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पटना, 12 अक्टूबर। कांग्रेस अध्यक्ष पद के उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खरगे ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर नेहरू-गांधी परिवार के प्रति ‘‘दुर्भावनापूर्ण मंशा’’ रखने और इसके योगदान और बलिदान के प्रति कम सम्मान दिखाने का आरोप लगाया।
अपने प्रचार के हिस्से के रूप में बिहार के दौरे पर आए खरगे ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ी यात्रा ‘‘चुनावी लाभ के उद्देश्य से नहीं’’ है बल्कि विभाजन की राजनीति के खिलाफ एक बड़ी लड़ाई है जिसका भाजपा द्वारा कथित तौर पर प्रयास किया जा रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा रोती रहती है कि कांग्रेस में आंतरिक लोकतंत्र नहीं है। यह गलत है। हमारी पार्टी में सभी निर्णय उचित परामर्श और उचित प्रक्रिया का पालन करने के बाद लिए जाते हैं।’’
खरगे ने भाजपा पर प्रहार जारी रखते हुए आरोप लगाया यह वे हैं जो इस तरह की बारीकियों की परवाह नहीं करते; अपनी पार्टी द्वारा शासित राज्यों में अपनी मर्जी से मुख्यमंत्री बदलते हैं, लोगों को नियुक्त करते हैं, बिना किसी स्पष्टीकरण के विस्तार देते हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने जोर देकर कहा कि उनका अभी भी विचार है कि राहुल गांधी औपचारिक रूप से पार्टी का नेतृत्व करने के लिए सबसे अच्छे विकल्प होंगे।
उन्होंने खुलासा किया कि उन्हें ‘‘नामांकन पत्र दाखिल करने से बमुश्किल 18 घंटे पहले’’ इसके लिए कहा गया था।
खरगे, जो अपनी पार्टी के सबसे जुझारू सांसदों में से एक रहे हैं, ने हालांकि कहा कि वह गांधी के इस फैसले का सम्मान करते हैं कि ‘‘उनके परिवार से कोई भी पार्टी अध्यक्ष नहीं बनना चाहिए।’’
भाजपा ने आरोप लगाया था कि नेहरू-गांधी परिवार के प्रति कांग्रेस नेताओं के सम्मान से संकेत मिलता है कि उक्त परिवार द्वारा पार्टी को नियंत्रित करना जारी रखा जाएगा। इस बारे में पूछे जाने पर खरगे ने पलटवार करते हुए कहा, ‘‘यह भाजपा-आरएसएस(राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ) के दुर्भावनापूर्ण इरादे (कलुषित मानसिकता) को दर्शाता है। वे किसी के बारे में ठीक से बात नहीं कर सकते। क्या परिवार द्वारा दिए गए अपार योगदान और भारी त्याग को कोई नकार सकता है।’’
कांग्रेस अध्यक्ष पद के उम्मीदवार ने पूछा कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी एक साथ 20 से अधिक वर्षों से पार्टी अध्यक्ष रहे हैं, ऐसे में पार्टी के नेताओं से सलाह लेने में क्या गलत है।
खरगे जिन्हें अपने प्रतिद्वंद्वी शशि थरूर के खिलाफ एक पसंदीदा उम्मीदवार के तौर पर देखा जाता है, से जब यह पूछा गया कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व उनके नए सहयोगी द्वारा विपक्षी एकता के प्रयासों के बारे में वह क्या सोचते हैं तो उन्होंने जवाब दिया, ‘‘चुनाव प्रक्रिया पूरी होने और निर्वाचित होने के बाद मैं इस पर विचार करूंगा और अपना जवाब दूंगा।’’
उन्होंने यह भी कहा, ‘‘भारत जोड़ो यात्रा को चुनावी लाभांश के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए। इसका उद्देश्य उन लोगों को पराजित करना है जो धर्म, जाति, भाषाई और क्षेत्रीय पहचान के नाम पर देश को को विभाजित करने पर तुले हुए हैं।’’
खरगे ने कहा कि राहुल गांधी के प्रयास का उद्देश्य लोगों को यह बताना है कि महात्मा गांधी और पंडित जवाहरलाल नेहरू के आदर्शों को ध्यान में रखते हुए बनाया गया संविधान खतरे में है।
खरगे ने जोर देकर कहा कि पार्टी में संगठनात्मक चुनाव ‘‘घर की बात’’ की तरह है। लेकिन शशि थरूर के नाम का उल्लेख किए बिना उन्होंने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि मुझे अपने चुनाव के लिए किसी घोषणापत्र की जरूरत है...मैं बहुत सारे मीडिया साक्षात्कारों के माध्यम से प्रचार हासिल करने में विश्वास नहीं रखता।’’
हालांकि उन्होंने दोहराया कि इस साल की शुरुआत में पार्टी के ‘चितंन शिविर’ में पारित उदयपुर घोषणापत्र में किए गए वादों को पूरा करना उनके एजेंडे में सबसे ऊपर है।
उन्होंने कहा, ‘‘उदयपुर घोषणा एक ऐसी चीज है जिससे मैं और मेरे प्रतिद्वंद्वी समान रूप से बंधे हैं। मैं वादा करता हूं कि एक बार निर्वाचित होने के बाद मैं संगठन में सभी स्तरों पर 50 वर्ष से कम आयु के लोगों को 50 प्रतिशत प्रतिनिधित्व का वादा पूरा करने का प्रयास करूंगा। इस आयु वर्ग में सभी महिलाएं, दलित, अल्पसंख्यक, सामान्य वर्ग शामिल हैं।’’ (भाषा)
नयी दिल्ली, 12 अक्टूबर। उच्चतम न्यायालय ने मंगलवार को कहा कि समन जारी करना महज औपचारिकता भर नहीं है और मजिस्ट्रेट को आरोपी के खिलाफ कार्यवाही के लिए पर्याप्त आधार मौजूद होने का पता लगाने में अपने विवेक का इस्तेमाल करना चाहिए।
न्यायमूर्ति बी आर गवई और न्यायमूर्ति सी.टी. रविकुमार ने एक फार्मास्यूटिकल्स कंपनी के निदेशकों के खिलाफ जारी समन को खारिज करते हुए यह टिप्पणी की।
पीठ ने कहा, ‘‘समन जारी करना महज औपचारिकता भर नहीं है। मजिस्ट्रेट को इस बारे में अपने विवेक का इस्तेमाल करना चाहिए कि मामले में कार्यवाही के लिए पर्याप्त आधार हैं, या नहीं। इस तरह के विचार बनने को आदेश में उल्लेखित करने की जरूरत है।’’
न्यायालय ने कहा, ‘‘आरोपी के खिलाफ प्रथम दृष्टया मामला बनने के निष्कर्ष तक पहुंचने में यदि कोई कारण नहीं बताया जाता है तो आदेश निरस्त किये जाने का हकदार है। नि:संदेह, आदेश में विस्तृत कारणों का उल्लेख किये जाने की जरूरत है।’’
पीठ ने कहा कि महज इसलिए कि एक व्यक्ति एक कंपनी का निदेशक है, इसका मतलब यह नहीं है कि वह ‘औषधि और प्रसाधन सामग्री अधिनियम,1940 के तहत जरूरतों को पूरा करता है, जिससे कि उसे जिम्मेदार ठहराया जा सके।
न्यायालय ने कहा, ‘‘यह कहा गया है कि एक व्यक्ति को तब तक जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता, जब तक कि वह प्रभारी ना हो और कंपनी के कामकाज के संचालन के लिए भी जिम्मेदार नहीं हो। ’’
पीठ ने कहा कि महज इसलिए कि एक व्यक्ति कंपनी का निदेशक है, यह जरूरी नहीं है कि वह कंपनी के दिन-प्रतिदिन के कामकाज से अवगत है। (भाषा)
नयी दिल्ली, 12 अक्टूबर। उच्चतम न्यायालय ने रिश्वत लेने सहित आपराधिक मामलों में सरकारी अधिकारियों पर मुकदमा चलाने की अनुमति देने के लिए चार महीने के सांविधिक प्रावधान को मंगलवार को अनिवार्य करार देते हुए कहा कि भ्रष्ट व्यक्ति को अभियोजित करने में देर होने पर ‘दंडित नहीं किये जाने की संस्कृति’ पनपती है।
शीर्ष न्यायालय ने एक अहम फैसले में कहा कि इस विलंब के लिए सक्षम प्राधिकार जिम्मेदार होगा और उस पर केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) द्वारा सीवीसी अधिनियम के तहत प्रशासनिक कार्रवाई की जाए।
हालांकि, न्यायमूर्ति बी आर गवई और न्यायमूर्ति पी एस नरसिम्ह की पीठ ने 30 पृष्ठों के अपने फैसले में कहा कि मुकदमा चलाने की अनुमति देने में विलंब को उच्च न्यायालयों और उच्चतम न्यायालय में चुनौती दी जा सकती है, लेकिन यह सरकारी अधिकारियों के खिलाफ आपराधिक मामलों को रद्द करने का आधार नहीं होगा।
न्यायालय ने कहा कि अनुमति देने वाला प्राधिकार अवश्य ही यह ध्यान में रखे कि लोग कानून का शासन में विश्वास करते हैं। कानून का शासन न्याय प्रशासन में यहां दांव पर लगा हुआ है।
पीठ ने कहा, ‘‘अनुमति के अनुरोध पर विचार करने में विलंब कर अनुमति देने वाला प्राधिकार न्यायिक पड़ताल को अनुपयोगी बनाता है, इससे भ्रष्ट अधिकारी के खिलाफ आरोपों के निर्धारण की प्रक्रिया बाधित होती है।’’
न्यायालय ने कहा, ‘‘भ्रष्ट व्यक्ति पर मुकदमा चलाने में देर करने से दंडित नहीं किये जाने की संस्कृति पनपती है और यह सार्वजनिक जीवन में भ्रष्टाचार की मौजूदगी के प्रति एक प्रणालीगत आत्मसमर्पण है। इस तरह की अकर्मण्यता से भविष्य की पीढ़ी भ्रष्टाचार को जीवन जीने के तरीका का हिस्सा मानते हुए इसके प्रति अभ्यस्त हो जाएगी।’’
दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 197 और भ्रष्टाचार रोकथाम अधिनियम की धारा 97 के तहत आपराधिक मामलों में लोक सेवकों को अभियोजित करने के लिए केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) तथा अन्य जांच एजेंसियों को तीन महीने की अवधि उपलब्ध है, जिसमें कानूनी परामर्श के लिए एक महीने का विस्तार किया गया है।
पीठ ने विजय राजामोहन नाम के एक सरकारी अधिकारी की मद्रास उच्च न्यायालय के फैसले के खिलाफ अपील पर सुनवाई करते हुए यह कहा। (भाषा)
(किशोर द्विवेदी)
सैफई (उत्तर प्रदेश), 12 अक्टूबर। समाजवादी पार्टी (सपा) के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के पुश्तैनी गांव सैफई पहुंचने पर सबसे पहले जिस चीज पर ध्यान जाता है, वह हैं कंक्रीट से बनी राष्ट्रीय राजमार्ग जैसी गुणवत्ता वाली इसकी सड़कें। सैफई को दो चीजों के लिए जाना जाता है। पहला, समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की जन्मभूमि और दूसरा सैफई महोत्सव, मगर ये दोनों अब गुजरे जमाने की बातें रह गयी हैं।
उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में सैफई एक गाँव से ब्लॉक तक विकसित हुआ और अंततः एक तहसील का दर्जा प्राप्त किया। सैफई ने यादव के राजनीतिक उत्थान के साथ विकास की सीढ़ी को आगे बढ़ाया जो पहली बार 1989 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने और बाद में दो बार फिर इस पद पर रहे। उनके बेटे मौजूदा सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव 2012 से 2017 तक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। यह सफर सपा के क्षेत्रीय राजनीति में अपना प्रभाव बनाये रखने की गवाही देता है।
सैफई में अब एक मेडिकल कॉलेज, अमिताभ बच्चन के नाम पर एक सरकारी इंटर कॉलेज और क्रिकेट, हॉकी और कुश्ती के लिए तीन स्टेडियम हैं। क्षेत्र में एक इंजीनियरिंग कॉलेज भी बन रहा है। 2017 तक सैफई महोत्सव भी एक वार्षिक जश्न था, जिसमें शीर्ष फिल्मी सितारे और मशहूर हस्तियां यादव के निमंत्रण पर सैफई में उतरते थे।
स्थानीय निवासी अंबरीश यादव सैफई महोत्सव की चमक—दमक को याद करते हुए कहते हैं, "रंगारंग कार्यक्रम होता था हर साल। इस जश्न का सिलसिला 1996 में शुरू हुआ था और 2016 तक यादव परिवार में दरारें आने तक बेहद सफल आयोजन रहा। 2007 और 2011 में चुनाव आचार संहिता के कारण इसका आयोजन नहीं किया गया था।'
आठवीं कक्षा के छात्र अंश सैफई की उन्नति का जिक्र करते हुए कहते हैं, 'सैफई आने वाले लोग मुझसे पूछते हैं कि यह गांव है या शहर? मैं उन्हें बताता हूं कि यह एक कस्बा है।'
यह पूछे जाने पर कि क्या उन्होंने सैफई की सड़कों से बेहतर सड़कें देखी हैं, 15 वर्षीय मीत ने 'ना' में जवाब दिया।
वहीं, 11वीं कक्षा में पढ़ने वाले हिमांशु ने कहा कि शिक्षा और खेल सुविधाओं से न केवल स्थानीय लोगों को बल्कि आसपास के गांवों के कई अन्य लोगों को भी मदद मिल रही है।
उन्होंने कहा, "हमें स्टेडियमों तक पहुंचने में कोई समस्या नहीं होती। हम अक्सर वहां जाते हैं। आस-पास के कई अन्य युवा भी वहां प्रशिक्षण लेते हैं।" एक ही पड़ोस में रहने वाले तीनों किशोरों ने कहा कि उन्होंने जन्म से ही विकसित सैफई देखा है।
हिमांशु ने कहा, ‘‘लेकिन कभी-कभी मेरे दादाजी, जो नेताजी (मुलायम सिंह यादव) के साथ पढ़ते थे वे हमें बताते हैं कि सैफई बहुत बदल गया है। पहले सड़कें मिट्टी और ईंटों से बनी थीं।’’
उन्होंने यह भी कहा कि सैफई को अब दिन में लगभग 20 घंटे बिजली मिलती है, लेकिन राज्य में समाजवादी पार्टी के शासन के दौरान उन्हें चौबीसों घंटे बिजली मिलती थी।
यादव खानदान की कोठी की ओर जाने वाली आंतरिक सड़कें कंक्रीट से बनी हैं, नालियों को स्लैब से ढका गया है और फुटपाथ के लिए इंटरलॉकिंग टाइल लगायी गयी हैं। पहली बार सैफई में आए लोग हैरान हैं, जबकि लंबे अंतराल के बाद लौटने वालों ने बुनियादी ढांचे में अविश्वसनीय बदलाव पाया।
आगरा के एत्मादपुर इलाके में रहने वाले केशव देव बघेल ने भावुक अंदाज में कहा, "मैं तीन दशक पहले पहली बार जब सैफई आया था जब नेताजी पहली बार मुख्यमंत्री बने थे। फिर एक बार फिर 1996 में और अब आज जब उनकी अंत्येष्टि हो रही है। नेताजी मेरे और मेरे परिवार के लिए बहुत मायने रखते थे।" प्रतापगढ़ के दिनेश कुमार दोस्तों के एक समूह के साथ पहली बार यहां पहुंचे थे। सभी सैफई से चकित थे।
उन्होंने कहा, "हमारे नगरपालिका क्षेत्रों और शहरों में भी हमारे पास इतनी अच्छी सड़कें नहीं हैं।" समाजवादी नेता और तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे यादव का सोमवार को गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल में 82 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार मंगलवार को सैफई में हुआ, जिसमें विभिन्न पाटियों के राजनेताओं ने दलगत भावनाओं से ऊपर उठकर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। (भाषा)
कराची, 12 अक्टूबर। पाकिस्तान के सिंध प्रांत की सरकार ने हैदराबाद शहर से 14 वर्षीय हिंदू लड़की के अपहरण के मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों के मुताबिक लड़की का हाल ही में हैदराबाद के फतेह चौक इलाके से अपहरण कर लिया गया था, जब वह घर जा रही थी। लड़की के माता-पिता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है लेकिन उसका पता नहीं चल पाया है।
अधिकारियों ने बताया कि सिंध सरकार ने घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।
सिंध की प्रांतीय सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा कि वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने जांच शुरू कर दी है और प्रभावित परिवार के संपर्क में हैं।
हैदराबाद में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि वे दो अन्य हिंदू महिलाओं से जुड़ी घटना की भी जांच कर रहे हैं जो पिछले एक सप्ताह में हैदराबाद और मीरपुरखास में लापता हो गई थीं।
गौरतलब है कि पाकिस्तान के सिंध प्रांत में हिंदू लड़कियों और महिलाओं के अपहरण और जबरन धर्म परिवर्तन के मामलों में इस साल वृद्धि देखी गई है। (भाषा)
केप केनावेरल (अमेरिका), 12 अक्टूबर। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का एक अंतरिक्ष यान लाखों मील दूर एक हानिरहित क्षुद्र ग्रह से टकराया और इस दौरान उसकी कक्षा बदलने में सफल रहा। यह जानकारी एजेंसी ने ‘‘सेव द वर्ल्ड’ परीक्षण के नतीजों की घोषणा करते हुए दी।
पृथ्वी की ओर भविष्य में आने वाले घातक क्षुद्र ग्रहों की दिशा बदलने की कोशिश के तहत नासा ने अपने तरह का यह पहला प्रयोग दो सप्ताह पहले किया था।
नासा ने बताया कि उसके द्वारा भेजे गए अंतरिक्ष यान डार्ट ने डिमोरफोस नामक क्षुद्र ग्रह से टकराकर उसमें एक गड्ढा बनाया जिसकी वजह से उससे मलबा अंतरिक्ष में फैल गया और धूमकेतु की तरह हजारों मील लंबी धूल और मलबे की रेखा बन गई। एजेंसी ने बताया कि यान के असर को आंकने के लिए दूरबीन से कई दिनों तक निगरानी की गई ताकि पता चल सके कि 520 फीट लंबे इस क्षुद्र ग्रह के रास्ते में कितना बदलाव हुआ है।
यान के टकराने से पहले यह क्षुद्र ग्रह मूल क्षुद्र ग्रह का चक्कर लगाने में 11 घंटे 55 मिनट का समय लेता था। वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि उन्होंने इसमें 10 मिनट की कमी की लेकिन नासा के प्रशासन बिल नेल्सन का मानना है कि यह कमी 32 मिनट की है।
गौरतलब है कि वेंडिंग मशीन के आकार के यान को पिछले साल प्रक्षेपित किया गया था और यह करीब 1.10 करोड़ किलोमीटर दूर 22,500 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से क्षुद्र ग्रह से टकराया। (एपी)
वाशिंगटन, 12 अक्टूबर। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को यहां कहा कि आत्मनिर्भर भारत न तो ‘पृथकतावाद’ है और ना ही ‘संरक्षणवाद’, बल्कि यह इस तथ्य की स्वीकार्यता है कि भारत को जीडीपी में अपनी विनिर्माण हिस्सेदारी बढ़ानी चाहिए।
सीतारमण ने यहां प्रतिष्ठित ब्रुकिंग्स इंस्टीट्यूट में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत में व्यापक तौर पर औद्योगिकीकरण नहीं हुआ क्योंकि इसके लिए अवसंरचना और संपर्क की कमी थी।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार की महत्वाकांक्षी आत्मनिर्भर भारत परियोजना का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘हमने पिछले आठ साल में इस बात पर ध्यान केंद्रित किया है।’’
उन्होंने कहा कि ‘आत्मनिर्भर’ भारत का गलत आशय निकाला जाता है जबकि वास्तव में यह इस तथ्य की स्वीकार्यता है कि भारत को कुशल और अर्द्धकुशल कामगारों के लिए रोजगार के अवसरों के सृजन के लिहाज से सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में अपनी विनिर्माण साझेदारी बढ़ानी चाहिए। (भाषा)
रांची, 12 अक्टूबर। झारखंड के लातेहार जिला स्थित दीवानी अदालत का ताना भगत आदिवासी समुदाय द्वारा घेराव और पुलिस पर हमले की घटना के एक दिन बाद झारखंड उच्च न्यायालय ने मंगलवार को मामले पर स्वत: संज्ञान लेते हुए राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) से जवाब तलब किया।
ताना भगत समुदाय के लोगों द्वारा सोमवार को दीवानी अदालत का घेराव करने और प्रधान न्यायाधीश के चेंबर को घंटों बंद रखने की घटना के बाद पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और पानी की बौछार की थी।
उनकी मांग है कि अदालत को बंद किया जाए क्योंकि जिला प्रशासन इलाके में प्रचलित संवैधानिक प्रावधानों को नजर अंदाज कर रहा है।
झारखंड उच्च न्यायालय ने मौखिक टिप्पणी की कि अदालत परिसर में हुई ऐसी घटना खुफिया विभाग की असफलता प्रतीत होती है।
मुख्य न्यायाधीश डॉ.रवि रंजन और न्यायमूर्ति सुजीत नारायण प्रसाद की अदालत ने मुख्य सचिव सुखदेव सिंह और पुलिस महानिदेशक नीरज सिन्हा को व्यक्तिगत तौर पर पेश होने का निर्देश दिया।
दोनों शीर्ष अधिकारियों के अदालत में पेश होने के बाद पीठ ने उनसे रांची से करीब 110 किलोमीटर दूर लातेहार में हुई घटना पर जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया।
पीठ ने कहा कि अदालत की सुरक्षा में सेंध लगी और पुलिस को इस मामले में और अधिक सतर्क होना चाहिए था। अदालत ने सरकार को अदालत परिसरों की कड़ी सुरक्षा सुनिश्चित करने का आदेश दिया।
उच्च न्यायालय इस मामले पर अगले सप्ताह सुनवाई करेगा।
अखिल भारतीय ताना भगत संघ के प्रदर्शनकारियों और कार्यकर्ताओं ने दावा किया कि संविधान की पांचवीं अनुसूची के तहत लातेहार में अदालत का परिचालन और बाहरी लोगों के रोजगार एवं प्रवेश पर रोक है। उन्होंने कहा कि तबतक प्रदर्शन किया जाएगा जब तक सरकारी संस्थानों, पुलिस और न्यायपालिका को उन्हें सौंप नहीं दिया जाता।
इस बीच, सोमवार की घटना के सिलसिले में ताना भगत समुदाय के 30 लोगों को गिरफ्तार कर अदालत के आदेश पर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। पुलिस ने बताया कि लातेहार हिंसा के मामले में 228 लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है।
पुलिस ने बताया कि दीवानी अदालत के प्रधान न्यायाधीश का पांच घंटे तक घेराव करने और पुलिस पर पथराव करने के मामले में 300 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
पुलिस निरीक्षक अमित कुमार ने बताया कि अखिल भारतीय ताना भगत समिति के सचिव बहादुर ताना भगत और संगठन के नेताओं राजेंद्र ताना भगत, मनोज कुमार मिन्ज्, धरमदेव भगत, धानेश्वर टोप्पो और अजीत मिन्ह उन लोगों में शामिल हैं जिन्हें प्राथमिकी में नामजद किया गया है।
उन्होंने बताया कि अदालत और जिला कलेक्ट्रेट परिसर के चारों ओर अतिरिक्त सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की गई है। (भाषा)
पटना, 12 अक्टूबर। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए मंगलवार को कहा कि भाजपा नेता को समाजवादी नेता जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में वर्ष 1974 के ‘‘जेपी आंदोलन’’ और उसकी विरासत के बारे में न तो कोई जानकारी है और न ही उसपर टिप्पणी करने की उम्र।
जनता दल यूनाइटेड (जदयू) नेता नीतीश कुमार के खिलाफ शाह ने लोक नायक जयप्रकाश नारायण के जन्मस्थान सिताब दियारा में कथित टिप्पणी की थी जिसके बारे में संवाददाताओं द्वारा पूछे जाने पर कुमार ने कहा कि आज जो प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) जी हैं और जब वे मुख्यमंत्री (गुजरात के) थे, उस समय वह (शाह) क्या थे?
उल्लेखनीय है कि लोक नायक जयप्रकाश नारायण जो कि जेपी के नाम से चर्चित हैं, की जन्मस्थली सारण जिले के सिताब दियारा गांव में उनकी 120वीं जयंती के अवसर पर मंगलवार को आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए शाह ने जदयू नेता नीतीश कुमार द्वारा गठबंधन सहयोगियों को बार-बार बदलने का जिक्र करते हुए तीखा हमला किया था। उन्होंने कहा था कि पांच बार पाला बदलने वाले मुख्यमंत्री बने हुए हैं।
महागठबंधन में शामिल कांग्रेस की ओर इशारा करते हुए शाह ने कुमार और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद जो जेपी द्वारा शुरू किए गए 1974 की संपूर्ण क्रांति आंदोलन में शामिल थे, पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि जिसने आपात काल थोपा ये लोगों उसी की गोद में जा बैठे हैं।
शाह के इन आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए 71 वर्षीय कुमार ने व्यंग्यात्मक रूप से शाह के बारे पूछा कि ‘‘उन्हें क्या मालूम है जेपी आंदोलन और देश की आजादी के बारे में। उन्हें इसके बारे में कोई ज्ञान और जानकारी है? क्या उम्र है?’’
जदयू के शीर्ष नेता कुमार जिन्होंने दो महीने पहले भाजपा द्वारा अपनी पार्टी को विभाजित करने के कथित प्रयासों पर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को छोड़ दिया था, ने 72 वर्षीय मोदी पर भी कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘उनकी पार्टी के लोग मेरे बारे में कहते रहते हैं कि उम्र बढ़ रही है। वह कितने साल के हैं। कहते हैं की मेरी उम्र हो गई है, उनकी उमर कितनी है।’’
कुमार अकसर कहते हैं कि भाजपा अब वह नहीं रही जो अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी के अधीन थी। उन्होंने कहा, ‘‘पिछली पीढ़ी के नेताओं में कई अच्छे गुण थे; लेकिन इन लोगों को किसी के लिए कोई सम्मान नहीं है, किसी चीज के बारे में कोई जानकारी नहीं है।’’
पार्टी द्वारा यहां जेपी पर आयोजित एक संगोष्ठी में हिस्सा लेने के बाद कुमार मीडिया के साथ बातचीत कर रहे थे ।
इससे पूर्व आज दिन में कुमार ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की जेपी की 120वीं जयंती के अवसर पर उनकी जन्मस्थली सिताब दियारा की यात्रा के बारे में पूछे जाने पर कहा था, ‘‘कोई आए या जाए, हमकों कोई फर्क नहीं पडता है।’’
अपने भाषण में स्वतंत्रता आंदोलन में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) की कथित गैर भागीदारी और महात्मा गांधी की हत्या में कथित भूमिका के अप्रत्यक्ष संदर्भ के बारे में पूछे जाने पर कुमार ने कहा कि इतिहास की किताबों में जो लिखा है उसे ढूंढो और अगर मैं गलत हूं तो मुझे सुधारो।
कुमार ने भाजपा का नाम लिए बिना उसके इस दावे का भी मजाक उड़ाया कि वह जेपी और उनके संघर्षों से निकटता से जुड़ी हुई है।
जदयू के शीर्ष नेता कुमार जिन्होंने 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले देश भर में विपक्षी एकता बनाने की कोशिश शुरू कर दी है, अपने पूर्व सहयोगी पर विभाजनकारी राजनीति करने का आरोप लगाते हुए लोगों से एक समुदाय को दूसरे के खिलाफ खड़ा करने के प्रयासों से सावधान रहने को कहा।
उन्होंने जेपी के साथ अपने घनिष्ठ संबंध का जिक्र करते हुए कहा कि वह 1974 के आंदोलन की अगुवाई करने वाले छात्र कार्यकर्ताओं की 14 सदस्यीय समिति और आपातकाल के दौरान जेल भेजे गए लोगों में शामिल थे। (भाषा)
उज्जैन, 12 अक्टूबर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि उज्जैन ने हजारों वर्षों तक भारत की समृद्धि और ज्ञान का नेतृत्व किया है; आज नया भारत अपने प्राचीन मूल्यों के साथ आगे बढ़ रहा है और आस्था के साथ-साथ विज्ञान व शोध की परंपरा को पुनर्जीवित कर रहा है।
धार्मिक नगरी उज्जैन में स्थित देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक महाकालेश्वर मंदिर में पूजा अर्चना करने और 856 करोड़ रुपये की लागत वाली ‘‘श्री महाकाल लोक’’ गलियारा परियोजना के पहले चरण का उद्घाटन करने के बाद मंगलवार शाम को एक सार्वजनिक समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह परियोजना उज्जैन की जीवंतता को बढ़ाएगी।
उन्होंने कहा कि ‘महाकाल लोक’ की भव्यता आने वाली पीढ़ियों को ‘सांस्कृतिक और आध्यात्मिक चेताना’ देगी।
मोदी ने ‘ हर हर महादेव’ के नारे से अपना संबोधन शुरू किया और कहा, ‘‘शंकर के सानिध्य में साधारण कुछ भी नहीं है। सब कुछ अलौकिक है, असाधारण है। अविस्मरणीय है, अविश्वसनीय है।’’
उन्होंने कहा कि आज नया भारत जब अपने प्राचीन मूल्यों के साथ आगे बढ़ रहा है, तो आस्था के साथ साथ विज्ञान और शोध की परंपरा को भी पुनर्जीवित कर रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ उज्जैन के क्षण-क्षण में,पल-पल में इतिहास सिमटा हुआ है, कण-कण में आध्यात्म समाया हुआ है, और कोने-कोने में ईश्वरीय ऊर्जा संचारित हो रही है। उज्जैन ने हजारों वर्षों तक भारत की सम्पन्नता और समृद्धि का, ज्ञान और गरिमा का, सभ्यता और साहित्य का नेतृत्व किया है। ’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि जहां ‘इनोवेशन’ (नवोन्मेष) है वहीं पर रिनोवेशन (जीर्णोद्धार) भी है। हमने गुलामी के काल में जो खोया, भारत उसका नवीनीकरण कर रहा है और गौरव व वैभव की पुनर्स्थापना हो रही है। इसका लाभ भारत के साथ पूरे विश्व को, मानवता को मिलेगा।
मोदी ने कहा, ‘‘ आजादी के अमृत काल में भारत ने ‘गुलामी की मानसिकता से मुक्ति’ और अपनी ‘विरासत पर गर्व’ जैसे पंचप्राण का आह्वान किया हैं। इसीलिए, आज अयोध्या में भव्य राममंदिर का निर्माण पूरी गति से हो रहा है। काशी में विश्वनाथ धाम, भारत की सांस्कृतिक राजधानी का गौरव बढ़ा रहा है। सोमनाथ में विकास के कार्य नए कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं। उत्तराखंड में बाबा केदार के आशीर्वाद से केदारनाथ-बद्रीनाथ तीर्थ क्षेत्र में विकास के नए अध्याय लिखे जा रहे हैं। आजादी के बाद पहली बार चारधाम परियोजना के जरिए हमारे चारों धाम ऑल वेदर रोड्स (सभी मौसम में सुगम सड़क)से जुड़ने जा रहे हैं। इतना ही नहीं, आजादी के बाद पहली बार करतारपुर साहिब कॉरिडॉर खुला है, हेमकुंट साहिब रोपवे से जुड़ने जा रहा है।’’
कार्यक्रम से पहले मोदी ने महाकालेश्वर मंदिर में बने 900 मीटर से अधिक लंबे महाकाल लोक गलियारे का उद्घाटन किया।
उन्होंने कहा, ‘‘ महाकाल लोक की ये भव्यता भी समय की सीमाओं से परे आने वाली कई-कई पीढ़ियों को अलौकिक दिव्यता के दर्शन कराएगी, भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक चेतना को ऊर्जा देगी।’’
मोदी ने कहा कि भगवान शिव अविनाशी हैं और महाकाल की नगरी (उज्जैन) काल गणना से परे है।
उन्होंने कहा कि ‘‘महाकाल का आशीर्वाद जब मिलता हैं तो समय की सीमाएं सिमट जाती हैं और अनंत के अवसर शुरु होते हैं। अंत से अनंत यात्रा आरंभ हो जाती है। महाकाल लोक की ये भव्यता भी समय की सीमाओं से परे आने वाली कई-कई पीढ़ियों को अलौकिक दिव्यता के दर्शन कराएगी और भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक चेतना को ऊर्जा देगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ इल्तुतमिश जैसे आक्रमणकारियों ने उज्जैन की ऊर्जा को भी नष्ट करने के प्रयास किए। लेकिन हमारे ऋषियों ने कहा है- महाकाल शिव की शरण में, मृत्यु भी हमारा क्या कर लेगी? और इसलिए, भारत अपनी आस्था के इन प्रामाणिक केन्द्रों की ऊर्जा से फिर पुनर्जीवित हो उठा।’’
मोदी ने कहा कि यह एक यादगार दिन है क्योंकि श्री महाकाल लोक का उद्घाटन हो रहा है जो उज्जैन की जीवंतता को बढ़ाएगा।
उन्होंने कहा कि महाकाल के आशीर्वाद से भारत की भव्यता पूरे विश्व के विकास के लिए नई संभावनाओं को जन्म देगी एवं भारत की दिव्यता पूरे विश्व के लिए शांति के मार्ग प्रशस्त करेगी।
मोदी ने कहा कि उज्जैन जैसे हमारे स्थान खगोल विज्ञान, ‘एस्ट्रोनॉमी’ से जुड़े शोधों के शीर्ष केंद्र रहे हैं तथा आज नया भारत जब अपने प्राचीन मूल्यों के साथ आगे बढ़ रहा है, तो आस्था के साथ-साथ विज्ञान और शोध की परंपरा को भी पुनर्जीवित कर रहा है।
मोदी ने अपना भाषण समाप्त करने से पहले लोगों से ‘‘ जय महाकाल, जय महाकाल’’ के नारे लगाने की अपील की।
प्रसिद्ध गायक कैलाश खेर ने प्रधानमंत्री के सामने मंच पर भगवान महाकाल की स्तुति में उनके द्वारा रचित गीत गाया।
संबोधन से पहले मोदी ने महाकालेश्वर मंदिर में बने 900 मीटर से अधिक लंबे महाकाल लोक गलियारे का उद्घाटन किया तथा महाकालेश्वर मंदिर में पूजा-अर्चना की। (भाषा)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 11 अक्टूबर। राज्य में आज रात 09.00 बजे तक 80 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इनमें सबसे अधिक 32 रायपुर जिले से है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग के इन आंकड़ों के मुताबिक आज रात तक किसी भी जिले में 40 से अधिक कोरोना पॉजिटिव नहीं मिले हैं। आज 12 जिलों में एक भी पॉजिटिव नहीं मिले हैं।
आज कोई मौत नहीं हुई है।
राज्य शासन के स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक दुर्ग 9, राजनांदगांव 6, बालोद 9 बेमेतरा 1, कबीरधाम 0, रायपुर 32, धमतरी 1, बलौदाबाजार 1, महासमुंद 5, गरियाबंद 2, बिलासपुर 4, रायगढ़ 0, कोरबा 0, जांजगीर-चांपा 2, मुंगेली 0, जीपीएम 0, सरगुजा 0, कोरिया 2, सूरजपुर 0, बलरामपुर 2, जशपुर 1, बस्तर 2, कोंडागांव 1, दंतेवाड़ा 0, सुकमा 0, कांकेर 0, नारायणपुर 0, बीजापुर 0, अन्य राज्य 0 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं।
सिंहदेव की अध्यक्षता में प्रबंधकारिणी एवं सामान्य सभा की बैठक में फैसला
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 11 अगस्त। डी.के.एस. पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट एवं रिसर्च सेंटर को एक स्वतंत्र संस्थान पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट के रूप में संचालित किया जाएगा। स्वास्थ्य, परिवार कल्याण तथा चिकित्सा शिक्षा मंत्री टी.एस. सिंहदेव की अध्यक्षता में स्वशासी संस्था, डी.के.एस. पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट एवं रिसर्च सेन्टर, रायपुर की प्रबंधकारिणी एवं सामान्य सभा की बैठक में यह प्रस्ताव पारित किया गया।
स्वास्थ्य मंत्री श्री सिंहदेव ने अधिकारियों को न्यूरोलॉजी एवं अन्य विभागों की कई बीमारियों के पैकेज आयुष्मान में जोड़ने के लिए निर्देशित किया। बैठक डीकेएस चिकित्सालय के बोर्ड रूम में आयोजित की गई। बैठक में चिकित्सालय के कुशल संचालन के लिये अन्य कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने डीकेएस अस्पताल का निरीक्षण कर वहां भर्ती मरीजों के स्वास्थ्य का हाल-चाल भी जाना।
बैठक में चिकित्सा शिक्षकों के स्थायित्व के लिए आमलन की कार्यवाही आदर्श सेवा भर्ती नियम 2019 के तहत् स्वशासी समिति के माध्यम से करने के संबंध में प्रस्ताव पारित किया गया। डी.के.एस. पी.जी.आई. रायपुर में छत्तीसगढ़ शासन चिकित्सा शिक्षा विभाग एवं स्वास्थ्य विज्ञान एवं आयुष विश्वविद्यालय द्वारा फेलोशिप एवं सर्टिफिकेट कोर्स की जो मान्यता प्राप्त हैं, उसको प्रारंभ करने की अनुमति प्रदान की गई। पार्किसन्स और मूवमेंटडिस ऑडर्स केन्द्र एवं डीप बेनस्टिम्युलेशन सर्जरी प्रारंभ करने के लिये उपकरण क्रय करने के लिए सी.जी.एम.एस.सी. से एन.ओ.सी. लेकर कार्यवाही करने की अनुमति दी गई।
डी.के.एस. पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट और रिसर्च सेन्टर रायपुर में आर्गन ट्रॉसप्लॉट किडनी को नियमानुसार शुरू करने के लिए निर्देशित किया गया। इसके साथ ही ट्रॉसप्लांट के लिए उपकरणों के क्रय स्वशासी समिति के फंड से करने के लिए स्वीकृति प्रदान की गई। डी.के.एस. पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट एवं रिसर्च सेन्टर रायपुर के अतंर्गत बर्न एवं प्लास्टिक सर्जरी विभाग में स्किन लैब स्वशासी समिति के फंड से प्रारंभ करने के लिए स्वीकृति प्रदान की गई।
स्वास्थ्य मंत्री श्री सिंहदेव ने दूरदराज क्षेत्रों से आने वाले मरीजों के साथ आने वाले परिजनों के रहने के लिए निवास की आवश्यकता को देखते हुये डी.के.एस. परिसर में प्लानिंग कर कार्यवाही करने हेतु अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने डी.के.एस. परिसर में स्थित दुकानों को निविदा के माध्यम से किराये पर देने के निर्देश भी दिए।
बैठक में स्वशासी संस्था के सदस्य विधायक सत्यनारायण शर्मा, विधायक कुलदीप जुनेजा, सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा चिकित्सा शिक्षा विभाग आर. प्रसन्ना, संचालक डीकेएस पीजीआई एवं आर सी रायपुर सी.आर. प्रसन्ना, संचालक सी.जी.एम.एस.सी. अभिजीत सिंह, संचालक चिकित्सा शिक्षा डॉ. विष्णु दत्त, अधिष्ठाता मेडिकल कालेज रायपुर डॉ. तृप्ति नागरिया, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी रायपुर डॉ. मिथिलेश चौधरी, अस्पताल अधीक्षक एवं एकेडेमिक इंचार्ज डॉ. शिप्रा शर्मा और उप अधीक्षक डॉ. हेमन्त शर्मा उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 11 अगस्त। प्रदेश का सबसे बड़े पोस्ट ऑफिस घोटाले की मास्टरमाइंड आकांक्षा पांडे और उसके सहयोगी प्रीतम सिंह ठाकुर की जमानत याचिका खारिज हो गई है।
बिलासपुर हाईकोर्ट ने खारिज की है। 19 सितंबर को रायपुर कोर्ट में आकांक्षा ने सरेंडर किया था। अप्रैल 22 से सहयोगी प्रीतम सिंह रायपुर जेल में बंद हैं। दोनों पर 20 करोड़ से ज्यादा की ठगी का आरोप है। सरस्वती नगर थाना में ठगी का मामला दर्ज हुआ था। यह रविशंकर विश्विद्यालय उप डाकघर में हुआ था। आकांक्षा के पति ने खुदकुशी की थी। आकांक्षा, डाकघर बचत योजना की एजेंट थी लेकिन पूरा बिजनेस पति और प्रीतम करता था। ये दोनों निवेशकों से राशि तो लेते थे लेकिन उसे डाकघर में जमा नहीं कर निजी उपयोग करते। इस राशि से ही आकांक्षा के पति ने बिलासपुर में मैरेज हॉल बनाकर किराए पर चलाता था। चूंकि निवेशित राशि डाकघर में जमा नहीं हुई इसलिए डाकघर प्रबंधन ने भुगतान से हाथ खड़े कर दिया है।
सप्लायर और दुकानदार भी शामिल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 11 अगस्त। रायपुर पुलिस ने 2 लाख प्रतिबंधित नषीली टैबलेट के साथ 6 आरोपियों को गिरफतार किया है। इनमें टेबलेट के क्रेता, विक्रेता, सप्लायर एवं मेडिकल स्टोर संचालक भी शामिल है। आजाद चौक पुलिस ने मुकुट नगर में कियाजुद्दीन खान उर्फ विक्की एवं जे. भास्कर राव को पकड़ने के बाद उनकी जानकारी पर रविन्द्र गोयल, मुकेष साहू, मोह. हसन एवं साहिल हसन को भी गिरफ्तार किया। पुलिस ने इसे अब तक की बड़ी कार्यवाही बताया है। इन आरोपियों के कब्जे से 1,57,400 स्पास्मो एवं 41,720 नग अल्प्राजोलम शामिल हैं। इन दो लाख टेबलेट्स की थोक में कीमत 12 लाख और खुदरा मुल्य लगभग 1 करोड़ रूपए है।
इन टेबलेट्स की ट्रैफिकिंग में प्रयुक्त आई- 20 कार क्रमांक सीजी 04 के जे 8707, बुलेट क्रमांक सी जी 04 एल आर 3438 एवं एवेंजर क्रमांक सी जी 04 एम सी 3316 कीमत 8 लाख रूपए को भी जब्त किया है। सभी आरोपियों के विरूद्ध धारा 22बी, 22सी नारकोटिक्स एक्ट का अपराध दर्ज किया गया है।
आजाद चौक पुलिस को सूचना मिली थी कि मुकुट नगर पास दो अलग - अलग बाइक्स में सवार दो व्यक्ति अपने पास बैग में रखे प्रतिबंधित नशीली टेबलेट बेचने ग्राहक की तलाश कर रहे है।
मौके पर पहुंचे पुलिस कर्मियों ने व्यक्तियों को चिन्हांकित कर पकड़ा । पूछताछ में दोनों ने अपना नाम कियाजुद्दीन खान उर्फ विक्की एवं जे. भास्कर राव निवासी रायपुर का होना बताया। टीम के सदस्यों द्वारा दोनों व्यक्तियों के पास रखें बैग की तलाशी लेने पर उनके बैग में अल्प्राजोलम एवं स्पास्मों नामक प्रतिबंधित नशीली टेबलेट रखा होना पाया गया। टीम के सदस्यों द्वारा उक्त टेबलेट रखने के संबंध में दोनों से वैध दस्तावेज की मांग की गई, परन्तु उनके द्वारा इस संबंध में किसी प्रकार का कोई भी दस्तावेज प्रस्तुत न कर टीम को लगातार गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा था। जिस पर आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से अलग - अलग स्ट्रीप में रखें कुल 120 नग अल्प्राजोलम एवं 144 नग स्पास्मों प्रतिबंधित नशीली टेबलेट तथा घटना में प्रयुक्त बुलेट वाहन क्रमांक सी जी 04 एल आर 3438 तथा एवेंजर वाहन क्रमांक सी जी 04 एम सी 3316 वाहन जप्त किया गया।
गिरफ्तार आरोपी कियाजुद्दीन खान उर्फ विक्की एवं जे. भास्कर राव से घटना में संलिप्त अन्य व्यक्तियों के संबंध में पूछताछ करने पर उनके द्वारा रवन्द्रि गोयल नामक व्यक्ति द्वारा अपने आई-20 वाहन क्रमांक सी जी 04 के जे 8707 में प्रतिबंधित नशीली टेबलेट रखकर बिक्री करना बताया गया। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा आरोपियों के निशानदेही पर आई-20 कार को चिन्हांकित किया गया। वाहन में एक व्यक्ति सवार था जिससे पूछताछ करने पर व्यक्ति ने अपना नाम रविन्द्र गोयल निवासी रायपुर का होना बताया तथा टीम के सदस्यों द्वारा वाहन की तलाशी लेने पर 01 कार्टून में स्पास्मो नामक प्रतिबंधित नशाली टेबलेट रखा होना पाया गया। प्रतिबंधित नशीली टैबलेट रखने के संबंध में वैध दस्तावेज की मांग की गई किन्तु उसके द्वारा किसी भी प्रकार का वैध दस्तावेज प्रस्तुत नही किया गया। जिस पर आरोपी रविन्द्र गोयल को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से कुल 14,440 नग स्पास्मों प्रतिबंधित नशीली टैबलेट तथा प्रतिबंधित नशीली टैबलेट बिक्री हेतु प्रयुक्त आई-20 कार क्रमांक सी जी 04 के जे 8707 को जप्त किया गया। आरोपी रविन्द्र गोयल से पूछताछ करने पर उसके द्वारा पाटन दुर्ग निवासी मुकेश साहू द्वारा टैबलेट बिक्री हेतु उपलब्ध कराया जाना बताया गया। जिस पर आरोपी रविन्द्र गोयल के निशानदेही पर पाटन निवासी मुकेश साहू को उसके निवास स्थान से गिरफ्तार कर उसके कब्जे से 02 कार्टून में कुल 28,880 नग स्पास्मों प्रतिबंधित नशीली टैबलेट जप्त किया गया।
आरोपी मुकेश साहू से प्रतिबंधित नशीली टैबलेट के संबंध में कड़ाई से पूछताछ करने पर उसके द्वारा बताया गया कि उक्त प्रतिबंधित नशीली टैबलेट उसे पण्डरी रायपुर निवासी मोह. हसन एवं उसके पुत्र साहिल हसन के द्वारा बिक्री हेतु उपलब्ध कराया जाता था जिसे वह उनसे प्राप्त कर आरोपी रविन्द्र गोयल को उपलब्ध कराता था जिस पर आरोपी मुकेश साहू के निशानदेही पर आरोपी मोह. हसन एवं उसके पुत्र साहिल हसन को भी गिरफ्तार उनके कब्जे से 08 कार्टून में स्पास्मों एवं 01 कार्टून में अल्प्राजोलम कुल 1,13,944 नग स्पास्मों एवं 41,600 नग अल्प्राजोलम प्रतिबंधित नशीली टेबलेट जप्त किया गया।
आरडीए सरकार को भेजेगा अनुशंसाएं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 11 अगस्त। रायपुर विकास प्राधिकरण संचालक मंडल ने न्यू स्वागत विहार के संबंध में आज यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया कि प्रभावित भूखंडधारियों से एक माह की अवधि में निर्धारित प्रारुप में दावा, आपत्ति, सहमति प्राप्त करने हेतु ईश्तहार जारी किया जाएगा। न्यू स्वागत विहार के पूरे प्रकरण में आवास एवं पर्यावरण विभाग, छत्तीसगढ़ शासन ने प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी धर्मेश कुमार साहू को नोड़ल एजेंसी के रुप में अधिकृत किया है।
राज्य शासन ने इस प्रकरण में नोडल अधिकारी को विधि अनुसार कार्य संपादित कर राज्य शासन को विकल्प व अनुशंसा देने निर्देश दिया है। इसके बाद राज्य सरकार भूखंडधारियों के हित में निर्णय लेगी। आज इस विषय में प्राधिकरण कार्यालय में हुई संचालक मंडल की अध्यक्षता प्राधिकरण के अध्यक्ष सुभाष धुप्पड़ ने की, प्रस्ताव मुख्य कार्यपालन अधिकारी और संचालक सचिव धर्मेश कुमार साहू ने प्रस्तुत किया। बैठक में प्राधिकरण के उपाध्यक्ष व्दय सूर्यमणी मिश्रा व शिव सिंह ठाकुर, संचालक मंडल के अशासकीय सदस्य राजेन्द्र पप्पू बंजारे, हिरेन्द्र देवांगन और मुकेश साहू उपस्थित थे।
न्यू स्वागत विहार के मामले में छत्तीसगढ़ शासन व्दारा व्दारा दिनांक 17 मई 2022 को एक आदेश जारी कर रायपुर विकास प्राधिकरण को 5 बिन्दुओं में कार्रवाई करने हेतु आदेश दिया था। इसके पहले बिन्दु के अनुसार नोड़ल एजेंसी कॉलोनाईजर, भूखंड स्वामी के बीच समन्वय स्थापित करते हुए समस्त प्रभावितों की एकजाई सूची तैयार करेगा। दूसरे बिन्दु में नोडल एजेंसी आपसी समन्वय से विक्रय नहीं की गई भूमि पर भूखंडों का आवंटन करने हेतु मानचित्र तैयार करेगा। तीसरे बिन्दु के अनुसार नोडल एजेंसी को एकजाई सूची के अलावा जिन्हे भूखंड का आवंटन हो रहा है तथा जिन्हे भूखंड आवंटन नहीं हो रहा है उनकी पृथक – पृथक सूची बना कर उसे सक्षम अधिकारी के माध्यम से राज्य शासन के समक्ष प्रस्तुत किया जाए। चौथे बिन्दु में प्रकरण में शासकीय भूमि का अधिपत्य राजस्व विभाग के पक्ष में कलेक्टर रायपुर को सौंपेगा, जिन्हें शासकीय भूमि में भूखंड आवंटित किया गया है उन्हें समन्वय के आधार पर स्वागत विहार के अभिन्यास क्षेत्र में रिक्त भूखंड आवंटित करने की कार्रवाई करेगा, रायपुर विकास प्राधिकरण दोनों पक्षों के बीच मध्यस्थता एवं समन्वय के आधार पर कॉलोनॉईजर की स्वामित्व की रिक्त भूमि में जो विक्रय नहीं की गई है पर भूखंधारियों को व्यवस्थापित करेगा तथा समस्त विक्रेताओं की सूची तैयार कर उन्हें वर्तमान में विकसित लेआऊट पर आपसी समझौते के आधार पर चिन्हांकित कर प्रस्ताव तैयार करेगा। पांचवे बिन्दु के आधार पर नोडल एजेंसी एवं सक्षम प्राधिकारी न्यू स्वागत विहार कालोनी के समस्त प्रभावित भूखंडधारियों को नोडल एजेंसी व्दारा तैयार प्रस्ताव के आधार पर लेआऊट में संशोधन एवं नियमितीकरण के संबंध में विधि अनुसार संयुक्त रुप से सुनवाई करेगा। यह कार्रवाई पूर्ण कर नोडल अधिकारी राज्य शासन को बेहतर विकल्प एवं अनुशंसा प्रेषित करेगें। नोडल अधिकारी धर्मेश कुमार साहू ने बैठक में बताया कि कि वे शीघ्र ही सुनवाई के लिए निर्धारित प्रारुप रायपुर विकास प्राधिकरण की वेबसाईट में प्रकाशित करेगें ताकि प्रभावित भूखंडधारियो की जानकारी मिल सके।
रायपुर विकास प्राधिकरण संचालक मंडल की आज हुई बैठक में शासकीय सदस्य प्रतिनिधि के रुप में आवास एवं पर्यावरण विभाग के उपसचिव सी. तिर्की, वित्त विभाग के ओएसडी चन्द्रप्रकाश पांडेय, एडीशनल कलेक्टर बी. सी. साहू, वन विभाग के डीसीएफ डी. के. मेहर, संचालनालय नगर तथा ग्राम निवेश से सहायक संचालक चन्द्रशेखर जगत, नगर पालिक निगम, रायपुर से अधीक्षण अभियंता विनोद कुमार देवांगन और प्राधिकरण के अतिरिक्त सीईओ नवीन कुमार ठाकुर शामिल थे।
भारत ने दक्षिण अफ्रीका को तीसरे वनडे में हराकर तीन मैचों की सिरीज़ 2-1 से जीत ली है.
इससे पहले दक्षिण अफ्रीका ने भारत के सामने 100 रनों का लक्ष्य रखा था, जिसे भारत ने 19.1 ओवर में हासिल कर लिया.
भारत ने तीन विकेट गवांकर 103 रन बनाए और इस तरह 7 विकेट से जीत हासिल की.
भारतीय खिलाड़ी शुभमन गिल ने जहां 49 रन बनाएं वहीं श्रेयस अय्यर ने छक्का लगाकर मैच को भारत के नाम किया.
पहला झटका भारतीय टीम को 42 रन पर लगा. कप्तान शिखर धन ने महज 14 गेंदें खेलीं और 8 रन बनाए.
दूसरा झटका 58 रन के स्कोर पर लगा जब विकेटकीपर क्विंटन डिकॉक ने ईशान किशन का कैच लिया. ईशान ने कुल 10 रन बनाए.
तीसरा झटका तब लगा जब शुभमन गिल एलबीडब्ल्यू आउट हुए. उन्होंने 49 रन बनाए.
इससे पहले, टॉस जीतकर भारत ने पहले गेंदबाज़ी करने का फैसला लिया था. भारतीय टीम ने अफ्रीका की टीम को महज़ 99 रनों पर समेट दिया.
दक्षिण अफ्रीका की तरफ से सबसे ज़्यादा 34 रन हेनरिच क्लासेन ने, 15 रन यानेमन मलान और 14 रन मार्को जैन्सन ने बनाए.
वहीं अच्छी गेंदबाज़ी करते हुए कुलदीप यादव ने चार विकेट चटके. इसके अलावा मोहम्मद सिराज, शाहबाज अहमद और वॉशिंगटन सुंदर ने दो-दो विकेट लिए. (bbc.com/hindi)
नई दिल्ली, 11 अक्टूबर । समाजवादी पार्टी के संस्थापक और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव का अंतिम संस्कार कर दिया गया है.
सैफई के मेला ग्राउंड में राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया. मुलायम सिंह के बेटे अखिलेश यादव ने पिता के पार्थिव शरीर को मुखाग्नि दी.
मुलायम सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, बॉलीवुड अभिनेता अभिषेक बच्चन, उनकी मां जया बच्चन, वरुण गांधी, तेजस्वी यादव के अलावा कई बड़े नेता सैफ़ई पहुंचे.
मीडिया से बात करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा, "मुलायम सिंह जी को धरती से जुड़ा हुआ नेता माना जाता था. अब उनके जाने से मैं समझता हूं कि भारत की राजनीति को एक बड़ी क्षति हुई है. आज हम सब सैफई में उनको श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए आए हुए हैं. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा भी श्रद्धांजलि दी गई है, क्योंकि उन्होंने मुझे कहा था कि वे बाहर हैं, ऐसे में उनकी तरफ से भी श्रद्धांजलि अर्पित की जाए. मैंने दोनों काम किए हैं."
मुलायम सिंह यादव का गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में बीते कई दिनों से इलाज चल रहा था. सोमवार सुबह 8:16 बजे उनका निधन हुआ.
मेदांता अस्पताल से उनका पार्थिव शरीर सोमवार दोपहर उनके पैतृक गांव सैफ़ई ले जाया गया. (bbc.com/hindi)
वाराणसी, 11 अक्टूबर । ज्ञानवापी मस्जिद में कथित शिवलिंग की कार्बन डेटिंग करवाए जाने के फ़ैसले को वाराणसी की अदालत ने सुरक्षित रख लिया है. अब इस मामले में 14 अक्टूबर को कोर्ट अपना फैसला सुनाएगा.
चार महिला याचिकाकर्ताओं ने बनारस के ज़िला जज की अदालत में सील किए गए वज़ूखाने की कार्बन डेटिंग करने की मांग की थी.
वैज्ञानिक जांच के ज़रिए याचिकाकर्ता ये पता करना चाहते हैं कि कथित शिवलिंग कितना लंबा, कितना चौड़ा और कितना अंदर तक है. उनका कहना है कि इस जांच के बाद ये साफ हो जाएगा कि ये फव्वारा है या शिवलिंग.
आपको बता दें कि इसी साल मई के महीने में ज्ञानवापी मस्जिद का सर्वे हुआ था, जिसके बाद हिन्दू पक्ष ने दावा किया था कि मस्जिद के वज़ूखाने के बीचों बीच एक 'शिवलिंग' बरामद हुआ है. जिसके बाद एक निचली अदालत ने उसे सील करने के आदेश दिए थे. (bbc.com/hindi)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 11 अक्टूबर । राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने 83 चिकित्सा अधिकारियों के तबादले किए हैं। इनमें से 24 डाक्टरों के स्वयं के व्यय पर किए गए हैं।
देखें आदेश --
यूक्रेन, 11 अक्टूबर । यूक्रेन की वायु सेना कमान के प्रवक्ता यूरी इहनत ने कहा है कि यूक्रेन की सेना ने आज सुबह चार रूसी मिसाइलों को मार गिराया है.
इंटरफैक्स-यूक्रेन समाचार एजेंसी के मुताबिक मिसाइल हमले आज सुबह स्थानीय समयानुसार सुबह 7 बजे शुरू हुए.
यूरी इहनत ने कहा कि यूक्रेनी सेना ने मिसाइलों को मार गिराने के लिए विमानन, वायु रक्षक सैनिकों और वायु रक्षा प्रणालियों का इस्तेमाल किया.
कीएव में क्षेत्रीय सैन्य प्रशासन के प्रमुख ओलेक्सी कुलेबा ने टेलीग्राम पर लिखा कि दो मिसाइलों को कीएव के वायु क्षेत्र में मार गिराया गया. (bbc.com/hindi)
इस्लामाबाद, 11 अक्टूबर । पाकिस्तान में बाढ़ के प्रभाव पर दुनिया का ध्यान बरकरार रखने और मानवीय सहायता को बढ़ाने के लिए मलाला यूसुफ़ज़ई और उनके पिता ज़ियाउद्दीन यूसुफ़ज़ई मंगलवार को पाकिस्तान पहुंचे हैं.
इस दौरे पर वो पाकिस्तान सरकार के अधिकारियों, मानवीय संगठनों और बाढ़ पीड़ितों से मिलेंगे.
मलाला फंड के मुताबिक, उनके दौरे का मकसद बाढ़ से हुए नुकसान और मानवीय त्रासदी पर दुनिया का ध्यान रखना है.
संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में पहुंचे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ से भी मलाला ने अलग से मुलाक़ात की थी और बाढ़ की वजह से प्रभाविक हुई हज़ारों बच्चों की शिक्षा की चुनौतियों पर चर्चा की थी.
बीते महीने मलाला फंड ने पाकिस्तान में महिलाओं और लड़कियों की बेहतर के लिए इमरजेंसी फंड दिया था. मलाला आपतकालीन मदद की मुहिम से जुड़ीं और पाकिस्तान में बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद के लिए दुनिया से अपील की.
-शुरैह नियाज़ी
भोपाल, 11 अक्टूबर । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को उज्जैन में श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर के नए कॉरिडोर ‘महाकाल लोक’ का लोकार्पण करेंगे.
इस कॉरिडोर को 865 करोड़ रुपये की लागत से दो फेज़ में डेवलप किया जा रहा है. इस पूरी योजना के पूरे होने के बाद महाकाल का क्षेत्र 47 हेक्टेयर का हो जाएगा जो अभी 2.8 हेक्टेयर है.
इसके बाद भक्त महाकाल मंदिर के गर्भगृह तक 946 मीटर लंबे कॉरिडोर का इस्तेमाल करके पहुंच सकेंगे. इसमें 25 फीट ऊँची और 500 मीटर लंबी म्युरल वॉल बनाई गई है. साथ ही 108 शिव स्तंभ, शिव की विभिन्न मुद्राओं का भी निर्माण किया गया है. इन स्तंभों में भगवान शिव के आनंद तांडव स्वरूप को दर्शाया गया है.
महाकाल पथ के किनारे भगवान शिव को दर्शाने वाली धार्मिक मूर्तियाँ लगाई गई हैं. पथ के साथ दीवार चित्र शिव पुराण की कहानियों पर आधारित हैं.
कमल के तालाब, ओपन एयर थिएटर के साथ ही लेक फ्रंट एरिया और ई-रिक्शा और इमरजेंसी वाहनों के लिए भी रास्ता बनाया गया है.
प्रधानमंत्री मंदिर में दर्शन के बाद महाकाल कॉरिडोर के नंदी द्वार पर पहुंचेंगे और महाकाल लोक को देश को समर्पित करने के साथ ही यहां पर पूजन-अर्चना कर महाकाल पथ देखेंगे.
इसके बाद वे कार्तिक मेला ग्राउंड पर सभा को संबोधित करेंगे. नरेंद्र मोदी की सुरक्षा के लिये 6 हजार जवानों को तैनात किया गया है.
मंगलवार को होने वाले कार्यक्रम का सीधा प्रसारण 40 देशों में किया जाएगा. वहीं गायक कैलाश खेर महाकाल स्तुति गान करेंगे. इसके अलावा मध्यप्रदेश, केरल, गुजरात, झारखंड के कलाकार संस्कृतिक प्रस्तुति देंगे.
इस कार्यक्रम के लिये इंदौर से लेकर उज्जैन क्षेत्र के 60 किलोमीटर को संजाया गया है. (bbc.com/hindi)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 11 अक्टूबर । दिवाली से पहले राज्य सरकार की पौने 5 लाख कर्मचारियों-अधिकारियों के लिए अच्छी खबर है। राज्य सरकार ने सातवें वेतनमान के एरियर्स भुगतान का आदेश जारी कर दिया है। कर्मचारियों को 5वीं किश्त का भुगतान होना है। जो जनवरी-मार्च 17 का होगा। इससे पहले सरकार ने 2021 में आदेश जारी किया गया है। संयुक्त सचिव राजेश सिसोदिया ने आदेश जारी करते हुए पे बिल तैयार कर कोषालय के प्रावधानों का पालन कर राशि जारी करने कहा है।
नयी दिल्ली, 11 अक्टूबर भारत के प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) यू यू ललित ने अपने उत्तराधिकारी के तौर पर वरिष्ठतम न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ के नाम की केंद्र से मंगलवार को सिफारिश की।
सीजेआई ने अपने पत्र की प्रति न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ को सौंपी है।
सरकार ने सात अक्टूबर को सीजेआई को एक पत्र भेजकर उनसे अपने उत्तराधिकारी के नाम की सिफारिश करने को कहा था।
न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ नौ नवंबर को 50वें सीजेआई बनेंगे। इससे एक दिन पहले सीजेआई ललित सेवानिवृत्त होंगे।
न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ का दो साल का कार्यकाल होगा और वह 10 नवंबर 2024 को सेवानिवृत्त होंगे। (भाषा)
सुलतानपुर (उप्र) 11 अक्टूबर सुलतानपुर जिले के कोतवाली देहात क्षेत्र में हनुमानगंज बाजार स्थित रेलवे फाटक पार करते समय ट्रेन की चपेट में आने से दो लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) प्रभारी शमीम अली सिद्दीकी ने बताया कि सोमवार की रात हनुमानगंज रेलवे फाटक बंद था, उसी समय विजय शंकर पांडेय (50) एवं उनका बेटा बाल कृष्ण पांडेय (20) फाटक पार करने लगे और तभी वे एक मालगाड़ी की चपेट में आ गए।
उन्होंने बताया कि घटना की जानकारी मिलने पर जीआरपी पुलिस व संबंधित थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। (भाषा)