अंतरराष्ट्रीय
यूक्रेन की आपत्तियों के बावजूद रूस को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की अध्यक्षता मिल गई है.
यूक्रेन ने सदस्य देशों से कहा था कि वो रूस को इसकी अध्यक्षता लेने से रोकें. लेकिन ऐसा नहीं हो सका.
यूक्रेन ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया ज़ाहिर की है. यूक्रेन के विदेश मंत्री दमित्रो कुलेबा ने कहा है कि रूस का यूएन सुरक्षा परिषद का अध्यक्ष बनना अंतरराष्ट्रीय समुदाय के मुंह पर तमाचा है.
उन्होंने कहा, ''मैं सुरक्षा परिषद के मौजूदा सदस्यों से अपील करता हूं कि वे रूस की ओर से अध्यक्ष पद के किसी भी दुरुपयोग की कोशिश को सफल न होने दें. मैं ये याद दिला दूं इसमें रूस का होना गैर-कानूनी है.''
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सभी 15 सदस्यों को बारी-बारी से एक महीने के लिए परिषद की अध्यक्षता मिलती है.
इसका मतलब सुरक्षा परिषद का नेतृत्व ऐसा देश करने जा रहा है, जिसके राष्ट्रपति के ख़िलाफ़ कथित युद्ध अपराध में गिरफ़्तारी का वारंट जारी किया गया है.
इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट (ये यूएन की संस्था नहीं है) ने पिछले महीने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के ख़िलाफ़ गिरफ़्तारी का वारंट जारी किया था.
इसके पहले रूस को फरवरी 2022 में अध्यक्षता मिली थी. फरवरी में ही रूस ने यूक्रेन पर हमला किया था. (bbc.com/hindi)