बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 5 सितंबर। जन चौपाल में सोमवार को जिला कार्यालय पहुंचे फरियादियों ने निजी व सार्वजनिक समस्याओं को लेकर आवेदन प्रस्तुत किया। लगातार दूसरे जन चौपाल में फसल बीमा की राशि नहीं मिलने की शिकायत किसानों ने की। कुंवा के किसानों ने प्रधान पाठक के नहीं आने, धान की अंतर की राशि व केसीसी लोन कर्ज मुक्त करने के लिए आवेदन प्रस्तुत किया। ज्ञात हो कि जिले में फसल बीमा की राशि नहीं मिलने की शिकायत को लेकर लगातार दूसरे जनचौपाल में किसान शिकायत लेकर पहुंचे थे।
फसल छोडक़र आते है किसान समस्या लेकर
जिला कार्यालय में सोमवार को चारों ब्लॉक के दूरदराज गांवों के लोग सोमवार को आवेदन लेकर पहुंचे। सोमवार को करीब 66 लोगों ने आवेदन प्रस्तुत किया। जिला प्रशासन की ओर से मिली जानकारी के अनुसार आवेदनों के निराकरण के लिए संबंधित विभाग को भेजा गया है।
ग्राम खाम्ही खुर्द के किसानों को मिली 100 एकड़ की बीमा राशि
नवागढ़ ब्लॉक के ग्राम खाम्ही दर्री के किसान गनपत साहू, किशन शर्मा व गोपी साहू के अनुसार पीएम फसल योजना के तहत उनके गांव के किसानों को 100 प्रति एकड़ की दर से क्षतिपूर्ति राशि जारी की गई है। राशि जारी करने में असमानता है। गांव के किसी किसान को 6000 प्रति एकड़ तो किसी को राशि ही नहीं मिली है जबकि नुकसान सभी को एक ही तरह से हुआ है। किसानों ने उपसंचालक कृषि से भी लिखित शिकायत की है। साजा क्षेत्र के ग्राम चेचान मेटा के किसान नागेश्वर ने बीते सत्र में धान बेचने के बाद उसे अंतर की राशि उसके खाते में नहीं मिली है। किसान ने अंतर की राशि जारी करने के लिए गुहार लगाई है।
साजा ब्लॉक के ग्राम ंचेचानमेटा के ग्रामीणों ने बताया कि रबी फ सल सीजन 2022-23 के दौरान बैमौसम बारिश की वजह से चने की फसल चौपट हो गई थी। मौसम की वजह से फसल खराब होने की जानकारी उनके द्वारा कृषि विभाग व बीमा कंपनी को दी गई थी। सूचना के बाद दल द्वारा फसल नुकसान आंकलन के लिए पंचनामा, सर्वे व अन्य प्रकिया पूर्ण की गई, जिसके बाद अन्य गांव के लोगों को फसल नुकसान की क्षतिपूर्ति मिल चुकी है पर वो वंचित हैं। सरपंच दुलारी वर्मा के अनुसार क्षतिपूर्ति देने के लिए प्रकिया आगेे बढ़ाई जाए। साजा के हाथीडोब के किसान पोषण लाल, बीविसिंग व श्याम लाल ने भी बीमा राशि नहीं मिलने की शिकायत की। कुवा गांव के लोगों ने भी राशि नहीं मिलने पर आवेदन सौंपा।