राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 04 नवंबर। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार विधानसभा निर्वाचन 2023 के लिए 80 वर्ष एवं इससे अधिक आयु वर्ग बुजुर्ग एवं दिव्यांगजनों से होम वोटिंग की नई पहल की गई है। लोकतंत्र के पर्व में पोस्टल बैलेट के माध्यम से होम वोटिंग के लिए चिन्हांकित बुजुर्ग और दिव्यांगजनों के घरों में मतदान दल ने पहुंचकर मतदान करवाया। डोंगरगांव विस क्षेत्र के चिन्हांकित 80 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के बुजुर्ग और दिव्यांगजनों के घर-घर जाकर मतदान कराया गया।
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डोमन सिंह के मार्गदर्शन में जिले के सभी विस क्षेत्र के चिन्हांकित 80 वर्ष एवं इससे अधिक आयु वर्ग के बुजुर्ग और 40 प्रतिशत या इससे अधिक दिव्यांगजन होम वोटिंग कर रहे है। डोंगरगांव विस की खैरी निवासी दिव्यांग अहिल्या वर्मा ने बताया कि पहले मतदान कराने उनके बड़े भाई ले जाते थे। अहिल्या ने बताया कि मतदान दल घर में आने से बहुत अच्छा लगा। जिससे बिना किसी असुविधा के लोकतंत्र का हिस्सा बनने का मौका मिला। अहिल्या ने भारत निर्वाचन आयोग की इस अनूठी पहल के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।
धौराभाठा निवासी हेमलता साहू ने बताया कि वे दोनों पैरों से नहीं चल पाती हैं। पहले मतदान कराने के लिए घर के सदस्यों द्वारा मतदान केन्द्र तक ले जाया जाता था। भारत निर्वाचन आयोग की इस पहल से मुझे घर पर ही मतदान कर बहुत अच्छा महसूस हो रहा है। गिधवा टप्पा निवासी 84 वर्षीय गीताबाई ने कहा कि घर पर मतदान करना बहुत सुविधाजनक रहा और सुखद अनुभूति रही। बड़भूम निवासी लताबाई ने बताया कि दोनों पैरो से दिव्यांग हंै। यह सुविधा मिलने से मतदान करने में आसानी हुई। परना निवासी लक्ष्मीबाई ने कहा कि बुजुर्ग होने के कारण लाईन लगने में बहुत समस्या होती थी, अब मतदान दल द्वारा घर में ही मतदान करने में बहुत अच्छा लग रहा है। केसला निवासी 81 वर्षीय पुकबती, 89 वर्षीय झाडुराम और पेंडरवानी की दिव्यांग सकुनबाई यादव और ग्राम मेढ़ा निवासी दिव्यांग माखन यादव ने कहा कि होम वोटिंग एक अच्छी एवं संवेदनशील पहल है। पिनकापार के 18 वर्षीय तुकेश्वर कंवर जन्म से दिव्यांग है।
तुकेश्वर ने पहली बार मतदान किया है।