राष्ट्रीय
सुबह दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों से होता हुआ टिड्डी दल रात को टिड्डीदल अलीगढ़ पहुंच गया
-रणविजय सिंह
उत्तर प्रदेश के नोएडा, बुलंदशहर के आसमान में उड़ते हुए टिड्डी दल 27 जून की शाम को अलीगढ़ पहुंच गया। अलीगढ़ के कलाई गांव में टिड्डी दल ने पड़ाव डाला है। टिड्डी दल का पीछा करते हुए कृषि विभाग की टीम भी मौके पर पहुंच गई है।
अलीगढ़ के कृषि रक्षा अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि टिड्डी दल आज शाम को बुलंदशहर से अलीगढ़ में प्रवेश कर गया। हम लोगों ने करीब 25-30 किलोमीटर इसका पीछा किया है और अभी यह दल कलाई गांव में बैठ गया है। हम मौके पर पहुंच रहे हैं और इन्हें खत्म करने की कार्रवाई की जाएगी।
राजेश कुमार ने बताया कि अलीगढ़ के कलाई गांव पहुंचने से पहले टिड्डी दल अलीगढ़ के अलग-अलग गांव जैसे - बरौली, पिपलौठ होते हुए गुजरा है। हालांकि लोगों की सतर्कता और तेज हवा की वजह से यह दल इन गांव में नहीं बैठा। कलाई गांव पहुंचते-पहुंचते अंधेरा हो गया तो दल ने इस गांव में डेरा जमा लिया है।
इससे पहले टिड्डी दल आज दिन भर नोएडा और बुलंदशहर के आसमान में देखा गया। नोएडा के दनकौर क्षेत्र और बुलंदशहर के खुर्जा विकास खंड के ऊपर से उड़ते हुए यह दल अलीगढ़ में प्रवेश कर गया। बुलंदशहर के कृषि रक्षा अधिकारी अमरपाल बताते हैं, हमारे यहां सिकंदरा ब्लॉक के कुछ गांव और खुर्जा विकास खंड के कुछ गांव के ऊपर से उड़ते हुए टिड्डी दल अलीगढ़ चला गया। इस दल ने कुछ खास नुकसान नहीं किया है।
बुलंदशहर और अलीगढ़ के जिस क्षेत्र से टिड्डी दल गुजरा है वहां के किसानों ने मक्के की खेती और सब्जियां उगाई हैं। इसके अलावा अभी धान की रोपाई भी चल रही है। हालांकि कृषि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि दल ने फसलों को ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचाया।
बुलंदशहर के कृषि रक्षा अधिकारी अमरपाल कहते हैं, फसलों को नुकसान इसलिए नहीं हुआ क्योंकि हवा बहुत तेज थी। इसकी वजह से टिड्डी दल कहीं भी रुका नहीं। दूसरा यह कि कृषि विभाग के अधिकारी और किसान पहले ही सतर्क थे। ऐसे में जब दल गांव के ऊपर से गुजरता तो लोग थाली, तसला और इस तरह की अन्य चीजें बजा रहे थे जिससे दल यहां से भाग गया।
फिलहाल टिड्डी दल अलीगढ़ के कलाई गांव में डेरा जमा चुका है। इस गांव और आस-पास के क्षेत्र के किसानों ने भी मक्के और धान की खेती की है। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि टिड्डी दल इन फसलों को नुकसान पहुंचाएगा। हालांकि मौके पर कृषि विभाग की टीम पहुंच गई है जो टिड्डियों पर कीटनाशक का छिड़काव कर रही है जिससे इन्हें खत्म किया जा सके। (down to earth)
लखनऊ, 27 जून । पशुधन विभाग में टेंडर के नाम पर हुई 9.72 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में एसटीएफ ने दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें से एक आरोपी लखनऊ में सुनार है और दूसरा गोरखपुर का रहने वाला है। धोखाधड़ी से आई मोटी रकम के एक हिस्से को फर्जी कंपनी के जरिए ठिकाने लगाया था। उधर, मामले की विवेचना कर रही लखनऊ पुलिस ने मुख्य आरोपित आशीष राय, पत्रकार अनिल राय, राज्य मंत्री के प्रधान सचिव समेत सातों आरोपियों को पूछताछ के लिए दो दिनों की रिमांड पर लिया है।
गिरफ्तार आरोपितों में से सुनार सचिन वर्मा गोमती नगर के विभव खंड का रहने वाला है। सचिन की गोमती नगर के पत्रकारपुरम स्थित गोमती प्लाजा में एसएन ज्वैलर्स के नाम से दुकान है। एसटीएफ के मुताबिक सचिन मुख्य आरोपित आशीष राय को कई वर्षों से जानता है। आशीष ने वर्ष 2018 में सचिन को बताया था कि धोखाधड़ी की बड़ी रकम आनी है। इसके लिए रजिस्टर्ड फर्म हो और उसके नाम से बैंक खाते की जरूरत है।
आशीष के कहने पर सचिन ने अपने परिचित गोरखपुर के त्रिपुरेश पांडेय उर्फ रिंकू को अपनी दुकान के उपर एक कमरा किराये पर दे दिया। फिर परिचित सीए जीतेंद्र पटेल की मदद से आरके ट्रेडर्स नाम से फर्म बनाई और उसका एक बैंक खाता इलाहाबाद बैंक की विवेक खंड शाखा में खुलवा दिया। बाद में आशीष राय ने इसी फर्म के खाते में 2018 में 26 सितंबर, छह व 16 अक्टूबर को 72 लाख 12 हजार रुपये जमा करवाए। यह रकम मंजीम सिंह भाटिया के फर्म के खाते से आरटीजीएस के जरिए जमा हुई थी।
बाद में सचिन व त्रिपुरेश ने अपने हिस्से के 20 फीसदी लेकर बाकी रकम निकालकर आशीष राय को दे दी। सचिन के मुताबिक आरके ट्रेडर्स के खाते में से 13 लाख रुपये उसने अपनी फर्म नारायण ज्वैलर्स के खाते में ट्रांसफर करवाकर निकाल लिए। सचिन ने बताया कि उसने वर्ष 2014 में अपने नाम से विनय खंड के पते पर आशीष के लिए टाटा सफारी स्टार्म गाड़ी निकलवाई थी। उसने बताया कि आशीष अक्सर अपनी काली कमाई को उसके जरिए सफेद करता था। सचिन व त्रिपुरेश के पास से धोखाधड़ी में इस्तेमाल हुई चेकबुक, आरके ट्रेडर्स पत्रकारपुरम का लेटर पैड और दो मोबाइल फोन बरामद हुए हैं।
डीजीपी मुख्यलाय ने एसटीएफ से इस मामले में संलिप्त पाए गए दोनों आईपीएस अफसरों के खिलाफ मिले साक्ष्यों और उनकी भूमिका के बारे में रिपोर्ट मांगी है। इन दोनों ही अफसरों के खिलाफ जल्द ही कार्रवाई की जा सकती है। इनमें से एक आईपीएस अफसर रिटायर हो चुके हैं। जबकि दूसरे अभी भी सेवा में हैं।(navbharat times)
हैदराबाद, 26 जून (वार्ता)। तेलंगाना में कोरोना के पिछले 24 घंटों में 985 नये मामले सामने आये हैं जिससे कुल संक्रमितों की संख्या शुक्रवार को बढ़कर 12,349 हो गई है।
तेलंगाना में कोरोना संक्रमित मरीजों के स्वस्थ होने की औसत दर राष्ट्रीय औसत दर से बेहतर होने के मद्देनजर स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल शनिवार को राज्य का दौरा कर अधिकारियों से चर्चा करेंगे और राज्य सरकार द्वारा कैंटोनमेंट को लेकर किये जा रहे उपायों की समीक्षा भी करेंगे।
राज्य के स्वास्थ्य और मेडिकल विभाग ने बुलेटिन जारी कर बताया कि पिछले 24 घंटों में सात मौतें हुई हैंं जिससे कुल मौतों की संख्या बढ़कर 237 हो गई है।
ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) में कोरोना संक्रमितों के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है और शुक्रवार को 774 मामलों के साथ अबतक की सबसे भारी वृद्धि देखी गई है।
तेलंगाना में शुक्रवार को कोरोना से संक्रमित 78 मरीजों के स्वस्थ होने के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई जिससे कुल स्वस्थ हुए मरीजों की संख्या बढ़कर 4766 हो गई है वहीं राज्य में 7436 सक्रिय मामले सामने आये हैं।
तेलंगाना में शुक्रवार को 4734 नमूनों का परीक्षण हुआ है जिससे अबतक परीक्षण किये गये कुल नमूनों की संख्या बढ़कर 75,308 हो गई है।
नयी दिल्ली 27 जून (वार्ता)। देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण के अब तक के सर्वाधिक 18,552 नये मामले सामने आये हैं जिससे संक्रमितों का आंकड़ा 5.08 लाख के पार हो गया है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से शनिवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक कोरोना वायरस के संक्रमण के 18,552 नये मामलों के साथ कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 5,08,953 हो गयी है। पिछले 24 घंटों के दौरान इस बीमारी से हालांकि एक दिन पहले की तुलना में 23 कम 384 लोगों की मौत हुई है। इससे मृतकों की संख्या बढ़कर 15,685 हो गयी है। दूसरी तरफ इस बीमारी से निजात पाने वालों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है और इसी अवधि में 10,244 रोगी ठीक हुए है , जिन्हें मिलाकर अब तक कुल 2,95,881 मरीज रोगमुक्त हो चुके हैं। देश में अभी कोरोना संक्रमण के 1,97,387 सक्रिय मामले हैं।
कोरोना महामारी से सर्वाधिक प्रभावित महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों में संंक्रमण के 5,024 मामले दर्ज किये गये और 175 लोगों की मौत हुई। इसके साथ ही राज्य में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1,52,765 और मृतकों की संख्या बढ़कर 7,106 हो गयी है। राज्य में 79,815 लोग संक्रमणमुक्त हुए हैं।
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राजधानी दिल्ली में भी कोरोना महामारी ने कहर बरपा रखा है और संक्रमण तथा मौत के लगातार बढ़ते आंकड़ों के साथ अब यह देश में दूसरे स्थान पर आ गया है। पिछले 24 घंटों में 3,460 नये मामले सामने आने के साथ कुल संक्रमितों का आंकड़ा 77,240 हो गया। इसी अवधि में 63 मरीजों की मौत होने के बाद मृतकों की संख्या 2,492 हो गयी। राजधानी में 47,091 मरीज रोगमुक्त हुए हैं , जिन्हें विभिन्न अस्पतालों से छुट्टी दी जा चुकी है।
कोरोना वायरस से प्रभावित होने के मामले में तमिलनाडु तीसरे स्थान पर है, जहां कुल संक्रमितों की संख्या अब 74,622 पहुंच गयी है और अब तक इस वायरस से 957 लोगों की मौत हुई है। राज्य में अब तक 41,357 लोगों को उपचार के बाद अस्पतालों से छुट्टी दी जा चुकी है। देश का पश्चिमी राज्य गुजरात कोविड-19 के संक्रमितों की संख्या मामले में चौथे स्थान पर है, लेकिन मृतकों की संख्या के मामले में यह महाराष्ट्र और दिल्ली के बाद तीसरे स्थान पर है। गुजरात में अब तक 30,098 लोग वायरस से संक्रमित हुए हैं तथा 1771 लोगों की मौत हुई है। राज्य में 22,030 लोग इस बीमारी से स्वस्थ भी हुए हैं।
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आबादी के हिसाब से देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के अब तक 20,943 मामले सामने आए हैं तथा इस वायरस से 630 लोगों की मौत हुई है जबकि 13,583 मरीज स्वस्थ हो गए हैं।
राजस्थान में भी कोरोना का प्रकोप जोरों पर है और यहां संक्रमितों की संख्या 16,660 हो गयी है और अब तक 380 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 13,062 लोग पूरी तरह ठीक हुए है। पश्चिम बंगाल में 16,190 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं तथा 616 लोगों की मौत हुई है और अब तक 10,535 लोग स्वस्थ हुए हैं। इस बीच हरियाणा में संक्रमितों की संख्या मध्य प्रदेश से ऊपर पहुंच गयी है हालांकि मृतकों की संख्या अब भी आधे से भी कम है। राज्य में 12,884 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं तथा 211 लोगों की मौत हुई है और अब तक 8016 लोग स्वस्थ हुए हैं।
मध्य प्रदेश में 12,798 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं और 546 लोगों की इससे मौत हुई है जबकि 9804 लोग स्वस्थ हुए हैं।
दक्षिण भारतीय राज्य कर्नाटक में 11,005 और आंध्र प्रदेश में 11,489 लोग संक्रमित हुए हैं तथा इन राज्यों में इससे मरने वालों की संख्या क्रमश: 180 और 148 है।
केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 6,762 हो गई है और अब तक इससे 91 लोगों की मौत हुई है। इस महामारी से पंजाब में 122, बिहार में 58, उत्तराखंड में 37, केरल में 22, ओडिशा में 17 , छत्तीसगढ़ में 13, झारखंड में 12 , असम, पुड्डुचेरी और हिमाचल प्रदेश में क्रमश:नौ-नौ , चंडीगढ़ में छह, गोवा में दो तथा त्रिपुरा, लद्दाख और मेघालय में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है।
नई दिल्ली, 26 जून (वार्ता)। गांवों में आबादी वाले क्षेत्र की ड्रोन से मैपिंग कर भूमि का मालिकाना हक तय करने की केंद्र सरकार की स्वामित्व योजना से देश में ड्रोन विनिर्माण और ड्रोन ऑपरेटरों की मांग बढ़ेगी जो लंबे समय के स्वदेशी ड्रोन उद्योग को तैयार करने में बेहद मददगार होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस साल अप्रैल में पंचायती राज दिवस के अवसर पर स्वामित्व योजना की शुरुआत की थी। इसके क्रियान्वयन की जिम्मेदार भारतीय सर्वेक्षण विभाग को सौंपी गई है जो भूमि की मैपिंग कर राज्य सरकारों को डाटा सौंप देगा। इसी डाटा के आधार पर स्थानीय सरकारें भूमि का स्वामित्व तय करेंगी।
भारत के महासर्वेक्षक गिरीश कुमार ने उद्योग महासंघ फिक्की द्वारा आज आयोजित एक वेबिनार में कहा कि इस योजना में देश के छह लाख से अधिक गांवों के आबादी वाले क्षेत्रों की पूरी मैपिंग की जानी है। इसके लिए बड़ी संख्या में ड्रोनों की आवश्यकता होगी
उन्होंने कहा कि भारतीय ड्रोन विनिर्माण उद्योग अभी शुरुआती चरण में है। कोई भी स्टार्टअप कंपनी इतनी बड़ी संख्या में आपूर्ति करने में सक्षम नहीं होगी इसलिए एक बड़े ऑर्डर की निविदा जारी करने की बजाय छोटे-छोटे ऑर्डरों की निविदायें जारी की जाएगी ताकि स्टार्टअप को मौका मिल सके। उन्होंने स्पष्ट किया कि इसमें गुणवत्ता और सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जायेगा।
उन्होंने बताया कि योजना के तहत मैपिंग का काम तकरीबन पांच साल तक चलने का अनुमान है। इस दौरान बड़ी संख्या में ड्रोन पायलटों की भी जरूरत होगी। न सिर्फ ऑपरेटरों को ड्रोन चलाने की जानकारी होनी चाहिए बल्कि योजना की जरूरत के हिसाब से उन्हें भूमि के मैपिंग की भी बुनियादी जानकारी होनी चाहिए। देश में ऐसा कोई संस्थान नहीं है जहां इस तरह का प्रशिक्षण दिया जा रहा हो। इसे देखते हुए भारतीय सर्वेक्षण विभाग ने स्वयं प्रशिक्षण पाठ्यक्रम तैयार करने और प्रशिक्षण देने का फैसला किया है।
लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) कुमार ने बताया कि महाराष्ट्र में प्रयोग के आधार पर इस योजना की शुरुआत की गई थी। इसके बाद कुछ अन्य राज्यों में भी प्रयोग हो चुका है। इसमें त्रुटि की संभावना 10 सेंटीमीटर से भी कम होगी।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय में संयुक्त सचिव अंबर दुबे ने कहा कि देश में ड्रोन के इस्तेमाल की अपार संभावनाएं हैं। मौजूदा सरकार हर प्रस्ताव पर खुले मन से विचार कर जल्दी फैसला लेने में विश्वास रखती है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में टिड्डी दलों से निपटने के लिए राज्य सरकार ने ड्रोन से रसायन के छिड़काव की अनुमति मांगी थी। इस पर एक दिन से भी कम समय में नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने स्वीकृति दी थी।
श्री दुबे ने कहा कि मैपिंग के अलावा कृषि, स्वास्थ्य, आपदा प्रबंधन, कानून व्यवस्था बनाये रखने और बुनियादी ढांचा जैसे क्षेत्रों में ड्रोन का उपयोग किया जा सकता है। सरकार आने वाले समय में पायलट की ²श्य सीमा से बाहर ड्रोन उड़ाने और रात में ड्रोन उड़ाने की अनुमति देने पर भी विचार कर रही है।
नई दिल्ली, 26 जून (वार्ता)। ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती से संबंधित अपने विवादित बयान को लेकर विभिन्न राज्यों में प्राथमिकी का दंश झेल रहे टेलीविजन पत्रकार अमिश देवगन को उच्चतम न्यायालय से शुक्रवार को फौरी राहत मिली, जिसने उनके खिलाफ किसी भी दंडात्मक कार्रवाई पर अगले आदेश तक रोक लगा दी।
न्यायमूर्ति ए एम खानविलकर और न्यायमूर्ति दिनेश माहेश्वरी की अवकाशकालीन खंडपीठ ने अमिश देवगन की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता सिद्धार्थ लुथरा की दलीलें सुनने के बाद याचिकाकर्ता के खिलाफ महाराष्ट्र, तेलंगाना, राजस्थान एवं उत्तर प्रदेश में दर्ज प्राथमिकी की जांच और किसी भी प्रकार की दंडात्मक कार्रवाई पर अगले आदेश तक के लिए रोक लगा दी।
न्यायालय ने इस मामले में केंद्र सरकार एवं विभिन्न राज्य सरकारों को नोटिस जारी करके जवाब तलब किया। खंडपीठ ने मामले की अगली सुनवाई जुलाई के पहले सप्ताह में करने का निर्णय लिया तथा सभी प्रतिवादियों से अगली सुनवाई तक जवाब दाखिल करने को कहा।
इससे पहले श्री लुथरा ने दलील दी कि उनके मुवक्किल को विभिन्न राज्यों की पुलिस पूछताछ के लिए बुला रही है, जबकि याचिकाकर्ता ने अनजाने में हुई अपनी गलती के लिए अगले ही दिन खेद व्यक्त कर दिया था। उन्होंने कहा कि श्री देवगन के मुंह से 'खिलज' के बजाय 'चिश्त' निकल गया था, जिसके लिए उन्होंने पहले ही खेद व्यक्त कर दिया है।
न्यायालय ने सभी प्राथमिकियों की जांच एवं दंडात्मक कार्रवाई पर रोक लगाते हुए श्री लुथरा को निर्देश दिया कि वह इस याचिका की प्रतियां सभी प्रतिवादियों और शिकायतकर्ताओं को सौंपें।
गौरतलब है कि टेलीविजन चैनल पर एक कार्यक्रम के दौरान पिछले दिनों श्री देवगन ने 'चिश्ती' को आक्रांता बताया था, जिसके बाद उनके खिलाफ विभिन्न राज्यों में कई प्राथमिकियां दर्ज की जा चुकी हैं।
नई दिल्ली, 26 जून (वार्ता)। उच्चतम न्यायालय ने केंद्रीय माध्यमिक परीक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 10वीं एवं 12वीं की रद्द परीक्षाओं के लिए आंतरिक आकलन के आधार पर परीक्षा परिणाम जारी करने की योजना के बोर्ड के मसौदे को शुक्रवार को मंजूर कर लिया।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय और सीबीएसई की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने न्यायमूर्ति ए एम खानविलकर, न्यायमूर्ति दिनेश माहेश्वरी और न्यायमूर्ति संजीव खन्ना की खंडपीठ के कल के आदेश के अनुरूप नई अधिसूचना का मसौदा पेश किया, जिसे उसने स्वीकार कर लिया।
न्यायालय ने स्पष्ट कर दिया कि 10वीं और 12वीं की शेष परीक्षाओं को रद्द करने और उससे संबंधित विभिन्न पहलुओं पर सीबीएसई के आदेश का नियमन नयी अधिसूचना के तहत किया जाएगा।
श्री मेहता ने न्यायालय को बताया कि सीबीएसई एक घंटे के भीतर ही नई अधिसूचना जारी करेगा, क्योंकि विद्यार्थी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। हालांकि इंडियन सर्टिफिकेट ऑफ सेकेण्ड्री एजुकेशन (आईसीएसई) ने एक सप्ताह के भीतर नई अधिसूचना जारी करने की बात की।
नयी दिल्ली, 26 जून (वार्ता)। पेट्रोल-डीजल की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोतरी से दिल्ली में पेट्रोल भी 80 रुपये प्रति लीटर के पार निकल गया है।
राष्ट्रीय राजधानी में 20 महीने बाद पेट्रोल 80 रुपये से महँगा बिक रहा है। देश की सबसे बड़ी तेल विपणन कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के अनुसार, दिल्ली में शुक्रवार को पेट्रोल की कीमत 21 पैसे बढ़कर 80.13 रुपये प्रति लीटर पर पहुँच गई जो 27 अक्टूबर 2018 के बाद का उच्चतम स्तर है। डीजल का मूल्य भी 17 पैसे बढ़कर 80.19 रुपये प्रति लीटर के नये रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच गया।
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इस महीने 07 तारीख से तेल विपणन कंपनियों ने दोनों जीवाश्म ईंधनों के दाम बढ़ाने का क्रम शुरू किया है। इस दौरान दिल्ली में पेट्रोल 8.87 रुपये यानी 12.45 प्रतिशत महँगा हुआ है। लगातार 20 दिन में डीजल की कीमत 10.80 रुपये यानी 15.56 प्रतिशत बढ़ गई है।
कोलकाता और मुंबई में भी पेट्रोल की कीमत 21-21 पैसे बढ़कर क्रमश: 81.82 रुपये और 86.91 रुपये प्रति लीटर पर स्थिर रही। चेन्नई में यह 19 पैसे चढ़कर 83.37 रुपये प्रति लीटर पर रहा।
डीजल कोलकाता में 16 पैसे महँगा होकर 75.34 रुपये, मुंबई में 17 पैसे महँगा होकर 78.51 रुपये और चेन्नई में 15 पैसे की तेजी के साथ 77.44 रुपये प्रति लीटर बिका।
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नयी दिल्ली 26 जून (वार्ता)। देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण के नये मामलों ने पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ दिये हैं तथा पिछले 24 घंटों में सर्वाधिक 17,296 नये मरीज सामने आये हैं जिससे संक्रमितों का आंकड़ा 4.90 लाख के पार हो गया है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक कोरोना वायरस के संक्रमण के 17,296 नये मामलों के साथ कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 4,90,401 हो गयी है। पिछले 24 घंटों के दौरान इस बीमारी से 407 लोगों की मौत के साथ कुल मृतकों की संख्या बढ़कर 15,301 हो गयी है। दूसरी तरफ इस बीमारी से निजात पाने वालों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है और इसी अवधि में 13,940 रोगी ठीक हुए है , जिन्हें मिलाकर अब तक कुल 2,85,637 मरीज रोगमुक्त हो चुके हैं। देश में अभी कोरोना संक्रमण के 1,89,463 सक्रिय मामले हैं।
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कोरोना महामारी से सर्वाधिक प्रभावित महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों में संंक्रमण के 4,841 मामले दर्ज किये गये और 192 लोगों की मौत हुई। इसके साथ ही राज्य में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1,47,741 और मृतकों की संख्या बढ़कर 6,931 हो गयी है। राज्य में 77,453 लोग संक्रमणमुक्त हुए हैं। राजधानी दिल्ली में भी कोरोना महामारी ने कहर बरपा रखा है और संक्रमण तथा मौत के लगातार बढ़ते आंकड़ों के साथ अब यह देश में दूसरे स्थान पर आ गया है। पिछले 24 घंटों में 3,390 नये मामले सामने आने के साथ कुल संक्रमितों का आंकड़ा 73,780 हो गया। इसी अवधि में 64 मरीजों की मौत होने के बाद मृतकों की संख्या 2,429 हो गयी। राजधानी में 44,765 मरीज रोगमुक्त हुए हैं , जिन्हें विभिन्न अस्पतालों से छुट्टी दी जा चुकी है।
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कोरोना वायरस से प्रभावित होने के मामले में तमिलनाडु तीसरे स्थान पर है, जहां कुल संक्रमितों की संख्या अब 70,977 पहुंच गयी है और अब तक इस वायरस से 911 लोगों की मौत हुई है। राज्य में अब तक 39,999 लोगों को उपचार के बाद अस्पतालों से छुट्टी दी जा चुकी है। देश का पश्चिमी राज्य गुजरात कोविड-19 के संक्रमितों की संख्या मामले में चौथे स्थान पर है, लेकिन मृतकों की संख्या के मामले में यह महाराष्ट्र और दिल्ली के बाद तीसरे स्थान पर है। गुजरात में अब तक 29,520 लोग वायरस से संक्रमित हुए हैं तथा 1753 लोगों की मौत हुई है। राज्य में 21,498 लोग इस बीमारी से स्वस्थ भी हुए हैं।
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आबादी के हिसाब से देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के अब तक 20,193 मामले सामने आए हैं तथा इस वायरस से 611 लोगों की मौत हुई है जबकि 123,119 मरीज स्वस्थ हो गए हैं।
राजस्थान में भी कोरोना का प्रकोप जोरों पर है और यहां संक्रमितों की संख्या 16,296 हो गयी है और अब तक 379 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 12,840 लोग पूरी तरह ठीक हुए है। पश्चिम बंगाल में 15,648 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं तथा 606 लोगों की मौत हुई है और अब तक 10,190 लोग स्वस्थ हुए हैं। मध्य प्रदेश में 12,596 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं और 542 लोगों की इससे मौत हुई है जबकि 9619 लोग स्वस्थ हुए हैं।
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दक्षिण भारतीय राज्य कर्नाटक में 10,118 और आंध्र प्रदेश में 10,331 लोग संक्रमित हुए हैं तथा इन राज्यों में इससे मरने वालों की संख्या क्रमश: 164 और 124 है।
केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 6,549 हो गई है और अब तक इससे 90 लोगों की मौत हुई है। इस महामारी से हरियाणा में 198, पंजाब में 120, बिहार में 57, उत्तराखंड में 36, केरल में 22, ओडिशा में 17 , छत्तीसगढ़ में 12, झारखंड में 12 , असम, पुड्डुचेरी और हिमाचल प्रदेश में क्रमश:नौ-नौ , चंडीगढ़ में छह, गोवा में दो तथा त्रिपुरा, लद्दाख और मेघालय में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है।
नयी दिल्ली, 26 जून (वार्ता)। कोरोना वायरस (कोविड-19) ने देश में सबसे अधिक महाराष्ट्र और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में लोगों को अपनी चपेट में लिया है और यहां अब तक 221523 लोग संक्रमित हुए हैं जो देशभर के संक्रमितों की कुल आबादी का 45.18 प्रतिशत है।
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केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 17296 नये मामले दर्ज किये गये हैं, जिसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 490401 हो गई है। देश में अब तक इस महामारी से कुल 15301 लोगों की मौत हुई है तथा 2,85637 लोग स्वस्थ हुए हैं। देश में इस समय कोरोना के 1,89463 सक्रिय मामले हैं।
नई दिल्ली, 25 जून (वार्ता)। कोरोना के खिलाफ जंग को मजबूती देने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने गुरुवार को 'ई ब्लड सर्विसÓ ऐप का शुभारंभ किया।
डॉ हर्षवर्धन ने ऐप के शुभारंभ के मौके पर बताया कि भारतीय रेड क्रॉस ने जरुरतमंदों तक रक्त की आपूर्ति को सरल बनाने के लिए यह ऐप बनाया है। शुरूआती दौर में इसकी सेवा दिल्ली में लागू की जा रही है।
उन्होंने बताया कि जरूरत के वक्त मरीजों के परिजन रक्त के लिए एक जगह से दूसरे जगह परेशान होकर दौड़ते हैं। इस ऐप से यह परेशानी खत्म होगी।
नयी दिल्ली, 25 जून (वार्ता)। नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने चेतावनी दी है कि कोविड-19 महामारी के कारण हवाई यात्रा के दौरान होने वाली परेशानी और महामारी के डर की वजह से यात्रियों के दुव्र्यवहार की घटनाएं बढ़ सकती हैं।
डीजीसीए ने इसके मद्देनजर एक सर्कुलर जारी कर विमान के भीतर दुव्र्यवहार करने वाले यात्रियों से निपटने के लिए विमान सेवा कंपनियों को नयी मानक प्रक्रिया तय करने और चालक दल के सदस्यों को इसके अनुरूप प्रशिक्षित करने के लिए कहा गया है।
सर्कुलर में कहा गया है कि केबिन क्रू को यह बताया जाना चाहिये कि कोरोना काल में विमान के अंदर उन्हें किन परिस्थितियों का सामना करना पड़ सकता है। यात्री फेस मास्क या शील्ड लगाने से मना कर सकता है। यात्रियों के बीच आपसी नोंकझोंक बढ़ सकती है। यात्री नये नियमों और बढ़ी हुई स्क्रीनिंग, बोर्डिंग में देरी आदि से परेशान हो सकता है। कोविड-19 के डर से यात्रियों में आपसी नोंकझोंक बढ़ सकती है- विशेषकर तब जब कोई यात्री सुरक्षा नियमों का पालन न कर रहा हो या किसी यात्री में कोविड-19 जैसे ही लक्षण दिखें।
डीजीसीए ने कहा है कि इन सभी कारणों से यात्रियों द्वारा सहयात्रियों के साथ या चालक दल के सदस्यों के साथ उद्दंडता की घटनाएं बढ़ सकती हैं। उसने विमान सेवा कंपनियों से कहा है कि वे केबिन क्रू को विशेष प्रशिक्षण दें ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यात्री विमान के अंदर पूरे समय फेस मास्क लगाने और स्वच्छता रखने जैसे स्वास्थ्य एवं सुरक्षा संबंधी दिशा-निर्देशों का पालन करें। उसने कोविड-19 के मद्देनजर विमान के अंदर दुव्र्यवहार करने वाले यात्रियों से निपटने के लिए मानक प्रक्रिया तय करने के लिए भी कहा है।
नयी दिल्ली 25 जून (वार्ता)। पेट्रोल-डीजल की महँगाई का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में डीजल गुरुवार को पहली बार 80 रुपये प्रति लीटर के पार निकल गया जबकि एक दिन के ब्रेक के बाद पेट्रोल की कीमतों में दोबारा बढ़ोतरी की गई।
देश की सबसे बड़ी तेल विपणन कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के अनुसार, दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 16 पैसे बढ़कर 79.92 रुपये प्रति लीटर पर पहुँच गई जो 28 अक्टूबर 2018 के बाद का उच्चतम स्तर है। वहीं, डीजल का मूल्य 14 पैसे बढ़कर 80.02 रुपये प्रति लीटर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच गया। देश के इतिहास में पहली बार मंगलवार से किसी राज्य में डीजल की कीमत पेट्रोल से अधिक हो गई है।
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इस महीने 07 तारीख से तेल विपणन कंपनियों ने दोनों जीवाश्म ईंधनों के दाम बढ़ाने का क्रम शुरू किया है। इस दौरान दिल्ली में पेट्रोल 8.66 रुपये यानी 12.15 प्रतिशत महँगा हुआ है। लगातार 19 दिन में डीजल की कीमत 10.63 रुपये यानी 15.32 प्रतिशत बढ़ गई है।
कोलकाता और मुंबई में भी पेट्रोल की कीमत 12-12 पैसे बढ़कर क्रमश: 81.61 रुपये और 86.70 रुपये प्रति लीटर पर स्थिर रही। चेन्नई में यह 14 पैसे चढ़कर 83.18 रुपये प्रति लीटर पर रहा।
डीजल कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में 12-12 पैसे महँगा होकर क्रमश: 75.18 रुपये, 78.34 रुपये और 77.29 रुपये प्रति लीटर बिका।
लखनऊ, 24 जून (वार्ता)। उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 700 नये मामले सामने आये है जिसमें सिर्फ तीन जिलों के 297 मरीज शामिल हैं।
स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार शाम तीन बजे तक मिली रिपोर्ट में दिल्ली से सटे गाजियाबाद में सबसे अधिक 114 मरीज पाये गये वहीं नोएडा में 98 और लखनऊ में 85 संक्रमण के नये केस सामने आये हैं। इस दौरान 11 मरीजों की मृत्यु हो गयी जिसे मिलाकर राज्य में अब तक जानलेवा वायरस की चपेट में आकर जान गंवाने वालों की संख्या 596 हो गयी है।
सूत्रों ने बताया कि इस अवधि में 470 मरीज स्वस्थ होकर अपने घरों को लौट गये। राज्य में अब तक कोरोना संक्रमण से स्वस्थ होने वालों की संख्या 12586 हो चुकी है और अब विभिन्न कोविड अस्पतालों में 6375 मरीजों का इलाज किया जा रहा है।
राज्य के 75 में से 16 जिलों में आज कोरोना संक्रमण का कोई ताजा मामला सामने नहीं आया। सूबे में सबसे अधिक 654 सक्रिय मामले नोएडा में है जबकि अब तक सबसे अधिक 85 कोरोना संक्रमितों की मौते आगरा में हुयी है।
इंदौर, 25 जून(वार्ता)। मध्यप्रदेश के इंदौर जिले में कोरोना संक्रमण के 46 नये मामले आने के बाद संक्रमितों की संख्या बढ़कर 4507 तक जा पहुंची है। हालाकि इनमें से 3344 व्यक्ति अभी तक स्वस्थ हो चुके हैं
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने कल देर रात बुलेटिन जारी कर बताया कि अब तक जांचे 77462 सैम्पलों में 4507 संक्रमित पाये गये हैं। वहीं कल जांचे गये 1493 सैम्पलों में से 46 संक्रमित पाये गये हैं।
सीएमएचओ ने बताया कि कल चार पुरुषों की आधिकारिक रूप से मौत दर्ज किये जाने के बाद अब तक 211 संक्रमित रोगियों की मौत दर्ज की जा चुकी है
दूसरी तरफ राहत की खबर है कि अब तक 3344 संक्रमित मरीजों को स्वस्थ होने पर अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है। अब अस्पताल में उपचारररत रोगियों की संख्या 952 है। वहीं संस्थागत क्वारेंटाइन केंद्रों से भी अब तक 4390 संदेहियों को स्वस्थ होने पर छुट्टी दी जा चुकी है।
गाजियाबाद, 24 जून (लाइव हिंदुस्तान)। दिल्ली-एनसीआर में तेजी से फैलते कोरोना वायरस के बीच गाजियाबाद से 107 संक्रमित लापता होने से हड़कंप मच गया है। ये सभी मरीज जांच कराने के बाद से नहीं मिल रहे हैं। कुछ मरीजों के मोबाइल नंबर गलत हैं तो कुछ ने अपना पता गलत बताया था। सर्विलॉन्स की टीम इन्हें खोजने में जुटी है।
कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ता जा रहा है। इसके साथ स्वास्थ्य विभाग पर कोरोना संक्रमितों के इलाज और उनके संपर्क में आए लोगों की जांच करने की जिम्मेदारी बढ़ गई है। दो मार्च को सबसे पहले जिले में कोरोना संक्रमित की पुष्टि हुई थी। 110 दिनों में 17 हजार से ज्यादा लोगों की कोरोना जांच की गई, जिसमें 960 से ज्यादा लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। अभी जिले में 330 संक्रमितों का इलाज चल रहा है। 512 लोगों को डिस्चार्ज किया जा चुका है। वहीं, 107 लोग स्वास्थ्य विभाग की पकड़ से दूर हैं। कुछ लोगों ने जिले में सरकारी बूथ सैंपल पर जांच तो कराई, लेकिन अपनी डिटेल गलत जानकारी दी। इस कारण विभाग की ओर से उन मरीजों से संपर्क भी नहीं किया जा सका और उन मरीजों ने भी अपनी रिपोर्ट की जानकारी लेने का कोई प्रयास किया।
अधिकारियों का कहना है कि इनमें से कुछ मरीज ऐसे हैं जिन्हें पॉजिटिव हुए 15 से दिन हो चुके हैं। अधिकारियों का कहना है मरीजों के संबंध में जानकारी रखना डिस्ट्रिक्ट सर्विलॉन्स अधिकारी की जिम्मेदारी है, लेकिन उन्हें भी इन मरीजों के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
गायब मरीजों की जानकारी जुटाने के लिए एनयूएचएम विंग को जिम्मेदारी सौंपी गई है। लापता मरीजों की तलाश की जा रही है। मोबाइल नंबर से निरंतर संपर्क करने का प्रयास किया जा रहा है, साथ ही उनकी लोकेशन भी ट्रेस की जा रही है। डॉ. एन.के. गुप्ता, सीएमओ
नई दिल्ली, 22 जून। 23 जून से शुरू होने वाली ऐतिहासिक जगन्नाथपुरी रथयात्रा को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने हरी झंडी दिखा दी है। कोर्ट ने कुछ शर्तों के साथ यात्रा को इस साल भी निकालने की अनुमति दे दी है। आदेश में कहा गया है कि कुछ शर्तों के साथ केंद्र और राज्य सरकार इस रथयात्रा के लिए कोविड-19 के गाइडलाइंस के तहत इंतजाम करेंगी। कोर्ट ने कहा कि वो स्थिति को ओडिशा सरकार के ऊपर छोड़ रहा है। अगर यात्रा के चलते स्थिति हाथ से बाहर जाते हुए दिखती है, तो सरकार यात्रा पर रोक भी लगा सकती है। कोर्ट ने यह भी कहा कि कोलेरा और प्लेग के दौरान भी रथ यात्रा सीमित नियमों और श्रद्धालुओं के बीच हुई थी। मामले की सुनवाई चीफ जस्टिस एस ए बोबडे की अध्यक्षता वाली तीन जजों वाली बेंच ने की। सीजेआई बोबडे ने कहा कि इस मामले में कोर्ट लोगों की सेहत के साथ समझौता नहीं कर सकता।
18 जून को इस मामले में हुई सुनवाई में आदेश दिया था कि जनस्वास्थ्य और नागरिकों की सुरक्षा के हित में पुरी में इस साल रथयात्रा की अनुमति नहीं दी जा सकती और अगर यदि हम अनुमति देते हैं तो भगवान जगन्नाथ हमें क्षमा नहीं करेंगे। रथयात्रा 23 जून से शुरू होनी है और इसके बाद एक जुलाई को बहुदा जात्रा (रथयात्रा की वापसी) शुरू होनी है। आदेश के एक दिन बाद कुछ लोगों ने न्यायालय में याचिका दायर कर आदेश को निरस्त करने और इसमें संशोधन का आग्रह किया था।
सुनवाई के दौरान क्या हुआ?
मामले में केंद्र का पक्ष रख रहे सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि लोगों के स्वास्थ्य के साथ समझौता किए बिना और सुरक्षा का ध्यान रखते हुए मंदिर ट्रस्ट के सहयोग से रथ यात्रा का संचालन किया जा सकता है। केंद्र सरकार ने कहा, किसी भी स्वास्थ्य मुद्दे से समझौता नहीं किया जाएगा और लोगों की सुरक्षा का भी ध्यान रखा जाएगा।
एसजी ने कहा, जगतगुरू शंकराचार्य, पुरी के गजपति और जगन्नाथ मंदिर समिति से सलाह कर यात्रा की इजाजत दी जा सकती है। केंद्र सरकार भी यही चाहती है कि कम से कम आवश्यक लोगों के जरिए यात्रा की रस्म निभाई जा सकती है। सीजेआई ने इस पर सवाल पूछा कि शंकराचार्य को क्यों शामिल किया जा रहा है?
पहले से ट्रस्ट और मन्दिर कमेटी ही आयोजित करती है। तो शंकराचार्य को सरकार क्यों शामिल कर रही है? इस पर मेहता ने जवाब दिया कि केंद्र उनसे मशविरा लेने की बात कर रहे है क्योंकि वो ओडिशा के लिए धार्मिक सर्वोच्च गुरू हैं। वकील हरीश साल्वे ने सुनवाई के दौरान कहा कि कफ्र्यू लगा दिया जाय। रथ को सेवायत या पुलिस कर्मी खींचें जो कोविड निगेटिव हों।
उड़ीसा विकास परिषद का पक्ष रख रहे वकील रणजीत कुमार ने अपनी दलील में कहा कि केवल रथ यात्रा के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों को अनुमति दिया जाना चाहिए। अगर मंदिर से सभी लोगों को अनुमति दी जाती है तो संख्या बहुत बड़ी हो जाएगी। उन्होंने बताया कि याचिकाकर्ता की ओर से ढाई हजार पंडे मन्दिर व्यवस्था से जुड़े हैं। सबको शामिल करने से और दिक्कत-अव्यवस्था बढ़ेगी। 10 से 12 दिन की यात्रा होती है। इस दौरान अगर कोई समस्या होती है तो वैकल्पिक इंतजाम जरूरी है।
सीजेआई ने क्या-क्या कहा?
इस पर सीजेआई ने कहा कि हमें पता है। ये सब माइक्रो मैनेजमेंट राज्य सरकार की जिम्मेदारी है। केंद्र की गाइडलाइन के प्रावधानों का पालन करते हुए जनस्वास्थ्य के हित मुताबिक व्यवस्था हो। तुषार मेहता ने कहा, गाइडलाइन के मुताबिक व्यवस्था होगी। तो इस पर सीजेआई ने उनसे सवाल किया- आप कौन सी गाइडलाइन की बात कर रहे हैं? जिसके जवाब ने एसजी ने कहा कि जनता की सेहत को लेकर गाइडलाइन का पालन होगा।
नई दिल्ली, 22 जून। नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ कांत ने भारत की प्रत्यक्ष विदेश निवेश (एफडीआई) दुनिया में सबसे उदार नीति बताते हुए आज कहा कि इसकी वजह 65 अरब डॉलर का एफडीआई आया है और पिछले कुछ वर्षाें में इसमें 16 गुना बढ़ोतरी हुई है।
श्रीकांत ने उद्योग संगठन एसोचैम द्वारा आयोजित एक वेबिनार में कहा कि देश में अधिकांश क्षेत्रों में ऑटोमेटिक रूट से एफडीआई की अनुमति दी गई है। देश में 98 प्रतिशत एफडीआई ऑटोमेटिक रूट से ही आता है। सरकार ने हाल ही में रक्षा क्षेत्र में 74 फीसदी एफडीआई की अनुमति दी है जिससे इस क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा बढ़ाने की गंभीरता प्रतीत होती है।
उन्होंने कहा कि वैश्विक स्तर पर अन्य देशों में विदेशी निवेश में भारी गिरावट आई है। वैश्विक स्तर पर इसमें 13 प्रतिशत की गिरावट आयी है। भारत की एफडीआई नीति अलग थलग पडऩे वाली नहीं है लेकिन यह सबसे उदार नीति है जो वैश्विक स्तर पर भारत को एफडीआई आकर्षित करने के लिए सबसे पसंदीदा बनाता है।
श्री कांत ने कहा कि देश में कोरोना वायरस संक्रमितो की संख्या में भले ही बढ़ोतरी हो रही है लेकिन भारत ने इससे मृत्यु दर को नियंत्रित रखा गया है। कई देश ऐसी स्थिति में एक दूसरे से साथ आवाजाही को कम कर रहे हैं। जापान ने अपने परिचालन को दूसरे देशो में स्थानांतरित करने के लिए 2.2 अरब डॉलर का पैकेज दिया है जो भारत के लिए बहुत बड़ा अवसर है। (वार्ता)
श्रीनगर, 22 जून । केन्द्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में एक दिन पहले सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ शुरू होने पर किसी तरह की अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए बंद इंटरनेट सेवा सोमवार को बहाल कर दिया गया।
सूत्रों ने बताया कि सुरक्षा बलों और आंतकवादियों की बीच मुठभेड़ रविवार अपराह्न तक चली जिसमें तीन आंतकवादी मारे गए। प्रशासन ने शहर में मुठभेड़ शुरू होने के बाद कल सुबह से ही भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) सहित सभी सेल्यूलर कंपनियों की इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया था।
इंटरनेट सेवा बंद होने के कारण डॉक्टर और मीडिया सहित छात्रों को परेशानी को समाना करना पड़ा। इंटरनेट न होने के कारण कई स्कूलों ने ऑनलाइन परीक्षाओं को स्थगित कर दिया गया था। श्रीनगर में कल रात से 2जी इंटरनेट सेवा को फिर से शुरू किया गया।
प्रदेश में हालांकि सभी कंपनियों की 4जी समेत हाई-स्पीड इंटरनेट सेवा को पिछले वर्ष पांच अगस्त से बंद किया हुआ है। जव केन्द्र ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाकर प्रदेश को दो केन्द्रशासित प्रदेश में विभाजित किया था।
समिति ने अपने नवीनतम समीक्षा में निर्णय लिया कि केन्द्रशासित प्रदेश में आठ जुलाई तक 2जी इंटरनेट सेवा को जारी रखा जाएगा। प्रशासन ने दावा किया है कि सुरक्षा बलों ने सार्वजनिक व्यवस्था को प्रभावित किए बिना बड़ी संख्या में आतंकवादियों का सफाया किया है और यह इसीलिए संभव हो पाया है कि क्योंकि अफवाहों के फैलाने में इंटरनेट सेवाओं को दुरुपयोग नहीं हो पाया था।(वार्ता)
नयी दिल्ली 20 जून। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत लगातार 14वें दिन बढ़ते हुए शनिवार को 79 रुपये प्रति लीटर के करीब पहुंच गया।
देश की सबसे बड़ी तेल विपणन कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के अनुसार, दिल्ली में पेट्रोल की कीमत आज 51 पैसे बढ़कर 78.88 रुपये प्रति लीटर हो गई जो 03 नवंबर 2018 के बाद का उच्चतम स्तर है। डीजल के मूल्य में 61 पैसे की वृद्धि के साथ यह रिकॉर्ड 77.67 रुपये प्रति लीटर बिका।
देश में पेट्रोल-डीजल के दाम 07 जून से लगातार बढ़ रहे हैं। इन 14 दिनों में पेट्रोल 7.62 रुपये यानी 10.63 प्रतिशत और डीजल 8.28 रुपये यानी 11.93 प्रतिशत महंगा हो चुका है।
पेट्रोल की कीमत कोलकाता और मुंबई में 49-49 पैसे बढ़कर क्रमश: 80.62 रुपये और 85.70 रुपये प्रति लीटर पर पहुँच गई। चेन्नई में इसका मूल्य 45 पैसे बढ़कर 82.27 रुपये प्रति लीटर रहा।
डीजल कोलकाता में 54 पैसे महंगा होकर 73.07 रुपये, मुंबई में 58 पैसे महँगा होकर 76.11 रुपये और चेन्नई में 52 पैसे की वृद्धि के साथ 75.29 रुपये प्रति लीटर बिका। (वार्ता)
हमारे संविधान की प्रस्तावना समाज के सामाजवादी तरीके और प्रत्येक व्यक्ति की गरिमा सुनिश्चि करती है। जीने के बेहतर मानक और प्रदूषणरहित वातावरण संविधान के भीतर अंतर्निहित है। पर्यावरण (संरक्षण) अधिनियम 1986 के अनुसार पर्यावरण में जल, हवा और जमीन और अंतरसंबंध जिसमें हवा समाहित हो, जल-जमीन और मानव, अन्य जीवित चीजें, पेड़-पौधे, सूक्ष्म जीवजंतु और संपत्ति आदि समाहित हैं।
भारतीय संविधान में मौलिक कर्तव्यों के तहत हर नागरिक से अपेक्षा की जाती है कि वे पर्यावरण को सुरक्षित रखने में योगदान देंगे। अनुच्छेद 51 ए (जी) कहता है कि जंगल, तालाब, नदियां, वन्यजीव सहित सभी तरह की प्राकृतिक पर्यावरण संबंधित चीजों की रक्षा करना और उनको बढ़ावा देना हर भारतीय का कर्तव्य होगा। साथ ही प्रत्येक नागरिक को सभी सजीवों के प्रति करुणा रखनी होगी।
भारतीय संविधान के अंतर्गत मूल सिद्धांतों एक कल्याणकारी राज्य निर्माण के लिए काम करते हैं। स्वस्थ पर्यावरण भी कल्याणकारी राज्य का ही एक तत्व है। अनुच्छेद 47 कहता है कि लोगों के जीवन स्तर को सुधारना, उन्हें भरपूर पोषण मुहैया कराना और सार्वजनिक स्वास्थ्य की वृद्धि के लिए काम करना राज्य के प्राथमिक कर्तव्यों में शामिल हैं। सार्वजनिक स्वास्थ्य में सुधार के तहत पर्यावरण संरक्षण और उसमें सुधार भी शामिल हैं क्योंकि इसके बगैर सार्वजनिक स्वास्थ्य को सुनिश्चित नहीं किया जा सकता है। अनुच्छेद 48 कृषि एवं जीव संगठनों के संरक्षण की बात करता है। यह अनुच्छेद राज्यों को निर्देश देता है कि वे कृषि और जीवों से जुड़ों धंधों को आधुनिक तथा वैज्ञानिक तरीके से संगठित करने के लिए जरूरी कदम उठाएं। विशेष तौर पर, राज्यों को जीव-जन्तुओं की प्रजातियों को संरक्षित करना चाहिए और गाय, बछड़ों, भेड़-बकरी और अन्य जानवरों की हत्या पर रोक लगानी चाहिए। संविधान का अनुच्छेद 48-ए कहता है कि राज्य पर्यावरण संरक्षण और उसको बढ़ावा देने का काम करेंगे और देशभर में जंगलों व वन्य जीवों को को की सुरक्षा के लिए काम करेंगे।
प्रत्येक व्यक्ति के विकास के लिए सबसे जरूरी मौलिक अधिकारों की गारंटी भारत का संविधान भाग-3 के तहत देता है। पर्यावरण के अधिकार के बिना व्यक्ति का विकास भी संभव नहीं है। अनुच्छेद 21, 14 और 19 को पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रयोग में लाया जा चुका है।
संविधान के अनुच्छेद 21 के अनुसार कानून द्वारा स्थापित बाध्यताओं को छोडक़र किसी भी व्यक्ति को जीवन जीने और व्यक्तिगत आजादी से वंचित नहीं रखा जाएगा। मेनका गांधी बनाम भारत सरकार (्रढ्ढक्र १९७८ स्ष्ट ५९७) संबंधी मुकदमे में सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद अनुच्छेद 21 की समय समय पर उदारवादी तरीके से व्याख्या की जा चुकी है। अनुच्छेद 21 जीवन जीने का मौलिक अधिकार भी देता है, इसमें पर्यावरण का अधिकार, बीमारियों व संक्रमण के खतरे से मुक्ति का अधिकार अंतर्निहित हैं। स्वस्थ वातावरण का अधिकार प्रतिष्ठा से मानव जीवन जीने के अधिकार की महत्वपूर्ण विशेषता है। संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत स्वस्थ वातावरण में जीवन जीने के अधिकार को पहली बार उस समय मान्यता दी गई थी, जब रूरल लिटिगेसन एंड एंटाइटलमेंट केंद्र बनाम राज्य ्रढ्ढक्र १९८८ स्ष्ट २१८७ (देहरादून खदान केस के रूप में प्रसिद्ध) केस सामने आया था। यह भारत में अपनी तरह का पहला मामला था, जिसमें सर्वोच्च न्यायालय ने पर्यावरण (संरक्षण) अधिनियम 1986 के तहत पर्यावरण व पर्यावरण संतुलन संबंधी मुद्दों को ध्यान में रखते हुए इस मामले में खनन (गैरकानूनी खनन ) को रोकने के निर्देश दिए थे।
नई दिल्ली, 19 जून। दिल्ली में पेट्रोल की कीमत लगातार 13वें दिन बढ़ते हुए शुक्रवार को 78 रुपये प्रति लीटर और डीजल का मूल्य 77 रुपये प्रति लीटर के पार निकल गया।
देश में पेट्रोल-डीजल के दाम सात जून से लगातार बढ़ रहे हैं। इन 13 दिनों में पेट्रोल 7.11 रुपये यानी 9.98 प्रतिशत और डीजल 7.67 रुपये यानी 11.05 प्रतिशत महंगा हो चुका है।
देश की सबसे बड़ी तेल विपणन कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के अनुसार, दिल्ली में पेट्रोल की कीमत शुक्रवार को 56 पैसे बढ़कर 78.37 रुपये प्रति लीटर हो गई जो 7 नवंबर 2018 के बाद का उच्चतम स्तर है। डीजल के मूल्य में 63 पैसे की वृद्धि के साथ यह पहली बार 77 रुपये के पार 77.06 रुपये प्रति लीटर बिका।
पेट्रोल की कीमत कोलकाता में 54 पैसे बढ़कर 80.13 रुपये, मुंबई में 55 पैसे बढ़कर 85.21 रुपये और चेन्नई में 50 पैसे बढ़कर 81.82 रुपये प्रति लीटर रही।
डीजल कोलकाता में 57 पैसे महंगा होकर 72.53 रुपये, मुंबई में 60 पैसे महंगा होकर 75.53 रुपये और चेन्नई में 54 पैसे की वृद्धि के साथ 74.77 रुपये प्रति लीटर बिका। (वार्ता)
नई दिल्ली, 18 जून । पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी आज लगातार 12वें दिन जारी रही और राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 78 रुपये प्रति लीटर के करीब पहुंच गया, जबकि डीजल की कीमत पहली बार 76 रुपये प्रति लीटर को पार कर गई।
देश की सबसे बड़ी तेल विपणन कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के अनुसार, दिल्ली में पेट्रोल की कीमत आज 53 पैसे बढ़कर 77.81 रुपये प्रति लीटर हो गई जो 10 नवंबर 2018 के बाद का उच्चतम स्तर है। डीजल के मूल्य में 64 पैसे की वृद्धि के साथ यह पहली बार 76 रुपये के पार 76.43 रुपये प्रति लीटर बिका।
देश में पेट्रोल-डीजल के दाम 07 जून से रोजाना बढ़ रहे हैं। इन 12 दिनों में दिल्ली में पेट्रोल नौ प्रतिशत और डीजल 10 प्रतिशत से अधिक महंगा हो चुका है। इस दौरान पेट्रोल की कीमत में 6.55 रुपये और डीजल में 7.04 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है।
पेट्रोल की कीमत कोलकाता और मुंबई में आज 51-51 पैसे बढ़कर क्रमश: 79.59 रुपये और 84.66 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गई। चेन्नई में यह 46 पैसे बढ़कर 81.32 रुपये प्रति लीटर रही।
डीजल कोलकाता में 58 पैसे महंगा होकर 71.96 रुपये, मुंबई में 61 पैसे महंगा होकर 74.93 रुपये और चेन्नई में 54 पैसे की वृद्धि के साथ 74.23 रुपये प्रति लीटर बिका।(वार्ता)
कुंदुज, 17 जून (शिन्हुआ)। अफगानिस्तान के दो प्रांतों में बुधवार को तालिबान आतंकवादियों के हमले में सेना के 17 जवानों की मौत हो गई और 11 अन्य घायल हो गये एवं इस दौरान नौ आतंकवादी भी मारे गये ।
सूत्रों ने बताया कि उत्तरी कुंदुज प्रांत के कुंदुज शहर से 15 किलोमीटर दूर तलावका इलाके में तालिबानी आतंकवादियों के साथ संघर्ष में पांच जवान मारे गये और छह अन्य घायल हो गये।
सेना की 217 पामीर कोर के सदस्य अब्दुल कादिर ने बताया कि दो घंटे तक चले संघर्ष के बाद तालिबान आतंकवादियों को पीछे हटने के लिए मजबूर होना पड़ा। इस दौरान चार आतंकवादी भी मारे गए।
प्रांतीय सरकार के एक प्रवक्ता ने पुष्टि की कि उत्तरी जावजन प्रांत में तालिबान ने सेना के एक शिविर पर हमला किया जिसमें सेना के 12 जवानों की मौत हो गई और पांच आतंकवादी भी मारे गए। इसके अलावा पांच जवान और 10 आतंकवादी घायल भी हुए हैं।
काठमांडू, 17 जून । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नेपाल के प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली चीन और भारत के बीच गलवान घाटी में बने तनाव को लेकर नेपाल में चिंता जाहिर की जा रही है।
नेपाल के सेवानिवृत्त राजनयिकों और अंतरराष्ट्रीय मामलों के विशेषज्ञों ने दोनों देशों से शांति की अपील की है। उन्होंने चीनी और भारतीय सैनिकों के बीच हिंसक झड़पों की खबरों पर दुख व्यक्त किया है।
उन्हें उम्मीद थी कि सैन्य गतिरोध आगे नहीं बढ़ेगा क्योंकि पूरे क्षेत्र के लिए इसके दूरगामी परिणाम होंगे।
नेपाल के विदेश मंत्रालय ने मंगलवार शाम 7.15 बजे तक इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी। लेकिन, बीबीसी हिंदी से बात करते हुए पूर्व राजनयिकों, रणनीतिक विश्लेषकों और वरिष्ठ पत्रकारों ने लद्दाख क्षेत्र में भारत-चीन सीमा पर शांति बनाए रखने की अपील की है।
उन्होंने भारत और चीन से संयम बरतने और जल्द से जल्द शांतिपूर्ण समाधान निकालने का आग्रह किया। पूर्व उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री सुजाता कोइराला ने उम्मीद जताई है कि भारत और चीन अपने सीमा विवादों को सुलझाने के लिए कूटनीतिक बातचीत में तेजी लाएंगे।
सुजाता कोइराला ने कहा, भारत और चीन दोनों के साथ हमारे अच्छे संबंध हैं। हम उनके संबंधों और दोस्ती को और मजबूत होते देखना चाहते हैं। भारत और चीन के बीच किसी भी संघर्ष के पूरे एशियाई क्षेत्र में दूरगामी प्रभाव होंगे।
नेपाल के पूर्व विदेश मंत्री और लंबे समय तक भारत में राजदूत रहे भेख बहादुर थापा ने भारत और चीन के बीच हालिया कूटनीतिक संवाद का स्वागत किया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि दोनों पक्ष जल्द ही लंबे समय से चले आ रहे सीमा विवादों का शांतिपूर्ण समाधान निकालेंगे।
उन्होंने कहा, हिंसक झड़पें अब शांति स्थापित किए जाने का संकेत देती हैं। लद्दाख और अन्य क्षेत्रों में भारत-चीन सीमा विवाद पिछले युद्ध की विरासत है। इसका समाधान ज्यादा बैठकें करने और राजनीतिक हल खोजने से हो पाएगा। भेख बहादुर थापा ने सुझाव दिया कि अन्य सीमा विवादों जैसे लिंपियाधुरा-लिपुलेख को लेकर भारत-नेपाल सीमा विवाद को भी लगातार राजनयिक बातचीत के जरिए हल किया जा सकता है।
रणनीतिक विश्लेषक और नेपाल की सेना के सेवानिवृत्त मेजर जनरल बिनोज बसनेत कहते हैं कि चीन और भारत हाल के समय में अपना बुनियादी ढांचा लगातार विकसित कर रहे हैं ताकि लद्दाख, कश्मीर, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश जैसी रणनीतिक हिमालयी सीमाओं पर अपनी उपस्थिति को मजबूत कर सकें। लेकिन उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत और चीन दोनों ने हिमालयी सीमाओं को मजबूत किया है और सैन्यीकरण को बढ़ावा दिया है इसलिए उनके सैन्य गतिरोध में और वृद्धि नहीं होगी।
उन्होंने कहा, लद्दाख क्षेत्र में दोनों पक्षों ने पर्याप्त तैयारी की हुई है। वे मूल रूप से युद्ध से बचना चाहते हैं। यहां तक कि ताजा झड़पों के बाद भी इलाके के स्थानीय कमांडरों ने पहले ही बातचीत शुरू कर दी है। मुझे उम्मीद है कि भारत और चीन जल्द ही कूटनीतिक बातचीत तेज करेंगे और इस विवाद को विदेश मंत्रालय के स्तर पर सुलझाएंगे।
धारचूला से लिपुलेख को जोडऩे वाली सड़क, ये सड़क कैलाश मानसरोवर यात्रा मार्ग के नाम से भी प्रसिद्ध है। वरिष्ठ पत्रकार और हिमाल साउथ एशियन के संस्थापक संपादक कनक मणि दीक्षित ने सोशल मीडिया पर अन्य दक्षिण एशियाई पत्रकारों के साथ गलवान घाटी में हुई झड़प पर हैरानी जाहिर की है।
उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत और चीन के बीच सैन्य तनाव और अधिक खतरनाक स्तर पर नहीं पहुंचेगा। वरिष्ठ पत्रकार और देशसंचार(डॉट)कॉम के संपादक युवराज घिमिरे ने आशा व्यक्त की कि भारत और चीन हिमालयी सीमाओं पर शांति बनाने की दिशा में काम करना जारी रखेंगे।
उन्होंने कहा, हमें पूरी उम्मीद है कि इस क्षेत्र में शांति है। अगर भारत और चीन के बीच सैन्य तनाव बढ़ता है तो नेपाल भी इससे प्रभावित होगा, क्योंकि उसके दोनों के साथ संबंध हैं। अगर भारत और चीन मौजूदा तनाव को कम करने के लिए राजनयिक रास्ते का इस्तेमाल करते हैं, तो यह क्षेत्रीय शांति की दिशा में एक अच्छा कदम होगा।
द काठमांडू पोस्ट के पूर्व चीफ एडिटर और अब काठमांडू थिंकटैंक, इंस्टीट्यूट ऑफ इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट स्टडीज (आईआईडीएस) के सीनियर फेलो अखिलेश उपाध्याय ने चीन और भारत दोनों से शांत रहने का आह्वान किया। चीन और भारत के सैनिकों के बीच 1975 के बाद पहली बार हुई हिंसक झड़प से वो बहुत हैरान हैं। वह नेपाल के विशाल पड़ोसियों भारत और चीन से शांत रहने की अपील करते हैं। (www.bbc.com)