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ईरान में वेश्यावृति की समस्या: 'मैं जो कर रही हूं, उस पर शर्मिंदा हूं लेकिन मेरे पास विकल्प क्या है'
20-Mar-2022 8:12 PM
ईरान में वेश्यावृति की समस्या: 'मैं जो कर रही हूं, उस पर शर्मिंदा हूं लेकिन मेरे पास विकल्प क्या है'

-आमिर नातेग

"मैं जो कर रही हूं, उस पर शर्मिंदा हूं लेकिन मेरे पास विकल्प क्या है?" ये सवाल है तेहरान की तलाक़शुदा महिला निदा का.

दिन के उजाले में वह हेयरड्रेसर के तौर पर काम करती हैं लेकिन अपनी आजीविका चलाने के लिए निदा रात के अंधेरे में सेक्स वर्कर का काम करती हैं.

निदा बताती हैं, "मैं ऐसे मुल्क़ में रहती हूं जहां महिलाओं को सम्मान की नज़रों से नहीं देखा जाता है, अर्थव्यवस्था खस्ताहाल है, रोजमर्ऱा की ज़रूरतों के दाम हर दिन बढ़ रहे हैं. मेरा एक बच्चा भी है. बेटे की देखभाल का ज़िम्मा मेरे ऊपर है. सेक्स वर्क में पैसे अच्छे मिल जाते हैं. अब मैं डाउन टाउन में एक छोटा सा घर ख़रीदने की योजना बना रहा हूं. यह मेरी ज़िंदगी की दुखद सच्चाई है. मैं हर दिन अपनी आत्मा का सौदा करती हूं."

2012 में ईरान ने अपने देश में वेश्यावृति की समस्या पर क़ाबू पाने के लिए एक राष्ट्रीय कार्यक्रम की घोषणा की थी. लेकिन गैर सरकारी संगठनों और स्वतंत्र शोधकर्ताओं के मुताबिक़ इस घोषणा के बाद से देश में सेक्स इंडस्ट्री लगातार बढ़ती गयी है.

ईरान के परंपरागत धार्मिक सत्ता प्रतिष्ठान आधिकारिक तौर पर लंबे समय से देश में सेक्स वर्करों की मौजूदगी को मानने से इनकार करते आए थे.

ईरान के अधिकारियों के मुताबिक़ वेश्यावृति देश के युवाओं का ध्यान भटकाने के लिए पश्चिमी साजिश थी, इसमें शामिल होने के लिए महिलाओं पर दोषी मढ़ा गया.

गैर आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक़, ईरान में कम उम्र की महिलाएं सेक्स वर्क से जुड़ी हुई हैं. विभिन्न गैर सरकारी संगठनों के मुताबिक़ 2016 में ईरान में सेक्स वर्क में 12 साल तक लड़कियां शामिल थीं.

ईरान में ड्रग्स सेवन करने वाली महिलाओं का इलाज करने वाले गैर सरकारी संगठन आफ़ताब सोसायटी ने 2019 में अनुमान ज़ाहिर किया था कि तेहरान में दस हज़ार सेक्स वर्कर सक्रिय हैं, इनमें 35 फ़ीसदी महिलाएं शादी शुदा थीं.

तेहरान यूनिवर्सिटी में सोशल वेलफेयर के प्रोफ़ेसर आमिर महमूद हारिक़ी का अनुमान है कि तेहरान में इससे दोगुनी संख्या तक महिला सेक्स वर्कर मौजूद होंगी.

ईरान में महिलाओं के लिए काम के अवसर कम होने से और लैंगिक भेदभाव की मौजूदगी के चलते कई महिलाएं ग़रीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने को मज़बूर हैं. ये महिलाएं अपना भरण पोषण करने के लिए सेक्स वर्क करने को मज़बूर हैं. हालांकि इस पेशे से जुड़े तमाम जोख़िम भी हैं.

तेहरान यूनिवर्सिटी की छात्रा और पार्ट टाइम सेक्स वर्क करने वाली मेहनाज़ बताती हैं, "पुरुष जानते हैं कि ईरान में वेश्यावृति गैर क़ानूनी है, इसमें लिप्त महिलाओं के लिए कड़े दंड का प्रावधान है. ऐसे में पुरुष इसे अपने फ़ायदे के तौर पर इस्तेमाल करते हैं."

मेहनाज के मुताबिक़, "कई मौकों पर यह मेरे साथ भी हुआ. जब सेक्स करने के बाद भी लोगों ने पैसे नहीं दिए और मैं उनकी अधिकारियों से शिकायत भी नहीं कर सकती थी."

मेहनाज़ के मुताबिक तेहरान में रहना बेहद ख़र्चीला होता जा रहा है और कोई भी दूसरा काम करके वह शहर में अपने रहने का ख़र्च नहीं उठा सकती हैं.

ईरान की 1979 में इस्लामिक क्रांति के बाद नए शासन के दौरान कई सेक्स वर्करों को फांसी दे दी गई थी, कई वेश्यालय बंद हो गए थे. इस दौरान सेक्स के लिए महिलाओं के इस्तेमाल को वैधता देने के लिए ईरान में ज़ावाज़ अल-मुता या आनंद के लिए शादी का चलन बहुत बढ़ गया,

इस चलन के मुताबिक़, महिलाएं एक निश्चित समय के लिए निश्चित रकम के बदले अस्थायी तौर पर किसी पुरुष की पत्नी बनती हैं.

ईरान की शिया इस्लामी व्यवस्था के तहत मुता विवाह की अनुमति है और इसे वेश्यावृति नहीं माना जाता है. यह चलन मशहाद और क्योम जैसे धार्मिक शहरों में भी व्याप्त है, जहां दुनिया भर से शिया समुदाय के लोग धार्मिक वजहों से पहुंचते हैं.

सोशल मीडिया पर ऐसे वीडियोज मौजूद हैं जिससे यह ज़ाहिर होता है कि ईरानी पुरुष मशहाद में सेक्स की मांग कर रहे हैं जबकि अधिकारी यह कह रहे हैं कि वे केवल अस्थायी विवाह कर सकते हैं.

अब, ढेरों ऑनलाइन सर्विसेज़ हैं जो ईरान में मुता विवाह कराने की सेवा देते हैं. यह सेवा टेलीग्राम और व्हाट्सऐप पर भी मौजूद है और यह सेवा मुहैया कराने वाले समूहों का दावा है कि उन्हें सरकार की अनुमति मिली हुई है.

वैसे ईरान में खाने पीने की चीज़ों के बढ़ते दामों की वजह से भी वेश्यावृति बढ़ी है. खाने पीने की चीज़ों के बढ़ते दामों की एक वजह ईरान के आण्विक कार्यक्रम के चलते अमेरिकी आर्थिक पाबंदी है. बीते साल से अब तक ईरान में महंगाई दर 48.6% बढ़ चुकी है.

ईरान में बेरोज़गारी लगातार बढ़ रही है और जो लोग नौकरियों में हैं, उन्हें पर्याप्त वेतन नहीं मिल रहा है.

देश की मौजूदा स्थिति के परिपेक्ष्य में, 20 से 35 साल के ऐसे पुरुषों की संख्या भी बढ़ी है जो पैसों के बदले महिलाओं से सेक्स संबंध बनाने को तैयार है. ईरान के प्रमुख शहरों में पुरुष सेक्स वर्करों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है.

28 साल के कामयार ऐसे ही युवा हैं. सुपरमार्केट में कैशियर का काम करने वाले कामयार बीते साल तक माता-पिता के साथ रह रहे थे क्योंकि वे अपना ख़र्च उठाने की स्थिति में नहीं थे. लेकिन अब वे सेंट्रल तेहरान में किराए के अपार्टमेंट में रहते हैं और उन्हें उम्मीद है कि वे एक दिन विदेश निकल जाएंगे.

उन्होंने बताया, "सोशल मीडिया के ज़रिए मुझे मेरे ग्राहक मिलते हैं. ये महिलाएं 30 से 40 साल के उम्र की हैं. एक बार तो 54 साल की महिला भी मेरी ग्राहक थीं. ये लोग मेरा अच्छा ख़्याल रखते हैं, अच्छे पैसे देते हैं और हमेशा रात में अपने यहां सुलाते हैं. माउथ पब्लिसिटी के ज़रिए मेरे कई ग्राहक हैं."

कामयार एक प्रशिक्षित इंजीनियर हैं लेकिन उन्हें लगता है कि जिस फ़ील्ड से उन्हें मोहब्बत रही, उसमें कोई भविष्य नहीं है.

वे कहते हैं, "मैं हमेशा इंजीनियर बनना चाहता था, लेकिन मेरे लिए कोई नौकरी नहीं है. मैं एक लड़की से मोहब्बत करता था. लेकिन मैं उससे शादी नहीं कर सका क्योंकि मेरे पास कोई नौकरी नहीं थी. मैं अब जो कर रहा हूं, उस पर गर्व नहीं है मुझे. पैसों के लिए किसी अजनबी के साथ सोना, मेरा सपना नहीं है. मैं शर्मिंदा भी हूं, लेकिन मुझे अपना ख़र्च भी चलाना है. मैं एक ऐसे देश में हूं जहां भविष्य के लिए दुख ही एकमात्र चीज़ है जिसकी मैं कल्पना करता हूं." (bbc.com)

(पहचान छिपाने के लिए सेक्स वर्क में लिप्त लोगों के नाम बदल दिए गए हैं.)

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