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![राफेल विमानों की फोटोग्राफी पर प्रतिबंध राफेल विमानों की फोटोग्राफी पर प्रतिबंध](https://dailychhattisgarh.com/2020/article/1596009906ownload.jpg)
अंबाला (हरियाणा), 29 जुलाई (आईएएनएस)| हरियाणा के अंबाला शहर में एक हवाई अड्डे पर पांच राफेल विमानों के उतरने से कुछ घंटे पहले स्थानीय प्रशासन ने प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किया। इसमें वायुसेना संपत्ति और राफेल हवाई जहाजों की फोटोग्राफी पर प्रतिबंध लगा दिया गया, साथ ही सुरक्षा को भी बढ़ाया गया। ये निषेधात्मक आदेश पूरे दिन लागू रहेंगे। यहां तक कि मीडियाकर्मियों के लिए राफेल विमान के वीडियो और तस्वीरें लेने को भी वर्जित किया गया है।
एक आदेश में कहा गया है, "वायु सेना स्टेशन के आसपास के इलाकों में असामाजिक त त्वों की आवाजाही और इस इवेंट के दौरान आसपास के गांवों के घरों से तस्वीरें लेने वाले मीडियाकर्मियों से इंकार नहीं किया जा सकता है। यह सुरक्षा को खतरे में डाल देगा।"
राफेल विमान के यहां आने के दौरान अंबाला वायुसेना स्टेशन की सुरक्षा सुनिश्चित करना सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है।
आदेश में कहा गया है कि एयर बेस धुलकोट, बलदेव नगर, गरनाला और पंजोखरा और राष्ट्रीय राजमार्ग 1-ए सहित गांवों से घिरा हुआ है।
जिला मजिस्ट्रेट द्वारा हस्ताक्षर किए गए आदेश में लिखा है, "दंड प्रक्रिया संहिता, 1973 की धारा 144 के आधार पर मुझमें निहित शक्तियों का प्रयोग करते हुए, मैं 29 जुलाई को वायुसेना स्टेशन अंबाला की किसी भी संपत्ति की फोटोग्राफी को तत्काल प्रभाव से सुबह से शाम तक के लिए प्रतिबंधित करता हूं।"
रक्षा मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि राफेल के अधिस्थापन के औपचारिक समारोह की योजना बाद में बनाई जाएगी।
बयान में आगे कहा गया, "आज (29 जुलाई) की आवश्यकता यह सुनिश्चित करना है पायलट और ग्राउंड क्रू पूरी तत्परता से जल्द से जल्द इस पूरे एयरफोर्स ऑपरेशन के लिए साथ हो जाएं।"
बयान में कहा गया, "यह देश के हित में है। इसमें भारतीय वायुसेना और चालक दल शामिल हैं और फिलहाल इसे मीडिया की चकाचौंध से दूर रखा गया है।"
उन्होंने कहा, "यह जरूरी है कि लड़ाकू विमानों के साथ-साथ सहायता दल भी तेजी से और सुरक्षित तरीके से अपने काम करे, इसके लिए स्टेशन अधिकारियों को अपना पूरा ध्यान मिशन में लगाना आवश्यक है।"
बैतूल की पुलिस अधीक्षक सिमाला प्रसाद ने संवाददाताओं केा बताया है कि एडीजे और उनके पुत्र की मौत के मामले में शॉर्ट पीएम रिपोर्ट में जहर होने की पुष्टि हुई है। मामला बेहद गंभीर है। एक महिला सहित पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है और पूछताछ जारी है।
जज त्रिपाठी के बेटे आशीष राज त्रिपाठी ने संवाददाताओं को बताया कि संध्या सिंह उसके पिता से बीते 10 वषरे से संपर्क में थी। उक्त महिला ने ही इम्यूनिटी पावर बढ़ाने के लिए पिता को एक पाउडर दिया था। साथ ही आटा भी संध्या सिंह लेकर आयी थी। आशीष के मुताबिक उसके पिता ने पाढर अस्पताल जाते समय उसे संध्या सिंह द्वारा पाउडर एवं आटा देने की बात बताई थी। पाउडर को आटे में मिलाकर बनाई गई रोटियां खाने से पिता सहित दोनों भाईयों की हालत बिगड़ी थी।
पुलिस ने रीवा व छिंदवाड़ा से एक महिला सहित पांच लोगों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। शुरुआत में पता चला है कि एक महिला त्रिपाठी की संपर्क में थी और उसने एक पुड़िया में कोई सामग्री भेजी थी। उस सामग्री को आटे में मिलाकर खाने केा कहा गया था। उक्त महिला जो एक एनजीओ की संचालिका भी है और त्रिपाठी को समस्याओं के निदान के लिए तंत्र-मंत्र और पूजा पाठ का परामर्श देती रहती थी।
सूात्रों के अनुसार पुलिस द्वारा हिरासत में ली गई एनजीओ संचालिका महिला की कार बरामद की गई है और कार में रखे बैग जप्त कर उनकी तलाशी ली गई। कार में रखे पर्स में से पुलिस को तंत्रमंत्र की सामग्री की कुछ पुड़ियाा भी मिली है। हिरासत में लिए गए पांच लोगों में एक तांत्रिक भी है। एडीजे एवं उनके युवा बेटे की संदिग्ध मौत के मामले में तांत्रिक क्रिया एवं जहरीला पदार्थ खिलाकर हत्या करने की आशंका जताई जा रही है।
ज्ञात हो कि पिता-पुत्र व परिवार ने 20 जुलाई को रात में भोजन किया था। उसके बाद उनकी हालत बिगड़ी । मजिस्ट्रेट और उनके दो पुत्रों ने चपाती खाई थी। जबकि पत्नी ने चपाती नही चावल खाया था। जिसके कारण वे पाइजनिंग का शिकार नही हुई। वहीं एक बेटे की बाद में तबीयत सुधर गई थी।