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कोरोना जांच के नाम पर 4 दिन से रखा था, हाथ तक नहीं लगाए
मोक्ष श्रद्धांजलि ने किया अंतिम संस्कार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 15 जुलाई। अंबेडकर अस्पताल की मच्र्युरी में एक लावारिस वृद्ध का शव पिछले 4 दिन तक पड़ा रहा, लेकिन उसका पोस्टमार्टम नहीं हो पाया। कोरोना के डर से चीरघर कर्मियों ने शव को हाथ तक नहीं लगाया। आज दोपहर में उसका यह शव स्टे्रचर पर चीरघर के बाहर करीब 3 घंटे तक पड़ा रहा। आखिर में मोक्ष श्रद्धांजलि सेवा संस्था ने शाम को उसका ससम्मान अंतिम संस्कार कराया।
कोरोना संक्रमण के चलते अब यहां लावारिस शव की हालत भी बिगडऩे लगी है। जानकारी के मुताबिक 6 जुलाई को एक वृद्ध गंभीर हालत में कोतवाली थाना क्षेत्र में मिला। पुलिस ने उसे वहां से उठाकर अंबेडकर अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी 11 जुलाई को मौत हो गई। बताया गया कि वृद्ध की मौत के बाद उसका शव अस्पताल के चीरघर में कोरोना जांच के लिए 4 दिन से पड़ा रहा, लेकिन उसकी कोरोना जांच नहीं हो पाई। चीरघर के कर्मचारी उसे हाथ लगाने से पीछे हटते रहे। आज दोपहर में वृद्ध का यह शव चीरघर के बाहर पड़ा मिला।
मोक्ष श्रद्धांजलि सेवा संस्था के संचालक समीर अली का कहना है कि अंतिम संस्कार के पहले उन्होंने अस्पताल प्रशासन से ग्लब्स और किट की मांग की, लेकिन यहां से उन्हें सुरक्षा संबंधी कोई सामान नहीं मिला। अंत में उन्होंने अपने 2 वर्करों के माध्यम से शव अपने वाहन में रखावाकर उसका ससम्मान अंतिम संस्कार कराया। उनका कहना है कि शहर-आसपास के लावारिश शवों के अंतिम संस्कार के लिए उनकी संस्था तैयार रहती है, लेकिन कई बार अस्पताल से ही समय पर सहयोग नहीं मिल पाता।