दुर्ग
जिला प्रशासन के साथ सामाजिक योगदान में महत्वपूर्ण भूमिका
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 8 जुलाई। जिला प्रशासन दुर्ग, यूनिसेफ छ.ग एवं एग्रिकॉन फाउंडेशन के संयुक्त पहल कार्यक्रम युवोदय स्वयंसेवा कार्यक्रम ने अपने पहले वर्ष की सफलता के साथ एक नया मील का पत्थर छू लिया है। इस कार्यक्रम की शुरुवात 7 जुलाई 2023 को हुई थी।
इस कार्यक्रम में अभी 700 से अधिक स्वयंसेवकों ने जुडक़र जिले में विभिन्न सामाजिक और पर्यावरणीय मुद्दों पर जिला प्रशासन का सहयोग किया है। कार्यक्रम के दौरान, युवोदय स्वयंसेवकों के द्वारा सामुदायिक मानसिक स्वास्थ्य, पर्यावरण संरक्षण में युवाओं की भागीदारी, किशोर किशोरी स्वास्थ्य, नशा मुक्ति में समुदाय को जोडक़र कार्य, माहवारी स्वच्छता, मतदान जागरूकता, और पौधा रोपण जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर 200 से अधिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा चुका है। उनके समर्पण और निरंतर प्रयासों से जिले में इन क्षेत्रों में महत्वपूर्ण सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिले हैं।
सामुदायिक मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता के अभियान ने लोगों में मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाई और मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के समाधान में मदद की। आओ बात करे मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के कारण लोगों में मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जगरूकता बढ़ी है। पर्यावरण संरक्षण के लिए आयोजित अभियानों में युवोदय युवाओं की सक्रिय भागीदारी ने पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा दिया।
किशोर किशोरी स्वास्थ्य और माहवारी स्वच्छता के क्षेत्र में किए गए कार्यों ने जागरूकता फैलाने और स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों को कम करने में मदद की। नशा मुक्ति अभियानों में नशीली पदार्थों के दुष्प्रभावों के प्रति लोगों को जागरूक किया और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित किया। मतदान जागरूकता अभियानों में लोगों को अपने मताधिकार का सही उपयोग करने के प्रति प्रोत्साहित किया। पौधा रोपण अभियानों ने हरित जिले के लक्ष्य को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
शिक्षा के क्षेत्र में आज क्या सिखा और पढ़ाई का कोना के बारे में स्वयंसेवकों के द्वारा स्कूलों में जाकर शिक्षकों के मदद से छात्र-छात्राओं को जानकरी दिया जा रहा है, हम होंगे कामयाब परीक्षा के समय मानसिक स्वास्थ्य को रखने हेतु ऐसे 100 से अधिक स्कूलों में कार्य क्रम किया जा चुका है, जिससे हजारों बच्चों को फायदा मिला है।
इसके साथ ही पालक-शिक्षक मीटिंग, गृह भेंट के माध्यम से ड्रॉपआउट बच्चों को शिक्षा से जोडऩे का प्रयास युवोदय स्वयंसेवकों के द्वारा किया जायेगा।
जिला प्रशासन के सहयोग से युवोदय स्वयंसेवकों ने इन सभी क्षेत्रों में अनुकरणीय कार्य किया है। कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी ने उनके योगदान की सराहना करते हुए कहा, युवोदय स्वयंसेवक कार्यक्रम ने जिले में सकारात्मक बदलाव लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हम इस कार्यक्रम की सफलता पर गर्व महसूस करते हैं और भविष्य में भी ऐसे ही सामाजिक कार्यों में उनके ज्ञात हो कि जिले में इस साल लगभग 1.39 लाख में धान फसल का क्षेत्राच्छादन का लक्ष्य मगर 50 प्रतिशत ही बोनी का कार्य पूरा हो पाया है। वहीं स्वयं के साधन वाले छिटपुट किसानों ने ही रोपाई शुरू किया है, मगर पानी के अभाव में उनके खेतों में भी रोपाई कार्य गति नहीं पकड़ पा रहा है।
छग प्रगतिशील किसान संगठन के महासचिव झबेन्द्र भूषण वैष्णव का कहना है कि कम व खंड वर्षा की वजह से भूजल भी रिचार्ज नहीं हुआ है। इसके कारण मोटर पंप में भी पर्याप्त पानी नहीं आ पा रहा है। कहीं कहीं बोनी का कार्य ठीक है, मगर खंड वृष्टि की वजह से कई ग्रामों में सूखे की हालात है। उन्होंने कहा कि लंबे समय तक यही हाल रहा तो स्थिति चिंता जनक हो सकती है।
ऐसे समझे खंड वृष्टि की स्थिति
जिले में खंड वृष्टि की स्थिति का अंदाज तहसील वार वर्षा के आंकड़े से लगाया जा सकता है। जिले के बोरी तहसील में अब तक 61.4 एवं धमधा में 65 मिमी वर्षा हो चुकी है। वहीं पाटन में 229 एवं अहिवारा तहसील में 167 मिमी बारिश हो चुकी है। इसी प्रकार दुर्ग 86 एवं भिलाई 3 तहसील में 102 मिमी वर्षा अब तक हो चुकी है। सामान्य वर्षा के मुकाबले दुर्ग तहसील में मात्र 36.8 एवं बोरी में 40.6 प्रतिशत ही बारिश हुई है जबकि अहिवारा 110 एवं पाटन में 88 प्रतिशत बारिश हो चुकी है।