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नई दिल्ली, 20 अक्टूबर. पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को विधानसभा में 4 विधेयकों को पेश किया और केन्द्र के कृषि कानूनों को 'किसान विरोधी' करार देते हुए खारिज करने की बात कही। कांग्रेस ने इन्हें 'क्रांतिकारी' प्रस्ताव बताया और कहा कि इन प्रस्तावों ने भाजपा की 'बेईमानी' को उजागर कर दिया है। कांग्रेस प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने कहा, "प्रस्तावित बिल क्रांतिकारी हैं और भाजपा की बेईमानी को उजागर करते हैं। यह प्रस्ताव पंजाब में संघीय ढांचे और किसानों की रक्षा के लिए पेश किए गए हैं।"
कांग्रेस नेता ने दावा किया कि भाजपा ने सितंबर में संसद द्वारा पारित किए गए तीनों केंद्रीय कानूनों के जरिए 'घोर पूंजीवाद की मदद की और किसानों के खिलाफ मिसाइल लॉन्च की थी'।
अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली पंजाब की कांग्रेस सरकार ने पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी से कहा कि वे सभी कांग्रेस शासित राज्यों को कहें कि वे राज्य में कानूनों को पारित करें ताकि वे कृषि कानूनों को रद्द कर सकें। (आईएएनएस)|
राज्य तीनों विधेयक-कृषि उत्पादन व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) अधिनियम, 2020, मूल्य आश्वासन और कृषि सेवाओं पर कृषक (सशक्तीकरण और संरक्षण) समझौता विधेयक 2020 और आवश्यक वस्तु (संशोधन) अधिनियम, 2020 को रद्द करना चाहते हैं।
विपक्ष के विरोध के बीच संसद ने इन तीन विधेयकों को पारित किया और फिर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा सहमति दिए जाने के बाद सरकार ने 27 सितंबर को एक गजट अधिसूचना जारी कर दी थी जिसके बाद ये विधेयक कानून बन गए।