ताजा खबर
नयी दिल्ली/तिरुवनंतपुरम, 27 मार्च। राष्ट्रीय राजधानी में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) और विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायकों ने बुधवार को दिल्ली विधानसभा परिसर में विरोध प्रदर्शन किया और एक-दूसरे के खिलाफ नारे लगाए।
भाजपा विधायकों ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे की मांग को लेकर प्रदर्शन किया तो आप विधायकों तथा उनके समर्थकों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ नारेबाजी की।
केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिल्ली आबकारी नीति से जुड़े धन शोधन मामले में गिरफ्तार किया है। इस आबकारी नीति को बाद में रद्द कर दिया गया था।
दोनों ही दलों ने एक ही समय पर विरोध प्रदर्शन किया। भाजपा विधायकों ने हाथों में तख्तियां लेकर मार्च निकाला। पीली टी-शर्ट पहने आप नेता और कार्यकर्ता प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए भाजपा विधायकों के पीछे-पीछे हो लिये।
नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि केजरीवाल को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
बिधूड़ी ने कहा, ‘‘ मुख्यमंत्री को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। उन पर भ्रष्टाचार के लगभग 12 आरोप हैं। अगर आबकारी नीति विश्वस्तरीय थी तो उन्होंने इसे वापस क्यों लिया? हम केजरीवाल के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।’’
इसी बीच, भाजपा की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने भी दोपहर करीब 12 बजे विधानसभा परिसर के प्रवेश द्वार के बाहर मयूर विहार के लगभग 100 पार्टी कार्यकर्ताओं के एक समूह, पार्टी की महिला मोर्चा और युवा मोर्चा के पदाधिकारियों के साथ प्रदर्शन किया और केजरीवाल के इस्तीफे की मांग की।
काले कपड़े पहने भाजपा कार्यकर्ता विधानसभा प्रवेश द्वार पर एकत्र हो गए और नारेबाजी करने लगे। सचदेवा नारे लगाते हुए द्वार पर चढ़ गए।
पुलिस ने उन्हें विधानसभा परिसर में प्रवेश नहीं करने दिया। सुरक्षाकर्मियों ने मुख्य द्वार पर ताला लगा दिया और बाद में प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया।
सचदेवा ने कहा कि दिल्ली के लोग केजरीवाल सरकार के राजनीतिक नाटक से ऊब चुके हैं और दावा किया कि जनता आगामी लोकसभा चुनावों में आप-कांग्रेस गठबंधन को पूरी तरह से खारिज कर सबक सिखाएगी।
उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार के दो मंत्री पहले से ही जेल में हैं और दावा किया कि फर्जी पत्र जारी करने के आरोप में आतिशी तथा सौरभ भारद्वाज भी जल्द ही जेल जा सकते हैं।
विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने से पहले आप विधायकों ने सदन के बाहर धरना दिया और नारे लगाते हुए केजरीवाल को ईडी की हिरासत से तुरंत रिहा करने की मांग की।
आतिशी और सौरभ भारद्वाज समेत पार्टी के अन्य नेताओं ने विरोध-प्रदर्शन में हिस्सा लिया। उन्होंने पीले रंग की टी-शर्ट पहनी हुई थी जिस पर ‘‘ मैं भी केजरीवाल’’ और ‘‘मोदी का सबसे बड़ा डर केजरीवाल’’ जैसे नारे लिखे हुए थे।
आप के राष्ट्रीय संयोजक को ईडी ने 21 मार्च को गिरफ्तार किया था और बाद में यहां की एक अदालत ने उन्हें 28 मार्च तक के लिए केंद्रीय एजेंसी की हिरासत में भेज दिया था।
उधर, केरल की राजधानी तिरुवनंतपुर में बुधवार को आप के कार्यकर्ताओं ने मार्च निकाला और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पुतला फूंका।
उसी समय, भाजपा कार्यकर्ताओं का एक छोटा समूह यहां मुरारजी भवन स्थित पार्टी कार्यालय से बाहर आया और विरोध कर रहे आप कार्यकर्ताओं से भिड़ने की कोशिश की।
पुलिस ने दोनों दलों को रोकने का प्रयास किया।
कांग्रेस सांसद शशि थरूर द्वारा शुरू किए गए ‘नो वोट फॉर भाजपा’ मुहिम के बाद उन्होंने यहां ईस्ट फोर्ट से भाजपा कार्यालय तक मार्च किया।
आप कार्यकर्ताओं ने मोदी सरकार के खिलाफ और विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ के पक्ष में नारे लगाए, जबकि भाजपा कार्यकर्ताओं ने अपनी पार्टी और प्रधानमंत्री के पक्ष में नारेबाजी की।
सोशल मीडिया पर विरोध प्रदर्शन का एक वीडियो प्रसारित हो रहा है, जिसमें एक भाजपा कार्यकर्ता बड़ा पत्थर ले जाते हुए दिखाई दे रहा है और आप कार्यकर्ताओं के करीब पहुंचाने के प्रयास के दौरान पुलिस कर्मियों ने पत्थर हटा दिया।
कुछ भाजपा कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़प भी हो गई। इस दौरान पुलिस ने हल्का बल प्रयोग भी किया। (भाषा)