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लोस चुनाव: पांचवें चरण में 57 प्रतिशत से अधिक मतदान
20-May-2024 10:51 PM
लोस चुनाव: पांचवें चरण में 57 प्रतिशत से अधिक मतदान

नयी दिल्ली, 20 मई। लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में सोमवार को छह राज्यों और दो केंद्रशासित प्रदेशों की 49 सीट पर 57 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ। इस दौरान पश्चिम बंगाल में हिंसा की छिटपुट घटनाएं सामने आईं।

महाराष्ट्र में सबसे कम 48.88 प्रतिशत जबकि पश्चिम बंगाल में सबसे अधिक 73 प्रतिशत मतदान हुआ।

बिहार में 52.55 प्रतिशत, जम्मू-कश्मीर में 54.21 प्रतिशत, झारखंड में 63 प्रतिशत, ओडिशा में 60.72 प्रतिशत, उत्तर प्रदेश में 57.43 प्रतिशत और लद्दाख में 67.15 प्रतिशत मतदान हुआ।

शाम सात बजे तक उपलब्ध कराए गए निर्वाचन आयोग के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार इस चरण में अनुमानित मतदान प्रतिशत 57.38 दर्ज किया गया।

मतदान का समय शाम छह बजे तक था, हालांकि पहले से कतार में लगे लोगों को वोट डालने की अनुमति दी गई।

जम्मू-कश्मीर के बारामूला लोकसभा क्षेत्र में 54 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ, जो लगभग चार दशकों में सबसे अधिक है। इस बार कुल मतदान प्रतिशत 54.21 रहा, जो 1984 में इस निर्वाचन क्षेत्र में हुए 58.84 प्रतिशत मतदान के बाद सबसे अधिक है।

पश्चिम बंगाल के सात संसदीय क्षेत्रों में हिंसा की छिटपुट घटनाओं के कारण मतदान प्रभावित हुआ। बैरकपुर, बनगांव और आरामबाग सीटों के विभिन्न हिस्सों में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई।

निर्वाचन आयोग ने कहा कि उसे विभिन्न राजनीतिक दलों से 1,036 शिकायतें मिली हैं, जिनमें इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में खराबी और एजेंटों को बूथों में प्रवेश करने से रोकने का आरोप लगाया गया है।

आरामबाग विधानसभा क्षेत्र के खानाकुल इलाके में टीएमसी और भाजपा समर्थकों के बीच झड़प हो गई।

पड़ोसी हुगली निर्वाचन क्षेत्र में, भाजपा की मौजूदा सांसद और पार्टी की उम्मीदवार लॉकेट चटर्जी को टीएमसी विधायक आशिमा पात्रा के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं के विरोध का सामना करना पड़ा।

चटर्जी जब एक बूथ पर जा रही थीं, तो टीएमसी कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया और ‘चोर-चोर’ के नारे लगाए, जिसके बाद भाजपा सांसद अपनी कार से उतरीं और उनके खिलाफ नारे लगाए।

पुलिस और केंद्रीय बलों की एक बड़ी टुकड़ी मौके पर पहुंची और दोनों समूहों को रोका। हावड़ा निर्वाचन क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों से भी हिंसा की खबरें आईं।

हावड़ा के लिलुआ इलाके में भाजपा ने टीएमसी कार्यकर्ताओं पर मतदान प्रक्रिया में बाधा डालने का आरोप लगाया, जिसके बाद दोनों समूहों के बीच झड़प हुई। केंद्रीय पुलिस बल इलाके में पहुंचे और उन्हें तितर-बितर किया।

बनगांव निर्वाचन क्षेत्र के गायेशपुर इलाके में, एक बूथ के बाहर टीएमसी समर्थकों ने स्थानीय भाजपा नेता सुबीर विश्वास को कथित तौर पर पीट दिया। इसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया।

इसी निर्वाचन क्षेत्र के कल्याणी इलाके में, केंद्रीय मंत्री और भाजपा उम्मीदवार शांतनु ठाकुर ने एक मतदान केंद्र के अंदर एक व्यक्ति को अपने प्रतिद्वंद्वी टीएमसी उम्मीदवार विश्वजीत दास के पहचान पत्र का कथित तौर पर उपयोग करते हुए पकड़ लिया।

इसके बाद केंद्रीय बलों ने उस व्यक्ति को बूथ से हटा दिया।

हुगली के कुछ बूथ पर केंद्रीय बल मतदाताओं को कथित तौर पर डराने-धमकाने में भाजपा कार्यकर्ताओं की सहायता कर रहे थे, जिसके बाद टीएमसी कार्यकर्ताओं ने कुछ इलाकों में विरोध प्रदर्शन भी किया।

उत्तर प्रदेश में कांग्रेस ने ईवीएम में गड़बड़ी का दावा किया और भाजपा पर राही प्रखंड के बेला खारा गांव में तीन बूथ पर लोगों को वोट नहीं डालने देने का आरोप लगाया।

कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “रायबरेली के सरेनी में रसूलपुर का बूथ नंबर पांच सुबह आठ बजे से बंद है (और) मतदाता वापस जा रहे हैं। तो इस तरह 400 (सीट जीतने का लक्ष्य) पार हो जाएंगी!”

गोंडा विधानसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी प्रत्याशी श्रेया वर्मा ने निर्वाचन आयोग से शिकायत की कि मनकापुर क्षेत्र के बूथ संख्या 180 और 181 पर निष्पक्ष मतदान नहीं हो रहा।

कौशांबी से मिलीं खबरों के मुताबिक, हिसामपुर माधो गांव के मतदाताओं ने मतदान का बहिष्कार किया।

ग्रामीणों ने अधिकारियों से कहा कि वे मतदान को लेकर तभी विचार करेंगे जब प्रशासन उन्हें आश्वासन देगा कि गांव को अन्य क्षेत्रों से जोड़ने वाली सड़क और रेलवे पुल बनाया जाएगा।

महाराष्ट्र में, शिव सेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने दावा किया कि मतदान केंद्रों के बाहर सुविधाओं के बारे में मतदाताओं ने बहुत सारी शिकायतें कीं।

भाजपा नेता किरीट सोमैया ने आरोप लगाया कि शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत और सुनील राउत मुंबई के भांडुप में अपने मतदान केंद्र के बाहर 'भ्रष्ट आचरण' में शामिल पाए गए।

पूर्व सांसद ने यह भी दावा किया कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) के दो कार्यकर्ताओं को ‘डमी’ ईवीएम का उपयोग करने के ‘‘अवैध एवं भ्रष्ट आचरण’’ को लेकर गिरफ्तार किया गया।

हालांकि, राज्यसभा सदस्य संजय राउत के भाई एवं विधायक सुनील राउत ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि मतदाताओं को जानकारी देने के उद्देश्य से मतदान केंद्र के 100 मीटर के दायरे के बाहर एक डमी ईवीएम रखी गई थी।

उन्होंने दावा किया कि फिर भी पुलिस ने राजनीतिक दबाव में इसे हटा दिया।

वहीं, मुंबई की छह लोकसभा सीट पर शाम पांच बजे तक कुल 47.52 प्रतिशत मतदान हुआ। इस दौरान धीमा मतदान प्रक्रिया, ईवीएम में खराबी और मतदाता सूचियों में नाम न होने की खबरें भी सामने आईं।

मुंबई के छह निर्वाचन क्षेत्रों में कुल 99,38,621 पंजीकृत मतदाता जबकि 116 उम्मीदवार थे।

उत्तर मध्य मुंबई निर्वाचन क्षेत्र के पवई में हीरानंदानी कॉम्प्लेक्स क्षेत्र में मतदान केंद्र पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) ने पूर्वाह्न 11:30 बजे काम करना बंद कर दिया। अभिनेता-निर्माता और शिवसेना (यूबीटी) के नेता आदेश बांदेकर ने दावा किया कि मतदाताओं को लाइन में इंतजार करना पड़ा और मशीन बदलने में दो घंटे लगे।

ओडिशा में, बरगढ़ जिले के सरसरा के पास कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने कथित तौर पर एक ऑटो-रिक्शा चालक की हत्या कर दी, जो कुछ मतदाताओं को मतदान केंद्र तक ले जा रहा था। मृतक के परिवार के सदस्यों ने दावा किया कि यह एक राजनीतिक हत्या है। पुलिस का कहना है कि अपराध का कारण निजी रंजिश है।

ओडिशा में कुछ जगहों पर ईवीएम में गड़बड़ी की भी खबरें आईं।

इस दौर में 4.26 करोड़ महिलाओं और 5,409 तृतीय-लिंग के मतदाताओं समेत 8.95 करोड़ से अधिक लोग मतदान करने के पात्र थे और 94,732 मतदान केंद्रों पर 9.47 लाख मतदान अधिकारी तैनात किए गए हैं।

अब तक 23 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों और 379 सीटों के लिए मतदान पूरा हो चुका है। (भाषा)

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