रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 27 जुलाई। मंत्रालय में नौकरी लगाने के नाम पर लाखों रूपये की ठगी करने वाला सुरमपल्ली सांई श्रीनिवास गिरफ्तार कर लिया गया है ।
उसने 9.50 लाख रूपए ठगे थे। श्रीनिवास ने स्वयं को मंत्रालय में अधिकारी बताकर वसूली की थी।बालोद निवासी डालेश्वरी कुरेटी ने थाना सिविल लाईन में रिपोर्ट दर्ज कराया था।
पुलिस के मुताबिक वर्ष 2021 में डालेश्वरी की परिचित रंजीता ठाकुर जो दंतेवाड़ा स्वास्थ्य विभाग में संविदा में कम्प्यूटर ऑपरेटर का कार्य करती है। देवेन्द्र भास्कर जो काकेर में स्वास्थ्य विभाग में भृत्यन ने उसकी मुलाकात सुरमपल्ली सांई श्रीनिवास से कराई थी। सुरमपल्ली सांई श्रीनिवास ने स्वयं को मंत्रालय में अधिकारी होना बताकर कहा कि डालेश्वरी के परिचित प्रमोद रंगदारी की नौकरी मंत्रालय महानदी भवन में भृत्य के पद पर लगवा दूंगा। तथा मेरे ही परिचित सीमा ठाकुर एवं बबीता ठाकुर की नौकरी भी आंगनबाड़ी के सुपरवाईजर पद में लगवाने का आश्वासन दिया। जिस पर डालेश्वरी ने अपने इन परिचितों प्रमोद रंगदारी से भृत्य के लिये 3.50 लाख रूपए, सीमा ठाकुर व बबीता ठाकुर से सुपरवाईजर के लिये 6 लाख रूपए कुल 9.50 लाख रूपये प्राप्त की। जुलाई 2021 में रकम को लेकर अम्बेडकर चौक स्थित गढक़लेवा में सुरमपल्ली सांई श्रीनिवासन के पास गयी। जहां सुरमपल्ली सांई श्रीनिवासन अपने साथी राहुल, रंजीता ठाकुर एवं देवेन्द्र भास्कर के साथ मौजूद था। इसके पश्चात् डालेश्वरी ने श्रीनिवास को 9.50 लाख रूपए दिए। पैसे देने के बाद श्रीनिवास ने प्रमोद रंगदारी का नियुक्ति पत्र रंजीता ठाकुर के हाथों 2 दिनों बाद दिया एवं कहा कि जब मैं बोलूंगा तब ज्वाईन करने जाना। इसके कुछ दिनों बाद जब डालेश्वरी ने अपने परिचितों की नौकरी के संबंध में श्रीनिवास से पूछा तो वह बात घुमाने लगा। जिसके बाद परेशान होकर प द्वारा नौकरी नहीं लगवा सकते तो पैसे वापस कर दो कहा गया तो उसके द्वारा प्रार्थिया को 15 दिवस का समय दो करके एक एग्रीमेंट बनवाया गया किन्तु 15 दिवस बीत जाने के बाद भी उसके द्वारा को पैसे वापस नहीं किया गया। इस प्रकार सुरमपल्ली सांई श्रीनिवासन, राहुल एवं उसके अन्य साथियों ने नौकरी लगवाने का झांसा दिया।