ताजा खबर
सरकार को बदनाम किया जा रहा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 15 अक्टूबर । कांग्रेस ने नारायण चंदेल के पत्रकारवार्ता में लगाए आरोपों पर पलटवार किया है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा के पास कांग्रेस सरकार के खिलाफ जनहित के मुद्दे उठाने को नहीं बचे है, तो वह केंद्रीय एजेंसियों के माध्यम का दुरुपयोग कर रही है।
शुक्ला ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष कहते है। ईडी की कार्यवाही को राजनीति से नहीं जोड़ा जाना चाहिये लेकिन रमन सिंह तो ईडी के आधार पर ही अपनी राजनीति चमका रहे है। नेता प्रतिपक्ष सहित तमाम नेता जिस प्रेस नोट का हवाला दे रहे वह संदिग्ध लग रहा। जिस तथाकथित प्रेस नोट को ईडी का बताकर विभिन्न समाचार माध्यमों में प्रचारित किया गया वह प्रेस नोट सबसे पहले रमन सिंह ने रात को लगभग 9 बजे अपने ट्विटर और फेसबुक में डाला है।
शुक्ला ने कहा कि ईडी के अधिकृत वेबसाइट पर आखिरी प्रेस नोट 13 अक्टूबर की जो किसी अन्य मामले में है। ईडी ने छत्तीसगढ़ के छापे के संबंध में अपने ट्वीट पर 4 फोटो और दो तीन लाईन की पोस्ट किया है अर्थात् ईडी के द्वारा अधिकृत तौर पर कहीं भी उस प्रेस नोट को जारी करने का कोई साक्ष्य सार्वजनिक तौर पर नहीं दिख रहा, फिर यह तथाकथित प्रेस नोट रमन सिंह के पास कहा से आया जिसमें तमाम कहानियां गढ़ी गयी है। रमन सिंह ने ही फर्जी प्रेस नोट बनाकर प्रचारित किया है।
रमन सिंह ने दो दिन पहले पत्रकार वार्ता में जिन बातों को कहा था ईडी के तथाकथित प्रेस नोट में उन्हीं बातों दुहराया गया, इनके बयानों से ऐसा लग रहा इडी ने रमन सिंह और भाजपा के द्वारा लिखी गयी पटकथा काम कर रही? एक अखबार ने फ्रंट पेज पर छापा है कि ईडी ने रात 1 बजे तक प्रेस नोट अधिकृत रूप से नहीं जारी किया था। डॉ.रमन सिंह ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर ईडी का प्रेस नोट जारी किया। यह बताता है कार्यवाही राजनैतिक षड्यंत्र हैं छापे में क्या मिलने वाला है यह रमन सिंह को छापे के पहले से पता था क्या यह संयोग है या प्रयोग।
पत्रकार वार्ता में प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर, विकास तिवारी, सुरेन्द्र वर्मा, अजय गंगवानी, ऋषभ चंद्राकर उपस्थित थे।
सिकल सेल संस्थान के अधिकारी को हाईकोर्ट से राहत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 15 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट ने एक मामले की सुनवाई के बाद निर्णय दिया है कि किसी शासकीय कर्मचारी को 90 दिन बाद बिना ठोस कारण और विस्तृत आदेश के निलंबित नहीं रखा जा सकता।
सिकल सेल संस्थान रायपुर के स्टोर कम मेंटेनेंस ऑफिसर पंकज उपाध्याय को उनके विरुद्ध मिली शिकायतों के बाद महानिदेशक ने 13 जून 2022 को सेवा से निलंबित कर दिया। उन्हें 22 जुलाई 2022 को आरोप पत्र दिया गया। इसके बाद निलंबन की अवधि 90 दिन पूरी हो जाने के बावजूद उन्हें सेवा में बहाल नहीं किया गया। इस पर उन्होंने अधिवक्ता अभिषेक पांडे और घनश्याम शर्मा के माध्यम से हाईकोर्ट में याचिका दायर की।
याचिका में बताया गया कि सुप्रीम कोर्ट ने अजय कुमार चौधरी विरुद्ध यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के प्रकरण में सिद्धांत प्रतिपादित किया है कि किसी निलंबित अधिकारी, कर्मचारी को बिना कोई ठोस कारण बताए और विस्तृत आदेश जारी किए बिना 90 दिन से अधिक समय तक निलंबित नहीं रखा जा सकता। अनुशासन अधिकारी को इसका पालन करना अनिवार्य है। प्रस्तुत प्रकरण में इस प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया है। इस रिट याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने महानिदेशक सिकल सेल संस्थान को सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए याचिकाकर्ता को बहाल करने का आदेश दिया है।
नई दिल्ली, 15 अक्टूबर । महिला टी20 एशिया कप टूर्नामेंट के फ़ाइनल में भारत ने श्रीलंका को 8 विकेट से हराकर ट्रॉफ़ी पर 7वीं बार क़ब्ज़ा कर लिया है. एशिया कप के 8 आयोजनों में भारत केवल एक बार चैंपियन नहीं बन सका है.
बांग्लादेश के सिलहट में खेले जा रहे इस टूर्नामेंट के फ़ाइनल मुक़ाबले में श्रीलंका ने पहले बल्लेबाज़ी करते तय 20 ओवरों में 9 विकेट के नुक़सान पर महज़ 65 रन ही बना सकी.
भारत ने केवल 8.3 ओवर में 2 विकेट के नुक़सान पर 71 रन बनाकर जीत दर्ज कर ली. भारत की ओर से स्मृति मंधाना ने नाबाद रहते हुए सबसे ज़्यादा 51 रन बनाए. मंधाना ने छक्का मारकर टीम को यह जीत दिलाई.
भारत की रेणुका सिंह 'मैन ऑफ़ द मैच' घोषित की गईं, जबकि दीप्ति शर्मा 'मैन ऑफ़ द सिरीज़' बनीं.
कप्तान हरमनप्रीत कौर ने नाबाद 11 रन बनाए. शेफाली वर्मा ने 5 और जेमिमा रॉड्रिग्स ने 2 रनों का योगदान दिया. श्रीलंका के लिए इनोका रणवीरा और कविशा दिलहारी ने 1-1 विकेट लिए.
बिखरी श्रीलंका की पारी
इससे पहले श्रीलंका की कप्तान चमारी अट्टापट्टू ने ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करने का फ़ैसला किया. हालांकि श्रीलंका की शुरुआत अच्छी नहीं रही और उसके दोनों ओपनर चौथे ओवर तक रन आउट हो गईं.
सबसे पहले, तीसरे ओवर में 8 रन के स्कोर पर 6 रन बनाकर कप्तान चमारी अट्टापट्टू रन आउट हुईं.
उसके बाद हर्षिता समरविक्रमा 9 रन के स्कोर पर आउट हो गईं. एक अन्य ओपनर और विकेटकीपर अनुष्का संजीवनी भी 2 रन बनाकर इसी स्कोर पर रन आउट हो गईं. इसी स्कोर पर श्रीलंका का चौथा विकेट हसिनी परेरा आउट हो गईं.
इस तरह चौथे ओवर में 9वें रन पर श्रीलंका ने कुल तीन विकेट खो दिए. इन शुरुआती झटकों के बाद श्रीलंका की टीम संभल नहीं पाई और लगातार विकेट गिरते गए.
श्रीलंका की ओर से सबसे ज़्यादा ओशादी रणसिंघे ने 13 रन बनाए, लेकिन उनके अलावा कोई और बल्लेबाज़ दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू सकीं. श्रीलंकाई पारी का हाल यह रहा कि टीम की सबसे बड़ी साझेदारी आख़िरी विकेट के लिए हुई, जो 22 रनों की रही.
भारत की ओर से सबसे ज़्यादा रेणुका सिंह ने तीन विकेट लिए, जबकि राजेश्वरी गायकवाड़ और स्नेह राणा ने 2-2 विकेट लिए.
महिला एशिया कप का इतिहास
महिलाओं के एशिया कप क्रिकेट टूर्नामेंट की शुरुआत 2004 में श्रीलंका से हुई थी, लेकिन तब यह वनडे टूर्नामेंट था.
2022 में पहली बार इसका फ़ॉर्मेट वनडे से बदलकर टी20 हो गया है.
2022 का एशिया कप कुल 8वीं बार हो रहा है और 2018 को छोड़कर भारत ने हर बार टूर्नामेंट पर क़ब्जा जमाया. कोरोना के चलते 2020 का एशिया कप आयोजित नहीं हो सका था. (bbc.com/hindi)
सीएम भूपेश बघेल राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के बेल्लारी पड़ाव में शामिल हुए। उनके साथ राज्यसभा में नेता मल्लिकार्जुन खडग़े भी थे। सीएम ने बेल्लारी के म्युनिसिपल स्कूल ग्राउंड में राहुल के साथ सभा भी ली। इस मौके पर सीएम ने ट्वीट किया इसमें उन्होंने विजयी होने का संकल्प व्यक्त किया है।
संकल्प बोल के, हम तो निकल पड़े
हर द्वार खोल के, गगन कहे
विजयी भव:
विजयी भव:
नई दिल्ली, 15 अक्टूबर । साल 2022 के ग्लोबल हंगर इंडेक्स की रिपोर्ट जारी हुई है, जिसमें भारत से बेहतर स्थिति में उसके पड़ोसी देश पाकिस्तान, श्रीलंका, नेपाल और बांग्लादेश हैं.
121 देशों की रैंकिंग को लेकर जारी इस रिपोर्ट में भारत 107वें पायदान पर है जबकि उसका पड़ोसी देश पाकिस्तान 99वें पायदान पर है.
इस सूची में दक्षिण एशिया का सबसे बेहतर स्थिति में देश श्रीलंका है. आर्थिक दिक़्क़तों से जूझ रहे श्रीलंका को इस इंडेक्स में 64वां स्थान दिया गया है.
भारत के पड़ोसी देश नेपाल 81वें स्थान पर जबकि बांग्लादेश 84वें स्थान पर है.
सिर्फ़ एक पड़ोसी देश अफ़ग़ानिस्तान को छोड़कर सभी की स्थिति हंगर इंडेक्स में भारत से बेहतर है. अफ़ग़ानिस्तान इस सूची में 109वें स्थान पर है.
जम्मू, 15 अक्टूबर । जम्मू और कश्मीर के शोपियां ज़िले में शनिवार को चरमपंथियों ने एक कश्मीरी पंडित की गोलीमार हत्या कर दी है.
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिण कश्मीर के इस ज़िले के चौधरी गुंड इलाके में पूरन कृष्ण को उनके घर के पास गोली मारी गई.
उन्हें शोपियां के अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें 'मृत लाया गया' घोषित कर दिया.
अधिकारियों ने बताया कि पूरन कृष्ण की हत्या के बाद हमलावरों को पकड़ने के लिए इलाके की घेराबंदी कर दी गई है और तलाशी अभियान चलाया जा रहा है. (bbc.com/hindi)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 15 अक्टूबर। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने छत्तीसगढ़ में छापे के बाद जारी प्रवर्तन निदेशालय के प्रेस नोट का जिक्र करते हुए कहा कि इसने छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार के बड़े रैकेट की पोल खोल दी है। हमने कभी सोचा भी नहीं था कि कांग्रेस के शासन में आदिवासियों, किसानों तथा आम जनता की मेहनत और हक का पैसा भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ेगा। एक तरफ सरकारी योजनाओं को देने के लिए सरकार के पास पैसे नहीं है और दूसरी तरफ सरकारी संरक्षण में भ्रष्टाचार ने अपनी सारी सीमाएं लांघ दी हैं।
चंदेल ने कहा कि ईडी ने करीब 4.5 करोड़ रुपये की नकदी, सोने के आभूषण, सराफा और करीब दो करोड़ रुपये मूल्य के अन्य कीमती सामान जब्त किए हैं। भ्रष्टाचार किस प्रकार से किया जा रहा है, इसकी भी विस्तार से जानकारी ईडी ने प्रेस नोट में दी है। तलाशी एवं जांच के दौरान लक्ष्मीकांत तिवारी के पास से 1.5 करोड़ रुपये नकद बरामद किया गया। उसने स्वीकार किया है कि वह रोजाना 1 से 2 करोड़ की जबरन वसूली करता था। मुख्यमंत्री और सरकार को अधिकारियों के पास इतने पैसे और सोना मिलने पर भी आश्चर्य क्यों नहीं हुआ?
भाजपा का सरकार से सवाल है कि जिन अधिकारियों और उनके सहयोगियों के यहां से छापे में लंबी रकम बरामद हुई है, उन्हें अभी तक पद से हटाने या निलंबित करने की कार्रवाई क्यों नहीं की गई।
प्रेस वार्ता में भाजपा मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी, सह प्रभारी अनुराग अग्रवाल, प्रवक्ता केदार गुप्ता व रंजना साहू मौजूद थे।
नई दिल्ली, 15 अक्टूबर । डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम एक बार फिर परोल पर जेल से बाहर आ गए हैं. राम रहीम को इस बार 40 दिनों की परोल मिली है.
बलात्कार और हत्या के मामलों में सज़ा काट रहे राम रहीम जेल से छूटने के बाद उत्तर प्रदेश के बरनावा स्थिति डेरा सच्चा सौदा के आश्रम पहुंचे.
राम रहीम कड़ी सुरक्षा के बीच आश्रम पहुंचे.
राम रहीम के परिवार ने जेल प्रशासन को एक एप्लिकेशन लिखकर उनकी एक महीने की परोल मांगी थी. उन्हें 17 जून को एक महीने की परोल मिली थी.
राम रहीम साल 2017 से हरियाणा की सुनारिया जेल में सज़ा काट रहे हैं. उन्हें हरियाणा के सिरसा स्थित आश्रम में दो महिलाओं के साथ बलात्कार के आरोप में 20 साल जेल की सज़ा सुनाई गई है.
इसके पहले उन्हें इसी साल फरवरी में तीन सप्ताह के लिए फर्लो पर रिहा किया गया था.
परोल में किसी कैदी को कुछ समय के लिए किसी विशेष काम की वजह से या फिर सज़ा पूरी होने से पहले अच्छे आचरण की वजह से जेल से रिहा कर दिया जाता है. फर्लो में क़ैदी को जेल से अस्थाई रूप से रिहा किया जाता है और इसकी समय सीमा कम होती है.
अक्टूबर 2021 में राम रहीम और चार अन्य को डेरा के पूर्व मैनेजर रंजीत सिंग की हत्या के मामले में दोषी ठहराया गया था. राम रहीम की हत्या साल 2002 में डेरा सच्चा सौदा आश्रम के परिसर में ही हुई थी.
पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के आदेश पर सीबीआई ने 2003 में इस मामले की जांच शुरू की थी. इस मामले में एफआईआर हरियाणा के कुरुक्षेत्र ज़िले में दर्ज की गई थी. (bbc.com/hindi)
नयी दिल्ली, 15 अक्टूबर कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने शनिवार को कहा कि बेमौसम बारिश से फसलों को नुकसान पहुंचा है और सरकार नुकसान का आकलन करने के लिए राज्यों से जानकारी का इंतजार कर रही है।
तोमर ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘निश्चित रूप से, बेमौसम बारिश के कारण फसलों को नुकसान पहुंचा है। सर्वेक्षण चल रहा है और हम नुकसान की सीमा का आकलन करने के लिए राज्यों से सूचना का इंतजार कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि किसान मानसून पर निर्भर हैं, जो अप्रत्याशित है। उन्होंने कहा कि सभी उपायों के बावजूद, किसान प्रकृति पर निर्भर हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकारों के पास राज्य आपदा राहत कोष है जिसका उपयोग वे किसानों को मुआवजा प्रदान करने के लिए कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि फसल को हुए नुकसान की सीमा का आकलन करने की उचित प्रक्रिया के बाद राष्ट्रीय आपदा राहत कोष से और राशि जारी की जाएगी। उन्होंने कहा कि रबी फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) जल्द ही घोषित किया जाएगा।
कृषि मंत्रालय के शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार रबी फसलों, विशेष रूप से तिलहन और दलहन की बुवाई देशभर में शुरू हो गई है और अब तक लगभग 7.34 लाख हेक्टेयर भूमि पर बुवाई हो चुकी है। (भाषा)
काहिरा, 15 अक्टूबर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मिस्र में विदेश नीति क्षेत्र के प्रतिष्ठित लोगों से मुलाकात की। उनकी इस दो दिवसीय यात्रा का उद्देश्य अहम अफ्रीकी देश के साथ भारत की साझेदारी में नयी पहलों को तलाशना है।
जयशंकर मिस्र के अपने समकक्ष सामेह हसन शौकरी के निमंत्रण पर देश की यात्रा कर रहे हैं।
विदेश मंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘काहिरा की मेरी यात्रा की बहुत अच्छी शुरुआत हुई। विदेश नीति क्षेत्र के प्रतिष्ठित लोगों से मुलाकात की। क्षेत्रीय एवं वैश्विक राजनीति में हमारे संबंधों और अंतर्दृष्टि के लिए उनके समर्थन के वास्ते आभार व्यक्त किया।’’
विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को बताया था कि मिस्र की यात्रा के दौरान जयशंकर और शौकरी आपसी हितों से जुड़े द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विस्तृत चर्चा कर सकते हैं।
मंत्रालय ने कहा था कि मिस्र अफ्रीका में भारत का सबसे बड़ा कारोबारी सहयोगी है और इस यात्रा के दौरान द्विपक्षीय कारोबार, वाणिज्य और निवेश पर खास ध्यान दिया जाएगा।
वित्त वर्ष 2021-22 में भारत-मिस्र द्विपक्षीय कारेबार रिकॉर्ड 7.26 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गया था। वहीं, मिस्र में भारतीय निवेश 3.15 अरब डॉलर से अधिक हो गया है।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि जयशंकर मिस्र में छात्रों सहित भारतीय समुदाय के लोगों के साथ चर्चा करेंगे और मिस्र-भारतीय कारोबारी समुदाय के सम्मेलन को संबोधित करेंगे।
दोनों देश इस वर्ष अपने राजनयिक संबंधों की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। (भाषा)
फगवाड़ा, 15 अक्टूबर पंजाब के फगवाड़ा जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग के पास संतोखपुरा फ्लाईओवर पर दो वाहनों की आमने-सामने की टक्कर में छह लोग घायल हो गए। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि यह हादसा शुक्रवार रात को हुआ।
पुलिस के मुताबिक, गौरव जैन नाम का व्यक्ति जब लुधियाना से लौट रहा था, तब उसने अपने वाहन पर से नियंत्रण खो दिया और जालंधर से आ रही दूसरी कार को टक्कर मार दी।
पुलिस ने बताया कि हादसे में जैन गंभीर रूप से घायल हो गया और उसे जालंधर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
उन्होंने बताया कि दूसरी कार में सवार पांच लोगों (निशा, रंजना, कनिका, भूपेश और चालक लखवीर सिंह) को भी गंभीर चोटें आई हैं। उन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ये पांचों लोग पठानकोट जिले के रहने वाले हैं। (भाषा)
नयी दिल्ली, 15 अक्टूबर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) सोसाइटी की बैठक की अध्यक्षता की।
इस बैठक में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जितेन्द्र सिंह, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल और सीएसआईआर की महानिदेशक डॉ एन कलाईसेल्वी के अलावा सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार अजय सूद भी शामिल हुए। कुछ सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशकों ने भी इस बैठक में हिस्सा लिया।
प्रधानमंत्री सीएसआईआर सोसाइटी के अध्यक्ष होते हैं। यह सोसाइटी परिषद की सर्वोच्च निकाय है जिसकी बैठक आमतौर पर वर्ष में एक बार होती है।
सोसाइटी का कार्यकाल तीन वर्षों का होता है। वर्ष 2019 में इसका गठन किया गया था।
इस बैठक में संगठन के कार्यो की समीक्षा की जाती है और भावी कार्यक्रमों के बारे में विचार-विमर्श किया जाता है। (भाषा)
केवडिया, 15 अक्टूबर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने न्याय में देरी को देश की सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक बताते हुए शनिवार को कहा कि आत्मविश्वास से भरे समाज और देश के विकास के लिए भरोसेमंद और त्वरित न्याय व्यवस्था बहुत ही आवश्यक है।
यहां आयोजित विधि मंत्रियों और विधि सचिवों के अखिल भारतीय सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को ऑनलाइन माध्यम से संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जब न्याय मिलते हुए दिखता है तो संवैधानिक संस्थाओं के प्रति देशवासियों का भरोसा मजबूत होता है और उनका आत्मविश्वास भी उतना ही बढ़ता है।
उन्होंने कहा, ‘‘न्याय में देरी एक ऐसा विषय है, जो भारत के नागरिकों की सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है। हमारी न्यायपालिकाएं इस दिशा में काफी गंभीरता से काम कर रही हैं। अब अमृतकाल में हमें मिलकर इस समस्या का समाधान करना होगा।’’
भारत की आजादी के 75 साल पूरे हो गए हैं और इस सफर के सौ साल पूरा होने के कालखंड को प्रधानमंत्री अक्सर ‘‘अमृतकाल’’ कहकर संबोधित करते हैं।
मोदी ने न्याय में देरी होने के मामलों के समाधान के तौर पर वैकल्पिक विवाद समाधान को बहुत सारे प्रयासों में से एक बताया और राज्यों से इसे बढ़ावा देने की अपील की।
उन्होंने कहा कि भारत के गांवों में इस तरह की व्यवस्था बहुत पहले से काम करती रही है, ऐसे में राज्यों को स्थानीय स्तर पर इस व्यवस्था को समझना होगा और इसे कानूनी तंत्र का हिस्सा बनाने की दिशा में काम करना होगा।
गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में ‘इवनिंग’ अदालतों की शुरुआत करने और फिर उसकी सफलता का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा कि इससे लोगों का समय भी बचता था और मामले की सुनवाई भी तेजी से होती थी।
उन्होंने कहा कि लोक अदालतें भी देश में त्वरित न्याय का एक और माध्यम बनी हैं और कई राज्यों में इसे लेकर बहुत अच्छा काम भी हुआ है।
उन्होंने कहा, ‘‘लोक अदालतों के माध्यम से देश में बीते वर्षों में लाखों मामलों को सुलझाया गया है। इनसे अदालतों का बोझ भी बहुत कम हुआ है और खासतौर पर गांव में रहने वाले लोगों को, गरीबों को न्याय मिलना भी बहुत आसान हुआ है।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि कानून बनाने का मकसद कितना ही अच्छा हो लेकिन अगर उसमें ही भ्रम और स्पष्टता का अभाव होगा तो इसका बहुत बड़ा खामियाजा भविष्य में आम नागरिकों को उठाना पड़ता है और इस चक्कर में आम नागरिकों को बहुत सारा धन खर्च करके न्याय प्राप्त करने के लिए इधर-उधर दौड़ना पड़ता है।
उन्होंने कहा, ‘‘कानून जब सामान्य जन की समझ में आता है तो उसका प्रभाव ही कुछ और होता है। इसलिए कानून बनाते समय हमारा ध्यान इस बात पर होना चाहिए कि गरीब से गरीब भी नए बनने वाले कानून को अच्छी तरह समझ पाएं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘किसी भी नागरिक के लिए कानून की भाषा बाधा न बने, हर राज्य इसके लिए भी काम करे। युवाओं के लिए मातृभाषा में अकादमिक प्रणाली (एकेडमिक सिस्टम) भी बनानी होगी, कानून से जुड़े पाठ्यक्रम मातृभाषा में हो, हमारे कानून सरल एवं सहज भाषा में लिखे जाएं, उच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय के महत्वपूर्ण मामलों की डिजिटल लाइब्रेरी स्थानीय भाषा में हो, इसके लिए हमें काम करना होगा।’’
प्रधानमंत्री ने कई देशों का हवाला देते हुए कहा कि भारत में भी कानूनों के प्रभावी रहने की एक समयसीमा होनी चाहिए और देश को इसी भावना से आगे बढ़ना होगा।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि पिछले कुछ सालों के भीतर देश में डेढ़ हजार से अधिक पुराने और अप्रासंगिक कानूनों को समाप्त किया गया है और आजादी के अमृतकाल में राज्यों को भी इस मुहिम को आगे बढ़ाते हुए गुलामी के समय से चले आ रहे तथा अप्रासंगिक हो चुके कानूनों को खत्म करना चाहिए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि गुलामी के समय के कई पुराने कानून अभी भी राज्यों में चल रहे हैं और आजादी के अमृतकाल में गुलामी के समय से चले आ रहे इन कानूनों को समाप्त करके नए कानून आज की तारीख के हिसाब से बनाये जाना जरूरी है।
उन्होंने सम्मेलन में शामिल कानून मंत्रियों एवं सचिवों से कहा, ‘‘मेरा आप सबसे आग्रह है कि सम्मेलन में इस तरह के कानूनों की समाप्ति का रास्ता बनाने पर विचार करना चाहिए। इसके अलावा राज्यों के जो मौजूदा कानून हैं, उसकी समीक्षा भी बहुत मददगार साबित होगी।’’
इस दो दिवसीय सम्मेलन की मेजबानी गुजरात के विधि एवं न्याय मंत्रालय द्वारा की जा रही है। इस सम्मेलन का उद्देश्य नीति निर्माताओं को भारतीय कानूनी और न्यायिक प्रणाली से संबंधित मुद्दों पर चर्चा करने के लिए एक साझा मंच प्रदान करना है।
इस सम्मेलन के माध्यम से राज्य और केंद्र शासित प्रदेश अपनी सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने, नए विचारों का आदान-प्रदान करने और अपने आपसी सहयोग में सुधार करने में सक्षम होंगे। (भाषा)
सिलहट, 15 अक्टूबर श्रीलंका ने भारत के खिलाफ महिला एशिया कप के फाइनल में शनिवार को टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया ।
श्रीलंका ने अंतिम एकादश में कोई बदलाव नहीं किया है जबकि भारतीय टीम में राधा यादव की जगह डी हेमलता को शामिल किया गया है । (भाषा)
कोलकाता, 15 अक्टूबर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कईं कार्यक्रमों में शिरकत करने और कारोबारियों, उद्योगपतियों समेत अन्य लोगों से मुलाकात करने के लिए सोमवार से राज्य के उत्तरी जिलों का चार दिवसीय दौरा कर सकती हैं। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि बनर्जी के 17 अक्टूबर को जलपाईगुड़ी पहुंचने की उम्मीद है, जहां वह प्रतिष्ठित हस्तियों से मिलने के लिए एक कार्यक्रम में शामिल होंगी।
अधिकारी ने 'पीटीआई-भाषा' से कहा, 'मुख्यमंत्री 19 अक्टूबर को सिलीगुड़ी में विजय सम्मेलन की मेजबानी कर सकती हैं। कार्यक्रम में उत्तर बंगाल की प्रतिष्ठित हस्तियों को आमंत्रित किया गया है।'
बता दें कि ऐसा ही एक कार्यक्रम इस सप्ताह कोलकाता में आयोजित किया गया था।
उन्होंने बताया कि बनर्जी अपनी प्रस्तावित दौरे के दौरान राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर सकती हैं और राज्य के उत्तरी जिलों में प्रशासनिक मुद्दों पर चर्चा कर सकती हैं।
अधिकारी ने बताया कि उनके 20 अक्टूबर को कोलकाता लौटने की उम्मीद है। (भाषा)
अलीगढ़, 15 अक्टूबर पुराने शहर के कोतवाली थानाक्षेत्र के अपर कोट मोहल्ले में तीन मंजिला इमारत गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गयी और चार अन्य गंभीर रूप से घायल हो गये। यह जानकारी अधिकारियों ने शनिवार को दी।
जिलाधिकारी इंद्रवीर सिंह ने बताया कि बचाव अभियान तत्काल शुरू कर दिया गया और घायलों का इलाज जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल और मलखान सिंह अस्पताल में किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि बचाव अभियान जारी है। उन्होंने बताया कि इमारत में एक कारखाने का गोदाम था और यह घटना शुक्रवार रात के समय हुई। उन्होंने कहा कि दुर्घटना के समय कुछ ही लोग इमारत में मौजूद थे।
स्थानीय निवासियों के अनुसार, इमारत की हालत बहुत खराब थी और पिछले हफ्ते हुई बारिश के बाद जलभराव ने स्थिति और खराब कर दी थी। (भाषा)
न्यूयॉर्क, 15 अक्टूबर भारतीय गोल्फर अदिति अशोक और त्वेसा मलिक ने आरामको टीम सीरिज के दूसरे दिन कट में प्रवेश कर लिया है ।
अदिति ने लगातार दूसरे दिन 74 का स्कोर किया । उन्होंने तीन बोगी किये और एक बर्डी लगाया और उनका कुल स्कोर चार ओवर 148 रहा । वह कल संयुक्त 22वें स्थान पर थी लेकिन अब संयुक्त 37वें स्थान पर है ।
त्वेसा ने पहले दिन 76 और आज 73 स्कोर किया जिससे उनका कुल स्कोर पांच ओवर 149 है ।वह संयुक्त 44 वें स्थान पर है ।
दुनिया की आठवें नंबर की गोल्फर लेक्सी थाम्पसन ने बढत बना ली है । दुनिया की चौथे नंबर की खिलाड़ी नैली कोरडा उनसे एक स्ट्रोक पीछे है। (भाषा)
इस्लामाबाद, 15 अक्टूबर । नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित मलाला यूसुफ़ज़ई से बीबीसी ने ख़ास बातचीत की है.
इस दौरान मलाला ने पाकिस्तान के मौजूदा हालात पर अपनी राय रखी.
इस इंटरव्यू में वो ये भी बता रही हैं कि बाढ़ प्रभावित पाकिस्तान को किस तरह से राहत पहुंचाया जा सकता है और इसके लिए वो ख़ुद क्या कर रही हैं.
नई दिल्ली, 15 अक्टूबर ।अमूल ने अपने दूध की क़ीमत दो रुपये प्रति लीटर की दर से बढ़ा दी है.
क़ीमतों में ये वृद्धि अमूल गोल्ड (फुल क्रीम) और अमूल के भैंस के दूध पर लागू होगी.
गुजरात कॉपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक ने बताया है कि ये क़ीमत गुजरात छोड़कर सभी राज्यों में प्रभावी होगी. (bbc.com/hindi)
पुलिस ने दो व्यापारियों पर दर्ज की धोखाधड़ी की एफआईआर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 15 अक्टूबर। गुजरात व रायपुर के दो व्यापारियों ने बिलासपुर के सप्लायर को दो करोड़ 25 लाख रुपये के लोहे के छड़ का ऑर्डर दिया लेकिन बाद में उसे लेने से इंकार कर दिया। सप्लायर की शिकायत पर पुलिस ने व्यापारियों के खिलाफ धोखाधड़ी का अपराध दर्ज कर लिया है।
पुलिस में दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार सरकंडा के विक्रांत केशरवानी बिल्डिंग मटेरियल का सप्लाई करते हैं। वे गुजरात के मेहसाणा जिले के ऊंझा के रहने वाले भावेश पटेल को पिछले दो साल से सरिया का सप्लाई कर रहे थे। भेजे गए मटेरियल का भुगतान ऑनलाइन मिलता था। बाद में भावेश ने रायपुर के नितेश गोयल के साथ छड़ खरीदी का आर्डर देना शुरू किया। दोनों ने मार्च में 3310 टन छड़ का ऑर्डर दिया। विक्रांत ने उन्हें सप्लाई करने के लिए फैक्ट्रियों से माल उठा लिया। पर बाद में उन्होंने छड़ खरीदने से इंकार कर दिया।
उनका कहना था कि सरिया का दाम घट चुका है वे माल नहीं उठाएंगे। माल नहीं उठाने से विक्रांत के ऊपर 2 करोड़ 25 लाख रुपये का कर्ज चढ़ गया। बाजार में भी उसकी साख गिरने लगी, इससे उसका व्यवसाय ठप हो गया। जिन फैक्ट्रियों और बड़े व्यापारियों से उसने माल खरीदा था वे विक्रांत पर भुगतान के लिए दबाव बना रहे हैं। इससे परेशान होकर विक्रांत ने सरकंडा थाने में दोनों व्यापारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। धोखाधड़ी का अपराध दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 15 अक्टूबर। अचानकमार अभयारण्य में सात हाथियों का दल विचरण कर रहा है। दल ने दो झोपडिय़ों को तहस-नहस कर दिया, फसलें रौंदी और भीतर रखे महुआ और अनाज को चट कर गए।
अचानकमार में तीन चार महीनों से हाथियों 13 हाथियो का दल विचरण कर रहा था। इनमें से कुछ हाथी मरवाही के जंगलों में चले गए थे, लेकिन हाथी पूरी बरसात रुके रहे। इस दौरान उन्होंने गांवों की ओर दस्तक नहीं दी थी लेकिन वे बीते एक सप्ताह से लगातार सुरही रेंज के गांवों से गुजर रहे हैं। कल रात उन्होंने बिजराकछार और बरनाला में ग्रामीणों के खेत में लगी धान की फसल को रौंद दिया। बिजराकछार में रतन सिंह गोंड और पहार सिंह गोंड की झोपड़ी को तहस-नहस कर दिया। इसके बाद वे छपरवा रेंज में रुके हुए हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने शनिवार को दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर जीएन साईबाबा और अन्य के रिहा करने के बॉम्बे हाईकोर्ट के शुक्रवार के आदेश पर रोक लगा दी है.
सुप्रीम कोर्ट की स्पेशल बेंच के जस्टिस एमआर शाह और जस्टिस बेला एम त्रिवेदी ने यह फैसला सुनाया है.
हालांकि सुप्रीम कोर्ट की स्पेश बेंच ने यह भी कहा कि मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए वह इसकी विस्तार से सुनवाई करेगी.
शुक्रवार को न्यायाधीश जस्टिस रोहित देव और जस्टिस अनिल पंसारे की बेंच ने ट्रायल कोर्ट के फ़ैसले को पलटते हुए उन्हें बरी कर दिया.
नक्सलियों के साथ कथित संबंध के मामले में साल 2017 में गिरफ़्तार किए गए प्रोफ़ेसर जीएन साईबाबा को ट्रायल कोर्ट ने दोषी ठहराते हुए उम्र क़ैद की सज़ा सुनाई थी.
प्रोफ़ेसर साईबाबा ने ट्रायल कोर्ट के फ़ैसले को बॉम्बे हाईकोर्ट की नागपुर बेंच में चुनौती दी थी.
शुक्रवार को बॉम्बे हाईकोर्ट ने प्रोफ़ेसर जीएन साईबाबा समेत पांच अन्य को भी रिहा करने का आदेश दिया था.
हाई कोर्ट ने कहना था कि 'इस मुक़दमे की कार्यवाही के लिए यूएपीए क़ानून की धारा 45 (1) के तहत ज़रूरी वैध अनुमति नहीं ली गई थी और इसके अभाव में मुक़दमा ख़ारिज किया जाता है.'
बॉम्बे हाईकोर्ट के फैसले के बाद महाराष्ट्र सरकार ने तुरंत सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था. (bbc.com/hindi)
हरिहर में सम्मेलन, लिसिप्रिया ने कहा- हर अंतर्राष्ट्रीय मंच पर उठाएंगी इस मुद्दे को
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 15 अक्टूबर। हसदेव बचाओ पदयात्रा के एक साल पूरा होने पर राज्यपाल और मुख्यमंत्री को आदिवासियों के हितों की रक्षा का उनका वादा याद दिलाने के लिए हरिहरपुर में शुक्रवार को सम्मेलन रखा गया। इसमें प्रभावित ग्रामों, आदिवासी संगठन और अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण कार्यकर्ता लिसिप्रिया कंजुगम भी शामिल हुईं।
सम्मेलन में हसदेव बचाओ संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने कहा कि हसदेव पर न राज्यपाल ने अपनी संवैधानिक भूमिका निभाई और न मुख्यमंत्री ने अपने राजनैतिक वादे को पूरा किय अडानी की लूट के खिलाफ हसदेव को बचाने की लड़ाई अब प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में पहुंचेगी। पिछले वर्ष 2 अक्तूबर से हसदेव बचाओ पदयात्रा निकालकर आज ही के दिन 14 अक्तूबर को हसदेव के सैकड़ो आदिवासी रायपुर पहुंचे थे और राज्यपाल तथा मुख्यमंत्री से मिले थे। एक वर्ष बाद फिर हसदेव की वन संपदा को बचाने और आदिवासियों के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा करने का वादा याद दिलाते हुए ग्राम हरिहरपुर में विशाल सम्मेलन का आयोजन किया गया है।
सम्मेलन में अंतरराष्ट्रीय पर्यावरण संरक्षण कार्यकर्ता 11 वर्षीय लिसिप्रिया कंजुगम ने कहा कि आज जंगलों का विनाश करके पूरी धरती को खत्म किया जा रहा है। हसदेव की लड़ाई सिर्फ आपकी नहीं बल्कि हम सबकी है और वह पूरी तरह से इसमें शामिल है। उन्होंने कहा कि वो हर अंतरराष्ट्रीय मंच पर हसदेव को बचाने की बात उठाएंगीं।
छत्तीसगढ़ बचाओ आंदोलन के आलोक शुक्ला ने कहा कि हसदेव अरण्य के कोल ब्लॉक को निरस्त करने विधानसभा के सर्व सम्मति से प्रस्ताव पारित होने के बावजूद केंद्रीय कोयला मंत्री ने कोल ब्लॉक निरस्त करने से मना कर दिया है। दरअसल आदिवासियों के विस्थापन और जंगल के विनाश की कीमत पर अदानी के मुनाफे के लिए दोनो दल सहमत हैं। यदि ऐसा नहीं है तो हसदेव में पेड़ कटाई का विरोध करने वाली छत्तीसगढ़ भाजपा दिल्ली जाकर कोल ब्लॉक निरस्त करने की मांग क्यों नही करती?? छत्तीसगढ़ सरकार भी अपने हिस्से की कार्रवाई करते हुए वन स्वीकृति और कंसेंट टू आपरेट की अनुमति निरस्त क्यों नही करती?
उन्होंने कहा कि हसदेव की लड़ाई अब सिर्फ धरना स्थल पर नही बल्कि छत्तीसगढ़ के प्रत्येक विधानसभा के गांव और शहर तक जाएगी। एक प्रतिनिधिमंडल भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होकर राहुल गांधी से मुलाकात कर उनका वादा याद दिलाएगा। राहुल गांधी को स्पष्ट करना चाहिए कि वे छत्तीसगढ़ के आदिवासियों के साथ हैं या अडानी के।
हसदेव अरण्य बचाओ संघर्ष समिति के उमेश्वर सिंह आर्मो ने कहा कि राज्यपाल ने पांचवी अनुसूचित क्षेत्र की प्रशासक होने के दायित्व का उल्लेख कर कहा था कि हसदेव के आदिवासियों के साथ अन्याय होने नही दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने भी फर्जी ग्रामसभा प्रस्ताव की निष्पक्ष जांच का वादा किया था लेकिन दोनों ने न्याय नहीं किया।
संघर्ष समिति के जयसिंह खुसरो ने कहा कि हमारे आंदोलन को कुचलने की लगातार कोशिश हो रही है। आंदोलन का नेतृत्व करने वाले साथियों पर फर्जी मामले पंजीबद्ध किए जा रहे हैं लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं। आंदोलन और तेज व व्यापक होगा। घाटबर्रा सरपंच जयनंदन पोर्ते और पूर्व जनपद सदस्य बालसाय कोर्राम ने कहा कि 27 सितंबर को फोर्स लगाकर जबरन पेड़ काटे गए। सुबह लोगों को गांव के बाहर निस्तार के लिए तक जाने नहीं दिया। ऐसी स्थिति बनाई गई जैसे हम आजाद नहीं गुलाम हैं। जयमंदन ने कहा कि घाटबर्रा गांव की ग्रामसभा ने कभी भी खनन की सहमति नही दी। तानाशाही तरीके से जबरन हमारे जंगल की कटाई की गई है। हम पूरे सरगुजा संभाग को एकजुट कर आंदोलन को व्यापक करेंगे। सभा को बिलासपुर हसदेव बचाओ आंदोलन के चंद्रप्रदीप बाजपेयी, श्रेयांश बुधिया, साकेत तिवारी सर्व आदिवासी समाज के चंद्रभान सिंह नेटी, छत्तीसगढ़ क्रांति सेना के सोनू राठौर सहित अन्य लोगों ने संबोधित किया। क्षेत्र के बड़ी संख्या में सरपंच और आम लोग सम्मेलन में शामिल हुए।
एसपी ने कहा-तेज होगा ऑपरेशन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 15 अक्टूबर। नए जिले मोहला-मानपुर में नक्सलियों ने खूनी वारदात का सिलसिला शुरू कर दिया है। इसकी शुरूआत नक्सलियों ने एक पूर्व गोपनीय सैनिक की जघन्य हत्या की है। शुक्रवार दोपहर को मानपुर इलाके के संबलपुर में नक्सलियों ने पूर्व गोपनीय सैनिक को खेत में काम करने के दौरान मौत के घाट उतार दिया।
मिली जानकारी के अनुसार संबलपुर के रहने वाले रावेन्द्रसाय को नक्सलियों ने दोपहर 3 बजे खेत में काम करते हुए गोली मार दी। इसके बाद नक्सलियों ने कुल्हाड़ी से भी उस पर वार किया। इस बर्बर हत्या को नक्सलियों की स्मॉल एक्शन टीम ने अंजाम दिया। बताया जाता है कि मृतक साल 2009-2010 के दौरान पुलिस का सहयोगी रहा। इस दौरान उसके दो बेटे अलीसाय कटेंगा और नीरिंग साय पुलिस आरक्षक नियुक्त हुए। इसके बाद वह पुलिस से अलग होकर अपने गांव संबलपुर चला गया। गांव में बिना सुरक्षा चले जाने की खबर से मानपुर पुलिस अच्छी तरह से वाकिफ थी।
एक जानकारी के अनुसार मृतक के एक बेटे अलीसाय की कुछ साल पहले सडक़ हादसेे में जान चली गई थी। वही दूसरा बेटा मोहला थाने में बतौर आरक्षक पदस्थ है। बताया जाता है कि नक्सलियों को मृतक के गांव में रहने की भनक लग गई थी। गांव में रहने के दौरान रावेन्द्र साय का नए मकान का निर्माण कर रहा था। नक्सलियों ने गांंव से करीब 5 किमी दूर स्थित खेत में घेरकर उसकी हत्या कर दी। नए जिले में अस्तित्व में आने के बाद यह पहली नक्सल हत्या है। महाराष्ट की सीमा पर हुए घटना से पुलिस पर ग्रामीणों की सुरक्षा का दबाव बढ़ गया है।
एसपी वाई अक्षय ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि नक्सलियों की स्मॉल एक्शन टीम ने घटना की है। नक्सल ऑपरेशन को और तेज किया जाएगा। इधर आज सुबह कड़ी सुरक्षा में मृतक के शव को बरामद किया गया। उधर डीआईजी आरपी गर्ग ने एसपी से घटना की विस्तृत जानकारी लेकर सीमा पर हाई अलर्ट के साथ गश्त करने के निर्देश दिए है।
वाशिंगटन, 15 अक्टूबर। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि दुनिया में छाए अनिश्चितता के माहौल में भारत उन देशों में शामिल है जो शानदार प्रदर्शन कर रहा है।
विश्व बैंक और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की जारी सालाना बैठक के तहत अंतरराष्ट्रीय मौद्रिक वित्तीय समिति की बैठक को संबोधित करते हुए सीतारमण ने शुक्रवार को यह बात कही।
उन्होंने कहा, ‘‘दुनिया में अनिश्चितता के माहौल में , भारत उन चंद देशों में शामिल है जो शानदार प्रदर्शन कर रहा है।’’
उन्होंने कहा कि भारत के राष्ट्रीय सांख्यिकी संगठन (एनएसओ) ने अब चालू वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में सालाना आधार पर 13.5 फीसदी की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर रखी है जो बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में सबसे ज्यादा है।
सीतारमण ने कहा कि भारत ने यह उपलब्धि तब हासिल की है जब उसने मौद्रिक सामान्यीकरण की प्रक्रिया पहले शुरू कर दी थी। (भाषा)