महासमुन्द
महासमुंद, 17 दिसंबर। राज्य में भाजपा की सरकार बनते ही किसानों के मौत का सिलसिला शुरू हो गया है। नारायणपुर जिले के कुकड़ाझोर गांव में कर्ज वसूली की नोटिस से परेशान किसान की आत्महत्या ने यह साबित कर दिया है कि गरीब किसानों की परेशानी, विवशता से भाजपा को कोई सरोकार नहीं है। भारतीय जनता पार्टी गरीब किसानों की नहीं बिल्क बड़े उद्योग पतियों का कर्ज माफ करने वाली सरकार है।
उक्त वक्तव्य किसान द्वारा आत्महत्या किए जाने पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए पूर्व संसदीय सचिव व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने व्यक्त की।
श्री चंद्राकर ने जारी विज्ञप्ति में कहा कि पिछले 5 साल तक पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार में किसानों को कर्जमाफी, न्याय योजना के तहत 2500 रु.में धान खरीदी का लाभ मिला। भूपेश कार्यकाल में छत्तीसगढ़ के किसान खुशहाल व संपन्न हुए। लेकिन प्रदेश में भाजपा सरकार आते ही किसानों की परेशानी शुरू हो गई। किसान आत्महत्या करने लग गए हैं। भाजपा की सरकार बने पखवाड़ा बीत गया लेकिन 21 क्विं.धान खरीदी व 3100 रु,एकमुश्त समर्थन मूल्य देने का कार्य अभी तक शुरू नहीं हुआ। यदि भाजपा द्वारा सरकार बनते ही 21 क्विं.धान खरीदी व 3100 समर्थन किसानों को प्रदान किया गया होता तो आज कुकड़ाझोर के गरीब किसान आत्महत्या नहीं करता। श्री चंद्राकर ने कहा कि प्रदेश में इस घटना ने भाजपा सरकार के सियासी जुमलों के गुब्बारे की हवा निकाल दी है। झूठ, छलावों, धोखाधड़ी और जुमलेबाजी के लिए प्रसिद्ध भाजपा सरकार ने सत्ता में आते ही अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है।