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कोई नारी डायन या टोनही नहीं
रायपुर, 10 जनवरी। डायन या टोनही की धारणा हमारे देश में प्रमुख अंधविश्वासों में से एक है जिसमें किसी महिला को डायन (टोनही) घोषित कर दिया जाता है तथा उस पर जादू-टोना कर बीमारी फैलाने, गांव में विपत्तियां लाने का आरोप लगाकर उसे लांछित किया जाता है। डायन (टोनही) के रूप में आरोपित इन महिलाओं को न केवल सार्वजनिक रूप से बेइज्जत किया जाता है, बल्कि उन्हें शारीरिक प्रताड़तना दी जाती है तथा समाज से बहिष्कृत कर दिया जाता है। ऐसे मामलों में शारीरिक प्रताडऩा इतनी अधिक होती है कि वे महिनों शारीरिक जख्मों का दर्द लिये कराहती रहती है तथा गांव में उन्हें उपचार मिलना भी संभव नहीं होता। सार्वजनिक रूप से बेइज्जती व अपमान के जख्म तो आजीवन दुख देते हैं। इन स्थानों पर प्रभावशाली समूह का दबाव इतना अधिक रहता है कि प्रताडऩा की घटनाओं की जानकारी गांव के बाहर नहीं जा पाती तथा प्रताडि़त महिला व उसका परिवार नारकीय जीवन जीता रहता है, ऐसे मामलों में कई बार महिलाएं आत्महत्या तक कर लेती है।
डायन (टोनही) के संदेह में प्रताडऩा के मामले में गांवों के जनप्रतिनिधि व शासकीय कर्मचारी भी सामने आने का साहस नहीं कर पाते, ऐसे अधिकांश मामलों में जो जानकारी ही गाँवों से बाहर नहीं आ पाती, जिससे कथित बैगाओं का राज कायम हो जाता है। जो गाँव में सभी विपदाओं का कारण जादू-टोना व डायन (टोनही) बताकर, टोनही पकड़वाने, चिन्हित करने, गाँव बाँधने के नाम पर न केवल मनमानी राशि वसूलते हैं बल्कि किसी भी गरीब बेकसूर महिला को डायन (टोनही) घोषित कर हमेशा अभिशप्त जीवन जीने व प्रताडऩा सहने के लिये छोड़ देते हैं, इन बैगाओं द्वारा महिला को डायन (टोनही) न होने का प्रमाण देने के लिये ऐसी परीक्षाएं ली जाती है जो किसी भी महिलाओं के लिये संभव नहीं है। ऐसे मामलों में खुद को निर्दोष साबित करना बहुत मुश्किल हो जाता है वह भी जब पूरा गाँव ही अंधविश्वास के कारण विरोध में खड़ा हो, जबकि वास्तविकता यह है कि डायन (टोनही) के रूप में घोषित की जाने वाली महिला में इतनी ताकत नहीं होती है कि आत्मरक्षा ही कर सके, दूसरों के नुकसान करना तो संभव ही नहीं है।
हम पिछले कुछ वर्षों से समाज में फैले अंधविश्वासों एवं सामाजिक कुरीतियों के निर्मूलन के लिए अभियान चला रहे हैं जिसका एक प्रमुख हिस्सा डायन (टोनही) की धारणा का निर्मूलन भी है, इसलिये व्याख्यान, चमत्कारिक घटनाओं की वैज्ञानिक धारणा, विभिन्न ग्रामों में दौरा कर समझाना, अंधविश्वास का पर्याय बनने वाले मामलों की जाँच व सत्य की जानकारी, गोष्ठियाँ, बैठकें की जाती है। सामाजिक बहिष्कार के भी अनेक मामले लगातार सामने आते रहते हैं ,हमें कई बार विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में विभिन्न स्थानों के बुद्धिजीवी साथियों, छात्रों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, समाज-सुधार के संबंध में विचार पढऩे को मिलते हैं, मेरा यह मानना है कि अंधविश्वासों एवं सामाजिक कुरीतियों का समूल निर्मूलन किसी एक व्यक्ति, एक संगठन या प्रशासन के लिये संभव नहीं है। अलग-अलग स्थानों पर निवास व कार्य कर रहे सभी व्यक्ति यदि इस कार्य के लिये अपना थोड़ा समय व बहुमूल्य विचार हमें प्रदान करें, व सहयोग से कार्य करें तो ऐसा कोई भी कारण नहीं है कि इन कुरीतियों व अंधविश्वासों का निर्मूलन न किया जा सके, नये वर्ष में सर्व सहयोग से यह काम बेहतर ढंग से किया जा सकता है। इच्छुक स्वयंसेवी व्यक्ति व उत्साही कार्यकर्ता मुझसे इस पते पर सम्पर्क कर सकते हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 10 जनवरी। कोरोना संक्रमण के चलते जिले में रोज दो सौ आसपास नए पॉजिटिव सामने आ रहे हैं। इसमें से अधिकांश होम आइसोलेशन में रखे जा रहे हैं। अंबेडकर समेत जिले के 4 अस्पतालों में फिलहाल डेढ़ सौ कोरोना मरीज भर्ती हैं और उनका इलाज जारी है। स्वास्थ्य अफसरों का कहना है कि जिले में कोरोना संक्रमण जारी है। मरीज बढऩे पर बंद कोरोना अस्पताल एक-एक कर फिर से चालू किए जा सकते हैं।
जिले में कोरोना का पहला केस मार्च-2020 में सामने आया था। इसके बाद यहां एक्टिव केस तेजी से बढऩे लगे थे, लेकिन नए साल में एक्टिव धीरे-धीरे कम होने लगे हैं। बुलेटिन के मुताबिक बीती रात 180 नए पॉजिटिव सामने आए, जिन्हें मिलाकर यहां कोरोना मरीजों की संख्या अब 54 हजार 232 हो गई है। दूसरी तरफ, इन सभी मरीजों में से 739 की मौत हो चुकी है। 2 हजार 289 एक्टिव हैं, जिनका अलग-अलग जगहों पर इलाज जारी है। माना जा रहा है कि बाकी भर्ती मरीज में जल्द ठीक होकर अपने घर लौट जाएंगे। 51 हजार 204 मरीज ठीक होकर अपने घर लौट गए हैं।
बताया गया कि रायपुर के अंबेडकर अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए 5 सौ बिस्तर हैं, जहां फिलहाल 103 मरीजों का इलाज जारी है। इसी तरह गुढिय़ारी के प्रयास कोरोना सेंटर में 4 सौ बिस्तर हैं, जहां 20 मरीज भर्ती हैं। लालपुर कोरोना सेंटर के सौ बिस्तर में 28 मरीज दाखिल हैं। आयुर्वेदिक कॉलेज में 4 सौ बिस्तर का इंतजाम है, लेकिन यहां फिलहाल कोई कोरोना मरीज भर्ती नहीं है। तिल्दा-धरसींवा अस्पताल में भी 50-50 बिस्तर रखे गए हैं, लेकिन यहां भी सभी बिस्तर खाली पड़े हैं। एक्टिव केस कम होने से यहां के बूढ़ापारा इंडोर स्टेडियम और अग्रसेन धाम अस्थायी कोरोना अस्पताल बंद कर दिए गए हैं।
सीएमएचओ डॉ. मीरा बघेल का कहना है कि जिले में कोरोना संक्रमण जारी है, लेकिन एक्टिव केस पहले से कम हुए हैं। अभी जिले में करीब डेढ़ हजार एक्टिव केस हैं। इसमें से अधिकांश होम आइसोलेशन में रहकर अपना इलाज करा रहे हैं। उनका कहना है कि एक्टिव केस बढऩे पर बंद कोरोना अस्पताल फिर से चालू कर यहां मरीजों की भर्ती की जा सकती है। फिलहाल यहां होम आइसोलेशन में ना रहने वाले मरीजों का एम्स, अंबेडकर अस्पताल, प्रयास और लालपुर सेंटर में इलाज जारी है। कोरोना से बचाव के लिए मास्क लगाना, सामाजिक दूरी बनाकर रखना जरूरी है।
प्रयास सेंटर के डॉक्टर-स्टाफ बिना छुट्टी ड्यूटी पर तैनात
गुढिय़ारी प्रयास कोरोना सेंटर के डॉक्टर-स्टाफ बिना छुट्टी लिए यहां नियमित कोरोना मरीजों की सेवा में लगे हैं। उनका कहना है कि प्रदेश में जब तक कोरोना रहेगा, तब तक वे सभी बिना कोई छुट्टी लिए ड्यूटी पर तैनात रहेंगे।
प्रयास सेंटर प्रभारी डॉ. नरेश साहूू का कहना है कि 4 सौ बिस्तर का उनका यह सेंटर सितंबर 2020 में चालू किया गया। 131 दिनों में यहां 720 कोरोना मरीज इलाज के लिए पहुंचे। इसमें से 7 सौ मरीज ठीक होकर अपने घर लौट गए हैं। उनका मानना है कि बाकी मरीज भी जल्द ठीक होकर अपने घर चले जाएंगे। उनका कहना है कि उनके सेंटर में अब तक किसी भी कोरोना मरीज की मौत नहीं हुई है। इतना ही नहीं, यहां के कोई स्टाफ भी कोरोना पॉजिटिव नहीं आए हैं। ऐसे में इसे जिले का सबसे बेस्ट कोरोना सेंटर माना जा रहा है। डॉ. साहू का कहना है कि यहां कोरोना मरीजों को नियमित तौर पर योगा कराया जाता है। समय-समय पर अलग-अलग कार्यक्रम रखे जाते हैं। नववर्ष अच्छे से मनाकर मिठाइयां बांटी गई। मरीजों को मानसिक-शारीरिक रूप से स्वस्थ रखने इसी तरह और भी कुछ कार्यक्रम किए जाते हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 10 जनवरी। उरला की आलोक फेरोलाइज कंपनी में कोल डिपो से कोयला लेकर निकले दो ट्रक में पत्थर मिला हुआ कोयला पाया गया। कंपनी वालों की शिकायत पर पुलिस दोनों ट्रक के चालकों को हिरासत में लेकर गड़बड़ी की जांच में लगी है। फिलहाल यह पता नहीं चल पाया है कि कोयला लेकर निकले ट्रक में कहां पर और किसने पत्थर मिलावट की है।
पुलिस के मुताबिक उरला के आलोक फेरोलाइज कंपनी ने 7 जनवरी को दोपहर कोल डिपो से दो ट्रक कोयला लोड कराया है, लेकिन यह ट्रक जब्त कंपनी तक पहुंचा, तो जांच में कोयले के साथ पत्थर भी मिला हुआ पाया गया। करीब सवा लाख के कोयले में मिलावट की शिकायत कंपनी के सीएच जगन्नाथ राव ने उरला पुलिस में की। उसने पुलिस को बताया कि मिलावट में ट्रक चालकों की मिलीभगत हो सकती है।
पुलिस ने मिलावट शिकायत की जांच शुरू की, इस बीच दोनों ट्रक चालक हरीश यादव व संतोष कुमार पकड़े गए। पुलिस दोनों ट्रक चालकों से मिलावट को लेकर पूछताछ में लगी है। फिलहाल यह पता नहीं चल पाया है कि हजारों के कोयले में आखिर मिलावट कहां पर हुई है। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी।
घर के सामने खड़े होने से मना करने पर विवाद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 10 जनवरी। बिरगांव(उरला) के गाजीनगर में बीती रात में बलवा हो गया। घर के सामने खड़े होने से मना करने पर आधा दर्जन युवकों ने एक अधेड़ की गाली गलौज करते हुए जमकर पिटाई कर दी। घर घुसकर जान से मारने की धमकी देते हुए उसकी पत्नी-बच्चे के साथ भी हाथ-मुक्कों से मारपीट की। पुलिस, बलवा मामला दर्ज कर जांच में लगी है। फिलहाल किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।
पुलिस के मुताबिक गाजी नगर के डाकेश किराना दुकान पास दो बाइक से पहुंचे आधा दर्जन युवक रास्ता रोककर काफी देर तक बातें करते रहे। इससे विजय वैष्णव के घरवालों को आने-जाने में दिक्कत होने लगी। विजय ने इन युवकों को घर का रास्ता छोडक़र कहीं दूर खड़े होने पर जोर दिया। उसकी इस बात पर ये सभी युवक भडक़ गए और गाली-गलौज करते हुए उसके साथ मारपीट पर उतर आए। इतना ही नहीं, धमकी देते हुए उसके घर में भी घुस गए। इसका विरोध करने पर इन युवकों ने उसकी पत्नी व बच्चे की पिटाई कर दी।
उरला पुलिस आसिफ खान, सोफियान, परवाज, राजा, हाफिज खान के खिलाफ मामला दर्ज कर घटना की जांच में लगी है। फिलहाल आरोपी पकड़ से बाहर हैं। पुलिस का कहना है कि घटना की जांच की जा रही है। जांच के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी।
सीएम ने जिलाधिकारियों से की बातचीत, नववर्ष की दी शुभकामनाएं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 10 जनवरी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रविवार को विश्राम गृह में जिले के वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा की। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने अधिकारियों को नववर्ष की शुभकामनाएं दी तथा सभी का परिचय लिया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि नारायणपुर अपने पिछड़ेपन के लिए नहीं बल्कि तेजी से विकास के लिए जाना जाए, यह हम सबका संयुक्त प्रयास होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने जिले के अधिकारियों को शासकीय योजनाओं और कार्यक्रमों का लाभ जनसामान्य तक पहुंचाने की बात कही। कार्यक्रम में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं ग्रामोद्योग मंत्री तथा नारायणपुर जिले के प्रभारी मंत्री गुरू रूद्रकुमार, राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल, आबकारी मंत्री कवासी लखमा, बस्तर सांसद दीपक बैज, हस्तषिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष एवं स्थानीय विधायक चंदन कश्यप, अंतागढ़ विधानसभा क्षेत्र के विधायक अनूप नाग सहित जिला एवं पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारीगण उपस्थित थे।
रायपुर, 10 जनवरी। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता विकास तिवारी ने भाजपा पर हमलावर होते हुए कहा कि रमन राज में कुपोषित 9 लाख 40 हजार से अधिक बच्चों को सुपोषित करने का भागीरथी कार्य किया जा रहा है। प्रदेश में सितंबर 2019 के बाद लगातार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कांग्रेस सरकार के द्वारा 0 से 5 साल के बच्चों को कुपोषण से मुक्ति दिलाने का संकल्प लिया गया था और जिसकी मॉनिटरिंग खुद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल लगातार कर रहे थे पूर्वर्ती रमन सरकार के समय से प्रदेश में कुल 9 लाख 40 हजार से अधिक बच्चे कुपोषण के शिकार थे जिनमें से 68 हजार से अधिक बच्चों को कुपोषण से मुक्ति भूपेश सरकार ने कराया है।
तिवारी ने एक बयान में कहा कि प्रदेश की गर्भवती महिलाओं और नवजात बच्चों को पोषण युक्त आहार देने का काम प्रदेश सरकार ने प्रारंभ किया और महिला बाल विकास विभाग एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मदद से प्रदेश भर के 5 लाख 40 हजार बच्चों को चिन्हित कर उन्हें पोषण युक्त आहार देना प्रारंभ किया गया इसका भी विरोध प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से भारतीय जनता पार्टी के नेता करते रहे थे बावजूद उसके मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अडिग रहे और उनके ही संकल्प से कुछ ही महीनों में 68 हजार से अधिक बच्चों को कुपोषण से मुक्ति मिल गया।
तिवारी ने भाजपा से पूछा है कि उन्हें बताना चाहिए कि क्या ऐसे कारण थे कि रमन राज में 9 लाख 40 हजार से अधिक बच्चे कुपोषित थे और भाजपा नेताओं का वजन टनों में हुआ करता था गर्भवती महिलाओं और बच्चों के हिस्सों का पोषण युक्त आहार डकार कर भाजपा नेताओं ने कितना कमीशन कमाया था।
माड़ की झाड़ू से दिल्ली हो रही चकाचक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 10 जनवरी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने नारायणपुर प्रवास के दूसरे दिन जिला मुख्यालय नारायणपुर में वन विभाग द्वारा संचालित फूलझाडू प्रोसेसिंग केन्द्र का अवलोकन किया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यहां स्थानीय आदिवासी महिलाओं को रोजगार से जोडक़र उन्हें आर्थिक रूप से सक्षम बनाने की गतिविधियों के बारे में जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने वहां काम करने वाली महिलाओं से बड़ी आत्मीयता से मिले और उनसे झाडू निर्माण से लेकर उसके मार्केटिंग के संबंध में बातचीत की। मुख्यमंत्री ने महिलाओं से फूलझाड़ू के लिए कच्चे माल, मिलने वाली मजदूरी आदि के बारे में भी जानकारी ली। मुख्यमंत्री श्री बघेल को महिलाओं ने बताया कि उनके द्वारा तैयार की गयी माड के फूलझाडू से छत्तीसगढ़ के अलावा 45 हजार फूलझाडू देश की राजधानी दिल्ली भेजी गयी है। माड़ की झाड़ू का योगदान देश की राजधानी दिल्ली को भी चकाचक करने में हो रहा है।
वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि वर्ष 2019-20 में फूलझाडू़ निर्माण परियोजना अंतर्गत 315.45 क्विंटल कच्चा माल संग्रहण किया गया, जिसका 9.46 लाख रूपये का भुगतान संग्राहकों को किया गया। प्रसंस्करण केन्द्र के माध्यम से स्व-सहायता समूह की महिलाओं को 2.29 लाख रूपये की मजदूरी एवं 3.81 लाख लाभांश का भुगतान भी किया गया। इसी तरह वित्तीय वर्ष 2020-21 में राज्य शासन की एमएसपी के तहत 249.10 क्विंटल कच्चा माल फूलझाडू़ तैयार करने के लिए संग्रहित किया गया, जिसके लिए संग्राहकों को 12.45 लाख रूपये का भुगतान किया गया है।
रायपुर, 10 जनवरी। चौबे कॉलोनी स्थित प्रगति महाविद्यालय के बी.एड. तृतीय सेमेस्टर विद्यार्थियों ने सामुदायिक कार्य हेतु रामकुण्ड बस्ती में मास्क वितरण कर महत्व एवं स्वच्छता के प्रति जागरूक किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 10 जनवरी। बदलते समय के साथ साथ ड्रोन का दायरा दिनों दिन व्यापक होता जा रहा है। एरियल फोटोग्राफी, मैपिंग, एग्रीकल्चर स्प्रे के अलावा वर्तमान में शादियों में दूल्हा-दुल्हन पर फूल बरसाने और रिंग सैरेमनी, जयमाल में भी इसका उपयोग किया जा रहा है। वर्तमान में डॉ.अरुणा राणा और उनके बेटे जयदीप व्यवसायिक रुप से न सिर्फ इस काम को कर रहे हैं वरन इसमें नई-नई तकनीक का प्रयोग कर इसकी उपयोगिता का विस्तार भी कर रहे हैं।
मिलेट्री में मानवरहित विमान की उपयोगिता पर शोध करने वाली राजधानी की डॉ. अरुणा राणा ने बताया कुछ साल पहले जब ड्रोन चलन में नहीं आया था। उस समय तकनीक के आधुनिक संयोजन से फिक्सिंग मॉडल से उन्होंने सार्वजनिक समारोहों में फूल बरसाने का काम किया था। वर्तमान में अपने बेटे जयदीप के साथ ड्रोन में नई तकनीक का ईजाद करके वह सार्वजनिक समारोहों में ड्रोन के जरिए फूल बरसाने से लेकर रिंग सैरेमनी में दूल्हा-दुल्हन तक रिंग पहुंचाने, जयमाल का काम भी कर रहे हैं।
डॉ. अरुणा कहती हैं आज से कुछ साल पहले तक ड्रोन का उपयोग एरियल फोटोग्राफी में किया जा रहा था लेकिन आज इसका दायरा बढ़ गया है। उपयोगिता के लिहाज से मोटर, बैटरी, इलेक्ट्रॉनिक स्पीड कंट्रोलर, क्लाइट कंट्रोलर, जीपीएफ का संयोजन कर हम ड्रोन असेंबल करते हैं। इन दिनों राजधानी में ड्रोन के जरिए मैपिंग भी की जा रही है। हमने हाल में इसके जरिए हॉकी स्टेडियम की मैपिंग भी की थी। वर्तमान में जबकि बड़े स्तर पर खेती की जा रही है ड्रोन के जरिए खेतों में कीटनाशक का स्प्रे भी किया जा रहा है। इस दिशा में हमारा प्रयास जारी हैऔर हमने इसके लिए छह मोटर के संयोजन से हमने हेक्जाकॉप्टर भी तैयार कर लिया है।
रायपुर, 10 जनवरी। विश्व हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य में नारायणी साहित्य अकादमी एवं चरामेति फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में चावड़ा फार्म हाउस, ग्राम गोमची में आयोजित कार्यक्रम में डॉ.मृणालिका ओझा की राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, नई दिल्ली द्वारा प्रकाशित बालोपयोगी सचित्र पुस्तिका पानी का मान का विमोचन खेतिहर मजदूर परिवार के बच्चे चुलबुली, करण, आकाश, पंडित, जितेन्द्र, महेश, पिंकी, तन्नु द्वारा किया गया। इस अवसर पर बच्चों को खिलौने एवं मिठाई वितरित किया गया। इस अवसर पर डॉ.मृणालिका ओझा ने कहा कि पानी का महत्व हमेशा से ही रहा है। हम सब पानी बचाने की जगह उसे बर्बाद ज्यादा करते हैं। यदि हम पानी को साफ और स्वच्छ रखेंगे तो हमें बोतलबंद पानी की जरूरत नहीं पड़ेगी।
कार्यक्रम के संचालक राजेन्द्र ओझा ने चरामेति फाउंडेशन ने बताया कि संयोजक पारूल विजय चावड़ा के मार्गदर्शन में आयोजित कार्यक्रम में पद्मा बेन, पुष्पा सांगाणी, मधु संगोई, पूनम दोशी, राधा चौहान, कोकिला कोटक सहित आदि की भागीदारी रही।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 10 जनवरी। रविवि कर्मचारी संघ ने अपनी 11 सूत्रीय मांगों को लेकर कल कुलसचिव से चर्चा की। इस दौरान उन्होंने अपनी मांगों पर कर्मचारी हित में कार्रवाई की मांग की।
उनकी मुख्य मांगों में कर्मचारियों को शासन की स्वीकृति की प्रत्याशा में सातवें वेतनमान के 2 किश्तों का एरियर्स, वाहन भत्ता की नियम विरूद्ध वसूली पर रोक लगाकर समस्त राशि को वापस दिलाने, परिनियम 31 एवं शासन के नियमानुसार तृतीय एवं चतुर्थ वर्ग के कर्मचारियों की पदोन्नति करने, चतुर्थ वर्ग कर्मचारियों को गणवेश, कोट, सिलाई का पैसा दिलाने, लैब अटेंडेंट को लैब टेक्नीशियन पदों पर पदोन्नत करने, पात्र कर्मचारियों को समयमान वेतनमान देने, सेवानिवृत्त कर्मचारियों का पेंशन प्रकरण शिविर लगाकर दूर करने शामिल है।
संघ के श्रवण सिंह ठाकुर ने जानकारी दी है कि वर्तमान में छात्रों के प्रवेश संबंध कार्य को प्राथमिकता देते हुए 11 सूत्रीय मुख्य मांगों की जानकारी की गई है। यह जानकारी मिलते ही कर्मचारियों की आम सभा बुलाई जाएगी और कर्मचारी की मांगों को पूरा कराने हड़ताल की रूपरेखा तैयार की जाएगी। गौरतलब है कि संघ द्वारा पूर्व में कर्मचारियों की 36 मांगों को लेकर रविवि प्रशासन से चर्चा की जा चुकी है। मांगें पूरी नहीं होने पर राज्यपाल से भी शिकायत की गई है।
एसई रेलवे ने 12-0 से कुम्हारी को दी करारी शिकस्त
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 10 जनवरी। रायपुर जिला फुटबॉल एसोसिएशन द्वारा आउटडोर स्टेडियम में आयोजित जिला क्लब लीग फुटबॉल चैंपियशीप के तहत रविवार को पूल बी में साई फुटबॉल क्लब कुम्हारी और एसईसी रेलवे फुटबॉल के बीच मुकाबला हुआ। जिसमें एसईसी रेलवे ने 12-0 एक तरफा जीत हासिल की। फुटबॉल क्लब कुम्हारी रेलवे टीम के आक्रामक खेल के दौरान एक भी गोल नहीं कर पाई।
मैच के दौरान पांचवें मिनट पर पहला गोल जसपाल ने छठवें मिनट पर शंकर ने, नौंवे मिनट पर जगदीश ने, 29वें मिनट पर जसपाल ने, 44वें मिनट पर दीपक ने, 52 वें मिनट पर अजीज ने, 62वें मिनट पर तुषार ने, 66वें मिनट पर दीपक ने, 69 वें मिनट पर वेंकट ने, 73वें मिनट पर गिरधारी ने तथा 84वें मिनट पर तुषार ने गोल दागा।
रायपुर, 10 जनवरी। राजधानी में गणतंत्र दिवस का मुख्य समारोह हर वर्ष की तरह पुलिस ग्राउंड में आयोजित किया जाएगा। कोरोना के एहतियात के साथ पुलिस ग्राउंड में विगत 6 जनवरी से गणतंत्र दिवस परेड का अभ्यास शुरु हो चुका है। वर्तमान में 13 प्लाटूनों की भागीदारी में परेड का अभ्यास किया जा रहा है। कोरोना संकट के कारण फिलहाल परेड में विद्यालयों एवं महाविद्यालयों के स्काउट गाइड,एनसीसी और एनएसएस प्लाटूनों को शामिल नहीं किया गया है। प्राप्त जानकारी अनुसार इस संबंध में सोमवार को निर्णय लेने की संभावना है। वर्तमान में प्लाटून में बीएस एफ, सीआरपीएफ, सीआईएफएफ, आई टीबीटी,एसएसबी,छग सशस्त्र पुलिस बल ,जेल पुलिस,नगर सेना और बैंड प्लाटून शामिल हैं।
राजीव गांधी आश्रय योजना के तहत पट्टे बांटेंगे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 10 जनवरी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 12 जनवरी को दुर्ग-भिलाई में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री श्री बघेल पूर्वान्ह 11.30 बजे पुलिस ग्राउंड हेलीपेड रायपुर से प्रस्थान करेंगे। वे पूर्वान्ह 11.55 बजे रिसाली जिला दुर्ग पहुंचेंगे और रिसाली नगर निगम नवीन कार्यालय भवन का शुभारंभ और राजीव गांधी आश्रय योजना के अंतर्गत पट्टों का वितरण करेंगे।
मुख्यमंत्री रिसाली से प्रस्थान करने और 1.20 बजे जिला दुर्ग जामुल पहुंचेंगे। जहां वे 1.30 बजे नल जल योजना का शुभारंभ और राजीव गांधी आश्रय योजना के अंतर्गत पट्टों का वितरण करेंगे। इसके बाद श्री बघेल अपरान्ह 3 बजे जामुल से प्रस्थान कर 3.20 बजे आईटीआई खुर्सीपार पहुंचेंगे और अमृत मिशन फेस-1 कार्य का शुभारंभ एवं आम सभा को संबोधित करेंगे।
मुख्यमंत्री शाम 4.30 बजे भिलाई सेक्टर-1 में स्वामी विवेकानंद की मूर्ति अनावरण और गार्डन का शुभारंभ भी करेंगे। इसके बाद श्री बघेल 5 बजे भिलाई सिविक सेंटर में राजीव गांधी आश्रय योजना के अंतर्गत पट्टों का वितरण एवं विभिन्न विकास कार्यों का भूमि पूजन कार्यक्रम में शामिल होंगे। 5.40 बजे भिलाई सेक्टर-5 में शहीद गार्डन का लोकार्पण कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसके बाद वे 6.30 बजे दुर्ग पहुंचकर प्रथम बटालियन के नव निर्मित पुलिस परफारमेंस सेंटर का शुभारंभ करेंगे। श्री बघेल शाम 7 बजे कार द्वारा रायपुर लौट आएंगे।
वैक्सीन आने के बाद भी मास्क पहनना व दो गज दूरी जरूरी
रायपुर,10 जनवरी। लोगों में कोरोना के प्रति जागरूकता बढ़ाने एवं इसके प्रति लापरवाही रोकने के उद्देश से गुढिय़ारी सेक्टर के एकता नगर आंगनबाड़ी केंद्र पर रंगोली के माध्यम से कोरोना जागरूकता का सन्देश दिया गया। इस दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं किशोरियों ने हस्ताक्षर करते हुए कोरोना अनुरूप व्यवहार अपनाने की शपथ भी ली। ‘मास्क नहीं तो टोकेंगे कोरोना को रोकेंगे’ की थीम पर इस कार्यक्रम को आयोजित किया गया।
कार्यक्रम का आयोजन स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग एवं सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च द्वारा किया गया। जिला कार्यक्रम अधिकारी अशोक पांडे के मार्गदर्शन में कार्यक्रम को आयोजित किया गया। इस दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं किशोरियों को कोरोना अनुरूप व्यवहार अपनाने के लिए शपथ दिलाकर हस्ताक्षर कराये गए साथ ही संस्था के माध्यम से कोरोना वैक्सीन से सम्बंधित जानकारी भी साझा की गयी।
इस मौके पर बोलते हुए आंगनबाड़ी सुपरवाइजर रीता चौधरी ने कहा- अभी भी हमें सामूहिक आयोजनों एवं भीड़ भाड़ वाली जगहों पर कोरोना अनुरूप व्यवहार अपनाने की सख्त जरूरत है क्योंकि कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है। इसलिए लोगों को यह समझने की जरुरत है कि अभी लापरवाही बरतना न केवल उनके लिए बल्कि समाज के लिए भी महंगा पड़ सकता है। उन्होंने सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च द्वारा की गयी इस पहल की सराहना भी की।
साढ़े 10 हजार ने कराया पंजीयन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 10 जनवरी। ‘गढ़बो नवा छत्तीसगढ़’ और ‘छत्तीसगढ़ी युवा’ विषय पर स्लोगन प्रतियागिता को लेकर लोगों में अच्छा-खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। ऑनलाइन पंजीयन 01 जनवरी से शुरू हुआ है। अब तक 10500 से अधिक प्रतिभागी इस प्रतियोगिता के लिए अपना ऑनलाइन पंजीयन करा चुके हैं।
छत्तीसगढ़ शासन के जनसम्पर्क विभाग द्वारा यह स्लोगन प्रतियोगिता स्वामी विवेकानंद जी की जयंती राष्ट्रीय युवा दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित की जा रही है। इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए इच्छुक प्रतिभागी 10 जनवरी 2021 तक जनसम्पर्क विभाग की वेबसाइट http://jansampark.cg.gov.in/, http://dprcg.gov.in में ऑनलाइन पंजीयन करा सकते हैं।
स्लोगन स्व-लिखित होना चाहिए। नकल या कही और से लिए गए स्लोगन में किसी भी विवाद के मामले में प्रतिभागी जिम्मेदार होंगे। स्लोगन की वर्ण संख्या 250 निर्धारित है।
स्लोगन की भाषा छत्तीसगढ़ी, हिन्दी एवं इंग्लिश होगी। इस प्रतियोगिता के माध्यम से चयनित स्लोगन का उपयोग प्रचार-प्रसार हेतु किया जा सकेगा। सभी प्रतिभागियों को डिजिटल सर्टिफिकेट एवं 100 सर्वश्रेष्ठ स्लोगन को जनसम्पर्क विभाग द्वारा एक-एक हजार रूपए का पुरस्कार दिया जाएगा।
सीईओ और सरपंच को फोन लगाकर पूरी की महिलाओं की मांग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 10 जनवरी। मंत्री जी हम लोग गोठान में काम करते हैं। बाड़ी से सब्जी भी उगाते हैं। बाड़ी के लिए पानी की व्यवस्था करा दीजिए। मनरेगा में कनवर्जेंस करा दीजिए। हम लोग आपकों सब्जी खिलाएंगे। गांव की महिलाओं की इन बातों को सुनकर मंत्री जी मुस्कुराए और बोले, कौन से गांव के हो आप लोग? महिलाओं ने बताया आरंग विकासखण्ड के टेकारीकुण्डा के।
मंत्री जी बोले मैं तो अक्सर अपने विधानसभा क्षेत्र का दौरा करता रहता हूं। सभी लोगों से मिलता रहता हूं। घर भी जाता रहता हूं। इतने दिन हो गए आप लोग गांव के आसपास ही मुझसे क्यों नहीं मिले ? मंत्री जी की बात सुन गांव की महिलाएं कुछ देर शांत हो गई, फिर एक ने कहा कि आपसे बहुत दिन से मिलने की सोच रहे थेेे, इसलिए आज आपके घर आ गए। मंत्री ने कहा चलो कोई बात नहीं आज आए हो तो चाय पीकर, खाना खाकर जाना, बाड़ी की सब्जी जब आपके गांव आऊंगा तो खिलाना। यह कहते हुए आखिरकार उन्होंने गांव के सरपंच और आरंग जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को फोन लगाया और गांव की महिलाओं की मांगों को पूरा करने के निर्देश दिए।
दरअसल यह मामला नगरीय प्रशासन मंत्री व आरंग विधानसभा क्षेत्र के विधायक डॉ. शिवकुमार डहरिया के निवास का है। वैसे तो उनके सरकारी और निजी निवास में प्रतिदिन मंत्री डॉ. डहरिया से मिलने वालों की भीड़ लगी होती है। ऐसे ही मंत्री से मुलाकात कर अपनी समस्या बताने आरंग विकासखण्ड के ग्राम टेकारीकुण्डा की एक दर्जन महिलाएं उनसे मिलने पहुची। राजलक्ष्मी और उन्नति स्व-सहायता समूह से जुड़ी रहिमत धीवर, ममता वर्मा, शांता बघेल, संगीता वर्मा, मीना कोशले, रानू वर्मा, इंद्राणी वर्मा सहित अनेक महिलाओं ने बाड़ी, गोठान संचालन की जानकारी देते हुए बाड़ी में सिंचाई हेतु पानी की व्यवस्था और मनरेगा से जोडक़र गांव की महिलाओं को रोजगार से जोडऩे की मांग की।
मंत्री डॉ.डहरिया से महिलाओं के साथ हुई छत्तीसगढ़ी में वार्तालाप के दौरान मंत्री ने उनसे गांव की स्थिति और उनकी समस्याओं को जाना। उन्होंने तत्काल गांव के सरपचं और जनपद के सीईओं को फोन लगाकर महिलाओं की मांगों को पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी को चाय पिलवाई और खाना खाने का भी निमंत्रण दिया। मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया की इस तत्परता और चाय के साथ खाना के लिए पूछपरख पर गांव की महिलाएं बहुत खुश हुई। उन्होंने कहा कि गांव आने पर आपकों बाड़ी की सब्जी खिलाएंगे।
रायपुर, 9 जनवरी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के शनिवार को केरलापाल पहुंचने पर जनप्रतिनिधियों, नागरिकों और अधिकारियों ने उनका आत्मीय स्वागत किया। मुख्यमंत्री श्री बघेल दोपहर नारायणपुर जिले के दो दिवसीय प्रवास पर पहुंचे। वाणिज्य कर एवं आबकारी मंत्री कवासी लखमा, राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं जिले के प्रभारी मंत्री रूद्रगुरू भी उनके साथ नारायणपुर पहुुंचे। हेलीपेड पर सांसद बस्तर संसदीय क्षेत्र दीपक बैज, हस्तशिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष और स्थानीय विधायक चन्दन कश्यप, अंतागढ़ विधायक अनूप नाग, सहित जिला पंचायत अध्यक्ष श्यामबती नेताम, नगर पालिका अध्यक्ष सुनीता मंाझी विशेष रूप से उपस्थित थी।
इस दौरान स्थानीय जनप्रतिनिधियों, महिला संगठनों एवं ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री श्री बघेल का आत्मीय स्वागत किया। इस अवसर पर कमिश्नर बस्तर संभाग श्री जी.आर. चुरेन्द्र, डीआईजी श्री आनंद छाबड़ा कलेक्टर श्री धर्मेश कुमार साहू, पुलिस अधीक्षक श्री मोहित गर्ग सहित अन्य अधिकारी एवं क्षेत्र के जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
पीसीसी को एक-दो दिनों में रिपोर्ट देगी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 जनवरी। कांग्रेस विधायक शैलेष पाण्डेय से ब्लॉक अध्यक्ष द्वारा दुव्र्यवहार करने के मामले की जांच पूरी हो गई है। जांच कमेटी एक-दो दिन में अपनी रिपोर्ट प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम को देगी। बताया गया कि जांच कमेटी ने करीब 40 नेताओं के बयान लिए हैं। ज्यादातर नेताओं ने विधायक के साथ दुव्र्यवहार मामले पर ब्लॉक अध्यक्ष के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग की है।
सीएम भूपेश बघेल के बिलासपुर प्रवास के दौरान स्थानीय विधायक शैलेष पाण्डेय के साथ दुव्र्यवहार के मामले पर पार्टी के अंदरूनी राजनीति गरमा गई है। शहर जिला कांग्रेस के एक ब्लॉक अध्यक्ष तैय्यब हुसैन ने मामूली बात पर विधायक शैलेष पाण्डेय का कॉलर पकड़ लिया था। इस घटना पर पाण्डेय और उनके समर्थकों ने ब्लॉक अध्यक्ष पर कार्रवाई के लिए दबाव बनाया है। शैलेष पाण्डेय ने घटना की शिकायत प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम से की थी। साथ ही संसदीय कार्य मंत्री रविन्द्र चौबे को भी घटना से अवगत कराया था। पीसीसी ने विधायक के साथ बदसलूकी के मामले की पड़ताल के लिए प्रदेश उपाध्यक्ष चुन्नीलाल साहू, कन्हैया अग्रवाल और पीयूष कोसरे को जांच का जिम्मा दिया था।
पार्टी की जांच समिति ने शुक्रवार को दिनभर बिलासपुर में घटना स्थल पर मौजूद नेताओं के बयान लिए। सूत्र बताते हैं कि करीब 40 नेताओं के बयान दर्ज किए गए। जिनमें मेयर रामशरण यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष अरूण सिंह चौहान, शहर जिला कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष विजय पाण्डेय, राधे भूत, अटल श्रीवास्तव सहित अन्य नेता थे। विधायक शैलेष पाण्डेय और ब्लॉक अध्यक्ष तैय्यब हुसैन के भी पक्ष लिए गए।
जांच समिति के सदस्य कन्हैया अग्रवाल ने ‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा में सिर्फ इतना ही कहा कि घटना स्थल पर मौजूद लोगों के बयान लिए गए हैं। रिपोर्ट प्रदेश अध्यक्ष को सौंप दी जाएगी। बताया गया कि प्रदेश अध्यक्ष श्री मरकाम के एक नजदीकी रिश्तेदार का निधन होने के कारण वे फरसगांव में हैं। उनके लौटने के बाद एक-दो दिन में जांच समिति रिपोर्ट दे देगी। सूत्र बताते हैं कि बिलासपुर के ज्यादातर नेताओं ने विधायक से दुव्र्यवहार की पुष्टि की है, और ब्लॉक अध्यक्ष के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। इन नेताओं का मानना है कि ऐसी घटनाओं पर सख्त कार्रवाई नहीं की गई, तो पार्टी के भीतर अनुशासनहीनता बढ़ेगी।
विधायक शैलेष पाण्डेय ने ब्लॉक अध्यक्ष के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है, जबकि ब्लॉक अध्यक्ष का कहना है कि मामूली विवाद को तूल दिया जा रहा है। उन्होंने कॉलर पकडऩे की घटना से इंकार किया है। कई नेता भी ऐसे भी थे जिनका कहना था कि उन्हें विधायक के साथ बदसलूकी के प्रकरण की जानकारी मीडिया से मिली है। बहरहाल, जांच रिपोर्ट के आधार पर प्रदेश अध्यक्ष कोई कार्रवाई कर सकते हैं।
आरोपी की गरफ्तारी नहीं, जांच
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 जनवरी। राजधानी रायपुर से लगे सेजबहार की एक जमीन का फर्जी इकरारनामा तैयार कर 51 करोड़ में सौदा कर लिया गया। बाद में पता चला कि यह जमीन किसी और की है। पुलिस, धोखाधड़ी मामला दर्ज कर जांच में लगी है। फिलहाल आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।
पुलिस के मुताबिक रायपुर पचपेड़ी नाका निवासी दीपक रहेजा की सेजबहार स्थित अपनी एक जमीन का करीब महीनेभर पहले सौदा हो गया। सतीश कुमार सिन्हा ने इस जमीन को अपनी बताकर एक अन्य व्यक्ति से सौदा कर लिया। 51 करोड़ में जमीन का सौदाकर दो करोड़ का इकरारनामा तैयार करा लिया गया। इस दौरान जमीन खरीदने वाले ने भी रजिस्ट्री व अन्य राजस्व दस्तावेजों की जांच नहीं की।
बताया गया कि जमीन मालिक को इसकी जानकारी होने पर उसने इसकी लिखित शिकायत सेजबहार मुजगहन पुलिस में की। पुलिस का कहना है कि सेजबहार की एक कीमती जमीन को धोखाधड़ी कर बेचने का प्रयास किया जा रहा था। कागजात में दो करोड़ नगद देना भी दिखाया गया है। पुलिस, धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच में लगी है। फिलहाल आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।
मौतें-3469, एक्टिव-9045, डिस्चार्ज-275042
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 जनवरी। प्रदेश में कोरोना मरीज दो लाख साढ़े 87 हजार हो गए हैं। बीती रात मिले 960 नए पॉजिटिव के साथ इनकी संख्या बढक़र 2 लाख, 87 हजार 556 हो गई है। इसमें से 34 सौ 69 मरीजों की मौत हो गई है। 9 हजार 45 एक्टिव हैं और इनका एम्स समेत अलग-अलग जगहों पर इलाज चल रहा है। 2 लाख 75 हजार 42 मरीज ठीक होकर अपने घर लौट गए हैं। सैंपलों की जांच जारी है।
बुलेटिन के मुताबिक बीती रात 8 बजे 960 नए पॉजिटिव सामने आए। इसमें रायपुर जिले से सबसे अधिक 170 मरीज मिले हैं। दुर्ग-99, राजनांदगांव-58, बालोद-45, बेमेतरा-15, कबीरधाम-11, धमतरी-22, बलौदाबाजार-27, महासमुंद-31, गरियाबंद-11, बिलासपुर-84, रायगढ़-69, कोरबा-60, जांजगीर-चांपा-56, मुंगेली-14, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही-1, सरगुजा-34, कोरिया-28, सूरजपुर-20, बलरामपुर-11, जशपुर-18, बस्तर-34, कोंडागांव-11, दंतेवाड़ा-6, सुकमा-7, कांकेर-13, नारायणपुर-3, बीजापुर जिले से 0 व अन्य राज्य से 2 मरीज सामने आए हैं। ये मरीज आसपास कोरोना अस्पतालों में भेजे जा रहे हैं। दूसरी तरफ कल 11 मरीजों की मौत हो गई। इसमें 3 की कोरोना से एवं 8 की अन्य बीमारियों के साथ कोरोना से हुई है।
रायपुर में कोरोना 54 हजार
राजधानी रायपुर समेत जिले में कोरोना मरीज 54 हजार पहुंच गए हैं। बुलेटिन के मुताबिक बीती रात मिले 170 नए पॉजिटिव के साथ इनकी संख्या बढक़र 54 हजार 52 हो गई है। दूसरी तरफ, इन सभी मरीजों में से 737 की मौत हो चुकी है। 2 हजार 223 एक्टिव हैं, जिनका अलग-अलग जगहों पर इलाज जारी है। 51 हजार 92 मरीज ठीक होकर अपने घर लौट गए हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 जनवरी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में पिछले दो सालों में 104 एमओयू हुए हैं। इनके माध्यम से प्रदेश में 42 हजार 714 करोड़ रूपए का पूंजी निवेश प्रस्तावित है। इससे प्रदेश के युवाओं के लिए 64 हजार से अधिक रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। छत्तीसगढ़ की नयी उद्योग नीति और कोरोना-काल में उद्योगों के हित में शासन द्वारा उठाए गए कदमों से राज्य में बेहतर औद्योगिक वातावरण का निर्माण हुआ है।
कोरोना-संकट काल में पूरा देश आर्थिक मंदी से प्रभावित था, वहीं छत्तीसगढ़ में उद्योग जगत मंदी से अछूता रहा। लॉकडाउन के दौरान देश में सबसे पहले माह अप्रैल में छत्तीसगढ़ के उद्योगों में काम प्रारंभ हुआ। उद्योगों की कठिनाइयों को देखते हुए ही कई तरह की रियायतें और सुविधाएं दी गईं। कोर सेक्टर के उद्योगों को विद्युत शुल्क में छूट दी गई। कच्चे माल की आवक बनी रहे, और तैयार माल बाजार तक पहुंचता रहे, इसके लिए सभी जरूरी इंतजाम किए गए। दूसरे राज्यों से कच्चा माल आसानी से छत्तीसगढ़ आ सके, इसके लिए भी दिशा-निर्देश जारी किए गए। स्टील और सीमेंट उद्योग की गतिविधियां चलती रहें, इसके लिए सडक़ और भवन निर्माण का काम जारी रखा गया। बिजली की दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया। नियम शर्तों में भी कोई बदलाव नहीं किया गया। राइस मिलों को ऊर्जा प्रभार में पांच प्रतिशत की छूट दी गई। उद्योगों को बिजली बिलों के भुगतान की अवधि में भी छूट दी गई।
लॉकडाउन की अवधि में छत्तीसगढ़ में 27 लाख टन इस्पात का उत्पादन हुआ, जो दूसरे राज्यों की तुलना में सबसे ज्यादा था। प्रदेश में नयी औद्योगिक नीति का निर्माण किया गया है। यह नयी नीति यहां के उद्योग धंधों के लिए संभावनाओं के नये दरवाजे तो खोल रही है साथ ही एग्रीकल्चर सेक्टर को भी मजबूत प्रदान कर रही है।
राज्य सरकार की नयी उद्योग नीति में कृषि और वनोपज आधारित उद्योगों को प्राथमिकता दी गई है। खनिज आधारित उद्योगों को हर तरह का प्रोत्साहन दिया जा रहा है। नई औद्योगिक नीति के तहत अब इस्पात (स्पंज आयरन एण्ड स्टील) क्षेत्र के मेगा अल्ट्रा मेगा प्रोजेक्ट में निवेश हेतु विशेष निवेश प्रोत्साहन पैकेज की व्यवस्था की गई है। मेगा निवेशकों के लिए इस पैकेज में अधिकतम 500 करोड़ रुपए तक निवेश प्रोत्साहन दिया जा रहा है। बस्तर संभाग के लिए 1000 करोड़ का निवेश प्रोत्साहन दिया जा रहा है। निवेशकों को सिर्फ छूट और सुविधा ही नहीं दी जा रही, बल्कि इस बात का भी खयाल रखा गया है कि वे प्रदेश में आसानी के साथ उद्योग स्थापित कर सकें। इसके लिए प्रक्रियाओं का सरलीकरण किया गया है। औद्योगिक क्षेत्रों में भूमि आबंटन के लिए भू-प्रब्याजी में 30 प्रतिशत की कमी की गई है। भू-भाटक में एक प्रतिशत की कमी की गई है। औद्योगिक क्षेत्रों में 10 एकड़ तक आवंटित भूमि को लीज होल्ड से फ्री होल्ड करने के लिए नियम बनाए गए हैं। औद्योगिक भूमि और भवन प्रबंधन नियमों का सरलीकरण किया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 जनवरी। प्रदेश में कोरोना से कल 11 मौतें हुई हैं। इनका अलग-अलग जगहों पर इलाज चल रहा था। इनके संपर्क में आने वालों की जांच-पहचान की जा रही है। दूसरी तरफ, इन दोनों मौतों को मिलाकर प्रदेश में कोरोना मौत के आंकड़े बढक़र 3469 हो गए हैं। बुलेटिन के मुताबिक कोरोना से 3 व अन्य बीमारियों के साथ कोरोना के 8 मरीजों की मौत हुई है, इसमें रायपुर संभाग से देवेन्द्र नगर सेक्टर-1 रायपुर का 72 वर्षीय पुरूष, सिविल लाइन रायपुर का 65 वर्षीय पुरूष, श्याम नगर रायपुर की 71 वर्षीय महिला, धमतरी का 60 वर्षीय पुरूष, भखारा धमतरी का 71 वर्षीय पुरूष, महासमुंद का 40 वर्षीय पुरूष शामिल हैं।
बिलासपुर संभाग से कुदुदण्ड बिलासपुर का 50 वर्षीय पुरूष, बिलासपुर का 80 वर्षीय पुरूष, टिकरापारा बिलासपुर का 91 वर्षीय पुरूष, दुर्ग संभाग से 57 वर्षीय पुरूष, सरगुजा संभाग से सोरपुर सूरजपुर की 43 वर्षीय महिला शामिल हैं।
रायपुर, 9 जनवरी। कलेक्टर डॉ. एस. भारतीदासन ने जिला कार्यालय के सभाकक्ष में रायपुर जिले के सभी राजस्व अधिकारियों की बैठक लेकर राजस्व संबंधी विभिन्न बिन्दुओं की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने राजस्व अधिकारियों से कहा कि वे अतिक्रमण के विरूद्व अभियान संचालित कर ठोस एवं प्रभावी कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि इसके लिए गांवों में पटवारियों के माध्यम से टीम बनाकर शासकीय भूमि का चिन्हित करने और उस पर लाल फ्लेग लगाने को कहा।
बैठक में कलेक्टर ने सीमांकन के प्रकरणों को प्राथमिकता से निराकृत करने के निर्देश दिए। उन्होंने विशेष कर एक वर्ष से पुराने सीमांकन प्रकरणों को तत्काल निराकृत करने को कहा। उन्होंने नामांकन के प्रकरणों का भी आनलाईन पंजीयन कर उन्हें 15 दिनों की समय-सीमा में निराकृत करने को कहा। उन्होंने ई- कोर्ट के प्रकरणों की समीक्षा की और नोटशीट आदि दस्तावेजों को तत्काल अपलोड करने को कहा। उन्होनें आबादी पट्टों की समीक्षा करते हुए इन्हें तैयार करने के साथ उनके वितरण की कार्यवाही भी करने को कहा। उन्होंने लोक सेवा गारंटी अधिनियम के क्रियान्वन की भी समीक्षा की।
बैठक में कलेक्टर ने रायपुर तहसील के नायब तहसीलदार श्री राकेश देवागंन द्वारा अतिक्रमण एवं सीमांकन संबंधी क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने पर उनकी सराहना की और बैठक में उनके सम्मान में तालियां भी बजवाई।
कॉरपोरेट लीग क्रिकेट
रायपुर, 9 जनवरी। सुभाष स्टेडियम में चल रहे छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस खेलकूद प्रकोष्ठ के तत्वाधान में स्व. इंदरचंद धाड़ीवाल स्मृति कांग्रेस कॉरपोरेट लीग क्रिकेट टूर्नामेंट के दूसरे दिन 3 मैच खेले गए। प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष प्रवीण जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि पहला मैच इक्विटास स्मॉल फाइनेंस और इनफिनिटी क्लब के मध्य खेला गया, इक्विटास ने टॉस जीत कर पहले क्षेत्ररक्षण का फैसला किया, पहले बल्लेबाजी करते हुए इनफिनिटी ने 9.2 ओवरों में सभी विकेट खोकर 78 रन बनाए, जबाव में इक्विटास ने 4 विकेट के नुकसान पर गोपी के 28 रनों की बदौलत यह मैच जीत लिया।
दूसरा मैच एलएनटी इलेवन और दुर्ग रेंज पुलिस के मध्य खेला गया। टॉस गंवाकर पहले बल्लेबाजी करते हुए एलएनटी ने 3 विकेट पर निर्धारित 10 ओवरों में 71 रन बनाए, जबाव में दुर्ग रेंज पुलिस ने 6.5 ओवरों में जनेश्वर के 17 गेंदों में 32 रनों की बदौलत यह मैच 7 विकेट से जीत लिया। तीसरा व अंतिम मैच जेएनएम इलेवन और रबर इंडस्ट्रीज के मध्य खेला गया, टॉस जीत कर जेएनएम इलेवन ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 8 विकेट के नुकसान पर 86 रन बनाए जिसमें प्रशांत ने 15 गेंदों पर 26 रन बनाए जवाब में रबर इंडस्ट्रीज ने 6.2 ओवरों में रमजान के 33 रनों की पारी के बदौलत यह मैच 7 विकेट से जीत लिया। इस मैच के मैन ऑफ द मैच जुनैद को चुना गया जिन्होंने 14 रनों के साथ 2 विकेट भी हासिल किए। इस अवसर पर सलाम रिजवी, महेंद्र कोचर, विजय चोपड़ा आदि उपस्थित रहे।