मनोरंजन
द कपिल शर्मा शो एक बार फिर से टीवी पर लौट आया है। बीते शनिवार को लॉकडाउन के बाद इसका पहला नया शो टेलीकास्ट किया गया। वहीं, सोशल मीडिया पर इस शो के सेट का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें कृष्णा अभिषेक नजर आ रहे हैं। इस वीडियो को अर्चना पूरन सिंह ने बनाया है, जिसमें कृष्णा का ट्रांसफॉर्मेशन देखते ही बन रहा है। अर्चना के इंस्टाग्राम पर शेयर करते ही यह वीडियो इंटरनेट पर छा चुका है।
इस वायरल वीडियो में कृष्णा अभिषेक ये कहते हुए नजर आ रहे हैं, हम लोग सब फिट होकर वापस आए हैं। जिसके बाद वह अपना मसल्स अर्चना को दिखाते हैं, जिसे देख वह भी दंग रह जाती हैं और कहती हैं, ओ हो..कृष्णा तू घर में इतनी जिमिंग करता था...माइंड ब्लोइंग। अभिषेक ने यह बताया कि कपिल भी अपना वजन घटाकर आए हैं। किकू बस पतला न हो नहीं तो अच्छा नहीं होगा। इस बात को सुनकर अर्चना हंसने लगती हैं।
लॉकडाउन के बाद द कपिल शर्मा शो के पहले गेस्ट के रूप में बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद नजर आए। इस दौरान सोनू काफी भावुक भी हो गए, जब शो पर उन लोगों का वीडियो दिखाया है जो लॉकडाउन के दौरान अपने घर से दूर कहीं फंसे हुए थे और सोनू सूद की मदद से वह अपने घर तक पहुंच पाए। इस वीडियो में कुछ लोग सोनू को धन्यवाद देते नजर आए, तो वहीं किसी के आंसू भी झलक रहे थे, जिसे देख सोनू भी अपने आंसू को रोक नहीं पाए। (जी न्यूज)
सिद्धि जैन
नई दिल्ली, 3 अगस्त (आईएएनएस)| भारतीय सिनेमा और थिएटर की जानी मानी हस्ती अभिनेत्री हिमानी शिवपुरी ने एनएसडी के दिनों को याद किया है।
अभिनेत्री ने 'कुछ कुछ होता है' और 'दिलवाले दुल्हनियां ले जाएंगे' जैसी फिल्मों में अभिनय किया है। उनका कहना है कि जब वह नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (एनएसडी) में थीं तो वह सिर्फ थिएटर के लिए जीती थीं।
इन दिनों शिवपुरी को जी थिएटर के टेलीप्ले 'हमीदाबाई की कोठी' में देखा जा रहा है, जो एक पीरियड ड्रामा है। वह मरती हुई कोठी परंपरा की एक उत्साही कलाकार हमीदाबाई का किरदार निभा रही हैं।
उन्होंने आईएएनस को इंटरव्यू दिया, जिसमें उन्होंने खुद को थिएटर प्रेमी बताया।
पूछे जाने पर कि किसी भी थिएटर और स्क्रीन में कैरेक्टर खुद में ढालने की क्या प्रक्रिया है, जिसपर उन्होंने बताया कि "किसी में जाने के लिए प्रक्रिया एक ही है चाहे वह एक मंच या स्क्रीन हो। मैं जिस डिटेलिंग का पालन करता हूं, वह है कि मैं स्क्रिप्ट से सारी जानकारी इकट्ठा करती हूं, मुझे किरदार में ढलने के लिए स्क्रिप्ट की जानकारी महत्वपूर्ण लगती है।"
अभिनय के क्षेत्र में बदलाव के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "मुझे नहीं लगता कि कोई अंतर है। यह सिर्फ दो प्रकार का होता है। अच्छा या बुरा अभिनय। अच्छे अभिनय के लिए आपको सहजता के साथ मेहनत करनी पड़ती है और बुरे अभिनय के लिए अपको मेहनत करने की कोई आवश्यकता नहीं होती। आप जितना चाहें उतना बुरा हो सकते हैं।"
उन्होंने अपने एनएसडी के दिनों को याद करते हुए बताया, "एनएसडी के दिन जादू भरे थे। मैं जीती भी थिएटर के लिए, सांसें भी इसी के लिए लेती थी। दिन से रात तक तरह तरह के क्लास लेते थे, जिसमें हम प्रोडक्शन से लेकर बैकस्टेज तक सब सिखाते थे। अगर आप बैकस्टेज पर हैं तो आपको ड्रेस से लेकर लाइट तक सब ख्याल रखना होता है।"
उन्होंने आगे बताया, "यहां दुनिया भर से निर्देशक आते थे और मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे कुछ बेहतरीन निर्देशकों के साथ काम करने का मौका मिला। मेरा पहला प्रोडक्शन बीवी कारंत के साथ था, जहां मैं विद्या सुंदर का हिस्सा थी। फिर मैंने एम. के. रैना के साथ कुछ एक्टिंग वर्कशॉप की, जिन्होंने 'चेरी या चिरप' किया, जिसने मुझे स्टाइलिज्ड म्यूजिकल से लेकर पूर्णरूपेण रियलिस्टिक नाटकों का हिस्सा बनने का मौका दिया।
अभिनेत्री ने कहा, "हम सुंदर कलाकृतियों को देखने के लिए गैलरी में जाते थे और कुछ रातें महान जाकिर हुसैन, अल्लाह रक्खा खान और उस्ताद विलायत खान की जुगलबंदी सुनने में व्यतीत होती थीं। यहां पूरी तरह से कलात्मक माहौल था और एक सुंदर अनुभव था। मैंने पूरी तरह थिएटर को समर्पित जीवन जीया है।"
मुंबई, 3 अगस्त (आईएएनएस)| अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती के पिछले कुछ दिनों से लापता होने की खबरों के बाद उनके वकील ने कहा है कि वह फरार नहीं हैं। अभिनेत्री के अधिवक्ता सतीश मानेशिंदे ने कहा, "बिहार पुलिस का यह तर्क सही नहीं है कि रिया चक्रवर्ती लापता हैं। उनका बयान मुंबई पुलिस ने दर्ज किया है। उन्होंने पुलिस के साथ सहयोग किया है और जब भी उन्हें बुलाया गया वो गईं।"
वकील ने आगे कहा, "आज तक उन्हें बिहार पुलिस से कोई नोटिस या समन नहीं मिला है और उनके पास इस मामले की जांच करने का कोई अधिकार नहीं है। रिया ने सुप्रीम कोर्ट से मामले को मुंबई स्थानांतरित करने की मांग की है।"
कई रिपोर्ट में दावा किया गया था कि रिया कुछ दिन पहले आधी रात को अपने परिवार के साथ बिल्डिंग से चली गईं थीं। यह भी कहा गया था कि दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के पिता के.के. सिंह ने प्राथमिकी में रिया समेत छह लोगों पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाते ही रिया लापता हो गईं थीं।
पिछले हफ्ते रिया ने एक वीडियो पोस्ट के जरिए कहा था, "सत्यमेव जयते। सत्य की जीत होगी।"
बता दें कि सुशांत को 14 जून को उनके आवास पर फांसी से लटका हुआ पाया गया था और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में कहा गया था कि अभिनेता ने आत्महत्या की थी।(ians)
मुंबई, 3 अगस्त (वार्ता)। अपनी जादुई आवाज से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध करने वाले किशोर कुमार को वह दिन भी देखना पड़ा था जब वह आपातकाल के दौरान दूरदर्शन और रेडियो पर बैन कर दिए गए थे।
हरदिल अजीज कलाकार किशोर कुमार कई बार विवादों का शिकार हुए। वर्ष 1975 में देश में लगाये गए आपातकाल के दौरान दिल्ली में एक सांस्कृतिक आयोजन में उन्हें गाने का न्यौता मिला। किशोर ने पारिश्रमिक मांगा तो आकाशवाणी और दूरदर्शन पर उनके गायन को प्रतिबंधित कर दिया गया। कहा जाता है कि किशोर कुमार अपने नियमों के पक्के थे, वो जो सोच लेते थे वहीं करते थे। अपने इसी उसूल के चलते उन्हें ये समय देखना पड़ा। बताया जाता है कि आपातकाल के दौरान कांग्रेस चाहती कि किशोर कुमार इंदिरा गांधी के लिए गाना गाएं, लेकिन किशोर ने इसके लिए मना कर दिया। यह बात कांग्रेस को नागवार गुजरी जिसके बाद किशोर कुमार के गानों पर करीब दो वर्षो तक बैन लगा दिया गया।
मध्यप्रदेश के खंडवा में 04 अगस्त 1929 को मध्यवर्गीय बंगाली परिवार में अधिवक्ता कुंजी लाल गांगुली के घर जन्में आभास कुमार गांगुली उर्फ किशोर कुमार का रूझान बचपन से ही पिता के पेशे वकालत की तरफ न होकर संगीत की ओर था। महान अभिनेता एवं गायक के.एल.सहगल के गानों से प्रभावित किशोर कुमार उनकी ही तरह गायक बनना चाहते थे। सहगल से मिलने की चाह लिये किशोर कुमार 18 वर्ष की उम्र में मुंबई पहुंचे। लेकिन उनकी इच्छा पूरी नहीं हो पायी। उस समय तक उनके बड़े भाई अशोक कुमार बतौर अभिनेता अपनी पहचान बना चुके थे।
किशोर कुमार को बतौर गायक सबसे पहले वर्ष 1948 में बांम्बे टाकीज की फिल्म जिद्दी में सहगल के अंदाज मे ही अभिनेता देवानंद के लिये मरने की दुआएं क्यूं मांगू गाने का मौका मिला। बाद में वह देवानंद की आवाज भी कहलाये। फिल्म जिद्दी से जुड़ा एक रोचक तथ्य है, फिल्म की शुरूआत में ही उनकी लता मंगेशकर अनजाने में अनबन हो गयी।
लता मंगेशकर ने इस घटना का जिक्र एक बार कुछ इस प्रकार किया था। बांबे टॉकीज की फिल्म ‘जिद्दी’ के गाने की रिकॉडिंग के लिए जब वे एक लोकल ट्रेन से सफर कर रही थी तो उन्होंने पाया कि एक शख्स भी उसी ट्रेन मे सफर कर रहा है। बाद में स्टूडियो जाने के लिए जब उन्होंने तांगा लिया तो देखा कि वह शख्स भी तांगा लेकर उसी ओर आ रहा है। लता ने कहा जब वह बांबे टॉकीज पहुंची तो उन्होंने देखा कि वह शख्स भी बांबे टॉकीज पहुंचा हुआ है। वे डर गईं कि उनका कोई पीछा कर रहा है इसको लेकर दोनों की अनबन हो गई। बाद में उन्हें पता चला कि वह शख्स किशोर कुमार हैं।
किशोर कुमार ने वर्ष 1951 में बतौर मुख्य अभिनेता फिल्म आन्दोलन से अपने करियर की शुरूआत की लेकिन इस फिल्म से दर्शको के बीच वह अपनी पहचान नहीं बना सके। वर्ष 1953 में प्रदर्शित फिल्म लडक़ी बतौर अभिनेता उनके कैरियर की पहली हिट फिल्म थी।
किशोर कुमार ने 1964 में फिल्म दूर गगन की छांव में के जरिये निर्देशन के क्षेत्र मे कदम रखने के बाद हम दो डाकू ,दूर का राही, बढ़ती का नाम दाढ़ी, शाबास डैडी, दूर वादियों में कही, चलती का नाम जिंदगी और ममता की छांव में जैसी कई फिल्मों का निर्देशन भी किया। निर्देशन के अलावा उन्होंने कई फिल्मों में संगीत भी दिया जिनमें झुमरू. दूर गगन की छांव मे, दूर का राही, जमीन आसमान और ममता की छांव में जैसी फिल्में शामिल है। बतौर निर्माता किशोर कुमार ने दूर गगन की छांव में और दूर का राही जैसी फिल्में भी बनायीं।
वर्ष 1969 में निर्माता निर्देशक शक्ति सामंत की फिल्म आराधना के जरिये किशोर कुमार गायकी के दुनिया के बेताज बादशाह बने लेकिन दिलचस्प बात यह है कि फिल्म के आरंभ के समय संगीतकार सचिन देव वर्मन चाहते थे सभी गाने किसी एक गायक से न गवाकर दो गायकों से गवाएं जाएं। बाद में सचिन देव वर्मन की बीमारी के कारण फिल्म आराधना में उनके पुत्र आर.डी.बर्मन ने संगीत दिया। मेरे सपनों की रानी कब आयेगी तू और रूप तेरा मस्ताना गाना किशोर कुमार ने गाया जो बेहद पसंद किया गया। रूप तेरा मस्ताना गाने के लिये किशोर कुमार को बतौर गायक पहला फिल्म फेयर पुरस्कार मिला। इसके साथ ही फिल्म आराधना के जरिये वह उन ऊंचाइयों पर पहुंच गये। जिसके लिये वह सपनों के शहर मुंबई आये थे।
फिल्म चलती का नाम गाड़ी के मशहूर गीत पांच रुपैया बारह आना की कहानी काफी दिलचस्प है। किशोर कुमार इन्दौर के क्रिश्चियन कॉलेज में पढ़े थे और उनकी आदत थी कॉलेज की कैंटीन से उधार लेकर खुद भी खाना और दोस्तों को भी खिलाना। वह ऐसा समय था जब 10-20 पैसे की उधारी भी बहुत मायने रखती थी। किशोर कुमार पर जब कैंटीन वाले के पांच रुपया बारह आना उधार हो गए और कैंटीन का मालिक जब उनको अपने पांच रुपया बारह आना चुकाने को कहता तो वे कैंटीन में बैठकर ही टेबल पर गिलास और चम्मच बजा बजाकर पांच रुपया बारह आना गा-गाकर कई धुन निकालते थे और कैंटीन वाले की बात अनसुनी कर देते थे। बाद में उन्होंने अपने एक गीत में इस पांच रुपया बारह आना का बहुत ही शानदार ढंग से इस्तेमाल किया।
किशोर कुमार को उनके गाये गीतों के लिये आठ बार फिल्म फेयर पुरस्कार मिला। किशोर कुमार ने अपने सम्पूर्ण फिल्मी कैरियर मे 600 से भी अधिक हिन्दी फिल्मों के लिये अपना स्वर दिया। उन्होंने बंगला, मराठी, आसामी, गुजराती, कन्नड, भोजपुरी और उड़यिा फिल्मों मेंं भी अपनी दिलकश आवाज के जरिये श्रोताओं को भाव विभोर किया।
किशोर कुमार ने कई अभिनेताओ को अपनी आवाज दी लेकिन कुछ मौकों पर मोहम्मद रफी ने उनके लिये गीत गाये थे। दिलचस्प बात यह है कि मोहम्मद रफी किशोर कुमार के लिये गाये गीतों के लिये महज एक रुपये पारिश्रमिक लिया करते थे। किशोर ने चार बार शादी की थी। उनकी पहली पत्नी बंगाली गायका और अभिनेत्री रुमा थीं। इसके किशोर ने अभिनेत्री मधुबाला, योगिता बाली और लीना चन्दावरकर के साथ भी शादी की थी।
वर्ष 1987 मे किशोर कुमार ने निर्णय लिया कि वह फिल्मों से संन्यास लेने के बाद वापस अपने गांव खंडवा लौट जायेंगे। वह अक्सर कहा करते थे कि दूध जलेबी खायेंगे खंडवा में बस जायेंगे लेकिन उनका यह सपना अधूरा ही रह गया। 13 अक्टूबर 1987 को किशोर कुमार को दिल का दौरा पड़ा और वह इस दुनिया से विदा हो गये।
किशोर के बड़े भाई अशोक कुमार का जन्मदिन 13 अक्टूबर को ही था। अपने जन्मदिन की तैयारी में लगे अशोक कुमार को अपने छोटे भाई और किशोर कुमार के निधन की खबर मिली। दादामुनि के लिए यह खबर किसी सदमे से कम नहीं थी। उस दिन के बाद से उन्होंने अपना जन्मदिन मनाना छोड़ दिया। वो अक्सर कहते थे कि मैं उस दिन खुश कैसे हो सकता हूं जिस दिन मेरा भाई चला गया।
मुंबई, 3 अगस्त (वार्ता)। बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद ने सुपरहिट फिल्म ‘दबंग’ के लिये कुछ डायलॉग लिखे थे जो बेहद लोकप्रिय हुये।
सोनू सूद ने हाल ही में एक टीवी कार्यक्रम में शिरकत करते हुये बताया कि उन्होंने फिल्म ‘दबंग’ में सलमान खान के लिये कुछ डायलॉग लिखे थे जो बेहद लोकप्रिय हुये। फिल्म ‘दबंग’ में सोनू सूद ने छेदी सिंह का किरदार निभाया था। सोनू सूद ने बताया कि फिल्म डायलॉग ‘हम तुम में इतने छेद करेंगे’ लिखा है।
सोनू सूद ने कार्यक्रम में बताया, ‘‘मुझे याद है हम लोग फिल्मालय में शूटिंग कर रहे थे और ‘मुन्नी बदनाम हुई’ गाने के बाद वो हमारा पहला दिन था। मेरी डायलॉग लिखने में दिलचस्पी रहती है और मैंने जिन निर्देशकों के साथ काम किया है वो मेरे लिखने के शौक से वाकिफ हैं। अभिनव और मैं अच्छे दोस्त हैं और हम लोग लेखन में काफी प्रयोग करते रहते हैं। इसी दौरान इस डायलॉग का आइडिया आया और अभिनव और मैंने मिलकर इसे तैयार कर लिया और इस तरह ‘हम तुम में इतने छेद करेंगे’ डायलॉग बन गया। जब सलमान भाई ने इसे सुना तो उन्होंने अभिनव से कहा, ‘‘यह डायलॉग बड़ा कमाल है लेकिन भूलना मत किसने लिखा है।’’
सोनू सूद ने बताया, ‘‘मुझे याद है हमारी शूटिंग चल रही थी। सलमान भाई और मैं एक साथ कार में सफर कर रहे थे। सलमान भाई ने ऐसे ही मुझसे पूछा, ‘सोनू तू लंबा बड़ा है, तू कंफर्टेबल है ना। मैंने इसका जवाब देते हुए कहा कि कानून के हाथ और सोनू सूद की लात दोनों बहुत लंबी है भैया। सलमान इस डायलॉग से इतने इम्प्रेस हुए कि हमने अगले ही दिन इसे लेकर शूटिंग की और इसे फिल्म में छेदी सिंह के डायलॉग में शामिल कर लिया, ‘कानून के हाथ और छेदी सिंह की लात, दोनों बहुत लंबी है भैया।’’
80 के दशक में पहली बार प्रसारित हुए रामानंद सागर के पौराणिक शो रामायण ने कोरोना वायरस के चलते देश में लागू हुए लॉकडाउन के बीच टीवी पर वापसी की, जिसे दर्शकों का भरपूर प्यार मिला। टीआरपी की दुनिया में रामायण ने खूब तहलका मचाया। अब ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च चैनल (बीएआरसी) की नई रिपोर्ट के मुताबिक, रामायण टीवी पर सबसे ज्यादा देखे जाने वाला सीरियल बन गया है। बीएआरसी ने 18 से 24 जुलाई के बीच भारतीय दर्शकों के देखने के पैटर्न को जारी किया है, जिसके मुताबिक टीआरपी के मामले में दंगल का रामायण अभी भी सबसे ऊपर यानि पहले स्थान पर है।
रामायण के बाद डीडी नेशनल का श्री कृष्णा है। यह शो भी 90 के दशक में पहली बार टेलिकास्ट हुआ था, और लॉकडाउन के दौरान टीवी पर वापसी की। रामायण और श्रीकृष्ण के अलावा, दंगल का महिमा शनिदेव टीवी पर सबसे ज्यादा देखे जाने वाले शो में तीसरे स्थान पर है। इसके अलावा तारक मेहता का उल्टा चश्मा चौथे नंबर पर है। बता दें हाल ही में, शो को 12 साल पूरे हुए हैं. तारक मेहता का उल्टा चश्मा का पहला एपिसोड 28 जुलाई, 2008 को टेलिकास्ट हुआ था। वहीं पांचवे स्थान पर है दंगल का रक्त संबंध।
इसके अलावा, हिंदी जीईसी अर्बन के अनुसार, तारक मेहता का उल्टा चश्मा टीआरपी के मामले में पहले स्थान पर है। इसके बाद स्टार प्लस पर हाल ही में आए अनुपमां ने दूसरे स्थान पर जगह बनाई है। इस सीरियल के जरिए रूपाली गांगुली ने लंबे समय बाद टीवी की दुनिया में वापसी की है। इस शो में सुधांशु पांडे और आशीष मेहरोत्रा भी मुख्य भूमिकाओं में हैं। वहीं तीसरे नंबर पर ज़ी टीवी का कुंडली भाग्य है। इसके अलावा कलर्स के शक्ति अस्तित्व के अहसास की चौथे और छोटी सरदारनी पांचवे स्थान पर है। (न्यूज18)
मुंबई, 02 अगस्त (वार्ता)। बॉलीवुड के खिलाड़ी कुमार अक्षय कुमार ने मुंबई पुलिस को कोविड-19 लक्षणों का जल्द पता लगाने में सक्षम 1200 स्मार्ट रिस्टबैंड्स गिफ्ट किए हैं।
कोरोना वायरस महामारी के दौरान अक्षय ने सरकार के साथ-साथ कोरोना वॉरियर्स की काफी मदद की है। अक्षय ने एक बार फिर मुंबई पुलिस की मदद की है। इस बार अक्षय ने मुंबई पुलिस को कोविड-19 लक्षणों का जल्द पता लगाने में सक्षम 1200 स्मार्ट रिस्टबैंड्स गिफ्ट किए हैं।
आदित्य ठाकरे ने अपने ट्विटर अकाउंट से इसकी जानकारी साझा करते हुए एक फोटो शेयर की है, जिसमें अक्षय रिस्टबैंड गिफ्ट देते नजर आ रहे हैं। ठाकरे ने फोटो के साथ लिखा है, अक्षय कुमार जी ने मुंबई पुलिस को फिटनेस-हेल्थ ट्रैकिंग डिवाइस सौंपे। यह ऑक्सीजन की लगातार रीडिंग, बॉडी टेम्प और हार्ट रेट के बारे में बताता है और कोविड-19 से लड़ाई में मददगार है।
मुंबई, 2 अगस्त (वार्ता)। भाई -बहन के रिश्तों की अटूट डोर का प्रतीक 'राखी' को केन्द्र में रख कर बॉलीवुड में कई फिल्मों और गीतों की रचना की गयी है जो हमेशा सुपरहिट रही हैं।
रक्षाबंधन का इंतजार हर भाई और बहन साल भर करते हैं। बहन अपने भाई के हाथ पर राखी बांधकर उसकी लंबी उम्र की कामना करती है और भाई अपनी बहन की रक्षा करने का वादा करता है। इस खास मौके पर यदि रक्षाबंधन वाले गाने ना बजे तब राखी का मजा अधूरा सा लगता है। बहन-भाई के इस खूबसूरत रिश्ते पर बने कई गानें सुपरहिट रहे हैं।
निर्माता एल.वी प्रसाद की 1959 में प्रदर्शित फिल्म छोटी बहन संभवत: पहली फिल्म थी। जिसमें भाई-बहन के प्यार भरे अटूट रिश्ते को सिल्वर स्क्रीन पर दिखाया गया था। इस फिल्म में बलराज साहनी ने बड़े भाई और नन्दा ने छोटी बहन की भूमिका निभायी थी। शैलेन्द्र का लिखा और लता मंगेशकर द्वारा गाया फिल्म का गीत 'भईया मेरे राखी के बंधन को निभाना' बेहद लोकप्रिय हुआ था। रक्षा बंधन के गीतों में इस गीत का विशिष्ट स्थान आज भी बरकरार है।
विमल राय की फिल्म बंदिनी में भी एक बेहद मार्मिक गीत था, जिसमें बहन अपने पिता से भाई को सावन में भेजने का अनुरोध करती है। 'अब के बरसभेज भइया को बाबुल सावन में दीजो बुलाय रे'। बहन की व्यथा को बतलाने वाले शैलेन्द्र का लिखे और एस.डी बर्मन के स्वरबद्ध किये इस गीत को भी आशा भोंसले ने अपना कर्णप्रिय स्वर दिया था।
मुंबई, 2 अगस्त (आईएएनएस)| अभिनेता सिद्धांत चतुर्वेदी का कहना है कि उनका दिल एक टाइपराइटर की तरह है और इसमें कुछ भी डिलीट नहीं होता है। सिद्धांत ने इंस्टाग्राम पर एक तस्वीर साझा की है, जिसमें वह शर्टलेस होकर अपने टाइपराइटर को साफ करते हुए दिखाई दे रहे हैं।
पोस्ट में सिद्धांत ने लिखा, "मेरा दिल एक टाइपराइटर है। इसमें कुछ भी डिलीट नहीं होता है। आपका दिल फोन है, जो रीसेट हो जाता है।"
हाल ही में उन्होंने अपनी अब तक की सफलता की यात्रा पर एक कविता लिखकर सोशल मीडिया पर साझा की थी।
सिद्धांत को फिल्म 'गली बॉय' के किरदार एमसी शेर से पहचान मिली थी। उनके आने वाले प्रोजेक्ट्स को लेकर बात करें तो सिद्धांत आगामी फिल्म में दीपिका और अनन्या पांडे के साथ नजर आएंगे, जिसका अभी नाम तय नहीं हुआ है।
इसके अलावा 2021 में रिलीज होने वाली फिल्म 'फोन भूत' में वह कैटरीना कैफ और ईशान खट्टर के साथ हैं। 2005 में आई हिट फिल्म 'बंटी और बबली' के सीक्वल में भी सिद्धांत नजर आएंगे। इस फिल्म में सैफ अली खान और रानी मुखर्जी भी हैं।
मुंबई, 2 अगस्त (आईएएनएस)| लेखक-फिल्म निर्माता ताहिरा कश्यप खुराना जहां बैठकर सोचती और लिखती हैं, उन्होंने उस जगह का इस्तेमाल अब पोज देते हुए तस्वीर खिंचवाने में किया है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि वह इसके लिए खुद को दोषी नहीं मानती हैं। ताहिरा ने इंस्टाग्राम पर एक तस्वीर साझा की है, जिसमें वह एक खिड़की के बगल में ब्लू कलर की ट्यूब ड्रेस पहने नजर आ रही हैं।
उन्होंने लिखा, "मैंने अपने सोचने/लिखने की जगह को फोटो के लिए पोज देने की जगह बना दिया। लेकिन इसके लिए कोई पछतावा नहीं है।"
ताहिरा ने रविवार को फ्रेंडशिप डे पर एक तस्वीर पोस्ट की, जिसमें उन्होंने अपनी 'जीवनरेखाओं' को शामिल किया।
उन्होंने लिखा, "मेरी जीवनरेखाएं। बहुत भाग्यशाली हूं कि आप सभी मेरे जीवन में हैं। हर उतार-चढ़ाव में आप लोग हमेशा मेरे और मैं आपके साथ रही।"
काम की बात करें तो ताहिरा ने कोविड लॉकडाउन के दौरान अपनी चौथी पुस्तक 'द 12 कमांडेंट्स ऑफ बीइंग ए वुमन' का लेखन कार्य समाप्त कर दिया है।
इसके अलावा उन्होंने अपनी फिटनेस बेहतर करने के लिए घर के बाहर साइकिल चलाना भी शुरू किया है।
वह इस समय चंडीगढ़ में अपने पति आयुष्मान खुराना के परिवार के साथ समय बिता रही हैं।
मुंबई, 1 अगस्त (वार्ता)। बॉलीवुड अभिनेत्री जाह्नवी कपूर की आने वाली फिल्म'गुंजन सक्सेना: द करगिल गर्ल'का ट्रेलर रिलीज कर दिया गया है।
जाह्नवी फिल्म 'गुंजन सक्सेना-द करगिल गर्ल'को लेकर काफी चर्चा में है। फिल्म में उन्होंने भारतीय वायुसेना की फ्लाइंग ऑफिसर गुंजन सक्सेना के रोल को बखूबी निभाया है। फिल्म का ट्रेलर रिलीज कर दिया गया है। ट्रेलर में कारगिल युद्ध की भी कुछ झलकियां देखने को मिल रही हैं। ट्रेलर में ये भी दिखाया गया है कि कैसे गुंजन सक्सेना के वायुसेना में आते ही बड़े-बड़े बदलाव होते हैं, कैसे उन्हें वहां पर लड़कों से कमजोर समझा जाता है, कैसे उन्हें नीचा दिखाने की कोशिश होती है, लेकिन इन सबके बावजूद गुंजन सक्सेना भारतीय वायुसेना की जांबाज पायलट बन उभरती हैं।
'गुंजन सक्सेना: द करगिल गर्ल'12 अगस्त को नेटफ्लिक्स पर रिलीज होगी। फिल्म में जाह्नवी कपूर के अलावा अंगद बेदी, मानव विज और पंकज त्रिपाठी भी नजर आएंगे। पंकज त्रिपाठी इस फिल्म में जाह्नवी के पिता के किरदार में नजर आयेंगे।
मुंबई, 1 अगस्त (वार्ता)। बॉलीवुड में अपने संजीदा अभिनय से दर्शकों को मंत्रमुग्ध करने वाली तापसी पन्नू आज 33 वर्ष की हो गयी हैं।
तापसी पन्नू का जन्म 01 अगस्त 1987 को नई दिल्ली में हुआ था। तापसी ने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई जय माता कौर पब्लिक स्कूल अशोक विहार से की है। उसके बाद उन्होंने गुरु तेग बहादुर इंस्टिट््यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से कंप्यूटर साइंस में ग्रेजुएशन किया। स्नातक करने के बाद उन्होंने एक कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में काम किया। मॉडलिंग में रुझान होने के कारण तापसी ने अपनी जॉब बीच में छोड़कर मॉडलिंग की शुरुआत कर दी। वर्ष 2008 में मॉडलिंग के दौरान तापसी ने पैंटालून फेमिना मिस फ्रेश फेस और सफी फेमिना मिस ब्यूटीफुल स्किन का ताज जीता।
तापसी ने अपने फिल्मी करियर की शुरूआत साल 2010 में तेलगू फिल्म राघवेन्द्र राव निर्देशित फिल्म झूमंडी नादम से की थी। तापसी की दूसरी फिल्म तमिल डेब्यू थी, आदुकलम इस फिल्म में उनके अपोजिट धनुष नजर आये थे। फिल्म ब्लॉकबस्टर हिट हुई। इस फिल्म ने नेशनल फिल्म अवाड्र्स में छह नेशनल अवार्ड अपने नाम किये थे।
तापसी पन्नू ने बॉलीवुड में अपने करियर की शुरूआत वर्ष 2013 में प्रदर्शित फिल्म चश्मे बद्दूर से की। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर हिट साबित हुयी। तापसी पन्नू ने वर्ष 2015 में प्रदर्शित सुपरहिट हिट हिंदी फिल्म बेबी में काम किया है। तापसी को निर्देशक शूजीत सरकार की फिल्म 'पिंक'से बड़ी पहचान मिली। इसके बाद तापसी ने'नाम शबाना','सूरमा','द गाजी अटैक,'मनमर्जियां','बदला','मुल्क','सांड की आंख', 'मिशन मंगल' और'थप्पड़'जैसी कइे फिल्मों में काम किया। तापसी ने तेलगु, तमिल, मलयालम और हिन्दी फिल्मों में काम किया है।
मुंबई, 1 अगस्त (वार्ता)। बॉलीवुड के माचो मैन ऋतिक रौशन, निर्देशक सिद्धार्थ आनंद की फिल्म में काम करते नजर आ सकते हैं।
ऋतिक रोशन ने पिछले साल 'सुपर 30' और 'वॉर' जैसी सुपरहिट फिल्मों में काम किया है। इसके बाद से ऋतिक किसी फिल्म में नजर नहीं आये। कहा जा रहा है कि ऋतिक रौशन कोरोना महामारी खत्म होते ही 'कृष 4' शुरू करेंगे। 'कृष 4' के अलावा ऋतिक रौशन का नाम एक और प्रोजेक्ट से जुड़ रहा है, जिसे'वॉर'डायरेक्टर सिद्धार्थ आनंद बना सकते हैं। बताया जा रहा है कि सिद्धार्थ आनंद ने अपनी अगली फिल्म के लिए ऋतिक रोशन से बात कर ली है, जिसका ऐलान जल्द ही हो सकता है।
चर्चा है कि सिद्धार्थ ने अपनी फिल्म की स्क्रिप्ट ऋतिक को सुनाई है। 'वॉर' की तरह यह भी एक एक्शन थ्रिलर ही होगी। फिल्म को बहुत बड़े स्तर पर शूट किया जाएगा। ऋतिक और सिद्धार्थ 'वार' के पूर्व'बैंग-बैंग'में भी साथ काम कर चुके हैं।
मुंबई, 1 अगस्त (वार्ता)। बतौर बाल कलाकार अपने सिने करियर की शुरूआत करने वाली मीना कुमारी ने अपने दमदार अभिनय से दर्शकों के दिलों पर अमिट पहचान बनायी।
1 अगस्त 1932 को मुंबई में जन्मी मीना कुमारी मूल नाम माहजबीं ने बतौर बाल कलाकार वर्ष 1939 में प्रदर्शित विजय भटृ की फिल्म लेदरफेस से अपने सिने करियर की शुरूआत की। वर्ष 1952 में मीना कुमारी को विजय भटृ के निर्देशन में ही फिल्म बैजू बावरा में काम करने का मौका मिला। फिल्म की सफलता के बाद मीना कुमारी बतौर अभिनेत्री फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाने में सफल हो गयी ।
वर्ष 1952 में मीना कुमारी ने फिल्म निर्देशक कमाल अमरोही के साथ शादी कर ली। कमाल और मीना के निकाह की कहानी काफी दिलचस्प है। मात्र दो घंटे में दोनों का निकाह हो गया था। बताया जाता है कि जिस क्लीनिक में मीना की फिजियोथेरेपी चल रही थी, वहां पिता अली बख्श रोज मीना को रात आठ बजे उनकी बहन मधु के साथ छोड़ देते थे और दस बजे लेने पहुंच जाते थे। इसी दो घंटे के बीच में मीना ने कमाल अमरोही संग शादी कर ली।
वर्ष 1962 मीना कुमारी के सिने कैरियर का अहम पड़ाव साबित हुआ। इस वर्ष उनकी आरती, मैं चुप रहूंगी और साहिब बीबी और गुलाम जैसी फिल्में प्रदर्शित हुयी । इसके साथ ही इन फिल्मों के लिये वह सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के फिल्म फेयर पुरस्कार के लिये नामित की गयी। यह फिल्म फेयर के इतिहास मे पहला ऐसा मौका था जहां एक अभिनेत्री को फिल्म फेयर के तीन नोमिनेशन मिले थे।
मुंबई, 1 अगस्त (आईएएनएस)| सुशांत सिंह राजपूत मामले में अंकिता लोखंडे से पूछताछ करने गई बिहार पुलिस की टीम को अभिनेत्री के आवास से लग्जरी कार जैगुआर से बाहर निकलते हुए देखा गया। न्यूज 18 डॉट कॉम की रिपोर्ट के अनुसार, ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि पुलिस टीम मुंबई के एक स्थान पर रूकी हुई थी, जो मलाड में स्थित अंकिता के निवास से करीब तीन किलोमीटर की दूरी पर था। कोविड महामारी के कारण, सड़कों पर कैब और ऑटोरिक्शा उपलब्ध नहीं थे। वहीं वेबसाइट ने यह भी बताया कि बिहार पुलिस की टीम को मुंबई पुलिस से कोई वाहन संबंधी सहायता नहीं मिली थी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि बिहार पुलिस के जवानों को अंकिता के आवास तक पहुंचने के लिए तीन किलोमीटर पैदल चलना पड़ा। पूछताछ करीब एक घंटे तक चली, जिसके बाद अभिनेत्री ने अपने जैगुआर को पुलिस को सौंप दिया, जिससे वापस उन्हें इतनी लंबी दूरी तय न करनी पड़े।
सूत्रों ने कहा कि पुलिस टीम ने अंकिता से करीब 30 सवाल पूछे थे। हालांकि पूछताछ संबंधी विवरण अभी तक सामने नहीं आया है।
मुंबई, 1 अगस्त (आईएएनएस)| गायक-संगीतकार अंकित तिवारी 'तेरी गलियां' और 'कतरा कतरा' जैसे प्रेम गीतों के लिए जाने जाते हैं। उन्हें लगता है कि रोमांटिक शब्द उनके नाम का पर्याय बन गया है। उन्होंने कहा, "अब तक मैंने ज्यादातर रोमांटिक ट्रैक किए हैं। लेकिन 'दिल चीज तुझे दे दी' और 'मिस्टर एक्स' फिल्म का एक और गाना पेपी ट्रैक थे। एक संगीतकार के रूप में मैं विभिन्न शैलियों में काम करने की कोशिश करना चाहता हूं और मैं हमेशा हमेशा इसके लिए तत्पर रहता हूं। लेकिन मुझे लगता है कि 'रोमांटिक' शब्द मेरे नाम का पर्याय है और इसीलिए मुझे ऐसे ही गीतों के ऑफर ज्यादा आते हैं।"
उनके प्रशंसक जल्द ही उनका एक और लव सॉन्ग सुनेंगे। यह गाना आलिया भट्ट की आगामी फिल्म 'सड़क 2' का 'तुम से ही' है।
अंकित कहते हैं कि वह अपने सभी गाने ऐसे गाते हैं जैसे यह उनका पहला गाना हो।
कलाकार ने आगे कहा, "मैं हर गाने को बराबर समर्पण देता हूं और कड़ी मेहनत करता हूं। मैं इस गीत के साथ भी ऐसा ही था। 'तुम से ही' बनाने में आलिया भट्ट से लेकर पूजा भट्ट और महेश भट्ट तक हर कोई मेरे साथ शामिल था। बेशक हम मिले कम लेकिन फोन के जरिए हमेशा जुड़े रहे। मुझे यह गाना बहुत पसंद आया और उम्मीद है कि दर्शक भी इसे बहुत करेंगे।"
गाने के बारे में उन्होंने खुलासा किया कि यह एक रोमांटिक ट्रैक है और यह गीत शब्बीर अहमद द्वारा लिखा गया है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि इस गाने की खास बात उनकी छोटी सी बेटी बेटी आर्या तिवारी है। हालांकि उन्होंने कहा, "मैं इसके बारे में अधिक खुलासा नहीं कर सकता, आपको इसके बारे में जल्द ही पता चल जाएगा।"
मुंबई, 1 अगस्त (आईएएनएस)| अनुभवी अभिनेता नसीरुद्दीन शाह को लगता है कि भविष्य में ओटीटी प्लेटफॉर्म सिर्फ थिएटर देखने के अनुभव को बदल सकते हैं।
शाह ने आईएएनएस से कहा, "मुझे डर है कि ऐसा होगा। वह दिन बहुत दूर नहीं है कि जब नियमित रूप से फिल्में दूरदर्शन पर दिखाई जाने लगीं। महेश भट्ट की फिल्मों में से एक 'जनम' का प्रीमियर टेलीविजन पर हुआ था। ऐसा करने वाला वह पहला था और उसके बाद कई फिल्मों का प्रीमियर हुआ। यह कल्पना करना मूर्खता है कि मूवी पैलेस हमेशा के लिए चले जाएंगे। हर एक को इस संभावना के साथ जीना होगा कि वे एक दिन नहीं रहेंगे।"
ओटीटी प्लेटफॉर्म के लाभ के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, "ओटीटी के लिए बहुत अच्छा कंटेन्ट लिखा जा रहा है। बहुत सारे उपन्यासों के आइडिया को लेकर कोशिश की जा रही है क्योंकि वहां हमारे सिर पर बैठे सेंसर का बोझ नहीं है। हालांकि ऐसा बहुत दिन तक नहीं रहेगा। मुझे यकीन है कि सेंसर वहां भी जल्दी या कुछ समय बाद आने वाले हैं। दूसरी बात यह है कि वहां यह दबाव नहीं है निर्माता ने जो कहा है उसे शामिल करें या नहीं या इस अभिनेता या गाने या लड़ाई के सीन को शामिल करें। ये सभी निर्थक सुझाव प्रोड्यूसर्स और वितरकों की ओर से आते हैं। ओटीटी पर फिल्म निर्माताओं को इन सब दबावों के बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं है। लिहाजा ओटीटी प्लेटफार्मों पर बहुत सारे दिलचस्प काम हो रहे हैं। युवा लोग फिल्में बना रहे हैं, उनमें से कुछ तो काफी शानदार हैं! मैंने तीन या चार (लघु फिल्में) की हैं, और मैं पूरी तरह से ओटीटी प्लेटफॉर्म पर काम करने का आनंद लेता हूं।"
पिछले कुछ महीनों में महामारी के कारण जिंदगी में आए बदलावों को लेकर उन्होंने कहा, "मैंने अपनी बोरियत को दूर करने के लिए कई तरीके निकाले. मैं और मेरी पत्नी रत्ना ने शेक्सपियर के हर तरह के नाटक पढ़े। हारमोनियम पर सरगम का अभ्यास किया। यह सब करना बहुत मजेदार था।"
मुंबई, 1 अगस्त (आईएएनएस)| सुशांत सिंह राजपूत की बहन श्वेता सिंह कीर्ति ने वह व्हाइट बोर्ड शेयर किया है जिस पर सुशांत की 29 जून से प्लानिंग है। अब ऐसे में एक बार फिर सवालिया निशान लग गया है कि जो व्यक्ति भविष्य की प्लानिंग कर रहा था क्या वह आत्महत्या कर सकता है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हालांकि कहा गया था कि उन्होंने आत्महत्या की है।
श्वेता ने शुक्रवार को वाइट बोर्ड की तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा-भाई का व्हाइट बोर्ड जहां वह रोजाना 29 जून से अपनी कसरत और ट्रांसेडेंटल ध्यान शुरू करने की योजना बना रहे थे। तो वह आगे की योजना बना रहा था।
इस व्हाइट बोर्ड में प्लानिंग इस प्रकार है-
-जल्दी उठना, बिस्तर ठीक करना।
-कटेंट वाली फिल्में और सीरीज देखना।
-गिटार सीखना
-वर्कआउट
-मेडिटेशन
-अपने आस पास की जगह को साफ रखना।
-सीखना, प्रैक्टिस और रिपीट करना।
-तुम वह सब चीज कर सकते हो जिसके बारे में तुमने कभी सोचा नहीं।
-जो तुम सोचते हो वो तुम करते हो और जो तुम करते हो वो तुम हो।
श्वेता सिंह कीर्ति की इस पोस्ट लोगों ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी।
सुशांत सिह राजपूत ने मुंबई में अपने अवास पर कथित तौर पर 14 जून को आत्महत्या कर ली थी।
नई दिल्ली, 31 जुलाई (आईएएनएस)| भाजपा के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी की ओर से सुशांत सिंह राजपूत मामले में नियुक्त किए गए वकील ईश्वरन सिंह भंडारी दिवंगत अभिनेता को न्याय दिलाने के लिए एक जन आंदोलन शुरू करना चाहते हैं। वकील और राजनीतिक विश्लेषक भंडारी को लगता है कि मामले में सीबीआई जांच अनिवार्य हो गई है, ताकि बिहार पुलिस और मुंबई पुलिस के बीच चल रही तनातनी से बचा जा सके।
पिछले महीने सुशांत की कथित आत्महत्या के बाद खबरें सामने आई थी कि उन्होंने अवसाद में यह कदम उठाया है। सुशांत के प्रशंसक उन कारकों के बारे में सोचने लगे कि सुशांत की जिंदगी में ऐसा क्या घटित हो रहा था, कि उन्होंने इतना बड़ा कदम उठाया।
कहानी में एक मोड़ तब आया, जब यह पता चला कि दिवंगत अभिनेता के पिता के.के. सिंह ने बिहार में सुशांत की प्रेमिका और बॉलीवुड अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती सहित छह लोगों पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई है। बिहार पुलिस की एक टीम फिलहाल मुंबई में मामले की जांच कर रही है।
भंडारी ने आईएएनएस से कहा, "जुलाई के पहले सप्ताह से मैं इस मामले का अध्ययन करने के बाद कह रहा हूं कि इसमें सीबीआई जांच की जरूरत है। दुर्भाग्य से मुंबई पुलिस ने अब तक एक भी एफआईआर दर्ज नहीं की है। एक एफआईआर एक आपराधिक अपराध की जांच का पहला कदम होता है। उन्होंने अभी तक पहला कदम भी नहीं उठाया है।"
उन्होंने कहा, "उनका परिवार बिहार गया और बिहार पुलिस ने अब एक आपराधिक मामला दर्ज किया है, जिसकी वे जांच कर रहे हैं। लेकिन बिहार पुलिस कुछ न्यायिक मुद्दों के साथ-साथ तार्किक मुद्दों का भी सामना करेगी, क्योंकि कानून और व्यवस्था राज्य का मामला है।"
वकील ने कहा, "हर कोई न्याय चाहता है और हम पहले ही इस मामले में 45 दिन और अधिक समय बर्बाद कर चुके हैं। साक्ष्य खो जाता है और सबूतों में छेड़छाड़ हो जाती है। इसलिए न्याय और पारदर्शिता के हित में, यह सबसे अच्छा है कि मामला अब सीबीआई के पास चला जाए। इसलिए भी, क्योंकि केंद्रीय एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय भी पहले से ही मनी लॉन्ड्रिंग कोण से इस मामले को देख रही है।"
वकील ने कहा, "एक केंद्रीय एजेंसी वैसे भी शामिल होने जा रही है। इसलिए इस मामले एक केंद्रीय एजेंसी को सौंपना चाहिए। मुंबई पुलिस ने निष्पक्ष जांच की होती और एफआईआर दर्ज होती तो इसकी आवश्यकता शायद नहीं होती। इसका हल सीबीआई जांच है, न कि बिहार और मुंबई सरकार के बीच घमासान युद्ध और लंबी अदालती कार्यवाही। बस इसे सीबीआई को सौंप दें। न्याय दिलाएं और सुशांत सिंह राजपूत मामले की गहन जांच हो।"
सुशांत को 14 जून को मुंबई में उनके घर में फांसी के फंदे से लटका पाया गया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि अभिनेता ने आत्महत्या की है।
भंडारी को लगता है कि यह पूरी तरह से गलत है कि यह महज आत्महत्या का मामला है।
सुशांत के लिए न्याय की मांग करने वाले वकील ने हाल ही में एक शांतिपूर्ण डिजिटल विरोध प्रदर्शन 'हैशटैग कैंडल 4एसएसआर' शुरू किया है।
मुंबई, 31 जुलाई (आईएएनएस)| बॉलीवुड अभिनेता ऋतिक रोशन अभिनीत फिल्म 'सुपर 30' नीदरलैंड में दोबारा रिलीज होने के लिए पूरी तरह से तैयार है। रिलायंस एंटरटेनमेंट के आधिकारिक पेज से एक ट्वीट कर इसकी जानकारी दी गई है, जिसमें लिखा है, "नीदरलैंड एक बार फिर से हकदारों का स्वागत कर रहा है! यहां के सिनेमाघरों में छह अगस्त को इसे रिलीज किया जा रहा है।"
रिलायंस एंटरटेनमेंट ने फिल्म का सह-निर्माण किया है और इसी कंपनी के द्वारा ही फिल्म को नीदरलैंड में दोबारा रिलीज किया जा रहा है।
फिल्म के मुख्य कलाकार इस खबर को सुनकर काफी उत्साहित नजर आए। उन्होंने इंस्टाग्राम पर न्यूज को रीपोस्ट करते हुए लिखा, "यस्ससस!!"
विकास बहल द्वारा निर्देशित यह फिल्म गणितज्ञ आनंद कुमार की जिंदगी और उनके द्वारा संचालित संस्थान 'सुपर 30' पर आधारित है।
मृणाल ठाकुर सह-अभिनीत इस फिल्म ने हाल ही में अपने एक साल पूरे किए।
मुंबई, 31 जुलाई (वार्ता)। आवाज की दुनिया के बेताज बादशाह मोहम्मद रफी निजी जिंदगी में बेहद दरियादिल इंसान थे और हमेशा लोगों की मदद करने में तत्पर रहते थे।
साठ के दशक की शुरुआत में जब संगीतकार जोड़ी लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल फिल्म इंडस्ट्री में संघर्ष कर रहे थे तब उन्हें छोटे बजट की फिल्म ‘छैला बाबू’ के संगीत का जिम्मा सौंपा गया। उन दिनों मोहम्मद रफी सबसे महंगे गायक थे। उनका मेहनताना प्रति गीत करीब पांच हजार रुपए हुआ करता था। लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल, रफी की आवाज में एक गाना (तेरे प्यार ने मुझे गम दिया) रिकॉर्ड करना चाहते थे। उन्होंने जब पैसों की समस्या रफी को बताई तो वे बोले,‘पैसों की फिक्र छोड़ो, गाना रिकॉर्ड करो।’रिकॉर्डिंग के बाद रफी जाने लगे तो लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल ने सकुचाते हुए एक लिफाफा उन्हें थमा दिया। उसमें 500 रुपए थे। रफी ने इन्हें दोनों के हाथों में रखकर कहा, यह मेरी तरफ से शगुन है। इसी तरह मिल-बांटकर काम करते रहो।
पंजाब के कोटलासुल्तान सिंह गांव मे 24 दिसंबर 1924 को एक मध्यम वर्गीय मुस्लिम परिवार में जन्में रफी ने 13 वर्ष की उम्र मे अपना पहला गीत स्टेज पर दर्शको के बीच पेश किया। दर्शको के बीच बैठे संगीतकार श्याम सुंदर को उनका गाना अच्छा लगा और उन्होनें रफी को मुंबई आने के लिए न्यौता दिया। श्याम सुदंर के संगीत निर्देशन में रफी ने अपना पहला गाना सोनिये नी हिरीये नी गायिका जीनत बेगम के साथ एक पंजाबी फिल्म गुल बलोच के लिये गाया। वर्ष 1944 मे नौशाद के संगीत निर्देशन मे उन्हें अपना पहला हिन्दी गाना हिन्दुस्तान के हम है पहले आप के लिए गाया।
वर्ष 1949 मे नौशाद के संगीत निर्देशन मे दुलारी फिल्म मे गाये गीत सुहानी रात ढ़ल चुकी के जरिये वह सफलता की उंचाईयों पर पहुंच गए और इसके बाद उन्होनें पीछे मुडक़र नही देखा। दिलीप कुमार, देवानंद, शम्मी कपूर, राजेन्द्र कुमार, शशि कपूर, राजकुमार जैसे नामचीन नायकों की आवाज कहे जाने वाले रफी अपने सिने कैरियर में लगभग 700 फिल्मों के लिये 26000 से भी ज्यादा गीत गाये। रफी ने हिन्दी फिल्मों के अलावे मराठी और तेलगू फिल्मों के लिये भी गाने गाये। मोहम्मद रफी अपने करियर में 06 बार फिल्म फेयर अवार्ड से सम्मानित किए गए। वर्ष 1965 मे रफी पदमश्री पुरस्कार से भी सम्मानित किए गए।
मुंबई, 31 जुलाई(वार्ता)। बॉलीवुड में अपनी रूमानी अदाओं से दर्शकों को मंत्रमुग्ध करने वाली मुमताज आज 73 वर्ष की हो गयी।
मुमताज का जन्म 31 जुलाई 1947 को मुंबई में हुआ। महज 12 वर्ष की उम्र में उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में अपना कदम रख दिया। साठ के दशक में मुमताज ने कई स्टंट फिल्मों में काम किया, जिनमें उनके नायक की भूमिका दारासिंह ने निभाई। वर्ष 1965 में मुमताज के सिने करियर की अहम फिल्म मेरे सनम प्रदर्शित हुई। इसमें मुमताज खलनायिका की भूमिका में नजर आई। इस फिल्म में आशा भोंसले की आवाज में ओ.पी .नैय्यर के संगीत निर्देशन में उनपर फिल्माया गीत ये है रेश्मी जुल्फों का अंधेरा ना घबराइये उन दिनों श्रोताओं के बीच काफी लोकप्रिय हुआ।
वर्ष 1967 में प्रदर्शित फिल्म पत्थर के सनम मुमताज की महत्वपूर्ण फिल्मों में शुमार की जाती है। मनोज कुमार और वहीदा रहमान अभिनीत इस फिल्म में मुमताज ने सहनायिका की भूमिका निभाई थी। इस फिल्म में भी उन पर एक आइटम गाना ऐ दुश्मन जान फिल्माया गया जो श्रोताओं के बीच काफी लोकप्रिय हुआ। वर्ष 1967 में मुमताज की फिल्म राम और श्याम प्रदर्शित हुयी जो बतौर मुख्य अभिनेत्री के रूप में उनकी पहली सुपरहिट फिल्म साबित हुयी।मुमताज के अभिनय का सितारा निर्माता-निर्देशक राज खोसला की क्लासिकल फिल्म दो रास्ते से चमका। बेहतरीन गीत-संगीत और अभिनय से सजी इस फिल्म की कामयाबी ने न सिर्फ मुमताज बल्कि अभिनेता राजेश खन्ना को भी स्टार के रूप में स्थापित कर दिया।
वर्ष 1974 में मयूर माधवानी के साथ शादी करने के बाद मुमताज ने फिल्मों में काम करना काफी कम कर दिया। 1 वर्ष 1977 में प्र्दर्शित फिल्म आइना बतौर अभिनेत्री उनके के सिने कैरियर की अंतिम फिल्म साबित हुयी। दुर्भाग्य से यह फिल्म टिकट खिडक़ी पर असफल साबित हुई। लगभग 12 वर्षो के बाद वर्ष 1989 में प्रदर्शित फिल्म आंधिया से मुमताज ने अपने सिने करियर की दूसरी पारी शुरू की लेकिन यह फिल्म भी टिकट खिडक़ी पर असफल साबित हुयी। मुमताज की जोड़ी राजेश खन्ना के साथ काफी पसंद की गई। मुमताज ने अपने दो दशक लंबे सिने कैरियर में लगभग 100 फिल्मोंमें काम किया है।मुमताज इन दिनों फिल्म इंडस्ट्री में सक्रिय नही है।
बॉलीवुड एक्टर बॉबी देओल की अपकमिंग वेब सीरीज आश्रम का पहला लुक जारी कर दिया गया है। इसे खुद बॉबी देओल ने अपने सभी सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर किया है। उन्होंने फर्स्ट लुक को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा-आश्रम का पहला लुक ये रहा। मैं इसे आप सभी के साथ 28 अगस्त, 2020 को एक साथ देखने का इंतजार कर रहा हूं। बॉबी देओल ने ये भी जानकारी दी है कि ये वेब सीरीज एमएक्स प्लेयर पर होगा स्ट्रीम होगा। बहरहाल, उनके लुकी की काफी तारीफ हो रही है।
बॉबी देओल वेब शो आश्रम में एक साधू के रोल में हैं। उनके फर्स्ट लुक को देख इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है। इस सीरीज में दर्शन कुमार इंस्पेक्टर बने हैं। खास बात यह है कि इस वेब शो मशहूर टीवी आर्टिस्ट सचिन श्रॉफ की वापसी हो रही है। हाल के बरसों में वे ग्लैमर जगत से जरा दूर रहे हैं। आश्रम को बॉलीवुड के मशहूर डायरेक्टर प्रकाश झा बना रहे हैं।
हाल ही में बॉबी देओल की हृद्गह्लद्घद्यद्ब& सीरीज क्लास ऑफ 83 का लुक जारी किया गया था। इसमें वो पुलिस अफसर के रोल में नजर आए थे। बॉबी देओल हाल ही में रेस 3 और हाउसफुल 4 जैसी बड़ी फिल्मों में नजर आए थे। बॉबी देओल ने अपने करियर की शुरआत हिंदी सिनेमा में बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट फिल्म धर्मवीर से की थी। उसके बाद सही मायने में उनके करियर की शुरुआत साल 1995 में फिल्म बरसात से हुई। इस फिल्म में उनके अपोजिट ट्विंकल खन्ना नजर आयीं थीं। इस फिल्म के उन्हें फिल्मफेयर के डेब्यू पुरुस्कार से भी सम्मानित किया गया था।
मुंबई, 31 जुलाई (आईएएनएस)। अभिनेता ऋत्विक भौमिक का कहना है कि अनुभवी अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने उन्हें एक शॉट के लिए थका हुआ नजर आने के लिए एक महत्वपूर्ण हैक सिखाया। ऋत्विक ने कहा, "नसीरुद्दीन शाह के साथ शूटिंग करना एक सपने के सच होने जैसा था। अपने पूरे जीवन में मुझे दो अभिनेताओं एसआरके और नसीरुद्दीन सर के साथ काम करने की लालसा रही है। उनसे सीखने के लिए बहुत कुछ है।"
ऋत्विक आगामी वेब सीरीज 'बैंडिश बैंडिट्स' में नसीरुद्दीन के साथ दिखाई देंगे। उन्होंने एक शॉट याद किया, जिसमें उन्हें थका हुआ नजर आना था।
उन्होंने कहा, "सीक्वेंस करने के लिए मैंने अपने कपड़ों को पानी में भीगा दिया और थकने के लिए सेट पर दौड़ता रहा। हालांकि, नसीरुद्दीन सर ने मुझे बताया कि मुझे वास्तव में तीन-चार किलोमीटर दौड़ना पड़ेगा, ताकि वह थकान मेरे चेहरे पर नजर आए! फिर उन्होंने मुझे एक बहुत ही आसान सा लाइफ-हैक बताया, जिससे मुझे 10 सेकंड से भी कम समय में थकान महसूस होने लगेगी। उन्होंने मुझे अपनी सांस रोककर, झुकने और मेरे सिर पर एक बार खून चढ़ाने के लिए कहा और फिर सामान्य स्थिति में आने कहा। इससे मुझे ठीक वैसा ही लगा जैसे, मैंने न जाने कितने मील की दौड़ लगाई है, वह भी बिना अपनी जगह से उठे।"
एमेजॉन प्राइम पर 4 अगस्त को रिलीज होने वाले 10 एपिसोड के सीरीज में नसीरुद्दीन शाह, शीबा चड्ढा, कुणाल रॉय कपूर और राजेश तैलंग भी हैं।
नई दिल्ली, 30 जुलाई (आईएएनएस)| मॉडल-अभिनेता और फिटनेस लवर मिलिंद सोमन अपनी उम्र के अर्धशतक में हैं, लेकिन वह फिटनेस के मामले 30 के लगते हैं। वह कहते हैं कि लगातार सक्रिय रहना, हाइड्रेट रखना और अपनी देखभाल करना बढ़ती उम्र से लड़ने के प्रमुख तत्व हैं। मिलिंद ने कुछ ऐसे टिप्स साझा किए जो खान-पान में मामूली बदलाव और जीवनशैली में कुछ बदलाव लाने के बारे में है।
बाहर जाकर वर्कआउट करना: मुझे वर्कआउट करना और दौड़ना पसंद है। इस आदत ने मेरे शरीर को सक्रिय और फिट रखने में मदद की है। बहुत से लोग सोचते हैं कि उम्र बढ़ने से आपकी फिटनेस और सहनशीलता कम होती है, लेकिन मेरे मामले में ये उलटा है। मैंने 40 की उम्र में दौड़ना शुरू किया था। यकीन रखिए, ऐसा करके आप कभी भी खुद को चुनौती देने के लिए बहुत बूढ़े नहीं होंगे। एक बार जब आप अपने शरीर का सम्मान करना शुरू कर देते हैं, और इसे नियमित रूप से स्वस्थ रखने की दिशा में काम करते हैं, तो इससे मिलने वाले परिणाम आपको विस्मित कर देंगे। इसकी शुरूआत करने का एक ही तरीका है, एक कदम से शुरू करना।
मैराथन दौड़ना या सिक्स पैक बनाना आवश्यक नहीं है! वो व्यायाम करें जिनका आप आनंद ले सकते हैं, जो आपकी मूल मांसपेशियों की शक्ति, संयुक्त लचीलेपन और कार्डियो वैस्कुलर सहनशीलता को बनाए रखने में आपकी मदद करते हैं।
अपने आप को बेहतर बनाना महत्वपूर्ण है:
सुनिश्चित करें कि आपके शरीर को पर्याप्त पानी मिलता है जो त्वचा के संतुलन को बहाल करने में मदद करता है और गर्मी से लड़ता है। प्राकृतिक मॉइस्चराइजर का उपयोग आपकी त्वचा को हाइड्रेट करने के लिए अच्छा हो सकता है। शरीर और त्वचा को हाइड्रेट करने के लिए हर दिन पर्याप्त पानी, ताजे फल और सब्जियों का सेवन करना सुनिश्चित करें।
खुद की देखभाल करें: खुद की देखभाल करना और स्वस्थ, सक्रिय रहना सबसे महत्वपूर्ण है। हर दिन अपने लिए समय जरूर निकालें। बिना डर के जिंदगी को पूर्ण रूप में जीने के लिए आगे बढ़ते रहें।
हर दिन बादाम खाएं: बादाम एक ऐसी चीज है जिसे मैं हर दिन खाता हूं। वे प्रोटीन और ऊर्जा का एक समृद्ध स्रोत हैं, और सेल और मांसपेशियों की रिकवरी के बाद की गतिविधि में योगदान करता है। इसके अलावा बादाम में संतृप्त गुण होते हैं। मैं अपने दिन की शुरुआत मुट्ठी भर बादाम से करता हूं। आप नाश्ते में, नाश्ते के हिस्से के रूप में या नाश्ते और भोजन के बीच कभी भी कर सकते हैं।