रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 20 फरवरी। राजधानी के नेताजी सुभाष स्टेडियम में आयोजित तीन दिवसीय मिलेट्स कार्निवाल के अंतिम दिन ‘छत्तीसगढ़ में मिलेट के उभरते व्यापार को बढ़ावा देने में सरकार एवं उद्योगों की भूमिका’ विषय पर संगोष्ठी का आयोजन हुआ। संगोष्ठी का संचालन आईआईएम नवा रायपुर के डायरेक्टर प्रो. राम कुमार कंकानी और इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के डॉ. हुलास पाठक ने किया। संगोष्ठी में समर्पण नेचुरल की एमडी श्रीमती कविता देवी, फार्मर्स नेटवर्क छत्तीसगढ़ के प्रमुख अजित सिंह, अविनाश फूड्स के एमडी प्रागनंद, नभिता इंजीनियरिंग के संस्थापक बी. रघु, जिनी मिलेट्स के सेल्स ऑफिसर श्री एन नरेश ने उपरोक्त विषय पर परिचर्चा की।
परिचर्चा में अपनी बात रखने वाले सदस्यों ने मिलेट्स की खेती और उनमें आने वाली समस्याओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किसानों को मिलेट्स की खेती में बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ता था। इसमें आधुनिक मशीनों का अभाव, मजदूरों की कमी, मौसम में बदलाव जैसे कारण प्रमुख हैं। उन्होंने कहा कि कृषि अभियांत्रिकीकरण के जरिए इसका समाधान काफी हद तक किया जा सकता है। वर्तमान समय में आधुनिक कृषि उपकरण एवं मशीनें उपलब्ध है, जिनकी मदद से मिलेट्स की खेती को आसान बनाने के साथ ही लागत को भी कम किया जा सकता है।
फार्मर्स नेटवर्क के श्री अजित सिंह ने बताया कि अगले पांच सालों में मिलेट्स का उत्पादन दोगुना हो जाएगा। मिलेट्स उत्पादन के क्षेत्र में अब युवा अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर रहे है। अब उत्पादक के साथ-साथ फाइनेंस सेक्टर और व्यापारी मिलेट्स को बढ़ावा देने आगे आ रहे है। उत्पादकों को नई सुविधाएं मिले, इसके लिए शासन स्तर पर विभिन्न योजनाएं संचालित की जा रही है। मिलेट्स उत्पादक किसानों को उनकी उपज का बेहतर मूल्य मिले, इसके लिए छत्तीसगढ़ में समर्थन मूल्य पर इसकी खरीदी भी की जा रही है।