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ब्रिस्बेन, 20 जनवरी | गाबा में ऐतिहासिक बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज जीतने के बाद आस्ट्रेलियाई मीडिया में भारतीय क्रिकेट टीम की जमकर प्रशंसा हो रही है। अजिंक्य रहाणे की कप्तानी वाली भारतीय टीम ने गाबा में चौथे और अंतिम टेस्ट में आस्ट्रेलिया को तीन विकेट से हराकर चार मैचों की टेस्ट सीरीज 2-1 से अपने नाम कर ली।
सिडनी मॉर्निग हेराल्ड ने जीत के बाद भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज की बड़ी सी एक तस्वीर छापी है, जिसमें सिराज अपने साथी और जीत के हीरो ऋषभ पंत को पीछे से गले लगा रहे हैं।
अख्बार ने अपने पहले पन्ने पर सुर्खियों के साथ लिखा, "भारत ने एक युग के लिए सीरीज जीत ली है। ऋषभ पंत की एक धमाकेदार पारी ने भारत को कल गाबा में ऑस्ट्रेलिया पर एक अप्रत्याशित सीरीज जीत दिलाई।"
द हेराल्ड सन ने दो तस्वीरों के साथ लिखा, "गाबा में भारत का चमत्कार।"
'द ऑस्ट्रेलियन' ने कहा कि भारत ने गाबा का किला फतह करके चमत्कार कर दिया। अख्बार ने आगे लिखा, "स्टार खिलाड़ियों के बिना, संघर्ष करती और चोटिल भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया की पूरी मजबूत टीम का मानमर्दन किया।"
वेबसाइट क्रिकेट डॉट कॉम डॉट एयू ने लिखा, "इंडियन समर। गाबा में जीत का सिलसिला टूटा। भारत ने विपरीत परिस्थितियों को धता बताते हुए गाबा में शानदार जीत दर्ज की।"
फॉक्सस्पोर्ट ने भारत की जीत को बयां करते हुए कहा, "भारत ने हाल ही में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीत ली है। टेस्ट क्रिकेट में भारत की सबसे शानदार जीत में से एक।" (आईएएनएस)
ब्रिस्बेन, 20 जनवरी | भारतीय क्रिकेट टीम के कोच रवि शास्त्री ने कहा है कि टेस्ट टीम के नंबर-3 बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा एक योद्धा हैं। पुजारा ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ गाबा में खेले गए चौथे टेस्ट मैच में 211 गेंदों पर 56 रनों की पारी खेली और इस दौरान अपने शरीर पर कई गेंदें झेलीं, लेकिन वह विकेट पर डटे रहे और टीम के लिए जीत का मौहाल बनाया।
शास्त्री ने संवाददाताओं से कहा, "पुजारा टीम के योद्धा हैं। सिडनी और ब्रिस्बेन में उनके प्रदर्शन को देखने के बाद मैंने उनसे कहा था कि पुज्जू तुमने उन्हें परेशान कर दिया।"
पुजारा की धीमी बल्लेबाजी इस पूरी सीरीज में चर्चा का विषय रही। लेकिन तीसरे और चौथे टेस्ट मैच में उनके अर्धशतकों ने बता दिया कि टीम में उनका रहना कितना जरूरी है।
शास्त्री ने कहा कि टीम इस समय किसी भी तरह की बहस में नहीं पड़ना चाहती। शास्त्री ने कहा, "मुझे लगता है कि खिलाड़ियों को इसे एन्जॉय करना चाहिए। बहसें चलती रहेंगी। इस समय किसी भी तरह की बहस में नहीं पड़ना चाहता।"
कप्तान अजिंक्य राहणे ने भी पुजारा की जमकर तारीफ की।
उन्होंने कहा, "पुजारा आज (मंगलवार) बाउंसर के कारण लगी चोटों के बाद भी, जिस तरह से खेले हैं वो शानदार है। वह घबराए नहीं। उनका लक्ष्य विकेट बचाना था।" (आईएएनएस)
ब्रिस्बेन, 20 जनवरी | भारत के हाथों टेस्ट सीरीज हारने के बाद आस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के मुख्य कोच जस्टिन लैंगर ने कहा है कि भारतीयों को कभी भी कमतर करके नहीं आंकना चाहिए। भारत ने गाबा में खेले गए चौथे टेस्ट मैच में आस्ट्रेलिया को तीन विकेट से हरा दिया और चार मैचों की टेस्ट सीरीज 2-1 से अपने नाम करते हुए आस्ट्रेलिया में लगातार दूसरी बार टेस्ट सीरीज जीती।
भारत की यह जीत उसके अधिकतर मुख्य खिलाड़ियों के बिना आई। कप्तान विराट कोहली पहले टेस्ट मैच के बाद अपने पहले बच्चे के जन्म के लिए स्वदेश लौट गए थे। ईशांत शर्मा चोटिल होने के कारण दौरे पर नहीं थे। मोहम्मद शमी बीच दौरे में चोटिल हो गए। यही हाल उमेश यादव, रवींद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन, हनुमा विहारी का था जो चोटिल हो गए।
इसके अलावा भारत को पहले टेस्ट मैच में शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा था, क्योंकि टीम दूसरी पारी में 36 रनों पर ही ऑलआउट हो गई थी जो उसका टेस्ट की एक पारी में सबसे कम स्कोर है।
लैंगर ने 'चैनल सेवन' से कहा, "बेहतरीन टेस्ट सीरीज थी। अंत में एक हारता है तो एक जीतता है। आज टेस्ट क्रिकेट जीता। हमें यह हार लंबे समय तक चुभेगी। इस जीत का श्रेय पूरी तरह से भारत को जाता है। हमने इससे सबक सीखा है।"
उन्होंने कहा, "पहली बात, कभी किसी चीज को हल्के में नहीं लेना और दूसरा यह कि भारतीयों को कभी कमतर नहीं आंकना। भारत की आबादी लगभग डेढ़ अरब है और अगर आप उसकी प्लेइंग इलेवन में हैं तो वाकई काफी उम्दा और मजबूत खिलाड़ी होंगे।"
लैंगर ने आगे कहा कि एडिलेड में 36 रन पर ढेर होने के बाद भारत ने जिस तरह से वापसी की, वह शानदार थी। उन्होंने कहा कि जसप्रीत बुमराह और रवींद्र जडेजा जैसे बड़े खिलाड़ियों के चोटिल होने के बावजूद ऐसी जीत बहुत बड़ी उपलब्धि है।
आस्ट्रेलियाई कोच ने कहा, "भारतीय टीम की जितनी तारीफ की जाए, कम है। पहले मैच में तीन दिन में हारने के बाद भी उन्होंने हौसला नहीं छोड़ा और बेहतरीन वापसी की। हमें बड़ा सबक मिला है और अब कभी भारत को हल्के में नहीं लेंगे।"
लैंगर ने मैच में नाबाद 89 रन बनाकर भारत रको जीत की मंजिल तक पहुंचाने वाले बल्लेबाज ऋषभ पंत की तारीफ करते हुए कहा, "पंत की पारी एक शानदार पारी थी। उनकी पारी देखकर मुझे हेडिंग्ले में बेन स्टोक्स की पारी याद आ गई। वह बिल्कुल निडर होकर खेले। यह एक अविश्वसनीय पारी रही।" (आईएएनएस)
बैंकॉक, 20 जनवरी | भारत के बैडमिंटन खिलाड़ी एचएस प्रणॉय ने विजयी शुरुआत करते हुए थाईलैंड ओपन के दूसरे दौर में प्रवेश कर लिया है, जबकि किदांबी श्रीकांत और बी साई प्रणीत ने टूर्नामेंट से अपना नाम वापस ले लिया है। विश्व रैकिंग में 28वें नंबर पर काबिज प्रणॉय ने बुधवार को पुरुष एकल वर्ग के अपने पहले दौर में वर्ल्ड नंबर-7 इंडोनेशिया के जोनाथन क्रिस्टी को हराकर अगले दौर में जगह बनाई। प्रणॉय ने एक घंटे और 15 मिनट तक चले तीन गेमों के मुकाबले में क्रिस्टी को 18-21 21-16 23-21 से पराजित किया।
इस जीत के साथ ही प्रणॉय ने अब क्रीस्टी के खिलाफ अपना करियर रिकॉर्ड 3-3 का कर लिया है। दूसरे दौर में अब प्रणॉय का सामना मलेशिया के लीव डोरेन से होगा, जिनके खिलाफ प्रणॉय को 3-2 का रिकॉर्ड है।
पुरुष युगल के मुकाबले में एमआर अर्जुन और ध्रुव कपिला की जोड़ी भी दूसरे राउंड में पहुंच गई है। भारतीय जोड़ी ने 37 मिनट तक चले अपने पहले दौर के मुकाबले में न्यूजीलैंड के ओलिवर लिडोन डेविस और अभिनव मनोटा की जोड़ी को 23-21 21-17 से हराया।
दूसरे राउंड में भारतीय जोड़ी का सामना इंग्लैंड के बेन लेन और सीन वेंडी की जोड़ी से होगा।
इस बीच, प्रणीत ने कोविड-19 टेस्ट पॉजिटिव आने के बाद थाईलैंड ओपन से अपना नाम वापस ले लिया है। विश्व बैडमिंटन महासंघ (बीडब्ल्यूएफ) ने इस बात की जानकारी दी। प्रणीत के टेस्ट का परिणाम सोमवार को आया और वह अब कम से कम 10 दिन अस्पताल में रहेंगे।
बीडब्ल्यूएफ ने मंगलवार को बयान जारी कर कहा, "बीडब्ल्यूएफ इस बात की पुष्टि करता है कि साई प्रणीत का कोविड-19 टेस्ट पॉजिटिव आया है और इसलिए उन्होंने टोयोटा थाईलैंड ओपन से नाम वापस ले लिया है।"
इसी कारण विश्व के नंबर-14 खिलाड़ी ने मलेशिया के डारेन लीव के साथ पहले राउंड का मैच नहीं खेला जिन्हें अब वॉकओवर दे दिया गया।
बीडब्ल्यूएफ ने आगे बताया कि भारत के एक और खिलाड़ी किदाम्बी श्रीकांत ने टूर्नामेंट से नाम वापस ले लिया है और वह इस सयम क्वारंटीन में हैं क्योंकि वह प्रणीत के संपर्क में आए थे।
बीडब्ल्यूएफ ने बताया, "बीडब्ल्यूएफ प्रोटोकॉल्स के मुताबिक श्रीकांत ने टोयोटा थाईलैंड ओपन से नाम वापस ले लिया है और वह इस समय सख्त क्वारंटीन से गुजर रहे हैं। हालांकि श्रीकांत का सोमवार को किया गया टेस्ट निगेटिव आया है। उनका थाईलैंड आने के बाद हर टेस्ट निगेटिव आया है।"
श्रीकांत ने मंगलवार को थाईलैंड के ही सिथिकोम थाममासिन को 21-11, 21-11 से मात दे कर दूसरे दौर में जगह बना ली थी। दूसरे दौर में उन्हें आंद्रेस एंटोनसेन का सामना करना था जिन्हें अब वॉकओवर मिल गया है।
बीडब्ल्यूएफ ने कहा, " थाई के स्वास्थ अधिकारियों ने भारतीय खिलाड़ियों को हर दिन निगेटिव टेस्ट आने पर टूनार्मेंट में खेलने की अनुमति दे दी है।"
भारतीय बैडमिंटन संघ (बीएआई) ने कहा है कि वह थाईलैंड में मौजूद भारतीय खिलाड़ियों के संपर्क में है।
बीएआई ने एक बयान में कहा, "बीएआई इस समय खिलाड़ियों के साथ-साथ बीडब्ल्यूएफ के संपर्क के अलावा थाईलैंड में टीम प्रबंधन के संपर्क में भी है।" (आईएएनएस)
ब्रिस्बेन, 20 जनवरी | आस्ट्रेलिया की जमीन पर भारत को 2-1 से टेस्ट सीरीज जिताने वाले भारत के कार्यवाहक कप्तान अजिंक्य रहाणे ने कहा है कि वह इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली सीरीज में कप्तानी के बारे में नहीं सोच रहे हैं। एडिलेड में खेले गए पहले टेस्ट मैच के बाद विराट कोहली अपने पहले बच्चे के जन्म के लिए स्वदेश लौट गए थे। इसके बाद रहाणे ने टीम की कप्तानी की और ऐतिहासिक जीत दिलाई।
रहाणे ने बाकी के तीन मैचों में विपदाओं के बीच जिस तरह से कप्तानी की उसके बाद इन खबरों ने जोड़ पकड़ लिया कि कोहली की जगह टेस्ट की कमान रहाणे को दे देनी चाहिए। रहाणे हालांकि इस पर काफी विनम्र दिखे।
मैच के बाद रहाणे ने कहा, "मैं काफी भावुक हूं। मैं नहीं जानता कि यह कैसे हुआ और इस जीत को कैसे बयां किया जाए। लेकिन हर एक खिलाड़ी को इसका श्रेय जाता है। एडिलेड के बाद हर किसी ने योगदान दिया। यह मेरे बारे में नहीं हैं। यह टीम की बात है। मैं अच्छा कप्तान इसलिए लगा क्योंकि हर किसी ने योगदान दिया इसलिए मैं अपने आप को महत्व नहीं देता। यह टीम की बात है। हर किसी ने योगदान दिया। हमारे लिए यह मैदान पर अपनी क्षमता दिखाने और प्रतिद्वंदिता की भावना रखने की बात है। मैं हमेशा इसी में विश्वास रखता हूं।"
उन्होंने कहा, "सोच काफी जरूरी है, काम करने का तरीका काफी मायने रखता है। मैं अपने सपोर्ट स्टाफ का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं जिन्होंने मेरा साथ दिया।"
रहाणे ने कहा, "इस समय मैं इस जीत का लुत्फ लेने के बारे में सोच रहा हूं। हम इंग्लैंड सीरीज के बारे में नहीं सोच रहे हैं। एक बार जब हम भारत पहुंचेंगे तो इंग्लैंड सीरीज के बारे में सोचेंगे।" (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 20 जनवरी | कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बुधवार को भारतीय क्रिकेट टीम को ब्रिस्बेन टेस्ट में जीत पर बधाई दी। ऑस्ट्रेलिया 1988 के बाद से ब्रिस्बेन में कभी टेस्ट मैच नहीं हारा था। सोनिया गांधी ने कहा कि इतनी सारी बाधाओं के बावजूद टीम के प्रदर्शन ने पूरी दुनिया में भारत का गौरव बढ़ाया है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को लिखे एक पत्र में सोनिया गांधी ने कहा, करोड़ों भारतीयों की तरह, मैं ब्रिस्बेन में अपनी शानदार और ऐतिहासिक जीत पर गर्व महसूस कर रही हूं और आपका ये प्रदर्शन इतनी सारी बाधाओं के बावजूद है। इससे दुनिया में भारत का गौरव बढ़ा है, और टीम इंडिया के खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्श्न पूरी दुनिया में सुर्खियों में है।
कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि भारतीय टीम ने अनुशासन, शारीरिक और मानसिक दम और अनुकरणीय टीम भावना का भी प्रदर्शन किया है, जिसके चलते ये जीत हुई - और यही गुण भविष्य में टीम को और जीत दिलाएंगे।
उन्होंने कहा, ब्रिस्बेन में भारतीय टीम का प्रदर्शन, जहां ऑस्ट्रेलिया ने 30 वर्षों से कभी भी टेस्ट मैच नहीं गंवाया था, जिस ताकत से आप में से सभी ने नस्लीय दुर्व्यवहार का सामना करते हुए किया, उसने आपको प्रशंसा और सम्मान तो दिलाया ही है, बल्कि इस जीत ने पूरे देश में खुशी और आशा का भी संचार किया, जिसकी महामारी के कठिन दौर में सख्त जरूरत थी।
ऑस्ट्रेलिया ने एडिलेड में सीरीज का पहला टेस्ट मैच जीता था। गुलाबी गेंद से खेले गए मैच में भारत की पूरी टीम दूसरी पारी में 36 के कुल स्कोर पर ढेर हो गई थी। उसके बाद रहाणे की अगुवाई में टीम ने मेलबर्न में शानदार वापसी की और बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच जीता। तीसरा टेस्ट सिडनी में ड्रा पर समाप्त हुआ था। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 20 जनवरी | पाकिस्तान के पूर्व खिलाड़ी वसीम अकरम और शाहीद अफरीदी ने आस्ट्रेलिया में मिली शानदार जीत के बाद भारतीय क्रिकेट टीम की जमकर तारीफ की है। भारत ने मंगलवार को आस्ट्रेलिया को चौथे टेस्ट मैच में तीन विकेट से मात दे कर चार मैचों की टेस्ट सीरीज 2-1 से अपने नाम की और बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी अपने पास ही रखी।
अकरम ने ट्वीट किया, "भारत की शानदार टेस्ट सीरीज जीत। मैंने इससे पहले उतनी बोल्ड, बहादुर, प्रचंड एशियाई टीम आस्ट्रेलियाई दौरे पर नहीं देखी। कोई भी विपदा उन्हें रोक नहीं सकी। मुख्य खिलाड़ी चोटिल थे। यह टीम 36 रनों पर ऑल आउट होने के बाद दमदार वापसी करते हुए जीती है। दूसरों के लिए प्ररेणादायी। भारतीय टीम को बधाई।"
अफरीदी ने ट्वीट किया, "शानदार प्रदर्शन भारतीय टीम। काफी सारी चोटों और मुश्किलों के बाद भारत ने एक शानदार सीरीज जीती है। भारतीय टीम को बधाई। यह सीरीज लंबे समय तक याद रखी जाएगी।"
आस्ट्रेलिया ने एडिलेड में खेले गए इस सीरीज के पहले मैच में जीत हासिल की थी। दिन-रात प्रारूप के इस टेस्ट मैच में भारत अपनी दूसरी पारी में सिर्फ 36 रनों पर ऑल आउट हो गई थी जो उसका टेस्ट की एक पारी में सबसे कम स्कोर है।
शोएब अख्तर ने ट्वीट किया, "इस सीरीज में 36 रनों पर ऑल आउट होने के बाद आस्ट्रेलियाई जमीन पर जीत तक।"
भारत ने विराट कोहली की कप्तानी में 2018-19 में आस्ट्रेलियाई जमीन पर पहली बार टेस्ट सीरीज जीत कर इतिहास रचा था। कोहली इस बार पहले टेस्ट मैच के बाद अपने पहले बच्चे के जन्म के लिए भारत लौट गए थे और उनकी जगह अजिंक्य रहाणे ने टीम की कप्तानी की थी। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 20 जनवरी | इंग्लैंड क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान केविन पीटरसन ने भारतीय टीम को आस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीतने पर बधाई दी है। अजिंक्य रहाणे की कप्तानी वाली भारतीय टीम ने आस्ट्रेलिया को उसके घर में चार मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-1 से हरा कर बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी अपने पास ही रखी है।
पीटरसन ने हिंग्लिश में ट्वीट करते हुए भारत से जीत का जश्न मनाने को कहा साथ ही उसे आगाह भी किया कि अगले कुछ हफ्तों में उसका सामना इंग्लैंड से होने वाला है।
पीटरसन ने लिखा, "भारत, यह ऐतिहासिक जीत का जश्न मनाएं क्योंकि यह सभी बाधाओं के खिलाफ हासिल हुई है, लेकिन असली टीम तो कुछ हफ्तों बाद आ रही है जिसे आपको हराना होगा अपने घर में। सतर्क रहें दो सप्ताह में बहुत अधिक जश्न मनाने से सावधान रहें।"
इंग्लैंड इस समय श्रीलंका में है जहां से वह भारत के दौरे पर आएगी और चार टेस्ट, पांच टी-20 और तीन वनडे मैचों की सीरीज खेलेगी।
बोम्बोलिम (गोवा), 20 जनवरी | चिरप्रतिद्वंद्वी केरला ब्लास्टर्स और बेंगलुरु एफसी हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के सातवें सीजन में बुधवार को यहां बोम्बोलिम के जीएमसी स्टेडियम में अपनी किस्मत बदलने उतरेंगे। 10वें स्थान पर काबिज केरला को अपने पिछले मुकाबले में ईस्ट बंगाल के खिलाफ इंजुरी टाइम में गोल खाकर ड्रॉ खेलना पड़ा था। केरला को इस सीजन में पहले गोल करने के बावजूद अब तक 10 अंक गंवाना पड़ा है।
विकुना का मानना है कि टीम को कई सारी समस्याओं को सुलझाना है। केरला ने अब तक सबसे ज्यादा 20 गोल खाए हैं। टीम ने साथ ही दूसरे हाफ में सबसे ज्यादा गोल खाए हैं।
बेंगलुरु के अंतरिम कोच नौशाद मूसा के लिए भी यह मैच काफी अहम होगा। बेंगलुरु पिछले पांच मैचों से एक भी एक भी मैच नहीं जीती है और टीम को चार में हार मिली है।
मूसा टीम के प्रदर्शन में सुधार करना चाहेंगे, क्योंकि टीम आठ मैचों से एक भी क्लीन शीट हासिल नहीं कर पाई है। टीम अब तक 16 गोल खा चुकी है।
बेंगलुरु के लिए डिमास डेलगाडो इस मैच में नहीं खेल पाएंगे, जोकि निजी पारिवारिक कारणों से स्पेन लौट चुके हैं। हालांकि मूसा इसके बाद भी टीम के बेहतर प्रदर्शन को लेकर आश्वस्त है।
--आईएएनएस
ब्रिस्बेन, 20 जनवरी | भारतीय क्रिकेट टीम मंगलवार को आईसीसी विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप में पहले स्थान पर पहुंच गई है। भारत ने आस्ट्रेलिया को चार मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-1 से मात दे पहला स्थान हासिल किया। इसी के साथ भारत ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी अपने पास ही रखी है। आस्ट्रेलिया ने एडिलेड में खेले गए पहले टेस्ट में जीत हासिल की थी। इस टेस्ट में भारतीय टीम दूसरी पारी में 36 रनों पर ही ढेर हो गई थी। इसके बाद अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में टीम ने मेलबर्न में टेस्ट मैच जीता और सिडनी जबरदस्त खेल दिखाते हुए मैच ड्रॉ कराया। इसके बाद ब्रिस्बेन में निर्णायक टेस्ट मैच में तीन विकेट से जीत हासिल करते हुए सीरीज भी अपने नाम की।
भारत के अब 71.7 प्रतिशत अंक हैं और वह 430 प्वाइंटस के साथ वह पहले स्थान पर है। दूसरे स्थान पर न्यूजीलैंड हैं जिसके 70 प्रतिशत अंक और 420 प्वाइंटस है। आस्ट्रेलिया 69.2 प्रतिशत अंकों और 332 प्वाइंटस के साथ तीसरे स्थान पर है।
आईसीसी विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप की अंकतालिका की टॉप दो टीमें इस साल जून में लॉडर्स में फाइनल खेलेगी।
भारत और आस्ट्रेलिया के बीच मंगलवार को समाप्त हुए चौथे टेस्ट के बाद आईसीसी ने ट्वीट किया, "भारत शीर्ष पर है। गाबा में मिली शानदार जीत के बाद भारत आईसीसी विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप रैंकिंग में पहले स्थान पर आ गया है। आस्ट्रेलिया तीसरे स्थान पर खिसक गई है।"
भारत को अब पांच फरवरी से इंग्लैड के साथ अपने घर में चार मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है। भारतीय टीम अगर इंग्लैंड के खिलाफ 2-0 से जीत हासिल करती है तो वह जून में लॉर्डस में होने वाले टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में अपनी जगह पक्की कर लेगी। भारतीय टीम अगर इंग्लैंड के खिलाफ एक टेस्ट हार जाता है तो उसे बाकी बचे तीन मैच जीतने होंगे।
जून तक न्यूजीलैंड को कोई टेस्ट सीरीज नहीं खेलनी है।
क्रिकइंफो की रिपोर्ट के अनुसार, भारत के साथ सीरीज हारने से आस्ट्रेलिया को गहरा धक्का लगा है। आस्ट्रेलिया को अब दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ होने वाली तीन मैचों की टेस्ट सीरीज से 89 अंक हासिल करने होंगे, तभी वह विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप की अंकतालिका में न्यूजीलैंड से आगे पहुंच पाएगी। यह केवल तभी हो सकता है, जब आस्ट्रेलिया कम से कम दो टेस्ट जीते और एक ड्रॉ खेले।
इस बीच, भारत ने आईसीसी विश्व टेस्ट टीम रैंकिंग में भी आस्ट्रेलिया को अपदस्थ करके दूसरा स्थान हासिल कर लिया है। केन विलियम्सन की कप्तानी वाली न्यूजीलैंड की टीम टॉप पर है।
आईसीसी ने टवीट कर कहा, "आस्ट्रेलिया को खिसकाकर भारत ने आईसीसी विश्व टेस्ट टीम रैंकिंग में दूसरा स्थान हासिल कर लिया है।"
--आईएएनएस
ब्रिस्बेन, 20 जनवरी | भारतीय मध्यम तेज गेंदबाज शार्दूल ठाकुर की सफलता के पीछे एक अज्ञात नायिका है, जिसे शायद कभी श्रेय नहीं दिया गया है और वह हैं ठाकुर के बचपन के कोच दिनेश लाड की पत्नी। लाड की पत्नी ने अपने घर में ठाकुर की उम्र की ही अपनी बेटी के होने के बावजूद ठाकुर को मुंबई के बोरीवली में अपने टू बीएचके फ्लैट में रहने की अनुमति दी थी।
लाड परिवार के लिए यह एक मुश्किल फैसला था। लेकिन मुंबई के कोच के लिए ठाकुर की प्रतिभा को बाहर लाने का यही एक रास्ता था। उस समय, ठाकुर बोरीवली से 86 किमी दूर पालघर में रहते थे और लाड नहीं चाहते थे कि अनमोल प्रतिभा भटक जाए।
लाड ने मंगलवार को मुंबई से आईएएनएस से कहा, "मैंने उन्हें 2006 में मुंबई में हमारी स्कूल टीम स्वामी विवेकानंद इंटरनेशनल स्कूल के खिलाफ खेलते हुए देखा। तारापुर विद्या मंदिर के लिए खेलते हुए शार्दूल ने 78 रन बनाए और पांच विकेट भी लिए थे। उनके प्रदर्शन से प्रभावित होकर ही मैंने उन्हें अपने स्कूल में शामिल होने का फैसला किया। मैंने उन्हें अपने माता-पिता से संपर्क करने के लिए कहने के लिए कहा। मैंने उनके पिता से कहा कि शार्दूल में बहुत प्रतिभा है और वह शीर्ष स्तर की क्रिकेट खेल सकता है।"
उन्होंने कहा, "हालांकि, उनके पिता ने यह कहते हुए मना कर दिया कि शार्दूल ने दसवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा दी थी और पालघर से मुंबई तक का सफर ढाई घंटे से अधिक का था, जो बहुत मुश्किल था। फिर मैंने अपनी पत्नी से बात की और उनसे पूछा कि क्या हम अपने घर पर एक लड़के को रख सकते हैं, ताकि वह यहां मुंबई में खेल सके। मेरी पत्नी सहमत हो गई और हम उन्हें अपने घर ले आए।"
लाड ने स्वीकार किया कि शुरू में वह और उनकी पत्नी थोड़ा हिचकिचा रहे थे क्योंकि उनकी बेटी भी शार्दूल की एक उम्र की ही थी और किसी अंजान आदमी को घर पर रखना थोड़ा 'जोखिम भरा' था।
लाड अपने स्कूल में भारतीय सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा को कोचिंग दे चुके थे। उन्होंने कहा, "बोरीवली में हमारा एक दो बीएचके फ्लैट था। शुरू में, हम अनिच्छुक थे क्योंकि हमारी भी एक बेटी थी जो शार्दूल की उम्र की थी, या शायद एक साल कम की थी। यह एक जोखिम था। लेकिन हमने उन्हें अपने घर पर रहने दिया। हमने उनसे कोई पैसा नहीं लिया। मैंने उन्हें अपने स्कूल में दाखिला दिलाया और शार्दूल हमारे साथ एक साल तक रहे।"
ऑस्ट्रेलिया के 2020-21 के दौरे पर मोहम्मद शमी के चोटिल होने के बाद ठाकुर को केवल वनडे टीम में शामिल किया गया था। लेकिन बाद में उन्हें शमी के स्थान पर टेस्ट में शामिल किया गया।
ठाकुर को इसके बाद ब्रिस्बेन में चोटिल जसप्रीत बुमराह के स्थान पर टीम में चुना गया और उन्होंने सात विकेट लिए। इस प्रदर्शन के चलते ही उन्हें इंग्लैंड के साथ होने वाली चार मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले दो टेस्ट के लिए भी चुना गया है।
ठाकुर ने चौथे टेस्ट की पहली पारी में वॉशिंगटन सुंदर के साथ मिलकर सातवें विकेट के लिए 123 रनों की साझेदारी करके आस्ट्रेलिया को बड़ी बढ़त लेने से रोक दिया। ठाकुर (67) और सुंदर (62) के बीच सातवें विकेट के लिए हुई शतकीय और बहुमूल्य साझेदारी के दम पर भारतीय क्रिकेट टीम ने यहां अपनी पहली पारी में 336 रन का स्कोर बनाया।
--आईएएनएस
नई दिल्ली, 19 जनवरी | अनुभवी तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा और आलराउंडर हार्दिक पांड्या की पांच फरवरी से इंग्लैंड के साथ होने वाली चार मैचों की टेस्ट सीरीज के शुरुआती दो मैचों के लिए 18 सदस्यीय भारतीय टीम में वापसी हुई है। उनके अलावा कप्तान विराट कोहली भी वापसी हुई है, जो अपने पहले बच्चे के जन्म के कारण आस्ट्रेलिया में अंतिम तीन टेस्ट मैचों में नहीं खेल पाए थे। चेतन शर्मा की अध्यक्षता वाली बीसीसीआई की नवनियुक्त सीनियर राष्ट्रीय चयन समिति ने इंग्लैंड के साथ होने वाली चार टेस्ट मैचों की सीरीज के पहले दो मुकाबलों के लिए मंगलवार को भारतीय टीम का चयन किया।
ईशांत चोट के कारण आस्ट्रेलिया दौरे पर नहीं जा सके थे। उन्हें यह चोट आईपीएल में लगी थी और इसके बाद वह बेंगलुरु के नेशनल क्रिकेट एकेडमी में रिहैबिलिटेशन में थे। ईशांत ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में दिल्ली के लिए खेलकर अपनी फिटनेस साबित की है।
ईशांत के अलावा हार्दिक की भी टेस्ट में वापसी हुई है। हार्दिक आस्ट्रेलिया दौरे पर सीमित ओवरों की सीरीज का हिस्सा थे, लेकिन उन्हें टेस्ट टीम में नहीं चुना गया था। उन्होंने अपना अंतिम टेस्ट अगस्त 2018 में खेला था।
तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह, रविचंद्रन अश्चिन और लोकेश राहुल की भी इंग्लैंड के साथ पहले दो टेस्ट मैचों के लिए भारतीय टीम में वापसी हुई है। ये दोनों क्रिकेटर आस्ट्रेलिया दौरे पर चोटिल हो गए थे। तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज और शार्दूल ठाकुर भी टीम में बरकरार रखा गया है।
वहीं, आस्ट्रेलिया दौरे पर खराब फॉर्म से जूझने वाले ओपनर पृथ्वी शॉ को टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। वह आस्ट्रेलिया दौरे पर केवल एक ही टेस्ट में खेल पाए थे। शॉ के अलावा आस्ट्रेलिया दौरे से टेस्ट में पदार्पण करने वाले तेज गेंदबाज टी नटराजन को भी टेस्ट टीम में नहीं शामिल किया गया है।
उनके अलावा चोटिल हनुमा विहारी, मोहम्मद शमी और उमेश यादव को भी फिलहाल नहीं चुना गया है, क्योंकि ये अभी चोटिल हैं।
भारतीय टीम को इंग्लैंड के साथ पहला टेस्ट पांच से नौ फरवरी तक चेन्नई में, जबकि दूसरा टेस्ट 13 से 17 फरवरी तक चेन्नई में ही खेला जाना है। इंग्लैंड की टीम फिल्हाल श्रीलंका दौरे पर है और वह 27 जनवरी को चेन्नई के लिए रवाना होगी।
शुरुआती दो टेस्ट के लिए भारतीय टीम : विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा, शुभमन गिल, मयंक अग्रवाल, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, ऋषभ पंत, रिद्धिमान साहा (विकेटकीपर), हार्दिक पंड्या, लोकेश राहुल, जसप्रीत बुमराह, ईशांत शर्मा, मोहम्मद सिराज, शार्दूल ठाकुर, कुलदीप यादव, वाशिंगटन सुंदर, अक्षर पटेल।
स्टैंडबाय : केएस भारत (विकेटकीपर), अभिमन्य ईश्वरन, शाहबाज नदीम, राहुल चाहर
नेट गेंदबाज : अंकित राजपूत, अवेश खान, संदीप वारियर, के गौतम, सौरभ कुमार। (आईएएनएस)
ब्रिस्बेन, 19 जनवरी | भारत ने आस्ट्रेलिया में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए चार मैचों की टेस्ट सीरीज 2-1 से अपने नाम की और बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी अपने पास ही रखी है। इस जीत पर भारतीय क्रिकेट टीम को चारों तरफ से बधाइयां मिल रही हैं। भारत के पूर्व कप्तान और बीसीसीआई के मौजूदा अध्यक्ष और सचिन तेंदलुकर, विराट कोहली ने भी भारत को बधाई दी है। बीसीसीआई ने भारतीय टीम को पांच करोड़ रुपये का बोनस देने की भी घोषणा की है।
गांगुली ने ट्वीट करते हुए लिखा, "शानदार जीत.. आस्ट्रेलिया जाकर इस तरह से सीरीज जीतना.. इसे भारतीय क्रिकेट इतिहास में हमेशा याद रखा जाएगा.. बीसीसीआई टीम को पांच करोड़ रुपये का बोनस देगी। इस जीत का मूल्य किसी भी आंकड़े से ज्यादा है। टीम के हर सदस्यो को बधाई।"
सचिन ने लिखा, "हर सत्र में हमें एक नया हीरो मिला। जब भी हमें चोट लगी, हम खड़े रहे और लड़ाई लड़ी। हमने बिना डरे खेलने के लिए सीमाओं को बढ़ाया लेकिन लापरवाह क्रिकेट नहीं खेली। चोटों और अनिश्चित्ताओं का सामना आत्मविश्वास के साथ किया। सबसे शानदार सीरीज जीत में से एक। भारत को बधाई।"
टीम के नियमति कप्तान विराट कोहली, जो पहला टेस्ट मैच खेलने के बाद अपने पहले बच्चे के जन्म के लिए भारत लौट आए थे उन्होंने भी अपनी बनाई हुई टीम को बधाई दी है।
कोहली ने लिखा, "क्या शानदार जीत है। एडिलेड के बाद जिसने भी हम पर शक किया, खड़े होइए और देखिए। शानदार प्रदर्शन, लेकिन जो दृढसंकल्पता और इच्छाशक्ति थी वो पूरी सीरीज में अलग ही थी। पूरी टीम के खिलाड़ियों को, प्रबंधन को बधाई। इस ऐतिहासिक जीत का जश्न मनाओ दोस्तों।"
भारत के पूर्व बल्लेबाज वीवीएस. लक्ष्मण ने कहा, "भारत के लिए ऐतिहासिक जीत। जब जरूरत पड़ी युवाओं ने प्रदर्शन किया। गिल और पंत आगे रहे। रवि शास्त्री और पूरे सपोर्ट स्टाफ को बधाई। इस टीम पर गर्व है। यह लंबे समय तक याद रखी जाएगी।"
उन्होंने लिखा, "अजिंक्य राहणे ने टीम की शानदार कप्तानी की। युवाओं को आत्मविश्वास दिया। पुजारा ने एक बार फिर अपनी क्षमता दिखाई। युवा गेंदबाजी आक्रमण को नहीं भूला जा सकता। शानदार टीम प्रयास।"
टीम के पूर्व कप्तान और कोच अनिल कुंबले ने लिखा, "शानदार खेल के लिए भारतीय टीम को बधाई। बेहतरीन परिणाम के साथ शानदार टेस्ट सीरीज। उम्मीद है कि चार दिवसीय टेस्ट मैच को लेकर हो रही चर्चा का अंत हो जाएगा।"
बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने ट्वीट किया, "भारतीय टीम ने लचीलापन, ²ढसंकल्प जैसे शब्दों को चरित्रार्थ किया। आपने पूरे देश को प्रेरित किया है। शाबाश अजिंक्य रहाणे, रवि शास्त्री और खिलाड़ी। मोहम्म सिराज, ऋषभ पंत, शुभमन गिल को विशेष बधाई।"
--आईएएनएस
ब्रिस्बेन, 19 जनवरी | भारत के हाथों चौथा और अंतिम टेस्ट हारकर सीरीज गंवाने के बाद मेजबान आस्ट्रेलिया के कप्तान टिम पेन ने मेहमान टीम की तारीफ करते हुए कहा कि अपने अनुशासित प्रदर्शन के दम पर टीम इंडिया इस सीरीज को जीतने की पूरी हकदार थी। भारत की युवा क्रिकेट टीम ने अपने जबरदस्त जुझारूपन और बहादुरी के दम पर चौथे और आखिरी टेस्ट मैच के पांचवें दिन मंगलवार को आस्ट्रेलिया को तीन विकेट से हरा बॉर्डर-गावस्कार ट्रॉफी अपने पास ही रखी है। यह भारत की सर्वकालिक महान टेस्ट सीरीज जीत मानी जा रही है।
पेन ने मैच के बाद कहा, " हम यहां सीरीज जीतने आए थे। लेकिन भारतीय टीम ने अपने अनुशासित और शानदार प्रदर्शन के दम पर हमें मात दे दी और वे इस सीरीज को जीतने के पूरे हकदार हैं।"
चौथे और आखिरी टेस्ट मैच को जीतने के लिए भारत को 328 रन बनाने थे, जो उसने शुभमन गिल, चेतेश्वर पुजारा और ऋषभ पंत की बेहतरीन पारियों के दम पर सात विकेट खोकर बना लिए।
आस्ट्रेलिया को 32 साल बाद गाबा में हार का सामना करना पड़ा है। इससे पहले 1988 में आस्ट्रेलिया को इस मैदान पर हार मिली थी। उस मैच में वेस्टइंडीज ने आस्ट्रेलिया को हराया था।
आस्ट्रेलियाई कप्तान ने कहा, " हमें फिर से वापस चीजों को देखना होगा और उनमें सुधार करना होगा। हमें एक टीम के रूप में फिर से एकजुट होना होगा। ईमानदार से कहूं तो कई ऐसे क्षेत्र हैं, जिसमें हमें बहुत सुधार करने की जरूरत है। हम उनके सामने 300 से अधिक का रन लक्ष्य रखना चाहते थे और सीरीज जीतने के लिए उन्हें दबाव में लाना चाहते थे।"
भारत की ओर से ऋषभ पंत ने चौका मार भारत को ऐतिहासिक जीत दिलाई। पंत 89 रनों पर नाबाद रहे। उन्होंने 138 गेंदों का सामना करते हुए नौ चौके और एक छक्का मारा। पंत को उनकी मैच जिताऊ पारी के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया।
पेन ने कहा, " मुझे लगा कि आज भारतीय टीम आलआउट हो जाएगी। लेकिन उन्हें अपने बाजूओं, छाती और अपनी शरीर पर गेंदें खाई, इसलिए इस जीत की हकदार पूरी तरह से वे हैं। विकेटकीपिंग मेरे काम का एक हिस्सा है। हमारे गेंदबाजों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। लेकिन इस सीरीज में अदभुत प्रदर्शन करने के लिए भारतीय टीम को इस जीत का श्रेय जाता है।"
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बैंकॉक, 19 जनवरी | विश्व चैम्पियन महिला बैडमिंटन खिलाड़ी भारत की पीवी सिंधु और शीर्ष पुरुष खिलाड़ी किदाम्बी श्रीकांत ने मंगलवार को टोयोटा थाईलैंड ओपन के दूसरे दौर में जगह बना ली है। महिला एकल में हालांकि सायना नेहवाल को हार का सामना करना पड़ा है। सिंधु ने पहले दौर में स्थानीय खिलाड़ी बुसानन ओनगबामुरानफान को मात दी। वहीं श्रीकांत ने थाईलैंड के सिथिकोम थाममासिन को सीधे गेमों में परास्त किया।
श्रीकांत ने 38 मिनट तक चले मैच में 21-11, 21-11 से जीत हासिल की।
अगले दौर में उनका सामना आंद्रेस एंटोनसेन और टानोनंग्साक साएनसोमबूनसुक के बीच होने वाले मैच के विजेता से होगा।
इससे पहले महिला एकल वर्ग में सिंधु ने बुसानन को 21-17, 21-13 से हराया। यह मैच 43 मिनट तक चला।
कोविड-19 के कारण लगे ब्रेक के बाद सिंधु की यह पहली जीत है। बुसानन ने योनेक्स थाईलैंड ओपन में सायना नेहवाल को मात दी थी।
पहले गेम में बुसानन ने 13-8 से बढ़त ले ली थी। सिंधु ने हालांकि यहां से दमदार वापसी की और गेम अपने नाम किया।
दूसरे गेम में बुसानन ने सिंधु को मात देने के लिए कड़ी मेहनत की, लेकिन भारतीय खिलाड़ी ने यह गेम 21-17 से अपने नाम करते हुए दूसरे दौर में जगह बनाई।
दूसरे दौर में सिंधु का सामना दोहा हैनी और किसोना सेलावडुरे के बीच होने वाली मैच की विजेता से होगा।
इस बीच, सायना को स्थानीय खिलाड़ी रातचानोक इंटानोन के हाथों हार गईं। इंटोनोन ने 30 मिनट तक चले मुकाबले में सायना को 21-17, 21-8 से हराया।
पुरुष एकल में समीर वर्मा भी अगले दौर में पहुंच गए हैं। समीर ने पहले दौर में मलेशिया के ली जी लिया को मैराथन मुकाबले में 18-21, 27-25, 21-19 से हराया। यह मैच एक घंटे 14 मिनट चला।
उनके भाई सौरव वर्मा को हालांकि हार का सामना करना पड़ा है। सौरव को इंडोनेशिया के एंथोनी गिटिंग ने 21-16, 21-11 से हराया।
पुरुष एकल में पारुपल्ली कश्यप मैच के बीच में ही हटने को मजबूर हुए।
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ब्रिस्बेन, 19 जनवरी | भारत ने मंगलवार को यहां के गाबा इंटरनेशनल स्टेडियम में खेले गए चौथे और आखिरी टेस्ट मैच में आस्ट्रेलिया को तीन विकेट से हरा उसे 32 साल में पहली बार इस मैदान पर हार का मुंह देखने को मजबूर किया।
आस्ट्रेलिया बीते 32 साल से गाबा पर अजेय थी। उसे आखिरी बार 1988 में वेस्टइंडीज ने हराया था। तब के बाद अब भारत ने मेजबान टीम को इस मैदान पर मात दी।
यह पहला मौका नहीं है कि जब भारत ने आस्ट्रेलिया के विजयी रथ को रोका है। भारत ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अलग-अलग तरह से अलग-अलग समय पर आस्ट्रेलिया के विजयी रथ को रोका है।
ऐसा पहला मौका आया था 2001 में। आस्ट्रेलिया लगातार 16 टेस्ट जीत हासिल कर चुकी थी और वह अपने अजेय क्रम को बरकरार रखने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध और काबिल थी। लेकिन कोलकाता का ईडन गार्डन्स स्टेडियम फिर एक ऐसे मैच का गवाह बना जब न सिर्फ आस्ट्रेलिया की जीत का सिलसिला टूटा बल्कि भारतीय क्रिकेट इतिहास की सबसे शानदार जीत भी मिली।
राहुल द्रविड़ और वीवीएस. लक्ष्मण ने आस्ट्रेलियाई हार की कहानी लिखी और फॉलोऑन खेलने के बाद भी भारत ने आस्ट्रेलिया को पटका।
इसके बाद 2008 में भारत ने वाका में आस्ट्रेलिया के एशियाई टीमों के खिलाफ चले आ रहे जीत के क्रम को रोका। अनिल कुंबले की कप्तानी वाली भारतीय टीम ने 2008 में वाका के मैदान पर खेले गए टेस्ट मैच में आस्ट्रेलिया को 72 रनों से हराया था और इसी के साथ वह इस मैदान पर आस्ट्रेलिया को हराने वाली एशिया की पहली टीम बनी थी।
वाका के मैदान था सिडनी। 2016 में भारत ने यहां खेले गए वनडे मैच में आस्ट्रेलिया को छह विकेट से मात दी थी और उसके घर में लगातार 19 जीत के सिलसिले पर ब्रेक लगा दिया था।
इसके बाद गाबा का मैदान जहां 32 साल तक आस्ट्रेलिया ने हार नहीं देखी थी लेकिन एक बार फिर भारतीय टीम ने उसके एक और अजेय सिलसिले को रोक दिया।
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भारत ने ब्रिस्बेन के गाबा मैदान में इतिहास रच दिया है. टीम इंडिया ने स्टार कप्तान विराट कोहली, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, इशांत शर्मा, रविंद्र जडेजा, आर. अश्विन और शिखर धवन जैसे खिलाड़ियों की ग़ैर-मौजूदगी में बेहद रोमांचक मैच में जीत हासिल कर सिरीज़ 2-1 से अपने नाम कर ली है.
यूं तो इस जीत का श्रेय सभी 11 खिलाड़ियों को जाता है लेकिन इस सिरीज़ में ऋषभ पंत, चेतेश्वर पुजारा, शुभमन गिल, शार्दुल ठाकुर, वॉशिंगटन सुंदर, मोहम्मद सिराज जैसे खिलाड़ियों ने बेहद निर्णायक भूमिका निभाई और वो कर दिखाया जो कुछ दिनों पहले तक लगभग असंभव सा लग रहा था
भारत की इस ऐतिहासिक जीत में इन पांच घटनाओं ने टर्निंग प्वाइंट की भूमिका निभाई
टेस्ट मैच के तीसरे दिन पहली पारी में ऋषभ पंत जब 23 रन बनाकर आउट हुए तो टीम का स्कोर 186 रन था और भारतीय टीम मुश्किल में नज़र आ रही थी.
लेकिन अपना पहला मैच खेल रहे शार्दुल ठाकुर और वॉशिंगटन सुंदर ने कमाल कर दिया. दोनों ने ना केवल विकेटों का पतझड़ रोका बल्कि संभलकर रन भी बटोरे. इस जोड़ी ने 123 रनों की मैच बचाऊ साझेदारी की. इस जोड़ी के दम पर ही ऑस्ट्रेलिया के पहली पारी के 369 रनों के सामने भारत भी 336 रन बना पाया और मैच में वापसी कर ली.
ब्रिस्बेन के गाबा इंटरनेशनल स्टेडियम में खेले जा रहे चौथे मैच में इंडिया को जीत के लिए 328 रन की चुनौती मिली और इसकी वजह थी चौथे दिन आस्ट्रेलिया की तरफ़ से बटोरे गए 294 रन. लेकिन ये रन इससे कहीं ज़्यादा भी हो सकते थे.
भारत की तरफ़ से सिराज ने 73 रन देकर पांच विकेट झटके और शार्दुल ठाकुर ने 61 रन देकर 4 विकेट लिए. सिराज पहली बार टेस्ट क्रिकेट की एक पारी में पांच विकेट लेने में कामयाब हुए.
इस मेच के बाद सिराज ने अपने पिता को याद किया, उन्होंने कहा, "आज वो ज़िंदा होते तो गर्व करते. उनकी दुआओं की कारण ही आज मैं अपना बेस्ट परफ़ॉर्मेंस दे पाया हूं."
अपने चौके के साथ सिरीज़ को 2-1 से भारत की झोली में डालने वाले ऋषभ पंत को चौथे टेस्ट मैच का वो हीरो माना जा रहा है, जिसने मैच को ड्रॉ की तरफ़ से जीत में मोड़ दिया.
तीसरे टेस्ट में भी पंत ने टीम को जिताने की कोशिश की थी लेकिन 97 रनों पर आउट हो गए थे. लेकिन इस बार वो टीम को जिताकर ही माने. विकेटकीपर बल्लेबाज़ ऋषभ पंत ने नाबाद 89 रनों की पारी खेली. उन्होंने नौ चौके और एक छक्का लगाया.
पुजारा का क्रीज़ पर टिके रहना
दूसरी पारी में जब ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज़ अपनी तेज़ गेंदों से वार कर रहे थे, तो पुजारा ने बल्ले और शरीर, दोनों से उन्हें झेला.
उन्होंने दूसरी पारी में कुल 211 बॉल खेली और 56 रन बनाए. इस पारी ने तय किया कि टीम इंडिया बिखर ना जाए. क्रीज़ पर टिककर खेलना उस वक्त भारत के लिए सबसे ज्यादा ज़रूरी था और ऐसे समय में पुजारा पिच पर दीवार की तरह डटे रहे.
दूसरी तरफ़ खड़े शुभमन गिल ने रन बटोरना जारी रखा.
शुभमन की आक्रामक बल्लेबाज़ी
चौथे टेस्ट की दूसरी पारी में शुभमन ने 146 गेंदों पर 91 रनों की धमाकेदार पारी खेली और रन जुटाते रहे. इसके साथ ही गिल इस सिरीज़ में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए हैं. इस सिरीज़ के हर मैच में शुभमन गिल ने अच्छे रन बनाए. (bbc.com)
ब्रिस्बेन, 19 जनवरी | आस्ट्रेलिया द्वारा रखे गए 328 रनों के लक्ष्य के बाद भारत की जीत की उम्मीद नहीं थी लेकिन युवा कंधों ने टीम की जीत की जिम्मेदारी ली और भारत के खाते में ऐतिहासिक जीत डाली। इसी के साथ भारत ने चार मैचों की सीरीज 2-1 से अपने नाम करते हुए बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी अपने पास ही रखी है। भारत की इस जीत की इबारत शुभमन गिल (91) और ऋषभ पंत (नाबाद 89) ने लिखी।
टीम की इस जीत से कार्यवाहक कप्तान अजिंक्य रहाणे बेहद खुश हैं। उन्होंने कहा है कि इस जीत को बयां करना मुश्किल है।
रहाणे ने मैच के बाद कहा, "यह जीत काफी मायने रखती है। मुझे नहीं पता कि इस जीत को कैसे बयां करूं। मुझे अपनी टीम के खिलाड़ियों पर गर्व है, हर किसी पर। हम सिर्फ अपना सर्वश्रेष्ठ देना चाहते थे परिणाम के बारे में नहीं सोच रहे थे।"
उन्होंने कहा, "जब मैं बल्लेबाजी करने गया था तो मेरे और चेतेश्वर पुजारा के बीच यही बात हो रही थी कि पुजारा को सामान्य बल्लेबाजी करनी हैं और मुझे अपने शॉट्स खेलने हैं क्योंकि हम जानते थे कि आगे पंत और मयंक हैं। पुजारा को श्रेय देना होगा। उन्होंने जिस तरह से दबाव का सामना किया वो शानदार है। अंत में पंत ने भी बेहतरीन काम किया।"
पंत ने 89 रनों की नाबाद पारी खेलते हुए टीम को जीत दिलाई और मैन ऑफ द मैच भी बने।
रहाणे ने टीम के बारे में कहा, "20 विकेट लेना अहम था। इसलिए हमने पांच गेंदबाज चुने। वॉशिंगटन सुंदर टीम में संतुलन लेकर आए। सिराज ने दो टेस्ट मैच खेले थे, सैनी ने एक मैच खेला था। ठाकुर ने भी एक मैच खेला था। नटारजन भी पदार्पण किया था। ऐसी टीम के साथ मैच और सीरीज जीतना कितना अहम है, यह शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता।"
भारत के लिए यह सीरीज आसान नहीं थी। एडिलेड में पहले टेस्ट मैच में मिली शर्मनाक हार के बाद भारत के नियमित कप्तान विराट कोहली भी अपने पहले बच्चे के जन्म के लिए स्वदेश लौट गए थे। ऐसे में सभी ने भारत को नकार दिया था। लेकिन रहाणे की कप्तानी में टीम ने बेहद दमदार वापसी की और मुख्य खिलाड़ियों के चोटिल होने के बाद भी ऐतिहासिक जीत दर्ज की।
रहाणे ने कहा, "एडिलेड में मिली हार के बाद हमने इस बात पर चर्चा ही नहीं की थी कि क्या हुआ था। हम सिर्फ अपना खेल खेलना चाहते थे, अच्छी सोच, मैदान पर अच्छी प्रतिद्वंदिता दिखाना चाहते थे। यह टीम प्रयास की बात है।"
आस्ट्रेलिया के नाथन लॉयन का यह करियर का 100वां टेस्ट मैच था। रहाणे ने बताया कि भारतीय टीम लॉयन को जर्सी भेंट करेगी।
रहाणे ने कहा, "भारतीय टीम लॉयन को 100वें टेस्ट मैच के लिए जर्सी तोहफे में देना चाहती है। मैं पूरी टीम की ओर से उन्हें 100वें टेस्ट की बधाई देता हूं।" (आईएएनएस)
ब्रिस्बेन, 19 जनवरी | भारत की युवा क्रिकेट टीम ने अपने जबरदस्त जुझारूपन और बहादुरी के दम पर चौथे और आखिरी टेस्ट मैच के पांचवें दिन मंगलवार को आस्ट्रेलिया को तीन विकेट से हरा बॉर्डर-गावस्कार ट्रॉफी अपने पास ही रखी है। यह भारत की सर्वकालिक महान टेस्ट सीरीज जीत मानी जा रही है। चौथे और आखिरी टेस्ट मैच को जीतने के लिए भारत को 328 रन बनाने थे, जो उसने शुभमन गिल, चेतेश्वर पुजारा और ऋषभ पंत की बेहतरीन पारियों के दम पर सात विकेट खोकर बना लिए।
मोहम्मद सिराज और शार्दूल ठाकुर की गेंदबाजी का भी योगदान इस जीत में काफी अहम रहा।
आस्ट्रेलिया को 32 साल बाद गाबा में हार का सामना करना पड़ा है। इससे पहले 1988 में आस्ट्रेलिया को इस मैदान पर हार मिली थी। उस मैच में वेस्टइंडीज ने आस्ट्रेलिया को हराया था।
भारत को ए़िडलेड में खेले गए पहले टेस्ट मैच में जिस तरह से हार का सामना करना पड़ा था उसके बाद कई दिग्गजों ने भारत को नकार दिया था। विराट कोहली के स्वदेश लौटने के बाद टीम की स्थिति भी कमजोर लग रही थी लेकिन कार्यवाहक कप्तान अंजिक्य रहाणे की कप्तानी में टीम ने बाकी के बचे तीन टेस्ट मैचों में जिस तरह का दृढ़संकल्प, प्रतिस्पर्धा, प्रतिद्वंदिता दिखाई उसका परिणाम रहा कि भारत ने आस्ट्रेलियाई जमीन पर अपना परचम लहराया।
गाबा इंटरनेशनल स्टेडियम में खेले गए चौथे टेस्ट मैच से पहले भी भारत चोटों से परेशान थी। जसप्रीत बुमराह, रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा और हनुमा विहारी भी चोटिल हो गए थे। भारत का तेज गेंदबाजी आक्रमण इस मैच में बेहद अनुभवहीन और युवा था बावजूद इसके भारत ने आस्ट्रेलिया को पटक चार मैचों की टेस्ट सीरीज 2-1 से अपने नाम की।
आस्ट्रेलिया ने पहली पारी में मार्नस लाबुशैन के 108, टिम पेन के 50 रनों के दम पर 369 रन बनाए थे। भारतीय बल्लेबाजों ने किसी तरह अपनी पहली पारी में 336 रन बनाए थे। पहली पारी के आधार पर आस्ट्रेलिया दूसरी पारी में 33 रनों की बढ़त के साथ ही उतरी थी। दूसरी पारी में मोहम्मद सिराज के पांच और शार्दूल ठाकुर के चार विकेट के दम पर भारत ने आस्ट्रेलिया को 294 रनों पर समेट दिया था। फिर भी भारत को 328 रनों का मुश्किल लक्ष्य मिला था।
भारत ने हालांकि इस लक्ष्य को आसान बना दिया और एक बेहतरीन जीत हासिल कर इतिहास रचा। चौथे दिन भारत ने 1.5 ओवर ही खेले थे और चार रन बनाए थे। बारिश के कारण दिन का खेल खत्म हो गया था।
पांचवें और आखिरी दिन भारत को जीत के लिए 324 रन बनाने थे। रोहित शर्मा के दिन के सातवें ओवर में सात के निजी स्कोर पर आउट होने के बाद यह चुनौती और मुश्किल हो गई थी। लेकिन गिल, पंत जैसे युवा कंधों ने पुजारा जैसे अनुभवी खिलाड़ी के साथ मिलकर टीम की जीत की इबारत लिखी।
रोहित के जाने के बाद गिल और पुजारा ने 114 रनों की साझेदारी कर भारत की जीत की उम्मीदों को जगा दिया। भारत ने पहले सत्र में रोहित का विकेट ही खोया था।
युवा बल्लेबाज गिल अपने तीसरे टेस्ट मैच में ही शतक की ओर बढ़ रहा था लेकिन नौ रन पहले ही नाथन लॉयन ने गिल को स्टीव स्मिथ को आउट कर भारत को 132 के कुल स्कोर पर दूसरा झटका दिया। गिल ने 146 गेंदों का सामना करते हुए आठ चौके और दो छक्कों की मदद से 91 रन बनाए।
कप्तान अजिंक्य रहाणे 24 रन ही बना सके और 167 के कुल स्कोर पर पैट कमिंस की गेंद पर आउट हो गए। वह हालांकि भारत को जीत दिलाने की मानसिकता से मैदान पर आए थे। यह अलग बात है कि वह अपने प्रयास में सफल नहीं हो सके।
कप्तान के जाने के बाद पंत ने मैदान पर कदम रखा। चायकाल तक भारत ने तीन विकेट खोकर 183 रन बना लिए थे। आखिरी सत्र में भारत को जीत के लिए 145 रनों की दरकार थी।
चायकाल के बाद पुजारा के आउट होने के बाद भारत को एक और बड़ा झटका लग गया। अर्धशतक पूरा करने के बाद पुजारा 228 के कुल स्कोर पर कमिंस का शिकार बन गए। पुजारा और पंत ने चौथे विकेट के लिए 61 रन जोड़े। पुजारा ने 211 गेंदों पर 56 रन बनाए और सात चौके मारे।
पुजारा के जाने के बाद पंत ने थोड़ी आक्रामकता दिखानी शुरू की। इसी बीच मयंक अग्रवाल (9) लूज शॉट खेल कर कमिंस की गेंद पर मैथ्यू वेड को शॉर्ट एक्सट्रा कवर पर कैच दे बैठे।
पंत हालांकि बिल्कुल भी घबराए नहीं। शांत रहते हुए उन्होंने वॉशिंगटन सुंदर (22) के साथ एक और 53 रनों की अहम साझेदारी कर भारत को जीत की दहलीज पर पहुंचा दिया। यही वो साझेदारी थी, जिसने भारत को जीत की दहलीज तक पहुंचाया।
भारत को जीत के लिए जब 10 रन चाहिए थे तब सुंदर भी आउट हो गए। शार्दूल ठाकुर भी दो रन बनाकर आउट हो गए। पंत ने चौका मार भारत को ऐतिहासिक जीत दिलाई। पंत 89 रनों पर नाबाद रहे। उन्होंने 138 गेंदों का सामना करते हुए नौ चौके और एक छक्का मारा। पंत को उनकी मैच जिताऊ पारी के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया।
आस्ट्रेलिया के लिए कमिंस ने चार। उन्हें मैन ऑफ द सीरीज चुना गया। अपना 100वां टेस्ट खेल रहे लॉयन ने दो और हेजलवुड ने एक विकेट लिया। (आईएएनएस)
ब्रिस्बेन, 19 जनवरी | भारत ने यहां गाबा इंटरनेशनल स्टेडियम में खेले गए चौथे और एवं आखिरी टेस्ट मैच में आस्ट्रेलिया द्वारा दिए गए 328 रनों के लक्ष्य का सफलतापूर्वक पीछा करते हुए टेस्ट क्रिकेट में अपना तीसरा सबसे बड़ा लक्ष्य हासिल कर लिया है। भारत ने यहां गाबा इंटरनेशनल स्टेडियम में खेले गए चौथे और एवं आखिरी टेस्ट मैच में आस्ट्रेलिया को तीन विकेट से हरा दिया। भारत को जीतने के लिए 328 रनों का मुश्किल लक्ष्य मिला था जो उसने मैच के आखिरी दिन मंगलवार को सात विकेट खोकर आखिरी सत्र में हासिल कर लिया।
भारत का टेस्ट क्रिकेट में यह तीसरा सबसे बड़ा लक्ष्य है, जिसे उसने हासिल किया है। वहीं, आस्ट्रेलिया में किसी भी टीम द्वारा हासिल किया गया यह तीसरा बड़ा स्कोर है।
इसी के साथ भारत ने चार मैचों की टेस्ट सीरीज 2-1 से अपने नाम करते हुए बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी अपने पास ही रखी है। भारत ने पिछले आस्ट्रेलिया दौरे पर 2018-19 में यह ट्रॉफी आस्ट्रेलिया में ही जीती थी।
टेस्ट क्रिकेट में सबसे बड़ा लक्ष्य हासिल करने का भारत का रिकॉर्ड वेस्टइंडीज के खिलाफ है। भारत ने 1975-76 में पोर्ट आफ स्पेन में खेले गए टेस्ट मैच में वेस्टइंडीज द्वारा दिए गए 406 रनों के लक्ष्य को सफलतापूर्वक हासिल कर लिया था, जोकि टेस्ट क्रिकेट में उसका सबसे बड़ा हासिल किया गया लक्ष्य है।
भारत ने अपना दूसरा सबसे बड़ा लक्ष्य 2008-09 में चेन्नई में इंग्लैंड के खिलाफ हासिल किया था, जब उसने इंग्लैंड से मिले 387 रनों के लक्ष्य को सफलतापूर्वक हासिल कर लिया था।
भारत ने चौथा सबसे बड़ा लक्ष्य वेस्टइंडीज के खिलाफ नई दिल्ली में 2011-12 में हासिल किया था, जब उसने 276 रनों का टारगेट अचीव किया था। इसके अलावा भारतीय टीम 2001 में कैंडी में श्रीलंका के खिलाफ भी 264 रनों के लक्ष्य को हासिल कर चुका है।
टेस्ट में आस्ट्रेलिया में आस्ट्रेलिया के खिलाफ सबसे बड़ा लक्ष्य हासिल करने का रिकॉर्ड दक्षिण अफ्रीका के नाम है, जिन्होंने 2008-09 में 414 रनों के विशाल लक्ष्य को हासिल किया था।
इसके बाद इंग्लैंड का नंबर आता है, जिन्होंने 1928-29 में मेलबर्न में 332 रनों के लक्ष्य का सफलतापूर्वक पीछा किया था। (आईएएनएस)
ब्रिस्बेन, 19 जनवरी | भारतीय क्रिकेट टीम मंगलवार को आईसीसी विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप में पहले स्थान पर पहुंच गई है। भारत ने आस्ट्रेलिया को चार मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-1 से मात दे पहला स्थान हासिल किया। इसी के साथ भारत ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी अपने पास ही रखी है।
आस्ट्रेलिया ने एडिलेड में खेले गए पहले टेस्ट में जीत हासिल की थी। इस टेस्ट में भारतीय टीम दूसरी पारी में 36 रनों पर ही ढेर हो गई थी। इसके बाद अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में टीम ने मेलबर्न में टेस्ट मैच जीता और सिडनी जबरदस्त खेल दिखाते हुए मैच ड्रॉ कराया। इसके बाद ब्रिस्बेन में निर्णायक टेस्ट मैच में तीन विकेट से जीत हासिल करते हुए सीरीज भी अपने नाम की।
भारत के अब 71.7 प्रतिशत अंक हैं और इतने अंकों के साथ वह पहले स्थान पर है। दूसरे स्थान पर न्यूजीलैंड हैं जिसके 70 प्रतिशत अंक हैं। आस्ट्रेलिया 69.2 प्रतिशत अंकों के साथ तीसरे स्थान पर है।
आईसीसी ने ट्वीट किया, "भारत शीर्ष पर है। गाबा में मिली शानदार जीत के बाद भारत आईसीसी विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप रैंकिंग में पहले स्थान पर आ गया है। आस्ट्रेलिया तीसरे स्थान पर खिसक गई है।"
भारत का पहले स्थान पर आने का कारण ब्रिस्बेन में मिली शानदार जीत है। भारत को अब इंग्लैंड के साथ होने वाली चार मैचों की टेस्ट सीरीज को 2-0 से जीतना होगा और वह जून में लॉर्डस में होने वाले टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में अपनी जगह पक्की कर लेगी।
भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज की शुरुआत पांच फरवरी से चेन्नई से हो रही है। (आईएएनएस)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
लखनपुर, 19 जनवरी। विकासखण्ड के ग्राम पंचायत बगदरी में इंदिरा गांधी स्मृति फुटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। फाइनल मैच के मुख्य अतिथि कांग्रेस प्रदेश सदस्य विक्रमादित्य सिंहदेव रहे। प्रतियोगिता में विकासखंड स्तर की 24 टीमों ने भाग लिया था। बगदरी एवं आमगांव की टीम फाइनल में पहुंची, जिसमें करमपुर की टीम ने बगदरी टीम को 6-2 गोल से पराजित कर विजयश्री का खिताब जीता।
विक्रमादित्य सिंह देव ने कहा कि जीवन में अच्छी तालीम के साथ खेलकूद भी जरूरी है। विजेता एवं उपविजेता टीम को बेहतर खेल के प्रदर्शन के लिए बधाई देते हुए कहा कि आप इसी तरह निरंतर खेलते रहें और अपने ग्राम ब्लाक जिला राज्य का नाम रोशन करें और शोहरत के बुलंदी को छुये।
ग्राम बगदरी के ग्रामवासियों ने मैदान में बाउंड्री वॉल निर्माण कराये जाने की मांग रखी। ग्रामीणों के मांग को सहर्ष स्वीकार करते हुए सिंह देव ने जल्द से जल्द ग्राउंड में बांडरीवाल निर्माण कराये जाने के लिए आश्वासन दिया। मुख्य अतिथि के करकमलों से विजेता टीम आमगांव को 10000 एवं शील्ड एवं उपविजेता टीम बगदर्री को 7000 शील्ड का पुरस्कार का वितरण किया गया।
इस दौरान नगर पंचायत नेता प्रतिपक्ष रमेश जायसवाल वरिष्ठ कांग्रेसी नेता नरेंद्र पांडे, इरशाद खान पूर्व जनपद सदस्य धर्मेंद्र झारिया रमजान खान, अमितबारी पार्षद ग्राम सरपंच सूरज सिंह, सिंगल सिंह कुन्जल सिह, अनीता सिह दर्शक ग्रामवासी काफी संख्या में मौजूद रहे ।
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सुकमा, 19 जनवरी। जिले के चिकपाल गांव में क्रिकेट स्पर्धा हुई। फाइनल मैच में चिकपाल और जीरमपाल की टीम पहुंची और विजयी चिकपाल की टीम हुई। प्रथम व द्वितीय पुरस्कार के इनाम जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी की तरफ से दिया गया। फाइनल मैच के पुरस्कार वितरण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश महासचिव दुर्गेश राय और नगर कांग्रेस के महामंत्री राजेश पहुंचे। उन्होंने खिलाडिय़ों को संबोधित किया। इसके बाद अपने कर कमलों से इनाम वितरण किया। इस अवसर पर पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष पोटला बोजैया, कांग्रेसी कार्यकर्ता सहित जनप्रतिनिधि व ग्रामीण उपस्थित रहे।
ब्रिस्बेन, 19 जनवरी | गाबा इंटरनेशनल स्टेडियम में नाबाद 89 रनों की पारी खेल भारत को ऐतिहासिक जीत दिलाने वाले युवा बल्लेबाज ऋषभ पंत ने कहा है कि यह उनके 'जीवन का सबसे बड़ा पल है।' आस्ट्रेलिया ने भारत के सामने 328 रनों की चुनौती रखी थी, जिसे भारत ने मैच के अंतिम दिन मंगलवार को सात विकेट खोकर हासिल कर लिया।
पंत को उनकी बेहतरीन पारी के लिए मैन ऑफ दे मैच चुना गया।
पंत ने कहा, "यह मेरे जीवन का अभी तक सबसे बड़ा पल है। मैं इस बात से खुश हूं कि सपोर्ट स्टाफ और मेरी टीम के सभी साथियों ने तब मेरा साथ दिया जब मैं खेल नहीं रहा था। यह सपने जैसी सीरीज रही है।"
उन्होंने कहा, "टीम प्रबंधन ने हमेशा मेरा साथ दिया और हमेशा कहा कि आप मैच विजेता खिलाड़ी हो और आपको टीम के लिए मैच जीतने हैं। मैं हर दिन सोचता रहता था कि मुझे भारत के लिए मैच जीतने हैं और यह मैंने आज किया।"
भारत ने इस जीत के साथ चार मैचों की टेस्ट सीरीज 2-1 से अपने नाम करते हुए बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी अपने पास ही रखी है। (आईएएनएस)
ब्रिस्बेन, 19 जनवरी | आस्ट्रेलिया को यहां ब्रिस्बेन के गाबा इंटरनेशनल स्टेडियम में 32 साल बाद पहली बार किसी टेस्ट मैच में हार का सामना करना पड़ा है। साथ ही गाबा पर भारत की यह अब तक की पहली जीत है। इससे पहले 2003 में भारत ने आस्ट्रेलिया को इस मैदान पर बराबरी पर रोका था। भारतीय क्रिकेट टीम ने मंगलवार को यहांोौथे टेस्ट मैच में आस्ट्रेलिया को तीन विकेट से हरा दिया। इसके साथ भारत ने चार मैचों की सीरीज 2-1 से अपने नाम कर ली। साथ ही भारत ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी भी अपने पास बरकरार रखा है।
आस्ट्रेलियाा को इस मैदान को पिछली हार नवंबर 1988 में मिली थी, जब वेस्टइंडीज ने उसे नौ विकेटों से करारी शिकस्त दी थी। उस हार के बाद आस्ट्रेलिया को 32 साल बाद गाबा के मैदान पर एक बार फिर से हार मिली है और इस बार उसे भारत ने धूल चटाई है।
आस्ट्रेलिया ने ब्रिस्बेन के गाबा मैदान पर अब तक 56 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें से उसने 33 जीते हैं, 13 ड्रॉ रहे हैं जबकि केवल नौ में ही उसे हार का सामना करना पड़ा। वहीं, एक मैच टाई रहा है।
आस्ट्रेलिया ने ब्रिस्बेन के गाबा मैदान पर अपना पहला टेस्ट मैच दिसंबर 1931 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेला था, जब उसने पारी और 163 रनों से बड़ी जीत दर्ज की थी। इसके बाद उसे इंग्लैंड के हाथों यहां लगातार दो हार झेलनी पड़ी थी।
हालांकि इसके बाद कंगारूओं ने वापसी की थी 1958 तक लगातार आठ टेस्ट मैच जीते थे। भारत ने ब्रिस्बेन के गाबा मैदान पर आस्ट्रेलिया के साथ अपना पहला टेस्ट मैच खेला था, जहां उसे 39 रनों से हार का सामना करना पड़ा था।
भारत को गाबा मैदान पर इससे पहले अब तक एक भी जीत नहीं मिली थी अब मंगलवार को तीन विकेटों से मिली जीत, उसकी इस मैदान पर अब तक की पहली जीत है।
इस मैच से पहले आस्ट्रेलिया अपने घरेलू मैदान गाबा में 1989 से 2019 तक लगातार 31 मैचों से अजेय चल रही थी, जोकि विश्व टेस्ट क्रिकेट में दूसरा सबसे बड़ा रिकॉर्ड था।
इस मामले में पाकिस्तान का रिकॉर्ड सबसे अच्छा है, जो अपने अपने घरेलू मैदान पर सबसे ज्यादा टेस्ट मैचों में अजेय रहा है। पाकिस्तान 1955 से 2000 तक कराची के नेशनल स्टेडियम में सबसे ज्यादा लगातार 34 मैचों में अजेय रहा है।
वहीं, वेस्टइंडीज किंगस्टन के ओवल में 1948 से 1993 तक लगातार 27 मैचों में अजेय रहा है जबकि इंग्लैंड 1905 से 1954 तक ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर लगातार 25 मैचों में अजेय रहा है। (आईएएनएस)