अंतरराष्ट्रीय
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने एक बार फिर यूक्रेन की मदद की अपील की है.
उन्होंने कहा है कि अगर इस बेहद अहम मोड़ पर यूक्रेन को समर्थन नहीं मिला तो इतिहास में इसे कभी भुलाया नहीं जाएगा.
बाइडन ने अमेरिकी संसद में कहा कि इस समय यूक्रेन की मदद बेहद ज़रूरी है.
अमेरिका की ओर से यूक्रेन को 60 अरब डॉलर की मदद वाले बिल पर बहस से पहले बाइडन ने संसद सदस्यों से इसके पक्ष में मतदान की अपील की .
इस मामले में टिप्पणी करते हुए बाइडन बोले, ''यूक्रेन को इस समय मदद नहीं मिली तो इतिहास इसे याद रखेगा. इस बिल का समर्थन करने का मतलब ये है कि आप रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के ख़िलाफ़ तन कर खड़े हैं. अगर आप इसका समर्थन नहीं दे रहे हैं तो इसका मतलब ये कि आप पुतिन के हाथों खेल रहे हैं. इतिहास देख रहा है.''
ज्यादातर सीनेटरों ने यूक्रेन को दी जाने वाली मदद के पक्ष में मतदान किया. (bbc.com/hindi)
इसराइली डिफ़ेंस फ़ोर्सेस ने ग़ज़ा पट्टी के ख़ान यूनिस में सैन्य अभियान के तहत नासेर अस्पताल पर धावा बोला है.
इस्तांबुल से बीबीसी के ग़ज़ा संवाददाता रश्दी अबू अलूफ़ के अनुसार, अस्पताल के कर्मचारियों ने बताया है कि रफ़ाह के प्रमुख अस्पताल नासेर मेडिकल काम्प्लेक्स में सेना घुस गई है.
अबू अलूफ़ के मुताबिक नासेर अस्पताल में मौजूद तीन पत्रकारों में से दो जख्मी हुए हैं. इसराइली सेना ने 20 लोगों को गिरफ़्तार किया है.
इसराइली सेना ने कहा है कि उन्होंने कई संदिग्धों को हिरासत में लिया है. साथ ही उसका ये भी कहना था कि यह सैन्य अभियान 'सटीक और सीमित' तौर पर चलाया गया है.
सेना ने कहा है कि उसका इरादा अस्पताल में मरीजों के इलाज को जारी रखने देने का है.
अस्पताल की नर्सों ने बताया कि सेना दूसरे तल पर मौजूद स्टाफ़, डॉक्टर और मरीजों को नीचे आने को कहा है. सेना और उसके डॉग स्क्वायड पूरे परिसर की छानबीन कर रहे हैं.
ऐसी वीडियो फ़ुटेज सामने आई हैं, जिनका सत्यापन बीबीसी ने किया है, जिसमें अस्पताल के अंदर धुआं भरा दिखाई देता है.
इस बीच रेड क्रॉस ने संयुक्त राष्ट्र से अपील की है कि वो इसराइली सेना के ज़मीनी अभियान को रोकने में मदद करे.
उत्तरी गज़ा पट्टी से भागकर रफ़ाह में शरण लिए लाखों फ़लस्तीनी इसराइल के ज़मीनी हमले को लेकर चिंतित हैं और कई देशों ने इस हमले को लेकर “गंभीर मानवीय संकट” की चेतावनी दी है.
इसराइली सेना ने कहा है कि इस ज़मीनी अभियान के दौरान उनका ‘मुख्य उद्देश्य है मरीज़ों की सुरक्षा.’
ग़ज़ा स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि पिछले 24 घंटों में इसराइल के हवाई महले में 87 फ़लस्तीनी मारे गए हैं और 1004 घायल हुए हैं.
मंत्रालय के आकड़ों के अनुसार, सात अक्तूबर से शुरू हुए इसराइली हमले में अबतक ग़ज़ा पट्ट में मरने वालों की संक्या 28,663 हो गई है जबकि 68,395 लोग घायल हुए हैं.(bbc.com/hindi)
लंदन, 15 फरवरी । एक भारतीय मूल के डॉक्टर और उसके लिए काम करने वाले कई अन्य लोगों के साथ डार्क वेब पर बाल यौन शोषण के लिए समर्पित साइटें बनाने और संचालित करने वाले एक मैकेनिक को ब्रिटेन में 16 साल की जेल हुई है।
चेशायर के नाथन बेक (28) 'द एनेक्स' नामक साइट के यूके स्थित तीन मॉडरेटरों में से एक थे।
उन्होंने साइट के नियमों को लागू करने और यह सुनिश्चित करने के लिए लगभग 30 स्टाफ सदस्यों के साथ काम किया ताकि यह सुचारू रूप से चलता रहे।
उन्हें बुधवार को चेस्टर क्राउन कोर्ट ने 16 साल की कैद की सजा सुनाई, यौन अपराधियों के रजिस्टर में आजीवन नाम दर्ज किया गया और आजीवन यौन क्षति निवारण आदेश दिया गया।
मुख्य मॉडरेटर के रूप में नाथन बेक 'द एनेक्स' की कमान में दूसरे स्थान पर थे, जो अब सक्रिय नहीं है। इसके लगभग 90 हजार ग्लोबल सदस्य थे, जिन्होंने इसका उपयोग दुर्व्यवहार सामग्री को साझा करने और चर्चा करने के लिए किया था, जिसमें 'हर्टकोर' और शिशुओं और बच्चों का यौन शोषण शामिल था।
लंदन के 33 वर्षीय भारतीय मूल के मनोचिकित्सक कबीर गर्ग, स्टाफ सदस्यों में से एक थे। वह मॉडरेटर के रूप में साइट के पदानुक्रम में नाथन बेक के बाद थे।
बच्चों के यौन शोषण को बढ़ावा देने, बच्चों की अश्लील तस्वीरें बनाने और वितरित करने के तीन-तीन मामले और प्रतिबंधित तस्वीरें रखने सहित आठ आरोपों में दोषी ठहराए जाने के बाद उन्हें पिछले साल छह साल की जेल हुई थी।
राष्ट्रीय अपराध एजेंसी (एनसीए) के वरिष्ठ जांच अधिकारी डैनियल वेवेल ने कहा, "बेक उन चुनिंदा व्यक्तियों में से एक थे जिन्होंने एनेक्स को चलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और वैश्विक स्तर पर बाल यौन शोषण को बढ़ावा देने में सक्षम थे।"
(आईएएनएस)
इस्लामाबाद, 15 फरवरी । एक आतंकवाद विरोधी अदालत ने यहाँ गुरुवार को 9 मई की हिंसा से संबंधित चार मामलों में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के संस्थापक इमरान खान की जमानत याचिका 19 फरवरी तक बढ़ा दी।
डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, अदालत को सूचित किया गया कि जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री खान के वकील अल कादिर ट्रस्ट मामले में व्यस्त हैं और अपनी दलीलें पेश करने के लिए और समय चाहते हैं।
एटीसी न्यायाधीश अरशद जावेद ने अनुरोध स्वीकार कर लिया और जमानत 19 फरवरी तक बढ़ा दी।
अदालत ने अगली सुनवाई पर वीडियो लिंक के माध्यम से खान की उपस्थिति की व्यवस्था सुनिश्चित करने का भी आदेश दिया।
(आईएएनएस)
न्यूयॉर्क, 15 फरवरी । अमेरिका के अलबामा प्रांत में कमरे के किराये को लेकर टकराव के बाद भारतीय मूल के 76 वर्षीय एक मोटल मालिक की गोली मारकर हत्या कर दी गई।
अलबामा स्थित समाचार आउटलेट एएलडॉटकॉम की रिपोर्ट के अनुसार, शेफील्ड में हिलक्रेस्ट मोटल के मालिक प्रवीण रावजीभाई पटेल की पिछले सप्ताह गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिसके बाद पुलिस ने 34 वर्षीय विलियम जेरेमी मूर को गिरफ्तार कर लिया।
शेफ़ील्ड पुलिस प्रमुख रिकी टेरी ने कहा कि मूर को घटना के तुरंत बाद गिरफ्तार कर लिया गया जब वह 13वें एवेन्यू पर एक निर्जन घर में छिपने की कोशिश कर रहा था।
जांचकर्ताओं के अनुसार, मूर 8 फरवरी को मोटल में एक कमरा किराए पर लेना चाहता था। किराये को लेकर पटेल के साथ उसका झगड़ा हुआ, जिसके बाद मूर ने पिस्तौल निकाली और बुजुर्ग व्यक्ति को गोली मार दी।
टेरी ने कहा, "मूर की तलाशी लेने पर उसके पास से हत्या में इस्तेमाल हथियार बरामद कर लिया गया।"
पुलिस प्रमुख ने कहा कि वारंट जारी होने तक मूर को फिलहाल शेफ़ील्ड सिटी जेल में रखा जा रहा है, जिसके बाद उसे कोलबर्ट काउंटी जेल ले जाया जाएगा।
जेमेरिज़ ओवेन्स, जो पटेल के मोटल के सामने नाई का काम करते हैं, ने डब्ल्यूएएवाई 31 समाचार चैनल को बताया कि उन्होंने एक के बाद एक तीन गोलियों की आवाज सुनी।
ओवेन्स ने कहा, "वह (पटेल) बाहर था। वह बस किसी को वहां से हटाने की कोशिश कर रहा था, और वे वहां से निकलना नहीं चाहते थे और उन्होंने उसे गोली मार दी।"
पटेल के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए अलबामा फोरेंसिक लैब ले जाया गया। टस्कुम्बिया में 12 फरवरी को मॉरिसन फ्यूनरल होम में उसका अंतिम संस्कार किया गया।
इस घटना को "हिंसा का संवेदनहीन कृत्य" बताते हुए एशियन अमेरिकन होटल ओनर्स एसोसिएशन (एएएचओए) ने गुरुवार को कहा कि देश के होटल मालिक "बेहद दुःखी, स्तब्ध और नाराज हैं"।
एएएचओए के अध्यक्ष भरत पटेल ने कहा, "हिंसा के संवेदनहीन कृत्यों के लिए हमारे समाजों में कोई जगह नहीं है, और प्रवीण के परिवार, जिसमें उनकी पत्नी, बच्चे और पोते-पोतियां शामिल हैं, के लिए हमारा दिल टूट रहा है।"
एएएचओए अलबामा के क्षेत्रीय निदेशक संजय एम. पटेल ने कहा कि मोटल मालिक ने शेफ़ील्ड शहर में एक ही व्यवसाय का स्वामित्व और संचालन करते हुए चार दशक से अधिक समय बिताया।
इस साल की शुरुआत में अमेरिका में भारतीय समुदाय से जुड़ी कई दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएँ सामने आई हैं।
केरल के रहने वाले एक भारतीय-अमेरिकी जोड़े और उनके चार वर्षीय जुड़वां बच्चे सोमवार को कैलिफोर्निया प्रांत के सैन मेटो में उनकी 21 लाख डॉलर की हवेली में मृत पाए गए।
पुलिस के अनुसार, 42 वर्षीय आनंद सुजीत हेनरी और उनकी 40 वर्षीय पत्नी ऐलिस प्रियंका को गोली लगने के घाव के साथ बाथरूम के अंदर पाया गया, जबकि उनके दो बेटे बेडरूम में पाए गए, हालाँकि उनके शरीर पर चोट का कोई निशान नहीं था।
स्थानीय मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि आनंद मेटा और गूगल में पूर्व सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग मैनेजर थे और पत्नी एलिस एक वरिष्ठ विश्लेषक थीं।
(आईएएनएस)
वाशिंगटन, 15 फरवरी । हमास की भ्रामक मांगों और नए प्रस्तावों की कमी को जिम्मेदार ठहराते हुए इजरायल ने काहिरा में मध्य पूर्व शांति वार्ता से खुद को अलग कर लिया है। इससे युद्ध समाप्त करने के लिए चल रही संघर्ष विराम वार्ता को गंभीर झटका लगा है।
इजरायली मीडिया आउटलेट्स ने बुधवार को अपनी रिपोर्ट मेें कहा, ''गाजा में संघर्ष क्षेत्र में लड़ाई को समाप्त करने और शेष 100 से अधिक बंधकों को मुक्त कराने के उद्देश्य से की गई वार्ता में सफलता नहीं मिली, लेकिन इजरायली प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू द्वारा अपनी वार्ता टीम को वापस बुलाने का विकल्प चुनने से पहले इसे तीन दिनों के लिए आगे बढ़ा दिया गया था।''
नेतन्याहू के कार्यालय ने एक बयान में कहा, ''इजरायल को काहिरा में हमारे बंधकों की रिहाई पर हमास से कोई नया प्रस्ताव नहीं मिला।''
उन्होंने कहा, ''हमास के रुख में बदलाव से बातचीत आगे बढ़ सकेगी।''
टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के अनुसार, नेतन्याहू ने एक वीडियो बयान भी जारी किया, इसमें कहा गया कि "मजबूत सैन्य दबाव और दृढ़ बातचीत" बंदियों को रिहा कराने की कुंजी है।''
हमास के वरिष्ठ अधिकारी ओसामा हमदान ने अमेरिका में एक प्रमुख समाचार मीडिया को बताते हुए नेतन्याहू पर आरोप लगाया कि इजरायल का प्रस्ताव उन समझौतों से दूर है जिन पर पार्टियां पहले पहुंची थीं। बंधकों के परिवारों ने नेतन्याहू के फैसले को अपने प्रियजनों के लिए मौत की सजा बताया, जो 130 दिनों से अधिक समय से गाजा में आतंकवादियों के कब्जे में हैं।
यूएसए टुडे ने कहा, ''जिन मुद्दों के बारे में मीडिया का कहना है कि समझौते में बाधा आ रही है, उनमें युद्ध के बाद हमास को कुचलने और गाजा में सुरक्षा का प्रभारी बने रहने की इजरायल की प्रतिज्ञा शामिल है और हमास की स्थायी संघर्ष विराम और युद्धग्रस्त क्षेत्र से सभी इजरायली सैनिकों की वापसी की मांग है।''
मध्य पूर्व में नवीनतम घटनाक्रम:
विदेश विभाग ने वेस्ट बैंक में 17 वर्षीय फिलिस्तीनी अमेरिकी मोहम्मद अहमद खदौर की मौत की पुष्टि की है और जांच की मांग की है। वाशिंगटन पोस्ट ने बताया कि उसके सिर में गोली मारी गई थी। युद्ध शुरू होने के बाद से कब्जे वाले क्षेत्र में मारे जाने वाले वह दूसरे अमेरिकी नागरिक हैं।
यूएस सेंट्रल कमांड के अनुसार,अमेरिकी सेना ने हौथी विद्रोही समूह द्वारा नियंत्रित यमन के एक हिस्से में एक एंटी क्रूज़ मिसाइल पर हवाई हमला किया, जो महीनों से लाल सागर में वाणिज्यिक और नौसेना के जहाजों पर हमले कर रहा है।
गाजा में बंधक बनाए गए बंधकों के परिवार के सदस्य और पूर्व बंदी बुधवार को नीदरलैंड में कानूनी शिकायत दर्ज कराने के लिए अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय में हमास के नेताओं को गिरफ्तार करने और उन पर मुकदमा चलाने की मांग कर रहे थे।
दावा किया जाता है कि 7 अक्टूबर को गाजा में 28,500 से अधिक लोग मारे गए हैं, इनमें अधिकतर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं, जब हमास ने इजरायल पर हमला कर लगभग 1,200 लोगों को मार डाला था और 240 से अधिक लोगों को बंधक बनाकर युद्ध शुरू कर दिया था।
इजरायली सेना ने एक्स पर कहा कि सुरंग सहित हमास के बुनियादी ढांचे पर हमला किया गया, लेकिन हमला कहां हुआ इसकी कोई जानकारी नहीं दी गई। इजरायल रक्षा बलों ने कहा कि इसमें कम से कम 10 आतंकवादी मारे गए।
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, हजारों फिलिस्तीनियों को अमेरिका से निर्वासन से बचाया गया। एक योजना के तहत अमेरिका में रहने वाले लगभग 6,000 फिलिस्तीनी 18 महीने तक निर्वासित नहीं किए जाएंगे। इसके लिए राष्ट्रपति जो बाइडेन का धन्यवाद किया गया।
गौरतलब है कि डेफर्ड एनफोर्स्ड डिपार्चर नामक कार्यक्रम, संकटग्रस्त देशों के नागरिकों को अमेरिका में रहने और काम करने की अनुमति देता है।
(आईएएनएस)
सैन फ्रांसिस्को, 15 फरवरी । एलन मस्क ने गुरुवार को कहा कि उनकी एयरोस्पेस कंपनी स्पेसएक्स ने अपना पंजीकरण राज्य डेलावेयर से टेक्सस स्थानांतरित कर दिया है।
मस्क ने एक्स पर पोस्ट किया, “स्पेसएक्स ने अपने पंजीकरण का राज्य डेलावेयर से टेक्सस में स्थानांतरित कर दिया है! यदि आपकी कंपनी अभी भी डेलावेयर में है, तो मैं जल्द से जल्द दूसरे राज्य में जाने की सलाह देता हूं।”
अरबपति ने इस महीने की शुरुआत में घोषणा की कि टेस्ला अपने कानूनी घर को अमेरिकी राज्य डेलावेयर से टेक्सस में बदलने के लिए एक शेयरधारक वोट कराने के लिए तुरंत कदम उठाएगी।
डेलावेयर में एक न्यायाधीश ने फैसला सुनाया था कि मस्क का 56 अरब डॉलर का वेतन पैकेज अनुचित है और टेस्ला बोर्ड को एक नया वेतन प्रस्ताव पेश करने का निर्देश दिया था। इसके बाद कंपनी ने अपना पता बदला है।
उन्होंने एक्स पर एक सर्वेक्षण शुरू किया, जिसमें पूछा गया कि क्या टेस्ला को अपने पंजीकरण के राज्य को टेक्सस में बदलना चाहिए।
सर्वेक्षण में 11 लाख से अधिक वोट प्राप्त हुए, जिनमें से 87 प्रतिशत से अधिक ने प्रस्तावित कदम का समर्थन किया।
मस्क की ब्रेन-चिप इम्प्लांट कंपनी न्यूरालिंक ने भी अपना निगमन डेलावेयर से बदलकर नेवादा कर लिया है।
(आईएएनएस)
बीते दिनों फ्रांस, जर्मनी, स्पेन समेत यूरोप के 11 देशों में किसानों के विरोध प्रदर्शन देखने को मिले. लेकिन भारत में किसानों के प्रदर्शनों के प्रति सरकार के रवैये और यूरोप की सरकारों के रवैये में बहुत फर्क नजर आता है.
डॉयचे वैले पर चारु कार्तिकेय की रिपोर्ट-
अपनी मांगों को लेकर दिल्ली में प्रदर्शन करने के लिए पंजाब से चले किसान अभी दिल्ली की सीमा तक पहुंच नहीं पाए हैं. पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू बॉर्डर पर किसानों और पुलिस के बीच भारी संघर्ष जारी है. मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, पुलिस ने वहां 12 परतों के बैरिकेड की व्यवस्था की हुई थी.
किसानों ने जब कुछ बैरिकेडों को तोड़ा, तो पुलिस ने उन पर वॉटर कैनन और आंसू गैस के गोले छोड़े. इस बार आंसू गैस छोड़ने के लिए ड्रोनों का इस्तेमाल भी किया गया. बाद में पुलिस ने रबड़ की गोलियों का इस्तेमाल भी किया. इनसे कई किसानों के घायल होने की खबर है.
किसान अगर हरियाणा पार कर लेते हैं, तो दिल्ली की सीमाओं पर भी उन्हें रोकने के व्यापक इंतजाम किए गए हैं. भारी संख्या में पुलिसकर्मियों और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है. सीमेंट के बड़े-बड़े बैरिकेड, जंजीरें, कंटीली तारें और नुकीले तीर लगाए गए हैं. 2020 की ही तरह के दृश्य दोहराए जा रहे हैं.
हालांकि इस समय भारत ऐसा अकेला देश नहीं है, जहां किसान विरोध प्रदर्शन करने सड़कों पर उतरे हों. यूरोप के कम-से-कम 11 देशों में किसान अलग-अलग सरकारी नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. इनमें जर्मनी, फ्रांस, स्पेन, पोलैंड, बेल्जियम, नीदरलैंड्स समेत कई देश शामिल हैं.
क्या हुआ यूरोप में
फ्रांस के किसानों ने राजधानी पेरिस, तो जर्मन किसानों ने देश की राजधानी बर्लिन समेत कई शहरों में हाई-वे जाम किए. लेकिन भारत के मुकाबले इन देशों में किसान प्रदर्शनों के साथ शासन-प्रशासन के सलूक में बहुत अंतर दिखता है.
जर्मनी में किसानों की नाराजगी को देखते हुए सरकार ने बातचीत की मंशा दिखाई. कृषि मंत्री चेम ओजडेमिर खुद किसानों के प्रदर्शन में बातचीत करने गए. उन्होंने आश्वासन दिया कि उनके बस में जो कुछ भी है, वो सब करेंगे. सरकार स्पष्ट कर रही है कि वो अपने फैसलों के प्रति अड़ियल नहीं है.
एक और महत्वपूर्ण पक्ष है, विरोध के अधिकार की स्वीकार्यता. किसान ट्रैक्टर लेकर बर्लिन पहुंचेंगे, प्रदर्शन करेंगे, ये बात पता होने पर भी उन्हें रोकने की कोशिश नहीं की गई. पुलिस-प्रशासन की ओर से यह अपील की गई कि किसान मोटर लेनों को बाधित ना करें. लेकिन इन अपीलों के इतर किसानों की मूवमेंट रोकने या जबरन प्रदर्शन रुकवाने का रुझान नहीं दिखा. जबकि ऐसा नहीं कि प्रदर्शनों के कारण आम जनजीवन प्रभावित ना हुआ हो.
भारत में कई बार विरोध प्रदर्शन करने वालों पर विदेशी फंडिंग लेने या देश-विरोधी होने का इल्जाम लगा दिया जाता है. कई बार ये दोषारोपण बहुत हल्के अंदाज में किया जाता है, जिनमें ठोस आधारों की कमी दिखती है.
विरोध का दमन
जर्मनी में भी यह आशंका जताई गई कि धुर-दक्षिणपंथी तत्व किसान आंदोलन के बहाने अपना अजेंडा भुना सकते हैं. थुरिंजिया राज्य में "ऑफिस फॉर दी प्रॉटेक्शन ऑफ दी कॉन्स्टिट्यूशन" के प्रमुख स्टेफान क्रामर ने ऐसी आशंका जताते हुए साफ कहा कि दक्षिणपंथी चरमपंथी लोग किसानों के प्रदर्शनों का इस्तेमाल करने की कोशिश कर सकते हैं. लेकिन इन आशंकाओं के आधार पर प्रदर्शनों को खारिज करने या उन्हें ना होने देने की कार्रवाई नहीं की गई.
भारत में ठीक इसके उलट हो रहा है. बल्कि 2020-21 में जो हुआ वही सब दोबारा होता हुआ नजर आ रहा है. उस समय भी किसान इसी तरह आक्रोश में थे. उन्हें रोकने के लिए पहली बार दिल्ली की सीमाओं को एक तरह के युद्धक्षेत्र में बदल दिया गया.
किसान महीनों तक सीमाओं पर ही डटे रहे. कठोर मौसम और पुलिस के साथ संघर्ष में लगी चोटों की वजह से कई किसानों की जान तक चली गई. उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में तो इन किसानों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए पदयात्रा निकाल रहे कुछ किसानों पर गाड़ियां चलवा दी गईं. इतना सब होने के बाद अंत में सरकार को किसानों की बात माननी पड़ी. (dw.com)
अमेरिका के उत्तर कैरोलाइना प्रांत में पहाड़ियों के बीच बने एक मछलीघर में रहने वाली स्टिंग रे मछली बच्चे देने वाली है. लेकिन वह कभी किसी नर मछली के संपर्क में नहीं आई है.
डॉयचे वैले पर विवेक कुमार की रिपोर्ट-
हल्के भूरे रंग की शार्लोट का आकार एक बड़ी प्लेट जितना है. इस गोल स्टिंग रे मछली ने अपना अधिकतर जीवन अपालचियान पहाड़ियों के मछलीघर में बिताया है.
उसका कुदरती आवास 3,700 किलोमीटर दूर दक्षिणी कैरोलाइना के समुद्र में है. लेकिन वह उत्तरी कैरोलाइना में अकेली ही रही है. आठ साल में उसने कभी किसी नर मछली के साथ समय नहीं बिताया है. इसलिए जब वह मोटी होने लगी तो विशेषज्ञों को लगा कि उसके पेट में ट्यूमर है. पर वे गलत थे.
मछलीघर मालिक का कहना है कि शार्लोट गर्भ से है. अल्ट्रासाउंड में इस बात का पता चला है और अगले दो हफ्ते में वह चार बच्चे देने वाली है.
हेंडरसनविल कस्बे में एक्वेरियम एंड शार्क लैब की निदेशक ब्रेंडा रामेर ने पत्रकारों को शार्लोट से मिलवाते हुए कहा, "ये रही हमारी प्यारी जो कह रही है, हैपी वैलंटाइंस डे, चलो कुछ बच्चे पैदा करें.”
जिस टैंक में शार्लोट रहती है, उसमें पांच छोटी शार्क मछलियां भी हैं. इसलिए जब शार्लोट के गर्भवती होने की खबर बाहर आई तो यह अफवाह फैल गई कि वह किसी शार्क मछली के कारण गर्भवती हुई है. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि रामेर ने मजाक में यह बात कह दी थी. लेकिन कुछ स्थानीय मीडिया चैनल इस खबर को चलाने लगे.
विज्ञान कहता है कि ऐसा असंभव है. स्टिंग मछलियों के एक विशेषज्ञ ने कहा किसी स्टिंग रे मछली के लिए शार्क मछली से यौन संबंध बनाना संभव ही नहीं है.
कई जीवों में होता है ऐसा
इस मछलीघर की देखभाल टीम एको नाम की एक गैरसरकारी संस्था करती है. इसका मकसद स्थानीय स्कूली बच्चों और जलीय-जीवन में रुचि रखने वाले लोगों की विज्ञान के प्रति जागरूकता बढ़ाना है.
वैज्ञानिकों का कहना है कि यह पारथेनोजेनेसिस प्रक्रिया का मामला है. यह एक तरह की पुनरोत्पादन प्रक्रिया है जिसमें कुछ मादाएं बिना नर से संबंध बनाए भी गर्भवती हो जाती हैं. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि जन्म के वक्त उनके भीतर कोई अंडा रह जाता है.
यह एक बेहद दुर्लभ प्रक्रिया है. कुछ कीट-पतंगों, मछलियों, पक्षियों और उभयचारी जीवों में ऐसे मामले मिलते हैं. लेकिन स्तनधारियों में ऐसे मामले नहीं होते.
कोस्टा रिका में एक मादा मगरमच्छ ने 2018 में इसी प्रक्रिया के तहत अंडे दिये थे. हालांकि मगरमच्छों में मादाएं ऐसे अंडे देती हैं जिनमें से बच्चे नहीं निकलते, लेकिन इस मगरमच्छ के दिये अंडे सामान्य लग रहे थे.
और कमाल तब हुआ जब उनमें से एक ने इनक्यूबेटर में बढ़ना शुरू कर दिया. हालांकि यह अंडा भी पूरी तरह परिपक्व नहीं हो पाया लेकिन उसके अंदर से एक अधूरा तैयार मगरमच्छ का बच्चा निकला.
वैज्ञानिक कहते हैं कि बहुत संभव हो पेट्रोसॉर्स और डायनोसोर्स में भी ऐसा ही हुआ होगा. वैसे वर्जिन बर्थ से पैदा हुए बच्चों के बचने की संभावना कम ही होती है. डॉ. बूथ कहते हैं कि कुछ बच्चे वयस्क हो जाते हैं लेकिन वे सबसे स्वस्थ जीव नहीं होते.
वर्जिन बर्थ
स्टिंग रे में ऐसा होने का शायद यह पहला मामला है. अटलांटा स्थित जॉर्जिया एक्वेरियम में रिसर्च साइंटिस्ट कैडी लियोन्स कहती हैं कि शार्लोट की प्रेग्नेंसी इस प्रजाति में संभवतया ऐसा पहला मामला है.
लेकिन लियोन्स के मुताबिक यह कोई हैरतअंगेज बात नहीं है क्योंकि शार्क, स्केट्स और अन्य रे मछलियों में ऐसा हो चुका है. वह कहती हैं, "मैं बिल्कुल हैरान नहीं हूं क्योंकि कुदरत ऐसा करने के जरिये खोज ही लेती है.”
इस प्रक्रिया को वर्जिन बर्थ भी कहा जाता है. वर्जिन बर्थ यानी बिना नर और मादा के संभोग के बच्चे का पैदा होना एक अनूठी कुदरती प्रक्रिया है. इसमें मादा के शरीर में अंड-कोशिकाएं तैयार होती हैं. इनमें लगातार विभाजन होता रहता है और यह तब तक जारी रहता है जब तक कि एक बच्चे के लिए जरूरी कुल जीन्स में से आधे तैयार नहीं हो जाते.
इसके साथ ही कुछ सह-उत्पाद भी तैयार होते हैं जो तीन कोशिकीय हिस्सों होते हैं जिनमें क्रोमोसोम होते हैं. इन्हें पोलर बॉडीज कहा जाता है.
आमतौर पर ये पोलर बॉडी अलग हो जाते हैं लेकिन कभी कभार ऐसा होता है कि इन तीन में से एक पोलर बॉडी अंडे के साथ मिल जाता है और उसे एक बच्चे के पूरा होने के लिए जरूरी क्रोमोसोम उपलब्ध करा देता है. लियोन्स कहती हैं, "हमें नहीं पता कि ऐसा क्यों होता है. यह एक अद्भुत प्रक्रिया है.”
(एपी)
शिकागो, 15 फरवरी । अमेरिकी राज्य मिसौरी के कैनसस सिटी में कैनसस सिटी चीफ्स की सुपर बाउल विजय परेड के दौरान हुई गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि एक दर्जन लोग घायल हो गए। कैनसस सिटी मिसौरी की प्रमुख स्टेसी ग्रेव्स ने प्रेस से बात करते हुए यह जानकारी दी।
कैनसस सिटी पुलिस विभाग ने बुधवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा, "यूनियन स्टेशन के आसपास गोलियां चलाई गई हैं। कृपया क्षेत्र छोड़ दें।"
समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने कैनसस सिटी पुलिस विभाग के प्रवक्ता जेक बेचिना के हवाले से बताया कि पुलिस ने पूछताछ के लिए दो हथियारबंद लोगों को हिरासत में लिया है।
स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, कैनसस की गवर्नर लौरा केली ने एक्स पर पोस्ट किया कि उन्होंने सभी को पुलिस के निर्देशों का पालन करने के लिए प्रोत्साहित किया।
(आईएएनएस)
कंसास सिटी (अमेरिका), 15 फरवरी। अमेरिका के कंसास सिटी चीफ्स की ‘सुपर बाउल’ (फुटबॉल चैम्पियनशिप) में जीत के बाद बुधवार को निकाली गई परेड के दौरान गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गयी और 22 लोग घायल हो गए। घायलों में आठ बच्चे भी शामिल हैं।
प्राधिकारियों ने बताया कि गोलीबारी से घबराए प्रशंसक जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे।
कंसास सिटी की पुलिस प्रमुख स्टेसी ग्रेव्स ने संवाददाता सम्मेलन में गोलीबारी की घटना की जानकारी दी और बताया कि तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है। उन्होंने कहा कि पता चला है कि फुटबॉल प्रशंसकों ने एक संदिग्ध को पकड़ने में मदद की लेकिन वह अभी इसकी पुष्टि नहीं कर सकती हैं।
पुलिस ने अभी हिरासत में लिए गए लोगों की पहचान या घटना के पीछे के उद्देश्य के बारे में जानकारी नहीं दी है।
यह अमेरिका में किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में गोलीबारी की ताजा घटना है। पिछले साल नजेट्स की ‘एनबीए चैम्पियनशिप’ में जीत के बाद डेनवर में गोलीबारी में कई लोग घायल हो गए थे।
मिसौरी के रिपब्लिकन पार्टी के गवर्नर माइक पार्सन और उनकी पत्नी टेरेसा पार्सन परेड में उपस्थित थे लेकिन उन्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचा है।
व्हाइट हाउस के एक प्रवक्ता ने बताया कि राष्ट्रपति जो बाइडन को कंसास सिटी में गोलीबारी की घटना की जानकारी दी गयी है और वह मामले पर नजर रख रहे हैं।
एपी गोला शोभना शोभना शोभना 1502 0850 कंसाससिटी (एपी)
पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान ख़ान की पार्टी ने गठबंधन सरकार के गठन की योजनाओं पर चेतावनी देते हुए कहा है कि इससे देश में अस्थिरता और बढ़ेगी.
तहरीक-ए-इंसाफ़ पाकिस्तान के प्रवक्ता राउफ़ हसन ने कहा है कि लोगों ने इमरान ख़ान को ज़बर्दस्त समर्थन दिया है लेकिन इस जनादेश को चुरा लिया गया है.
इमरान ख़ान इस वक़्त जेल में बंद हैं.
इमरान ख़ान के समर्थन से चुनाव जीतने वाले उम्मीदवारों के पास नेशनल असेंबली में सबसे अधिक सीटें हैं लेकिन एक बहुमत वाली सरकार के गठन के लिए ये काफी नहीं है.
पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ़ की पार्टी मुस्लिम लीग (एन) और बिलावल भुट्टो की पार्टी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी ने कहा है कि वे नई गठबंधन सरकार का गठन करेंगे.
पाकिस्तान में शासन का जिम्मा देख रही मौजूदा केयरटेकर सरकार ने मतदान में धोखाधड़ी के आरोपों से इनकार किया है. (bbc.com/hindi)
यूक्रेन ने क्राइमिया के नज़दीक रूसी नौसेना के एक ज़हाज़ को डुबोने का दावा किया है.
यूक्रेन की सेना का कहना है कि ये ज़हाज़ रूस के क़ब्ज़े वाले क्राइमिया प्रायद्वीप के जलक्षेत्र में था.
सोशल मीडिया पर जानकारी देते हुए यूक्रेन की सेना ने कहा है कि रूसी नौसेना के ब्लैक सी फ्लीट का सीज़र कुनिकोफ़ जहाज़ हमले के वक़्त रिज़ॉर्ट टाउन अल्पूका के पास था.
ये एक बड़ा लैडिंग जहाज़ है जिसे एक ड्रोन हमले में डुबोने का दावा किया गया है.
यूक्रेन की सेना ने कहा है कि हमले के बाद ये जहाज़ डूबने लगा और बचाव और खोज अभियान नाकाम रहा है.
यूक्रेनी बलों ने जहाज़ पर मरीन ड्रोन से हमले का वीडियो भी जारी किया है.
रूस ने अभी तक सीधे तौर पर इस हमले को लेकर कोई टिप्पणी नहीं की है.
रूस की सेना ने कहा है कि ब्लैक सी के ऊपर उसने छह ड्रोन मार गिराये हैं जबकि रूस के क्षेत्र के ऊपर उसने तीन ड्रोन मार गिराये हैं. (bbc.com/hindi)
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ़ की बेटी मरियम नवाज़ ने कहा है कि नवाज़ शरीफ़ के प्रधानमंत्री न बनने को ये ना समझा जाए कि वो राजनीति से किनारा कर रहे हैं.
सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर किए एक पोस्ट में मरियम ने कहा है, "प्रधानमंत्री पद को स्वीकार ना करने का अगर मतलब ये निकाला जा रहा है कि नवाज़ शरीफ़ सियासत से किनारा कर रहे हैं तो इसमें कोई सच्चाई नहीं है. अगले पांच साल वो ना सिर्फ़ ख़ूब सियासत करेंगे बल्कि पंजाब और केंद्र में अपनी सरकारों का मार्गदर्शन भी करेंगे."
मरियम नवाज़ शरीफ़ ने कहा है कि नवाज़ शरीफ़ की तीनों सरकारों में जनता ने उन्हें बहुमत दिया था और वो अपने राजनीतिक भाषणों में भी ये स्पष्ट कर चुके हैं कि वो किसी गठबंधन सरकार का हिस्सा नहीं बनेंगे.
मरियम नवाज़ ने कहा है कि वो और शहबाज़ शरीफ़ नवाज़ शरीफ़ के सिपाही हैं.
उन्होंने कहा, "हम उनके सिपाही हैं और उनके हुक्म के पाबंद हैं और उनकी सरबराही और निगरानी में काम करेंगे."
शहबाज़ शरीफ़ पाकिस्तान में नई गठबंधन सरकार के प्रधानमंत्री हो सकते हैं.
वहीं, ऐसी चर्चा है कि मरियम नवाज़ को पंजाब का मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है.
पाकिस्तान में हुए आम चुनावों में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है.
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान ख़ान की पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ़ समर्थित उम्मीदवारों ने सबसे ज़्यादा सीटें जीती हैं. हालांकि वो भी बहुमत से काफ़ी दूर हैं.
पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज़) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी मिलकर सरकार बना सकते हैं. (bbc.com/hindi)
इसराइल की सेना ने कहा है कि उसके लड़ाकू विमानों ने लेबनान में ‘बड़े जवाबी हवाई हमले शुरू किए हैं.’
इससे पहले आईडीएफ़ ने बताया था कि लेबनान की तरफ़ इसराइल में कई ठिकानों पर लांच किए गए हैं.
इसराइल के मुताबिक़ लेबनान की तरफ़ से किए गए हमलों में इसराइली सेना के एक अड्डे को भी निशाना बनाया गया है.
इसराइल ने दावा किया है कि जिन ठिकानों से उस पर हमले हुए हैं, उन पर जवाबी हमले किए गए हैं.
वहीं ऑनलाइन पोस्ट किए जा रहे वीडियो में लेबनान में कई जगहों पर बड़े धमाके होते दिखाई दे रहे हैं.
इसराइली सेना ने दावा किया है कि लेबनान की तरफ़ से किए गए हमले में उसकी साफ़ेद स्थित उत्तरी कमान के मुख्यालय को निशाना बनाया गया है.
इसराइल और हमास के बीच युद्ध शुरू होने के बाद से लेबनानी संगठन हिज़बुल्लाह इसराइल की उत्तरी सीमा के नज़दीक लगातार हमले करता रहा है.
लेकिन साफ़ेद उन सीमावर्ती इलाक़ों के मुक़ाबले इसराइल में काफ़ी भीतर है जहां अब तक हमले होते रहे हैं. (bbc.com/hindi)
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बुधवार को एक इंटरव्यू में कहा कि वो डोनाल्ड ट्रंप की तुलना में जो बाइडन को तरजीह देंगे.
पुतिन ने ये भी कहा कि वो किसी भी अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ काम करने के इच्छुक हैं.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक़,पुतिन से पूछा गया था कि रूस के लिए डेमोक्रेट बाइडन ज़्यादा अच्छे हैं या रिपब्लिकन ट्रंप?
पुतिन ने जवाब दिया, ''बाइडन. वो ज़्यादा अनुभवी हैं, वो क्या करेंगे, ये पता होता है. बाइडन पुराने मंझे हुए नेता हैं.''
इस साल अमेरिका में चुनाव होने हैं.
माना जा रहा है कि अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में इस बार बाइडन और ट्रंप आमने-सामने हो सकते हैं.
पुतिन भी अमेरिकी चुनाव के संदर्भ में बोल रहे थे.
पुतिन ने कहा कि अमेरिकी लोग जिस राष्ट्रपति पर भरोसा जताएंगे, हम उसके साथ काम करने को तैयार हैं.
ये पहली बार है कि पुतिन ने 2024 अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव पर टिप्पणी की है. (bbc.com/hindi)
न्यूयॉर्क, 14 फरवरी । भारतीय-अमेरिकियों से जुड़ी एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना में, कैलिफोर्निया के सैन मेटो में एक दंपति और उनके चार वर्षीय जुड़वां बच्चे अपने घर के अंदर मृत पाए गए।
पुलिस 42 वर्षीय आनंद सुजीत हेनरी, उनकी 40 वर्षीय पत्नी एलिस प्रियंका और उनके बेटे नूह और नीथन की मौत को हत्या व आत्महत्या, दोनों पहलुओं से जांच कर रही है।
एनबीसी बे एरिया की रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारी सोमवार सुबह लगभग 9:15 बजे अल्मेडा डे लास पुलगास के 4100 ब्लॉक पर स्थित घर पहुंचे।
कोई जवाब नहीं मिलने पर, वह खिड़की के जरिए घर में दाखिल हुए और बेडरूम के अंदर दो बच्चों को मृत पाया। उनके शरीर पर कोई चोट के निशान नहीं थे।
पुलिस ने कहा कि पुरुष और महिला बाथरूम के अंदर मिले, उनके शरीर पर बंदूक की गोली के घाव थे। एक 9-मिलीमीटर पिस्तौल और एक भरी हुई मैगजीन भी वहां मिली।
मौत के कारण की अभी भी जांच की जा रही है। सूत्रों ने एनबीसी को बताया कि पुलिस का मानना है कि लड़कों का गला घोंट दिया गया था, या खतरनाक ओवरडोज दी गई थी।
सैन मेटियो पुलिस ने एक बयान में कहा कि घटनास्थल पर कोई नोट नहीं मिला और यह मौतें एक अलग घटना प्रतीत होती है, जिससे जनता को कोई खतरा नहीं है।
हालांकि मकसद स्पष्ट नहीं है, पुलिस पोस्टमार्टम और फोरेंसिक एनालिसिस का इंतजार कर रही है।
उन्होंने कहा, "हमें विश्वास है कि जिम्मेदार व्यक्ति घर के भीतर ही मौजूद था।"
पड़ोसियों ने कहा कि जोड़ा चार साल से अधिक समय से घर में रह रहा था और एक खुशहाल परिवार की तरह लग रहा था।
जोड़े की पहचान उनके दोस्तों ने उजागर की है और पुलिस ने अभी तक आधिकारिक तौर पर नाम जारी नहीं किए हैं।
आनंद की लिंक्डइन प्रोफ़ाइल ने उनकी पहचान मेटा और गूगल में पूर्व सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग मैनेजर के रूप में की।
पिछले साल जून में मेटा में अपना पद छोड़ने के बाद, उन्होंने अपनी खुद की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंपनी लॉगिट्स की स्थापना की।
अदालत के रिकॉर्ड के अनुसार, आनंद ने दिसंबर 2016 में तलाक के लिए अर्जी दी, लेकिन उस पर अमल नहीं हुआ।
(आईएएनएस)
बीजिंग, 14 फरवरी । तिब्बती नया साल वसंत महोत्सव को मौके पर आता है। फिर से एकजुट होकर "डबल फेस्टिवल" की खुशियां मनाएं। प्राचीन शहर ल्हासा में अभी-अभी सूरज की पहली किरणें चमकी हैं, और अंगबाखांगकियॉन्ग प्रांगण में सभी जातीय समूहों के लोग खुशी और हंसी के साथ नए साल का जश्न मना रहे हैं।
लोगों ने नए साल की शुभकामनाएं देने आए अपने पड़ोसियों का गर्मजोशी से स्वागत किया और उन्हें रंगीन अनाज की बालियां और हाईलैंड जौ त्सम्पा भेंट की।
अंगबाखांगकियॉन्ग प्रांगण एक विशिष्ट तिब्बती शैली का निवास है, जिसमें हान, तिब्बती, हुई और अन्य जातीय समूह रहते हैं। निवासी सन जियानश्युए ने कहा कि हमारे प्रांगण में सभी जातीय समूहों के निवासी बटर टी में मक्खन और चाय की पत्तियों की तरह हैं। कोई भी दूसरे के बिना नहीं रह सकता।
सन जियानश्युए ने कहा कि प्रांगण में पड़ोसी आमतौर पर एक-दूसरे की मदद करते हैं और सौहार्दपूर्ण संबंध रखते हैं। विभिन्न जातीय समूहों के त्योहारों के दौरान, हर कोई एक साथ जश्न मनाता है और स्वादिष्ट भोजन साझा करता है।
प्राचीन शहर ल्हासा में अंगबाखांगकियॉन्ग प्रांगण जैसे 100 से अधिक राष्ट्रीय एकता परिसर हैं, जहां विभिन्न जातीय समूहों के लोग सद्भाव, शांति और संतोष से रहते हैं और काम करते हैं। (आईएएनएस)
बीजिंग, 14 फरवरी । चीन का वसंत महोत्सव यात्रा सीजन 4 फरवरी को 20वें दिन में प्रवेश कर गया। जैसे-जैसे वसंत महोत्सव की छुट्टियां आधी बीत रही हैं, यात्रा करने, रिश्तेदारों से मिलने, काम करने के लिए यात्री प्रवाह बढ़ गया है।
रेलवे, विद्युत ऊर्जा, नागरिक उड्डयन और अन्य विभागों ने परिवहन क्षमता और सुरक्षा प्रबंधन की तैनाती का समन्वय किया और वसंत महोत्सव के दौरान सुरक्षित और व्यवस्थित यात्रा की सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास किया है।
चीनी राज्य रेलवे समूह कंपनी लिमिटेड द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार 14 फरवरी को राष्ट्रीय रेलवे से 1 करोड़ 42 लाख यात्रियों के आवागमन की उम्मीद है, और 1,027 अतिरिक्त यात्री ट्रेनों की व्यवस्था की गई है।
13 फरवरी को देश भर में रेलवे से यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या 1 करोड़ 29 लाख 27 हजार थी। रेलवे परिवहन सुरक्षित, स्थिर और व्यवस्थित था। (आईएएनएस)
बीजिंग, 14 फरवरी । इज़रायली प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान जारी कर कहा कि इज़रायल विभिन्न पक्षों के साथ हिरासत में लिए गए इज़रायली कर्मियों की रिहाई पर चर्चा करने के लिए मिस्र की राजधानी काहिरा में एक प्रतिनिधिमंडल भेजेगा।
बयान में कहा गया कि इज़रायली प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व इंटेलिजेंस एंड सीक्रेट सर्विस (मोसाद) के निदेशक डेविड बर्निया करेंगे। अमेरिकी सीआईए निदेशक, कतर के प्रधानमंत्री और मिस्र के जनरल इंटेलिजेंस सर्विस निदेशक मिस्र में वार्ता में भाग लेंगे।
इज़रायल और हमास के बीच युद्धविराम समझौते पर पहले दौर की वार्ता 28 जनवरी को फ्रांस के पेरिस में आयोजित की गई। बैठक में कतर के प्रधानमंत्री और अमेरिका, इज़रायल और मिस्र की खुफिया एजेंसियों के प्रमुखों ने भाग लिया।
हमास और इज़रायल ने आमने-सामने बातचीत करने से इनकार कर दिया, मिस्र और कतर ने हमास के साथ पहले ही बातचीत की और दोनों देशों के प्रतिनिधि इज़रायल के साथ बातचीत करने के लिए पेरिस गए। (आईएएनएस)
बीजिंग, 14 फरवरी । रूसी संघ के आंतरिक मामलों के मंत्रालय के डेटाबेस के अनुसार, एस्टोनियाई प्रधानमंत्री काजा कालास और राज्य सचिव तैमर पीटरकॉप कथित तौर पर सोवियत सैनिकों के स्मारकों को ध्वस्त और क्षतिग्रस्त करने के लिए रूस द्वारा वांछित हैं।
ख़बर है कि रूस ने कथित तौर पर सोवियत सैनिकों के स्मारकों को ध्वस्त करने और नुकसान पहुंचाने के आरोप में एस्टोनियाई प्रधानमंत्री काजा कालास और राज्य सचिव तैमर पीटरकॉप के ख़िलाफ मोर्चा खोला है। साथ ही, दोनों को रूस की वांछित सूची में शामिल किया गया है।
इसके अलावा, रूसी आंतरिक मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा कि लिथुआनियाई संस्कृति मंत्री सिमोना कैरीस को भी इसी कारण से वांछित सूची में शामिल किया गया।
रूसी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मारिया ज़खारोवा ने मंगलवार को सोशल मीडिया पर कहा कि इन अधिकारियों को स्मारकों को ध्वस्त करने और क्षतिग्रस्त करने के अपराधों के लिए ज़िम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। (आईएएनएस)
(ललित के झा)
वाशिंगटन, 14 फरवरी। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) पर हाल में की टिप्पणियों के लिए अपने पूववर्ती डोनाल्ड ट्रंप की आलोचना करते हुए कहा कि 74 साल पुराना यह सैन्य गठबंधन अमेरिका के लिए एक पवित्र प्रतिबद्धता है।
बाइडन ने मंगलवार को व्हाइट हाउस में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘जब अमेरिका अपनी जुबान देता है तो उसका कुछ मतलब होता है। जब हम कोई वादा करते हैं तो उसे निभाते हैं और नाटो एक पवित्र प्रतिबद्धता है। डोनाल्ड ट्रंप इसे ऐसे देखते हैं जैसे यह कोई बोझ हो।’’
उनकी यह टिप्पणी इस सप्ताहांत साउथ कैरोलाइना में एक रैली में ट्रंप के उस बयान के बाद आयी है जिसमें उन्होंने कहा था कि वह नाटो सहयोगियों से अपना रक्षा खर्च बढ़ाने के लिए कहेंगे, अन्यथा रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को उन देशों पर हमला करने के लिए प्रेरित करेंगे।
रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनने के सबसे प्रबल दावेदार ट्रंप ने कहा था कि रूस उन नाटो सदस्यों के साथ ‘‘जो करना चाहे, करें’’, जो रक्षा पर खर्च के अपने लक्ष्यों को हासिल नहीं कर पाते हैं।
नाटो सहयोगियों ने 2014 में 2024 तक रक्षा पर सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का दो फीसदी खर्च करने का संकल्प लिया था। नाटो के आकलन के मुताबिक, 2023 की शुरुआत तक उसके 30 में से 10 सदस्य दो फीसदी तक या उससे अधिक खर्च करने के करीब थे जबकि 13 देश 1.5 प्रतिशत या उससे कम खर्च कर रहे थे।
ट्रंप की टिप्पणियों के जवाब में बाइडन ने कहा, ‘‘ट्रंप के लिए सिद्धांत मायने नहीं रखते हैं। सब कुछ लेन-देन है। वह यह नहीं समझते कि हमने जो वादा किया है वह हमारे लिए भी काम करता है। बल्कि मैं ट्रंप और नाटो से बाहर निकलने की इच्छा रखने वाले लोगों को याद दिलाऊंगा कि अनुच्छेद पांच को हमारे नाटो के इतिहास में केवल एक बार लागू किया गया है और यह 9/11 हमले के बाद अमेरिका के साथ एकजुटता जताने के लिए किया गया था।’’
नाटो के पारस्परिक रक्षा खंड के अनुच्छेद पांच के तहत, सभी सहयोगी देश हमले की चपेट में आने वाले किसी भी सदस्य की मदद करने के लिए प्रतिबद्ध रहते हैं।
बाइडन ने कहा, ‘‘जब तक मैं राष्ट्रपति रहूंगा, अगर पुतिन किसी नाटो सहयोगी पर हमला करते हैं तो अमेरिका नाटो क्षेत्र के एक-एक इंच की रक्षा करेगा।’’
अमेरिकी राष्ट्रपति ने ट्रंप की टिप्पणियों को शर्मनाक और ‘‘अमेरिका विरोधी’’ बताया।
रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी हासिल करने में ट्रंप की प्रतिद्वंद्वी निक्की हेली ने भी पूर्व राष्ट्रपति की टिप्पणियों के लिए उनकी आलोचना की है। (भाषा)
लंदन, 14 फरवरी । ब्रिटेन में एक अपराध समूह के नौ भारतीय मूल के सदस्यों को गंभीर और संगठित अपराध में शामिल होने की उनकी क्षमता को सीमित करने के लिए उनके खिलाफ गंभीर अपराध रोकथाम आदेश (एससीपीओ) जारी किया गया है।
समूह को हाल ही में सूटकेस में छिपाकर 1.55 करोड़ पाउंड ब्रिटेन से दुबई ले जाने के साथ-साथ देश में 17 प्रवासियों की तस्करी का प्रयास करने के लिए दोषी ठहराया गया था।
स्वंदर ढल (38), जसबीर कपूर (36), दिलजान मल्होत्रा (48), चरण सिंह (46), वलजीत सिंह (35), जसबीर ढल सिंह (33), जगिंदर कपूर (48), जैकदर कपूर (51) और अमरजीत अलाबादीस (32) को हाल के एससीपीओ के अलावा लंबी जेल की सजा मिली।
राष्ट्रीय अपराध एजेंसी (एनसीए) ने मंगलवार को कहा कि उनके एससीपीओ की शर्तों में वित्त, संपत्ति, बैंक खाते और अंतर्राष्ट्रीय यात्रा टिकटों की खरीद पर प्रतिबंध शामिल हैं।
अपराधियों द्वारा अपनी जेल की सजा पूरी करने के बाद ये शर्तें प्रभावी होंगी।
नौ ब्रिटिश भारतीय 16 सदस्यीय समूह का हिस्सा थे, जिन्हें पिछले साल सितंबर में अंतर्राष्ट्रीय मनी लॉन्ड्रिंग और ब्रिटेन में लोगों की तस्करी में शामिल होने के लिए कुल 70 साल से अधिक की जेल की सजा दी गई थी।
कहा जाता है कि 'सरगना' चरण सिंह के नेतृत्व वाले समूह ने 2017 और 2019 के बीच दुबई की सैकड़ों यात्राएं करके ब्रिटेन से लगभग सात करोड़ पाउंड नकदी की तस्करी की थी।
क्रॉयडन क्राउन कोर्ट में तीन दिवसीय सजा की सुनवाई के बाद, वलजीत सिंह को 11 साल की सजा हुई, जबकि भरोसेमंद लेफ्टिनेंट स्वंदर सिंह ढल को मनी लॉन्ड्रिंग के लिए 10 साल और लोगों की तस्करी के लिए अतिरिक्त पांच साल की सजा मिली।
एनसीए ने पहले बताया था कि हाउंस्लो के चरण सिंह को साढ़े 12 साल की जेल की सज़ा सुनाई गई थी।
एससीपीओ एनसीए-प्रबंधित सहायक आदेशों का हिस्सा हैं, जो अपराधियों के लिए अवैध गतिविधियों में शामिल होने के अवसरों को सीमित करते हैं और जेल की सजा काटने के बाद फिर से भर्ती होने या उनके साथ काम करने के इच्छुक अपराधियों को संगठित अपराध गिरोहों के लिए कम आकर्षक बनाते हैं।
एनसीए ने मंगलवार को इन सहायक आदेशों की एक अद्यतन सूची प्रकाशित की, जिसका उपयोग गंभीर अपराधियों के आजीवन प्रबंधन और भविष्य में अपराध को रोकने के लिए किया गया था।
पिछले वर्ष में, 24 व्यक्तियों को सहायक आदेश जारी किए गए हैं, जिनमें से कई अपराधी के जेल से छूटने के बाद लागू होंगे।
एनसीए की जेल और लाइफटाइम मैनेजमेंट यूनिट के प्रमुख एलिसन एबॉट ने कहा, “सहायक आदेश महत्वपूर्ण हैं, जो हमें विभिन्न तरीकों से भविष्य में होने वाले अपराधों को रोकने की अनुमति देते हैं। कई कैरियर अपराधी जेल में रहने के बाद संगठित अपराध के जीवन में लौट आते हैं, खुद को कानून की पहुंच से परे मानते हैं।
"इन आदेशों की शक्ति का एक हिस्सा यह है कि वे अपराधियों को अन्य अपराधियों के लिए विषाक्त बना देते हैं, जो सक्रिय रूप से निगरानी किए जा रहे व्यक्तियों के साथ जुड़ने में अनिच्छुक होते हैं।"
एनसीए ने एक बयान में कहा कि इन आदेशों के अधीन अपराधियों पर डेटा प्रकाशित करने से अन्य संगठनों और जनता को उल्लंघनों की रिपोर्ट करने में मदद मिलती है।
एससीपीओ के अलावा, अन्य सहायक आदेशों में गुलामी और तस्करी रोकथाम आदेश, वित्तीय रिपोर्टिंग आदेश और यात्रा प्रतिबंध आदेश शामिल हैं।
(आईएएनएस)।
एकेजे/
तेहरान, 14 फरवरी । एक शीर्ष ईरानी सैन्य कमांडर ने कहा कि अगर दुश्मन हमारे जहाजों को निशाना बनाएंगे, तो ईरानी सेना उन्हें मुंहतोड़ जवाब जरूर देगी।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, ईरान के इस्लामिक रेवोल्यूशन गार्ड्स कॉर्प्स (आईआरजीसी) के मुख्य कमांडर होसैन सलामी ने ईरान की राजधानी तेहरान में आईआरजीसी के सेवानिवृत्त और मौजूदा कमांडरों और अधिकारियों के साथ एक बैठक में देश के सशस्त्र बलों की नौसैनिक क्षमताओं पर टिप्पणी करते हुए यह बात कही।
सलामी ने कहा, ''यदि वे हमारे जहाजों पर हमला करते हैं, तो हम निश्चित रूप से उनके जहाजों पर भी हमला करेंगे।"
उन्होंने जोर देकर कहा, ''आईआरजीसी के पास इतनी बड़ी ताकत है कि वह निश्चित रूप से सैन्य युद्ध और साइबर युद्ध सहित सभी क्षेत्रों में दुश्मनों को हरा देगा।''
सलामी ने सोमवार को एक टीवी इंटरव्यू में कहा,'' आईआरजीसी ने अपने एक क्रूजर से लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल को सफलतापूर्वक दागा था।''
उन्होंने कहा, ''बैलिस्टिक मिसाइल को आईआरजीसी के एयरोस्पेस डिवीजन और नौसेना के बीच संयुक्त सहयोग के हिस्से के रूप में लॉन्च किया गया था। यह देखते हुए कि नई उपलब्धि ने ईरान के नौसैनिक प्रभाव और शक्ति की सीमा को किसी भी वांछित बिंदु तक बढ़ा दिया है।''
फ़ार्स ने मंगलवार को बताया कि आईआरजीसी पहली बार, घरेलू स्तर पर विकसित शहीद महदवी समुद्री क्रूजर को 1,700 किमी की न्यूनतम सीमा के साथ घरेलू स्तर पर विकसित फतेह-श्रेणी की बैलिस्टिक मिसाइलों से लैस करने में कामयाब रही है।
रिपोर्ट के अनुसार, लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों को ओमान सागर में शाहिद महदवी क्रूजर के डेक से लॉन्च किया गया था और देश के केंद्रीय रेगिस्तान में से एक में अपने लक्ष्य को हिट करने में कामयाब रही। (आईएएनएस)।
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो ज़रदारी ने मंगलवार को कहा कि उनकी पार्टी देश में सरकार के गठन को सुनिश्चित करने के लिए मुस्लिम लीग- नवाज़ के (प्रधानमंत्री) प्रत्याशी के पक्ष में वोट करेगी. हालांकि उन्होंने ये स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी सरकार में शामिल नहीं होगी.
हालांकि, उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि उनकी पार्टी को केंद्र सरकार में शामिल होने में कोई दिलचस्पी नहीं है.
बिलावल भुट्टों ने एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस के दौरान कहा कि पीपुल्स पार्टी के पास सरकार बनाने का जनादेश नहीं है इसलिए वो पीएम पद के उम्मीदवार नहीं हैं.
उन्होंने कहा कि पीपीपी (पीएमएल- एन के लिए) महत्वपूर्ण अवसरों पर मुद्दों के आधार पर वोट करेगी.
बिलावल भुट्टो ने कहा कि उनकी पार्टी एक कमिटी बना रही है जो अन्य राजनीतिक दलों के साथ बातचीत करेगी.
बिलावल भुट्टो ने कहा कि 'पाकिस्तान को संकट की स्थिति से बाहर निकालना होगा और देश में स्थिरता लौटनी होगी.
बिलावल भुट्टो ने कहा कि मुस्लिम लीग नवाज़ को बहुमत नहीं है, जबकि पीटीआई ने कहा कि वो पीपुल्स पार्टी के साथ कोई समझौता नहीं करेगी.
पीपीपी अध्यक्ष का कहना है कि देश फिर से चुनाव कराने की स्थिति में नहीं है, और यह देश की स्थिरित के लिहाज से भी अच्छा नहीं होगा.
उन्होंने कहा कि हम भले ही सरकार में नहीं होंगे पर मुद्दे आधारित फैसले लेंगे और इसके लिए एक कमिटी की गठन करेंगे जो हमें सलाह देगी.
बिलावल भुट्टो ने यह भी काह कि वे यह सुनिश्चित करेंगे कि सरकार बने और पाकिस्तान को अभी फिर से चुनाव न कराना पड़े. (bbc.com/hindi)