खेल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 21 जनवरी। स्टार क्रिकेट क्लब चौबेबांधा के तत्वावधान में आयोजित विक्की टेनिस बॉल क्रिकेट प्रतियोगिता का बुधवार को दोपहर फाइनल मैच घोर्री मैदान में हुआ। हसदा 11 एवं राजिम थाना 11 दोनों के बीच खेला गया मैच अत्यंत रोमांचक रहा। जिसमें हसदा इलेवन ने बाजी मारी।
पुरस्कार वितरण समारोह के मुख्य अतिथि सरपंच दुलीचंद आंडे ने कहा कि खिलाडिय़ंो ने खेल भावना का परिचय दिया है, ऐसी स्पर्धा इतिहास बनाती है। उन्होंने जीतने वाले खिलाड़ी तथा जो खिलाड़ी जीत नहीं पाए हैं उन सभी को शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जनपद के पूर्व सभापति हुकुमचंद सोनकर ने कहा कि जीवन मैच है जो अच्छा खेलता है। वह विजेता बनता है। मेहनत सभी खिलाडिय़ों ने की, लेकिन जितना एक ही टीमों को था और उन्होंने जीत का परचम लहराकर बेस्ट खिलाड़ी होने का परिचय दिया।
विशिष्ट अतिथि के रूप में थाना प्रभारी विकास बघेल ने कहा कि युवा देश की पहचान है। सबसे ज्यादा युवा भारत देश में रहते हैं। यदि वह चाहे तो कुछ भी कर सकते हैं, लेकिन वर्तमान समय में नशा के चंगुल में युवा फंसते जा रहे हैं। उन्होंने निवेदन किया कि युवा नशा से दूर रहें और अपने लक्ष्य की ओर आगे बढ़े तो सफलता निश्चित रूप से मिलेगी। साहित्यकार संतोष कुमार सोनकर मंडल ने कहा कि मैच प्रतियोगिता एक बहाना है, यह खिलाडिय़ों की कौशल को उभारने का काम कर रही है। इस शानदार पहल के लिए स्टार क्रिकेट क्लब चौबेबांधा बधाई के पात्र है।
विनर हसदा इलेवन की टीम रही इन्हें प्रथम पुरस्कार मंच से अतिथियों ने अपने करकमलों से प्रदान किया जिसमें 6001 रूपए एवं ट्रॉफी मिली। द्वितीय 3001 रूपए एवं ट्रॉफी राजिम थाना 11 की टीम रही। मैन ऑफ द मैच प्रवीण कोसले रहे तथा मैन ऑफ द सीरीज भूपेंद्र निर्मलकर को प्रदान किया गया। पश्चात बेस्ट स्कोरर के रूप में पुरुषोत्तम पाल, बेस्ट एंपायर राजेश आडिल, बेस्ट कमेंटेटर गुलशन सोनकर रहे।
इस मौके पर छत्तीसगढ़ सोनकर समाज के महामंत्री चेतन सोनकर, श्रीराम दरबार मानस मंडली के सचिव नरेश पाल, भीखम सोनकर, वार्ड पंच भगेश्वर साहू, देवलाल आंडे, द्वारका जांगड़े, मयाराम आंडे, सुखी राम साहू, दिलीप साहू आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम को सफल बनाने में टीकम जांगड़े, देवेन्द्र पाल, डागेंद्र साहू, करण सोनकर, प्रीतम सोनकर, हेमराज साहू, चांद पटेल, द्वारका साहू, दिनेश साहू, चुम्मन साहू, संजय पाल, धनेंद्र साहू, रवि सोनकर, गोविंद सोनकर, खिलेंद्र सोनकर, धनंजय सोनकर, विभव सोनकर आदि का विशेष योगदान रहा।