बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 24 जुलाई। आई फ्लू को लेकर जिस बात का डर रहा, वही अब सच साबित होने लगा है। शहरी क्षेत्र में तेज गति से यह संक्रमणित बीमारी फैल रही है। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में भी इसके मरीज मिलने लगे हैं। जिले में अब तक लगभग 998 मरीजों की पहचान की गई है।
बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने इससे संक्रमित लोगों को घर में रहने की सलाह दी है, ताकि इनके संपर्क में आने से कोई और व्यक्ति इस बीमारी के चपेट में न आ सकें। शहर के अधिकांश मोहल्लों में इनके मरीजों की पहचान की जा रही है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि बारिश की शुरुआत में यह बीमारी फैलती है, यदि इसको लेकर सावधानी बरती जाए तो यह कुछ दिनों में खुद ही नियंत्रण में आ जाता है, लेकिन जो इससे संक्रमित चल रहे हैं, उन्हें अपनी जिम्मेदारी समझते हुए दो से तीन दिन तक लोगों से दूरी बनाकर रखना चाहिए, ताकि संक्रमण किसी दूसरे को न लगे।
साथ ही स्वास्थ्य विभाग ने सलाह दी है कि जैसे ही आंख लाल होने लगी और खुजली व जलन का एहसास हो तो तत्काल चिकित्सकीय सलाह पर आई ड्राप लेना चाहिए, मेडिकल या बिना जांच के दवाई लेने से बचे। बीमारी को लेकर डरने की बात नहीं है।
नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. दिनेश मिश्र ने कहा कि कंजक्टिवाइटिस होने पर आंखों में लालीमा, दर्द, धुंधला दिखने पर नेत्र विशेषज्ञ से सम्पर्क करें। रोगी का चश्मा न लगाएं, यथासम्भव रेल, बस इत्यादि साधनों से यात्रा न करें। सामूहिक कार्यक्रम में जाने से बचें, आंखों में सुरमा, काजल का प्रयोग न करें। कॉन्टेक्ट लेंस न लगाएं, आंखों को बार-बार न रगड़ें, मूवी, वीडियो गेम देखते रहने की बजाय आंखों को आराम दें। आंखों में कोई भी दवा किसी परामर्श के स्वयं ही न डालें। स्टेरॉयड युक्त दवा न डालें, आंख में दवाएं नेत्र विशेषज्ञ से सम्पर्क तथा परामर्श के बाद ही डालनी चाहिए।
संक्रमित को बाहर निकलना जरूरी है तो वे काला चश्मे लगाकर निकलें। घर में भी चश्मा पहनें। आंखों में बार-बार अुंगली नहीं लगाना चाहिए और घर वालों से भी दूरी बनाकर रखना चाहिए, इससे दूसरे के संक्रमित होने की आशंका कम रहती है।