मनोरंजन
मुंबई, 1 अगस्त (वार्ता)। बॉलीवुड के माचो मैन ऋतिक रौशन, निर्देशक सिद्धार्थ आनंद की फिल्म में काम करते नजर आ सकते हैं।
ऋतिक रोशन ने पिछले साल 'सुपर 30' और 'वॉर' जैसी सुपरहिट फिल्मों में काम किया है। इसके बाद से ऋतिक किसी फिल्म में नजर नहीं आये। कहा जा रहा है कि ऋतिक रौशन कोरोना महामारी खत्म होते ही 'कृष 4' शुरू करेंगे। 'कृष 4' के अलावा ऋतिक रौशन का नाम एक और प्रोजेक्ट से जुड़ रहा है, जिसे'वॉर'डायरेक्टर सिद्धार्थ आनंद बना सकते हैं। बताया जा रहा है कि सिद्धार्थ आनंद ने अपनी अगली फिल्म के लिए ऋतिक रोशन से बात कर ली है, जिसका ऐलान जल्द ही हो सकता है।
चर्चा है कि सिद्धार्थ ने अपनी फिल्म की स्क्रिप्ट ऋतिक को सुनाई है। 'वॉर' की तरह यह भी एक एक्शन थ्रिलर ही होगी। फिल्म को बहुत बड़े स्तर पर शूट किया जाएगा। ऋतिक और सिद्धार्थ 'वार' के पूर्व'बैंग-बैंग'में भी साथ काम कर चुके हैं।
मुंबई, 1 अगस्त (वार्ता)। बतौर बाल कलाकार अपने सिने करियर की शुरूआत करने वाली मीना कुमारी ने अपने दमदार अभिनय से दर्शकों के दिलों पर अमिट पहचान बनायी।
1 अगस्त 1932 को मुंबई में जन्मी मीना कुमारी मूल नाम माहजबीं ने बतौर बाल कलाकार वर्ष 1939 में प्रदर्शित विजय भटृ की फिल्म लेदरफेस से अपने सिने करियर की शुरूआत की। वर्ष 1952 में मीना कुमारी को विजय भटृ के निर्देशन में ही फिल्म बैजू बावरा में काम करने का मौका मिला। फिल्म की सफलता के बाद मीना कुमारी बतौर अभिनेत्री फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाने में सफल हो गयी ।
वर्ष 1952 में मीना कुमारी ने फिल्म निर्देशक कमाल अमरोही के साथ शादी कर ली। कमाल और मीना के निकाह की कहानी काफी दिलचस्प है। मात्र दो घंटे में दोनों का निकाह हो गया था। बताया जाता है कि जिस क्लीनिक में मीना की फिजियोथेरेपी चल रही थी, वहां पिता अली बख्श रोज मीना को रात आठ बजे उनकी बहन मधु के साथ छोड़ देते थे और दस बजे लेने पहुंच जाते थे। इसी दो घंटे के बीच में मीना ने कमाल अमरोही संग शादी कर ली।
वर्ष 1962 मीना कुमारी के सिने कैरियर का अहम पड़ाव साबित हुआ। इस वर्ष उनकी आरती, मैं चुप रहूंगी और साहिब बीबी और गुलाम जैसी फिल्में प्रदर्शित हुयी । इसके साथ ही इन फिल्मों के लिये वह सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के फिल्म फेयर पुरस्कार के लिये नामित की गयी। यह फिल्म फेयर के इतिहास मे पहला ऐसा मौका था जहां एक अभिनेत्री को फिल्म फेयर के तीन नोमिनेशन मिले थे।
मुंबई, 1 अगस्त (आईएएनएस)| सुशांत सिंह राजपूत मामले में अंकिता लोखंडे से पूछताछ करने गई बिहार पुलिस की टीम को अभिनेत्री के आवास से लग्जरी कार जैगुआर से बाहर निकलते हुए देखा गया। न्यूज 18 डॉट कॉम की रिपोर्ट के अनुसार, ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि पुलिस टीम मुंबई के एक स्थान पर रूकी हुई थी, जो मलाड में स्थित अंकिता के निवास से करीब तीन किलोमीटर की दूरी पर था। कोविड महामारी के कारण, सड़कों पर कैब और ऑटोरिक्शा उपलब्ध नहीं थे। वहीं वेबसाइट ने यह भी बताया कि बिहार पुलिस की टीम को मुंबई पुलिस से कोई वाहन संबंधी सहायता नहीं मिली थी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि बिहार पुलिस के जवानों को अंकिता के आवास तक पहुंचने के लिए तीन किलोमीटर पैदल चलना पड़ा। पूछताछ करीब एक घंटे तक चली, जिसके बाद अभिनेत्री ने अपने जैगुआर को पुलिस को सौंप दिया, जिससे वापस उन्हें इतनी लंबी दूरी तय न करनी पड़े।
सूत्रों ने कहा कि पुलिस टीम ने अंकिता से करीब 30 सवाल पूछे थे। हालांकि पूछताछ संबंधी विवरण अभी तक सामने नहीं आया है।
मुंबई, 1 अगस्त (आईएएनएस)| गायक-संगीतकार अंकित तिवारी 'तेरी गलियां' और 'कतरा कतरा' जैसे प्रेम गीतों के लिए जाने जाते हैं। उन्हें लगता है कि रोमांटिक शब्द उनके नाम का पर्याय बन गया है। उन्होंने कहा, "अब तक मैंने ज्यादातर रोमांटिक ट्रैक किए हैं। लेकिन 'दिल चीज तुझे दे दी' और 'मिस्टर एक्स' फिल्म का एक और गाना पेपी ट्रैक थे। एक संगीतकार के रूप में मैं विभिन्न शैलियों में काम करने की कोशिश करना चाहता हूं और मैं हमेशा हमेशा इसके लिए तत्पर रहता हूं। लेकिन मुझे लगता है कि 'रोमांटिक' शब्द मेरे नाम का पर्याय है और इसीलिए मुझे ऐसे ही गीतों के ऑफर ज्यादा आते हैं।"
उनके प्रशंसक जल्द ही उनका एक और लव सॉन्ग सुनेंगे। यह गाना आलिया भट्ट की आगामी फिल्म 'सड़क 2' का 'तुम से ही' है।
अंकित कहते हैं कि वह अपने सभी गाने ऐसे गाते हैं जैसे यह उनका पहला गाना हो।
कलाकार ने आगे कहा, "मैं हर गाने को बराबर समर्पण देता हूं और कड़ी मेहनत करता हूं। मैं इस गीत के साथ भी ऐसा ही था। 'तुम से ही' बनाने में आलिया भट्ट से लेकर पूजा भट्ट और महेश भट्ट तक हर कोई मेरे साथ शामिल था। बेशक हम मिले कम लेकिन फोन के जरिए हमेशा जुड़े रहे। मुझे यह गाना बहुत पसंद आया और उम्मीद है कि दर्शक भी इसे बहुत करेंगे।"
गाने के बारे में उन्होंने खुलासा किया कि यह एक रोमांटिक ट्रैक है और यह गीत शब्बीर अहमद द्वारा लिखा गया है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि इस गाने की खास बात उनकी छोटी सी बेटी बेटी आर्या तिवारी है। हालांकि उन्होंने कहा, "मैं इसके बारे में अधिक खुलासा नहीं कर सकता, आपको इसके बारे में जल्द ही पता चल जाएगा।"
मुंबई, 1 अगस्त (आईएएनएस)| अनुभवी अभिनेता नसीरुद्दीन शाह को लगता है कि भविष्य में ओटीटी प्लेटफॉर्म सिर्फ थिएटर देखने के अनुभव को बदल सकते हैं।
शाह ने आईएएनएस से कहा, "मुझे डर है कि ऐसा होगा। वह दिन बहुत दूर नहीं है कि जब नियमित रूप से फिल्में दूरदर्शन पर दिखाई जाने लगीं। महेश भट्ट की फिल्मों में से एक 'जनम' का प्रीमियर टेलीविजन पर हुआ था। ऐसा करने वाला वह पहला था और उसके बाद कई फिल्मों का प्रीमियर हुआ। यह कल्पना करना मूर्खता है कि मूवी पैलेस हमेशा के लिए चले जाएंगे। हर एक को इस संभावना के साथ जीना होगा कि वे एक दिन नहीं रहेंगे।"
ओटीटी प्लेटफॉर्म के लाभ के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, "ओटीटी के लिए बहुत अच्छा कंटेन्ट लिखा जा रहा है। बहुत सारे उपन्यासों के आइडिया को लेकर कोशिश की जा रही है क्योंकि वहां हमारे सिर पर बैठे सेंसर का बोझ नहीं है। हालांकि ऐसा बहुत दिन तक नहीं रहेगा। मुझे यकीन है कि सेंसर वहां भी जल्दी या कुछ समय बाद आने वाले हैं। दूसरी बात यह है कि वहां यह दबाव नहीं है निर्माता ने जो कहा है उसे शामिल करें या नहीं या इस अभिनेता या गाने या लड़ाई के सीन को शामिल करें। ये सभी निर्थक सुझाव प्रोड्यूसर्स और वितरकों की ओर से आते हैं। ओटीटी पर फिल्म निर्माताओं को इन सब दबावों के बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं है। लिहाजा ओटीटी प्लेटफार्मों पर बहुत सारे दिलचस्प काम हो रहे हैं। युवा लोग फिल्में बना रहे हैं, उनमें से कुछ तो काफी शानदार हैं! मैंने तीन या चार (लघु फिल्में) की हैं, और मैं पूरी तरह से ओटीटी प्लेटफॉर्म पर काम करने का आनंद लेता हूं।"
पिछले कुछ महीनों में महामारी के कारण जिंदगी में आए बदलावों को लेकर उन्होंने कहा, "मैंने अपनी बोरियत को दूर करने के लिए कई तरीके निकाले. मैं और मेरी पत्नी रत्ना ने शेक्सपियर के हर तरह के नाटक पढ़े। हारमोनियम पर सरगम का अभ्यास किया। यह सब करना बहुत मजेदार था।"
मुंबई, 1 अगस्त (आईएएनएस)| सुशांत सिंह राजपूत की बहन श्वेता सिंह कीर्ति ने वह व्हाइट बोर्ड शेयर किया है जिस पर सुशांत की 29 जून से प्लानिंग है। अब ऐसे में एक बार फिर सवालिया निशान लग गया है कि जो व्यक्ति भविष्य की प्लानिंग कर रहा था क्या वह आत्महत्या कर सकता है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हालांकि कहा गया था कि उन्होंने आत्महत्या की है।
श्वेता ने शुक्रवार को वाइट बोर्ड की तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा-भाई का व्हाइट बोर्ड जहां वह रोजाना 29 जून से अपनी कसरत और ट्रांसेडेंटल ध्यान शुरू करने की योजना बना रहे थे। तो वह आगे की योजना बना रहा था।
इस व्हाइट बोर्ड में प्लानिंग इस प्रकार है-
-जल्दी उठना, बिस्तर ठीक करना।
-कटेंट वाली फिल्में और सीरीज देखना।
-गिटार सीखना
-वर्कआउट
-मेडिटेशन
-अपने आस पास की जगह को साफ रखना।
-सीखना, प्रैक्टिस और रिपीट करना।
-तुम वह सब चीज कर सकते हो जिसके बारे में तुमने कभी सोचा नहीं।
-जो तुम सोचते हो वो तुम करते हो और जो तुम करते हो वो तुम हो।
श्वेता सिंह कीर्ति की इस पोस्ट लोगों ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी।
सुशांत सिह राजपूत ने मुंबई में अपने अवास पर कथित तौर पर 14 जून को आत्महत्या कर ली थी।
नई दिल्ली, 31 जुलाई (आईएएनएस)| भाजपा के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी की ओर से सुशांत सिंह राजपूत मामले में नियुक्त किए गए वकील ईश्वरन सिंह भंडारी दिवंगत अभिनेता को न्याय दिलाने के लिए एक जन आंदोलन शुरू करना चाहते हैं। वकील और राजनीतिक विश्लेषक भंडारी को लगता है कि मामले में सीबीआई जांच अनिवार्य हो गई है, ताकि बिहार पुलिस और मुंबई पुलिस के बीच चल रही तनातनी से बचा जा सके।
पिछले महीने सुशांत की कथित आत्महत्या के बाद खबरें सामने आई थी कि उन्होंने अवसाद में यह कदम उठाया है। सुशांत के प्रशंसक उन कारकों के बारे में सोचने लगे कि सुशांत की जिंदगी में ऐसा क्या घटित हो रहा था, कि उन्होंने इतना बड़ा कदम उठाया।
कहानी में एक मोड़ तब आया, जब यह पता चला कि दिवंगत अभिनेता के पिता के.के. सिंह ने बिहार में सुशांत की प्रेमिका और बॉलीवुड अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती सहित छह लोगों पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई है। बिहार पुलिस की एक टीम फिलहाल मुंबई में मामले की जांच कर रही है।
भंडारी ने आईएएनएस से कहा, "जुलाई के पहले सप्ताह से मैं इस मामले का अध्ययन करने के बाद कह रहा हूं कि इसमें सीबीआई जांच की जरूरत है। दुर्भाग्य से मुंबई पुलिस ने अब तक एक भी एफआईआर दर्ज नहीं की है। एक एफआईआर एक आपराधिक अपराध की जांच का पहला कदम होता है। उन्होंने अभी तक पहला कदम भी नहीं उठाया है।"
उन्होंने कहा, "उनका परिवार बिहार गया और बिहार पुलिस ने अब एक आपराधिक मामला दर्ज किया है, जिसकी वे जांच कर रहे हैं। लेकिन बिहार पुलिस कुछ न्यायिक मुद्दों के साथ-साथ तार्किक मुद्दों का भी सामना करेगी, क्योंकि कानून और व्यवस्था राज्य का मामला है।"
वकील ने कहा, "हर कोई न्याय चाहता है और हम पहले ही इस मामले में 45 दिन और अधिक समय बर्बाद कर चुके हैं। साक्ष्य खो जाता है और सबूतों में छेड़छाड़ हो जाती है। इसलिए न्याय और पारदर्शिता के हित में, यह सबसे अच्छा है कि मामला अब सीबीआई के पास चला जाए। इसलिए भी, क्योंकि केंद्रीय एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय भी पहले से ही मनी लॉन्ड्रिंग कोण से इस मामले को देख रही है।"
वकील ने कहा, "एक केंद्रीय एजेंसी वैसे भी शामिल होने जा रही है। इसलिए इस मामले एक केंद्रीय एजेंसी को सौंपना चाहिए। मुंबई पुलिस ने निष्पक्ष जांच की होती और एफआईआर दर्ज होती तो इसकी आवश्यकता शायद नहीं होती। इसका हल सीबीआई जांच है, न कि बिहार और मुंबई सरकार के बीच घमासान युद्ध और लंबी अदालती कार्यवाही। बस इसे सीबीआई को सौंप दें। न्याय दिलाएं और सुशांत सिंह राजपूत मामले की गहन जांच हो।"
सुशांत को 14 जून को मुंबई में उनके घर में फांसी के फंदे से लटका पाया गया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि अभिनेता ने आत्महत्या की है।
भंडारी को लगता है कि यह पूरी तरह से गलत है कि यह महज आत्महत्या का मामला है।
सुशांत के लिए न्याय की मांग करने वाले वकील ने हाल ही में एक शांतिपूर्ण डिजिटल विरोध प्रदर्शन 'हैशटैग कैंडल 4एसएसआर' शुरू किया है।
मुंबई, 31 जुलाई (आईएएनएस)| बॉलीवुड अभिनेता ऋतिक रोशन अभिनीत फिल्म 'सुपर 30' नीदरलैंड में दोबारा रिलीज होने के लिए पूरी तरह से तैयार है। रिलायंस एंटरटेनमेंट के आधिकारिक पेज से एक ट्वीट कर इसकी जानकारी दी गई है, जिसमें लिखा है, "नीदरलैंड एक बार फिर से हकदारों का स्वागत कर रहा है! यहां के सिनेमाघरों में छह अगस्त को इसे रिलीज किया जा रहा है।"
रिलायंस एंटरटेनमेंट ने फिल्म का सह-निर्माण किया है और इसी कंपनी के द्वारा ही फिल्म को नीदरलैंड में दोबारा रिलीज किया जा रहा है।
फिल्म के मुख्य कलाकार इस खबर को सुनकर काफी उत्साहित नजर आए। उन्होंने इंस्टाग्राम पर न्यूज को रीपोस्ट करते हुए लिखा, "यस्ससस!!"
विकास बहल द्वारा निर्देशित यह फिल्म गणितज्ञ आनंद कुमार की जिंदगी और उनके द्वारा संचालित संस्थान 'सुपर 30' पर आधारित है।
मृणाल ठाकुर सह-अभिनीत इस फिल्म ने हाल ही में अपने एक साल पूरे किए।
मुंबई, 31 जुलाई (वार्ता)। आवाज की दुनिया के बेताज बादशाह मोहम्मद रफी निजी जिंदगी में बेहद दरियादिल इंसान थे और हमेशा लोगों की मदद करने में तत्पर रहते थे।
साठ के दशक की शुरुआत में जब संगीतकार जोड़ी लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल फिल्म इंडस्ट्री में संघर्ष कर रहे थे तब उन्हें छोटे बजट की फिल्म ‘छैला बाबू’ के संगीत का जिम्मा सौंपा गया। उन दिनों मोहम्मद रफी सबसे महंगे गायक थे। उनका मेहनताना प्रति गीत करीब पांच हजार रुपए हुआ करता था। लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल, रफी की आवाज में एक गाना (तेरे प्यार ने मुझे गम दिया) रिकॉर्ड करना चाहते थे। उन्होंने जब पैसों की समस्या रफी को बताई तो वे बोले,‘पैसों की फिक्र छोड़ो, गाना रिकॉर्ड करो।’रिकॉर्डिंग के बाद रफी जाने लगे तो लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल ने सकुचाते हुए एक लिफाफा उन्हें थमा दिया। उसमें 500 रुपए थे। रफी ने इन्हें दोनों के हाथों में रखकर कहा, यह मेरी तरफ से शगुन है। इसी तरह मिल-बांटकर काम करते रहो।
पंजाब के कोटलासुल्तान सिंह गांव मे 24 दिसंबर 1924 को एक मध्यम वर्गीय मुस्लिम परिवार में जन्में रफी ने 13 वर्ष की उम्र मे अपना पहला गीत स्टेज पर दर्शको के बीच पेश किया। दर्शको के बीच बैठे संगीतकार श्याम सुंदर को उनका गाना अच्छा लगा और उन्होनें रफी को मुंबई आने के लिए न्यौता दिया। श्याम सुदंर के संगीत निर्देशन में रफी ने अपना पहला गाना सोनिये नी हिरीये नी गायिका जीनत बेगम के साथ एक पंजाबी फिल्म गुल बलोच के लिये गाया। वर्ष 1944 मे नौशाद के संगीत निर्देशन मे उन्हें अपना पहला हिन्दी गाना हिन्दुस्तान के हम है पहले आप के लिए गाया।
वर्ष 1949 मे नौशाद के संगीत निर्देशन मे दुलारी फिल्म मे गाये गीत सुहानी रात ढ़ल चुकी के जरिये वह सफलता की उंचाईयों पर पहुंच गए और इसके बाद उन्होनें पीछे मुडक़र नही देखा। दिलीप कुमार, देवानंद, शम्मी कपूर, राजेन्द्र कुमार, शशि कपूर, राजकुमार जैसे नामचीन नायकों की आवाज कहे जाने वाले रफी अपने सिने कैरियर में लगभग 700 फिल्मों के लिये 26000 से भी ज्यादा गीत गाये। रफी ने हिन्दी फिल्मों के अलावे मराठी और तेलगू फिल्मों के लिये भी गाने गाये। मोहम्मद रफी अपने करियर में 06 बार फिल्म फेयर अवार्ड से सम्मानित किए गए। वर्ष 1965 मे रफी पदमश्री पुरस्कार से भी सम्मानित किए गए।
मुंबई, 31 जुलाई(वार्ता)। बॉलीवुड में अपनी रूमानी अदाओं से दर्शकों को मंत्रमुग्ध करने वाली मुमताज आज 73 वर्ष की हो गयी।
मुमताज का जन्म 31 जुलाई 1947 को मुंबई में हुआ। महज 12 वर्ष की उम्र में उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में अपना कदम रख दिया। साठ के दशक में मुमताज ने कई स्टंट फिल्मों में काम किया, जिनमें उनके नायक की भूमिका दारासिंह ने निभाई। वर्ष 1965 में मुमताज के सिने करियर की अहम फिल्म मेरे सनम प्रदर्शित हुई। इसमें मुमताज खलनायिका की भूमिका में नजर आई। इस फिल्म में आशा भोंसले की आवाज में ओ.पी .नैय्यर के संगीत निर्देशन में उनपर फिल्माया गीत ये है रेश्मी जुल्फों का अंधेरा ना घबराइये उन दिनों श्रोताओं के बीच काफी लोकप्रिय हुआ।
वर्ष 1967 में प्रदर्शित फिल्म पत्थर के सनम मुमताज की महत्वपूर्ण फिल्मों में शुमार की जाती है। मनोज कुमार और वहीदा रहमान अभिनीत इस फिल्म में मुमताज ने सहनायिका की भूमिका निभाई थी। इस फिल्म में भी उन पर एक आइटम गाना ऐ दुश्मन जान फिल्माया गया जो श्रोताओं के बीच काफी लोकप्रिय हुआ। वर्ष 1967 में मुमताज की फिल्म राम और श्याम प्रदर्शित हुयी जो बतौर मुख्य अभिनेत्री के रूप में उनकी पहली सुपरहिट फिल्म साबित हुयी।मुमताज के अभिनय का सितारा निर्माता-निर्देशक राज खोसला की क्लासिकल फिल्म दो रास्ते से चमका। बेहतरीन गीत-संगीत और अभिनय से सजी इस फिल्म की कामयाबी ने न सिर्फ मुमताज बल्कि अभिनेता राजेश खन्ना को भी स्टार के रूप में स्थापित कर दिया।
वर्ष 1974 में मयूर माधवानी के साथ शादी करने के बाद मुमताज ने फिल्मों में काम करना काफी कम कर दिया। 1 वर्ष 1977 में प्र्दर्शित फिल्म आइना बतौर अभिनेत्री उनके के सिने कैरियर की अंतिम फिल्म साबित हुयी। दुर्भाग्य से यह फिल्म टिकट खिडक़ी पर असफल साबित हुई। लगभग 12 वर्षो के बाद वर्ष 1989 में प्रदर्शित फिल्म आंधिया से मुमताज ने अपने सिने करियर की दूसरी पारी शुरू की लेकिन यह फिल्म भी टिकट खिडक़ी पर असफल साबित हुयी। मुमताज की जोड़ी राजेश खन्ना के साथ काफी पसंद की गई। मुमताज ने अपने दो दशक लंबे सिने कैरियर में लगभग 100 फिल्मोंमें काम किया है।मुमताज इन दिनों फिल्म इंडस्ट्री में सक्रिय नही है।
बॉलीवुड एक्टर बॉबी देओल की अपकमिंग वेब सीरीज आश्रम का पहला लुक जारी कर दिया गया है। इसे खुद बॉबी देओल ने अपने सभी सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर किया है। उन्होंने फर्स्ट लुक को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा-आश्रम का पहला लुक ये रहा। मैं इसे आप सभी के साथ 28 अगस्त, 2020 को एक साथ देखने का इंतजार कर रहा हूं। बॉबी देओल ने ये भी जानकारी दी है कि ये वेब सीरीज एमएक्स प्लेयर पर होगा स्ट्रीम होगा। बहरहाल, उनके लुकी की काफी तारीफ हो रही है।
बॉबी देओल वेब शो आश्रम में एक साधू के रोल में हैं। उनके फर्स्ट लुक को देख इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है। इस सीरीज में दर्शन कुमार इंस्पेक्टर बने हैं। खास बात यह है कि इस वेब शो मशहूर टीवी आर्टिस्ट सचिन श्रॉफ की वापसी हो रही है। हाल के बरसों में वे ग्लैमर जगत से जरा दूर रहे हैं। आश्रम को बॉलीवुड के मशहूर डायरेक्टर प्रकाश झा बना रहे हैं।
हाल ही में बॉबी देओल की हृद्गह्लद्घद्यद्ब& सीरीज क्लास ऑफ 83 का लुक जारी किया गया था। इसमें वो पुलिस अफसर के रोल में नजर आए थे। बॉबी देओल हाल ही में रेस 3 और हाउसफुल 4 जैसी बड़ी फिल्मों में नजर आए थे। बॉबी देओल ने अपने करियर की शुरआत हिंदी सिनेमा में बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट फिल्म धर्मवीर से की थी। उसके बाद सही मायने में उनके करियर की शुरुआत साल 1995 में फिल्म बरसात से हुई। इस फिल्म में उनके अपोजिट ट्विंकल खन्ना नजर आयीं थीं। इस फिल्म के उन्हें फिल्मफेयर के डेब्यू पुरुस्कार से भी सम्मानित किया गया था।
मुंबई, 31 जुलाई (आईएएनएस)। अभिनेता ऋत्विक भौमिक का कहना है कि अनुभवी अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने उन्हें एक शॉट के लिए थका हुआ नजर आने के लिए एक महत्वपूर्ण हैक सिखाया। ऋत्विक ने कहा, "नसीरुद्दीन शाह के साथ शूटिंग करना एक सपने के सच होने जैसा था। अपने पूरे जीवन में मुझे दो अभिनेताओं एसआरके और नसीरुद्दीन सर के साथ काम करने की लालसा रही है। उनसे सीखने के लिए बहुत कुछ है।"
ऋत्विक आगामी वेब सीरीज 'बैंडिश बैंडिट्स' में नसीरुद्दीन के साथ दिखाई देंगे। उन्होंने एक शॉट याद किया, जिसमें उन्हें थका हुआ नजर आना था।
उन्होंने कहा, "सीक्वेंस करने के लिए मैंने अपने कपड़ों को पानी में भीगा दिया और थकने के लिए सेट पर दौड़ता रहा। हालांकि, नसीरुद्दीन सर ने मुझे बताया कि मुझे वास्तव में तीन-चार किलोमीटर दौड़ना पड़ेगा, ताकि वह थकान मेरे चेहरे पर नजर आए! फिर उन्होंने मुझे एक बहुत ही आसान सा लाइफ-हैक बताया, जिससे मुझे 10 सेकंड से भी कम समय में थकान महसूस होने लगेगी। उन्होंने मुझे अपनी सांस रोककर, झुकने और मेरे सिर पर एक बार खून चढ़ाने के लिए कहा और फिर सामान्य स्थिति में आने कहा। इससे मुझे ठीक वैसा ही लगा जैसे, मैंने न जाने कितने मील की दौड़ लगाई है, वह भी बिना अपनी जगह से उठे।"
एमेजॉन प्राइम पर 4 अगस्त को रिलीज होने वाले 10 एपिसोड के सीरीज में नसीरुद्दीन शाह, शीबा चड्ढा, कुणाल रॉय कपूर और राजेश तैलंग भी हैं।
नई दिल्ली, 30 जुलाई (आईएएनएस)| मॉडल-अभिनेता और फिटनेस लवर मिलिंद सोमन अपनी उम्र के अर्धशतक में हैं, लेकिन वह फिटनेस के मामले 30 के लगते हैं। वह कहते हैं कि लगातार सक्रिय रहना, हाइड्रेट रखना और अपनी देखभाल करना बढ़ती उम्र से लड़ने के प्रमुख तत्व हैं। मिलिंद ने कुछ ऐसे टिप्स साझा किए जो खान-पान में मामूली बदलाव और जीवनशैली में कुछ बदलाव लाने के बारे में है।
बाहर जाकर वर्कआउट करना: मुझे वर्कआउट करना और दौड़ना पसंद है। इस आदत ने मेरे शरीर को सक्रिय और फिट रखने में मदद की है। बहुत से लोग सोचते हैं कि उम्र बढ़ने से आपकी फिटनेस और सहनशीलता कम होती है, लेकिन मेरे मामले में ये उलटा है। मैंने 40 की उम्र में दौड़ना शुरू किया था। यकीन रखिए, ऐसा करके आप कभी भी खुद को चुनौती देने के लिए बहुत बूढ़े नहीं होंगे। एक बार जब आप अपने शरीर का सम्मान करना शुरू कर देते हैं, और इसे नियमित रूप से स्वस्थ रखने की दिशा में काम करते हैं, तो इससे मिलने वाले परिणाम आपको विस्मित कर देंगे। इसकी शुरूआत करने का एक ही तरीका है, एक कदम से शुरू करना।
मैराथन दौड़ना या सिक्स पैक बनाना आवश्यक नहीं है! वो व्यायाम करें जिनका आप आनंद ले सकते हैं, जो आपकी मूल मांसपेशियों की शक्ति, संयुक्त लचीलेपन और कार्डियो वैस्कुलर सहनशीलता को बनाए रखने में आपकी मदद करते हैं।
अपने आप को बेहतर बनाना महत्वपूर्ण है:
सुनिश्चित करें कि आपके शरीर को पर्याप्त पानी मिलता है जो त्वचा के संतुलन को बहाल करने में मदद करता है और गर्मी से लड़ता है। प्राकृतिक मॉइस्चराइजर का उपयोग आपकी त्वचा को हाइड्रेट करने के लिए अच्छा हो सकता है। शरीर और त्वचा को हाइड्रेट करने के लिए हर दिन पर्याप्त पानी, ताजे फल और सब्जियों का सेवन करना सुनिश्चित करें।
खुद की देखभाल करें: खुद की देखभाल करना और स्वस्थ, सक्रिय रहना सबसे महत्वपूर्ण है। हर दिन अपने लिए समय जरूर निकालें। बिना डर के जिंदगी को पूर्ण रूप में जीने के लिए आगे बढ़ते रहें।
हर दिन बादाम खाएं: बादाम एक ऐसी चीज है जिसे मैं हर दिन खाता हूं। वे प्रोटीन और ऊर्जा का एक समृद्ध स्रोत हैं, और सेल और मांसपेशियों की रिकवरी के बाद की गतिविधि में योगदान करता है। इसके अलावा बादाम में संतृप्त गुण होते हैं। मैं अपने दिन की शुरुआत मुट्ठी भर बादाम से करता हूं। आप नाश्ते में, नाश्ते के हिस्से के रूप में या नाश्ते और भोजन के बीच कभी भी कर सकते हैं।
नई दिल्ली, 30 जुलाई (आईएएनएस)| अमेजन प्राइम वीडियो का आगामी शो 'बंदिश बैंडिट्स' जो कि 4 अगस्त को रिलीज होने वाला है, इसमें श्रेया चौधरी जैसी शानदार स्टार कास्ट शामिल हैं, जो महत्वाकांक्षी पॉप सेंसेशन तमन्ना का किरदार निभा रही हैं और ऋत्विक भौमिक यहां शास्त्रीय संगीत कौतुक 'राधे' का किरदार निभा रहे हैं और नसीरुद्दीन शाह राधे के गुरुजी 'पंडित राधामोहन राठौड़' का किरदार निभा रहे हैं। हाल ही में एक इंटरव्यू में नसीरुद्दीन शाह से जब उनसे पूछा गया कि क्या वह 'बंदिश बैंडिट्स' करने के लिए इस कारण सहमत हुए, क्योंकि यहां उनके किरदार में तीन शेड्स थे तो इसका जवाब देते हुए शाह ने जवाब दिया, "ठीक यही कारण था कि मैं भी आनंद के साथ काम करना चाहता था। मैंने उनके काम और उनकी फिल्में देखी हैं और मुझे हमेशा यह पसंद आया है। यही एक कारण था जो मैं यह प्रॉजेक्ट करना चाहता था।"
अभिनेता ने आगे कहा, "दूसरा कारण यह था कि मुझे स्क्रीन पर गाना गाने में हमेशा थोड़ी परेशानी हुआ करती थी। मिर्जा गालिब ने मुझे इससे उभरने में मदद की और इस फिल्म ने मुझे प्लेबैक सिंगिंग के अपने डर को दूर करने में मदद की और यह बल्कि मुश्किल था, क्योंकि शास्त्रीय संगीत में इसके कुछ बहुत ही जटिल उतार-चढ़ाव थे और मैं अतुल की तरह इससे बहुत ज्यादा परिचित नहीं हूं, क्योंकि उनके पास शास्त्रीय संगीत से जुड़ा बैकग्राउंड है और मेरे पास नहीं है।"
नसीरुद्दीन ने बताया, "तो एक शास्त्रीय गायक के तरीके को आजमाने में बहुत मजा आया। तीसरी बात यह है कि वह एक पूर्ण रूप से अच्छा किरदार नहीं है, क्योंकि आम तौर पर बड़े अभिनेताओं के लिए लिखा गया किरदार या तो दुष्ट, विद्वान, मुनीम या दयालु, कोमल, डॉक्टर या पिता या ऐसा ही कुछ होता है।"
उन्होंने आगे कहा, "एक उम्रदराज किरदार में कोई भी ज्यादा गहराई में नहीं जाना चाहता और यह एक ऐसी स्क्रिप्ट थी, जिसमें इस किरदार को हमेशा एक सहानुभूतिपूर्ण प्रकाश में नहीं दिखाया गया है। बल्कि, वह इस श्रृंखला के पात्रों के साथ होने वाले हादसों के लिए काफी हद तक जिम्मेदार हैं।"
अमृतपाल सिंह बिंद्रा द्वारा निर्मित और आनंद तिवारी द्वारा निर्देशित इस श्रृंखला में कहानी जोधपुर की है। 'बंदिश बैंडिट्स' में एक रोमांचक मूल साउंडट्रैक भी है, जो प्रसिद्ध म्यूजिकल तिकड़ी शंकर-एहसान-लॉय द्वारा रचित है और इस सीरीज के साथ वे अपना डिजिटल डेब्यू कर रहे हैं। इस सीसीज में 10 एपिसोड होंगे।
लखनऊ, 30 जुलाई (वार्ता)। फिल्म अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी के नाम पर धोखाधड़ी करने के लखनऊ के कारोबारी के आरोप को अनर्गल और तथ्यहीन करार देते हुये एयोसिस स्पा एंड वैलनेस कंपनी ने दावा किया है कि दबाव और ब्लैकमेलिंग की रणनीति के तहत दर्ज करायी गये मुकदमे से निपटने के लिये कंपनी कानूनी सलाह ले रही है।
कंपनी की प्रबंध निदेशक किरण बावा ने गुरूवार को 'यूनीवार्ता' से बातचीत में कहा कि मिदास दीप इंटरप्राइजेज के संचालक रोहितवीर सिंह ने वर्ष 2018 में उनकी कंपनी की फ्रैंचाइजी के लिये आवेदन किया था जिसके लिये बाकायदा करार पत्र पर हस्ताक्षर किये गये थे जिसमें उन्हे कंपनी द्वारा सुझाये गये उपकरणों का इस्तेमाल करना था लेकिन पहले दिन से ही उन्होने करार पत्र का उल्लघंन किया और सस्ते उपकरणों को अपने सेंटर में जगह दी। सस्ते उपकरण ग्राहकों की स्किन को नुकसान पहुंचा सकते थे और इससे ग्राहकों के बीच कंपनी की इमेज को नुकसान पहुंचता।
उन्होंने कहा कि फिल्म अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी न सिर्फ कंपनी की ब्रांड अंबेस्डर है बल्कि कंपनी में उनकी हिस्सेदारी भी है। रोहितवीर को करार के दौरान ही लिखित रूप से बता दिया गया था कि शिल्पा उदघाटन समारोह में जा सकती है बशर्ते इसके लिए उन्हें फिल्म अभिनेत्री द्वारा लिए जाने वाले शुल्क को भुगतान करना होगा। इसलिये फ्रैंचाइजी का यह आरोप निराधार है कि उन्होंने शिल्पा के हाथों उदघाटन की सहमति दी थी।
किरण ने कहा कि मिडास डीप एंटरप्राइजेज के संचालक के खिलाफ कंपनी ने पिछले साल मुंबई उच्च न्यायालय में मामला दायर किया था। न्यायालय ने इस संबंध में एक अंतरिम आदेश पारित कर सिंह को दो साल के लिए केंद्र बंद करने का निर्देश दिया था, ताकि किसी भी नाम से उक्त व्यवसाय का संचालन न किया जा सके। इस आदेश से बौखला कर उन्होंने लखनऊ के हजरतगंज थाने में झूठी एफआईआर दर्ज करायी। उन्होंने कहा कि मुबंई और गुवाहटी समेत देश के कई शहरों में कंपनी के फ्रैंचाइजी का संचालन निर्विघ्न रूप से हो रहा है।
किरण ने कहा दुर्भाग्य से, उनका इरादा हमारी सलाह पर ध्यान नहीं देना था, लेकिन एकतरफा और अवैध समाप्ति नोटिस भेजना था क्योंकि उन्होंने पिछले कुछ महीनों में व्यवसाय की मूल बातें सीख ली थीं और सभी जानते थे कि हमने एसओपी, प्रशिक्षण, रिपोर्ट स्वरूपों के माध्यम से कैसे दिया है। स्पष्ट है कि वे हमें हमारे प्रबंधन शुल्क आदि से बाहर तारीख और भविष्य में धोखा देना चाहते हैं। उनके द्वारा हस्ताक्षरित फ्रैंचाइजी समझौतों के अनुसार संविदात्मक दायित्वों को पूरा नहीं किया गया है और केवल दबाव बनाने और हमें बदनाम करने के लिए इन रणनीति का उपयोग कर रहे हैं। उन्होंने अपने वित्तीय बकाया का भुगतान करने से बचने के लिए एक झूठा मामला बनाया है।
गौरतलब है कि मिदासदीप इंटरप्राइजेज के संचालक रोहितवीर सिंह ने पिछले दिनो एयोसिस स्पा एंड वैलनेस कंपनी की किरण बावा और उनके सहयोगियों के खिलाफ हजरतगंज थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया था। इस मामले कारोबारी का आरोप है कि किरण बाबा ने फ्रेंचाइजी शुल्क और निवेश के नाम पर पैसा इन्वेस्ट कराया और कहा कि उनकी कंपनी की ब्रांड एंबेसडर शिल्पा शेट्टी कुंद्रा हैं जो समय-समय पर आकर निर्देशन देती रहेंगी।
मुंबई, 30 जुलाई (वार्ता)। बॉलीवुड के सुप्रसिद्ध पाश्र्वगायक सोनू निगम आज 47 वर्ष के हो गए।
सोनू निगम का जन्म हरियाणा के फरीदाबाद शहर में 30 जुलाई 1973 को हुआ। उनके पिता माता-पिता गायक थे । बचपन से ही सोनू निगम का रूझान संगीत की ओर था और वह भी अपने माता-पिता की तरह गायक बनना चाहते थे। इस दिशा में शुरूआत करते हुए उन्होंने अपने पिता के साथ महज तीन वर्ष की उम्र से स्टेज कार्यक्रमों में हिस्सा लेना शुरू कर दिया। सोनू निगम 19 वर्ष की उम्र में पाश्र्वगायक बनने का सपना लेकर अपने पिता के साथ मुंबई आ गये। यहां उन्हें काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा ।अपने जीवन यापन के लिये वह स्टेज पर मोहम्मद रफी के गाये गानो के कार्यक्रम पेश किया करते थे । इसी दौरान प्रसिद्ध कंपनी टी.सीरीज ने उनकी प्रतिभा को पहचान उनके गाये गानो का एलबम रफी की यादें निकाला।
सोनु निगम ने पाश्र्वगायक के रूप में अपने सिने करियर की शुरूआत फिल्म जनम.से की। सोनू निगम के कैरियर के लिये 1995 अहम वर्ष साबित हुआ और उन्हें छोटे पर्दे पर कार्यक्रम सारेगामा में होस्ट के रूप में काम करने का अवसर मिला। इस कार्यक्रम से मिली लोकप्रियता के बाद वह कुछ हद तक अपनी पहचान बनाने में कामयाब हो गए।
इस बीच उनकी मुलाकात टी.सीरीज के मालिक गुलशन कुमार से हुयी जिन्होंने उनकी प्रतिभा को पहचान करके अपनी फिल्म बेवफा सनम में पाश्र्वगायक के रूप में काम करने का मौका दिया। इस फिल्म में उनके गाये गीत अच्छा सिला दिया तूने मेरे प्यार का उन दिनों श्रोताओं ंके बीच क्रेज बन गया। फिल्म और गीत की सफलता के बाद वह पाश्र्वगायक के रूप में फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाने में कामयाब हो गए।
मुंबई, 30 जुलाई (वार्ता)। बॉलीवुड के सुप्रसिद्ध पाश्र्वगायक सोनू निगम आज 47 वर्ष के हो गए।
सोनू निगम का जन्म हरियाणा के फरीदाबाद शहर में 30 जुलाई 1973 को हुआ। उनके पिता माता-पिता गायक थे। बचपन से ही सोनू निगम का रूझान संगीत की ओर था और वह भी अपने माता-पिता की तरह गायक बनना चाहते थे। इस दिशा में शुरूआत करते हुए उन्होंने अपने पिता के साथ महज तीन वर्ष की उम्र से स्टेज कार्यक्रमों में हिस्सा लेना शुरू कर दिया। सोनू निगम 19 वर्ष की उम्र में पाश्र्वगायक बनने का सपना लेकर अपने पिता के साथ मुंबई आ गये। यहां उन्हें काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। अपने जीवन यापन के लिये वह स्टेज पर मोहम्मद रफी के गाये गानो के कार्यक्रम पेश किया करते थे। इसी दौरान प्रसिद्ध कंपनी टी.सीरीज ने उनकी प्रतिभा को पहचान उनके गाये गानो का एलबम रफी की यादें निकाला।
सोनु निगम ने पाश्र्वगायक के रूप में अपने सिने करियर की शुरूआत फिल्म जनम.से की। सोनू निगम के कैरियर के लिये 1995 अहम वर्ष साबित हुआ और उन्हें छोटे पर्दे पर कार्यक्रम सारेगामा में होस्ट के रूप में काम करने का अवसर मिला। इस कार्यक्रम से मिली लोकप्रियता के बाद वह कुछ हद तक अपनी पहचान बनाने में कामयाब हो गए।
इस बीच उनकी मुलाकात टी.सीरीज के मालिक गुलशन कुमार से हुयी जिन्होंने उनकी प्रतिभा को पहचान करके अपनी फिल्म बेवफा सनम में पाश्र्वगायक के रूप में काम करने का मौका दिया। इस फिल्म में उनके गाये गीत अच्छा सिला दिया तूने मेरे प्यार का उन दिनों श्रोताओं ंके बीच क्रेज बन गया। फिल्म और गीत की सफलता के बाद वह पाश्र्वगायक के रूप में फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाने में कामयाब हो गए।
मुंबई, 30 जुलाई (आईएएनएस)। सुशांत सिंह राजपूत की पूर्व प्रेमिका अभिनेत्री अंकिता लोखंडे ने कथित तौर पर बिहार पुलिस को सूचित किया था कि दिवंगत अभिनेता काफी दुखी थे, क्योंकि रिया चक्रवर्ती उन्हें काफी परेशान करती थी। न्यूज 18 डॉट कॉम की रिपोर्ट के अनुसार, अंकिता ने यह दावा पटना में रह रहे सुशांत के परिवार से मिलने के दौरान किया था। वेबसाइट के अनुसार, अंकिता ने पुलिस को बताया कि साल 2019 में उनकी बॉलीवुड डेब्यू फिल्म 'मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ झांसी' के रिलीज होने के दौरान एक चैट के जरिए सुशांत ने अपनी तत्कालीन गर्लफ्रेंड रिया द्वारा 'परेशान' होने का जिक्र किया था।
डीएनए इंडिया डॉट कॉम में एक रिपोर्ट ने इस खबर की पुष्टि की कि एक सूत्र ने वेबसाइट को इस बारे सूचित किया था कि, अंकिता के अनुसार, सुशांत ने उन्हें बताया था कि वह 'रिश्ते से काफी दुखी है' और इसे समाप्त करना चाहता है, क्योंकि रिया उसे परेशान करती है।
न्यूज 18 डॉट कॉम की रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि सुशांत के साथ अंकिता की उपरोक्त चैट उस समय पुलिस के साथ साझा की गई थी।
सुशांत ने करीब छह साल तक टीवी सीरियल 'पवित्रा रिश्ता' की अपनी सह-कलाकार अंकिता को डेट किया था, हालांकि बाद में वे अलग हो गए। जून में सुशांत के निधन के बाद अंकिता ने अभिनेता के परिवार से मुलाकात की थी।
बाद में अपनी पटना यात्रा के दौरान अंकिता ने सुशांत की बहन श्वेता सिंह कीर्ति को चैट में हुई उपरोक्त बातें दिखाईं।
इसके बाद मंगलवार को यह बात सामने आई कि सुशांत के पिता के. के. सिंह ने पटना के राजीव नगर पुलिस स्टेशन में दिवंगत अभिनेता की प्रेमिका रिया समेत छह लोगों पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाते हुए एक प्राथमिकी दर्ज कराई है।
वहीं बुधवार को अंकिता ने सोशल मीडिया पर एक रहस्यमयी पोस्ट साझा की थी। अभिनेत्री ने एक तस्वीर ट्वीट की थी जिसमें लिखा है कि 'सत्य की जीत'। उन्होंने यह पोस्ट अपने वेरिफाइड अकाउंट से किया था।
मुंबई(आईएएनएस)| अभिनेता वरुण धवन ने बुधवार को जॉन अब्राहम के साथ शूटिंग के समय की एक विचित्र घटना को याद किया। वरुण के भाई रोहित धवन द्वारा निर्देशित 2016 की एक्शन कॉमेडी फिल्म 'ढिशूम' में दोनों सितारों ने एक साथ काम किया था।
वरुण ने इंस्टाग्राम पर जॉन के साथ एक तस्वीर साझा किया, जिसमें दोनो शर्टलेस दिखाई दे रहे हैं।
अभिनेता ने इंस्टाग्राम पर फिल्म की शूटिंग के दौरान का एक वाक्या साझा करते हुए लिखा कि जॉन ने दिन में 21 तरबूज खाए थे।
उन्होंने लिखा, "ढिशूम के चार साल। यह फिल्म में मेरे साथ काम करने वाली सर्वश्रेष्ठ टीमों में से एक थी। मेरे दो बड़े भाई हमेशा मेरे पीछे खडे रहते थे। शायद यह समय फिर से पुराने दिनों में जाने का है। इस दौरान जॉन ने डेजर्ट के रुप में दिन में 21 तरबूजे खाए थे।"
मुंबई, 29 जुलाई (वार्ता)। बॉलीवुड की जानी-मानी अभिनेत्री ऐश्वर्या राय ने अपने फैन्स को उन्हें दुआ देने के लिये शुक्रिया अदा किया है।
ऐश्वर्या राय बच्चन और उनकी पुत्री आराध्या बच्चन की कोरोना रिपोर्ट 12 जुलाई को पॉजिटिव आई थी जिसके बाद दोनों घर में ही आइसोलेशन में थीं। मां-बेटी को बुखार और गले में दर्द की शिकायत के बाद चिकित्सकों ने उन्हें अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी। इसके बाद 17 जुलाई ऐश्वर्या और उनकी बेटी को नानावती अस्पताल में भर्ती कराया गया। कोरोना को मात देने के बाद ऐश्वर्या राय और उनकी बेटी आराध्या को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है।
ऐश्वर्या राय ने हॉस्पिटल से डिस्चार्ज होते ही उन्होंने अपने फैंस के लिए एक पोस्ट शेयर? किया है। इस पोस्ट में उन्होंने बेटी आराध्या के साथ फैंस का शुक्रिया अदा किया है। ऐश्वर्या राय ने अपने इंस्टाग्राम पर एक तस्वीर शेयर की है। इस तस्वीर में वह बेटी के साथ हाथ जोड़कर और दिल बनाए नजर आ रही हैं।
वहीं, इसे पोस्ट करते हुए उन्होंने कैप्शन में लिखा, 'आप सभी की दुआओं के लिए बहुत-बहुत शुक्रिया। मुझे, एंजेल आराध्या, एबी यानी अभिषेक और पा यानी अमिताभ के लिए आप सभी ने जो भी चिंता जताई हमारे लिए प्रार्थना की। उन सभी के लिए दिल से शुक्रिया। भगवान आप सभी पर भी अपनी कृपा बनाए रखें। आपके और आपके परिवार वालों के लिए मेरा प्यार। सुरक्षित रहिए, आप सभी को प्यार।'
मुंबई, 29 जुलाई (वार्ता)। बॉलीवुड अभिनेत्री मलाइका अरोड़ा ने लोगों से मास्क लगाने की अपील की है। कोरोना वायरस को लेकर सेलेब्स सोशल मीडिया पर पोस्ट के जरिए लोगों को लगातार महामारी से बचने के उपाय बता रहे हैं। अब मलाइका अरोड़ा ने कोरोना काल में फैंस को मास्क पहनने का सही तरीका बताया है, जिसे बहुत पसंद किया जा रहा है।
मलाइका अरोड़ा ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर खुद की तस्वीर शेयर कर बताया है कि फेस मास्क को सही तरीके से कैसे पहना जाता है। मलाइका ने खुद की तीन फोटो का एक कोलाज साझा किया है। इसे देखकर समझा जा सकता है कि जब आप मास्क पहने तो आपकी नाक और मुंह दोनों कवर होने चाहिए। पोस्ट शेयर करते हुए मलाइका ने कैप्शन में लिखा, प्लीज मास्क जरूर पहनें और इसे सही तरीके से पहनें। खुद को और दूसरों को सुरक्षित रखें।
मुंबई, 29 जुलाई (वार्ता)। बॉलीवुड में अपने दमदार अभिनय से दर्शकों को मंत्रमुग्ध करने वाले संजय दत्त आज 59 वर्ष के हो गये।
29 जुलाई 1959 को मुंबई में जन्में संजय दत्त को अभिनय की कला विरासत में मिली। उनके पिता सुनील दत्त अभिनेता और मां नरगिस जानी-मानी फिल्म अभिनेत्री थी। घर में फिल्मी माहौल रहने के कारण संजय दत्त अक्सर अपनी माता-पिता के साथ शूटिंग देखने जाया करते थे। इस वजह से उनका भी रूझान फिल्मों की ओर हो गया और वह भी अभिनेता बनने के ख्वाब देखने लगे।
संजय दत्त ने बतौर बाल कलाकार अपने सिने करियर की शुरूआत अपने पिता के बैनर तले बनी फिल्म रेशमा और शेरा से की। बतौर अभिनेता उन्होंने अपने करियर की शुरूआत वर्ष 1981 में प्रदर्शित फिल्म रॉकी से की। दमदार निर्देशन पटकथा और गीत-संगीत के कारण फिल्म टिकट खिड़की पर सुपरहिट साबित हुयी। वर्ष 1982 मे संजय दत्त को निर्माता-निर्देशक सुभाष घई की फिल्म विधाता में काम करने का अवसर मिला। यूं तो पूरी फिल्म अभिनेता दिलीप कुमार, संजीव कुमार और शम्मी कपूर जैसे नामचीन अभिनेताओं के इर्द गिर्द घूमती थी लेकिन संजय दत्त ने फिल्म में अपनी छोटी सी भूमिका में दर्शकों का दिल जीत लिया।
वर्ष 1982 से 1986 तक का वक्त संजय दत्त के सिने कैरियर के लिये बुरा साबित हुआ। इस दौरान उनकी जानी आइ लव यू, मै आवारा हूं , बेकरार, मेरा फैसला, जमीन आसमान , दो दिलो की दास्तान, मेरा हक और जीवा जैसी कई फिल्में बॉक्स आफिस पर असफल हो गयी। हालांकि, वर्ष 1985 में प्रदर्शित फिल्म जान की बाजी टिकट खिड़की पर औसत कारोबार करने में सफल रही।
मनोज पाठक
पटना, 29 जुलाई (आईएएनएस)| बिहार पुलिस ने मुंबई में पटना के रहने वाले और बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस इस मामले में सुशांत के बैंक खाते से निकाले गए रुपयों के मामले की जांच भी करेगी। इस मामले में पुलिस कई लोगों से पूछताछ भी कर सकती है। बिहार पुलिस के उच्चपदस्थ सूत्रों के मुताबिक, मुंबई पहुंची बिहार पुलिस की टीम ने बांद्रा के उच्च पुलिस पदाधिकारियों से मुलााकत की है, जिसके बाद उन्हें इस हाईप्रोफाइल मामले में सहयोग दिए जाने का आश्वासन देते हुए उन्हें डीसीपी इंवेस्टिगेशन और डीसीपी क्राइम से मिलने की बात कही गई है।
सूत्रों का कहना है कि मुंबई पहुंची बिहार की पुलिस टीम राजपूत के बैंक खाते से निकाली गई मोटी रकम की भी जांच करेगी तथा इस मामले में कई लोगों से पूछताछ करेगी।
सूत्रों का दावा है कि पुलिस को सही और संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर पुलिस कार्रवाई भी कर सकती है। पुलिस ने इसके अलावे सुशांत के लगातार सिम बदले जाने और उन सभी नंबरों के सीडीआर निकाल कर पड़ताल करने की भी योजना बनाई है।
सूत्रों का कहना है कि मुबई में जो मामला पहले दर्ज किया गया था वह आत्महत्या का है जबकि यहां धोखाधड़ी सहित कई अन्य धाराओं में मामले दर्ज किए गए हैं।
बिहार पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस उन डॉक्टरों से भी पूछताछ कर सकती है जो सुशांत का इलाज कर रहे थे।
उल्लेखनीय है कि पटना के राजीवनगर थाने में सुशांत के पिता क़े क़े सिंह द्वारा 25 जुलाई को दर्ज कराई गई प्राथमिकी में सुशांत की दोस्त रिया चक्रवर्ती के अलावे इंद्रजीत चक्रवर्ती, संध्या चक्रवर्ती, शोविक चक्रवर्ती, सैमुअल मिरिंडा, श्रुति मोदी और अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी, बेइमानी, बंधक बनाकर रखने और आत्महत्या के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया गया है।
पटना के रहने वाले सुशांत ने मुंबई के बांद्रा स्थित अपने फ्लैट में 14 जून को कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी। सुशांत काफी कम समय में बॉलीवुड में सफल अभिनेताओं में शामिल हो चुके थे।
नई दिल्ली, 29 जुलाई (आईएएनएस)| श्रद्धा कपूर को शाकाहारी बने एक साल से अधिक समय हो चुका है। इस दौरान उनमें आए ढेर सारे बदलावों को लेकर उन्होंने एक पोस्ट साझा की है। प्रकृति मां के संरक्षण को लेकर भी उन्होंने आवाज उठाई है। इस वल्र्ड नेचर कंजर्वेशन डे पर श्रद्धा ने सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें साझा की हैं। इसमें उन्होंने कई ऐसी चीजें दिखाई हैं, जिनका इस्तेमाल करके वह प्रकृति के बचाव में अपना योगदान दे रही हैं।
उन्होंने इन तस्वीरों को साझा करते हुए कैप्शन लिखा, "धरती और प्रकृति मां के संरक्षण के लिए काम करने को लेकर मुझमें कई बदलाव आए हैं। प्लास्टिक के बजाए बांस से बना टूथब्रश इस्तेमाल करना, शॉवर के बजाए बाल्टी में पानी लेकर नहाना, ताकि पानी की बचत हो, प्लास्टिक की बोतलों के बजाए तांबे की बोतल या यूजेबल बोतलें उपयोग करना। इसके अलावा आवारा जानवरों की देखभाल करना। जानवरों से दोस्ती के चलते पिछले साल 21 जुलाई से शाकाहारी बन चुकी हूं। मुझे उम्मीद है कि मैं अपनी धरती और जानवरों से प्यार के लिए इस यात्रा को जारी रख पाऊंगी।"
जाहिर है कि अभिनेत्री के ये कार्य कई लोगों के लिए प्रेरणास्पद हो सकते हैं।
एक डासंर के रूप में फिल्मी कैरियर शुरू किया था कुमकुम ने फिर अभिनय का सिक्का भी जमाया, सह नायिका बनी, नायिका बनी और चरित्र नायिका बनी। लेकिन अब सिर्फ उनकी यादें रह गयी हैं। मुंबई में मंगलवार को उनका निधन हो गया।
-इकबाल रिजवी
तेरा जलवा जिसने देखा वो तेरा हो गया (उजाला), रेश्मी शलवार कुर्ता जाली का (नया दौर) मधुबन में राधिका नाचे रे (कोहिनूर) और मेरा नाम है चमली मैं मालन अलबेली (राजा और रंक) जैसे जिन गीतों पर कुमकुम ने नृत्य किया वो इतने लोकप्रिय हुए कि आज भी याद किये जाते हैं।
पटना के पास हुसैनाबाद में 22 अप्रैल 1934 को जन्मी कुमकुम का नाम ज़ेबुन्निसा था। वे थीं तो ज़मींदार मंजूर हसन खां की बेटी लेकिन ज़मींदारी खत्म होने के बाद घर की सारी रईसी पानी की तरह बह गयी। पिता ने हालात बेहतर बनाने के लिए कोलकाता पहुंचे फिर बनारस और लखनऊ का सफर तय किया। कोलकाता में कुमकुम के पिता ने कुछ समय बाद दूसरी शादी की और पाकिस्तान चले गए। कुमकुम और उनकी छोटी बहन को लेकर मां पहले बनारस फिर लखनऊ में आ गयीं।
इस अफरा तफरी में कुमकुम की स्कूली शिक्षा ना के बराबर हुई। लेकिन मां ने घर पर ही उन्हें हिंदी और उर्दू की तालीम दी। घर में रोडियो बजा कर गानों पर शौकिया डांस करने वाली कुमकुम को लेकर मां नृत्य गुरू लच्छू महाराज के पास गयीं और कुमकुम ने एक साल तक जी तोड़ मेहनत कर नृत्य सीखा। फिर उन्होंने गुरू के साथ कई बार मंचों पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
महज 17 साल की उम्र में कुमकुम मां के सात मुंबई घूमने पहुंची। नौशाद उनके परिवार के परिचित थे उनके ही माध्यम से एक दिन निर्देशक शाहिद लतीफ से मुलाकात हो गयी जो उन दिनो फिल्म शीशा (1952) बना रहे थे। उन्हें कुमकुम की नृत्य प्रतिभा का पता चला तो कुमकुम से अपनी फिल्म में एक डांस करवाया। कुमकुम को उनके डांस के लिये सबने सराहा। इस फिल्म में ज़ेबुन्निसा नामकी एक अभिनेत्री काम कर रही थीं इसलिये किशोरी ज़ेबुन्निसा का नाम कुमकुम रख दिया गया।
उस दौर में ज्यादातर अभिनेत्रियां अच्छी नर्तकी नहीं हुआ करती थीं। वैजयंती माला,आशा पारेख और हेमामालिनी जैसी नृत्य में पारंगत अभिनेत्रियों का जमाना नहीं आया था। उस दौर में फिल्मों में सहायक भूमिका में कोई न कोई नर्तकी जरूर रखी जाती थी। शीशा रिलीज़ होने से पहले ही कुमकुम के पास फिल्मों के प्रस्ताव आने लगे। मां ने निर्णय लिया कि लखनऊ वापस लौटने से ज्यादा समझदारी इसमें है कि कुमकुम फिल्मों को कैरियर बनाए। उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था कि इतनी आसानी से वो सब कुछ होने लगेगा जिसके बारे में उन्होंने सपने में भी नहीं सोचा था।
इसके बाद कुमकुम ने आंसू, अमर कथा, गवइया जैसी कुछ फिल्मों में नृत्य किया। लेकिन 1954 में आयी फिल्म आर पार में गुरू दत्त ने पता नहीं क्या सोच कर कुमकुम को पांच बच्चों की मां का रोल दे दिया। अब कुमकुम की अभिनेत्री के रूप में भी पहचान बनने लगी। इसी साल सुरैया और भारत भूषण की फिल्म मिजऱ्ा गालिब में उन्हें नृत्य का मौका मिला। फिल्म बहुत लोकप्रिय हुई। 1955 में कुमकुम के नृत्य और अभिनय वाली 13 फिल्में रिलीज़ हुईं। अगले साल वे शम्मी कपूर की मेम साहब में सहायक नायिका बनी। 1957 में वे भारतीय पिल्म इतिहास की महान फिल्म मदर इंडिया का हिस्सा बनीं। फिर वे मुख्य रूप से सह नायिका के रोल में फिल्मों में आने लगीं। दो गुंडे में वे अजित की सहनायिका थीं तो जबसे तुम्हें देखा है में वे शशिकपूर के साथ थी। महबूब खान की फिल्म सन ऑफ इंडिया में कुमकुम नायिका बनी। फिल्म करोड़पति में वे शशिकला के साथ किशोर कुमार की नायिका बनी। किशोर के साथ उनकी बाग़ी शहजादा, मि. एक्स इन बॉम्बे, श्रीमान फंटूश, दुनिया नाचेगी, हाय मेरा दिल और गंगा की लहरें जैसी फिल्में आयीं।
हिंदी फिल्मों की दुनिया में जब भोजपुरी फिल्में बनने का दौर शुरू हुआ तो पहली भोजपुरी फिल्म गंगा मैया तोहे पियर चढ़ैबो में नायिका कुमकुम ही बनी। फिर उन्होंने गंगा नाम की भोजपुरी फिल्म में अभिनय भी किया और प्रोड्यूसर भी बनी।
कुमकुम नायिका भी बनी सहायक नायिका भी बनी और नर्तकी तो वे थीं हीं लेकिन उन्होंने खुद को किसी श्रेणी में कैद नहीं होने दिया। वे अपनी सीमाएं जानती थीं। पर्दे पर वे खासी आकर्षक जरूर नजऱ आती थीं लेकिन उन्हें एहसास था कि उनकी आंखों, चेहरे या शारीरिक बनावट में कोई असाधारण सुंदरता नहीं है। इसलिये उन्होंने किसी भी तरह के रोल को मना नहीं किया। रामानन्द सागर ने कुमकुम की प्रतिभा पर सबसे अधिक विश्वास किया। उनकी फिल्म गीत, आंखें, ललकार और जलते बदन में कुमकुम ने उनका भरोसा टूटने नहीं दिया। 1970 के आस पास फिल्में रंगीन होने लगी थीं। रंगीन फिल्मों के तेवर और रंग ढंग तेजी से बदले। ग्लैमर को प्रमुखता मिलने लगी। 1973 में कुमकुम की दो अंतिम फिल्में आयीं। किरण कुमार के साथ जलते बदन और विनोद खन्ना के साथ धमकी। लेकिन उनकी अंतिम रिलीज़ फिल्म ब्लैक एंड व्हाईट थी। बॉम्बे बाई नाइट नाम की इस फिल्म के हीरो संजीव कुमार थे। फिल्म 1971 में शुरू हुई लेकिन रिलीज़ हुई 1976 में। 1975 में कुमकुम ने सज्जाद अकबर खान से शादी कर हमेशा के लिये फिल्मी दुनिया छोड़ दी। (navjivanindia.com)