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![आज फेसबुक का पक्ष सुनेगी संसदीय समिति, कांग्रेस नेता शशि थरूर हैं मुखिया आज फेसबुक का पक्ष सुनेगी संसदीय समिति, कांग्रेस नेता शशि थरूर हैं मुखिया](https://dailychhattisgarh.com/2020/article/1599017695etch.jpg)
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेताओं पर नरमी बरतने के आरोपों पर फेसबुक (Facebook) कंपनी को आज जवाब देना है. इसके लिए फेसुबक अधिकारी संसदीय कमिटी के सामने पेश हो सकते हैं. कांग्रेस नेता और सांसद शशि थरूर (Shashi Tharoor) इस कमिटी के अध्यक्ष हैं. बता दें कि पिछले दिनों अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जनरल ने एक खबर प्रकाशित की थी. उसमें दावा किया गया था कि फेसबुक इंडिया ने एक नीति के तहत बीजेपी (सत्ताधारी पार्टी) के नेताओं की हेट स्पीच (Facebook Hate Speech) पर सख्त एक्शन नहीं लिया.
अब होनेवाली मीटिंग के बारे में लोकसभा सचिवालय को संसदीय कमिटी की तरफ से पहले ही जानकारी दे दी गई थी. इस मीटिंग में सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के प्रतिनिधि को भी मौजूद रहने को कहा गया है. मीटिंग से पहले फेसबुक की तरफ से सफाई भी आई है. बताया गया है कि उन्होंने गलत जानकारी देनेवाले 453 अकाउंट, 103 पेज, 78 ग्रुप और 107 इंस्टाग्राम अकाउंट जो कि पाकिस्तान से ऑपरेट हो रहे थे उन्हें बंद किया है.
उठी थी शशि थरूर को पैनल से हटाने की मांग
वॉल स्ट्रीट जनरल की वह रिपोर्ट आने के बाद शशि थरूर ने ट्वीट कर जानकारी दी थी कि संसदीय पैनल इसपर और सोशल मीडिया के गलत इस्तेमाल को रोकने के मुद्दे पर फेसबुक से बात करेगा. शशि थरूर का ऐसे ट्वीट कर जांच की बात करना भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को ठीक नहीं लगा था. कहा गया कि थरूर के ट्वीट से लगता है कि जांच में पक्षपात हो सकता है. थरूर को पैनल से हटाने की मांग भी उठी थी.
बीजेपी ने भी फेसबुक पर लगाए हैं आरोप
जांच से ठीक पहले मामले ने एक नया मोड़ लिया है. मंगलवार को केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने फेसबुक सीईओ मार्क जकरबर्ग को एक पत्र लिखा है। इसमें लिखा है कि साल 2019 में लोकसभा चुनाव से पहले फेसबुक इंडिया प्रबंधन ने दक्षिणपंथी विचारधारा के समर्थकों के पेज डिलीट कर दिए. यही नहीं उनकी पहुंच (रीच) भी कम कर दी.(tv9bharatvars)