सूरजपुर
पेयजल की किल्लत से जूझ रहे ग्रामीण
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रामानुजगंज 8 सितंबर। रामचंद्रपुर विकासखंड क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत त्रिकुंडा में विधायक मद, 15वां वित्त आयोग, गौण खनिज मद से पचपन हैंडपंपों का खनन कराया गया, साथ ही पीएचई विभाग के द्वारा पचास हैंडपंप का खनन कराया गया, लेकिन अब यहां 20-22 हैंडपंपों का उपयोग गांव के कुछ लोग निजी तौर पर सबमर्सिबल पंप लगाकर अपने खेतों की सिंचाई के लिए कर रहे हैं, जिससे गांव में रहने वाले अन्य लोगों के लिए पेयजल की समस्या खड़ी हो रही है।
जानकारी के मुताबिक एक माह पहले ही ग्राम पंचायत में प्रस्ताव पारित कर समिति का गठन किया गया एवं जिसमें यह निर्णय लिया गया था कि समिति के द्वारा सबमर्सिबल पंप को निकलवाने का कार्य करेंगे, लेकिन अब एक माह से ज्यादा समय बीतने के बावजूद अब तक हैंडपंपों से सबमर्सिबल पंप नहीं निकलवाया जा सका है, जिससे ग्रामीणों को पानी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। यहां पेयजल की गंभीर समस्या उत्पन्न हो रही है।
स्कूल और उचित मूल्य की दुकान का हैंडपंप भी नहीं छोड़ा
गांव के स्कूल और शासकीय उचित मूल्य की दुकान में भी हैंडपंप खनन कराया गया है, उसमें भी कुछ लोगों के द्वारा सबमर्सिबल पंप लगा कर सिंचाई किया जा रहा है, वहीं स्कूल के बच्चों को दूसरों के घरों में जाकर पानी पीना पड़ता है।
जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सूरज गुप्ता ने कहा कि मुझे जानकारी नहीं है, आपके द्वारा जानकारी मिली है। विधायक मद, 15वां वित्त आयोग और गौण खनिज के मद से लगभग पचपन हैंडपंपों का खनन कराया गया है, जिसमें अगर ऐसा स्थिति पाई गई तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
इस संबंध में पीएचई विभाग के अभियंता ने बताया कि विभाग के द्वारा ग्राम पंचायत में लगभग पचास हैंडपंपों का खनन कराया गया है, जिसमें आपके द्वारा जानकारी दी गई है कि ग्रामीणों के द्वारा हैंडपंप में सबमर्सिबल पंप लगाकर निजी उपयोग किया जा रहा है।
ग्राम पंचायत त्रिकुंडा के सरपंच शिवकुमार राम ने इस संबंध में बताया कि हम सभी हैंडपंपों में लगाए गए सबमर्सिबल पंप को निकलवाने की व्यवस्था कर रहे हैं।
इस संबंध में ग्राम पंचायत के सचिव राधेश्याम गुप्ता ने कहा कि प्रस्ताव पारित कर समिति का गठन किया गया है, सभी सबमर्सिबल पंप को निकलवाने का कार्य करेंगे।