रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 5 जुलाई। पुरानी बस्ती हटरी स्थित ऐतिहासिक जगन्नाथ मंदिर का रथ अब आधुनिक स्वचालित हो गया है। अब रथ को कहार नहीं चलाएंंगे बल्कि स्टेयरिंग ब्रेक से चलाया जाएगा।
रविवार को नई साज-सजा के साथ ऐतिहासिक रथ में भगवान जगन्नाथ,भाई बलभद्र एवं बहन सुभद्रा विराजमान होकर नगर भ्रमण कर लाखे नगर स्थित अपने मौसी गुण्डच्चा के घर विश्राम करेंगे। 50-60 वर्षों बाद 2500 किलो वजनी, 17 फीट लंबा, 10 फीट चौड़ा और 16 फीट ऊंचा यह रथ सरई और नीम की लकडिय़ों से बनाया है हबीब खान और उनका बेटा रियाज खान। संतोषी नगर निवासी पिता पुत्र का यह दूसरा निर्माण है।
दो वर्ष पूर्व इन्होंने गोंदिया में ऐसा ही रथ बनाया था। स्टेरिंग और ब्रेक को नियंत्रित करने रथ के सामने के पहिए छोटे और पीछे के पहिए बड़े रखे गए हैं। कल इस रथ पर महाप्रभु भ्रमण पर निकलेंगे तो शहर देखेगा हमारी गंगा, जमनी संस्कृति को।
वहीं विजय कुमार झा ने बताया है कि दूज के बाद देवशयनी एकादशी को भगवान रथ में सवार होकर वापस जगन्नाथ मंदिर में विराजमान होंगे। उसी दिन से शुभ कार्य 4 माह के लिए बंद होकर देवउठानी एकादशी से प्रारंभ होंगे।