खेल
नई दिल्ली, 13 सितम्बर (आईएएनएस)| गोल्डन बेबी लीग की पहल के तहत 2019-20 सीजन में भाग लेने वाली 600 खिलाड़ियों में आधी लड़कियां जालंधर जिला मुख्यालय से करीब 30 किमी दूर रुरका कलां गांव की हैं। 2001 में गठित गांव के यूथ फुटबॉल क्लब ने यू-6, यू-8, यू-10 और यू-12 वर्गों में लड़कों और लड़कियों के लिए अलग-अलग लीग का आयोजन किया था, जिसमें लड़कियों के वर्ग में विशेष रूप से 'जबरदस्त प्रतिक्रिया' मिली है।
अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ (एआईएफएफ) की इस महत्वाकांक्षी परियोजना की शुरुआत 2018 में की गई थी। लीग में छह से लेकर 12 साल तक के लड़के एवं लड़कियों को युवा अवस्था से खेलने के लिए मौका देना था।
लीग ऑपरेटर रूबी अली ने एआईएफएफ से कहा, " हमारा नेटवर्क स्थानीय क्षेत्रों में 20-25 स्कूलों को शामिल करता है, जिनमें से बहुत से लड़कियों के स्कूल हैं। इस बार हमारे पास चार आयु वर्गों में लड़कों और लड़कियों के लिए अलग-अलग लीग थीं, जिससे हमें अधिक बच्चे शामिल करने की अनुमति मिली। लड़कियों की लीग शानदार रही हैं।"