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पुतिन पर नूरमबर्ग की तरह चले मुक़दमा, पूर्व ब्रितानी प्रधानमंत्रियों ने की मांग
19-Mar-2022 9:53 PM
पुतिन पर नूरमबर्ग की तरह चले मुक़दमा, पूर्व ब्रितानी प्रधानमंत्रियों ने की मांग

-कैथरीन स्नोडेन और लॉरेन टर्नर

पूर्व ब्रितानी प्रधानमंत्री गोर्डन ब्राउन और सर जॉन मेजर चाहते हैं कि यूक्रेन में व्लादिमीर पुतिन की कार्रवाई की जांच के लिए एक नई अंतरराष्ट्रीय अदालत का गठन किया जाना चाहिए.

दुनिया भर के 140 से अधिक राजनेताओं, अधिवक्ताओं और शिक्षाविदों ने एक याचिका पर हस्ताक्षर किए हैं. इसमें दूसरे विश्व युद्ध के बाद नाज़ी युद्ध अपराधियों की जांच के लिए गठित नूरमबर्ग अदालत की तरह ही क़ानूनी व्यवस्था बनाकर यूक्रेन पर हमले की जांच की मांग की गई है.

अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय पहले से ही यूक्रेन में कथित युद्ध अपराधों के लिए पुतिन की जांच कर रहा है.

लेकिन कई विश्लेषकों का मानना है कि आईसीसी की शक्तियां सीमित हैं.

आईसीसी संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद के अनुमोदन के बिना आक्रमण के अपराध की जांच नहीं कर सकता है और रूस सुरक्षा परिषद में वीटो कर सकता है.

पूर्व ब्रितानी प्रधानमंत्री गोर्डन ब्राउन ने बीबीसी से कहा है कि बर्लिन की दीवार के पतन के बाद से हम ये मानकर चल रहे थे कि लोकतंत्र और क़ानून का शासन हमेशा रहेगा. लेकिन पुतिन शक्ति के दम पर इसमें बदलाव कर रहे हैं.

उन्होंने रेडियो 4 के टुडे प्रोग्राम से बात करते हुए कहा, "अगर हमने अभी संदेश नहीं दिया तब हमें दूसरे देशों में भी आक्रामकता देखनी होगी."

जब उनसे पूछा गया कि क्या वो रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को युद्ध अपराधी मानते हैं तो उन्होंने कहा, "राष्ट्रपति बाइडन ने भी ऐसा ही कहा है और यही मेरा भी विचार है."

इस सप्ताह अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को युद्ध अपराधी कहा है.

वहीं रूस ने इस टिप्पणी को 'अस्वीकार्य और अक्षम्य बयानबाज़ी बताया है.'

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की और ब्रितानी प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने भी रूस पर यूक्रेन में युद्ध अपराध करने के आरोप लगाए हैं.

गोर्डन ब्राउन नेकहा कि युद्ध में नागरिक ठिकानों पर अंधाधुंध बमबारी की गई है जो अंतरराष्ट्रीय क़ानूनों का उल्लंघन है. उन्होंने कहा कि ये मानवीय संघर्ष विराम का उल्लंघन है और एक तरह का 'परमाणु ब्लैकमेल है.'

रूस की सेनाओं ने यूक्रेन के कई शहरों में नागरिक इलाक़ों पर भारी बमबारी की है.

गुरुवार को रूस की घेराबंदी में फंसे तटीय शहर मारियुपोल के एक थियेटर पर बम गिराए गए. यहां सैकड़ों नागरिकों ने शरण ले रखी थी. यूक्रेन ने मारियुपोल के एक अस्पताल पर रूस के मिसाइल हमले को भी युद्ध अपराध करार दिया है.

ब्राउन ने कहा कि यूक्रेन की सरकार राष्ट्रपति पुतिन पर युद्ध अपराधों के तहत मुक़दमा चलाए जाने की मांग कर रही है और ये चेतावनी दी जानी चाहिए कि पुतिन को अंतरराष्ट्रीय क़ानूनों का सामना करना ही होगा.

ऐसा माना जा रहा है कि युद्ध अपराध ट्राइब्युनल अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय के अतिरिक्त कार्य करेगा.

इस याचिका को अभी तक क़रीब साढ़े सात लाख लोगों का समर्थन मिल चुका है जिसमें कई चर्चित लोग भी शामिल हैं.

यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा और ब्रितानी सुप्रीम कोर्ट की पूर्व प्रमुख लेडी हेल ने भी इस याचिका पर दस्तख़त किए हैं. इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय क़ानून के प्रोफ़ेसर फ़िलीप सेंड्स क्यूसी और नूरमबर्ग मिलिट्री ट्राइब्युनल के पूर्व अभियोजक बेनयामिन फेरेंज, लेबर नेता केनेडी क्यूसी और यूरोपीय मानवाधिकार अदालत के पूर्व प्रमुख सर निकोलास ब्रात्ज़ा ने भी इस पर हस्ताक्षर किए हैं.

डेली मेल अख़बार में लिखते हुए गोर्डन ब्राउन ने कहा है कि एक नया ट्राइब्युनल अंतरराष्ट्रीय क़ानून में इस 'कमीट को पूरा कर सकता है जिसके 'ज़रिए पुतिन न्याय से बच सकते हैं.'

ब्राउन ने लिखा, "हमें तेज़ी से काम करना होगा ताकि हम यूक्रेन के लोगों को ये भरोसा दे सकें कि हम सिर्फ़ बोल नहीं रहे हैं बल्कि हम क़दम उठाना चाहते हैं- और हमें पुतिन का साथ देने वालों को ये अहसास कराना होगा कि फंदा कस रहा है. अगर वो स्वयं पुतिन से दूरी नहीं बनाते हैं तो उन्हें मुक़दमों का सामना करना पड़ सकता है और जेल जाना पड़ सकता है."

जर्मनी के शहर नूरमबर्ग में हुआ नूरमबर्ग ट्रॉयल दुनिया का पहला अंतराष्ट्रीय अपराध मुक़दमा था जिसमें नाज़ी जर्मनी के कुख़्यात लोगों पर आपराधिक मुक़दमे चले थे. आरोपों में आक्रामक युद्ध करना, युद्ध के सिद्धांतों का उल्लंघन करना और मानवता के ख़िलाफ़ अपराध शामिल थे.

अपने लेख में ब्राउन ने लिखा, "ब्रिटेन जो अपने आप पर लोकतांत्रिक मूल्यों और क़ानून के शासन के लिए गर्व करता है, से ये संदेश जाना चाहिए. नूरमबर्ग में हमने नाज़ी अपराधियों को सज़ा दी थी, आठ दशक बाद हमें ये सुनिश्चित करना चाहिए कि पुतिन को भी एक दिन न्याय का सामना करना होगा."

यूक्रेन के सांसद दिमित्रो गूरिन ने बीबीसी को बताया है कि उन्हें इस बात को लेकर संदेह है कि ये प्रस्ताव वास्तव में पुतिन पर मुक़दमा चलाने तक पहुंच सकेगा.

उन्होंने कहा, "सबसे पहले तो आपको उन्हें पकड़ना होगा. ट्राइब्युनल जब बनेगा तब के लिए एक अच्छा विचार है और हम ग्रेट ब्रिटेन जैसे यूरोपीय देशों और अमेरिका का शुक्रिया अदा करते हैं, लेकिन आपको जानना चाहिए कि हम फिलहाल युद्ध के एक बिलकुल ही अलग चरण में हैं."

"जब ये युद्ध शुरू हुआ था तब ये सिर्फ़ एक पारिस्थितिक युद्ध था- सेना के ख़िलाफ़ सेना थी, लेकिन अब ये वैसा युद्ध नहीं हैं, बीते दो सप्ताह से यूक्रेन में नरसंहार हो रहा है."

रूस और यूक्रेन के बीच शांति वार्ता भी चल रही है लेकिन ब्रितानी विदेश मंत्री लिज़ ट्रस ने चेतावनी दी है कि रूस इस वार्ता का इस्तेमाल एक धुंधलके की तरह कर रहा हो सकता है.

टाइम्स को दिए एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा, "यदि कोई देश शांतिवार्ता के लिए गंभीर होगा तो वह नागरिक ठिकानों पर अंधाधुंध बमबारी नहीं करेगा."

इसी बीच कंज़रवेटिव सांसद जॉनी मर्सर ने शुक्रवार को बताया है कि उन्होंने हाल ही में यूक्रेन की यात्रा की है जहां उन्होंने हर तरफ़ बर्बादी देखी है. साथ ही प्रदर्शनों और 'अतुलनीय मानवीय भावना' को भी देखा है.

सेना में रहे जॉनी मर्सर ने राजधानी कीव की अपनी तस्वीरें पोस्ट की हैं जहां वो अस्पताल में घायल लोगों से मिलते दिख रहे हैं.

उन्होंने डेली टेलीग्राफ़ अख़बार में लिखा है कि उन्होंने डोनेत्स्क के एक पूर्व सांसद के निमंत्रण पर यूक्रेन की यात्रा करने का निर्णय लिया. हालांकि ब्रिटेन की सरकार ने अपने नागरिकों को यूक्रेन न जाने की सलाह दी है.

जॉनी मर्सर ने द टाइम्स को बताया, "मैंने इस बारे में किसी को नहीं बताया, मैं बस ग़ायब हो गया. मैंने तय किया कि ऐसा करना सही है."

इसी बीच ब्रितानी सरकार ने बताया है कि अब तक यूक्रेन को बीस लाख मेडिकल आइटम दान दिए जा चुके हैं. इनमें दर्दनिवारक दवाइयां, इंसुलिन, इंजेक्शन और इंटेंसिव केयर में इस्तेमाल होने वाले मेडिकल उपकरण शामिल हैं.

यूक्रेन के लिए शनिवार को कैंट से 18 अग्निशमन वाहनों का एक काफ़िला भी निकला है. इन इंजनों को ब्रिटेन के अग्निशमन दलों ने यूक्रेन के लिए दान किया है.

वहीं पूर्व प्रधानमंत्री डेविड कैमरन पोलैंड के लिए रवाना हुए हैं जहां वो यूक्रेन के लोगों के लिए दान सामग्री देंगे.

ऑक्सफर्डशर फ़ूड प्रोजेक्ट के तहत यूक्रेन के लोगों के लिए मदद जुटाई गई है. कैमरन इस प्रोजेक्ट का हिस्सा हैं. (bbc.com)

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