सूरजपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भटगांव/जरही, 12 सितंबर। वित्तीय वर्ष 2024 -25 के प्रथम तिमाही में ही महारत्न कंपनी एसईसीएल भटगांव क्षेत्र ने कोयला उत्पादन, उत्पादकता तथा कोयला संप्रेषण में एक नया कीर्तिमान बना दिया। यह आंकड़े आज महारत्न कंपनी और भटगांव क्षेत्र को गौरवान्वित कर रहे हैं।
एसईसीएल भटगांव क्षेत्र का प्रदर्शन वित्तीय वर्ष 2024-25 की पहली तमाही(अप्रैल 2024 से जून 2024 तक) कोयला उत्पादन, उत्पादकता तथा संप्रेषण में काफी उत्कृष्ट रहा पहली तिमाही में अप्रैल 2024 से जून 2024 तक क्षेत्र ने कोयला उत्पादन लक्ष्य 9 लाख 8 हजार टन के मुकाबले 12 लाख 66 हजार 662 टन उत्पादन किया जो पिछले वर्ष की तुलना में 62 प्रतिशत वृद्धि दर्शाता है।
मिट्टी हटाने (ओवर बर्डन) के काम में भी क्षेत्र ने नया कीर्तिमान बनाया। वित्तीय वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में जहां उत्पादन लक्ष्य 61 लाख 80 हजार घन मीटर था उसके मुकाबले 87 लाख 43 हजार 997 घन मीटर मिट्टी हटाई गई जो लक्ष्य से 41 फ़ीसदी ज्यादा रहा।
कोयला संप्रेषण में भी क्षेत्र ने शानदार प्रदर्शन किया वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में 13 लाख 21 हजार 575.01 टन गुणवत्ता पूर्ण कोयले का संप्रेषण किया गया जो कि पिछले वित्तीय वर्ष की समान अवधि से 72.73 वृद्धि के साथ 5 लाख 56 हजार 477.03 टन अधिक है। यह उपलब्धि पर्यावरण एवं वन मंत्रालय की मंजूरी के कड़े नियमों के बावजूद हासिल की गई।
शिवानी भूमिगत परियोजना के लिए भी भारत सरकार को पर्यावरणीय एवं वन मंत्रालय की अग्रिम अनुमति हेतु पत्र प्रेषित किया जा चुका है जो जल्द ही स्वीकृत होकर आ जाएगा। जो भटगांव क्षेत्र और श्रमिकों के लिए आशा की एक नई किरण है।
भटगांव क्षेत्र के महाप्रबंधक प्रदीप कुमार ने बताया कि इस लक्ष्य को हासिल करने और भविष्य में इसे बरकरार रखना सबसे महत्वपूर्ण है, इस लक्ष्य को हासिल के बीच कई कठिन पड़ाव भी आया,लेकिन कोयला उत्पादन में भटगांव क्षेत्र ने नया इतिहास रचा है।