राष्ट्रीय
-दिलीप कुमार शर्मा
असम, 9 दिसंबर । असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा है कि बीजेपी मुस्लिम समुदाय के उन पुरुषों के ख़िलाफ़ है जो कई पत्नियां रखते हैं. उन्होंने ये बात गुरुवार को मोरीगांव मेडिकल कॉलेज के शिलान्यास कार्यक्रम में कही.
सरमा ने ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट अर्थात एआईयूडीएफ के अध्यक्ष बदरुद्दीन अजमल की हिंदुओं पर विवादास्पद टिप्पणी के लिए जमकर निशाना साधा.
मुख्यमंत्री ने कहा, "बदरुद्दीन अजमल जैसे नेता कहते हैं कि युवक-युवतियों को जितनी जल्दी हो सके बच्चे पैदा करने चाहिए. वो महिलाओं की संतान पैदा करने की व्यवस्था की तुलना उपजाऊ भूमि से करते है."
"हमारी महिलाएं 20-25 बच्चे पैदा कर सकती हैं लेकिन उनके भोजन, कपड़े और शिक्षा से लेकर पालन-पोषण का खर्च अजमल को देना होगा तब हमें कोई आपत्ति नहीं होगी."
"लेकिन अगर अजमल कोई ख़र्च नहीं उठाते है तो उन्हें महिलाएं कब और कितने बच्चों को जन्म देंगी, उस पर भाषण देने का कोई अधिकार नहीं है."
सरमा ने ये भी कहा कि स्वतंत्र भारत में एक पुरुष को 3-4 महिलाओं से शादी करने का अधिकार नहीं है. हमें इस व्यवस्था को बदलना होगा.
उन्होंने कहा कि मुस्लिम लड़कियों को हिजाब पहनने के लिए कहा जाता है तो लड़कों को भी हिजाब पहनना चाहिए. दोनों लिंगों के लिए समान नियम बनाना चाहिए. मुसलमान महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए हमें प्रयास करते रहना होगा.
धुबरी लोकसभा से सांसद बदरुद्दीन अजमल के ख़िलाफ़ कथित रूप से हिंदू समुदाय को लेकर विवादास्पद टिप्पणियों के लिए राज्य के कई पुलिस थानों में अलग-अलग राजनीतिक दलों ने मामले दर्ज कराएं गए हैं.
असम सरकार ने भी अजमल के ख़िलाफ़ क़ानूनी कार्रवाई करने के संकेत दिए थे लेकिन अभी इस दिशा में कुछ नहीं किया गया.
हालांकि, यह विवाद बढ़ने पर अजमल ने माफी मांग ली थी. (bbc.com/hindi)