राष्ट्रीय
अरूल लुईस
संयुक्त राष्ट्र, 11 सितम्बर (आईएएनएस)| भारत ने विघटनकारी अभियानों को रोकने के लिए प्रौद्योगिकी कंपनियों और राष्ट्रों द्वारा संयुक्त कार्रवाई किए जाने का आह्वान किया है, जिससे लाखों लोगों की जिंदगियां प्रभावित होती है।
भारत के संयुक्त राष्ट्र के मिशन की काउंसिलर पौलमी त्रिपाठी ने गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा में बताया, "गलत सूचना और विघटन के प्रसार को रोकने और तर्क, विज्ञान व सहानुभूति के आधार पर उचित कार्यवाही करने के लिए हमें राज्यों और अन्य हितधारकों सहित प्रौद्योगिकी कंपनियों से भी अधिक सहयोग की आवश्यकता है।"
पौलमी ने गलत सूचनाओं और विघटनकारी अभियानों की भी निंदा कीं जिसने "लाखों की तादात में लोगों की जिंदगी और आजीविका को खतरे में डाल रखा है, फर्जी खबरों और गलत ढंग से बनाए गए वीडियोज से समुदायों में फूट पड़ रही है और बीमारी से निपटने के लिए प्रशासन पर लोगों के भरोसे को भी कम किया है।"
वह आगे कहती हैं, "महामारी के बीच हमें समाज में सूचनाओं को लेकर दुविधा देखने को मिली है। सही सूचना के अभाव में निर्णय लेने में परेशानी होती है और समाज में सकारात्मक परिवर्तन भी नहीं लाया जा सकता है। इसलिए हमें सटीक सूचनाओं की पहुंच लोगों तक कराए जाने की आवश्यकता है ताकि सभी स्तरों पर सटीक निर्णय लिए जा सके और महिलाओं व युवाओं को सशक्त बनाया जा सके।"