी। एक टेबल पर मतगणना सुपरवाइजर और मतगणना सहायक रहेंगे ।
जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स सुनील झा ने मतगणना में लगे अधिकारी, कर्मचारियों को निर्वाचन आयोग द्वारा दिए गए निर्देशानुसार मतगणना की गिनती करने के लिए हर पहलू को बिन्दुवार बड़ी वरीयता से विस्तारपूर्वक बताया। साथ ही अधिकारियों, कर्मचारियों के समस्याओं और जिज्ञासा का समाधान भी किया गया। इस मौके पर त्रिलोचन साहू और अनिल वर्मा ट्रेनर भी साथ थे।
कलेक्टर एल्मा सभी अधिकारी-कर्मचारियों को भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों को पालन करते हुए मतगणना करायें। साथ ही मतगणना प्रक्रिया में बरती जाने वाली आवश्यक सावधानियों के बारे में जानकारी दी। कलक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी पी.एस.एल्मा ने अधिकारी, कर्मचारियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि आप लोग बिना चिंता कर मतगणना का कार्य करें। दिये गए प्रशिक्षण के अनुसार मतगणना कराए। उन्होंने कहा कि यदि फिर भी किसी भी प्रकार की परेशानी आती है तो तुरंत अपने रिटर्निंग ऑफिसर या नोडल अधिकारी के संज्ञान में लाकर उसका समाधान करें। उन्होंने कहा कि जो अधिकारी, कर्मचारियों की ड्यूटी मतगणना के लिए लगाई गई है वह निर्धारित समय पर अपने कार्य करने के लिए उपस्थित रहे। कलेक्टर श्री एल्मा ने कहा कि मतगणना के दौरान मतगणना कर्मी मोबाइल का उपयोग नहीं कर सकेंगे। इसके अलावा तंबाकू और धूम्रपान जैसी सामग्री साथ नहीं ले जा सकेंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 28 नवंबर। ग्राम मरतरा में खेत में लकड़ी हटाने को लेकर दो पक्ष के बीच मारपीट होने के मामले में पुलिस ने दोनों पक्ष की रिपोर्ट पर 7 लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज किया है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 25 नंवबर की सुबह खेत में मोहन चंद्राकर व दयालु प्रजापित के परिवार के बीच दयालु द्वारा रखी लकडिय़ों को लेकर विवाद हो गया। विवाद के बाद दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के साथ मारपीट की। मोहन के परिजनों पर दयालु प्रजापति, संजय प्रजापति व एक अन्य ने हाथ मुक्का व लकड़ी के डंडे, फ ावड़े के बैट से मारपीट की।
वहीं दूसरे पक्ष के लोगों ने दयालु प्रजापति व उसके परिजन पर सम्पत चन्द्राकर, जितेन्द्र चन्द्राकर, मोहन चन्द्राकर, अमृत चन्द्राकर ने आकर एक राय होकर घास जमीन में लकड़ी रखने की बात पर मारपीट कर चोट पहुंचाई। दोनों पक्ष की रिपोर्ट पर पुलिस ने सभी 7 लोगों पर धारा 294, 506 बी, 323, 34 भादवि के तहत प्रकरण दर्ज किया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 28 नवंबर। ग्राम मानिकपुर में महिला पर प्राण घातक हमला करके फ रार होने वाले आरोपी को गिरफ्तार का न्यायालय में पेश किया गया। आरोपी ने महिला पर कुदाली से वार किया था।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार बीते 26 नवंबर को ग्राम मानिकपुर निवासी प्रार्थी जलेश्वर यदु उम्र 30 साल ने नवागढ़ में रिपोर्ट दर्ज कराई कि आरोपी ब्यास नारायण यदु ने प्रार्थी की मां चंद्रकली बाई के सिर, गाल एवं दाहिने आंख के पास कुदली से हत्या करने की नीयत से जानलेवा हमला किया। प्रार्थी की रिपोर्ट पर थाना नवागढ़ में आरोपी के खिलाफ अपराध सदर धारा 307 भादवि कायम कर विवेचना में लिया गया। पीडि़ता को जिला अस्पताल मुंगेली में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।
प्रकरण में विवेचना दौरान आरोपी ब्यास नारायण यदु पिता स्व. रामनाथ यदु उम्र 24 साल ग्राम मानिकपुर थाना नवागढ़ निवासी के विरूद्ध हमला करने का सबूत पाए जाने से सोमवार को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर न्यायालय में पेश किया गया। कार्रवाई में थाना नवागढ़ प्रभारी उप निरीक्षक चंद्रदेव वर्मा, उप निरीक्षक विपत राम साहू, आरक्षक अमित यादव, फिरोज साहू आदि शामिल थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 28 नवंबर। अंचल में लगातार बदली के बाद अब बारिश की संभावना बनी हुई है। सोमवार को मौसम का मिजाज कुछ यूं रहा कि लग रहा था कि कभी भी बारिश हो सकती है। इसके चलते खेतों में फसल काटने वाले किसानों की चिंताएं बढ़ गई हैं। वहीं धान खरीदी केंद्रों में परिवहन के अभाव में 1192738 क्विंटल धान रखा हुआ है। उठाव नहीं होने की स्थिति में अगर बारिश हो जाती है तो भारी नुकसान का अंदेशा है। बहरहाल बारिश व नमी से बचाव के लिए समितियों ने केप कवर की व्यवस्था करने की बात कही है। बता दें कि 24 घंटे से मौसम का तेवर बदला है।
उठाव की कम रफ्तार पड़ सकती है भारी
जिले के 129 धान खरीदी केन्द्रों में अब तक 25389 किसानों से 809501 क्विंटल मोटा धान, 156815 क्विंटल पतला व 266890 क्विंटल पतला धान समेत कुल 1233208 क्विंटल धान खरीदी गई है। जिले में खरीदे गए 1233208 क्विंटल धान में से अब तक केवल 7193 क्विंटल धान का ही उठाव हुआ है। जिले के 46 धान खरीदी केन्द्रों में ही धान का उठाव या परिवहन शुरू हुआ है। शेष 83 धान खरीदी केन्द्रों में उठाव प्रारंभ ही नहीं हुआ है। उठाव नहीं होने के कारण वर्तमान में जिस समिति में धान का स्टॉक है, उन्हें स्टॉक को सुरक्षित रखने की चिंता सताने लगी है। बेमेतरा समिति के विनोद राजपूत ने बताया कि मौसम को देखते हुए सभी स्टॉक को ढक कर रखा गया है।
समितियों में गुरूवार के बाद से धान खरीदी नहीं
जिले के 129 धान खरीदी केन्द्रों में बीते गुरूवार के बाद से अवकाश होने के कारण धान खरीदी बंद है। धान खरीदी बंद रहने की वजह से स्टॉक को सुरक्षित करने के लिए समितियों को समय मिला है। अब मंगलवार से धान खरीदी सुचारू रूप से प्रारंभ होगी। इस बीच बारिश हुई तो रोजाना आने वाले धान को सुरक्षित रखने की समस्या होगी ।
किसानों को चिंता सताने लगी
खेतों में रखी फ सलों की भी चिंता सताने लगी है। मौसम की वजह ये समस्या उन किसानों के लिए अधिक है, जो फ सल काट कर खेतों में छोड़ आए हैं। कामकाज अधिक होने की वजह से इन दिनों खेतों में काम करने के लिए मजदूर कम मिल रहे हैं। इस स्थिति में मजदूर जुटाने तक खेत मालिक ही फसल काट रहे हैं। अब मौसम की आंख मिचौली शुरू हो गई है। बारिश हुई तो फ सलें पानी में भीग जाएंगी, जिससे बाली गिरने के कारण उत्पादन प्रभावित होगा। किसान प्रकाश वर्मा ने बताया कि इस हालत में अनुमानित उत्पादन कम होगा और फ सल लागत भी बढ़ेगी।
55 धान खरीदी केन्द्रों में अधिक स्टॉक मौजूद
बंमेतरा, साजा, बेरला व नवागढ़ ब्लॉक के 55 धान खरीदी केन्द्रों में बफ र स्टॉक है। इन समितियो में धान का परिवहन अभी तक प्रारंभ नहीं हुआ है, जिसकी वजह से समितियों के पास स्टॉक क्षमता सेे अधिक हो चुका है। समितियों के पास पहले अधिक मात्रा में रखे धान को रखने की समस्या रही और अब मौसम ने डबल संकट खड़ा कर दिया है, जिसकी वजह से समितियों को केपकवर व सुरक्षा के अन्य उपायों के लिए अधिक खर्च करना पड़ रहा है। सहायक नोडल अधिकारी अरविन्द वर्मा ने बताया कि जिले के सभी धान खरीदी केन्द्रों में रखे धान को सुरक्षित कर लिया गया है।
पश्चिमी विक्षोभ को कारण बता रहे हैं जानकार
बादल की आंख मिचौली के पीछे पश्चिमी विक्षोभ को कारण बताया जा रहा है और उत्तर भारत से आ रही ठंडी हवाओं के कारण ठंड बढ़ रही है। वहीं बारिश होने के आसार बन रहे हैं। आने वाले एक दो दिन में बारिश होने की संभावना जताई जा रही है।
दिन पहले डूबने लगा है, अब काम के लिए समय कम
जारी सर्द सीजन के दौरान सुबह देर से सूरज के परवान चढऩे और शाम को जल्दी डूबने की वजह से दिन की अवधि कम हो चुकी है। वहीं आज दिन भर सूर्यदेव का दर्शन लोगों को नहीं हुआ। विनय शर्मा ने बताया कि कम समय मिलने का असर काम पर पडऩे लगा है। इस सर्द सीजन में पहली बार लोग गर्म कपड़ों को पहनने लगे हैं।
आचार्य की जीवनचर्या को जानकर लोग हुए अभिभूत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 28 नवंबर। नगर में राष्ट्र संत आचार्य विद्यासागर महाराज का आगमन हुआ, यहां जैन समाज द्वारा भब्य मंगल प्रवेश किया। नगर में पहुँचे संत के दर्शन करने के लिए भारी संख्या में लोग पहुँचे थे। महावीर जैन ने बताया कि भीषण गर्मी में भी कपड़ा, कंबल, चटाई, रजाई, पंखा, कूलर , हीटर और ऐसी आदि का उपयोग आचार्यनहीं करते है। वे सीमित आहार लेते है। लकड़ी के पाटा में बैठकर सुबह से शाम हो जाती हैं। शेष समय ध्यान में लीन रहते हैं। आचार्य24 घंटे में एक बार खड़े होकर आहार लेते है।
नमक, गुड़, फल, सब्जी, मेवा व दूध का किया त्याग
आचार्य विद्यासागर आहारचर्या के लिए निकलते है तो सैकड़ों श्रद्धालु उनके पडग़ाहन के लिए खड़े रहते हैं। उनकी आहारचर्या को देखकर लोग दांतो तले उंगली दबा लेते हैं। आचार्यने नमक, गुड़, फल, सब्जी, सूखे मेवे व दूध का त्याग किया है। केवल दाल, रोटी, चावल और पानी आहारों में लेते हैं। छह रसों में केवल घी लेते है। सर्दी के समय में श्रद्धालु बाजरे की रोटी बनाकर खिलाते है।
कम उम्र में आचार्य पद को किया सुशोभित
आचार्य विद्यासागर महाराज साहब 10 अक्टूबर 1946 को चिक्कोड़ी सदलगा जिला बेलगांव कर्नाटक प्रांत में मल्लप्पा और श्रीमंती जैन अष्टगे के घर जन्मे थे। उनका नाम विद्याधर रखा गया। कक्षा 9वीं तक लौकिक शिक्षा लेने के बाद 1966 में आचार्य देशभूषण महाराज से उन्होंने ब्रह्मचर्य व्रत लिया और 30 जून 1968 को उन्हें आचार्य ज्ञानसागर महाराज ने मुनि पद की दीक्षा दी। मात्र 26 वर्ष की आयु में 22 नवंबर 1972 को उन्हें उनके गुरु ने अपना आचार्य पद सौंप दिया। छोटी सी उम्र में आचार्य पद पर बैठने वाले वे पहले जैन आचार्य है। आज महान संत को सुनने के लिए व दर्शन के लिए आसपास के लोग जिला मुख्यालय पहुंचे थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 28 नवंबर। स्थानीय सिख समाज द्वारा गुरुनानक देव जयंती पर प्रकाश पर्व हर्षोल्लास एवं धूमधाम से मनाया गया। 554 वें प्रकाश पर्व पर सिख समाज की ओर से सप्ताह भर से अलसुबह नगर में नगर कीर्तन निकाला गया। दोपहर 2 बजे लंगर का आयोजन हुआ, जिसमें सिख समाज समेत अन्य समाज के सैकड़ों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया।
गुरुद्वारा में दिन भर भजन कीर्तन होता रहा। शाम करीब 5 बजे समाज के लोगों के द्वारा शहर के गुरु गोविंद सिंह चौक पर गुरुनानक देव की 554 वीं जयंती पर 554 दीपक जलाए गए। दीपक की रोशनी से चौक जगमगा उठा। वहीं वाहेगुरु जी का खालसा वाहेगुरु जी की फतेह के नारों से माहौल में उत्साह आ गया।
समाज के लोगों ने बंद रखे अपने व्यावसायिक प्रतिष्ठान
गुरु नानक जयंती के कार्यक्रमों में बढ़ चढक़र हिस्सा लेने समाज के लोगों ने सोमवार को अपने व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रखे। कार्यक्रम में श्याम सिंग छाबड़ा, सुरेंद्र छाबड़ा, प्रीतपाल छाबड़ा, मनीष छाबड़ा, पप्पी अजमानी, प्रीतम हुरा, नीलू छाबड़ा, जसपाल चावला, जसपाल सलूजा, रंजीत सलूजा आदि शामिल हुए। लोगों ने बताया कि गुरुनानक देव जी के प्रकाश पर्व पर एकता, भाईचारे और समरसता का संदेश मिलता है।
पखवाड़ा 4 दिसम्बर तक जारी है, पुरुषों को परिवार नियोजन के लिए आगे आने किया जा रहा प्रेरित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 27 नवंबर। छोटा परिवार सुखी परिवार के लिए महिलाएं अधिक जागरूक रही है। जिले में जारी सत्र में 86 महिलाओं ने नसबंदी कराई। वहीं पुरुषों की संख्या 18 में ही सिमटी हुई है। जानकारी हो कि जिले में जनसंख्या की रफ्तार को रोकने के लिए पुरुषों के भी सामने आने की जरूरत को देखते हुए जिला अस्पताल व अन्य शासकीय अस्पतालों में एनएसवी यानी पुरुष नसबंदी ऑपरेशन के सुविधा उपलब्ध कराई गई है। साथ ही शासन स्तर पर पुरुष नसबंदी के बाद हितग्राही के खाते में प्रोत्साहन राशि के रूप में 3000 रुपए दिए जा रहे हैं। वहीं प्रेरक को 300 रुपए की राशि दी जा रही है। महिला नसबंदी में 2000 रुपए की प्रोत्साहन राशि दी जाती है।
अधिक राशि देकर पुरूषों को प्रोत्साहित करने का प्रयास किया जा रहा है पर इसका व्यापक असर अब तक दिखाई नहीं दिया है। जिले में इस बार पुरुष नसबंदी पखवाड़ा 4 दिसंबर तक मनाया जा रहा है। सीएचएमओ डॉ. जीएल टंडन ने बताया कि ऑपरेशन में कम समय लगता है। एक ही दिन में घर जा सकते हैं। इस बार जिला अस्पताल के अलावा दीगर अस्पतालों में भी ऑपरेशन की सुविधा है।
डॉक्टर की कमी से ऑपरेशन प्रभावित, हड़ताल भी बना कारण
बताना होगा कि जिले में इस बार अप्रैल सेे लेकर बीते अक्टूबर माह तक जिला अस्पताल के एमसीएच यूनिट में 86 महिलाओं ने नंसबंदी ऑपरेशन कराया है। जिला अस्पताल के पुराने भवन के ऑपरेशन थियेटर के खराब रहने व सर्जन डॉक्टरों की कमी व डॉक्टरों के हड़ताल की वजह से भी इस बार नसबंदी ऑपरेशन की रफ्तार कमजोर है। जिले में नसबंदी ऑपरेशन की संख्या बढ़ाने के लिए रायपुर के डॉक्टर को बुलाया गया है।
ऑपरेशन में महिलाओं की अपेक्षा पुरूषों को कम दिक्कतें आएंगी
प्रभारी ने बताया पुरुष नसबंदी महिला नसबंदी की तुलना में काफी आसान और सुरक्षित प्रक्रिया है। यह प्रक्रिया बिना चीरा एवं टांके के मात्र आधे घंटे से कम समय में ही पूर्ण हो जाती है। उसके बाद लाभार्थी आराम से घर जा सकते हैं। एक महिला पर घर और बच्चों की जिम्मेदारी भी होती है। इसलिए नसबंदी कराने के बाद आवश्यक शारीरिक आराम उसे मिल पाने की संभावनाएं कम होती हैं। इसलिए पुरुषों की यह नैतिक जिम्मेदारी भी है कि वह आगे बढ़ कर नसबंदी को अपनाएं।
जिले में महिला नसबंदी लक्ष्य - 1700 अब तक 86
जिले में पुरूष नसबंदी लक्ष्य - 100 अब तक 18
एक कारण ये भी, लोग
खेतों में अधिक व्यस्त
जानकारों ने बताया कि आमतौर पर जुलाई-सितबर माह में महिला नसबंदी ऑपरेशन अधिक होता है। इस अवधि में हड़ताल व डॉक्टरों की कमी की वजह से कम ऑपरेशन हुए थे। वहीं बीते तीन माह से लोग कास्तकारी के काम में अधिक समय देते हैं। इस वजह से अब नहीं के समान प्रकरण मिल रहे हैं। आने वाले समय में फसल कटने के बाद ऑपरेशन कराने वालों की संख्या में इजाफा होने लगेगा। आने वाले दिसंबर के अंत व जनवरी में महिला नसबंदी अधिक होने की संभावना है।
लोगों को प्रेरित कर रहे हैं
सीएचएमओ डॉ. जीएल टंडन ने बताया कि जिले में पुरुषों को नसबंदी कराने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। लक्ष्य बनाकर लोगों को प्रेरित किया जा रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 27 नवंबर। पुलिस ने चोरी की मोटर साइकिल बेचने के आरोप में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मुखबिर की सूचना पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने ग्राम बेलटुकरी के मंदिर पास मोटर सायकल बिक्री के लिए ग्राहक की तलाश कर रहे दो आरोपियों को गिरफ्तार किया। उनके कब्जे से एक मोटर सायकिल कीमत करीबन 20 हजार रुपए व एक मोटर साइकिल पुरानी कीमत 15000 रुपए सहित कुल 35 हजार रुपए जब्त किए।
उक्त वाहन के संबंध में आरोपी कोई वैध दस्तावेज पेश नहीं कर सके। चोरी का वाहन होने के संदेह पर धारा 379, 34 भादवि के तहत जब्त कर आरोपी गजेन्द्र वर्मा पिता नंदराम वर्मा उम्र 28 साल व दुर्गेश उर्फ डमरू राजपूत पिता फ ागू राजपूत उम्र 24 साल दोनों बेलटुकरी से गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया। उक्त कार्रवाई में थाना नांदघाट प्रभारी उप निरीक्षक अलील चंद, सायबर सेल प्रभारी उप निरीक्षक मयंक मिश्रा, प्रआ. रामेश्वर मांडले, प्रधान आरक्षक शिवराम ध्रुव, आरक्षक इंद्रजीत पांडेय, नरेश वर्मा, राजेश ध्रुव, धनंजय राजपूत व आकाश राजपूत आदि शामिल रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 27 नवंबर। ग्राम कुंरा में महिला की फांसी लगाकर आत्महत्या करने के मामले में पुलिस ने मर्ग कायम करने के बाद धारा 306 के तहत अपराध दर्ज किया है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम कुरां में 4 जनवरी 2023 की सुबह अश्वनी मनोत्तर ने अपने घर में फांसी लागाकर आत्महत्या की थी।
पुलिस ने सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए पंचनामा कर शव को पीएम करने के लिए रवाना किया था, जिसके बाद पुलिस द्वारा मर्ग कायम किया गया था। पीएम रिपोर्ट व जांच में पाया गया कि मृतका उम्र 42 साल के साथ उसका पति दिलीप मनोत्तर शराब पीकर आए दिन मारपीट कर प्रताडि़त करता था, जिसके बाद पुलिस ने पति दिलीप के खिलाफ धारा 306 भादवि के तहत अपराध दर्ज किया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 27 नवंबर। शासकीय प्राथमिक शाला एवं पूर्व माध्यमिक शाला लालपुर में रविवार को संविधान दिवस मनाया गया। संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर को पुष्प अर्पित कर संविधान की प्रस्तावना का वाचन कर संविधान की महत्ता पर चर्चा की गई। प्रधानपाठक बृजपाल सिंह डाहिरे ने भारत के संविधान विषय पर विस्तृत जानकारी दी। विद्यार्थियों द्वारा गीत, कविता, भाषण, कहानी, चुटकुला से प्रस्तुति दी गई। इस अवसर पर माध्यमिक शाला प्रधान पाठक रामायण मन्हरे, शिक्षक घनश्याम साहू, मोतीराम पात्रे, प्राथमिक शाला प्रधान पाठक बृजपाल सिंह डाहिरे, शिक्षिका माधुरी चतुर्वेदी, शिक्षक शांत कुमार पटेल आदि उपस्थित रहे।
बच्चों ने शाला परिसर में मनाया संविधान दिवस
शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला सिंघौरी में संविधान दिवस मनाया गया। कार्यक्रम में विद्यालय के शिक्षकों सहित सभी बच्चों ने देश के संविधान की शपथ ली। प्रधान पाठक मीनाक्षी शर्मा ने बताया कि 26 नवंबर 1949 को देश की संविधान सभा ने मौजूदा संविधान को अपनाया था। इसलिए इस दिन की याद में हर साल देश में संविधान दिवस मनाया जाता है। संकुल समन्वयक धनीराम बंजारे ने बताया कि संविधान तैयार करने में 2 वर्ष, 11 माह 18 दिन लगे थे। यह 26 नवंबर 1949 को पूरा हुआ और इसे अपनाया गया। इसके बाद 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू हुआ। साल 2015 में भारत सरकार ने 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया था। इस अवसर पर सरस्वती साहू, राजेश्वरी ठाकुर, आगेश्वरी साहू, देवेंद्र साहू, नूतेश्वर चन्द्राकर व प्रशांत बघेल उपस्थित रहे।
संविधान से ही सामाजिक समरसता और भाईचारा
शासकीय प्राथमिक शाला अतरगवा में संविधान दिवस की वर्षगांठ धूमधाम से मनाया गया। संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर के छायाचित्र पर पुष्प माला अर्पित किए गए। शिक्षिका संजीवा राय ने संविधान के उद्देशिका का वाचन कर रक्षा के लिए संकल्प दिलवाया। राजकुमार बनर्जी प्रधान पाठक ने संविधान निर्माता डॉ.अंबेडकर की जीवनी पर प्रकाश डाला। शिक्षक कुमार वर्मा ने कहा कि संविधान से समाज में सामाजिक समरसता और भाई चारा की भावना को जागृत कर मूल्यों की रक्षा कर सकते हैं। राजेश कुमार ठाकुर ने बताया कि 26 नवंबर 1949 को भारतीय संविधान को अंगीकृत, अधिनियमित और आत्म समर्पित किया गया और इसे 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया। इस अवसर पर शाला प्रबंधन समिति के सदस्य अनिता माथुर, हेमपुष्पा कंठले आदि उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 27 नवंबर। विगत दिवस राष्ट्र संत आचार्य विद्यासागर पद विहार कर देवरबीजा पहुंचे, जहां उन्होंने रात्रि विश्राम धान खरीदी केंद्र में किया। रविवार सुबह 7 बजे देवरबीजा से निनवा के लिए विहार पर निकले। उनके साथ निर्यापक मुनि 108 प्रसाद सागर मुनि, 108 श्री चंद्र प्रभु सागर मुनि व 108 श्री निरामय सागर महाराज पहुंचे थे।
दस मुनि, दीक्षा दिवस, गुरू उपकार दिवस शरद पूर्णिमा के अवसर पर अंतरराष्ट्रीय हरकू प्रतियोगिता आयोजन किया गया, जिसमें प्रतिभागियों को सम्मान किया गया, जहां छत्तीसगढ़ शासन के शिक्षा सचिव सुनील जैन के हाथों सम्मानित किया गया। गांव के लोकेश वर्मा ने महामुनि के आगमन व सम्मान समारोह को गांव के लिए गौरवशाली क्षण बताया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 27 नवंबर। शहर के रहवासी इलाके में आज भी लोगों को कच्ची सडक़ों से आना जाना पड़ रहा है। वार्डवासियों की मांग पर करीब एक साल पहले भूमिपूजन किया गया था, लेकिन आज तक काम शुरु नहीं हुआ है।
जनकारी हो कि गर के वार्ड नं 03 में एक साल पहले गली का सीमेंटीकरण करने के लिए भूमिपूजन जन प्रतिनिधियों की उपस्थिति में किया गया था। पर आज तक निर्माण नहीं हुआ है। रहवासी बंटी श्रीवास ने बताया कि पालिका ने काम शुरु होने का भरोसा दिलाया था। चुनाव के पहले अचार संहिता के 2 दिन पहले श्रीवास गली के सामने छोटा सा सीमेंट और गिट्टी रेत डाली गई थी। फि र आचार संहिता के बाद काम होना बताया गया था।
जहां काम बाद में होना था, वहां बनी सीसी रोड
रहवासियों ने बताया कि कुछ दिन पूर्व ही गली के बाजू दूसरी गली में सीसी रोड बना दिया गया है। उक्त रोड का निर्माण बाद में करना था पर वहां निर्माण हो चुका है। पर उनकी गली का निर्माण रोक दिया गया है। अब पालिका द्वारा नया बहाना बनाया जा रहा है कि ठेकेदार ने सरेंडर कर काम छोड़ दिया है। इस वजह से रहवासी परेशान हो रहे हैं।
कोबिया के रहवासी भी परेशान, सडक़ पर गंदगी व पानी की समस्या
कोबिया वार्ड के रहवासियों ने बताया कि उनके वार्ड में भी आज भी मुरूम वाली सडक़ें हैं। कच्ची सडक़ होने के कारण आने-जाने वालों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। भाजपा नेता संतोष वर्मा ने बताया कि वार्ड की जरूरतों को नजर अंदाज किया जा रहा है।
ठेकेदार के खिलाफ अपराध दर्ज
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 26 नवंबर। ग्राम हरदी में मकान निर्माण के दौरान करंट की चपेट में आने के बाद उपचार के दौरान मौत होने पर पुलिस ने ठेकेदार के खिलाफ धारा 304 अ के तहत अपराध दर्ज किया है।
जानकारी के अनुसार ग्राम हरदी में बीते 5 अप्रैल को ग्राम लाटा निवासी उत्तम निषाद दीवार पर चढक़र काम कर रहा थ कि गली से होकर गुजरे बिजली तार की करंट के चपेट में आने से नीचे गिर कर घायल हुआ था। घटना के बाद युवक को पहले गुधेली के सरकारी अस्पताल पहुंचाया, जहां पर उपचार व स्थिति को देखते हुए युवक को रायपुर रेफर किया गया, जिसका उपचार के दौरान मौत हो गया ।
मामले पर पुलिस ने मेकाहरा से पीएम रिपोर्ट आने पर ठेकादार पुरूषोत्तम निषाद ग्राम ओटेबंद पर बिजली विभाग से बिना परमिशन व बिना लाइन बंद कराए युवक से काम कराने के दौरान युवक का बिजली करंट लगने से मौत होने पर धारा 304 ए भादवि के तहत अपराध दर्ज कर विवेचना पर लिया गया है।