बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 31 अगस्त। जिले के किसान प्राइवेट बैंक के कर्ज के चंगुल में फंसते जा रहे हैं। आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण कर्ज नहीं जमा कर पाने पर संबंधित बैंक के रिकवरी कर्मचारी किसानों को अपमानित व प्रताडि़त कर रहे हैं। ऐसे ही एक मामले में साजा विधानसभा के ग्राम सूरजपुरा के किसान राकेश वर्मा ने बैंक के रिकवरी कर्मचारी से किश्त जमा करने के लिए समय देने का आग्रह किया लेकिन कर्मचारी किसान से गाली-गलौज करने के साथ उसे अपमानित करने लगा। इसकी ऑडियो रिकॉर्डिंग किसान ने ‘छत्तीसगढ़’ को सौंपी है। ऑडियो के अनुसार राकेश चौहान नाम का रिकवरी कर्मचारी बैंक के कर्ज को लेकर किसान से अपमानजनक शब्दों का प्रयोग कर रहा है, जबकि किसान बार-बार गाली-गलौच नहीं करने का आग्रह कर रहा है। इस संबंध में किसान जिला पंचायत के सभापति गोविंद पटेल के साथ थाना साजा पहुंचा और उसने रिकवरी कर्मचारी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।
कांग्रेस सरकार ने सभी बैंकों की कर्ज माफी का किया वादा
सभापति ने बताया कि कांग्रेस ने चुनावी घोषणा पत्र में किसानों से सभी बैंकों के कर्ज माफी का वादा किया था। खासकर साजा में एक अलग से घोषणपत्र बंटा था, जिसमें सभी बैंको का पूरा कर्ज 10 दिनों के भीतर माफ करने का वादा किया गया था, जो आज तक पूरा नहीं हुआ है। किसान इन घोषणा पत्र के जाल में फंसकर कर्ज पटा नहीं पाए। मौसम ने भी किसानों को धोखा दिया और अतिवृष्टि के कारण फसल खराब हो गई।
शराब के नशे में गाली-गलौज के लगाए आरोप
किसानों के अनुसार इस बार बैंक ने लोन की रिकवरी के लिए अलग तरीका अपनाया। लोन बेरला बैंक का है, मगर राकेश चौहान नाम का बैंक कर्मी शराब के नशे में स्वयं को कवर्धा ब्रांच का कर्मचारी बता कर किसानों से गाली-गलौज कर रहा है। इस संबंध में थाना प्रभारी साजा से शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
महिला कर्मचारी ने भी थाने में शिकायत की
शिकायतकर्ता किसान ने बताया कि रिकवरी एजेंट एक महिला है, जो बैंक के कर्ज जाल में फं से किसानों के घर जाकर उन्हें अपमानित एवं प्रताडि़त करती है। किसान अपना अपमान सहन नहीं कर पाते और विवाद की स्थिति निर्मित होती है। इसके बाद महिला रिकवरी कर्मचारी से संबंधित थाने में अपने साथ जाति सूचक गाली-गलौज होने का आवेदन कर किसान के खिलाफ झूठी शिकायत दर्ज कराती है। पूर्व में भी थानखम्हरिया थाना में एक किसान के खिलाफ झूठी शिकायत दर्ज कराई है।
शिकायतकर्ता को दिखाते हैं डर
सभापति जिला पंचायत गोवेन्द्र पटेल ने बताया कि थानखम्हरिया मामले को तूल पकड़ता देख समझौता करा लिया गया था। जब किसान थाने पहुंचता है तो थाना प्रभारी लोन नहीं पटने को लेकर फ टकार लगाता है। थाना प्रभारी द्वारा किसान को शिकायतकर्ता के महिला होने का डर दिखाया जाता है। बैंक के रिकवरी कर्मचारियों का ग्रुप बना हुआ है, जो किसी भी प्रकार की विवाद की स्थिति निर्मित होने पर महिला कर्मचारी को आगे कर थाने में शिकायत दर्ज कराते हैं। शिकायतकर्ता ने बताया कि वर्ष 2015 में संबंधित बैंक से 13 लाख रुपए कर्ज लिया था। बैंक में अब तक करीब 5 लाख रुपए जमा चुका है। वर्ष 2020 तक बैंक में किश्त का भुगतान किया। आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने व मां की तबीयत खराब होने के कारण वर्ष 2020 के बाद से बैंक की किश्त का भुगतान नहीं कर पाया। इसे लेकर बैंक के रिकवरी कर्मचारी अपमानित व प्रताडि़त कर रहे हैं। फोन पर गाली गलौज की जा रही है।
दोनों पक्षों का बयान दर्ज करेंगे
थाना प्रभारी साजा मुकेश यादव ने कहा कि बैंक कर्मचारी के खिलाफ सूरजपुरा के किसान ने शिकायत दर्ज कराई है। बैंक की महिला कर्मचारी ने भी शिकायत दर्ज कराई है। दोनों पक्षों को थाने बुलाकर बयान दर्ज किया जाएगा। इसके बाद आगे कार्रवाई की जाएगी।