राष्ट्रीय

पैंगोंग त्सो में गतिरोध के बीच 4 दिनी भारत-चीन सैन्य वार्ता रही बेनतीजा
04-Sep-2020 8:19 AM
पैंगोंग त्सो में गतिरोध के बीच 4 दिनी भारत-चीन सैन्य वार्ता रही बेनतीजा

नई दिल्ली, 4 सितंबर (आईएएनएस)| चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) द्वारा भारतीय क्षेत्रों में घुसपैठ की हालिया कोशिशों के बाद भारत और चीन के बीच सैन्य वार्ता लगातार चौथे दिन 'अनिष्कर्षपूर्ण' रही। चार घंटे तक चली लंबी बैठक के दौरान चीनी अड़े रहे और उन्होंने पूर्वी लद्दाख से पीछे हटने से इनकार कर दिया। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा, "दोनों देशों के ब्रिगेड कमांडर स्तर के अधिकारियों ने चुशुल में मुलाकात की।"

इससे पहले, दिन में भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवने चीन के साथ चल रहे सीमा गतिरोध के बीच सुरक्षा बलों की परिचालन (ऑपरेशनल) तैयारियों की समीक्षा करने के लिए लद्दाख पहुंचे। दो दिवसीय दौरे पर जनरल नरवने सुबह लेह पहुंचे और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बातचीत की।

जनरल नरवने चीनी घुसपैठ प्रयासों को विफल करने के लिए रणनीति पर चर्चा कर रहे हैं। चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के सैनिकों ने भारतीय क्षेत्रों में ताजा घुसपैठ के प्रयास किए हैं। दोनों देशों के सैन्य प्रतिनिधि तनाव को कम करने के लिए बातचीत में लगे हुए हैं।

चीन ने पैंगोंग त्सो में यथास्थिति बदलने के प्रयास में भड़काऊ सैन्य हरकतें कीं। चीनी सैनिकों ने 31 अगस्त को उकसावे वाली कार्रवाई की थी, मगर भारतीय सैनिकों ने पीएलए की भूमि पर कब्जा करने वाले मंसूबों पर पानी फेर दिया। 29 अगस्त और 30 अगस्त 2020 की मध्यरात्रि को पीएलए के सैनिकों ने पूर्वी लद्दाख में चल रहे गतिरोध के दौरान सैन्य और राजनयिक सहमति का उल्लंघन किया।

सेना प्रमुख नरवने 12,000 फीट की ऊंचाई पर कठोर जलवायु और शून्य से 50 डिग्री सेल्सियस कम तापमान पर भीषण जलवायु चुनौतियों की समीक्षा करेंगे। सुरक्षा बलों को पूर्वी लद्दाख में तैनात 35,000 अतिरिक्त सैनिकों के लिए विशेष कपड़े, आहार और आश्रय की जरूरत है। लद्दाख के अधिकांश तनाव वाले स्थल, जैसे पैंगोंग झील और गलवान घाटी, समुद्र तल से 14,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित हैं। इन इलाकों में दोनों सेनाओं के बीच गतिरोध बना हुआ है।

दोनों देश पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चार महीने से आमने-सामने हैं। बातचीत के कई स्तरों के बावजूद तनाव को खत्म करने को लेकर कोई सफलता नहीं मिली है।

गलवान घाटी में 15 जून को हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवान शहीद हो गए थे। झड़प में चीनी सैनिकों के हताहत होने की खबरें भी सामने आई हैं, मगर चीन ने अभी तक इस संबंध में चुप्पी साध रखी है।

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news