सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 25 जून। स्व. महाराज मदनेश्वर शरण सिंहदेव की 23वीं पुण्यतिथि पर जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय राजीव भवन अम्बिकापुर में उनकी तस्वीर पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी गयी।
इस अवसर पर जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय में उनकी पुत्री आशा सिंहदेव ने उनसे जुड़ी स्मृतियों को साझा करते हुए कहा कि महाराज साहब सदैव से महिला सशक्तिकरण के हितैषी रहे। उन्होंने कहा कि आज चाहे वे या उनके बड़े भाई टीएस सिंहदेव दोनों ने जो राजनीतिक मुकाम हासिल किया, वो महाराज साहब की बदौलत ही है।
गौरतलब है कि आशा सिंहदेव का विवाह हिमाचल प्रदेश में चंबा रियासत में हुआ था। वे हिमाचल प्रदेश में 7 बार विधायक चुनी जा चुकी हैं। कई बार वो हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार में मंत्री रह चुकी हैं। वे आखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी में सचिव हैं। सात वर्ष पूर्व उनके पंजाब प्रभारी रहते पंजाब में कांग्रेस जीती थी और कांग्रेस की सरकार बनी थी।
आशा सिंहदेव ने बताया कि महाराज साहब को अपने सरगुजिहा होने पर बहुत नाज था। सरगुजा के विकास के लिये जो संभव था वो उन्होंने किया। उनके लिये सरगुजा और सरगुजिहा प्रथम प्राथमिकता में थे। लेकिन वे यहां के पर्यावरण को लेकर बहुत संवेदनशील थे। आशा सिंहदेव ने कहा कि विकास के लिये पर्यावरण के विनाश के वे बेहद खिलाफ थे। आज सरगुजा विकास के लिये पर्यावरण के विनाश का फल भुगत रहा है। सरगुजा में पड रही गर्मी और बारिश की कम होती मात्रा चिंताजनक है।
राजीव भवन में श्रद्धांजलि सभा के पूर्व प्रतीक्षा बस स्टैण्ड पर स्थित स्व. महाराज साहब एवं स्व. राजमाता देवेन्द्र कुमारी सिंहदेव की प्रतिमा पर आशा सिंहदेव एवं कांग्रेस के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने माल्यार्पण किया।
महामाया मंदिर अम्बिकापुर में भंडारा का भी आयोजन किया गया। इस दौरान बालकृष्ण पाठक, जेपी श्रीवास्तव, डॉ. अजय तिर्की, मधु सिंह, श्री अजय अग्रवाल, शफी अहमद, द्वितेन्द्र मिश्रा, राकेश गुप्ता,, हेमंत सिन्हा, मो. इस्लाम, सत्येन्द्र तिवारी सहित बड़ी संख्या में काग्रेस के कार्यकर्ता और पदाधिकारी मौजूद थे।