कोण्डागांव
कोंडागांव, 22 जुलाई। कब बुलबुल टीम ने राष्ट्रीय तिरंगा दिवस मनाया। ज्ञात हो कि भारतीय तिरंगा को आधिकारिक तौर पर 22 जुलाई, 1947 को अपनाया गया था और इसे पहली बार 15 अगस्त,1947 को फहराया गया था।देश की रक्षा एवं तिरंगा झंडा के सम्मान के लिए कब मास्टर पवन साहू ने कब बुलबुल टीम को शपथ दिलाई।
शनिवार को भारत स्काउट एवं गाइड जिला संघ कोंडागांव से संबंध शासकीय प्राथमिक शाला मुरारीपारा बड़े बेंदरी में कब मास्टर पवन कुमार साहू के नेतृत्व में सम्मान के साथ तिरंगा झंडा को सलामी देकर राष्ट्रीय तिरंगा दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर कब मास्टर पवन कुमार साहू ने हमारे राष्ट्रीय तिरंगा झंडा पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए कहा कि राष्ट्रीय ध्वज हमारे देश की आन, बान और शान है। हमारे देश आजाद होने के पूर्व सैकड़ों वर्षों तक हम अंग्रेजों का गुलाम थे और अंग्रेजी ध्वज हमारे देश में फहराया जाता था। भारत आजाद होने के पूर्व 22 जुलाई 1947 को तिरंगा झंडा को हमारे देश का राष्ट्रीय ध्वज के रूप में अंगीकृत किया गया। तब से हम प्रतिवर्ष 22 जुलाई को राष्ट्रीय तिरंगा ध्वज दिवस मनाते आ रहे हैं। तिरंगा झंडा का आकार 2 अनुपात 3 है। यह तीन रंगों से बना है। ऊपर केसरिया रंग त्याग का प्रतीक, बीच में सफेद रंग शांति का प्रतीक, नीचे हरा रंग खुशहाली एवं समृद्धि का प्रतीक है। बीच में 24 आरे वाले नीले रंग का चक्र बना है, जो लगातार प्रगति का प्रतीक है। हम प्रतिवर्ष 15 अगस्त और 26 जनवरी को बड़े आदर और सम्मान के साथ तिरंगा झंडा फहराते हैं।
इस कार्यक्रम के समापन अवसर पर देश एवं राष्ट्रध्वज की रक्षा एवं सम्मान के लिए सतत प्रयास रहने हेतु कब मास्टर पवन साहू द्वारा कब बुलबुल टीम को शपथ दिलाई गई।