राष्ट्रीय
नई दिल्ली, 13 सितंबर । कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने जी20 शिखर सम्मेलन के बाद भारत से लौटने के बाद ब्रिटेन की संसद में प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और विपक्षी सदस्यों के बीच हुई बहस का हवाला देते हुए बुधवार को मोदी सरकार पर कटाक्ष किया और कहा कि काश भारतीय संसद में भी इसी तरह बहस होती।
एक्स पर अपने पोस्ट में चिदंबरम ने कहा, "कृपया हाउस ऑफ कॉमन्स में बहस की रिपोर्ट पढ़ें जब सांसदों ने प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से प्रधानमंत्री (नरेंद्र) मोदी के साथ उनकी बातचीत पर सवाल उठाया। विपक्ष के कठिन सवालों का प्रधानमंत्री ने त्वरित उत्तर दिया।"
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, "यह महत्वपूर्ण नहीं है कि बहस में कौन प्रबल हुआ। महत्वपूर्ण बात यह है कि प्रधानमंत्री के ब्रिटेन लौटने के कुछ घंटों के भीतर संसद में बहस हुई। मेरी बेहद मनोकांक्षा है कि भारत की संसद में भी इस तरह से बहस हो। जब जवाहरलाल नेहरू प्रधान मंत्री थे, तब संसद में ऐसे सवाल-जवाब सामान्य थे।
कांग्रेस महत्वपूर्ण मुद्दों पर संसद में बहस की अनुमति नहीं देने और विपक्ष के बार-बार कहने पर भी कई मामलों में प्रधानमंत्री की ओर से जवाब देने से बचने को लेकर मोदी सरकार की आलोचना करती रही है।
कांग्रेस ने पिछले मौकों पर सरकार पर कई जरूरी मुद्दों पर विपक्षी सदस्यों को संसद में बोलने की अनुमति नहीं देने का आरोप लगाया है। (आईएएनएस)।
कोलकाता, 13 सितंबर । प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कोलकाता के साल्ट लेक में सीजीओ कॉम्प्लेक्स को बुधवार सुबह से ही कड़ी सुरक्षा घेरे में ले लिया। तृणमूल कांग्रेस नेता अभिषेक बनर्जी को पश्चिम बंगाल में स्कूल में नौकरी के लिए कैश के मामले में पूछताछ के लिए पेश होना है।
सीजीओ कॉम्प्लेक्स के बाहर सुरक्षा व्यवस्था संभालने के लिए सहायक पुलिस आयुक्त रैंक के एक अधिकारी के नेतृत्व में एक विशाल पुलिस दल तैनात किया गया है।
सीजीओ कॉम्प्लेक्स के भीतर भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। अतिरिक्त केंद्रीय सशस्त्र बल कर्मियों को वहां तैनात किया गया है।
अधिकारी सीजीओ कॉम्प्लेक्स के भीतर प्रवेश पर भी सख्ती बरत रहे हैं और किसी को भी बिना पहचान पत्र के प्रवेश की अनुमति नहीं है।
मंगलवार शाम को पश्चिम बंगाल के सिंचाई एवं जलमार्ग विभाग मंत्री पार्थ भौमिक ने नई दिल्ली में विपक्षी दल 'इंडिया' गठबंधन की पहली समन्वय समिति की बैठक में शामिल होने के बजाय बनर्जी के ईडी कार्यालय जाने का संकेत दिया था।
मंगलवार को, ईडी ने कलकत्ता हाई कोर्ट से कहा कि वो इस मामले में केंद्रीय एजेंसी की जांच से उनका नाम हटाने की याचिका पर अंतिम फैसला आने तक बनर्जी के खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं करेगा।
मामले में अंतिम सुनवाई 19 सितंबर को न्यायमूर्ति तीर्थंकर घोष की एकल-न्यायाधीश पीठ द्वारा निर्धारित की गई है। (आईएएनएस)।
रूसी कंपनियों ने भारत को सस्ते दाम पर रासायनिक खाद देना बंद किया, 80 डॉलर प्रति टन डिस्काउंट वाली खाद अब 570 डॉलर प्रति टन हो चुकी है.
2022 में रूसी कंपनियां भारत की सबसे बड़ी खाद सप्लायर बन गई थी. प्रतिबंधों के कारण रूसी खाद कंपनियों को अंतरराष्ट्रीय बाजार में खाद बेचने में परेशानी हो रही थी. इससे बचने के लिए उन्होंने भारत को सस्ते दाम पर डी-अमोनियम फॉस्फेट (डीएपी) बेचना शुरू किया. भारतीय खाद उद्योग से जुड़े तीन बड़े स्रोतों के मुताबिक, अब यह सस्ती सप्लाई बंद हो कर दी गई है.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स से बात करते हुए नई दिल्ली के सीनियर इंडस्ट्री अफसर ने कहा, "अब कोई डिस्काउंट नहीं." यह अधिकारी अब वाजिब दाम में खाद पाने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बाचतीत कर रहे हैं.
क्या है डीएपी
डी-अमोनियम फॉस्फेट भारत में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाली रासायनिक खाद है. इसमें नाइट्रोजन और फॉस्फोरस की अच्छी खासी मात्रा होती है. यह पोषक तत्व फसल की ग्रोथ, पौधों की सेहत और उनके रंग को सहारा देते हैं. डी-अमोनियम फॉस्फेट पैदावार बढ़ाने में मदद करता है. इसका फॉस्फोरस जड़ों का बढ़िया विकास करता है. पानी में आसानी से घुलने की वजह से भी किसान इसे इस्तेमाल करना पसंद करते हैं.
भारतीय खाद कंपनी से जुड़े एक और अधिकारी ने नाम गोपनीय रखने की शर्त पर रॉयटर्स से कहा, "रूसी कंपनियां डीएपी 80 डॉलर प्रति टन डिस्काउंट जितने सस्ते दाम पर दे रही थी. हालांकि अब वे 5 डॉलर का भी डिस्काउंट नहीं दे रही हैं."
रूसी खाद उद्योग के एक अधिकारी ने कहा कि फिलहाल रूसी डीएपी करीब 570 डॉलर प्रति टन है. इतने ही दाम पर अन्य एशियाई विक्रेता भी खाद ऑफर कर रहे हैं.
वित्तीय वर्ष 2022-23 में भारत ने रूस से 43.5 लाख टन रासायनिक खाद खरीदी. सप्लाई के मामले में यह 246 फीसदी का उछाल था. इनमें सबसे ज्यादा हिस्सेदारी डीएपी, यूरिया और एनपीके खाद की थी. रूस की सस्ती खाद सप्लाई के भारतीय बाजार में चीन, मिस्र, जॉर्डन और यूएई की हिस्सेदारी कम हो गई.
गेंहू की बुआई से पहले महंगी खाद
चीन दुनिया में रासायनिक खाद का सबसे बड़ा निर्यातक है. हाल ही में बीजिंग ने विदेशों में खाद की बिक्री घटाई है. इसके चलते अंतरराष्ट्रीय बाजार में रासायनिक खाद महंगी हो गई है. रूसी कंपनियां इन परिस्थितियों का फायदा उठाना चाहती हैं. खाद सेक्टर से जुड़े भारतीय अधिकारी ने कहा, "रूसी कंपनियां मौजूदा मार्केट रेट पर खाद ऑफर कर रही हैं."
बीते दो महीने से दुनिया भर में रासायनिक खाद के दाम ऊपर जा रहे हैं. भारतीय कंपनियां सर्दियों से पहले खाद का बड़ा स्टॉक जमा करती हैं. सर्दियों में भारत के बड़े हिस्से में गेंहू बोया जा जाता है.
मुंबई की एक खाद कंपनी के मुताबिक डीएपी बहुत ज्यादा महंगी हो चुकी है. ऐसा ही हाल दूसरी खादों का भी है. जुलाई में यूरिया 300 डॉलर प्रति टन था. अब यह 400 रुपये प्रति टन है.
मुंबई स्थित कंपनी के अधिकारी ने कहा, "भारत में अहम राज्यों में चुनावों से पहले वैश्विक स्तर पर खाद महंगी हो चुकी है. सरकार के पास किसानों को रियायत देने के अलावा और कोई चारा नहीं है."
ओएसजे/एनआर (रॉयटर्स)
बेंगलुरु, 13 सितंबर । कर्नाटक पुलिस ने एक महिला हिंदू कार्यकर्ता चैत्रा कुंडपुरा को गिरफ्तार किया है। इस पर विधानसभा चुनाव में एक उद्योगपति को भाजपा का टिकट दिलाने का वादा कर 4 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप है। सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
इस संबंध में शिकायत के बाद स्पेशल विंग सिटी सेंट्रल ब्रांच (सीसीबी) पुलिस ने मंगलवार देर रात चैत्रा कुंडपुरा को गिरफ्तार किया। पुलिस के अनुसार, कुंडापुरा ने दक्षिण कन्नड़ जिले के बैंदुर निर्वाचन क्षेत्र से गोविंदा बाबू पुजारी को भाजपा का टिकट देने का वादा किया था और दावा किया था कि वह आरएसएस के नेताओं को जानती हैं, जो उनके लिए टिकट दिला सकते हैं।
गोविंदा बाबू को जब भी बुलाया गया, वे बेंगलुरु आए। कुंडापुरा ने लोगों के एक समूह के साथ बैठकें भी आयोजित कीं, जिन्होंने उन्हें आलाकमान के स्तर पर निर्णय लेने वालों के रूप में पेश किया।
आरोपी महिला ने कथित तौर पर गोविंदा बाबू से 4 करोड़ रुपये लिए थे। जब बाबू टिकट पाने में असफल रहे, तो उन्होंने कुंडापुरा से अपने पैसे वापस करने को कहा।
अपनी शिकायत में, बाबू ने दावा किया था कि आरोपी कुंडापुरा ने उसके पैसे वापस करने से इनकार कर दिया और उनके साथ धोखाधड़ी हुई है।
सीसीबी पुलिस ने इस सिलसिले में कुंडापुरा को गिरफ्तार किया और जांच शुरू की।
कुंडापुरा दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं और हिंदुत्व अनुयायियों के बीच लोकप्रिय है। नफरत भरे भाषण देने के मामले में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हैं। (आईएएनएस)।
बीदर (कर्नाटक), 13 सितंबर । एक दुर्लभ मामले में, कर्नाटक पुलिस ने 58 साल बाद भैंस की चोरी के एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बुधवार को बताया कि यह मामला 1965 में दर्ज किया गया था।
आरोपी की पहचान गणपति विट्टल वागोर के रूप में हुई। जब मामला दर्ज किया गया तब वह 20 साल का था। इस मामले के एक अन्य आरोपी किशन चंदर की 11 अप्रैल 2006 को मृत्यु हो गई और उनके खिलाफ मामला बंद कर दिया गया।
मेहकर निवासी मुरलीधरराव माणिकराव कुलकर्णी ने 25 अप्रैल 1965 को दो भैंस और एक बछड़े की चोरी के संबंध में क्षेत्राधिकारी मेहकर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी।
पुलिस ने 1965 में महाराष्ट्र के उदयगीर निवासी किशन चंदर और गणपति विट्टल वागोर को गिरफ्तार किया था। हालांकि, जमानत मिलने के बाद, आरोपी गायब हो गए और अदालती कार्यवाही में शामिल नहीं हुए।
समन और वारंट जारी होने के बावजूद वे फरार रहे। आरोपियों का पता नहीं लगा पाने पर पुलिस ने मामले के संबंध में लंबे समय से लंबित रिपोर्ट (एलपीआर) दर्ज की थी।
हालाँकि, बीदर एसपी एस.एल. चन्नाबसवन्ना ने सभी एलपीआर मामलों को सुलझाने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया था और टीम आरोपियों को पकड़ने में कामयाब रही। (आईएएनएस)।
नई दिल्ली, 13 सितंबर । प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और आयकर (आईटी) विभाग ने बुधवार सुबह समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता आजम खान से जुड़े कई ठिकानों पर एक साथ छापेमारी शुरू की।
आईटी छापे कथित तौर पर अल जौहर ट्रस्ट से संबंधित थे, जिसके अध्यक्ष पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खान हैं।
जानकारी के मुताबिक, फिलहाल लखनऊ, रामपुर, मेरठ, गाजियाबाद, सहारनपुर और सीतापुर में सर्च ऑपरेशन चल रहा है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने इस साल की शुरुआत में रामपुर में 3.24 एकड़ के भूखंड का पट्टा रद्द कर दिया था, जो ट्रस्ट को एक शोध संस्थान स्थापित करने के उद्देश्य से दिया गया था।
मूल रूप से वित्त वर्ष 2013-14 में हस्ताक्षरित इस पट्टे पर 100 रुपये का मामूली वार्षिक शुल्क था और यह पट्टा तीन दशकों से अधिक समय के लिए दिया गया था।
सरकार ने यह कार्रवाई अनियमितताओं के आरोपों के बाद की क्योंकि लंबे समय से लीज के बावजूद शोध संस्थान का निर्माण नहीं हो सका।
आयकर विभाग और ईडी ने अभी तक बुधवार की छापेमारी पर आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है।
अधिक जानकारी की प्रतीक्षा है। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 13 सितंबर । पिछले सप्ताह जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान दिल्ली के प्रतिष्ठित ताज पैलेस पांच सितारा होटल में कई घंटों तक तनावपूर्ण गतिरोध उत्पन्न हुआ। सुरक्षाकर्मियों को सम्मेलन में भाग लेने वाले चीनी प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों के साथ एक संदिग्ध स्थिति का सामना करना पड़ा।
यह कठिन परीक्षा तब शुरू हुई जब होटल की सतर्क सुरक्षा टीम ने चीनी प्रतिनिधिमंडल के एक सदस्य को "असामान्य आकार" वाला बैग ले जाते हुए देखा।
उनकी आपत्तियों के बावजूद, सुरक्षा दल ने राजनयिक प्रोटोकॉल का पालन किया और बैगों को होटल में प्रवेश करने की अनुमति दी।
स्थिति ने चिंताजनक मोड़ तब ले लिया जब एक होटल कर्मचारी ने प्रतिनिधिमंडल के एक कमरे की देखभाल करते समय, दो बैगों के भीतर छुपाए गए "संदिग्ध उपकरण" को देखा।
इस खोज से चिंतित होटल के सुरक्षा विभाग को तुरंत सूचित किया गया।
ताज पैलेस होटल के अधिकारियों ने मानक सुरक्षा प्रक्रियाओं का पालन करते हुए चीनी प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों से नियमित स्कैन के लिए अपने बैग जमा करने का अनुरोध किया।
हालाँकि, सूत्र बताते हैं कि प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने इस अनुरोध का जोरदार विरोध किया, जिससे लंबे समय तक गतिरोध बना रहा।
स्थिति की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने बताया कि गतिरोध लगभग 12 घंटे तक चला। चीनी अधिकारियों ने उनके बैगों की स्कैनिंग की अनुमति देने से इनकार कर दिया।
इस दौरान होटल की सुरक्षा टीम ने प्रतिनिधिमंडल के कमरे के बाहर सतर्क निगरानी रखी।
अंततः, एक समाधान तब निकला जब चीनी प्रतिनिधिमंडल संबंधित बैगों को अपने दूतावास में भेजने पर सहमत हुआ।
हालांकि "संदिग्ध उपकरण" की सटीक प्रकृति का खुलासा नहीं किया गया है। यह घटना जी20 शिखर सम्मेलन जैसे हाई-प्रोफाइल अंतर्राष्ट्रीय आयोजनों के दौरान उत्पन्न होने वाली सुरक्षा चिंताओं और राजनयिक प्रोटोकॉल के नाजुक संतुलन को उजागर करती है।
इस घटना ने ऐसी सभाओं के लिए सुरक्षा उपायों और राजनयिक संबंधों के सबसे आगे होने पर भी सतर्कता बनाए रखने की आवश्यकता पर बल दिया है।
यह अंतर्राष्ट्रीय आयोजनों और अखंडता की सुरक्षा में सुरक्षा टीमों द्वारा निभाई जाने वाली महत्वपूर्ण भूमिका की याद दिलाने का भी काम करता है। (आईएएनएस)।
कोच्चि, 13 सितम्बर । केरल में 80 और 90 के दशक के सबसे लोकप्रिय भाजपा नेताओं में से एक पी.पी. मुकुंदन का बुधवार को यहां एक निजी अस्पताल में निधन हो गया।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि 77 वर्षीय वयोवृद्ध नेता पिछले कुछ समय से अस्वस्थ थे।
वह आरएसएस और फिर भाजपा में सबसे लोकप्रिय और शक्तिशाली संगठन महासचिवों में से एक बनकर उभरे।
कन्नूर के रहने वाले मुकुंदन1988 से 1995 तक भाजपा के मुखपत्र के प्रबंध संपादक थे।
वह 2006 से अगले एक दशक तक राज्य में भाजपा से पूरी तरह से बाहर थे, लेकिन 2016 में वापस लौट आए। हालांकि तमाम कोशिशों के बावजूद वह पार्टी में अपनी पुरानी जगह नहीं पा सके।
संयोग से, अपने चरम पर वह भाजपा नेताओं में सबसे लोकप्रिय थे। उनके नरम और विनम्र व्यवहार ने अल्पसंख्यक समुदाय के सामाजिक और सांस्कृतिक नेताओं को मदद की।
मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने मुकुंदन के निधन पर शोक व्यक्त किया और उन्हें केरल में संघ परिवार का "बड़ा" नेता बताया।
केरल विधानसभा अध्यक्ष ए.एन. शमसीर ने भी अनुभवी राजनेता के निधन पर दु:ख व्यक्त किया। (आईएएनएस)।
जयपुर, 13 सितंबर । राजस्थान के भरतपुर में बुधवार सुबह एक भयावह घटना में एक तेज रफ्तार ट्रक से कुचलकर 11 लोगों की मौत ह गई और 12 अन्य घायल हो गए।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है।
हादसा सुबह करीब 5:30 बजे लखनपुर थाना क्षेत्र के आगरा-जयपुर नेशनल हाईवे-21 पर हंतारा के पास उस समय हुआ जब एक खराब हो चुकी बस के यात्री नीचे बस के पास खड़े थे।
बस में 45 से अधिक लोग थे और कुछ लोग खराबी की जांच करने के लिए ड्राइवर और हेल्पर के साथ नीचे उतरे।
मृतकों में छह महिलाएं शामिल हैं। पुलिस ने बताया कि सभी मृतक गुजरात के भावनगर के रहने वाले हैं।
पुलिस के मुताबिक, बस भावनगर से मथुरा होते हुए हरिद्वार जा रही थी और भरतपुर-आगरा हाईवे पर अचानक खराब हो गई। चालक और उसके साथी के साथ कुछ यात्री भी बस से उतर गए। ड्राइवर और उसके साथी फॉल्ट चेक कर रहे थे तभी ट्रक ने उन्हें टक्कर मार दी और किनारे खड़े लोगों को कुचल दिया।
वहां से गुजर रहे अन्य वाहनों के चालकों ने पुलिस और एम्बुलेंस को फोन किया।
शवों को भरतपुर जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है।
हादसे के बाद हाईवे पर जाम लग गया। पुलिस ने बताया कि अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि टक्कर किस वाहन की वजह से हुई। घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है।
हालाँकि, बस में सवार एक यात्री ने कहा कि यह एक ट्रक था। उन्होंने बताया कि सुबह करीब चार बजे बस में कुछ दिक्कत आ गयी थी। उन्होंने कहा, "बस हंतारा पुल के पास खड़ी थी। ड्राइवर और एक अन्य डीजल लेने गए थे और करीब 10-12 यात्री बस से उतरकर बस के पीछे खड़े हो गए। इसी दौरान तेज रफ्तार ट्रक ने सभी को कुचल दिया।" (आईएएनएस)।
नई दिल्ली, 13 सितंबर । ऐप्पल आईओएस 17 आधिकारिक तौर पर 18 सितंबर को पुराने मॉडलों सहित नए लॉन्च किए गए आईफोन 15 सीरीज के लिए मुफ्त सॉफ्टवेयर अपडेट के रूप में उपलब्ध होगा।
आईओएस 17 ऐप्पल के फर्स्ट-पार्टी ऐप्स में नए फीचर्स पेश करेगा, जिसमें फोन ऐप, मैसेज, फेसटाइम और बहुत कुछ शामिल है, और लाइव वॉइसमेल, फेसटाइम ऑडियो और वीडियो मैसेज जैसी नई कार्यक्षमता पेश करेगा।
आईफोन 15 प्रो और आईफोन 15 प्रो मैक्स में आईओएस 17 की सुविधा है, जो नए फीचर्स के साथ आईफोन को और अधिक व्यक्तिगत तथा सहज बनाता है।
नये सॉफ्टवेयर में मुख्य अपडेट हैं - कॉन्टेक्ट पोस्टर जो उपयोगकर्ताओं को यह तय करने की अनुमति देता है कि उनके कॉन्टेक्ट उन्हें कैसे देखते हैं, और लाइव वॉइसमेल जो किसी के वॉइसमेल छोड़ने पर वास्तविक समय पर डिवाइस ट्रांसक्रिप्शन देखने के लिए ए17 प्रो की शक्ति का लाभ उठाता है। उपयोगकर्ता तब भी कॉल उठा सकते हैं जब कॉल करने वाला अपना संदेश छोड़ रहा हो।
ऐप्पल के अनुसार, संदेशों को एक नया स्टिकर अनुभव, अधिक शक्तिशाली खोज, ऑडियो संदेशों का ट्रांसक्रिप्शन और चेक इन मिलता है। साथ ही यूजर के अपने गंतव्य तक सुरक्षित रूप से पहुंचने पर मित्रों और परिवार को स्वचालित रूप से सूचित करने की सुविधा भी है।
नेमड्रॉप फीचर में यूजय एयरड्रॉप के माध्यम से दो आईफोन डिवाइसों के बीच आसानी से कॉन्टेक्ट और बड़े फाइल साझा कर सकता है।
अब एयरड्रॉप के माध्यम से ही यूजर इंटरनेट के पर भी बड़ी फ़ाइलें भेज सकते हैं।
चार्जिंग के समय स्टैंडबाय मोड में यूजर दूर से भी संदेश देख सकता है।
होम स्क्रीन, लॉक स्क्रीन और स्टैंडबाय में इंटरैक्टिव विजेट उपयोगकर्ताओं को केवल एक टैप से काम करने की अनुमति देते हैं, जिससे किसी कार्य को पूरा करना या सीधे विजेट से गाना चलाना या रोकना आसान हो जाता है।
सफ़ारी निजी ब्राउज़िंग के लिए अधिक सुरक्षा जोड़ता है और प्रोफ़ाइल पेश करता है, जिससे यूजर को काम और व्यक्तिगत जैसे विषयों के लिए अपनी ब्राउज़िंग को अलग करने में मदद मिलती है। (आईएएनएस)।
नई दिल्ली, 13 सितंबर । भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन को लेकर 17 सितंबर से मनाए जाने वाले सेवा पखवाड़े की तैयारियों को लेकर बुधवार को सभी प्रदेशों के अध्यक्षों, प्रदेश प्रभारियों एवं सह प्रभारियों के साथ बैठक कर सकते हैं।
बताया जा रहा है कि यह बैठक वर्चुअल होगी और इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन 17 सितंबर से लेकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जन्मदिन 2 अक्टूबर तक मनाए जाने वाले सेवा पखवाड़े और इसके तहत पार्टी द्वारा देशभर में किए जाने वाले कार्यक्रमों की तैयारियों की समीक्षा की जाएगी।
दरअसल, भाजपा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 15 अगस्त को लाल किले के प्राचीर से घोषित किए गए ' पीएम विश्वकर्मा योजना' को लेकर एक मेगा प्लान तैयार किया है। इस योजना को विश्वकर्मा जयंती पर 17 सितंबर को लॉन्च किया जाना है। उसी दिन मोदी का जन्मदिन भी है। भाजपा का ओबीसी मोर्चा 'पीएम विश्वकर्मा योजना' को लेकर देश भर में मंडल स्तर तक जाकर लोगों को जागरूक करने का अभियान चलाएगी।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय भी 17 सितंबर को 'आयुष्मान भव' कार्यक्रम शुरू करने जा रहा है। इस अभियान के दौरान पार्टी बूथ स्तर तक जाकर केंद्र सरकार की योजनाओं को सफल बनाने के लिए प्रयास करेगी। (आईएएनएस)।
मुंबई, 13 सितंबर । मुंबई पुलिस ने फर्जी जमीन लेनदेन में मुंबई के एक व्यवसायी से 2.80 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोप में दिल्लीवासी नितिन वसंत माने को गिरफ्तार किया है।
माने ने एक साथी के साथ मिलकर पीड़ित को व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए मुंबई के बोरीवली में जमीन का एक टुकड़ा बेचने का वादा किया।
आरोपी जोड़ी ने व्यवसायी को बताया कि जमीन परवेज ईरानी नाम के व्यक्ति से जुड़े कानूनी विवाद में फंसी हुई है। अपनी योजना में विश्वसनीयता जोड़ने के लिए उन्होंने खुद को ईरानी बताने वाले एक व्यक्ति को पेश किया और पीड़ित को जमीन की खरीद को अंतिम रूप देने के लिए मना लिया।
माने और उसके एक साथी को गिरफ्तार कर लिया गया और सत्र अदालत और बॉम्बे उच्च न्यायालय दोनों ने उन्हें जमानत देने से इनकार कर दिया। माने और उसके साथी दोनों पर जालसाजी, आपराधिक साजिश और भारतीय दंड संहिता की अन्य धाराओं के तहत आरोप हैं।
शिकायतकर्ता के अनुसार, उसे नरेश पाटिल के स्वामित्व वाले 938 वर्ग मीटर के प्लॉट के बारे में पता चला, जिसकी बिक्री के लिए पावर ऑफ अटॉर्नी नागराज देवेंद्र के पास थी।
पीड़ित को प्लॉट के लिए 6 करोड़ रुपये की कीमत बताई गई थी, जिसमें कथित तौर पर 4 करोड़ रुपये ईरानी को दिए जाएंगे, और शेष 2 करोड़ रुपये पाटिल के परिवार को दिए जाएंगे।
माने ने दस्तावेज़ीकरण और 45 लाख रुपये के शुल्क पर भूमि हस्तांतरण की सुविधा प्रदान करने में अपनी मदद की पेशकश की। बाद की जांच से पता चला कि माने ने तीन अन्य लोगों - राजकुमार सिंह, रवि कुमार और वकील सुनील बुधवंत के साथ मिलकर व्यवसायी को ठगने के लिए एक फर्जी योजना तैयार की थी।
4 अप्रैल को माने ने सिंह को ईरानी के रूप में पेश किया और पीड़ित से 2.80 करोड़ रुपये ठग लिए।
अधिकारियों ने सभी संदिग्धों के बीच फोन के जरिए घनिष्ठ संचार के सबूत उजागर किए। (आईएएनएस)।
नई दिल्ली, 13 सितंबर । दिल्ली उच्च न्यायालय ने मंगलवार को रेलवे को रेलवे ब्रिज और बाबर रोड रेलवे लाइन के पास स्थित मस्जिद तकिया बब्बर शाह और बंगाली मार्केट मस्जिद की दीवारों पर चिपकाए गए दो डिमोलिशन नोटिसों के संबंध में रिकॉर्ड पेश करने का निर्देश दिया।
न्यायमूर्ति प्रतीक जालान दिल्ली वक्फ बोर्ड द्वारा दो नोटिसों को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई कर रहे थे और प्रशासन को अपना जवाब दाखिल करने के लिए समय दिया था।
न्यायाधीश ने संबंधित रिकॉर्ड अदालत में लाने का निर्देश देते हुए कहा, ''मैं देखना चाहता हूं कि रेलवे प्रशासन संपत्ति, तारीख का उल्लेख किए बिना कैसे नोटिस जारी कर रहा है।''
केंद्र के वकील ने कहा कि नोटिस रेलवे अधिकारियों द्वारा जारी किए गए थे और यह संबंधित व्यक्तियों की पूरी जानकारी के बाद किया गया था।
वकील ने जवाबी हलफनामा दाखिल करने के लिए समय मांगा, "मुझे एक हलफनामा दाखिल करने दीजिए। मैंने रिकॉर्ड की जांच की। सभी को पूरी जानकारी देने के बाद नोटिस चिपका दिया गया है।"
इसके बाद जज ने चार हफ्ते का समय दिया और कहा कि 26 जुलाई को पारित अंतरिम आदेश जारी रहेगा।
अदालत ने कहा, "प्रतिवादी को संबंधित रिकॉर्ड पेश करने का निर्देश दिया जाता है।"
26 जुलाई को, उच्च न्यायालय ने रेलवे प्रशासन को कथित अनधिकृत संरचनाओं और रेलवे भूमि पर अतिक्रमण को हटाने की मांग करने वाली दो मस्जिदों से जुड़े नोटिस के आधार पर कोई कार्रवाई नहीं करने का निर्देश दिया था।
बोर्ड ने तर्क दिया है कि दोनों मस्जिदें वक्फ संपत्ति हैं, और न तो उनके नीचे की जमीन रेलवे की है, न ही मस्जिदें अनधिकृत संरचनाएं हैं।
अदालत ने केंद्र को याचिका के संबंध में आवश्यक निर्देश मांगने का निर्देश दिया था और कहा था कि नोटिस अहस्ताक्षरित, अदिनांकित थे और जारी करने वाले प्राधिकारी को निर्दिष्ट नहीं किया गया था।
उसने आदेश दिया था कि फिलहाल इन नोटिसों के आधार पर कोई कार्रवाई न की जाए।
बोर्ड की याचिका में कहा गया है कि विवादित नोटिस सामान्य, अहस्ताक्षरित और अदिनांकित होने के अलावा उन्हें सीधे नहीं भेजा गया था। नोटिस की सामग्री से ऐसा प्रतीत होता है कि प्रतिवादी (रेलवे) इस कार्रवाई को दुर्भावनापूर्ण, मनमाना और बिना किसी वैध कारण के मस्जिदों को ध्वस्त करने की योजना बना रहे हैं।
याचिका में आगे तर्क दिया गया है कि चूंकि नोटिस में एक विशिष्ट तारीख और हस्ताक्षर का अभाव है और बोर्ड के कार्यालय में भेजे जाने के बजाय मस्जिदों पर चिपका दिया गया था, इसलिए ऐसी आशंका है कि रेलवे बिना किसी रोक-टोक के विध्वंस के साथ आगे बढ़ सकता है, जब तक कि इस अदालत द्वारा निर्देश न दिया जाए। (आईएएनएस)।
गाजियाबाद, 12 सितंबर । गाजियाबाद के खोड़ा इलाके में बीती रात दो पक्षों में जमकर विवाद हुआ और पत्थरबाजी हुई। इस पत्थरबाजी में एक पक्ष ने दूसरे पक्ष की एक स्कॉर्पियो गाड़ी भी तोड़ दी। मौके पर पहुंची पुलिस के सामने भी हंगामा जारी रहा और दोनों पक्ष शांत होने को तैयार नहीं थे।
फिर पुलिस ने अतिरिक्त पुलिस बल मंगाया और हंगामा को शांत करवाया। इसके बाद पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया है जिनसे पूछताछ की जा रही है। मामला रुपए के लेनदेन का बताया जा रहा है।
गाजियाबाद के खोड़ा इलाके में मुख्य बाजार में सोमवार रात दो पक्षों में पत्थरबाजी हो गई। इस मामले में एक युवक की गिरफ्तारी हुई है और कइयों को हिरासत में लिया गया है।
एसीपी स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया, अफजल नामक व्यक्ति ने दिलावर मलिक को कुछ रुपए उधार दिए थे। इन्हीं रुपयों को लेकर कहासुनी हुई। इसी बीच दोनों तरफ से कुछ लोग जुट गए और मारपीट शुरू हो गई।
इसी दौरान एक पक्ष ने पथराव शुरू कर दिया और दिलावर पक्ष की स्कॉर्पियो के शीशे तोड़ दिए। खोड़ा पुलिस ने पहुंचकर अफजल को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस अब इस बात पर जांच कर रही है कि वो मनी लॉन्ड्रिंग का मामला था या सिर्फ रुपयों का लेनदेन था।
दरअसल, खोड़ा में वार्ड-31 के सभासद अफजल और दिलावर मलिक के बीच दो लाख रुपए का लेनदेन काफी दिनों से चल रहा है। पहले भी दोनों पक्षों में कहासुनी हो चुकी है। सोमवार रात करीब साढ़े 10 बजे दोनों पक्षों के लोग एक डेंटिस्ट की दुकान के पास बातचीत कर रहे थे। इसी दौरान उनमें विवाद बढ़ गया। जिसके बाद खूब मारपीट, पत्थरबाजी हुई। इससे बाजार में भगदड़ मच गई। लोग बचने के लिए इधर-उधर भागने लगे।
माहौल बिगड़ता देख दुकानदारों ने अपनी-अपनी दुकानों के शटर गिरा दिए। कहा जा रहा है कि इस दौरान कुछ लोग चोटिल भी हुए हैं। डेंटिस्ट की दुकान के पास ही एक स्कॉर्पियो खड़ी थी, जो पथराव में क्षतिग्रस्त हो गई। फिलहाल पुलिस बल तैनात है और शांति बनी हुई है। (आईएएनएस)।
सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान भारत की आधिकारिक यात्रा पर हैं. सऊदी अरब भारत का चौथा सबसे बड़ा ट्रेडिंग पार्टनर है, लेकिन भारत जितना सामान सऊदी अरब को बेचता है उससे तीन गुना से भी ज्यादा खरीदता है.
डॉयचे वैले पर चारु कार्तिकेय की रिपोर्ट-
प्रिंस सलमान भारत के तीन दिन के राजकीय दौरे पर हैं. शनिवार नौ सितंबर और रविवार को उन्होंने जी20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया और सोमवार को उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ कई विषयों पर बातचीत हुई. प्रिंस सलमान का राष्ट्रपति भवन में स्वागत किया गया और वो भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मिले.
मोदी और सलमान मिल कर भारत-सऊदी अरब स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप काउंसिल की दोनों देशों के नेताओं के स्तर पर होने वाली पहली बैठक की अध्यक्षता करेंगे. इस परिषद की शुरुआत 2019 में की गई थी.
भारत-सऊदी अरब संबंध
इसके तहत राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और सुरक्षा संबंधी विषयों पर नेताओं और अधिकारियों के बीच अलग अलग उप-समितियों में चर्चा होती है.
दोनों देशों के कूटनीतिक रिश्ते बहुत पुरानेहैं. कूटनीतिक रिश्तों की स्थापना 1947 में ही हो गई थी और तब से दोनों देशों के शीर्ष नेता लगातार दोनों देशों की यात्राओं पर जाते रहे हैं. इन यात्राओं की शुरुआत 1955 में किंग सऊद बिन अब्दुलअजीज अल सऊद की 17 दिनों की भारत यात्रा से हुई थी.
मोदी खुद अपने कार्यकाल के दौरान दो बार रियाद जा चुके हैं. सलमान भी इससे पहले एक बार फरवरी, 2019 में भारत आ चुके हैं. अप्रैल, 2016 में मोदी की सऊदी यात्रा के दौरान सलमान के पिता किंग सलमान बिन अब्दुलअजीज अल सऊद ने उन्हें देश के सबसे ऊंचे नागरिक सम्मान से नवाजा था.
दोनों देशों के बीच पुरानी व्यापारिक साझेदारी है और सऊदी अरब भारत का चौथा सबसे बड़ा ट्रेडिंग पार्टनर है. लेकिन यह व्यापार सऊदी अरब की तरफ काफी ज्यादा झुका हुआ है. 2022 में भारत ने सऊदी अरब को करीब 549 अरब रुपयों का सामान निर्यात और उसके मुकाबले करीब 1,875 अरब रुपयों का सामान आयात किया था.
सऊदी अरब दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा तेल उत्पादन करने वाला देश हैऔर भारत के कुल आयातित तेल का करीब 18 प्रतिशत सऊदी अरब से आता है. भारत सऊदी अरब को चावल, इंजीनियरिंग सामान, रिफाइंड पेट्रोलियम उत्पाद, केमिकल, टेक्सटाइल जैसी चीजें निर्यात करता है.
सऊदी अरब की जरूरतें
पूर्व राजनयिक और अरब देशों के जानकार जिक्रुर रहमान मानते हैं कि यह बहुत महत्वपूर्ण यात्रा है जिसके दौरान यह नजर आएगा कि भारत और सऊदी अरब के बीच कई क्षेत्रों में सहयोग हो रहा है. उन्होंने डीडब्ल्यू से कहा कि भारत मध्य एशिया में अपनी एक खास जगह बना चुका है.
आर्थिक और सामरिक मामलों के जानकार और 'सऊदी अरेबिया इन अ मल्टीपोलर वर्ल्ड' किताब के लेखक डॉक्टर जाकिर हुसैन का मानना है कि सऊदी अरब खुद को ग्लोबलाइज कर रहा है. बहुध्रुवीय दुनिया में वो अपनी जगहतलाश कर रहा है और किसी भी एक ध्रुव पर निर्भर नहीं होना चाहता.
हुसैन ने डीडब्ल्यू से कहा, "सऊदी अरब पोस्ट-आयल दुनिया की तैयारी कर रहा है. ऐसी दुनिया में आर्थिक रूप से विविधीकरण कैसे होगा, जिसमें तेल के अलावा दूसरे क्षेत्रों में उसका निर्यात बढ़े और उसके पैसों का सुरक्षित और गारंटीड निवेश हो, वो ऐसे सवालों के जवाब तलाश रहा है."
उन्होंने आगे कहा, "दूसरी तरफ सऊदी अरब यह भी देख रहा है कि आर्थिक आकर्षण शक्ति पश्चिम से पूर्व की तरफ जा रही है और उसमें भारत और चीन दो ऐसे बड़े शक्ति के केन्द्र हैं जिन्हें नजरअंदाज नहीं किया जा सकता."
हुसैन यह भी मानते हैं कि ऊर्जा के मोर्चे पर किसी भी दूसरे स्रोत को तेल की जगह लेने में कम से कम 20-25 सालों का समय लगेगा और इस दौरान भारत की भी खपत बढ़ेगी.
उनका अनुमान है कि अभी भारत एक दिन में 25 से 30 लाख बैरल तेल की खपत करता है, जो 15 सालों में बढ़कर अस्सी लाख हो जाएगा. सऊदी अरब इतने बड़े बाजार को छोड़ कर नहीं रह सकता.
बदलते सामरिक रिश्ते
लेकिन दोनों देशों के सामरिक रिश्ते ऐतिहासिक रूप से पेचीदा रहे हैं. सऊदी अरब दशकों से पाकिस्तान का मित्र देश रहा है और वह कश्मीर विवाद में पाकिस्तान के रुख का समर्थनकरता रहा है. पाकिस्तान और सऊदी अरब दोनों इस्लामी देशों के संगठन (ओआईसी) के संस्थापक सदस्यों में से थे.
ओआईसी में सऊदी काफी वजन रखता है. संगठन का मुख्यालय सऊदी अरब के शहर जेद्दाह में है. ओआईसी भी लगातार कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान की स्थिति का समर्थन करता रहा है. संगठन का ताजा बयान भी इसी रुख को दिखाता है.
अगस्त, 2023 में ओआईसी ने मांग की कि भारत "अधिकृत जम्मू और कश्मीरमें" पांच अगस्त, 2019 को और उसके बाद उठाये गए सभी "अवैध और एकतरफा कदमों" को वापस ले और वहां "सुनियोजित और व्यापक रूप से हो रहे मानवाधिकारों के उल्लंघन को बंद करे."
लेकिन भारत के साथ रिश्तों को गहरे करने के सऊदी अरब के प्रयास यह दिखाते हैं कि यह स्थिति अब बदलाव की तरफ बढ़ रही है. सलमान की भारत यात्रा से पहले खबरें आई थीं कि वो जी20 सम्मेलन से पहले पाकिस्तान भी जाएंगे, लेकिन ऐसा हुआ नहीं. इसे उनका पाकिस्तान को एक इशारामाना जा रहा है.
हुसैन कहते हैं कि ओआईसी को सऊदी अरब को छोड़ नहीं सकता लेकिन वो ओआईसी और भारत दोनों के बीच संतुलन बनाने की कोशिशकर रहा है. साथ ही, उनका मानना है कि "पाकिस्तान भाई है और भारत दोस्त" की सऊदी अरब की पुरानी समझ अब कुछ फीकी हुई है. (dw.com)
नई दिल्ली, 12 सितंबर । ऑफिस के बाद हर दिन 3 किलोमीटर की दौड़ से शुरू हुआ सफर 87 दिनों में कश्मीर से कन्याकुमारी तक 4,000 किलोमीटर की दौड़ सहित 5 गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड के बाद भी खत्म नहीं हुआ है।
अजमेर में जन्मी सूफिया सूफी के लिए 'दौड़ना' सिर्फ रिकॉर्ड तोड़ना नहीं है, बल्कि अपने कंधों से सारा बोझ उतारने, देश को देखने, अजनबियों को जानने और 9 घंटे की शिफ्ट से "फ्री" होने की एक थेरेपी है। यह खुद को परखने, अपने शरीर की सीमाओं को जानने और फिर उन्हें चुनौती देने के बारे में भी है।
37 वर्षीय सूफिया सूफी ने आईएएनएस को बताया, ''मैंने एक दशक तक दिल्ली के आईजीआई हवाई अड्डे पर बैगेज हैंडलिंग अधिकारी के रूप में काम किया। हालांकि विमानन उद्योग में शामिल होना हमेशा से एक सपना था, मुझे एहसास हुआ कि रोबोटिक शेड्यूल मेरे हेल्थ को बर्बाद कर रहा है। धीरे-धीरे, मैंने मैराथन में भाग लेना शुरू कर दिया और अंततः एक प्रोफेशनल रनिंग कोच को नियुक्त किया। उस समय, मुझे पता था कि टरमैक मेरा सबसे अच्छा दोस्त होगा।''
मनाली-लेह सर्किट को मात्र 97 घंटे में दौड़कर पुरुष और महिला दोनों वर्गों में दुनिया की सबसे फास्ट रनर बनने के बाद, अल्ट्रा-रनर ने स्वीकार किया कि यह उनके सामने सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक थी। वास्तव में, उन्होंने इसे 100 घंटे से कम समय में पूरा करने के लिए इसे दो बार किया। उन्होंने कहा, ''जब मैंने जुलाई में पहली बार इसका प्रयास किया, तो कुछ चिकित्सीय समस्याओं के कारण इसमें 113 घंटे लग गए। हालांकि, यह देखते हुए कि मेरा शरीर पहले से ही अभ्यस्त था, मैंने 10 दिनों के बाद फिर से प्रयास किया और सफल रहा।
यह स्वीकार करते हुए कि एक साहसिक खेल के रूप में दौड़ को अभी भी भारत में उसका उचित हक नहीं मिला है, खासकर अन्य देशों की तुलना में। सूफी, जिन्होंने अब आधिकारिक तौर पर अपने नाम के साथ 'रनर' जोड़ लिया है, कहती हैं कि इसे मान्यता दिलाना एक बड़ा संघर्ष है।
उन्होंने कहा, "किसी को लगातार सड़क पर रहने की ज़रूरत होती है, और उन पर लगभग जीवन के लिए फंड अपरिहार्य है। अब तक हम क्राउडफंडिंग से ही काम चला रहे हैं। यह एक नया खेल है और इसे पहचान दिलाने में काफी संघर्ष करना पड़ता है। मुझे अभी तक सरकार से समर्थन नहीं मिला है लेकिन हम सरकार से अल्ट्रा-रनिंग मान्यता प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं और हमें निजी कंपनियों से प्रायोजन मिल गया है।''
वह जोर देकर कहती हैं, "आपको कई महीनों तक सड़कों पर रहना पड़ता है। हम हमेशा इसके लिए प्रयास करते हैं और हमें प्लेटफार्मों से क्राउडफंडिंग मिलती है। अंडर आर्मर एक निरंतर समर्थक है। लेकिन कभी-कभी वे इसके साथ संघर्ष भी करते हैं।"
सबसे अधिक आनंदायक दौड़ के सवाल पर सूफी ने कहा, ''प्रत्येक ने एक अलग चुनौती पेश की है, और विभिन्न स्थानों और ऊंचाइयों पर रहा है। मौसम अलग-अलग रहा है, मेरी अपनी स्वास्थ्य स्थिति हमेशा खास भूमिका निभाती है। संक्षेप में कहें तो हर बार एक अलग मजा रहा है।''
अब साल 2025 में वह दूसरी बार कतर में दौड़ने के लिए तैयारी कर रही है, जहां वह 680 दिनों में 30,000 किमी दौड़ेंगी और यह चुनौती लेने वाली पहली महिला धावक होंगी। उन्होंने कहा, "मैं खुद को अच्छी तरह से तैयार कर रही हूं।" (आईएएनएस)।
चेन्नई, 12 सितंबर । प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) तमिलनाडु के गिरफ्तार मंत्री सेंथिल बालाजी से जुड़े दस स्थानों पर छापेमारी कर रहा है।
कोयंबटूर, करूर और तिरुचि में गिरफ्तार मंत्री के करीबी लोगों के आवासों और कार्यालय परिसरों पर छापेमारी की जा रही है।
14 जून को सचिवालय में उनके आधिकारिक आवास और कार्यालय पर छापेमारी के बाद ईडी द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद सेंथिल बालाजी पुझल केंद्रीय जेल में बंद हैं।
पिछली अन्नाद्रमुक सरकार में मंत्री रहते हुए नौकरी के बदले नकदी घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग के बाद ईडी ने मंत्री से पूछताछ की और उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तारी के तुरंत बाद बालाजी ने सीने में दर्द की शिकायत की और उन्हें ओमांदुरार सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां पता चला कि उनकी कोरोनरी धमनी में तीन ब्लॉक हैं और डॉक्टरों ने ब्लॉक को हटाने के लिए सर्जरी की। हालांकि, मंत्री ने एक निजी अस्पताल में सर्जरी कराने पर जोर दिया था और इसके लिए मद्रास उच्च न्यायालय का रुख किया और अनुकूल आदेश प्राप्त किया। कावेरी अस्पताल में उनका ऑपरेशन किया गया और ठीक होने के बाद उन्हें पुझल केंद्रीय जेल के मेडिकल वार्ड में रखा गया है।
ईडी ने तमिलनाडु के उच्च शिक्षा मंत्री और वरिष्ठ डीएमके नेता के. पोनमुडी के परिसरों पर भी छापेमारी की है। (आईएएनएस)।
न्यूयॉर्क, 12 सितंबर । हिंदू धर्म को दुनिया के सबसे बड़े और सबसे पुराने धर्मों में से एक बताते हुए और समुदाय के योगदान को स्वीकार करते हुए, अमेरिकी राज्य फ्लोरिडा के एक काउंटी ने नवंबर को हिंदू विरासत माह के रूप में मान्यता दी है।
ब्रोवार्ड काउंटी हिंदू विरासत, संस्कृति, मूल्यों और परंपराओं को मनाने के लिए जॉर्जिया, टेक्सास, ओहियो, मैसाचुसेट्स, मिनेसोटा, वर्जीनिया आदि सहित देश भर के राज्यों की सूची में शामिल हो गया है।
नवंबर हिंदुओं के लिए एक महत्वपूर्ण महीना है, क्योंकि वे रोशनी का त्योहार दिवाली मनाते हैं, जो इस साल महीने की 12 तारीख को पड़ेेेेगा।
यह कहते हुए कि लाखों अमेरिकी हर साल त्योहार मनाते हैं, जिनमें काउंटी के लोग भी शामिल हैं, हालिया प्रस्ताव में दिवाली को "शांति, खुशी और नई शुरुआत का समय कहा गया है, जहां सभी उम्र के लोग, विशेष रूप से छोटे बच्चे, तेल के दीपक जलाते हैं, आतिशबाजी करते हैं और मिठाइयाें का वितरण करते हैं।"
इस कदम का स्वागत करते हुए, अमेरिका में एक हिंदू वकालत समूह, सीओएचएनए (उत्तरी अमेरिका के हिंदुओं का गठबंधन) ने मंगलवार को कहा, "संकल्प हिंदू धर्म को दुनिया के सबसे बड़े और सबसे पुराने धर्मों में से एक के रूप में स्वीकार करता है, साथ ही इसकी विविध परंपराओं को सनातन धर्म के रूप में, स्वीकृति, पारस्परिक सम्मान, स्वतंत्रता और शांति के मूल मूल्यों के साथ सामूहिक रूप से जाना जाता है।"
प्रस्ताव में यह भी स्वीकार किया गया कि योग, आयुर्वेद, ध्यान, भोजन, संगीत, कला आदि के प्रति समुदाय के योगदान ने सांस्कृतिक ताने-बाने को समृद्ध किया है और अमेरिकी समाज में व्यापक रूप से अपनाया गया है।
इसमें इस बात पर प्रकाश डाला गया कि वेदांत के हिंदू दर्शन और निस्वार्थ सेवा, अहिंसा आदि जैसे आदर्शों ने मार्टिन लूथर किंग जूनियर, जॉन डी. रॉकफेलर, हेनरी डेविड थोरो से लेकर एल्डस हक्सले और कई अमेरिकी बुद्धिजीवियों और नेताओं को प्रेरित किया है। हाल के अनुमानों के अनुसार, 153,968 की आबादी के साथ फ्लोरिडा में भारतीय सबसे बड़ा एशियाई समूह हैं।
इसके पहले हाल ही में जॉर्जिया के गवर्नर ब्रायन केम्प ने घोषणा की कि अक्टूबर को राज्य में 'हिंदू विरासत माह' के रूप में मनाया जाएगा। (आईएएनएस)।
शिमला, 12 सितंबर । कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा मंगलवार को बारिश से प्रभावित राज्य के एक दिवसीय दौरे के लिए हिमाचल प्रदेश पहुंचीं, जहां मानसून की शुरुआत के बाद से 400 से अधिक मौतें दर्ज की गईं।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के साथ, प्रियंका राज्य के सबसे अधिक प्रभावित जिलों कुल्लू और मंडी के दौरे के लिए कुल्लू के लिए रवाना हुईं। बाद में दिन में वह सोलन जिले का दौरा करेंगी।
यात्रा के दौरान प्रियंका के साथ पार्टी प्रभारी राजीव शुक्ला और प्रदेश पार्टी अध्यक्ष प्रतिभा सिंह भी हैं।
इससे पहले, चंडीगढ़ हवाई अड्डे पर पहुंचने पर मुख्यमंत्री ने उनका स्वागत किया।
मुख्यमंत्री कार्यालय के अनुसार, वह मनाली, कुल्लू और पंडोह क्षेत्रों का दौरा करेंगी जहां वह बाढ़ और भूस्खलन के कारण पीड़ित परिवारों से बातचीत करेंगी। उनके 13 अक्टूबर को शिमला के बारिश प्रभावित इलाकों का दौरा करने की संभावना है।
मुख्यमंत्री सुक्खू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से राज्य में बारिश से हुई आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने और विशेष राहत पैकेज की मांग की है।
सुक्खू ने शनिवार को नई दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन के अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा आयोजित रात्रिभोज में प्रधान मंत्री से मुलाकात की थी और उन्हें जुलाई और अगस्त में भारी बारिश के कारण बुनियादी ढांचे को हुए गंभीर नुकसान और जानमाल के नुकसान से अवगत कराया था।
उन्होंने प्रधानमंत्री को बताया कि आपदा के कारण 400 से अधिक लोगों की जान चली गई और 13 हजार से अधिक घर क्षतिग्रस्त हो गए, इससे हजारों परिवार बेघर हो गए।
सुक्खू ने मोदी को बताया कि आपदा के परिणामस्वरूप राज्य को 12,000 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है। (आईएएनएस)।
नई दिल्ली, 12 सितंबर । मध्य प्रदेश में 2018 में हुए पिछले विधान सभा चुनाव के नतीजे से सबक लेकर भाजपा इस बार उन विधान सभा सीटों पर खास तैयारी कर रही है, जिन सीटों पर 2018 में उसे हार का सामना करना पड़ा था। खासतौर से उन 103 विधान सभा सीटों पर फोकस किया जा रहा है, जिन पर वर्तमान में कांग्रेस, सपा, बसपा और निर्दलीयों का कब्जा है।
आपको याद दिला दें कि, इनमें से 39 सीटों पर भाजपा अपने उम्मीदवारों की पहली सूची पिछले महीने 17 अगस्त को ही जारी कर चुकी है।
बताया जा रहा है कि विपक्षी दलों के कब्जे वाली बची हुई 64 सीटों पर बुधवार को होने वाली भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में अंतिम मुहर लगाई जा सकती है।
सोमवार को भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर आधी रात तक चली मैराथन बैठक में नड्डा और अमित शाह ने एक-एक सीट पर संभावित उम्मीदवारों के नाम के पैनल पर मध्य प्रदेश कोर ग्रुप के नेताओं के साथ चर्चा की। इन नामों को बुधवार को होने वाली केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में रखा जाएगा।
नड्डा के आवास पर सोमवार को आधी रात तक चली बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महासचिव बीएल संतोष, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, मध्य प्रदेश के चुनाव प्रभारी एवं केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव, मध्य प्रदेश के प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक एवं केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और मध्य प्रदेश भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा सहित मध्य प्रदेश चुनाव की तैयारियों से जुड़े पार्टी के अन्य दिग्गज नेता भी शामिल हुए।
दरअसल,मध्य प्रदेश में हुए 2018 के पिछले विधान सभा चुनाव में भाजपा को 230 सदस्यों वाली विधान सभा में 41.02 प्रतिशत मत के साथ सिर्फ 109 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। कांग्रेस ने उस चुनाव में भाजपा से थोड़ा कम यानी 40.89 प्रतिशत वोट हासिल करने के बावजूद भाजपा से 5 सीटें ज्यादा यानी 114 पर जीत हासिल की थी। कांग्रेस ने उस समय सपा, बसपा और निर्दलियों के सहयोग से सरकार बनाई और कमलनाथ राज्य के मुख्यमंत्री बने। हालांकि बाद में ज्योतिरादित्य सिंधिया के खेमे के विधायकों के इस्तीफे के कारण कमलनाथ सरकार अल्पमत में आ गई और शिवराज सिंह चौहान फिर से राज्य के मुख्यमंत्री बन गए।
वैसे तो 2018 के विधान सभा चुनाव में भाजपा को सिर्फ 109 सीटों पर ही जीत हासिल हुई थी, लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया के खेमे के विधायकों के इस्तीफा देने और भाजपा में शामिल होने के बाद हुए विधानसभा उपचुनाव में 18 सीटों पर भाजपा को जीत हासिल हुई और राज्य के कुल 230 सदस्य विधान सभा में वर्तमान में भाजपा के पास 127 विधायक हैं।
2023 में पूर्ण बहुमत हासिल करने के लक्ष्य के साथ भाजपा उन 103 विधान सभा सीटों पर खास तैयारी कर रही है जहां पर वर्तमान में विपक्षी खेमे के विधायक है। सोमवार को नड्डा के आवास पर आधी रात तक चली बैठक में मध्य प्रदेश में होने वाले आगामी विधान सभा चुनाव की तैयारियों के साथ ही पार्टी की जन आशीर्वाद यात्रा की समीक्षा की गई और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगामी सागर, ओंकारेश्वर और भोपाल दौरे के कार्यक्रम एवं तैयारियों को लेकर भी चर्चा की गई। (आईएएनएस)।
ग्रेटर नोएडा, 12 सितंबर ग्रेटर नोएडा के जेवर थाना इलाके में बीती देर रात एक दोस्त ने दूसरे दोस्त के सर पर लोहे का रॉड मारकर उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है और मामले की छानबीन कर रही है।
शुरुआती जांच में पता चला है कि दोनों एक दुकान में काम करते थे और बीती देर रात शराब पीने के बाद किसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद हो गया। इसके बाद ही घटना हुई।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक थाना जेवर क्षेत्र के अंतर्गत कस्बा जेवर खुर्जा रोड पर स्थित संजय पाराशर की कन्फेक्शनरी की दुकान है। यहां बनारसी सैनी व धीरेंद्र जाटव लेबर का काम करते हैं। 11 सितंबर की रात करीब 11 बजे खाना खाने के बाद शराब के नशे में बनारसी सैनी व धीरेंद्र जाटव का आपस में विवाद हो गया। इस पर बनारसी सैनी उम्र 44 वर्ष, निवासी खुर्जा, बुलंदशहर ने धीरेंद्र उम्र 32, निवासी औरैया के सिर पर लोहे की रॉड मार दी। इलाज के दौरान धीरेंद्र की मृत्यु हो गई है। बनारसी सैनी को मौके से हिरासत में लिया गया है।
मृतक धीरेंद्र के परिजनों से तहरीर प्राप्त कर शव का पंचायतनामा भर आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही है। हिरासत में लिए गया आरोपी से पुलिस पूछताछ कर रही है की किस बात को लेकर विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों में मारपीट होने लगी और एक की जान चली गई। (आईएएनएस)
जम्मू, 12 सितंबर । रामबन जिले में जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर मंगलवार को भूस्खलन के कारण एक ट्रक की चपेट में आने से चार लोगों की मौत हो गई।
अधिकारियों के अनुसार, दुर्घटना बनिहाल शहर के पास राजमार्ग के शेरबीबी खंड पर हुई।
शवों को निकालने के लिए ऑपरेशन चल रहा है। (आईएएनएस)।
गुरुग्राम, 12 सितंबर । गुरुग्राम सेक्टर-38 के एक गेस्ट हाउस में 28 वर्षीय एक व्यक्ति ने सोशल नेटवर्किंग साइट इंस्टाग्राम पर लाइव आकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
पुलिस के मुताबिक, मृतक की पहचान हिसार के बरवाला के मूल निवासी विक्रम के रूप में हुई है, जो परिवार के साथ गुरुग्राम के राजेंद्र पार्क थाना क्षेत्र में रहता था।
बताया जा रहा है कि वह रविवार शाम को अपना जन्मदिन मनाने के लिए हिमाचल प्रदेश के मंडी की रहने वाली एक महिला मित्र के साथ सेक्टर 38 स्थित गेस्ट हाउस में गया था।
वे रात भर गेस्ट हाउस में रुके। सोमवार को करीब 2:30 बजे महिला वहां से चेकआउट कर गई।।
लेकिन, विक्रम गेस्ट हाउस में ही रुका रहा।
पुलिस ने बताया कि सोमवार को विक्रम ने इंस्टाग्राम पर लाइव आकर आत्महत्या कर ली।
जब महिला ने पोस्ट देखी तो उसने तुरंत गेस्ट हाउस के कर्मचारियों को सूचित किया, जिन्होंने पुलिस को बुलाया।
पुलिस के मुताबिक, महिला सेक्टर 39 में किराए के मकान में रहती है और गुरुग्राम में एक रियल एस्टेट कंपनी में काम करती है।
दोनों कुछ महीने पहले दोस्त बने थे।
मृतक के परिजनों ने अभी तक कोई शिकायत दर्ज नहीं करायी है।
पुलिस ने कहा कि विक्रम की शादी छह साल पहले हुई थी और उसके दो बच्चे हैं जबकि महिला अविवाहित है।
गुरुग्राम के सदर पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने कहा, "हम विभिन्न कोणों से मामले की जांच कर रहे हैं। हम आत्महत्या के पीछे का कारण जानने के लिए महिला से पूछताछ करेंगे।" (आईएएनएस)।
अमीज़मिज़ (मोरक्को), 11 सितंबर । मोरक्को सरकार द्वारा जारी नवीनतम बयान के अनुसार, मोरक्को में विनाशकारी भूकंप से मरने वालों की संख्या बढ़कर 2,681 हो गई है, और 2,501 लोग घायल हुए हैं।
स्पेन और ब्रिटेन द्वारा भेजी गई बचाव टीमें भूकंप के केंद्र के पास अमीज़मिज़ गांव में पहुंच गई हैं। समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, भूकंप प्रभावित पुराने शहर मराकेश और अन्य भूकंप प्रभावित इलाकों के बीच हेलीकॉप्टरों को घूमते देखा जा रहा है।
सबसे अधिक प्रभावित पर्वतीय क्षेत्रों तक पहुंचने के लिए प्रयास जारी है।
गैसोलीन और कवर की आपूर्ति में अभी भी कमी है।
उत्तरी अफ्रीकी देश में शुक्रवार रात 11:11 बजे 6.8 तीव्रता का भूकंप आया। (आईएएनएस)।
नई दिल्ली, 12 सितंबर । अडानी-हिंडनबर्ग मामले में याचिकाकर्ताओं में से एक ने सुप्रीम कोर्ट के समक्ष एक हलफनामा दाखिल किया है, जिसमें दावा किया गया है कि भारतीय प्रतिभूति विनिमय बोर्ड (सेबी) सिर्फ अडानी समूह को लाभ पहुंचाने के लिए नियमों में कई संशोधन किए। बाजार नियामक के पास अडानी समूह द्वारा किए गए कानून के उल्लंघन की जांच करने में हितों का टकराव है।
अनामिका जयसवाल द्वारा दिए गए हलफनामे में आरोप लगाया गया है कि सेबी ने न केवल सुप्रीम कोर्ट के महत्वपूर्ण तथ्यों को छुपाया है और डीआरआई (राजस्व खुफिया निदेशालय) के अलर्ट पर सोई रही, बल्कि सेबी द्वारा अडानी की जांच कराने में हितों का स्पष्ट टकराव भी है।
हलफनामे में कहा गया है, "श्री सिरिल श्रॉफ मैनेजिंग पार्टनर, सिरिल अमरचंद मंगलदास कॉर्पोरेट गवर्नेंस पर सेबी की समिति के सदस्य रहे हैं, जो इनसाइडर ट्रेडिंग जैसे अपराधों को देखती है... सिरिल श्रॉफ की बेटी की शादी गौतम अडानी के बेटे करण अडानी से हुई है। दिलचस्प बात है कि अडानी समूह की कंपनियों पर सेबी की 24 जांच रिपोर्टों में से 5 अंदरूनी व्यापार के आरोपों पर हैं।"
हलफनामे में आगे दावा किया गया कि नियमों और परिभाषाओं में लाए गए लगातार संशोधनों ने "अडानी समूह को एक ढाल और एक बहाना प्रदान किया है, जिसके कारण उनके नियामक उल्लंघन और मूल्य हेरफेर का पता नहीं चल पाया"।
इसमें कहा गया है कि सेबी द्वारा तैयार की गई सभी 24 जांच रिपोर्टें सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त विशेषज्ञ समिति और सभी याचिकाकर्ताओं को उपलब्ध कराई जानी चाहिए। यह कहते हुए कि बाजार नियामक समय पर उल्लंघनों का पता लगाने या उनके खिलाफ कार्रवाई करने में विफल रहा है और इससे छोटे निवेशकों को करोड़ों रुपये का वित्तीय नुकसान हो रहा है।
सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर उपलब्ध विवरण के अनुसार, अडानी-हिंडनबर्ग मामले की सुनवाई सीजेआई डी.वाई.चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ द्वारा 15 सितंबर को किए जाने की संभावना है।
बाजार नियामक ने 25 अगस्त को एक ताजा स्थिति रिपोर्ट में कहा कि उसने शीर्ष अदालत के आदेशों के अनुपालन में 24 मामलों की जांच की थी, और कहा कि सेबी अदानी-हिंडनबर्ग में जांच के नतीजे के आधार पर उचित कार्रवाई करेगा। (आईएएनएस)।