राष्ट्रीय
कराची, 19 अक्टूबर। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-एन की उपाध्यक्ष मरियम नवाज ने सोमवार को कहा कि उनके पति और पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के दामाद व सेवानिवृत्त कैप्टन मोहम्मद सफदर को कराची के एक होटल से गिरफ्तार किया गया है। मरियम नवाज ने ट्विटर पर जानकारी देते हुए कहा, "कराची में जिस होटल में मैं ठहरी थी, वहां पुलिस ने मेरे कमरे का दरवाजा तोड़ दिया और कैप्टन सफदर को गिरफ्तार कर लिया। जब वे अंदर आए, तब मैं भी कमरे में थी और सोई हुई थी।"
जानकारी के साथ उन्होंने होटल के अपने कमरे के दरवाजे का ताला दिखाते हुए एक वीडियो भी पोस्ट किया, जो पुलिस द्वारा तोड़े जाने के बाद फर्श पर गिरा था।
डॉन न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, सफदर ने रविवार को पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) के कराची में दूसरे पावर शो से पहले मुहम्मद अली जिन्ना की समाधि पर सरकार विरोधी नारे लगाए थे।
मकबरे की पवित्रता का उल्लंघन करने के लिए मरियम नवाज, सफदर और अन्य 200 के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
वहीं फेडरल मिनिस्टर फॉर मेरीटाइम सैयद अली हैदर जैदी ने पीएमएल-एन उपाध्यक्ष के इन दावों का खंडन किया है।
उन्होंने कहा, "मजार-ए-कायद का अपमान करने वाले गुंडों के खिलाफ आईजी सिंध द्वारा की गई त्वरित कार्रवाई की सराहना करें। कानून को अपना काम करना चाहिए। मरियम एक बार फिर झूठ बोल रही है कि होटल का दरवाजा टूटा हुआ था। वीडियो दिखाने से क्या होगा। क्या आपने कोई हथकड़ी लगी देखी है? क्या ऐसा लगता है जैसे उन्हें बलपूर्वक गिरफ्तार किया गया था?"
हालांकि पुलिस ने अभी गिरफ्तारी की पुष्टि या इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है। (आईएएनएस)
कानपुर, 19 अक्टूबर। उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में एक दलित महिला के साथ गांव के पूर्व मुखिया सहित दो लोगों द्वारा कथित तौर पर बंदूक की नोक पर दुष्कर्म करने की घटना सामने आई है। हालांकि यह घटना एक सप्ताह पहले हुई थी, लेकिन पुलिस को रविवार को इसके बारे में सूचित किया गया।
पुलिस अधीक्षक (कानपुर देहात) केशव कुमार चौधरी ने कहा, "पीड़िता के माता-पिता द्वारा दायर एक शिकायत के अनुसार, आरोपी उनके घर में उस समय घुस आए थे जब 22 वर्षीय महिला घर पर अकेली थी और उन्होंने बंदूक की नोक पर उसके साथ दुष्कर्म किया। इसके साथ ही उन्होंने पीड़िता को किसी से भी घटना के बारे में बोलने की हिम्मत करने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी भी दी।"
उन्होंने आगे कहा, "आईपीसी और अनुसूचित जाति और जनजाति अधिनियम, 1989 के संबंधित धाराओं के तहत एक मामला दर्ज किया गया है। फरार आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए एसएचओ डेरापुर, सर्कल अधिकारी और अतिरिक्त एसपी के अलावा स्वाट टीम के साथ तीन पुलिस टीमों का गठन किया गया है।"
गौरतलब है कि इससे पहले 19 सितंबर को हाथरस जिले में एक दलित महिला के साथ मारपीट करने और कथित रूप से सामूहिक दुष्कर्म होने के एक महीने बाद यह घटना घटी है। हाथरस मामले पर देशभर में लोगों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी। (आईएएनएस)
लखनऊ, 19 अक्टूबर। उत्तर प्रदेश भाजपा नेतृत्व ने पार्टी विधायक सुरेंद्र सिंह को चेतावनी दी है और उनसे विभिन्न मुद्दों पर बेवजह बयान नहीं देने के लिए कहा गया है। बलिया गोलीकांड मामले के आरोपियों का खुलेआम बचाव कर रहे विधायक सुरेन्द्र सिंह को रविवार शाम को उत्तर प्रदेश भाजपा प्रमुख स्वतंत्र देव सिंह और पार्टी के संगठन सचिव सुनील बंसल से मिलने के लिए राज्य की राजधानी बुलाया गया।
स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) द्वारा बलिया की घटना में लखनऊ से मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह को गिरफ्तार करने के कुछ घंटों बाद ऐसा किया गया।
हालांकि, सुरेन्द्र सिंह को पार्टी कार्यालय के बाहर इंतजार कर रहे मीडियाकर्मियों से मिलने की 'अनुमति' नहीं थी और पार्टी कार्यकर्ता उन्हें कार तक ले गए लेकिन सूत्रों ने कहा कि उन्हें राज्य के नेतृत्व द्वारा 'चेतावनी' दी गई है।
पार्टी के एक पदाधिकारी ने कहा, "उन्हें स्पष्ट शब्दों में कहा गया है कि अगर वह नहीं सुधरे और विवादित बयान देना बंद नहीं किया तो पार्टी उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू करेगी।"
विवादास्पद टिप्पणी करने के लिए पहजाने जाने वाले सुरेंद्र सिंह ने कहा कि वह मामले में अपना पक्ष रखने करने के लिए पार्टी कार्यालय आए थे। उन्होंने बैठक के बाद टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
सिंह, जिन्होंने आरोपी धीरेंद्र सिंह का खुले तौर पर बचाव किया था, ने दावा किया था कि इस घटना का सही तरीके से मीडिया द्वारा प्रस्तुत नहीं किया जा रहा है।
बलिया के दुर्जनपुर गांव में दो दुकानों के आवंटन पर विवाद के बाद गुरुवार को धीरेंद्र प्रताप सिंह ने अधिकारियों की मौजूदगी में खुली बैठक में 46 वर्षीय एक व्यक्ति की कथित तौर पर गोली मारकर हत्या कर दी थी।
शुक्रवार को बलिया जिले के बैरिया विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले भाजपा विधायक ने कहा था कि धीरेंद्र ने आत्मरक्षा में गोली चलाई थी। उन्होंने दावा किया था कि अगर धीरेंद्र ने गोली नहीं चलाई होती तो घटना में उनके परिवार की दर्जनों महिलाएं मारी गई होती।
इस बीच, जय प्रकाश पाल के परिवार के सदस्यों, जिनकी कथित तौर पर धीरेंद्र सिंह ने गोली मारकर हत्या कर दी थी, ने कहा कि आरोपियों के समर्थक उन्हें एक मामले में फंसाने की कोशिश कर रहे हैं।
पाल के बड़े भाई सूरज पाल ने कहा, "कुछ लोग हमें मामले में फंसाने की कोशिश कर रहे हैं। चाहे वह स्थानीय विधायक हो, या मुख्य आरोपियों के समर्थक, वे हमारे परिवार को एक मामले में फंसाने की कोशिश कर रहे हैं। सरकार को हमारी मदद करनी चाहिए। जय प्रकाश परिवार का खर्चा उठाते थे। सरकार को परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देनी चाहिए या आर्थिक सहायता प्रदान करनी चाहिए।" (आईएएनएस)
मेरठ (उत्तर प्रदेश), 19 अक्टूबर। मेरठ जिले में एक युवक ने पिता द्वारा पबजी खेलने से मना करने पर चाकू से उनका गला रेत दिया। गौरतलब है कि चीनी गेमिंग ऐप पबजी भारत में केंद्र सरकार द्वारा प्रतिबंधित कर दिया गया है। घटना की जानकारी पुलिस ने सोमवार को दी। घटना में पिता गंभीर रूप से घायल हो गए, वहीं आरोपी आमिर ने भी पिता पर वार करने के बाद खुद को चाकू से घायल कर लिया। पिता और पुत्र दोनों को मेरठ मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।
खबरों के अनुसार, यह घटना जिले के खरखौदा शहर के जमनानगर में गुरुवार को हुई थी, लेकिन पुलिस को घटना की सूचना तुरंत नहीं दी गई थी।
युवा ने अपने पिता इरफान पर इसलिए हमला किया, क्योंकि उन्होंने बेटे को लंबे समय तक गेम खेलने से मना किया था। अपने पिता की आलोचना से परेशान होकर आमिर ने चाकू उठाया और अपने पिता के गले पर कई बार वार किया। बाद में उसने खुद के गले पर भी वार किया।
सर्कल ऑफिसर देवेश सिंह ने कहा कि युवा के पिता ने जब उसे गेम नहीं खेलने के लिए कहा तो उसने अपने पिता का गला रेत दिया। युवा भी गंभीर हालत में है।
इंस्पेक्टर अरविंद मोहन शर्मा ने कहा कि युवक के परिवार ने बताया कि वह नशे का आदी था और उसका इलाज चल रहा था।(आईएएनएस)
भारत में कोरोना महामारी के दौर में बिहार पहला राज्य है जहाँ विधानसभा चुनाव होने जा रहा है.
नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले पंद्रह साल के शासन को चुनौती देने के लिए विपक्षी महागठबंधन चुनाव मैदान में है, इतना ही नहीं कुछ और नए गठबंधन भी इस बार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.
एक नज़र बिहार विधानसभा चुनाव की उन बातों पर जो जानना आपके लिए ज़रूरी हैं.
बिहार में चुनाव कब हैं?
- मतदान 28 अक्तूबर, 3 नवंबर और 7 नवंबर को होगा.
- 28 अक्तूबर को पहले चरण में 16 ज़िलों की 71 सीटों पर मतदान होगा.
- 3 नवंबर को दूसरे चरण में 17 ज़िलों की 94 सीटों पर मतदान होगा.
- 7 नवंबर को तीसरे चरण में 15 ज़िलों की 78 सीटों पर मतदान होगा.
- मतों की गणना 10 नवंबर को होगी. बिहार में इस बार कुल वोटर की संख्या करीब 7 करोड़ 30 लाख है.
2015 की बिहार विधानसभा की तस्वीर
बिहार की मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 29 नवंबर को समाप्त हो रहा है. बिहार में विधान सभा की कुल 243 सीटें हैं और सरकार बनाने के लिए मैज़िक नंबर 122 है.
बिहार में फ़िलहाल जनता दल यूनाइटेड और भारतीय जनता पार्टी की सरकार है. जदयू नेता नीतीश कुमार राज्य के मुख्यमंत्री हैं जबकि बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी उप-मुख्यमंत्री हैं.
2015 में नीतीश कुमार की अगुआई में जदयू ने लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के साथ चुनाव लड़ा था. उस समय जदयू, राजद, कांग्रेस और अन्य दलों को मिलाकर एक महागठबंधन बना था. इन लोगों ने मिलकर सरकार बनाई. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बने और उप मुख्यमंत्री बने लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव.
लेकिन 2017 में नीतीश कुमार ने राजद से गठबंधन तोड़ लिया और बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाई. तब बीजेपी के पास 53 विधायक थे.
कांग्रेस ने पिछला चुनाव राजद, जदयू और अन्य दलों के महागठबंधन में साथ मिलकर लड़ा था और उसे 27 सीटें मिली थीं. बीजेपी की सहयोगी लोकजनशक्ति पार्टी 2 सीटें ही जीत सकी थी.
2020 में गठबंधन की तस्वीर
इस बार के चुनाव में चार गठबंधन मैदान में हैं. एनडीए और महागठबंधन के अलावा बिहार में इस बार ग्रैंड डेमोक्रेटिक सेक्युलर फ्रंट और प्रगतिशील लोकतांत्रिक गठबंधन ऐसे हैं, जो चुनाव से ठीक पहले बने हैं.
सत्ता में वापसी की कोशिश में लगी राजद ने पिछले चुनाव में ही महागठबंधन बनाया था. भाजपा और जदयू को कुर्सी से हटाने के लिए महागठबंधन में इस बार वामपंथी दलों को भी साथ लिया गया है. कांग्रेस उनके साथ पहले से ही है. महागठबंधन में राजद 144 सीटों पर, कांग्रेस 70 सीटों पर और लेफ्ट पार्टियाँ 29 सीटों पर चुनाव लड़ने जा रही हैं.
एनडीए गठबंधन में इस चुनाव में बीजेपी और जदयू के अलावा वीआईपी के मुकेश साहनी, हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा के जीतन राम मांझी भी शामिल हो गए हैं. लोजपा इस बार गठबंधन का हिस्सा नहीं है. इन पार्टियों के बीच सीटों का बंटवारा हो चुका है.
जदयू 122 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और बीजेपी 121 सीटों पर. जदयू ने अपने खाते से 7 सीटें जीतन राम मांझी की हम पार्टी को दिया है, वहीं भाजपा मुकेश सहनी की वीआईपी को अपने हिस्से से 11 सीटें दे रही है.
महागठबंधन और एनडीए के अलावा एक तीसरा गठबंधन भी है. रालोसपा के उपेंद्र कुशवाहा, बहुजन समाजवादी पार्टी की मायावती, एआईएमआईएम के असदुद्दीन ओवैसी, जनवादी पार्टी सोशलिस्ट के संजय चौहन और सोहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने भी गठबंधन बनाया है, जिसे ग्रैंड डेमोक्रेटिक सेक्युलर फ्रंट का नाम दिया गया है.
जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने प्रगतिशील लोकतांत्रिक गठबंधन यानी पीडीए बनाने की घोषणा की है. इस गठबंधन में चंद्रशेखर आजाद की अध्यक्षता वाली आजाद समाज पार्टी, एमके फैजी के नेतृत्व वाली सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया यानी एसडीपीआई और बीपीएल मातंग की बहुजन मुक्ति पार्टी शामिल हैं. इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग अब इस गठबंधन का हिस्सा नहीं है.
चुनावी मैदान में अहम चेहरे
महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव राघोपुर सीट से चुनाव लड़ेंगे. वहीं उनके बड़े भाई तेज प्रताप ने अपना विधानसभा क्षेत्र महुआ से बदलकर हसनपुर कर लिया है. इन दोनों की जीत-हार पर सबकी नज़रें होंगी.
दूसरी तरफ़ एनडीए ने साफ़ किया है कि वो नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ेंगे. जदयू की तरफ़ से जो सबसे चर्चित नाम चुनाव मैदान में हैं उनमें लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव के ससुर चंद्रिका राय सबसे अहम हैं.
चंद्रिका राय इससे पहले राष्ट्रीय जनता दल में रह चुके हैं. वो राजद से मंत्री भी रहे थे. चंद्रिका राय की बेटी ऐश्वर्या की शादी तेज प्रताप से हुई थी. राजद नेता रघुवंश प्रसाद सिंह के बेटे को भी जनता दल यूनाइटेड ने अपना उम्मीदवार बनाया है.
जदयू ने मुजफ्फरपुर बालिका गृह मामले से चर्चा में आईं मंजू वर्मा को भी उम्मीदवार बनाया है. बालिका गृह मामले में मंजू वर्मा को मंत्री पद गंवाना पड़ा था. अब इन्हें चेरियाबरियारपुर से फिर टिकट मिला है.
बिहार डीजीपी के पद से वीआरएस लेकर जनता दल (यूनाइटेड) से राजनीतिक पारी शुरू करने वाले गुप्तेश्वर पांडे को बक्सर सीट से टिकट नहीं मिला. पहले इस सीट से उनके चुनाव लड़ने की संभावना जताई जा रही थी.
बिहार चुनाव में इस बार एक चर्चित चेहरा पुष्पम प्रिया चौधरी का भी है. खुद को बिहार का सीएम उम्मीदवार बताने वालीं पुष्पम प्रिया चौधरी पटना के बांकीपुर और मधुबनी के बिस्फी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगी. पुष्पम प्रिया जदयू से एमएलसी रह चुके विनोद चौधरी की बेटी हैं.
पुष्पम प्रिया की 12वीं तक की पढ़ाई दरभंगा में हुई जिसके बाद वो विदेश पढ़ने चली गईं. लंदन से पढ़कर लौटीं तो सीधे बिहार चुनाव में उतर गईं. इस चुनाव में उन्होंने प्लूरल्स नाम की एक पार्टी बनाई है.
राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक विजेता श्रेयसी सिंह जमुई विधानसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं. श्रेयसी, बिहार की राजनीति में दादा के नाम से मशहूर दिग्विजय सिंह की बेटी हैं.
इस बार के चुनाव की ख़ासियत
उम्मीदवारों के अलावा रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान पर भी इन चुनावों में सबकी नज़र होगी. चिराग इस समय बिहार की जमुई लोकसभा सीट से सांसद हैं, लेकिन उनके नेतृत्व में लोक जनशक्ति पार्टी कैसा प्रदर्शन करती है, ये देखना अहम होगा. उनके राजनीतिक करियर के लिए ये चुनाव काफ़ी अहम माना जा रहा है.
चुनाव से ठीक बीस दिन पहले लोजपा के नेता और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान का निधन हो गया. चिराग पासवान ने इस बार एनडीए में शामिल ना होकर अलग चुनाव लड़ने का फ़ैसला लिया है. पिता की विरासत को चिराग आगे कैसे बढ़ाते हैं, ये देखना दिलचस्प होगा.
बिहार विधानसभा का ये चुनाव इसलिए भी अहम होगा क्योंकि लालू यादव प्रचार से दूर रहेंगे. लालू यादव फ़िलहाल जेल में हैं. पिछले विधानसभा चुनाव के समय वे काफ़ी सक्रिय थे और माना जाता है कि गठबंधन में नीतीश कुमार को लाने में उनकी अहम भूमिका थी.
वहीं, बिहार चुनाव में पहली बार गांधी मैदान में लाखों लोगों की भीड़ को संबोधित करने वाली चुनावी रैलियां नहीं होंगी. डिज़िटल रैलियों के साथ चुनाव प्रचार का तरीका पूरी तरह बदल गया है .
इन मुद्दों पर लड़ा जा रहा है चुनाव
कोरोना महामारी के बीच होने वाला ये पहला विधानसभा चुनाव है. जनता महामारी के डर से पोलिंग बूथ पर कितना पहुंचती है यह भी देखना होगा. राज्य सरकार ने बिहार में बीमारी फैलने से रोकने के लिए कितने इंतज़ाम किए हैं और जनता उनके काम से कितनी खुश है, नतीजों से यह भी ज़ाहिर होगा.
नीतीश सरकार 15 साल से सत्ता में है, ऐसे में वो सत्ता विरोधी लहर भी झेल रहे हैं.
प्रदेश के अस्थायी शिक्षकों में 'समान काम समान वेतन' ना देने को लेकर ग़ुस्सा है. बेरोज़गारी, शिक्षा और स्वास्थ्य के अलावा प्रवासी मजदूरों का मुद्दा भी इन चुनावों में जोर-शोर से उठाया जा रहा है.
लाखों की संख्या में प्रवासी मजदूर कोरोना की वजह से प्रदेश में लौट कर आ गए हैं. उनके पास काम-धंधा नहीं है. उनकी राय भी इस चुनाव में काफ़ी अहम मानी जा रही है.
एक कोशिश फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले को भुनाने की भी दिखी थी.
इस चुनाव का राष्ट्रीय महत्व
देश की राजनीति में बिहार की अहमियत किसी से छुपी नहीं है. केंद्र में कांग्रेस की जड़ें हिला देने वाले जेपी आंदोलन की शुरुआत भी यहीं से हुई थी. यहाँ राज्य और राष्ट्रीय स्तर के चुनाव में वोटिंग पैटर्न में जमीन-आसमान का अंतर देखने को मिलता है.
2019 के लोकसभा चुनाव में एनडीए ने 40 में से 39 सीट पर जीत दर्ज की थी. क्या एनडीए गठबंधन इस चुनाव में भी वही प्रदर्शन दोहरा पाएगा, इस पर सबकी नज़रें होंगी.
जेपी नड्डा के बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद ये दूसरा विधानसभा चुनाव है. इससे पहले दिल्ली में चुनाव हुए थे, जिसमें बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा था. इस चुनाव में उनकी किस्मत भी दांव पर हैं.
सीएए-एनआरसी का विरोध, 370 हटाया जाना, नए कृषि बिल का विरोध - एनडीए के दूसरे कार्यकाल में केंद्र सरकार के लिए इन तमाम विवादित फ़ैसलों को जनता कैसे देख रही है, इसका असर भी चुनाव में देखने को मिलेगा.
सबसे बड़ी बात यह है कि पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम नीतीश कुमार ने कोरोना महामारी को जिस तरह से हैंडल किया उससे जनता खुश है या नहीं, इस चुनाव के नतीजे इस बात की भी गवाही देंगे.
कोरोना से जुड़े दिशानिर्देश
बिहार विधानसभा चुनाव में पहली बार चुनाव आयोग द्वारा दिए गए कोरोना दिशानिर्देश का भी परीक्षण होगा. ये दिशानिर्देश सितंबर के महीने में जारी किए गए थे. इनके मुताबिक :
1. नामांकन दाख़िल करते वक्त उम्मीदवार के साथ केवल दो व्यक्ति मौजूद होंगे. उम्मीदवार अपना नामांकन ऑनलाइन कर सकते हैं और वो चुनाव लड़ने के लिए लगने वाली ज़मानत राशि भी ऑनलाइन जमा कर सकते हैं.
2. रोड शो के दौरान कोई भी उम्मीदवार अधिकतम पाँच वाहनों का इस्तेमाल कर पाएँगे.
3. मतदान के दिन अगर किसी मतदाता में कोरोना वायरस के लक्षण पाए गए, तो उन्हें एक टोकन दिया जाएगा और उस टोकन के माध्यम से वे मतदान के अंतिम घंटे में अपना वोट डाल पाएँगे.
4. ईवीएम मशीन में मतदान करने से पहले मतदाताओं को दस्ताने दिए जाएँगे.
5. एक मतदान केंद्र पर अधिकतम एक हज़ार मतदाता वोट दे सकेंगे. पहले मतदाताओं की अधिकतम संख्या 1500 थी.
6. सभी मतदाताओं के लिए मास्क पहनना अनिवार्य होगा, जिसे पहचान ज़ाहिर करने के लिए थोड़ी देर के लिए उन्हें हटाना होगा.
7. कोरोना संक्रमित और क्वारंटीन में रह रहे मरीज़ों को स्वास्थ्य अधिकारियों की मौजूदगी में मतदान के अंतिम घंटे में वोट डालने की इजाज़त होगी. इस दौरान संक्रमण की रोकथाम के लिए तमाम उपाय किए जाएँगे.
8. महामारी की वजह से मतदान का समय एक घंटे बढ़ा दिया गया है. अब अति संवेदनशील क्षेत्रों को छोड़कर ज़्यादातर मतदान केंद्रों पर मतदान सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक होगा.
हालाँकि, दिशानिर्देशों में वर्चुअल रैली और डिजिटल कैंपेन को लेकर कुछ नहीं कहा गया है. लेकिन, राज्य के नौ विपक्षी दलों ने बीजेपी के डिज़िटल कैंपेन पर सवाल उठाते हुए जुलाई महीने में चुनाव आयोग को ज्ञापन सौंपा था.(bbc)
भुवनेश्वर, 19 अक्टूबर | भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बैजयंत जय पांडा ने रविवार को कथित रूप से ओडिशा की कानून व्यवस्था की तुलना पाकिस्तान से कर दी, जिससे विवाद पैदा हो गया। सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) ने पांडा की इस टिप्पणी पर कड़ी प्रतिक्रिया दी।
पांडा ने ट्वीट कर कहा था, "यह शर्मनाक है कि कैसे महाराष्ट्र और ओडिशा पुलिस पत्रकारों को उठाती है, उत्पीड़न करती है और पाकिस्तान की तरह ही बिना किसी सामान्य प्रक्रिया अपनाए ही हिरासत में लेकर पूछताछ करती है। यह सच में फासीवाद है।"
ओडिशा टेलीविजन लिमिटेड के वरिष्ठ पत्रकार रमेश राठ को पुलिस ने यहां गुरुवार को बीजद महिला सांसद के एक वायरल फेक सेक्स वीडियो के सिलसिले में गिरफ्तार किया, जिसके बाद पांडा ने यह ट्वीट किया।
इस न्यूज चैनल को जय पांडा की पत्नी जगी मंगत पांडा चलाती हैं।
वहीं इस ट्वीट पर बीजद के केंद्रपाड़ा से सांसद ने ट्वीट कर कहा, "मुझे याद कराने दीजिए पांडा जी कि 2019 में आपकी हार से पहले, आप इसकी मिट्टी का हिस्सा थे, जिसकी तुलना आज आप पाकिस्तान से कर रहे हैं। मिस्टर बीपी क्या केंद्रपाड़ा पाकिस्तान में है। अगर हां, तो फिर हमेशा के लिए ओडिशा को अभी छोड़ दीजिए।"
वहीं बीजद के राज्यसभा सांसद सस्मित पात्रा ने कहा कि यह ओड़िया और ओड़िया संस्कृति के लिए अपमानजनक है।(आईएएनएस)
चंडीगढ़, 19 अक्टूबर | हरियाणा में पिछले चार महीनों में पहली बार कोरोनावायरस से कोई मौत नहीं हुई है। यह जानकारी राज्य सरकार ने दी। स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा ने कहा कि यह चार महीने, 12 दिन की अवधि या 135 दिनों के बाद राज्य में कोरोनावायरस से एक भी लोगों की मौत नहीं हुई है।
राज्य में इससे पहले 6 जून को कोरोनावायरस से कोई मौत दर्ज नहीं की गई थी।
अरोड़ा ने कहा, "हम तब तक सक्रिय और सतर्क रहेंगे, जब तक कि कोविड-19 संक्रमण का स्थायी समाधान नहीं हो जाता।"(आईएएनएस)
मुंबई, 18 अक्टूबर | ठीक एक साल पहले, इस दिन, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार ने सतारा में बारिश के बीच चुनावी रैली कर सबका ध्यान खींचा था, जिस कारण आखिर भारतीय जनता पार्टी को अप्रत्याशित झटका लगा था।
एक साल बाद रविवार (18 अक्टूबर, 2020) को, पवार फिर से इस क्षेत्र में पहुंचे, वह इस बार पिछले हफ्ते हुई भारी बारिश और बाढ़ से प्रभावित लोगों को दिलासा देने पहुंचे। भारी बारिश अब तक करीब 30 लोगों की जान ले चुकी है।
हालांकि, 18 अक्टूबर, 2019 को पवार बरसात और ठंड के कारण पवार की आवाज कांपती हुई प्रतीत हो रही थी, लेकिन साथ ही साथ उन्होंने गठबंधन सहयोगी कांग्रेस का मनोबल बढ़ाया और भाजपा-शिवसेना के खिलाफ वोट जुटाने में कसर नहीं छोड़ी।
राकांपा ने सतारा लोकसभा उपचुनाव के लिए श्रीनिवास पाटिल को और सतारा विधानसभा सीट के लिए दीपक साहेबराव पवार को नामांकित किया था।
वहीं, भाजपा ने मौजूदा सांसद उदयनराजे भोसले को उतारा था, जिन्होंने अक्टूबर 2019 के राज्य चुनावों से कुछ ही हफ्ते पहले राकांपा छोड़कर पवार को झटका दिया था।
कठिन चुनौतियों से प्रभावित होकर पवार ने भावनात्मक रूप से भारी बारिश के बीच घोषणा की थी, "यह वरुण राजा का (वर्षा के भगवान वरुण) राकांपा के लिए आशीर्वाद है .. यह राज्य में एक चमत्कार को जन्म देगा, और यह चमत्कार 21 अक्टूबर से शुरू होगा। मुझे पूरा भरोसा है।"
मतगणना के दिन पवार ने फिर से एक तरह का इतिहास रचा।
हालांकि शिवेंद्रराजे भोसले ने सतारा विधानसभा सीट हासिल की, लेकिन उदयनराजे भोसले ने अपमानजनक हार का स्वाद चखा।
नवंबर, 2019 की दूसरी छमाही में, पवार ने फिर से राजनीतिक और पारिवारिक मोर्चो पर एक वीरतापूर्ण लड़ाई लड़ी, जब एक नई सरकार ने सुबह-सुबह एक गुप्त ऑपरेशन में गुप्त रूप से शपथ ली, देवेंद्र फड़णवीस ने मुख्यमंत्री और पवार के भतीजे अजीत पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।
इस वाकये के बाद पवार चीजों को अपने पक्ष में करने में कामयाब रहे और 80 घंटे के लंबे नाटक के बाद दो लोगों के शासन को उखाड़ फेंका, और 28 नवंबर को, उन्होंने उद्धव ठाकरे को नया मुख्यमंत्री बनाकर अपना वादा निभाया।
पिछले 11 महीनों में, ठाकरे मुख्यमंत्री के रूप में मुश्किल स्थिति में रहे हैं, लेकिन शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस गठबंधन के बीच मतभेदों के बावजूद, वह कुर्सी पर काबिज रहना चाहते हैं।
कोरोनावायरस महामारी, लॉकडाउन, प्रवासियों की भारी समस्या, बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की अचानक मौत, मुंबई पुलिस की विश्वसनीयता पर सवाल उठना, अभिनेत्री कंगना रनौत संग विवाद, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो द्वारा ड्रग्स मामले की जांच और फिर बाढ़ से तबाही जैसी चीजों को महाराष्ट्र सरकार ने देखा है।
संकट के बीच, 79 वर्षीय पवार फिर से दो दिवसीय दौरे पर हैं, जबकि ठाकरे सोमवार से दौरे पर जाएंगे।
--आईएएनएस
हाथरस, 18 अक्टूबर| हाथरस में कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म का शिकार होने और पखवाड़े भर बाद इलाज के दौरान दम तोड़ देने वाली 19 वर्षीय दलित लड़की का परिवार अब उस बुलगड़ी गांव को छोड़कर जाना चाहता है, जो कई पीढ़ियों से उनका घर रहा है। गांव में ऊंची जाति के लगभग 60 परिवार और चार दलित परिवार हैं। आरोपी ऊंची जातियों के हैं और उनका समुदाय उनके लिए समर्थन करता रहा है।
पीड़िता के बड़े भाई ने कहा, "पुलिस और मीडिया के चले जाने के बाद यहां रुकना असंभव होगा। अगर हम कहीं और चले गए तो यह हमारे लिए ठीक होगा।"
उन्होंने कहा कि अगर मामला दिल्ली ट्रांसफर किया जाता है, जैसा कि उन्होंने अदालत में गुहार लगाई है, तो वे राष्ट्रीय राजधानी में शिफ्ट होना चाहेंगे। उन्होंने सरकार से उन्हें दूसरी जगह जाने में मदद करने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा, "हम हाथरस से दूर जाकर फिर से शुरूआत करना चाहते हैं। परिवार ने 12 अक्टूबर को इलाहाबाद हाईकोर्ट के समक्ष उत्तर प्रदेश से दिल्ली शिफ्ट होने का अनुरोध किया था और हमें उम्मीद है कि हमारी याचिका स्वीकार कर ली जाएगी।"
हालांकि, उनके घर पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है, पीड़िता परिवार ने मिलने गए नेताओं से कहा है कि वे अपने गांव में सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे और हर तरफ से दबाव डाला जा रहा है।
भीम आर्मी के प्रमुख चंद्र शेखर, जिन्होंने इस महीने की शुरूआत में परिवार का दौरा किया था, ने कहा, "मुझे उन्हें अपने घर में रखना होगा, अगर राज्य के अधिकारी उन्हें पर्याप्त सुरक्षा प्रदान करने में विफल रहते हैं।"
आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने शनिवार को ट्वीट किया कि वह दिल्ली में परिवार को अपने साथ रखने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा, "मैंने इस संबंध में पीड़िता के चाचा से बात की है।" (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 18 अक्टूबर| मध्य प्रदेश के सतना जिले के एक पशु चिकित्सक को एक आईपीएस अधिकारी की फर्जी एफबी प्रोफाइल बनाने और इमरजेंसी के बहाने अपने रिश्तेदारों और दोस्तों से पैसे मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। दिल्ली पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी।
आरोपी मुन्नालाल मवासी सतना कॉलेज से स्नातक और पशु चिकित्सा विज्ञान में डिप्लोमा धारक है।
पुलिस ने कहा कि अगस्त में लोधी कॉलोनी पुलिस स्टेशन में आईपीएस अधिकारी की शिकायत पर उनके नाम से फजीर्वाड़ा करने और उनकी तस्वीर के साथ दुरुपयोग करने का मामला दर्ज किया गया था।
जांच ने पुलिस को सतना जिले के बरुआ में मवासी तक पहुंचाया, जिससे उसकी गिरफ्तारी हुई। शिकायतकर्ता के फर्जी एफबी प्रोफाइल तक पहुंचने के लिए इस्तेमाल किए गए सेल फोन भी जब्त किए गए।
दक्षिण दिल्ली के डीसीपी अतुल ठाकुर ने कहा, "आरोपी ने शिकायतकर्ता अधिकारी की फर्जी प्रोफाइल बनाने और अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से पैसे मांगने की बात स्वीकार की। पूछताछ पर, आरोपी ने सतना के एक अन्य व्यक्ति के नाम का भी खुलासा किया, जो उसके साथ फर्जी एफबी प्रोफाइल एक्सेस करता था।"
आरोपियों ने आसानी से पैसा कमाने के लिए अपराध किया और अन्य आरोपियों ने फर्जी फेसबुक प्रोफाइल बनाकर लोगों को ठगना शुरू कर दिया और इमरजेंसी के बहाने पैसे मांगने लगे। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 18 अक्टूबर| केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने रविवार को आखिरकार स्वीकार कर लिया कि भारत में कोविड-19 सामुदायिक प्रसार के चरण में पहुंच चुका है। हालांकि, ऐसा केवल कुछ जिलों और राज्यों में ही हुआ है। यह बयान सोमवार (12 अक्टूबर) को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की उस स्वीकारोक्ति के बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि राज्य में कोविड-19 का सामुदायिक प्रसार शुरू हो गया है।
वर्धन का यह बयान उनके साप्ताहिक वेबिनार कार्यक्रम 'संडे संवाद' के दौरान पूछे गए एक प्रश्न के जवाब में आया। उनसे पूछा गया था कि "ममता बनर्जी ने कहा है कि राज्य में सामुदायिक प्रसार होने के उदाहरण सामने आए हैं। क्या अन्य राज्यों में भी सामुदायिक प्रसार हुआ है?"
इस पर मंत्री ने जवाब दिया, "पश्चिम बंगाल समेत विभिन्न राज्यों के कुछ इलाकों खासकर घनी आबादी वाले इलाकों में सामुदायिक प्रसार हुआ है लेकिन ऐसा देश भर में नहीं हो रहा है। यह राज्यों के कुछ जिलों तक सीमित है।"
यह स्वीकारोक्ति महीनों के इनकार के बाद आई है। यह पहली बार है कि जब स्वास्थ्य मंत्री ने घातक वायरस के सामुदायिक प्रसार की बात को स्वीकार किया है।
इस सप्ताह की शुरूआत में बनर्जी ने पश्चिम बंगाल के लोगों से आगामी दुर्गा पूजा के दौरान सावधानी बनाए रखने का आग्रह किया था। बनर्जी ने कहा था, "मैं हर किसी को त्योहारी सीजन के दौरान कोविड-19 सुरक्षा प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करने के लिए कहती हूं क्योंकि राज्य में इसके सामुदायिक प्रसार के भी उदाहरण हैं।"
जुलाई में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने एक मार्गदर्शन दस्तावेज जारी किया था जिसमें अनजाने में यह बात भी सामने आ गई कि भारत में अप्रैल के शुरू में सामुदायिक प्रसार हुआ था। बाद में इस दस्तावेज को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट से हटा लिया गया था। (आईएएनएस)
संदीप पौराणिक
भोपाल, 18 अक्टूबर| मध्य प्रदेश में हो रहे विधानसभा के उप-चुनाव का प्रचार जोर पकड़ रहा है, तमाम नेताओं की रैली और जनसभाएं हो रही हैं, वहीं भाजपा की स्टार प्रचारक उमा भारती की प्रचार अभियान से दूरी चर्चा का विषय बनी हुई है।
राज्य में 28 विधानसभा सीटों पर उप-चुनाव होने वाले हैं और यहां 3 नवंबर को मतदान होगा। भाजपा चुनाव प्रचार की कमान पूरी तरह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा और पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के हाथों में है। इन नेताओं की लगातार सभाएं हो रही हैं और वे कार्यकतार्ओं तथा मतदाताओं से सीधे संवाद भी कर रहे हैं।
भाजपा ने स्टार प्रचारकों की सूची में जिन नेताओं का नाम शामिल किया है, उनमें पूर्व केंद्रीय मंत्री और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती का नाम प्रमुख है। उमा भारती पिछले दिनों उत्तराखंड की यात्रा पर गई थी और उसके बाद वह कोरोना पॉजिटिव पाई गई और उनका वहीं इलाज चला। इन दिनों वे उत्तरखंड में ही गंगा नदी के किनारे स्वास्थ्य लाभ ले रही हैं। चुनाव प्रचार में पार्टी और उम्मीदवार उमा भारती की जरुरत महसूस कर रहे हैं, क्योंकि उनकी कई वर्गों में खास पकड़ है।
उमा भारती खुद आगामी कुछ दिनों तक सक्रिय न होने की बात कह चुकी हैं। उन्होनंे तीन दिन पहले कहा था, मैं बहुत खुश हूं कि मैं आपको एक अच्छी खबर दे रही हूं। भगवान की दया से अभी बीस दिनों तक जिस चिकित्सक दल ने मेरी देखभाल की है उन्होंने मुझे पूर्णतया स्वस्थ घोषित कर दिया है तथा मेरी कमजोरी को पूर्णतया ठीक होने में अभी दस दिन लगेंगे।
पूर्व मुख्यमंत्री के बयान का आषय यह है कि आगामी 25 अक्टूबर तक वे स्वास्थ्य लाभ लेंगी। इस तरह राज्य में होने वाले विधानसभा के उप-चुनाव के लिए उमा भारती ज्यादा समय नहीं दे पाएंगी। उमा भारती की चुनाव प्रचार से दूरी ने भाजपा की चिंताएं बढ़ा दी है, क्योंकि राज्य के आधा दर्जन से ज्यादा विधानसभा क्षेत्र ऐसे हैं जहां लोधी वर्ग के मतदाता निर्णायक है और इन क्षेत्रों में उमा भारती पार्टी के लिए बड़ी भूमिका निभा सकती है।
राजनीतिक विष्लेषकों का मानना है कि उमा भारती का भाजपा के भीतर लगातार सियासी कद कम हो रहा है। वे अब तो राष्टीय स्तर की पदाधिकारी भी नहीं रहीं। उप-चुनाव ऐसा मौका है जब उमा भारती बगैर कुछ कहे अपना रुख पार्टी के सामने रख सकती हैं, इसीलिए इस अवसर का वे सियासी लाभ भी लेना चाह रही हैं। भाजपा में उमा भारती उन नेताओं में है जो अपनी नाराजगी जाहिर करने में कभी पीछे नहीं रहती और जब भी मौका होता है वे इसे जाहिर भी करती है। उप-चुनाव के दौरान भी प्रचार से दूरी का एक कारण स्वास्थ्य हो सकता है, मगर नाराजगी से इनकार नहीं किया जा सकता। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 18 अक्टूबर| कांग्रेस सांसद शशि थरूर के लाहौर लिटरेचर फेस्टिवल में वर्चुअल संबोधन पर अब देश में हंगामा मच गया है। शशि थरूर ने पाकिस्तान के मंच से भारत को कोरोना से लड़ाई में फेल बताया तो भाजपा ने इसे देश को बदनाम करने की कोशिश करार दे दिया। भाजपा ने तंज कसते हुए कहा है कि भारत से शशि थरूर इमरान खान की रैली को संबोधित कर रहे हैं। यहां पर अनुच्छेद 370 फिर से आ जाए जो इमरान खान चाहते हैं वही पी. चिदंबरम कह रहे हैं। आखिर ये क्या हो रहा है? भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने पार्टी मुख्यालय पर प्रेस कांफ्रेंस कर कहा, शशि थरूर ने भारत का मजाक उड़ाया है और भारत को एक खराब परि²ष्य में दिखाने की कोशिश की है। शशि थरूर कहते हैं कि भारत की सरकार कोविड के मैनेजमेंट में कहीं कहीं फेल हो रही है। भारत की मीडिया पोल के जरिए दिखा रही है कि जनता-जनार्दन मोदी सरकार द्वारा उठाए गए कदमों से संतुष्ट है।
संबित पात्रा ने कहा कि कोविड को लेकिर पूरा विश्व देख रहा है कि भारत को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किस प्रकार से सुरक्षित रखा, समय से लॉकडाउन हुआ, किस प्रकार 80 करोड़ लोगों को खाद्यान्न पहुंचाने का काम किया गया जो आगे छठ पूजा तक चलता रहेगा।
संबित पात्रा ने कहा, 50 देशों को हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन पहुंचाने का काम मोदी सरकार ने किया। इन सभी के बावजूद इस प्रकार का स्टेटमेंट देना कि भारत सरकार फेल हो गया है, वह भी लाहौर में। आप सोचिए कि किस प्रकार की मन:स्थिति कांग्रेस और राहुल गांधी के मित्र शशि थरूर की है?
पात्रा ने कहा, सोनिया गांधी, राहुल, प्रियंका और शशि थरूर से हम पूछना चाहते हैं कि एक बार भी आपने पाकिस्तान से पूछने की हिम्मत की कि पाकिस्तान किस प्रकार से कट्टरता दिखाता है, किस प्रकार से अपने अल्पसंख्यकों के प्रति हिंसा और अराजकता दिखाता है। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 18 अक्टूबर | भारत ने रविवार को भारतीय नौसेना के स्टील्थ डिस्ट्रॉयर से ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण किया। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) ने एक बयान में कहा, "ब्रह्मोस, सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का भारतीय नौसेना के स्वदेशी रूप से निर्मित स्टील्थ डिस्ट्रॉयर आईएनएस चेन्नई से 18 अक्टूबर 2020 को सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया।"
मिसाइल ने सफलतापूर्वक अपने लक्ष्य को निशाना बनाया।
ब्रह्मोस 'प्राइम स्ट्राइक हथियार' के रूप में लंबी दूरी तक मार करके युद्धपोत की अजेयता सुनिश्चित करेगा।
ब्रह्मोस को भारत और रूस द्वारा संयुक्त रूप से डिजाइन, विकसित और निर्मित किया गया है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सफल प्रक्षेपण के लिए डीआरडीओ, ब्रह्मोस और भारतीय नौसेना को बधाई दी।
डीआरडीओ के चेयरमैन जी. सतीश रेड्डी ने इस उपलब्धि के लिए डीआरडीओ के वैज्ञानिकों और सभी कर्मचारियों, ब्रह्मोस, भारतीय नौसेना और इंडस्ट्री को बधाई दी।
उन्होंने कहा कि ब्रह्मोस मिसाइल कई तरीकों से भारतीय सशस्त्र बलों की क्षमताओं में इजाफा करेगी।(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 18 अक्टूबर| कांग्रेस नेता राहुल गांधी सोमवार से तीन दिनों के लिए अपने संसदीय क्षेत्र केरल के वायनाड के दौरे पर रहेंगे। पार्टी के सूत्रों ने रविवार को ये जानकारी दी। राहुल गांधी मंगलवार को अपने संसदीय क्षेत्र के मलप्पुरम में कोविड-19 की स्थिति पर समीक्षा बैठक करेंगे।
मंगलवार को ही राहुल गांधी जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति की बैठक में भी हिस्सा लेंगे।
बुधवार को मनंथवाडी अस्पताल के दौरे के बाद, वो कन्नूर से नई दिल्ली लौट आएंगे। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि उनकी यात्रा के दौरान कोई सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं होगा। (आईएएनएस)
गोंडा (उत्तर प्रदेश), 18 अक्टूबर| यह खुलासा होने के बाद कि गोंडा में पुजारी सम्राट दास ने 10 अक्टूबर को खुद पर हमला करवाया था क्योंकि वह अमर सिंह को झूठे मामले में फंसाना चाहता था और उसकी 120 बीघा जमीन हड़पना चाहता था, गोंडा पुिलस ने मामले में 7 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी।
हमले को लेकर विपक्ष ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रति हमलावर रुख दिखाया था।
गोंडा पुलिस ने शनिवार को इटियाथोक थाना क्षेत्र के अंतर्गत तिरेमनोरमा गांव के हरिद्वार सिंह बाग से मुन्ना सिंह, विपिन, नीरज सिंह, सोनू सिंह, महंत सीताराम, शिव शंकर सिंह और विनय कुमार को गिरफ्तार किया।
गोंडा के एसपी शैलेष पांडेय ने कहा कि सम्राट दास को कंधे पर गोली लगी है और उसका इलाज अस्पताल में चल रहा है। अस्पताल से छुट्टी मिलते ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
पुलिस ने सोनू सिंह, महंत सीताराम, और मुन्ना सिंह के पास से देसी तमंचा जब्त किया है।
मुन्ना ने कथित तौर पर पुजारी पर गोली चलाई थी, जिसके बाद पुजारी ने दावा किया कि अमर सिंह ने मुकेश सिंह, भयहरण सिंह और दरोगा सिंह के साथ मिलकर उस पर हमला किया था, जब वह 10-11 अक्टूबर की रात मंदिर में सो रहा था।
गोंडा एसपी ने कहा कि दोनों के बीच जमीन को लेकर विवाद था।
अभियुक्त विनय कुमार यहां तक कि अमर सिंह के खिलाफ आगामी पंचायत चुनाव लड़ने की योजना बना रहा था।
पुलिस अधिकारी ने कहा, "इस प्रकार दोनों ने अमर सिंह को फंसाने की साजिश रची।"
पुलिस ने पुजारी के बयान के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की थी और उसी दिन दरोगा और भयहरण को गिरफ्तार किया था। अब, वे रिहा कर दिए जाएंगे। (आईएएनएस)
ग्रेटर नोएडा, 18 अक्टूबर| ग्रेटर नोएडा के भट्टा-परसौल गांव में शनिवार को उस वक्त हड़कंप मच गया, जब आसमान में एलियन जैसी दिखने वाली आयरनमैन की आकृति उड़ती हुई दिखाई दी। जिसके बाद यह आकृति गांव के एक नहर के किनारे जा गिरी और गांव वालों की भीड़ लग गई। एलियन जैसी आकृति को देखने के लिए मौके पर भीड़ इखट्ठी हो गई। हालांकि बाद में इसकी जानकारी पुलिस को दी गई। पुलिस ने बताया, "दरअसल वो एक गुब्बारा था, जो कि एक सुपर हीरो की आकृति में था। हवा में काफी देर रहने के कारण उसकी हवा निकलने लगी थी। जिसके बाद गुब्बारा नहर किनारे टहनी में जा गिरा। तेज हवा चलने की वजह से वो हिलता हुआ दिखाया दे रहा था।"
हालांकि उसे देखने के लिए आस पास के लोगों का तांता लग गया था। सूचना मिलने पर जब पुलिस पहुंची तो पता चला कि वो एक गुब्बारा है, जिसके बाद आस पास खड़े लोगों ने राहत की सांस ली।
सारा बवाल इसी सुपरमैन बैलून का था! गज़ब भौकाल कटा है! ???????? pic.twitter.com/4mophufx9N
— Prashant Kumar (@scribe_prashant) October 18, 2020
दरअसल भट्टा-पारसौल गांव के पास आसमान में अचानक सुपरहिरो आयरनमैन की एक आकृति उड़ती हुई दिखाई दी, जिसे लोगों ने एलियन समझ लिया। उसे देखने वालों की भीड़ जमा हो गई। लोगों का कहना है कि यह आकृति काफी देर तक आसमान में उड़ती रही। उसके बाद जमीन पर आ गिरी और झाड़ियों में फंस गई थी। (आईएएनएस)
ग्रेटर नोएडा, 18 अक्टूबर| ग्रेटर नोएडा के भट्टा-परसौल गांव में शनिवार को उस वक्त हड़कंप मच गया, जब आसमान में एलियन जैसी दिखने वाली आयरनमैन की आकृति उड़ती हुई दिखाई दी। जिसके बाद यह आकृति गांव के एक नहर के किनारे जा गिरी और गांव वालों की भीड़ लग गई। एलियन जैसी आकृति को देखने के लिए मौके पर भीड़ इखट्ठी हो गई। हालांकि बाद में इसकी जानकारी पुलिस को दी गई। पुलिस ने बताया, "दरअसल वो एक गुब्बारा था, जो कि एक सुपर हीरो की आकृति में था। हवा में काफी देर रहने के कारण उसकी हवा निकलने लगी थी। जिसके बाद गुब्बारा नहर किनारे टहनी में जा गिरा। तेज हवा चलने की वजह से वो हिलता हुआ दिखाया दे रहा था।"
सारा बवाल इसी सुपरमैन बैलून का था! गज़ब भौकाल कटा है! ???????? pic.twitter.com/4mophufx9N
— Prashant Kumar (@scribe_prashant) October 18, 2020
हालांकि उसे देखने के लिए आस पास के लोगों का तांता लग गया था। सूचना मिलने पर जब पुलिस पहुंची तो पता चला कि वो एक गुब्बारा है, जिसके बाद आस पास खड़े लोगों ने राहत की सांस ली।
दरअसल भट्टा-पारसौल गांव के पास आसमान में अचानक सुपरहिरो आयरनमैन की एक आकृति उड़ती हुई दिखाई दी, जिसे लोगों ने एलियन समझ लिया। उसे देखने वालों की भीड़ जमा हो गई। लोगों का कहना है कि यह आकृति काफी देर तक आसमान में उड़ती रही। उसके बाद जमीन पर आ गिरी और झाड़ियों में फंस गई थी। (आईएएनएस)
नेपाल के पर्सा जिले की पुलिस कप्तान गंगा पंथ ने बताया कि पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर अशोक सिन्हा के फ्लैट पर छापेमारी की। रेड के समय घर बंद होने पर पुलिस ने ताला तोड़कर रेड डाला। इस दौरान भारी मात्रा में सोना और चांदी जब्त किया गया। पुलिस के अनुसार 22 किलो 576 ग्राम सोने के बिस्किट, गोल्ड ज्वेलरी और 2 किलो 262 ग्राम चांदी के गहने और बर्तन मिले हैं। पुलिस ने बताया कि बीरगंज महानगरपालिका के रेशमकोठी स्थित गणेश अपार्टमेंट के तीसरे फ्लोर पर फ्लैट नंबर 303 में छापेमारी की गई, जो अशोक सिन्हा का है।
नेपाल में अशोक सिन्हा के घर से इतनी बड़ी मात्रा में सोने-चांदी की बरामदगी का कनेक्शन बिहार चुनाव से भी जुड़ने लगा है। दरअसल रक्सौल में ये चर्चा आम है कि प्रमोद कुमार सिन्हा ने 3 करोड़ रुपये देकर पार्टी का टिकट हासिल किया है। चर्चा है कि रुपये देने में नेपाल का कोई बड़ा व्यापारी उनकी मदद कर रहा था। अब जब उनके भाई के घर पर पड़ी रेड में इतनी भारी मात्रा में सोन-चांदी की बरामदगी हुई है तो इन चर्चाओं को और बल मिल गया है।
बता दें कि बीजेपी ने रक्सौल से अपने पांच बार के विधायक डॉ. अजय सिंह का टिकट काटकर इस बार जेडीयू के पूर्व जिलाध्यक्ष रहे प्रमोद कुमार सिन्हा को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है। तीसरे चरण में होने वाले चुनाव के लिए पार्टी ने उन्हें सिंबल भी दे दिया है। इसे लेकर बीजेपी के कई बार के विधायक डॉ. अजय सिंह के समर्थकों में भारी नाराजगी है और वे प्रमोद सिन्हा पर 3 करोड़ रुपये में टिकट खरीदने का आरोप लगा रहे हैं।(navjivan)
जनवरी में हिंदुस्तान ने सिर्फ 1 कोरोना टेस्ट किया था, अब लगातार बढ़ते-बढ़ते कुल टेस्ट 9 करोड़ 32 लाख 50 हज़ार से अधिक हो चुके हैं. अब टेस्ट की रफ़्तार इतनी हो चुकी है, कि उनसे मिलने वाले पॉजिटिव का प्रतिशत गिर रहा है.
श्रीनगर, 18 अक्टूबर | जम्मू एवं कश्मीर में आतंकवाद में स्थानीय युवाओं की भर्ती भारतीय सेना के लिए एक बड़ी चिंता है। इस साल घाटी में अब तक 131 युवा आतंकवाद का रास्ता अपना चुके हैं। पिछले साल 117 युवा आतंकवाद में शामिल हुए थे।
15 कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल बी. एस. राजू ने कहा, "आतंकवाद में स्थानीय युवाओं की भर्ती एक बड़ी चिंता है। मैं सिर्फ एक कारण पर अपनी उंगली नहीं उठा सकता कि भर्ती क्यों हो रही है। लेकिन मुझे इसमें कोई बड़ा पैटर्न नजर नहीं आ रहा है।"
उन्होंने कहा, "बड़ी संख्या में ऐसे घटक हैं, जो इसमें एक भूमिका निभाते हैं। हम यह सुनिश्चित करने के लिए अपनी तरफ से कोशिश करेंगे कि हम किसी के भी लाइन को पार करने का कारण न बनें।"
राजू ने कहा, "यह एक जटिल मुद्दा है। यह निश्चित रूप से हमारे रडार पर है और यह भर्ती को रोकने के लिए कार्रवाई की एक महत्वपूर्ण रेखा रहेगी।"
आतंकवाद में शामिल हुए कुल 131 स्थानीय युवाओं में से 24 उत्तरी कश्मीर और 107 दक्षिण कश्मीर से हैं।
उत्तरी कश्मीर में 18 युवा लश्कर-ए-तैयबा में शामिल हो गए, एक हिजबुल मुजाहिदीन, चार जैश-ए-मोहम्मद और एक इस्लामिक स्टेट इन जम्मू एंड कश्मीर (आईएसजेके) में शामिल हो गया।
इसके अलावा दक्षिण कश्मीर में 18 युवा लश्कर-ए-तैयबा में शामिल हुए, 57 हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल हुए, 14 जैश-ए-मोहम्मद में, दो अंसार गजावत-उल-हिंद और 16 अल बद्र में शामिल हुए।
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) कश्मीर में नए आतंकवादी हमलों को अंजाम देने के लिए आतंकी संगठन अल बद्र का सहारा ले रही है। खुफिया एजेंसियों ने कहा है कि अल बद्र प्रमुख बख्त जमीन ने इस साल जून में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में एक रैली के दौरान दावा किया था कि संगठन जल्द ही कश्मीर की आवाज बनकर उभरेगा।
यह भी पाया गया कि आतंकवाद में भर्ती हुए 131 युवाओं में से 102 युवा 16 से 25 वर्ष के आयु वर्ग के हैं, जबकि 29 युवा 25 वर्ष से अधिक के हैं।
आतंक का रास्ता अपनाने वाले कुल 131 युवाओं में से 62 भारतीय सेना के विभिन्न अभियानों के दौरान ढेर कर दिए गए, 14 को गिरफ्तार किया गया और दो ने आत्मसमर्पण किया। इनमें से कुल 52 अभी भी सक्रिय हैं।
लेफ्टिनेंट जनरल बी. एस. राजू ने कहा कि युवाओं को हथियार उठाने से रोकने के लिए भारतीय सेना ने एक बड़ा कार्यक्रम भी शुरू किया है। उन्होंने कहा, "हम बुजुर्गों, महिलाओं, लड़कियों, लड़कों, छात्रों और मौलवी (धार्मिक उपदेशकों) के साथ संलग्न हैं। प्रत्येक व्यक्ति को एक अलग तरीके से संबोधित किया जाता है।"
उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में भाग लेने के लिए लोगों में उत्साह की मात्रा उन्हें काफी उम्मीद देती है। अधिकारी ने कहा, "अनंतनाग में एक जगह है, जहां लड़कियों ने कबड्डी खेली।"
राजू ने कहा कि युवा भाग लेने के लिए एक अवसर की प्रतीक्षा कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "आपने उन्हें एक मौका दिया, वे इसे तुरंत लपक लेंगे।"
उन्होंने यह भी कहा कि घाटी में मनोरंजन के लिए सुविधाओं का अभाव है। उन्होंने कहा, "सऊदी अरब में मूवी हॉल (फिल्म थियेटर) हैं, पाकिस्तान में मूवी हॉल हैं, लेकिन जम्मू एवं कश्मीर में मूवी हॉल नहीं हैं।"
अधिकारी ने कहा, "मैं यह विडंबना नहीं समझ पा रहा।"
1990 के दशक में कश्मीर के अधिकांश सिनेमा हॉल आतंकवादी समूहों की ओर से जारी किए गए फरमान के कारण बंद कर दिए गए थे।(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 18 अक्टूबर | केंद्र सरकार ने शनिवार को केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला का कार्यकाल 22 अगस्त, 2021 तक बढ़ा दिया है। वह 30 नवंबर को सेवानिवृत्त होने वाले थे। भल्ला 1984 बैच के असम-मेघालय कैडर के आईएएस अधिकारी हैं, जिन्होंने पिछले साल 22 अगस्त को गृह सचिव के तौर पर कार्यभार संभाला था। उन्होंने राजीव गौबा की जगह ली थी, जो वर्तमान में कैबिनेट सचिव के रूप में सेवारत हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने भल्ला के कार्यकाल को 22 अगस्त 2021 तक या अगले आदेशों तक, जो भी पहले हो, तब तक विस्तार देने को मंजूरी दी है।
भल्ला गृह सचिव के रूप में नियुक्त होने से पहले गृह मंत्रालय में विशेष ड्यूटी (ओएसडी) की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। इससे पहले वह केंद्रीय ऊर्जा सचिव भी रह चुके हैं।(आईएएनएस)
मुंबई, 18 अक्टूबर | राज्य में सभी 'मदरसों' को बंद करने की पार्टी के विधायक की मांग के लिए विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए महाराष्ट्र कांग्रेस ने शनिवार को राज्य भाजपा पर अपने ही नेताओं का अपमान करने का आरोप लगाया। भाजपा नेता की ओर से महाराष्ट्र में मदरसे बंद करने की बात पर कांग्रेस ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरीखे नेताओं का अपमान करार दिया।
राज्य कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत ने कहा, "महागठबंधन सरकार पर निशाना साधने के लिए और महाराष्ट्र एवं मुंबई को बदनाम करने के लिए राज्य के भाजपा नेताओं ने अपना मानसिक संतुलन खो दिया है। अब वे इस तरह के बयान देकर अपने ही नेताओं का अपमान कर रहे हैं।"
उन्होंने भाजपा विधायक अतुल भटकलकर की एक मांग का उल्लेख करते हुए यह टिप्पणी की, जिन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को चुनौती दी थी कि वे अपने हिंदुत्व को साबित करने के लिए मदरसों या इस्लामी स्कूलों को बंद करके दिखाएं। अब इस पर निशाना साधते हुए कांग्रेस ने कहा कि यह प्रधानमंत्री मोदी के सबका साथ, सबका विकास नारे के विपरीत है।
सावंत ने कहा कि अगस्त 2001 में, तत्कालीन मानव संसाधन विकास मंत्री मुरली मनोहर जोशी ने कहा था कि दिवंगत प्रधानमंत्री वाजपेयी का 'मदरसों' से छेड़छाड़ या हस्तक्षेप का कोई इरादा नहीं है और यह भी सुझाव दिया कि धार्मिक विषयों के अलावा आधुनिक विषयों जैसे विज्ञान, गणित, सामाजिक विज्ञान और सामान्य ज्ञान उनके सिलेबस में शामिल होना चाहिए।
फरवरी 2002 में जोशी ने कहा था कि केंद्र एक हजार 'मदरसों' को वित्तीय सहायता प्रदान कर रहा है।
उन्होंने कहा, "जब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, 2012 के राज्य चुनावों में भाजपा के चुनावी घोषणापत्र में सभी 'मदरसों' को आधुनिक बनाने का वादा किया गया था। 2014 के लोकसभा चुनावों में भाजपा ने दो बार 'मदरसों' के लिए इसी तरह के एजेंडे का उल्लेख किया।"
उन्होंने दावा किया कि जून 2019 में केंद्रीय अल्पसंख्यक विकास मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने भी हिंदी और अंग्रेजी भाषाओं और यहां तक कि कंप्यूटर में शिक्षकों को प्रशिक्षण देकर 'मदरसों' को बेहतर बनाने और आधुनिक बनाने के उपायों की घोषणा की थी।
सावंत ने कहा, "राज्य भाजपा यह भूल गई है कि प्रधानमंत्री मोदी ने मुस्लिम युवाओं के लिए एक हाथ में कुरान और दूसरे हाथ में कंप्यूटर का भी नारा दिया है।"
सावंत ने कहा, "बेहतर होता अगर ऐतिहासिक पृष्ठभूमि को देखते हुए भटकलकर ने राज्य के मदरसों को बंद करने की मांग करने से पहले पार्टी के वरिष्ठों से सलाह ली होती।"(आईएएनएस)
मुंबई, 17 अक्टूबर| बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती के बेटे और अभिनेता महाअक्षय उर्फ मिमोह के खिलाफ एक महिला ने शनिवार को ओशिवारा पुलिस स्टेशन में दुष्कर्म की शिकायत दर्ज कराई है। शनिवार को एक पुलिस अधिकारी ने इस बात की सूचना दी।
वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक दयानंद एच बांगर ने आईएएनएस को बताया, "हमने शिकायत दर्ज कर ली है और मामले की जांच कर रहे हैं।" हालांकि उन्होंने इस बारे में विस्तृत जानकारी नहीं दी।
मिमोह पर कुछ और भी आरोप लगे हैं, जिनमें दुष्कर्म, धोखाधड़ी, आपराधिक धमकी, चोट पहुंचाना इत्यादि शामिल है। शिकायतकर्ता ने मिमोह की मां (मिथुन की पत्नी) और पूर्व अभिनेत्री योगिता बाली को भी मामले में सह-आरोपी बनाया है।
38 साल की शिकायतकर्ता महिला ने दावा किया है कि वह साल 2015 से मिमोह के साथ रिश्ते में थी। मिमोह ने उससे शादी करने का वादा किया, लेकिन फिर वह अपनी बात से मुकर गया।
महिला के आरोप के मुताबिक, मिमोह ने उस दौरान आदर्श नगर स्थित अपने नए फ्लैट में महिला को बुलाया, जहां उसे जबरन शराब पिलाकर अभिनेता ने उसके साथ शारीरिक संबंध बनाया। इसके बाद जब महिला गर्भवती हो गई, तो मिमोह ने उसे गर्भपात के लिए मजबूर किया, लेकिन जब उसने ऐसा करने से इनकार किया, तो उसने उसे कुछ गोलियां दीं, जिससे उसका गर्भपात हो गया।
महिला ने यह भी दावा किया कि जब वह पुलिस में शिकायत दर्ज करने वाली थी तो मिमोह की मां ने उसे धमकाया भी था। पिछले तीन वर्षों में पीड़िता द्वारा मिमोह और उसकी मां के खिलाफ दर्ज की गई यह दूसरी शिकायत है।
इससे पहले उसने जून, 2018 में नई दिल्ली के बेगमपुर पुलिस स्टेशन में उनके खिलाफ इसी तरह की शिकायत दर्ज की थी, जिसमें एक अदालत ने मां-बेटे की जोड़ी को अग्रिम जमानत दे दी थी।
इस साल मार्च में दिल्ली हाई कोर्ट ने पीड़िता को अपने अधिकार क्षेत्र में शिकायत दर्ज करने का निर्देश दिया, जहां ये सारी घटनाएं हुई थीं, जिसके चलते महिला ने मुंबई के ओशिवारा पुलिस स्टेशन का दरवाजा खटखटाया।
36 वर्षीय मिमोह का 2018 में टेलीविजन अभिनेत्री मदालसा शर्मा से विवाह हुआ था। मिमोह ने 2008 में 'जिमी' से बॉलीवुड में डेब्यू किया था। साथ ही 'हॉन्टेड 3 डी', 'लूट' और 'इश्केदारियां' आदि फिल्मों में अभिनय किया। उन्होंने अपने करियर में कुछ बंगाली फिल्मों में भी हाथ आजमाया है। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 17 अक्टूबर (आईएएनएस)| लंबे समय से वित्तीय संकट का सामना करते हुए दिवालिया हो चुकी निजी एयरलाइन जेट एयरवेज के विमान एक बार फिर से उड़ान भरेंगे। जेट एयरवेज ने शनिवार को कहा कि मुरारी लाल जालान और फ्लोरियन फ्रिट्च की ओर से प्रस्तुत संकल्प योजना ने एयरलाइन का अधिग्रहण करने के लिए बोली जीत ली है। घोषणा जेट एयरवेज के रिजॉल्यूशन प्रोफेशनल (आरपी) की ओर से की गई है, जो एक विनियामक फाइलिंग के माध्यम से दिवाला और दिवालियापन संहिता (आईबीसी) प्रक्रिया के तहत है।
जेट एयरवेज के आरपी आशीष छावछरिया ने कहा कि लेनदारों की समिति ने दो शॉर्टलिस्ट किए गए बोलीदाताओं द्वारा प्रस्तुत अंतिम प्रस्ताव योजनाओं पर ई-वोटिंग का निष्कर्ष निकाला है।
स्टॉक एक्सचेंज को यह जानकारी (विनियामक फाइलिंग) ने कहा गया है, "ई-वोटिंग आज यानी 17 अक्टूबर 2020 को पूरी हो गई है और मुरारी लाल जालान और फ्लोरियन फ्रिट्च द्वारा प्रस्तुत संकल्प योजना को विधिवत मंजूरी दे दी गई है।"
इसमें कहा गया है, "रेज्योलूशन प्रोफेशनल्स अब एनसीएलटी के मुताबिक कोड 30 (6) के तहत आवेदन (एप्लिकेशन) फाइल कर रहे हैं। अगर जरूरत पड़ी तो यह सदस्यों को भी दिया जाएगा।"
जेट एयरवेज की कमेटी ऑफ क्रेडिटर्स (सीओसी) की 17वीं बैठक तीन अक्टूबर को आयोजित की गई थी और दो रिजॉल्यूशन आवेदकों द्वारा प्रस्तुत अंतिम प्रस्ताव योजनाओं पर चर्चा की गई थी।
जेट एयरवेज को खरीदने के लिए कॉलराक कैपिटल के नेतृत्व वाले कंसोर्टियम के अलावा हरियाणा की फ्लाइट सिमुलेशन टेक्निक सेंटर और अबू धाबी का इम्पीरियल कैपिटल इन्वेस्टमेंट एलएलसी वाले कंसोर्टियम ने भी बोली लगाई थी।
मुरारी लाल जालान संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की एंटरप्रेन्योर है। जालान एमजे डेवलपर्स कंपनी के मालिक हैं। इनकी रियल एस्टेट, माइनिंग, ट्रेडिंग, कंस्ट्रक्शन, एफएमसीजी, ट्रेवल एंड टूरिज्म और इंडस्ट्रियल वर्क्स जैसे सेक्टर्स में रुचि है।
जालान ने यूएई, भारत, रूस और उज्बेकिस्तान समेत कई देशों में निवेश किया है।
कालरॉक कैपिटल लंदन की फाइनेंशियल एडवाइजरी और अल्टरनेटिव असेट मैनेजमेंट से जुड़ा कारोबार करती है। यह कंपनी रियल एस्टेट और वेंचर कैपिटल से मुख्य रूप से जुड़ी है।