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कृषि, इलेक्ट्रिकल, रिपेयरिंग शॉप, मिस्त्री को भी शाम 4 बजे तक व्यवसाय की अनुमति
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर 14 मई। जिले में लॉकडाउन की अवधि 24 मई तक प्रभावी कर दिया गया है। इस बार गली मोहल्लों की किराना दुकानों को शाम 4 बजे तक खोलने की अनुमति दी गई है पर स्थायी बाजार की दुकानों को नहीं खोला जा सकेगा। जरूरत की दुकानों व रिपेयरिंग शॉप को भी शाम 4 बजे तक खोलने की अनुमति दी गई है।
जिला प्रशासन द्वारा आज दोपहर जारी आदेश में कहा गया है कोरोना महामारी से बचाव के लिये लागू लॉकडाउन के बाद नये संक्रमण की संख्या में कमी आई है पर इससे होने वाली मौतें अब भी चिंताजनक है। संक्रमण की चेन को तोडऩे के लिये लॉकडाउन की अवधि को बढ़ाने की आवश्यकता है। ज्ञात हो कि कोविड-19 महामारी से बचाव के लिए बीते 14 अप्रैल से जिले में लॉकडाउन लागू है। पहले इसे 21 अप्रैल तक फिर 26 अप्रैल और उसके बाद 16 मई की आधी रात तक लागू किया गया। इस बार भी पेट्रोल पंप, अस्पतालों, मेडिकल दुकानों, क्लीनिक, पशु चिकित्सालय व गैस एजेंसियों को पहले की तरह खुला रखने की अनुमति दी गई है। साथ ही सभी प्रकार की थोक व फुटकर दुकानें बंद रहेंगी। आवश्यक वस्तुओं की माल की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए गोडाउन और मंडियों में लोडिंग और अनलोडिंग की अनुमति सुबह 4 बजे से 10 बजे तक दी गई है जो अभी सुबह 7 बजे तक थी। फल सब्जी होम डिलीवरी दोपहर 2 बजे तक मिनी ट्रक और अन्य के माध्यम से की जा सकेगी। मोहल्लों, कॉलोनियों में स्थित एकल किराना दुकानों को शाम 6 बजे तक खोलने की अनुमति दी गई है, लेकिन स्थापित बाजार, शॉपिंग मॉल में दुकानें नहीं खोली जा सकेगी। ऑनलाइन एप्लीकेशन के माध्यम से सुबह 6 बजे से रात्रि 9 बजे तक रेस्टोरेंट और होटल होम डिलीवरी कर सकेंगे। इन हाउस डाइनिंग और टेक अवे अभी भी प्रतिबंधित रखा गया है।
वाहन मरम्मत, पंचर सुधार, ऑटो पार्ट्स, स्टेशनरी, लॉन्ड्री सर्विस, आटा चक्की, चश्मा दुकान, निर्माण सामग्री की दुकानें, रिपेयरिंग की दुकाने, पेट शॉप, एक्वेरियम, कृषि व कृषि उपकरणों से संबंधित दुकानें तथा कृषि की रिपेयरिंग शॉप शाम 6 बजे तक संचालित की जा सकेंगी। वाहन की बिक्री के लिए शो रूम नहीं खुलेंगे लेकिन रिपेयरिंग वर्कशॉप खोले जा सकेंगे। दूध का वितरण भी दूध पार्लर से अब सुबह 7 बजे से अब सुबह 11 बजे तक किया जा सकेगा। शाम का समय यथावत 5 बजे से शाम 6.30 तक रखा गया। है एयर कंडीशनर, कूलर फिटिंग की होम सर्विस देने की अनुमति दी गई है। शाम 4 बजे तक इनकी होम डिलिवरी की जा सकेगी। प्लम्बर और इलेक्ट्रिशय को भी इस अवधि में होम सर्विस की सुविधा दी गई है।
एक्टिव मरीज भी घटकर 719 हुए
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर 13 मई। जिले में कोविड संक्रमित 54 हजार 101 मरीज स्वस्थ हो चुके है, जो कुल संक्रमितों में लगभग 89 प्रतिशत है। होम आईसोलेशन में रहते हुए 48 हजार 562 लोगों ने कोरोना को मात दी है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बिलासपुर ने बताया कि जिले में कोरेाना संक्रमण की शुरूआत से लेकर 12 मई 2021 तक कुल 60 हजार 943 व्यक्ति कोरोना से संक्रमित हुए। इनमें 36 हजार 68 पुरूष और 24 हजार 335 महिला शामिल है। ग्रामीण क्षेत्र में 21 हजार 722 संक्रमित लोगों में से 18 हजार 676 मरीज स्वस्थ हुए। इसी प्रकार शहरी क्षेत्रों में 39 हजार 221 संक्रमित में 35 हजार 425 व्यक्ति स्वस्थ हो चुके हैं। 12 मई को 790 संक्रमित स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए। होम आईसोलेशन में रहने वाले 53 हजार 472 संक्रमितों में से 48 हजार 562 व्यक्ति स्वस्थ हो चुके हैं।
उन्होंने बताया कि जिले में अभी 5 हजार 719 एक्टिव केस हैं, जिनमें ग्रामीण क्षेत्रों के 2 हजार 796 और शहरी क्षेत्र के 2 हजार 923 केस शामिल हैं। ग्रामीण क्षेत्र अंतर्गत विकासखण्ड बिल्हा में संक्रमित 6 हजार 562 लोगों में से 5 हजार 744 व्यक्ति स्वस्थ हो चुके हैं। कोटा विकासखण्ड में 5 हजार 599 संक्रमितों में से 4 हजार 757 व्यक्ति स्वस्थ हो चुके हैं। मस्तूरी विकासखण्ड के 6 हजार 82 संक्रमितों में से 5 हजार 370 व्यक्ति स्वस्थ हो चुके हैं। तखतपुर विकासखण्ड अंतर्गत 3 हजार 479 संक्रमितों में से 2 हजार 850 व्यक्ति स्वस्थ हो चुके हैं।
इसी तरह शहरी क्षेत्र अंतर्गत बोदरी नगर पंचायत में 168 संक्रमितों में से 150 व्यक्ति स्वस्थ हो चुके हैं। नगर निगम बिलासपुर अंतर्गत 38 हजार 513 संक्रमितों में से 34 हजार 817 स्वस्थ हो चुके हैं। अन्य जिलों के व्यक्ति जो यहां के अस्पतालों में भर्ती है उनमें 540 संक्रमितों में से 458 स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो चुके।
कोविड रिपोर्ट के अनुसार 12 मई की स्थिति में बिलासपुर में 5 हजार 719 सक्रिय केस में से 4 हजार 902 संक्रमित होम आईसोलेशन में हैं। होम आईसोलेशन में रहने वाले 53 हजार 472 संक्रमितों में से 48 हजार 562 व्यक्ति स्वस्थ हो गए। जिले के शासकीय कोविड अस्पताल में 1344 संक्रमित भर्ती किये गये थे, जिनमें 1134 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो गए। अभी 70 मरीज अस्पताल में भर्ती है। चित्रकूट छात्रावास में बनाये गये कोविड केयर सेंटर में 1162 संक्रमितों में से 1096 व्यक्ति स्वस्थ हुए। रेलवे कोविड अस्पताल में 642 संक्रमितों में से 510 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए। इसी तरह एम्स रायपुर में भर्ती जिले के 180 मरीज डिस्चार्ज हुए और मेकाहारा रायपुर में जिले के 82 व्यक्ति स्वस्थ हुए। एनटीपीसी हॉस्पिटल में 13 मरीज डिस्चार्ज हुए। सिम्स बिलासपुर से 214, सीआरपीएफ भरनी के कोविड अस्पताल से 136, प्रयास आवासीय विद्यालय कोविड केयर सेंटर से 209, सेंदरी मेंटल हॉस्पिटल कोविड केयर सेंटर से 122 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए।
निजी अस्पतालों में महादेव हॉस्पिटल से 121, आरबी हॉस्पिटल से 104, श्री राम केयर हॉस्पिटल से 279, किम्स हॉस्पिटल से 43, स्काई हॉस्पिटल से 37, एसकेबी हॉस्पिटल से 29, केयर एंड क्योर हॉस्पिटल से 79, नारायणी हॉस्पिटल से 95, सांई हार्ट हॉस्पिटल से 20 और लाईफ केयर हॉस्पिटल से 17 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए। इसी तरह अन्य अस्पतालों से 609 संक्रमित स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए।
लाखों का बिल वसूलने शव रोक बनाया दबाव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 13 मई। स्वास्थ्य विभाग ने इलाज में लापरवाही से मौत और ज्यादा बिल बनाने की शिकायत पर तीन अस्पतालों के खिलाफ जांच शुरू की है। इनमें से एक अस्पताल को कोविड मरीजों का इलाज प्रतिबंधित भी किया गया है।
बुधवार को अपोलो अस्पताल में भर्ती 34 वर्षीय तस्लीम बेगम की मौत हो गई। उसे 22 अप्रैल को बच्चेदानी में तकलीफ आने पर भर्ती कराया गया था। परिजनों का आरोप है कि 3 दिन बाद ऑपरेशन करने के बाद डॉक्टर ने बताया था कि उसकी तबीयत ठीक है। उसके बाद कहा गया कि कोविड के चलते वह अस्पताल में न पहुंचे। उसे वीडियो कांफे्रंस से बातचीत कराई जायेगी। वीडियो कांफे्रंस में लगातार उनके पति मोहम्मत इमरान द्वारा पूछा जाता रहा कि उसकी तबियत में उसे सुधार दिख रहा है या नहीं। जब उसने कहा कि वह ऑक्सीजन पर है कुछ सुधार नहीं दिखाई दे रहा है, तब उससे बात कराना बंद करा दिया गया। इस बीच उससे 2 लाख 25 हजार रुपये जमा भी करा लिए गए थे। एक हफ्ते तक कोई अपडेट नहीं दिये जाने पर वे अपोलो गये तो बताया गया कि बच्चेदानी का ऑपरेशन तो ठीक हो गया पर वह कोरोना पॉजिटिव पाई गई है इसलिये उसे कोविड वार्ड में भर्ती कर दिया गया है। इसकी शिकायत भी उन्होंने अतिरिक्त कलेक्टर से की कि आखिर उससे कोरोना पॉजिटिव होने के बाद से बात छिपाई क्यों जा रही है। इस बीच उससे 9 लाख रुपये का बिल और मांगा गया। यह भी कहा गया कि यदि आप यह रकम जमा नहीं करते हैं तो इलाज बंद कर दिया जायेगा। उसकी जानकारी के बगैर इलाज किया गया और अस्पताल प्रबंधन बिल बढ़ाता रहा। बुधवार को अचानक उसे फोन किया गया कि मरीज का पल्स जीरो चला गया है और उसकी मौत हो गई है। सीएमएचओ के हस्तक्षेप के बाद मरीज के शव को छोड़ा गया है। स्वास्थ्य विभाग पीडि़त की शिकायत पर जांच कर रहा है। अपोलो के पीआरओ ने कहा कि इलाज के अनुसार बिल बनाया गया है। महिला के पति द्वारा कही जा रही बात गलत है जांच से सब सामने आ जायेगा।
दूसरी शिकायत स्टार चिल्ड्रन हॉस्पिटल अग्रसेन चौक की है। यहां पर 11 मई को लोरमी के श्रवण कुमार चौहान की मौत हो गई। उसे 15 दिन पहले भर्ती कराया गया था। भर्ती के बाद उसके परिजनों से 2.40 लाख रुपये जमा कराये जा चुके थे। 11 मई को परिजनों को फोन करके बताया गया कि श्रवण कुमार की मौत हो गई है। उसे ढाई लाख रुपये देकर शव ले जाने कहा गया। फोन पर उससे यह भी कहा गया कि बिल का भुगतान किये बगैर उसे शव ले जाने को नहीं दिया जायेगा। परिजनों ने इसकी शिकायत सीएमएचओ से की।
कोविड के नोडल अधिकारियों की टीम ने अस्पताल में जाकर मरीज के इलाज से सम्बन्धित बिल की जांच की तो पाया कि शासन द्वारा निर्धारित दर से ज्यादा बिल बनाये गये अनावश्यक दवाओं व जांच की बात भी सामने आई। नोडल अधिकारियों के हस्तक्षेप से शव परिजनों के सुपुर्द किया गया। हालांकि अस्पताल प्रबंधन का आरोप है कि जांच दल ने बिल की शेष राशि छोडऩे के लिये कहा। जबकि उन्होंने 15 दिन वेंटिलेटर में इलाज किया और शासन की तय राशि ही ली।
स्वास्थ्य विभाग ने नोडल अधिकारी की रिपोर्ट व अस्पताल प्रबंधन से संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर मुंगेली रोड स्थित कृष्णा हॉस्पिटल के खिलाफ भी जांच शुरू की है। भाटापारा निवासी कौशल कुमार की बीते 2 मई को यहां मौत हो गई थी। परिजनों का कहना है कि अस्पताल के स्टाफ ने जान बूझकर ऑक्सीजन की सप्लाई बंद कर दी जिसके चलते उसकी जान गई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 12 मई। आज शाम आए आंधी-तूफान से शहर में कई जगह पर पेड़ और डालियां गिर गईं। मुंगेली नाका के पास एक पुराना पीपल पेड़ टूटने से नीचे से एक कार चपेट में आ गई। कार चालक ने फुर्ती से सीट पीछे कर ली जिससे एक बड़ी दुर्घटना टल गई। शहर के अन्य इलाकों में भी पेड़ गिरने और तार टूटने की जानकारी है। कल शाम भी शहर में बारिश हुई थी जिसके बाद कुछ इलाकों में पानी भी भर गया। आज हाईटेंशन तार टूटने के चलते नेहरू नगर, मंगला चौक, 27 खोली, गंगा नगर व आसपास की कॉलोनी में 2 घंटे बिजली बंद रही। सुबह भी आंधी पानी के बाद कई इलाकों में शहर की बिजली गुल थी।
डीन ने स्टाफ के अधिकारियों-कर्मचारियों को दी बधाई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर 11 मई। सिम्स के माइक्रोबायोलॉजी विभाग स्थित लैब में कोविड-19 के 2 लाख नमूनों की जांच आज पूरी कर ली गई। इनमें 17 हजार 704 पॉजिटिव और एक लाख 79 हजार 115 नेगेटिव रिपोर्ट शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि 1 अगस्त 2020 से सिम्स के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में आरटीपीसीआर जांच शुरू की गई थी, तब से लेकर आज तक सीमित संसाधनों और स्टाफ के साथ निरंतर कार्य करते हुए यह लक्ष्य हासिल किया गया है। शुरुआत 13 सैंपल से की गई थी। सिम्स लैब में अगस्त 2020 से 21 जनवरी 2021 तक एक लाख सैंपल्स की जांच पूरी की गई थी। इसके बाद अगले एक लाख सैंपल बीते 4 महीनों में लिए गए।
सिम्स के चिकित्सकों ने कहा कि यह लैब में कार्यरत अधिकारी, वैज्ञानिक, तकनीशियन, लैब सहायक व डाटा ऑपरेटर के अथक परिश्रम और समर्पण से संभव हो सका। संस्था के वायरोलॉजी लैब प्रभारी डॉ. रेखा बारापात्रे व विभाग प्रमुख डॉ. सागरिका प्रधान में इन्हें निरंतर प्रोत्साहित किया। सिम्स की अधिष्ठाता डॉ. तृप्ति नगरिया ने इस उपलब्धि के लिए विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई देते हुए उनका उत्साहवर्धन किया। इस उपलब्धि में प्रारंभ से ही डॉ. ज्योत्सना दुबे, डॉ. अंजू श्रीवास्तव, डॉ. रश्मिका दवे, डॉ. विनोद टंडन व डॉ. प्रियंका पल्लवी का विशेष योगदान रहा। सिम्स को अजीज प्रेम जी फाउंडेशन द्वारा एक आरटीपीसीआर मशीन और दी गई है जिससे आने वाले दिनों में कोविड जांच में और तेजी आएगी।
सकारात्मक काउंसलिंग सहित सोशल मीडिया के माध्यम से शुरू किया जागरूकता अभियान
बिलासपुर, 11 मई । राज्यपाल अनुसुइया उइके के निर्देश पर डॉ. सी वी रामन विश्वविद्यालय के द्वारा लोगों को कोरोना संक्रमण के प्रति जागरूक करने विभिन्न माध्यमों से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसके लिए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रवि प्रकाश दुबे की अध्यक्षता में टीम गठित की गई है, जिसमें प्रशासनिक अधिकारी, प्राध्यापक, एनसीसी व एनएसएस के विद्यार्थियों के साथ टेक्निकल टीम कार्य कर रही है।
कुलपति प्रो. दुबे ने कहा है कि राज्यपाल के निर्देश पर अलग-अलग 5 टीम बनाई गई है। यह टीम ग्रामीण अंचल व कस्बों को केंद्रित कर सोशल मीडिया के माध्यम से जागरूक करने का कार्य कर रही है। इसके साथ विद्यार्थी बैनर, पोस्टर, वीडियो, संदेश व शॉर्ट फिल्म के माध्यम से जागरूकता अभियान चला रहे हैं। दुबे ने बताया कि मास्क पहनने, सोशल डिस्टेंसिंग, का पालन करने बार बार हाथ धोने, आसपास को सनराइज करने, वैक्सीनेशन, सहित अन्य सावधानियों के लिए भी सोशल मीडिया जैसे फेसबुक, व्हाट्सएप, टि्वट, विश्व विद्यालय की वेबसाइट में प्रचार प्रसार किया जा रहा है। प्रो. दुबे ने बताया कि विश्वविद्यालय के प्राध्यापक विद्यार्थियों को ऐसे कठिन समय में पॉजिटिव काउंसलिंग भी दे रहे हैं। यूट्यूब में वीडियो लेक्चर के माध्यम से ऐसे कठिन समय में बिना किसी डिप्रेशन में जाए, सकारात्मक ऊर्जा के साथ पढ़ाई में बने रहने, मन को एकाग्र करने, सहित के अनेक टिप्स बताए जा रहे हैं।
कुलसचिव गौरव शुक्ला ने बताया कि इस वैश्विक महामारी के समय में हमारी नैतिक और सामाजिक जिम्मेदारी बढ़ जाती है। इसलिए हर किसी से यह अपेक्षा की जाती है कि वह नैतिक और सामाजिक दायित्वों का पालन करे। हम शिक्षण संस्थान हैं, इसलिए हमारी जिम्मेदारी यह है कि हम लोग अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करें और इस महामारी से लड़ने के लिए लोगों को बौद्धिक रूप से भी मजबूत करें। सभी टीम बेहतर कार्य कर रही है, आने वाले समय में हम और भी अधिक ऊर्जा के साथ कार्य करेंगे।
विश्वविद्यालय इस वैश्विक महामारी के समय अपने सामाजिक दायित्व का निर्वहन कर रहा है। इसके लिए विवि में टीकाकरण केंद्र और 20 बिस्तरों का कोविड-19 हॉस्पिटल तैयार किया गया है। इसमें 10 बिस्तरों में ऑक्सीजन की सुविधा है। कुलसचिव ने बताया कि वैक्सीनेशन की शुरुआत से ही कोविड-19 के लिए एक भवन टीकाकरण केंद्र बनाने के लिए प्रदान किया है। अब दूसरी लहर में भी में लगातार टीकाकरण किया जा रहा है। अंचल के लोग बड़ी संख्या में यहां पर आकर टीके लगवा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, कर्मचारी और अन्य स्टाफ को विश्वविद्यालय में विभिन्न सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। अब तक अंचल के कई हजार लोगों को टीका लगाया जा चुका है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 10 मई। राज्य सरकार द्वारा जारी नए दिशा निर्देशों के अनुसार आज जिले के 60 वैक्सीनेशन सेंटर्स में 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के लोगों के लिए टीके लगाने का कार्य शुरू किया गया। शहर के अधिकांश एपीएल और बीपीएल काउंटर में भीड़ लगी रही लेकिन पहले की तरह ही वैक्सीनेशन कराने में अंत्योदय की रुचि नहीं दिखी। सबसे बड़ी दिक्कत कोरोना वॉरियर्स श्रेणी में बहुत से कैटेगरी लाए जाने के कारण हो रही है। इस श्रेणी में आने वाले लोगों को किस दस्तावेज के आधार पर टीका लगायें यह दुविधा बनी हुई है।
बिलासपुर जिले को कल शाम 23 हजार वैक्सीन उपलब्ध कराए गए। इसके पहले वैक्सीन कम होने के कारण शहर के जिन तीन एपीएल केंद्रों में लोगों को लौटाना पड़ा था। बर्जेस स्कूल जहां पर कल विवाद की स्थिति पैदा हुई थी वहां पर आज कल से दो गुना 400 टीके लगाने का लक्ष्य रखा गया। लाल बहादुर शास्त्री स्कूल शाला भवन में कोरोना वारियर्स श्रेणी के लिये केन्द्र बनाया गया। यहां आज मीडिया कर्मियों को टीका लगाया गया। वकीलों व दूसरे श्रेणी के लोगों को भी अलग से टीका लगवाने की व्यवस्था की जायेगी ऐसा प्रशासन की ओर से बताया गया।
फिलहाल जिले में कोरोना वारियर्स के लिये अलग काउन्टर नहीं रखे गये हैं। इसी तरह ग्रामीण क्षेत्रों में अन्त्योदय कार्डधारकों के लिये भी अलग केन्द्र नहीं रखे गये हैं। इन्हें बीपीएल, एपीएल कार्डधारकों के केन्द्र में ही प्रमाण पत्र के आधार पर टीका लगाया जा रहा है। अन्त्योदय श्रेणी के लिये अलग व्यवस्था केवल शहरी क्षेत्र में की गई है। इसके अलावा दो मोबाइल यूनिट भी लगाये गये हैं। जिन मोहल्ले में अन्त्योदय कार्डधारक अधिक संख्या में हैं वहां जाकर ये यूनिट टीकाकरण का कार्य कर रही है।
ग्रामीण क्षेत्रों में कड़ार,महमद, बेलतरा, हरदी कला, बरतोरी, सेंदरी, अमने, बेलगहना, करगी कला, लिटिया, मजगांव, शिवतराई, शीश, छतौना, सीपत, दर्रीघाट, मस्तूरी, गतौरा, खम्हरिया, धनिया, अमसेना, गनियारी, सागर, लामेर आदि टीकाकरण केंद्रों में एपीएल व बीपीएल श्रेणी के लिये बनाए गए केन्द्रों में टीकाकरण का कार्य श्रेणी निर्धारण के पहले दिन सुचारू रूप से चल रहा है। इन केन्द्रों में अन्त्योदय श्रेणी के कार्डधारकों को भी टीका लगाया जा रहा है।
आज सबसे बड़ी दिक्कत कोरोना वारियर्स की लम्बी सूची व उनके लिये 20 प्रतिशत टीका का लक्ष्य निर्धारित करने को लेकर आ रहा है। उपलब्ध टीकों में किस श्रेणी के लिये कितना टीका रखा जाये इसे लेकर असमंजस की स्थिति को देखते हुए इन टीकाकरण केन्द्रों में पहुंचने वाले सभी लोगों को उपलब्धता के अनुसार फिलहाल टीके लगाये जा रहे हैं। साथ ही दर्ज किया जा रहा है कि उन्हें किस श्रेणी के अंतर्गत लाभान्वित किया गया। इसकी गणना टीकाकरण का वर्तमान चरण समाप्त होने के बाद की जायेगी। कोरोना वारियर्स श्रेणी में पत्रकार, वकील, उनके परिजन, राज्य सरकार के कर्मचारी, कोमोरबिडिटी वाले व्यक्ति, भोजन देने वाले, सब्जी विक्रेता, बस ड्राइवर, कंडक्टर, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, पंचायत सचिव, पीडीएस दुकान संचालक और विक्रेता, कोटवार, पटेल, पब्लिक सेक्टर के कर्मचारी और उनके परिजन वृद्ध आश्रम में देखभाल करने वाले लोग, श्मशान और कब्रिस्तान में कार्यरत लोग, दिव्यांग, सहकारी समितियों में कार्यरत लोगों को शामिल किया गया है। पर इन सबके लिये 20 प्रतिशत का कोटा निर्धारित किया गया है। अनेक ऐसे लोग केन्द्रों में पहुंच रहे हैं जो एपीएल या बीपीएल श्रेणी में टीका लगा रहे हैं। सब्जी विक्रेता सहित कुछ अन्य श्रेणियों को किसकी ओर से जारी प्रमाण पत्र के आधार पर कोरोना वारियर्स श्रेणी में टीका लगाया जाये यह असमंजस है। इसे देखते हुए यदि उनके पास बीपीएल या एपीएल कार्ड है तो उसी श्रेणी में रखकर टीका लगाया जा रहा है।
टीकाकरण केन्द्रों में मौजूद अधिकारियों ने कहा कि कोरोना वारियर्स की श्रेणी में परिभाषित अधिकांश लोगों के पास अपना परिचय पत्र होता है, संस्थानों की ओर से भी प्रमाण पत्र जारी किये जाते हैं। लोगों को अपनी श्रेणी में टीका लगवाने में दिक्कत न हो इसके लिये एक दो दिन में व्यवस्था दुरुस्त कर ली जायेगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 9 मई। स्थानीय आरबी कोविड हॉस्पिटल की लापरवाही के चलते पत्थलगांव के मृतक का शव पामगढ़ के मृतक के परिजनों को सौंप दिया गया। जब पत्थलगांव के मृतक का शव देने की बारी आई तो उसकी पत्नी को पामगढ़ का शव सौंपा जाने लगा। महिला ने पहचान लिया कि यह उसके पति का शव नहीं है। वह इस शव को लेकर उनके परिजनों को सौंपने पामगढ़ गई। वहां उसने अपने पति का शव लिया। पत्थलगांव पहुंचने में विलम्ब होने और कोरोना संक्रमण के चलते महिला ने अपने पति के शव का भी वहीं पोस्टमार्टम कराना चाहा पर गांव वालों ने मना कर दिया। आखिरकार एसडीएम के प्रयासों से पत्थलगांव के मृतक के शव का अंतिम संस्कार कराया गया।
कोरोना संक्रमित पामगढ़ के लखन लाल साहू की आरबी हॉस्पिटल में मौत हो गई। आर बी हॉस्पिटल प्रबंधन ने उन्हें पत्थलगांव के महावीर प्रसाद टंडन का शव उनको सौंप दिया। परिजन भी बिना शिनाख्त किये शव लेकर चले गये। महावीर की पत्नी को जब हॉस्पिटल के स्टाफ लखन साहू के शव को देने लगे तब पता चला कि शव की अदला-बदली हो गई है। महिला लखन साहू के शव को लेकर उनके परिजनों को सौंपने व अपने पति का शव लेने पामगढ़ इलाके के ग्राम खोखरी पहुंची। वहां उसने अपनी मजबूरी बताते हुए अपने पति का अंतिम संस्कार भी यहीं करने की इच्छा जताई। पर गांववालों ने मना कर दिया। इसकी जानकारी एसडीएण करुण डहरिया को मिली। उन्होंने संवेदनशीलता दिखाते हुए उनके पति के अंतिम संस्कार की व्यवस्था पामगढ़ में कराई। प्रशासन की मदद से अंतिम संस्कार होने पर उनकी पत्नी ने कृतज्ञता जताई।
बिलासपुर 9 मई। सामान्य प्रशासन विभाग ने लॉकडाउन के दौरान विवाह समारोहों को 10 लोगों की उपस्थिति में आयोजित करने की अनुमति दे दी है। इसी तरह अंत्येष्टि में भी 10 व्यक्तियों की अधिकतम उपस्थिति सुनिश्चित करने कहा गया है। इसके पहले कई जिलों में कलेक्टरों ने विवाह समारोहों की अनुमति निरस्त कर दी थी।
सचिव डॉ कमलप्रीत सिंह की ओर से जारी आदेश में सभी कमिश्नर, आईजी, कलेक्टर और एसपी से कहा गया है कि यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। आदेश के मुताबिक अन्य प्रकार के सभी धार्मिक, सामाजिक, राजनीतिक और अन्य आयोजन पूरी तरह प्रतिबंधित रहेंगे। धार्मिक गुरुओं, प्रमुखों से अपील की जाने के लिए कहा गया है कि वह लोगों को घरों में व्यक्तिगत रूप से पूजा करने के लिए प्रोत्साहित करें और सामाजिक एवं धार्मिक त्योहारों में भीड़ भाड़ न करें। आदेश में कहा गया है कि कोरोना पॉजिटिव व्यक्तियों के द्वारा आइसोलेशन प्रोटोकोल के पालन की समय-समय पर जांच की जाए। साथ ही उनके द्वारा सार्वजनिक भीड़ वाली सुविधाओं तालाब का उपयोग न किया जाए ताकि संक्रमण आगे ना फैले।
उल्लेखनीय है कि लॉकडाउन के तीसरे चरण में बिलासपुर, कोरबा, जांजगीर-चाम्पा आदि जिलों में विवाह समारोहों के लिये पूर्व में तहसीलदार व एसडीएम द्वारा दी गई अनुमति निरस्त की जा चुकी है। आदेश में इस बारे में नहीं बताया गया है कि क्या उन्हें विवाह के आयोजन के लिये फिर से आवेदन करना होगा।
बिलासपुर जिले में 605 नये संक्रमित मिले, 33 ने फिर गवाई जान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 9 मई। जिले में बीते दिनों से नए संक्रमितों की संख्या घटकर 50 फ़ीसदी आ रही है। शुक्रवार और शनिवार को दोनों ही दिन 605-605 नए मरीज जुड़े लेकिन मौतों का आंकड़ा नहीं घट रहा है। शनिवार को 33 मरीजों की मृत्यु हो गई जिनमें 22 बिलासपुर जिले के रहने वाले थे। अन्य जिलों के 11 लोगों की मौत हुई है, जिनका विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा था।
अब तक जिले में कोरोना से 58 हजार 750 संक्रमित पाये जा चुके हैं। इनमें से 49 हजार 812 स्वस्थ हो चुके हैं। अब तक 1246 लोगों की मौत कोराना के चलते हो चुकी है। जिले में बीते 1 सप्ताह से स्वस्थ होने वालों की संख्या नए संक्रमित से ज्यादा है। इसके चलते इस समय एक्टिव मरीजों की संख्या 7692 है, जो 11 हजार तक पहुंच चुकी थी।
बिलासपुर, 8 मई। भारतीय रेडक्रास सोसायटी जिला शाखा द्वारा आज विश्व रेडक्रास दिवस मनाया गया। इस अवसर पर रेडक्रास के अध्यक्ष कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर द्वारा सिम्स व जिला चिकित्सालय में एक-एक वाटर कूलर लोकार्पित किया गया, साथ ही कोविड-19 के मरीजों का उपचार करने वाले चिकित्सक व पैरामेडिकल स्टाफ के लिये पीपीई किट, एन 95 मॉस्क व सैनेटाइजर वितरित किये गये। वहीं कोविड मरीजों के लिये फल वितरित किये गये।
कलेक्टर व अतिथियों ने रेडक्रास के संस्थापक सर जीन हेनरी ड्यूनाट के चित्र पर माल्यार्पण किया। कलेक्टर ने इस अवसर पर कहा कि गर्मी के सीजन को देखते हुए कोविड मरीजों के उपचार के लिये आने वाले परिजनों को ठंडा पेयजल उपलब्ध हो सके इसलिये रेडक्रास फंड से इन दोनों अस्पतालों में वाटर कूलर स्थापित किया गया है। उन्होंने कोविड-19 के इस कठिन दौर में मरीजों के उपचार में लगे हुए डॉक्टर्स एवं स्टाफ की सराहना करते हुए उनके प्रयासों के लिये बधाई दी। उन्होंने कहा कि सभी के प्रयास से हमारा जिला कोविड संक्रमण से मुक्त हो सकेगा।
कलेक्टर ने सिम्स व जिला चिकित्सालय में रेडक्रास की दवा दुकान व जन औषधि केन्द्र का निरीक्षण भी किया और दवाईयों की उपलब्धता की जानकारी ली। जन औषधि केन्द्रों में उपलब्ध सस्ती जेनेरिक दवाओं की जानकारी ली और कहा कि लोगों को इसका ज्यादा से ज्यादा लाभ पहुंचाने के लिये व्यापक प्रचार-प्रसार भी किया जाये।
इन कार्यक्रमों में रेडक्रास के सदस्य एवं जिला पंचायत के अध्यक्ष अरुण सिंह चौहान, अनिल तिवारी, सिम्स की डीन डॉ. तृप्ति नागरिया, सीएमएचओ डॉ. प्रमोद महाजन, डॉ. पुनीत भारद्वाज, डॉ. आरती पांडेय, सौरभ सक्सेना आदि उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 8 मई। 18 प्लस वर्ग के लोगों को कोविड 19 के नि:शुल्क टीकाकरण का फैसला लिया गया है यह छत्तीसगढ़ सरकार का बहुत सही फैसला है। कोविड के दूसरे चरण में युवा वर्ग भी ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं, इसलिये उनका टीकाकरण बहुत जरूरी है।
यह कहना है 24 वर्षीय छात्रा कु. राधिका दुबे का, जिसने आज शहरी स्वास्थ्य केन्द्र में को-वैक्सीन का पहला डोज लगवाया। राधिका ने कहा कि भारत एक अधिक जनसंख्या वाला देश है इसलिये यहां संक्रमण का ज्यादा खतरा है। हमारे देश में सबसे ज्यादा संख्या युवाओं की ही है। उन्होंने कहा कि सरकार ने टीकाकरण को बहुत आसान बना दिया है और लोगों को नि:शुल्क लगाया जा रहा है। उसने भी बड़े आराम से यहां आकर टीका लगवाया है। राधिका के माता-पिता ने भी वैक्सीन के दोनों डोज लगवा लिये हैं और वे बिल्कुल स्वस्थ हैं।
एमबीए की तैयारी कर रहे 23 वर्षीय विशाल सिंह एवं फाइनेंस कम्पनी में कार्यरत 33 वर्षीय अभिषेक सिंह ने कहा कि टीकाकरण में भेदभाव नहीं रखा गया है। केन्द्र में बहुत अच्छी व्यवस्था है और सोशल डिस्टेंसिंग और कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए टीका लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि युवा या तो पढ़ाई करते हैं या फिर कामकाजी हैं। इस सिलसिले में वे ज्यादा बाहर निकलते हैं इसलिये कोरोना का प्रसार रोकने व इसकी चेन को तोडऩे के लिये उनका टीकाकरण जरूरी है। विशाल और अभिषेक के माता-पिता ने भी वैक्सीन के दोनों डोज लगवा लिये हैं।
20 वर्ष के दिव्यांश झा ने भी टीका लगवाया। वह आधार कार्ड लेकर केन्द्र में पहुंचा था। वहीं पर पंजीयन कराने के बाद उसका टीकाकरण किया गया। उसने कहा कि लॉकडाउन में बुजुर्ग तो घर में रह रहे हैं लेकिन जरूरी कार्य से युवाओं को ही बाहर निकलना पड़ता है। इसलिये उसने भी टीका लगवाया है।
कांग्रेस नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
बिलासपुर, 7 मई। जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विजय केशरवानी के छोटे भाई युवा व्यवसायी अजय केशरवानी का कोविड-19 संक्रमण से 6 मई की रात निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार कोरोना प्रोटोकॉल के अनुसार किया गया।
जिला कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों व कांग्रेस नेताओं ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। अपेक्स बैंक के अध्यक्ष बैजनाथ चंद्राकर ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि वह मुझे हमेशा बड़े भाई की तरह सम्मान देते थे। वे सरल व सहज स्वभाव के थे। समाज में उनकी अलग पहचान थी। उनके निधन से उन्हें निजी क्षति हुई है।
संसदीय सचिव रश्मि सिंह ठाकुर, विधायक शैलेश पांडे, महापौर रामशरण यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण सिंह चौहान सहित अनेक कांग्रेसी नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि अजय एक युवा होनहार व सफल व्यवसायी थे। उन्होंने अपनी लगन से व्यवसाय को एक नई ऊंचाई दी। जिला कांग्रेस अध्यक्ष विजय केशरवानी राजनीति में व्यस्त होने के कारण परिवार व व्यवसाय को ज्यादा समय नहीं दे पाते थे और पूरी जवाबदारी अजय के कंधों पर थी। वह कोरोना महामारी से लगभग 15 दिनों से लड़ रहे थे पर नियति ने अपना खेल कर दिया। कांग्रेस नेताओं ने उनके परिवार को दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है।
श्रद्धांजलि व्यक्त करने वालों में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव राजेंद्र शुक्ला, नगर निगम के सभापति शेख नजीरूद्दीन, प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता अभय नारायण राय, महामंत्री अर्जुन तिवारी, प्रदेश सचिव आशीष सिंह ठाकुर, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष भुनेश्वर यादव, पूर्व शहर अध्यक्ष विजय पांडे, नरेंद्र बोलर, प्रदेश सचिव महेश दुबे जिला प्रवक्ता ऋषि पांडे व अन्य शामिल हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 7 मई। जिले में बीते 24 घंटे में कोरोना से संक्रमित 803 नए मरीजों की पहचान हुई, जो हाल के दिनों में सबसे कम है लेकिन इसी दौरान 46 की जान भी चली गई।
पूरे लॉकडाउन के दौरान जिले में एक हजार से ज्यादा संक्रमित प्राय: हर दिन मिल रहे हैं और यह संख्या 1400 तक पहुंच चुकी है। गुरुवार को संक्रमितों की संख्या 803 रही और स्वस्थ होने वालों की संख्या इससे ज्यादा 1341 थी। संक्रमित मरीजों में बिलासपुर शहर से सर्वाधिक 480 हैं। बिल्हा से 81, कोटा से 64, मस्तूरी से 98, तखतपुर से 69 मरीज संक्रमित मिले हैं।
बीते 24 घंटों में जिन 46 मरीजों की मौत हुई उनमें से 10 जिले से बाहर के हैं। अब तक जिले में 1261 लोग कोरोना से जान गवा चुके हैं। जिले में अब तक 57436 संक्रमित मिल चुके हैं जिनमें से 48 हजार से अधिक स्वस्थ हो चुके हैं।
सिम्स के डॉक्टर की मौत
छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान, सिम्स के सहायक प्राध्यापक डॉ. वली मोहम्मद मोमिन का गुरुवार को हैदराबाद के मेडिकल कॉलेज में कोरोना से इलाज के दौरान निधन हो गया। वे सिम्स के फार्मोकोलॉजी डिपार्टमेंट में पदस्थ थे। ड्यूटी के दौरान उन्हें कोरोना संक्रमित पाया गया था। पहले उन्हें सिम्स बिलासपुर में ही भर्ती कराया गया लेकिन स्वास्थ्य में सुधार नहीं होने पर परिजन अपने खर्च पर उन्हें हैदराबाद मेडिकल कॉलेज ले गए थे, जहां गुरुवार को उनकी मौत हो गई। कोरोना की दूसरी लहर में सिम्स के डॉक्टर की यह पहली मौत है पहले दौर में भी डॉक्टरों की मौत हो चुकी है।
इस दौरान टीकाकरण का कार्य गति नहीं पकड़ रही है। गुरुवार को 1814 लोगों ने वैक्सीन लगवाई इनमें से 45 से 60 वर्ष तक के 248 ने पहली डोज और 786 ने दूसरी रोज ली। 60 वर्ष से ऊपर के 70 लोगों ने पहली तथा 580 ने दूसरी डोज ली।
मुंगेली जिले में बीते 24 घंटे के भीतर फिर 8 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो गई। गुरुवार को 1752 मरीजों की जांच की गई जिनमें 569 पॉजिटिव केस मिले। अब तक जिले में 5685 एक्टिव मरीज हैं। जिले में अब तक कोरोना से 105 लोगों की जान जा चुकी है। गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले में भी 386 नये मरीज मिले हैं। इस समय यहां 2593 सक्रिय मामले हैं।
करगीरोड (कोटा), 7 मई। पीपरतराई की पूर्व सरपंच शकुंतला बाई यादव का निधन 5 मई को रात 7 बजे हो गया हैं। उनका अंतिम संस्कार ग्राम पंचायत पीपरतराई में किया गया। वे सियाराम यादव की पत्नी थीं। उनको ग्राम पंचायत,और जिला यादव समाज ने श्राद्धजंलि दी।
लॉकडाउन का अगला चरण शुरू, छूट बढ़ी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 6 मई। जिले में कोरोना से संक्रमित 30 मरीजों ने बीते 24 घंटे में दम तोड़ दिया जबकि इस बीच 1193 नये संक्रमित मिले।
संक्रमित मरीजों की यह संख्या कल प्रदेश में सर्वाधिक रही। इसके पहले भी दो बार ऐसी ही स्थिति बन चुकी है। 1193 संक्रमित मरीजों में 521 बिलासपुर नगर निगम सीमा से जबकि 668 ग्रामीण क्षेत्रों से हैं। संक्रमित लोगों में 4 दूसरे जिलों के हैं। मृतकों में 22 मरीज बिलासपुर जिले के हैं शेष आठ अन्य जिलों से आकर विभिन्न अस्पतालों में इलाज करा रहे थे।
बीते 24 घंटों में 775 मरीजों को डिस्चार्ज भी किया गया। अब तक जिले में 56 हजार 633 कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं, जिनमें से 46 हजार 304 स्वस्थ हो चुके हैं। अब तक कोरोना से जिले में 1255 लोगों की मौत हो चुकी है।
जिले में टीकाकरण का अभियान धीमा चल रहा है। बुधवार को 119 केंद्रों में 13550 लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया था लेकिन 1904 को ही लगाया जा सका। इनमें से 407 में पहली तथा 1497 ने दूसरी डोज ली।
आज 6 मई से जिले में लॉकडाउन का अगला चरण प्रारंभ हो गया। यह 15 मई तक जारी रहेगा। इस बार किराना, सब्जी दुकानों को होम डिलिवरी की दी गई छूट दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक बढ़ा दी गई है। पंखा, कूलर, एसी, सैनेटरी वेयर की डिलिवरी घर पहुंच देने, कृषि से जुड़ी दुकानों को खोलने तथा कृषि उपकरणों का वर्कशॉप खोलने की छूट दी गई है। इलेक्ट्रिशियन, प्लम्बर आदि मैकेनिक भी घर जाकर मरम्मत कर सकेंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 5 मई। कोविड महामारी के चलते लागू लॉकडाउन के दौरान कानून व्यवस्था संभालने के अलावा बिलासपुर पुलिस संक्रमित नागरिकों से बातचीत कर उनका मनोबल बढ़ाने का काम भी कर रही है।
इसके लिए पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल की पहल पर अनुभूति कार्यक्रम शुरू किया गया है। इस मुहिम का उद्देश्य कोरोना पॉजिटिव लोगों से बात कर उन्हें इस बीमारी से लडऩे के लिए हौसला बढ़ाना है वह खुद बीमारी से लड़े और ठीक होकर उन लोगों को प्रेरित भी कर सके यह अभियान 23 अप्रैल से चल रहा है जिसमें 1,000 से अधिक नागरिक हूं तथा पुलिस एवं सहित परिवार के लगभग 150 संक्रमित लोगों से बातचीत की गई है।
कहा- बेटे का फोन बंद हो गया, और किसी की मदद नहीं मिली
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 5 मई। एक सेवानिवृत्त बैंक अधिकारी की तबीयत बिगडऩे पर मौत हो गई। पत्नी ने इंदौर में रहने वाले अपने बेटे को सूचना दी लेकिन उन्होंने अपना मोबाइल बंद कर लिया। महिला को कुछ नहीं सूझा और वह पति की लाश के साथ 2 दिन तक कमरे में बंद रह गई।
घटना चांटीडीह पेट्रोल पंप के पीछे हर्ष किंग्डम कॉलोनी की है। 59 वर्ष के रिटायर बैंक अधिकारी मनोज दास की तबीयत बिगडऩे के कारण बीते रविवार को मौत हो गई। घर पर दोनों पति पत्नी अकेले रहते थे। उनके बेटे और बहू इंदौर में रहते हैं। पत्नी इला दास ने फोन लगाकर अपने बेटे को पिता की मौत हो जाने की सूचना दी। इसके बाद बेटे और बहू दोनों का मोबाइल फोन बंद बताने लगा। इसके बाद महिला ने किसी से मदद नहीं मांगी और वह पति के शव के साथ घर पर ही रुकी रही। घरेलू काम करने वाली महिला सोमवार को दरवाजा नहीं खुलने पर लौट गई थी लेकिन मंगलवार को उसे कुछ बदबू आने का आभास हुआ तो उसने आसपास के लोगों को इस बारे में बताया। सूचना पुलिस तक पहुंची। एसडीएम देवेंद्र पटेल और टीआई जेपी गुप्ता वहां पहुंचे और उन्होंने फ्लैट का दरवाजा खुलवाया। कमरे के भीतर बिस्तर पर मनोज दास का शव फूली हुई हालत में पड़ा हुआ था और उससे बदबू आ रही थी।
महिला ने बताया कि उसने अपने बेटे को फोन किया था लेकिन उसके बाद उसका फोन बंद हो गया था। महिला की मानसिक स्थिति अभी ठीक नहीं लग रही है इसलिए उससे ज्यादा पूछताछ नहीं की गई है। पड़ोसियों ने बताया कि दोनों लोगों से ज्यादा मेलजोल नहीं रखते इसलिये मौत की जानकारी उन्हें नहीं मिल पाई। यह जानकारी मिली है कि मृतक मनोज दास होम आइसोलेशन पर थे लेकिन उनकी कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव थी या नहीं इस बारे में पता नहीं चला है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 3 मई। बढ़ते कोरोना संक्रमण के प्रकोप को देखते हुए नगर विधायक शैलेष पाण्डेय ने 18+ उम्र के पत्रकारों को टीकाकरण करने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंह देव को पत्र लिखा है।
पत्र में उन्होंने सरकार से मांग की है कि पत्रकारों को भी कोरोना योद्धा माना जाए। महामारी के पहले दिन से ही प्रिंट-इलेक्ट्रॉनिक व वेब मीडिया के पत्रकार कोरोना की रोकथाम और जांच, टीकाकरण आदि से संबंधित पल-पल की खबरों को प्रचारित व प्रसारित कर जनता एवं सरकार के मध्य कड़ी का कार्य कर रहे हैं। राज्य के पत्रकारों को कोरोना वॉरियर्स की श्रेणी में रखते हुए टीकाकरण अभियान में प्राथमिकता दी जाये ताकि उनका हौसला बढ़े और वह निश्चिन्त होकर अपना दायित्व पूरा कर सकें।
पत्र में लिखा गया है कि आज राज्य में कोरोना-19 महामारी के दूसरी लहर से पीडि़त हैं। ऐसे में शुरुआत से ही इस जंग में ऐसी परिस्थितियों में पत्रकार साथियों एवं उनके परिवार की सुरक्षा का दायित्व बढ़ जाता है। हमें उनके योगदान को भी ध्यान में रखना चाहिए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 3 मई। कोरोना गाइडलाइन का लगातार उल्लंघन के मामलों के बीच पुलिस ने आज सख्ती दिखाते हुए सिरगिट्टी इलाके में पुलिस ने 8 सब्जी व्यापारियों और एक किराना दुकानदार को गिरफ्तार कर लिया।
तिफरा स्थित थोक सब्जी बाजार में लगातार भीड़ लगने की खबरें आने के बाद आज सिरगिट्टी पुलिस के जवान यहां पहुंचे। यहां पर उन्होंने पाया कि न तो व्यापारी धारा 144 का पालन कर रहे हैं न ही सब्जी के व्यापार के लिये निर्धारित की गई गाइडलाइन को मान रहे हैं। पुलिस इससे पहले भी व्यापारियों को समझाइश दे चुकी थी। इसके बावजूद भीड़ लग रही थी। पुलिस ने भीड़ लगाकर व्यापार करने वाले 8 व्यापारियों पर धारा 144 तथा महामारी अधिनियम के तहत कार्रवाई की। यदुनंदननगर में भी एक किराना व्यवसायी को भी धारा 144 के तहत गिरफ्तार किया गया। सिरगिट्टी थाना प्रभारी ने बताया कि थोक सब्जी मंडी व्यापारी संघ के अध्यक्ष ने आश्वासन दिया है कि आगे यह गलती नहीं होगी।
ज्ञात हो कि बीते 14 अप्रैल से जिले में कोरोना से बचाव के लिये लॉकडाउन लागू है। इस दौरान सब्जी का थोक व्यवसाय करने की छूट नहीं है। किसानों को ठेले, साइकिल व रिक्शे में सब्जी बेचने की छूट है लेकिन वे दुकान नहीं लगा सकते। इसी तरह किराना दुकानों को खोलकर सामान नहीं बेचा जाना है बल्कि ऑर्डर लेकर घरों में सामान देना है।
जिला पंचायत अध्यक्ष व सदस्यों ने कलेक्टर को सौंपा चेक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 3 मई। जिला पंचायत बिलासपुर के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं सभी सदस्यों ने कोविड महामारी पर नियंत्रण एवं बचाव के लिये अप्रैल का माह का मानदेय 1 लाख 45 हजार 750 रुपये मुख्यमंत्री राहत कोष में प्रदान किया है।
जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण सिंह चौहान, स्थायी स्वास्थ्य समिति के सभापति अंकित गौरहा, कृषि स्थायी समिति के सभापति राजेश्वर भार्गव, नि:शक्तजन एवं समाज कल्याण समिति के सभापति राहुल सोनवानी, सहकारिता समिति के सभापति संदीप योगेश यादव ने आज कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर को उक्त राशि का चेक सौंपा। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी हैरिश एस. भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
जिला पंचायत अध्यक्ष चौहान ने एक माह का मानदेय 15 हजार 500 रुपये, उपाध्यक्ष हेमकुंवर अजीत श्याम कुंवर ने 10 हजार 250 रुपये सहित सदस्य स्मृति त्रिलोक श्रीवास, गोदावरी बाई कमल सेन, अंकित गौरहा, गौरी तुलसी बघेल, संदीप योगेश यादव, जितेन्द्र पांडेय, ममता क्षत्री, मीनू सुमंत यादव, घनश्याम कौशिक, नूरी दिलेन्द्र कौशिक, राहुल सोनवानी, चांदनी भारद्वाज, राजेश्वर भार्गव, किरण संतोष यादव, मनिता कुमारी भानु, आनंद सिंह मरावी, जानकी सर्राटी, संगीता बाई करसायल, शुभम् पेन्द्रो और पुष्पेश्वरी अर्जुन तंवर ने 6-6 हजार रुपये मुख्यमंत्री सहायता कोष में प्रदान किया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 2 मई। प्रदेश कांग्रेस विधि विभाग के अध्यक्ष संदीप दुबे ने केन्द्र सरकार से मांग की है कि रेमडेसिविर के अभाव में हो रही मौतों और इसकी कालाबाजारी को रोकने के लिये अमृतसर की क्वालिटी फॉर्मा को देश के भीतर इस इंजेक्शन की सप्लाई की अनुमति दी जाये।
दुबे ने कहा कि देश में एक ओर रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी है वहीं दूसरी ओर कई लोग आपदा में मुनाफा कमाने के लिये इंजेक्शन की कालाबाजारी कर रहे हैं। समय पर रेमडेसिविर नहीं मिलने के कारण कई लोगों की मौत भी हो रही है। दुबे ने बताया कि अमृतसर की क्वालिटी फॉर्मास्युटिकल कम्पनी ने केन्द्र सरकार को पत्र लिखकर बताया है कि वह इस इंजेक्शन का उत्पादन करती है। प्रोडक्शन लगातार जारी है। यह इंजेक्शन महज 1500 रुपये में टैक्स सहित भारत में वह उपलब्ध करा सकती है। कंपनी के पास 4.5 लाख इंजेक्शन बनकर तैयार भी है।
दुबे ने सवाल उठाया है कि कंपनी रेमेडेसिविर इंजेक्शन को भारतीय बाजार में बेचने की अनुमति मांग रही है तो केंद सरकार वक्त की जरुरत को समझकर अपने नियमों में बदलाव करके उन्हें अनुमति क्यों नहीं दे देती?
उल्लेखनीय है कि पेंटेंट लॉ के चलते क्वालिटी फॉर्मा सहित 6 कम्पनियां देश में रेमडेसिविर का उत्पादन तो करती हैं पर इसे वे भारत में नहीं बेच सकती। वे इनका दूसरे देशों में निर्यात कर सकती हैं। केन्द्र सरकार आपात् स्थिति को देखते हुए इस कानून में संशोधन कर सकती है और इंजेक्शन का संकट समाप्त करने के लिये कदम उठा सकती है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 1 मई। जिले के 10 टीकाकरण केन्द्रों में आज अन्त्योदय कार्डधारी परिवारों के लिये तीसरे चरण का टीकाकरण अभियान प्रारंभ हुआ। तखतपुर के पांड़ ग्राम पंचायत की 23 वर्ष की प्रियांशु कश्यप और 29 साल की दुर्गेश नंदिनी कश्यप ने इस अभियान में पहला टीका लगवाया। मुंगेली जिले में भी आज से यही अभियान शुरू हुआ।
टीका लगवाने वालों को कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर ने बधाई दी। उल्लेखनीय है कि अंत्योदय कार्ड में पंजीकृत 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के समस्त हितग्राहियों को कोविड-19 का टीका लगाया जाएगा। तीसरे चरण के टीकाकरण के लिए जिले के बिल्हा विकास खण्ड में ग्राम सेंवार के हैल्थ वैलनेस सेंटर, बेलतरा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, तखतपुर विकासखंड में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सकरी, कोटा विकासखंड में ग्राम अमने एवं करगी कला प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, मस्तूरी ब्लॉक में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सीपत एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र जयराम नगर, नगर निगम बिलासपुर में पं. देवकीनंदन दीक्षित स्कूल प्रताप चौक एवं बालमुकुंद हाईस्कूल तालापारा शामिल हैं। टीकाकरण के लिए अंत्योदय कार्ड, आधार कार्ड, फोटो आईडी, जन्म प्रमाण पत्र इनमें से कोई एक पहचान पत्र लाना होगा एवं मोबाइल नंबर भी देना होगा।
मुंगेली जिले में जलेश्वर व उमाशंकर ने लगवाया पहला टीका
इस अभियान के तहत मुंगेली विकासखण्ड के ग्राम जरहागांव में जलेश्वर कश्यप, उमाशंकर श्रीवास, माधुरी श्रीवास सहित 15 लोगो ने कोविड-19 का अपना प्रथम टीका लगवाया। कलेक्टर पी.एस एल्मा ने अतिगरीब अंत्योदय श्रेणी के इन लोगों द्वारा कोविड-19 का टीका लगवाने पर उन्हें शुभकामनाएं दी।
तीसरे चरण के टीकाकरण के लिए जिले में 9 टीकाकरण क्रेंद बनाये गए है। इनमें विकास खण्ड मुंगेली के ग्राम पंचायत जरहगाव, टेमरी और गीधा, विकास खण्ड लोरमी के ग्राम पंचायत चंदली, औराबाधा, झझपुरी कला तथा विकास खण्ड पथरिया के ग्राम पंचायत धूमा, चन्दखुरी एवं सांवा शामिल है। तीसरे चरण के टीकाकरण हेतु जिले को 2400 डोज प्राप्त हुए है। तीनों सभी विकास खण्ड में 800- 800 डोज वितरित किए गए हैं।
5500 डोज मिलेंगे, 12 नये सेंटर में अन्त्योदय कार्डधारियों को टीके, रजिस्ट्रेशन जरूरी नहीं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 30 अप्रैल। कोविड महामारी से निपटने के लिये तीसरे चरण का वैक्सीनेशन 1 मई से प्रारंभ हो रहा है। इसके तहत 18 वर्ष से अधिक व 45 वर्ष से कम उम्र के अंत्योदय कार्डधारियों का टीकाकरण प्राथमिकता से किया जायेगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर जिले में इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है।
कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर ने बताया कि इसके लिये जिले के 6 विधानसभा क्षेत्रों में दो-दो टीकाकरण केन्द्र बनाये गये हैं। प्रत्येक केन्द्र में प्रतिदिन 100 टीके लगाने के लक्ष्य् के अनुरूप तैयारी करने का निर्देश उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को दिये। कल दोपहर तक जिले को 5500 वैक्सीन प्राप्त होंगे। इसके बाद कल ही दोपहर से टीकाकरण प्रारंभ हो जायेगा।
इसके लिये वैक्सीनेटर एवं अन्य कर्मचारियों की 12 टीम बनाई गई है। ये टीकाकरण केन्द्र वर्तमान में चल रहे केन्द्रों से अलग बनाये गये हैं। टीकाकरण केन्द्र में टीका लगाने के लिये आने वाले को अपना अंत्योदय कार्ड एवं आधार कार्ड लेकर आना होगा। अंत्योदय कार्डधारी परिवार के 18 वर्ष से अधिक व 45 वर्ष से कम उम्र के सभी सदस्यों को एक साथ टीका लगाया जा सकेगा। जिले में 88 हजार 413 कार्डधारी हैं। इनमें 66 हजार 700 ग्रामीण व 21 हजार 713 शहरी क्षेत्र के हितग्राही हैं।
कलेक्टर ने खाद्य विभाग के अधिकारियों को अन्त्योदय कार्डधारियों की सूची उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। उन्होंने राशन दुकान संचालकों के माध्यम से अन्त्योदय हितग्राहियों को टीकाकरण के लिये प्रेरित करने कहा।
कलेक्टर ने कहा कि मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप अति गरीब परिवार के 18 वर्ष से अधिक एवं 45 वर्ष से कम आयु के लोगों का टीकाकरण प्राथमिकता से किया जायेगा। इन परिवारों के ऐसे लोग जिनके पास मोबाइल फोन नहीं है वे भी टीकाकरण केन्द्र में आयें और टीका लगवायें।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर 30 अप्रैल। विकासखण्ड मस्तूरी के ग्राम पंचायत नवागांव, राक एवं बनियाडीह के लोगों ने शत-प्रतिशत टीकाकरण करवा लिया है। इसके अतिरिक्त दस ग्राम पंचायतों में 95 प्रतिशत लोगों ने टीका लगवा लिया है।
विकासखण्ड मस्तूरी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी कुमार लहरे ने बताया कि जनपद पंचायत में 45 वर्ष से अधिक आयु के 58 हजार से अधिक लोगों को कोरोना का प्रथम डोज का टीका लगाया जा चुका है। उन्होंने बताया कि तीन ग्राम पंचायतों में शत-प्रतिशत टीकाकरण कर लिया गया है। ग्राम पंचायत नवागांव में 45 वर्ष से अधिक आयु के 464 लोग है। इसी प्रकार ग्राम पंचायत राक में 577 एवं ग्राम पंचायत बनियाडीह में 272 लक्ष्य के विरूद्ध सभी 272 लोगों को टीका लग चुका है।
लहरे ने बताया कि दस ग्राम पंचायतें ऐसी हैं जिनकी उपलब्धि 95 प्रतिशत है। इनमें ग्राम पंचायत सीपत, जयरामनगर, गुड़ी, खोंधरा, खम्हरिया, कर्रा, धनिया, उनी, हिर्री एवं पताईड़ी शामिल है। ग्राम पंचायतों में सचिव, मितानिन एवं रोजगार सहायक द्वारा लोगों को जागरूक करने का निरंतर प्रयास किया जा रहा है। लोग अब स्वस्र्फूत टीका लगवाने केंद्र तक आ रहे हैं।