दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 21 अप्रैल। ज्येष्ठ नागरिक अपने जीवन के अंतिम पड़ाव पर अपने को स्वस्थ एवं सक्रिय रखने के लिए प्रयासरत रहता है, ऐसे में ज्येष्ठ नागरिक संघ जैसी संस्था विभिन्न सामाजिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से इन्हें सक्रिय रखने के लिए किये जाने वाले प्रयास सराहनीय है।
केंद्र एवं राज्य सरकारें भी ज्येष्ठ नागरिकों के उत्थान के लिए प्रयासरत है। लेकिन फिर भी अभी और प्रयास की आवश्यकता है। उक्त उद्गार ज्येष्ठ नागरिक संघ पद्मनाभपुर दुर्ग के 32वें स्थापना दिवस समारोह कार्यक्रम में चीफ लीगल एड डिफेंस कौंसिल दुर्ग सुदर्शन महलवार ने व्यक्त किए। इस अवसर पर उन्होंने ज्येष्ठ नागरिकों के भरण-पोषण पर बनाए कानून की भी विस्तृत जानकारी दी।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. सुशील चंद्र तिवारी निदेशक शंकराचार्य व्यावसायिक विश्वविद्यालय ने ज्येष्ठ नागरिक संघ पद्मनाभपुर द्वारा ज्येष्ठ नागरिकों के कल्याण हेतु किये जा रहे प्रयासों की सराहना की। उन्होंने ज्येष्ठ नागरिकों के लिए सदा स्वस्थ रहने एवं लम्बी उम्र की कामना की।
मुख्य अतिथि के उद्बोधन पश्चात ज्येष्ठ नागरिक संघ के अध्यक्ष डॉ. देव मंडरिक ने संघ द्वारा संचालित विभिन्न गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने संघ भवन में संचालित फिजियोथेरेपी सेन्टर, योगा, शतरंज एवं कैरम के बारे में बताया। साथ ही संघ के सदस्यों द्वारा ग्रामीण अंचल के स्कूली बच्चों दिए जाने वाले पौष्टिक आहार की जानकारी दी।
इस अवसर पर मंच में बैठे पूर्व अध्यक्ष लालचंद जैन, ललित कुमार साव का भी सम्मान किया गया। ज्येष्ठ नागरिक संघ द्वारा दाम्पत्य जीवन के 50 वर्ष पूर्ण करने वाले सदस्यों को श्रीफल एवं शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया। तद्पश्चात कैरम एवं शतरंज प्रतियोगिता में सफल खिलाडिय़ों का भी प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में जेष्ठ नागरिक संघ के विशिष्ट संरक्षक एवं संरक्षक सदस्यों को श्रीफल एवं शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। तद्पश्चात सहसचिव प्रकाश योगेश वर्ष भर संघ द्वारा किए गए कार्यक्रमों का प्रतिवेदन पढ़ा । कोषाध्यक्ष रमेश टहनगुरिया वार्षिक लेखा एवं बजट पेश किया। अंत में संघ के उपाध्यक्ष राजकुमार सिंह ने धन्यवाद एवं आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम कार्यक्रम संचालन सुधीर पाटणकर ने किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में वरिष्ठ नागरिक उपस्थित थे।